MP Board Class 9th Hindi Navneet Solutions एकांकी Chapter 1 दीपदान

MP Board Class 9th Hindi Navneet Solutions एकांकी Chapter 1 दीपदान (एकांकी, डॉ. रामकुमार वर्मा)

दीपदान अभ्यास

बोध प्रश्न

दीपदान अति लघु उत्तरीय प्रश्न

दीपदान एकांकी के प्रश्न उत्तर Class 9th प्रश्न 1.
पन्ना कौन थी?
उत्तर:
पन्ना चित्तौड़ के राजसिंहासन के उत्तराधिकारी महाराणा साँगा के पुत्र कुँवर उदयसिंह की धाय थी।

दीपदान एकांकी का प्रश्न उत्तर MP Board Class 9th प्रश्न 2.
चित्तौड़ में ‘दीपदान’ का उत्सव क्यों मनाया जा रहा था?
उत्तर:
चित्तौड़ में ‘दीपदान’ का उत्सव बनवीर के षड्यंत्र द्वारा मनाया जा रहा था।

MP Board Solution Class 9 Hindi Ekanki प्रश्न 3.
पन्ना किसका बलिदान करती है?
उत्तर:
इस एकांकी में पन्ना अपने एकमात्र पुत्र चन्दन का बलिदान करती है।

Deepdan Question Answers MP Board Class 9th प्रश्न 4.
चित्तौड़ का कुलदीपक कौन था?
उत्तर:
चित्तौड़ का कुलदीपक सज परिवार का एकमात्र पुत्र कुँवर उदयसिंह था।

Deepdan Ekanki Workbook Answers MP Board Class 9th प्रश्न 5.
बनवीर कौन था? और वह कुँवरजी को क्यों मारना चाहता था?
उत्तर:
बनवीर महाराणा साँगा के छोटे भाई पृथ्वीसिंह की दासी का एक पुत्र था। वह महत्वाकांक्षी था। राज्य प्राप्त करने के षड्यंत्र द्वारा वह उदयसिंह की हत्या कर स्वयं राजा बनना चाहता था।

दीपदान लघु उत्तरीय प्रश्न

Deepdan Ekanki Questions And Answers MP Board Class 9th प्रश्न 1.
कीरतबारी ने उदयसिंह की सहायता किस प्रकार की?
उत्तर:
कीरतबारी नाई जाति का है। उसका काम राज्य परिवार में होने वाली दावतों की झूठी पत्तल उठाना था। वह एक राजभक्त सेवक था। पन्ना धाय को उसकी राजभक्ति पर पूरा भरोसा था। जब पन्ना धाय को बनवीर के षड्यंत्र का पता लग जाता है तो वह उदयसिंह को झूठी पत्तलों के टोकरे में छिपाकर राजमहल से बाहर बनास नदी के किनारे स्थित श्मशान भूमि पर ले जाने का आदेश देती है। कीरतबारी यदि उदयसिंह को टोकरी में छिपाकर नहीं ले जाता तो उदयसिंह के प्राणों की रक्षा नहीं हो सकती थी। इस प्रकार कीरतबारी ने उदयसिंह के प्राणों की रक्षा करके अपनी राजभक्ति का परिचय दिया है।

Deepdan Question And Answers MP Board Class 9th प्रश्न 2.
पन्ना धाय कुँवर उदयसिंह की रक्षा क्यों करना चाहती थी?
उत्तर:
पन्ना धाय कुँवर उदयसिंह का पालन-पोषण करने वाली धाय माँ थी। वह कुँवर उदयसिंह को अत्यधिक स्नेह करती थी। दासी पुत्र बनवीर चित्तौड़ राज्य सिंहासन के एकमात्र उत्तराधिकारी कुँवर उदयसिंह की हत्या कर चित्तौड़ का राजा बनना चाहता था। उसने इसी मकसद को प्राप्त करने के लिए उस समय दीपदान का उत्सव मनाया। पन्ना ने बनतीर के षड्यंत्र को जान लिया। अतः उसने कुँवर उदयसिंह को उस उत्सव में जाने से रोक लिया। अपने भावी शासक के प्राणों की रक्षा के लिए वह दुष्ट बनवीर के सामने अपने एकमात्र पुत्र चन्दन का बलिदान चढ़ा देती है। इस प्रकार अपने पुत्र का बलिदान करके उसने उदयसिंह के प्राणों की रक्षा की है।

Deepdan Questions And Answers MP Board Class 9th प्रश्न 3.
उदयसिंह पन्ना धाय से रूठकर क्यों सो गया था?
उत्तर:
बनवीर राजमहल में दीपदान का उत्सव मनाने की आज्ञा देता है। इस उत्सव में तुलजा भवानी के सामने सुन्दर-सुन्दर लड़कियाँ नृत्य करती हैं। कुँवर उदयसिंह उत्सव में जाकर नृत्य देखने की इच्छा पन्ना धाय के समक्ष करता है। पर पन्ना को इस उत्सव की आड़ में बनवीर द्वारा रचे गये षड्यंत्र की गंध लग जाती है। अतः वह कुँवर को वहाँ नहीं जाने देती है। बस इसी बात से। कुँवर रूठकर बिना भोजन किये ही अपने शयनकक्ष में चले गये।

Class 9 Hindi Deepdan MP Board  प्रश्न 4.
धाय माँ का उदयसिंह के प्रति वात्सल्य स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
धाय माँ ममता की साक्षात् मूर्ति है। वह कुँवर को अपने प्राणों से भी अधिक प्यार करती है। उदयसिंह की धाय होने के साथ-ही-साथ उसकी सुरक्षा का भी वह विशेष ध्यान रखती है। अतः जैसे ही उसे उदयसिंह की हत्या के षड्यंत्र के विषय में जानकारी होती है तो तुरन्त ही राज्यभक्त एवं झूठी पत्तल उठाने वाले कीरतबारी को विश्वास में लेकर झूठी पत्तलों के बीच में कुंवर उदयसिंह को छिपाकर सुरक्षित स्थान पर पहुँचा देती है। बनवीर के आने पर वह अपने सोये हुए पुत्र चन्दन का बलिदान करके अपनी अद्भुत स्वामिभक्ति का परिचय देती है।

Deepdan Ekanki Class 9 MP Board प्रश्न 5.
उदयसिंह के विरुद्ध रचे जाने वाले षड्यंत्र का आभास पन्ना को कैसे होता है?
उत्तर:
उदयसिंह के विरुद्ध रचे जाने वाले षड्यंत्र का आभास पन्ना को दासी साँवली की उस सूचना से मिलता है जिसमें साँवली बताती है कि कुछ सैनिकों को अपनी ओर मिलाकर बनवीर ने विक्रमादित्य की हत्या कर दी है और उसका अगला लक्ष्य उदयसिंह है।

दीपदान दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

Deepdan Ekanki Ke Prashn Uttar MP Board Class 9th  प्रश्न 1.
निम्नलिखित पंक्तियों का आशय स्पष्ट कीजिए
(अ) चारो तरफ जहरीले सर्प घूम रहे हैं।
उत्तर:
आशय-जब उदयसिंह दीपदान उत्सव में जाने की जिद्द करने लगता है तो पन्ना धाय भावी अनिष्ट की आशंका से उसे उसमें भाग लेने से रोकती है। जब उदयसिंह कहता है कि मैं अकेला ही वहाँ चला जाऊँगा तब पन्ना धाय उसे समझाते हुए कहती है कि तुम रात में अकेले कहीं नहीं जाओगे क्योंकि यहाँ चारों तरफ दुश्मन रूपी जहरीले सर्प घूम रहे हैं और वे किसी भी समय तुम्हें डस सकते हैं अर्थात् तुम्हारा वध कर सकते हैं।

(ब) दिन में तुम चित्तौड़ के सूरज हो कुँवर और रात में तुम राजवंश के दीपक हो।
उत्तर:
आशय-पन्ना धाय कुँवर उदयसिंह को समझाते हुए कहती है कि तुम चित्तौड़ के सूरज हो। सूरज की तरह तुम्हारा उदय हुआ है तभी तुम्हारा नाम उदयसिंह रखा गया है। अत: दिन में तो तुम चित्तौड़ के सूरज हो और रात में तुम राजवंश के दीपक हो।

Deepdan Ekanki Answers MP Board Class 9th प्रश्न 2.
“लाल तुम्हारी माला मैं नहीं गूंथ सकी। तुम्हारा जीवन अधूरा होने जा रहा है तो माला कैसे पूरी होगी” इस वाक्य में छिपी करुणा को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
पन्ना धाय को जब यह पूरा विश्वास हो जाता है कि बनवीर विक्रमादित्य की हत्या के पश्चात् अगला निशाना उदयसिंह को ही बनायेगा तो वह अपनी चतुराई से कीरतबारी के सहयोग से उदयसिंह को तो सुरक्षित स्थान पर पहुँचा देती है पर इस रहस्य को छिपाये रखने के लिए कुँवर उदयसिंह की शैया पर अपने इकलौते पुत्र चन्दन को सुला देती है। चन्दन सोने से पूर्व अपनी टूटी हुई माला को गूंथने की बात कहता है तो धाय माँ उसे कल गूंथने का आश्वासन देकर सुला देती है। लेकिन अब उसके हृदय में चन्दन की होने वाली हत्या की आशंका से अनेकानेक भाव उत्पन्न होते हैं और उन्हीं विचारों में खोकर वह कहने लग जाती है कि हे लाल ! तुम्हारी माला मैं नहीं गूंथ सकी। अत्याचारी बनवीर के हाथों तुम्हारा जीवन अधूरा होने जा रहा है तो फिर तुम्हारी माला गूंथकर मैं किसे पहनाऊँगी। यह कहकर उसके हृदय में करूणा का ज्वार उठने लगता है।

Deepdan Ki Kahani MP Board Class 9th प्रश्न 3.
इस एकांकी में निहित पन्ना धाय के त्याग व एकनिष्ठा के भाव का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
‘दीपदान’ एकांकी की प्रधान पात्र पन्ना धाय है। पन्ना धाय में अपूर्व बलिदान एवं त्याग की भावना है। उसके मन मानस में स्वामिभक्ति की भावना कूट-कूट कर भरी हुई है। इसी भावना के वशीभूत होकर वह राजवंश के अन्तिम दीपक उदयसिंह की प्राण रक्षा के लिए अपना सब कुछ बलिदान कर देती है। उसके जीवन में कर्त्तव्यपालन सर्वोपरि है।

उसका त्याग अभूतपूर्व है। उसके त्याग में स्वार्थ की गन्ध नहीं है। राजवंश के उत्तराधिकारी उदयसिंह की प्राणरक्षा के लिए वह अपने इकलौते पुत्र चन्दन की बलि दे देती है। चन्दन को मौत की शैया पर सुलाते समय वह कहती है-“दीपदान! अपने जीवन का दीप मैंने रक्त की धारा में तैरा दिया है। ऐसा दीपदान भी किसी ने किया है?” निश्चय ही ऐसा दीपदान कोई भी नहीं कर सका। यह उसका अपूर्व त्याग था। इस प्रकार हम कह सकते हैं कि पन्ना धाय में एकनिष्ठ स्वामिभक्ति की भावना एवं अपूर्व त्याग था।

दीपदान भाषा अध्ययन

प्रश्न 1.
निम्नलिखित शब्दों में से कुछ शब्दों की वर्तनी अशुद्ध है, उन्हें शुद्ध कीजिए
चित्तौड़, प्रस्थान, इर्ष्या, विक्रमादीत्य, कुंवरजी, अन्नदाता, शैया, अट्ठास, राजपुतानी, शीर्षक, छत्राणी।
उत्तर:
MP Board Class 9th Hindi Navneet Solutions एकांकी Chapter 1 दीपदान img 1

प्रश्न 2.
निम्नलिखित शब्दों के विलोम शब्द लिखिएउदय, जीवन, इच्छा, ईर्ष्या, रात।
उत्तर:
MP Board Class 9th Hindi Navneet Solutions एकांकी Chapter 1 दीपदान img 2

प्रश्न 3.
एकांकी में आए शब्द सोना, जाल आदि अनेकार्थी शब्द हैं। पाठ में आए ऐसे ही अनेकार्थी शब्द छाँटकर उनके दो-दो अर्थ लिखिए।
उत्तर:
शब्द            अर्थ
सोना       – निद्रा, धातु का नाम
लाल       – पुत्र, रंग का नाम
ताल        – तालाब, पग चाल
काल       – समय, मृत्यु
जाल       – धोखा, पाश
जवान     – नवयुवक-युवती, वाणी
पहाड़     – पर्वत, रुकावट
सूरज      – सूर्य, कुल के सूरज या देश के सूरज
बारी       – क्रम, नाई, जाति का कर्मी
दीपक     – दीया, कुल के दीपक
उजाला    – प्रकाश, वंश को चलाने वाला
तिनका    – छोटा व्यक्ति, घास।

प्रश्न 4.
निम्नलिखित शब्दों में से तत्सम और तद्भव अलग-अलग करके लिखिए।
उत्तर:
तत्सम शब्द – शैय्या, कक्ष, उदय, दासी, दीपक, प्रस्थान, पुत्र, लता।
तद्भव शब्द – सूरज, रात, भोजन, नाच, पैर, पत्थर, सिर।

दीपदान पाठ का सारांश

चित्तौड़ के महाराणा साँगा की मृत्यु के पश्चात् उनका पुत्र ‘उदयसिंह’ राज्य का उत्तराधिकारी था पर उसकी अवस्था छोटी होने के कारण राज्य का उत्तरदायित्व विक्रमादित्य को दिया गया। पर जनता, सरदार एवं सामन्त उनके व्यवहार से दुःखी थे। बनवीर महाराणा साँगा के छोटे भाई पृथ्वीसिंह की दासी का पुत्र था। विक्रमादित्य के कुशासन से जब सब लोग परेशान थे तो बनवीर ने एक षड्यंत्र रचकर चित्तौड़ में ‘दीपदान’ उत्सव का आयोजन किया।

पन्नाधाय कुँवर उदयसिंह की संरक्षिका है। कुँवर उदयसिंह को जब दीपदान उत्सव के आयोजन की खबर लगती है तो वह पन्नाधाय से उत्सव में जाने की जिद्द करता है। पन्ना दूरदर्शी थी अत: किसी अनिष्ट की आशंका के कारण वह उदयसिंह को उत्सव में शामिल होने के आज्ञा नहीं देती है। इस पर उदयसिंह क्रोधित होकर अपने शयन कक्ष में चला जाता है।

इसी समय रावल रूपसिंह की परम सुन्दरी बेटी बनवीर के इशारे पर उदयसिंह को उत्सव में ले जाने का प्रयास करती है पर पन्नाधाय उसको भी फटकार कर भगा देती है।

इसी समय पन्नाधाय के तेरह वर्षीय पुत्र चन्दन का आगमन होता है। पन्ना उससे भोजन का आग्रह करती है पर चन्दन उदयसिंह के बिना भोजन नहीं करना चाहता है। उसी क्षण चीखते हुए तथा बेचैन दशा में दासी साँवली आती है और वह पन्नाधाय को यह बताती है कि बनवीर ने कुछ सैनिकों को अपने साथ मिलाकर राजा विक्रमादित्य की हत्या कर दी है और अब उसका अगला लक्ष्य उदयसिंह है। अतः उसे उदयसिंह की रक्षा करनी चाहिए। पन्ना उदयसिंह की रक्षा के लिए प्राणपण से तैयार हो जाती है। इसी समय कीरतबारी नामक नाई कुँवर उदयसिंह की झूठी पतल उठाने के लिए पन्ना धाय के कक्ष में प्रवेश करता है। कीरतबारी देशभक्त था अतः पन्ना उसे विश्वास में लेकर घटित घटनाक्रम को समझा देती है। साथ ही वह उदयसिंह की रक्षा हेतु उदयसिंह को झूठी पतलों की टोकरी में लिटाकर तथा ऊपर से झूठे पत्तलों से ढककर उदयसिंह को राजमहल से निकाल ले जाने की योजना बनाती है।

कीरतबारी टोकरी में उदयसिंह को सुलाकर तथा झूठी पत्तलों से ढककर महल से बाहर ले जाता है। कुँवर उदयसिंह के बिछौने पर वह अपने पुत्र चन्दन को सुला देती है। चन्दन को कुँवर उदयसिंह के बिछौने पर सुला देने के पश्चात् पन्ना धाय का मातृहृदय भावी अनिष्ट की आशंका से व्याकुल होकर रुदन करने लगता है। इसी समय मदिरा के नशे में चूर होकर बनवीर अपने हाथ में विक्रमादित्य के खून से सनी हुई तलवार लेकर आता है और उदयसिंह के बारे में पूछता है। पन्ना को जब उसका इरादा पता चल गया तो वह बनवीर से उदयसिंह के प्राणों की भिक्षा माँगती है।

क्रूर बनवीर से उदयसिंह के बदले पन्ना को जागीर देने की बात कहता है लेकिन पन्ना इस प्रस्ताव को ठुकरा देती है और उस पर अपने कटार से प्रहार करती है। बनवीर कटार छीन लेता है और आगे बढ़कर शैय्या पर सोये हुए चन्दनसिंह को उदयसिंह समझकर तलवार से प्रहार करता है। पन्ना चीखकर बेहोश हो जाती है। इस प्रकार पन्नाधाय अपने अभूतपूर्व, त्याग, कर्त्तव्यपालन एवं बलिदान द्वारा अपने राजा के पुत्र के प्राणों की रक्षा करती है। यहीं एकांकी समाप्त हो जाती है।

MP Board Class 9th Hindi Solutions

MP Board Class 7th Special English Solutions Chapter 12 Ramkrishna Paramhansa

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MP Board Class 7th Special English Solutions Chapter 12 Ramkrishna Paramhansa

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Ramkrishna Paramhansa Text Book Exercise

Read and Learn

Mp Board Solution Class 7th English

Comprehension

A. Answer the questions given below:

Mp Board Class 7th English Chapter 12 Question 1.
Why was the Ramakrishna mission established?
Answer:
The Ramakrishna mission was established to run many schools and colleges in India, to help the poor and to educate the young.

Class 7th English Chapter 12 MP Board Question 2.
Why is quarrelling in the name of religion foolish?
Answer:
All the religions lead to the same goal. They also teach the same truth. In fact, people worship the same God under different names. Therefore, quarrelling in the name of religion is foolish.

Class 7 English Chapter 12 MP Board Question 3.
What kind of life did Sri Ramakrishna live as a temple priest?
Answer:
As a temple priest Sri Ramakrishna spent all his time in the service of ‘Kali’ the Divine Mother whom he worshipped out of religious duty. He lived a happy and a deeply religious life. He spent days and nights in prayer. He led a very hard life. He often went without food and water and ruined his health.

Class 7 English Chapter 12 Shri Ramakrishna Paramhansa MP Board Question 4.
What did he do to understand Islam and Christianity?
Answer:
To Understand Mam he lived the life of a pious Muslim. During this period he offered namaz five times every day like a true Muslim. To understand Christianity he lived the disciplined life of a Christian and had a vision of Christ. He understood different religions with his personal experiences.

Class 7 English Chapter 12 Question Answer MP Board Question 5.
How did Narendra prove to himself that his master disliked money?
Answer:
Narendra desired to know what would happen if his guru (Sri Ramakrishna) happened to touch money. One day Sri Ramakrishna was asleep. Narendra touched him with a coin. Suddenly Sri Ramakrishna’s hand became bent. His body appeared to be in great pain. Thus, Narendra proved to himself that his master disliked money.

Class 7 Chapter 12 English MP Board Question 6.
What was the early name of Swami Vivekananda?
Answer:
Narendra was the early name of Swami Vivekananda.

B. Read the following and tick true (T) or (F) false:

  1. The Ramarkishna mission does a lot of work to help the poor and to educate the young. T / F
  2. Sri Ramakrishna was not a religious man. T / F
  3. Sri Ramakrishna was born in 1936. T / F
  4. Sri Ramakrishna used to spend about twenty hours with visitors. T / F

Answer:

  1. True
  2. False
  3. True
  4. True.

Word Power

A. Fill in the blank spaces with the words given below:
(Christian, teachings, priest, disciplined, religious, university, flocked)

  1. Gandhiji was a …………. man.
  2. Mother Teresa was a ……….. saint.
  3. The ………… of Sri Ramakrishna were very important.
  4. The Indira Gandhi Open University is a world famous ………….
  5. All the students should always be ………..
  6. People always …………. around Gandhiji.
  7. He is a ……….. in a temple.

Answer:

  1. religious
  2. Christian
  3. teachings
  4. university
  5. disciplined
  6. flocked
  7. priest

B. Match the following collective nouns with the group for:
Class 7th English Mp Board
Answer:
1. → (e)
2. → (a)
3. → (d)
4. → (c)
5. → (g)
6. → (b)
7. → (f)
8. → (h)

Grammar in Use

A. Use dis as a prefix with the words given below and form new words.
Answer:
Class 7 English Lesson 12 MP Board

B. Now use above words with the prefix in the given sentences:

  1. Mr. Natwarlal is a …………. man.
  2. I ……….. eating Kachoris.
  3. The Principal is …………. with his peon.
  4. You shouldn’t ………….. your parents and teachers.
  5. We ……….. with their arguments.
  6. Don’t ………… a priest.
  7. The aeroplane flies at a very high speed and it soon ………… in the sky.
  8. People of …………. nature never come together.

Answer:

  1. dishonest
  2. dislike
  3. displeased
  4. disobey
  5. disagree
  6. distrust
  7. disappears
  8. dissimilar.

C. Study the sentences given below:
Mp Board Solution Class 7th
Now write ten sentences from the table below:
Mp Board Class 7 English Solutions
Answer:

  1. We ought to be honest and truthful.
  2. We ought to pray every day.
  3. We ought to live like brothers.
  4. We ought to help the poor and the weak.
  5. We ought not to forget that God has many names.
  6. We ought not to be lazy and careless.
  7. People ought not to forget that God has many names.
  8. People ought not to be lazy and careless.
  9. You ought to help the poor and the weak.
  10. You ought not to be lazy and careless.

Let’s talk

Mp Board Class 7 English Chapter 12 Pair activity :
Talk to your partner about the things you ought to/ought not to do. Then use the following phrases in sentences of your own (use ought to/ought not to) obey parents, respect elders, tease the animals, help a blind man to cross the road, avoid duty,
Example: 1. We ought to obey our parents.
Answer:
Ought to:

  1. We ought to respect our elders.
  2. We ought not to tease the animals.
  3. We ought to help a blind man to cross the road.
  4. We ought not to avoid duty.

Other Sentences (Do’s):

  1. We ought to get up early in the morning.
  2. We ought to serve our parents.
  3. We ought to respect our neighbours.
  4. We ought to love our class-mates.
  5. We ought to show regard to senior citizens.

English Class 7 Chapter 12 MP Board Don’ts:

  1. We ought not to prick others’ feelings.
  2. We ought not to harm anybody.
  3. We ought not to show greed.
  4. We ought not to wander aimlessly.
  5. We ought not to waste our time and money.

Let’s Write

A. You are a cricket player of your school team. Give a set of three or four rules of the game using ought to and ought not to.
Answer:

  1. The baller ought not to cross the crease- line while bowling.
  2. The baller ought not to throw the ball above chest height of the batsman.
  3. We ought to obey the orders of the umpire.
  4. We ought to play a fair game.

Let’s Do It

A. Collect more information about the following:
Swami Vivekananda and Mother Teresa Write the collected information in sentences of your own. Paste their pictures in your scrap book.
Answer:
For Self-attempt.

Ramakrishna Paramhansa Word Meanings

Mp Board Class 7th English

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MP Board Class 12th Special Hindi Sahayak Vachan Solutions Chapter 2 गौरा

MP Board Class 12th Special Hindi सहायक वाचन Solutions Chapter 2 गौरा (रेखाचित्र, महादेवी वर्मा)

गौरा अभ्यास प्रश्न

गौरा पाठ के प्रश्न उत्तर MP Board Class 12th प्रश्न 1.
प्रस्तुत रेखाचित्र के अनुसार गौरा के शारीरिक सौन्दर्य और मृदुल स्वभाव का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
‘गौरा’ लेखिका के घर पली हुई गाय की बछिया थी। वह अत्यन्त सुन्दर एवं आकर्षक थी। पुष्ट लचीले पैर, भरे पुढे, चिकनी भरी हुई पीठ,लम्बी सुडौल गर्दन, निकलते हुए छोटे-छोटे सींग, भीतर की लालिमा की झलक देते हुए कमल की दो अधखुली पंखुड़ियों जैसे कान, लम्बी और अंतिम छोर पर सघन चामर का बोध कराने वाली पूँछ, सब कुछ साँचे में ढला हुआ-सा था। गाय को मानो इटैलियन मार्बल में तराशकर उस पर ओप दी गई हो। गौरा के गौर-वर्ण को देखकर ऐसा लगता था, मानो उसके रोमों पर अभ्रक का चूर्ण मल दिया गया हो, जिसके कारण जिधर आलोक पड़ता था, उधर विशेष चमक पैदा हो जाती थी। गौरा वास्तव में बहुत प्रियदर्शन थी, विशेषकर उसकी काली बिल्लौरी आँखों का तरल सौन्दर्य तो दृष्टि को बाँधकर स्थिर कर देता था। चौड़े, उज्ज्वल माथे और लम्बे मुख पर आँखें बर्फ में नीले जल के कुण्डों के समान लगती थीं।

अपने आगमन के कुछ ही दिनों में गौरा लेखिका के घर में पल रहे अन्य पशु-पक्षियों से इतनी घुल-मिल गई कि वे सभी अपनी लघुता एवं विशालता का अन्तर भूलकर उसके पेट के नीचे,पैरों के मध्य एवं पीठ और माथे पर बैठकर उसके साथ खेलने लगे। यह उसके मृदुल स्वभाव का ही चमत्कार था कि प्रत्येक जीव उसमें अपना सगा-सहोदर देखने लगता है।

गोरा पाठ MP Board Class 12th प्रश्न 2.
ग्वाले ने गाय को सुई क्यों और कैसे खिला दी?
उत्तर:
गौरा के लेखिका के घर आने से पूर्व घर के लिए दूध ग्वाले द्वारा ही विक्रय किया जाता था, किन्तु गौरा के दूध देना प्रारम्भ करने से ग्वाले की बिक्री रुक गई। फलस्वरूप उसने द्वेषवश गौरा को भोजन के दौरान गुड़ में लपेटकर सुई खिला दी, जिससे गाय मर जाये और उसके दूध की बिक्री पुनः शुरू हो सके।

गोरा पाठ के प्रश्न उत्तर MP Board Class 12th प्रश्न 3.
‘दूधों नहाओ’ का आशीर्वाद किस प्रकार फलित हुआ?
उत्तर:
गौरा के माँ बनने पर लेखिका के घर मानो दुग्ध महोत्सव आरम्भ हो गया। गौरा प्रातःसायं मिलाकर बारह सेर के लगभग दूध देती थी। उसके बछड़े लालमणि के लिए कई सेर दूध छोड़ देने पर भी इतना अधिक दूध बच जाता था कि आस-पास के बाल-गोपाल से लेकर पालित कुत्ते-बिल्ली एवं अन्य पशु-पक्षियों तक पर माना ‘दूधों नहाओ’ का आशीर्वाद फलित हो उठा। तात्पर्य यह है कि सभी के लिए प्रचुर मात्रा में दूध उपलब्ध हो गया था।

Gora Hindi Chapter Question Answer MP Board Class 12th प्रश्न 4.
दूध दुहने की समस्या का स्थायी समाधान किस प्रकार निकाला गया?
उत्तर:
गौरा के माँ बनने पर सव प्रसन्न तो थे, किन्तु दूध दुहने की एक बड़ी समस्या उठ खड़ी हुई थी। प्रारम्भ में तो इधर-उधर से किसी तरह कुछ प्रबन्ध किया गया, किन्तु अब दुग्ध दोहन की समस्या स्थायी समाधान चाहती थी। नौकरों में,नागरिकों में तो कोई दूध दुहना जानते ही नहीं थे और जो गाँव से आए थे, वे अनाभ्यास के कारण यह कार्य इतना भूल चुके थे कि काफी समय लगा देते थे। इस समस्या के स्थायी समाधान के लिए उस ग्वाल को बुलाया गया जो गौरा के लेखिका के घर आने से पूर्व दूध दिया करता था। उसकी इस कार्य हेतु नियुक्ति होते ही लेखिका को दूध दुहने की समस्या का समाधान प्राप्त हो गया।

प्रश्न 5.
‘आह मेरा गोपालक देश’ महादेवी ने नि:श्वास छोड़ते हुए ऐसा क्यों कहा? (2009, 11, 16, 17)
उत्तर:
इस सम्पूर्ण विश्व में भारतवर्ष ही एकमात्र ऐसा देश है, जहाँ पशु-पक्षी से लेकर पत्थर तक पूजे जाते हैं। आज भी हम खाना खाने से पूर्व चिड़ियों के लिए दाना डालने एवं खाना पकाते समय ‘गाय की रोटी’ निकालना नहीं भूलते। सदैव से ही गाय हमारी संस्कृति की परिचायक एवं आराध्य रही है। उसमें हम भारतवासियों ने अपनी माँ की छवि देखी है और उसे ‘गाय माता’ की संज्ञा दी है। हमारे देश में गाय को न सिर्फ पूजा जाता है, बल्कि उसे बड़ी श्रद्धा और आदर के साथ पाला जाता है। यहाँ तक कि हमारे आराध्य भगवान श्रीकृष्ण को भी गायें अत्यन्त प्रिय थीं। हमारे शास्त्रों में भी गाय को अत्यन्त उच्च स्थान प्रदान किया गया है।

प्रस्तुत रेखाचित्र में लेखिका अपनी पालतू गाय के यूँ अचानक बिछोह की असहनीय पीड़ा को सहन करने के प्रयास में जब गहरी साँस लेती है तो सहसा उसके मुख से निकल पड़ता है, ‘आह मेरा गोपालक देश’ अर्थात् लेखिका को गाय पालने वालों के निर्मम स्वभाव पर अत्यधिक वेदना होती है।

प्रश्न 6.
‘गौरा’ रेखाचित्र के किस अंश ने आपको सर्वाधिक प्रभावित किया? लिखिए।
उत्तर:
वैसे तो प्रस्तुत रेखाचित्र ‘गौरा’ की एक-एक पंक्ति का शिल्प पाठक को बाँधकर रखने में पूर्णतः सक्षम है,परन्तु फिर भी याद इनमें से सर्वाधिक रोचक एवं पसन्द के अंश की बात की जाये तो हमें इस रेखाचित्र का वह अंश अत्यन्त पसन्द है,जबकि गौरा मृत्यु से संघर्ष करते हुए किस प्रकार यातनाप्रद दिन व्यतीत करती है। गौरा को यूँ मौत के मुख में जाते देख सभी उदास हैं,फिर वह चाहे लेखिका हों, नौकर-चाकर हों,चिकित्सक हों अथवा उसके साथ दिन-रात खेल-करतब करने वाले अन्य पालित पशु-पक्षी। सब-के-सब इसी आशा-अपेक्षा से प्रयत्नरत हैं, जिससे गौरा को असमय मृत्यु से बचाया जा सके। वास्तव में, इस मार्मिक अंश का इतना संवेदनशील एवं संजीदा चित्रण किया गया है कि आँखों के समक्ष एक दृश्य-सा उत्पन्न हो जाता है और पाठक बिना एक भी साँस लिये अथवा बिना कहीं भी रुके, सम्पूर्ण अंश को करुण-भाव के साथ पढ़ता चला जाता है। इस अंश का इतना सजीव चित्रण निश्चित रूप से महादेवी वर्मा की प्रबल लेखनी द्वारा ही सम्भव है।

गौरा अति लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
गौरा के घर आने पर उसका स्वागत किस प्रकार किया गया?
उत्तर:
गाय जब लेखिका के घर पहुंची तब लेखिका के परिचितों और परिचायकों में श्रद्धा का ज्वार-सा उमड़ गया । उसे लाल-सफेद गुलाबों की माला पहनाई गई,केशर-रोली का बड़ा सा टीका लगाया गया,घी का चौमुखा दिया जलाकर आरती उतारी गई और उसे दही-पेड़ा खिलाया गया।

प्रश्न 2.
डॉक्टरों ने गौरा को सेब का रस पिलाने का सुझाव क्यों दिया?
उत्तर:
डॉक्टरों ने गौरा को सेब का रस पिलाने का सुझाव इसलिए दिया कि जिससे सुई पर कैल्शियम की परत जम जाने से उसके बचने की सम्भावना बनी रहे।

गौरा पाठ का सारांश

सुप्रसिद्ध कवयित्री एवं लेखिका ‘महादेवी वर्मा’ की प्रबल लेखनी द्वारा लिखित प्रस्तुत रेखाचित्र ‘गौरा में लेखिका ने एक गाय के साथ बिताये अपने अविस्मरणीय समय का मार्मिक वर्णन किया है।

लेखिका के अनुसार ‘गौरा’ एक अति सुन्दर बछिया थी। उसका शरीर अत्यन्त सुडौल एवं आकर्षक था। उसके सुन्दर तन एवं तीखे नयन-नक्श को देखकर ही लेखिका ने उसे अपने घर पर पालने का निर्णय लिया था। प्रथम दिवस घर आगमन पर गौरा का लेखिका एवं उनके परिचितों ने आत्मिक एवं भव्य स्वागत किया तथा प्रेम से उसका नामकरण हुआ ‘गौरांगिनी’ अथवा ‘गौरा’।

कुछ ही दिनों में गौरा अपने स्वभाव एवं व्यवहार के चलते घर में पल रहे अन्य पशु-पक्षियों से इतनी घुल-मिल गई कि उनके मध्य छोटे-बड़े का कोई अन्तर ही नहीं रह गया। वह लेखिका को उसकी आवाज से ही नहीं अपितु उनके पैरों की आहट-मात्र से ही पहचानने लगी थी। एक वर्ष पश्चात् गौरा ने एक सुन्दर एवं हृष्ट-पुष्ट पुत्र को जन्म दिया। बछड़े का नाम रखा गया ‘लालमणि’ लालमणि भी अपनी माँ के समान सुन्दर काया वाला प्रसन्न पशु था। गौरा के दूध से न सिर्फ लालमणि वरन् अन्य सभी पालतू पशु-पक्षी अपनी उदराग्नि को खुशी-खुशी शांत करते थे।

कुछ माह बाद अचानक गौरा ने दाना-चारा खाना बहुत कम कर दिया और वह लगातार कमजोर और निष्क्रिय होती चली गई। आस-पास एवं दूर-दराज के कई पशु-चिकित्सकों को बुलवाया गया। विभिन्न जाँचों के पश्चात् यह निष्कर्ष निकाला गया कि गाय को किसी ने द्वेषवश गुड़ में लपेटकर सुई खिला दी है,जो रक्त-संचार के साथ हृदय में पहुँचकर उसके पार हो जायेगी और इस प्रकार, कुछ ही समय में गौरा की मृत्यु निश्चित होगी।

अब गौरा का मृत्यु से संघर्ष प्रारम्भ हुआ। चिकित्सकों के परामर्श पर उसे सेब का रस पिलाया जाने लगा ताकि सुई पर कैल्शियम’ की परत जम जाने से उसके बचने की सम्भावना बन सके, किन्तु विधाता को कुछ और ही स्वीकार था। एक लम्बे यातनामय संघर्ष-पथ पर विचरण करने के पश्चात् एक दिन गौरा लेखिका, अपने पुत्र एवं अन्य पशु-पक्षियों को बिलखता छोड़कर हमेशा के लिए उनसे दूर चली गई। लेखिका ने उसके पार्थिव अवशेष को पूर्ण श्रद्धा से गंगा में प्रवाहित कर दिया।

MP Board Class 12th Hindi Solutions

MP Board Class 8th General English Solutions Chapter 6 Measure for Measure

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MP Board Class 8th General English Solutions Chapter 6 Measure for Measure

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Measure for Measure Textual Exercise

Read and Learn
(पढ़ो और याद करो):
Answer:
Do Yourself.

Word Power
(शब्द सामर्थ्य):

Replace the underlined words / phrases with correct ones from the text:
(रेखांकित शब्दों / शब्द समूहों को उद्धरण में दिए सही शब्दों से बदलें।)
Answer:

  • When they put the first morsel of food in their mouth, the people began to pant and rasp asking water again and again.
  • We dined in sumptuous surroundings.
  • Raja Varma drew images of prominent characters of men and women from the Purana’s.
  • He played a majestic part in the campaign.
  • I phoned him up on the spur of the moment.
  • Patronage of the art comes mostly from business and private individuals.
  • The king was pleased with the artist when his portrait was ready.

Comprehension
(बोध प्रश्न):

Answer the following questions:
(निम्न प्रश्नों के उत्तर दें:)

Measure For Measure Class 8 MP Board Question 1.
Who was invited to the court to draw the portrait of the King ?
(हू वॉज़ इनवाइटिड टु द कोर्ट टु ड्रौ द पोरट्रेट ऑफ द किंग ?)
राजसभा में राजा का चित्र बनाने के लिए किसे आमन्त्रित किया गया ?
Answer:
Raja Varma, a fine artist was invited to the court to draw the portrait of the King.
(राजा वर्मा, अ फाइन आर्टिस्ट वॉज़ इनवाइटिड टू द कोर्ट टू ड्रॉ द पोरट्रेट ऑफ द किंग।)
एक कलाकार जिसका नाम राजा वर्मा था, को राजा का चित्र बनाने के लिए राजसभा में बुलाया गया।

Class 8 English Chapter 6 Measure For Measure MP Board Question 2.
Why did Raja Varma become – close and dear to the King?
(व्हाय डिड राजा वर्मा बिकम क्लोज़ एण्ड डीयर टू द किंग ?)
राजा वर्मा राजा के निकट और प्रिय क्यों हो गया ?
Answer:
Raja Varma made very live portraits of the King and prominent characters from the Puranas. So he became close and dear to the King.
(राजा वर्मा मेड व्हेरी लाइव पोरट्रेट्स ऑफ द किंग एण्ड प्रॉमिनेन्ट कैरेक्टर्स फ्रॉम द पुरानाज़। सो ही बिकेम क्लोज़ एण्ड डिअर टू द किंग।)
राजा वर्मा ने राजा और पुरानों के महत्वपूर्ण पात्रों के सजीव चित्र बनाए। इसलिए वह राजा के इतने नजदीक और प्रिय बन गया।

Measure For Measure Class 8 Questions And Answers Question 3.
Why were the people unhappy with the administration of the chief minister ?
(व्हाय वर द पीपल अनहैप्पी विद द एडमिनिस्ट्रेशन ऑफ द चीफ मिनिस्टर ?)
लोग मुख्यमंत्री के प्रबन्धों से नाखुश क्यों थे ?
Answer:
Everything in the state was thrown into disorder and chaos because of Raja Varma’s hasty decisions and bad-management. So the people were unhappy.
(एवरीथिंग इन द स्टेट वॉज़ थ्रोन इनटू डिसऑर्डर एण्ड केऔस बिकॉज़ ऑफ राजा वर्मास हैस्टी डिसीज़न्स एण्ड बैड मैनेजमेन्ट। सो द पीपल वर अनहैप्पी।)
राज्य में राजा वर्मा के जल्दी निर्णय व गलत तरीकों से सब अस्त-व्यस्त हो गया। इसलिए लोग नाराज थे।

Mp Board Class 8 English Chapter 6 Question 4.
Who wanted Tenali Raman’s help?
(हू वॉन्टेड तेनाली रामन्स हैल्प ?)
तेनाली रामन की मदद कौन चाहता था ?
Answer:
The elders of the town wanted the help of Tenali Raman.
(द एलडर्स ऑफ द टाउन वॉन्टेड द हेल्प ऑफ तेनाली रामन।)
शहर के बुजुर्ग तेनाली रामन की मदद चाहते थे।

Class 8 English Chapter 6 Mp Board Question 5.
Who was given the job of preparing the food in Tenali raman’s house?
(हू वॉज़ गिवन द जॉब ऑफ प्रिपेयरिंग द फूड इन तेनाली समस?)
सिवानी रोमनके घर में खाना बनाने का काम निको दिया गया ?
Answer:
A Very good  carpenter given the job of preparing the food in Tenali raman’s house.
(अ व्हेरी गुड कारपेन्टर वॉज़ गिवन द जॉब ऑफ प्रिपेयरिंग द फूड इन तेनाली रामन्स हाउस।)
एक बहुत अच्छे बढ़ई को तेनाली रामन के घर खाना बनाने का काम दिया गया।

Mp Board Class 8 English Book Solution Question 6.
Did the cook prepare very tasty food ? If not, why?
(डिड द कुक प्रिपेयर व्हेरी टेस्टी फूड ? इफ नॉट व्हाय?)
क्या रसोईदार ने बहुत स्वादिष्ट भोजन बनाया ? यदि नहीं, क्यों?
Answer:
No, the cook did not prepare very tasty food because it is not a carpenter’s job to cook.
(नो द कुक डिड नॉट प्रिपेअर व्हेरी टेस्टी फूड बिकॉज़ इट इज नॉट अ कारपेन्टर्स जॉब टू कुक।)
नहीं, रसोईदार ने खाना ज्यादा स्वादिष्ट नहीं बनाया क्योंकि बढ़ई का काम खाना बनाना नहीं होता।

Question 7.
Why did Tenali Raman invite the king, queen and some courtiers to his house ?
(व्हॉय डिड तेनाली रामन इनवाइट द किंग, क्वीन एण्ड सम कोर्टियर्स टू हिज़ हाउस ?)
तेनाली रामन ने राजा, रानी और कुछ दरबारियों को अपने घर क्यों बुलाया ?
Answer:
Tenali Raman invited the king, the queen and some courtiers to his house for lunch as: he wanted to execute the plan which he had thought to make the King realise that the artist is not eligible to be a Chief Minister.
(तेनाली रामन इनवाइटिड द किंग, द क्वीन ऐण्ड सम कोर्टियर्स टू हिज़ हाउस फॉर लंच ऐज़ ही वॉन्टिड टू ऐक्सिक्यूट द प्लान विच ही हैड थॉट, टु मेक, द किंग रीयलाइज दैट द आर्टिस्ट इज नॉट इलिजिबल टु बी अ चीफ मिनिस्टर।)
तेनाली रामन ने राजा, रानी और दरबारियों को अपने घर खाने पर बुलाया। क्योंकि वह अपनी योजना के अनुसार राजा को अहसास दिलाना चाहता था कि कलाकार मुख्यमंत्री बनने लायक नहीं है।

Question 8.
How did the King realize his mistake ?
(हाउ डिड द किंग रियलाइज़ हिज़ मिस्टेक ?)
राजा को अपनी गलती का अहसास कैसे हुआ ?
Answer:
When Tenali Raman put a good carpenter to prepare food for the king, then the king realized his mistake.
(व्हेन तेनाली रामन पुट अ गुड कारपेन्टर टू प्रिपेअर फूड फॉर द किंग, देन द किंग रियलाइज्ड हिज मिस्टेक।)
जब तेनाली रामन ने एक बढ़ई को राजा के लिए खाना बनाने का काम दिया तो राजा को अपनी गलती का अहसास हुआ।

Question 9.
When did Raja Varma resign from his post ?
(व्हेन डिड राजा वर्मा रिजाइन फ्रॉम हिज पोस्ट ?)
राजा वर्मा ने अपने पद से कब त्यागपत्र दिया ?
Answer:
When Raja Varma came to know about the awkward incident at Raman’s house, he immediately resigned from his post. (व्हेन राजा वर्मा केम टु नो अबाउट द ऑकवर्ड इन्सीडेन्ट ऐट रामन्स हाउस, ही इमीडिएटली रिज़ाइन्ड फ्रॉम हिज , पोस्ट।)
जब राजा वर्मा को रामन के घर में हुए भद्दे किस्से के बारे में पता चला तो राजा वर्मा ने तुरन्त त्यागपत्र दे दिया।

Question 10.
Was Raja Varma happy when he was the Chief Minister of the state ? If not, why ?
(वॉज राजा वर्मा हैप्पी व्हेन ही वॉज द चीफ मिनिस्टर ऑफ द स्टेट ? इफ नॉट, व्हाय ?)
क्या राजा वर्मा खुश था.जब वह राज्य का मुख्यमंत्री था? यदि नहीं. क्यों ?
Answer:
No, Raja Varma was not happy when he was the Chief Minister of the state because he told Tenali in the end that he was happy to remain an artist.
(नो, राजा वर्मा वॉज़ नॉट हैप्पी व्हेन ही वॉज द चीफ मिनिस्टर ऑफ द स्टेट बिकॉज़ ही टोल्ड तेनाली इन द एण्ड दैट ही वॉज हैप्पी टू रिमेन एन आर्टिस्ट।)
राजा वर्मा मुख्यमंत्री के पद पर खुश नहीं था क्योंकि उसने तेनाली को अन्त में कहा कि वह कलाकार रहकर ही खुश था।

Question 11.
Select the appropriate words and fill in the blanks:
(a) The King invited ………… to the court and asked him to draw his portrait.
(i) Tenali Raman
(ii) One of the courtiers
(iii) Raja Varma
(iv) One of his Ministers.

(b) Tenali Raman did not invite ………..
(i) The king
(ii) The queen
(iii) The courtiers
(iv) Raja Varma.

Let’s Learn
(आओ याद करें):

(A) Frame Yes/No questions for the following situations:
(निम्नलिखित स्थितियों के लिए yes/no प्रश्न बनाइए:)
Answer:

  • Sunita, has Raju ever been to Bhopal ?
  • Sunita and Raju, are you going to Mahesh war ?
  • Suresh, does Mohan play tennis ?
  • Did you enjoy your holiday ?
  • Rakesh shall we both go for a walk ?
  • Ashok, will you be at the zoo today?
  • Is the train on time?
  • Sunita, can I borrow your pen ?
  • Vijay, do you have a motor bike ?

(B) What would you say in these situations:
(इन स्थितियों में आप क्या कहौंगो:)
You are talking to a boy at a party. Ask him:

(1) Name of his school.
Answer:
What is the name of your school ?

(2) His residence.
Answer:
Where do you live?

(3) His age.
Answer:
How old are you?

(4) When the course finishes.
Answer:
When will your course finish?

(5) What the date is today.
Answer:
What is the date today?

(C) Complete the conversation, put in the negative forms of the following words:
(नीचे दिये नकारात्मक शब्दों से वार्तालाप पूरा करें:)
Answer:

  1. → doesn’t
  2. → didn’t
  3. → weren’t
  4. → wasn’t
  5. → isn’t
  6. → don’t
  7. → haven’t.

(D) Change the following sentences into Negative and Interrogative sentence:
(निम्नलिखित वाक्यों को नकारात्मक एवं प्रश्नवाचक वाक्यों में बदलें:).

(1) There is a park in-front of my house.
(2) All birds fly in the sky.
(3) They will help her.
(4) We should keep our promises.
(5) The postman was delivering the letters.
(6) Ashok has written this letter.
(7) Meera is cooking the dinner.
(8) Lightning had struck the house.
(9) He has bought a new car.
(10) The farmer has sown the seeds.

Answer:
(1) Negative – There is not a park in front of my house.
Interrogative – Is there a park in front of my house?

(2) Negative – All birds do not fly in the sky.
Interrogative – Do all birds fly in the sky ?

(3) Negative – They will not help her.
Interrogative – Will they help her ?

(4) Negative – We should not keep our promises.
Interrogative – Should we keep our promises?

(5) Negative – The postman was delivering the letters.
Interrogative – Was the postman delivering the letters ?

(6) Negative – Ashok has not written this letter.
Interrogative – Has Ashok written this letter ?

(7) Negative – Meera is not cooking the dinner.
Interrogative – Is Meera cooking the dinner ?

(8) Negative – Lightning had not struck the house.
Interrogative – Had lightning struck the house?

(9) Negative – “He has not bought a new car.
Interrogative – Has he bought a new car?

(10) Negative.- The farmer has not sown the seeds.
Interrogative – Has the farmer sown the seeds ?

Let’s Talk
(आओ बात करें):
Answer:
Do Yourself.

Let’s Read
(आओ पढ़ें):

(A) Read the flow chart and answer the questions given below:

Question 1.
What do you do if there is a fault in the valve ?
Answer:
If there is a fault in the valve, we replace it.

Question 2.
What do you do after removing the wheel ?
Answer:
After removing the wheel, we remove the tube from the type.

Question 3.
How do you check the tube for leakage ?
Answer:
We pump air from the pressure machine and put the tube in water to check the leakage.

Question 4.
What do you do after you have found the leakage.
Answer:
We mark the place of leakage and take it out.

Question 5.
How do you repair the puncture ?
Answer:
We repair the tube with puncture solution and a piece of rubber.

(B) Read the passage given in the text book and answer the questions given below:

Question 1.
Who is the father of the Green Revolution of India ?
Answer:
Dr. M. S. Swaminathan.

Question 2.
How did Dr. Swaminathan bring the Green Revolution ?
Answer:
He developed seeds of high yielding varieties and brought a revolution in farming 1966.

Question 3.
What is the result of the Green Revolution ?
Answer:
Due to this, our country is now self – sufficient in food grain production especially cereals i.e., wheat, rice and maize.

Question 4.
What two things give us food grain safety ?
Answer:
We have better food grain collection and distribution network that gives us food grain safety.

Question 5.
How do we help other countries fight famine ?
Answer:
We are exporting surplus food grains to other countries and meet and their food needs.

Let’s Write
(आओ लिखो):

Use the clues in the correct form and complete the description.
(संकेतों का सही रूप में प्रयोग कर वर्णन को पूरा करें।)
Answer:
A train is coming, now. Don’t worry. This isn’t our train. The engine is making a thunderous noise. People are running here and there. The driver is peeping out. The guard is waving a red flag. The train has stopped now. All the passengers are rushing towards the compartments. They are trying to get on, while those inside the compartment are trying to get off. Some of them are shouting “Coolie ! Coolie”! Some are buying fruits. There’s so much confusion.

Let’s do it
(आओ इसे करें):
Answer:
Do Yourself.

Measure for Measure Word Meanings

Patronage (पेट्रोनेज) – संरक्षण; Portrait (पोरट्रेट) – चित्र; Majestic (मेजस्टिंक) – तेजस्वी, आकर्षक; Overwhelm (ओवरद्वैल्म) – ओत – प्रोत होना; Impulse (इमपल्स) – मनोवेग Sumptuous (सम्पच्युअस) – शानदार, वैभवशाली, भव्यः Morsel (मॉर्सल) – ग्रास, कौर, निवाला; Courteously (कर्टिअसली) – विनम्रतापूर्वक
Embarrassment ( एमबैरेसमेन्ट) – उलझन; Livid (लिविड) – क्रोधित; Pant (पैन्ट) – हाँफना; Rasp ( रैस्प) – हाँफते हुए आवाज निकालना; Inept (इनैप्ट) – अयोग्य; Error (ऐरर) – गलती; Awkward (ऑकवर्ड) – भद्दा, अकुशल। Spur (स्पर) – उसी क्षण; Chaos (केऑस) – उपद्रव; Courtiers (कोटियस) – दरबारी।

Measure for Measure Summary, Pronunciation & Translation

1. King Krishna Devaraya was known for his patronage of poets and scholars and he was equally fond of fine arts. Once he came to know about a brilliant artist named Raja Varma. He invited Raja Varma to the court and asked him to draw his portrait.

(किंग कृष्ण देवराय वॉज़ नोन फॉर हिज़ पेट्रोनेज़ ऑफ पोइट्स एण्ड स्कॉलर्स एण्ड ही वॉज़ ईक्वली फॉण्ड ऑफ फाइन आर्ट्स. वन्स ही केम टु नो अबाउट अ ब्रिलिएण्ट आर्टिस्ट नेम्ड राजा वर्मा. ही इनवाइटिड राजा वर्मा टु द कोर्ट एण्ड आस्क्ड हिम टु ड्रॉ हिज़ पोरट्रेट.)

अनुवाद:
राजा कृष्ण देवराय कवियों और विद्वानों के संरक्षक के रूप में जाने जाते थे और वह ललित कलाओं के भी बराबर प्रशंसक थे। एक बार उन्हें राजा वर्मा नामक प्रतिभाशाली चित्रकार के बारे में ज्ञात हुआ। उन्होंने राजा वर्मा को दरबार में आमन्त्रित किया और उसे अपना एक चित्र बनाने को कहा।

The king was very pleased with the artist when his portrait was ready. In the portrait the majestic and handsome king seemed to have come alive within the frame.

(द किंग वॉज़ वैरी प्लीज्ड विद द आर्टिस्ट व्हैन हिज पोरट्रेट वाज रैडी. इन द पोरट्रेट द मेजस्टिक एण्ड हैण्डसम किंग सीम्ड टु हैव कम अलाइव विदिन द फ्रेम.)

अनुवाद:
राजा कलाकार से बहुत प्रसन्न हुआ जब उसका चित्र तैयार हुआ। चित्र में प्रतापी तथा सुन्दर राजा फ्रेम में सजीव दिखाई पड़ता था।

2. This portrait apart, Raja Varma drew images of prominent characters of men and women, from the ‘Puranas’, and so on. He became well-known for his genius, and close and dear to the king. Overwhelmed with joy, Krishna Devaraya called the artist and asked him what he wanted. When Raja Varma did not reply, the king, on the spur of generous impulse, rewarded him with the chief ministership.

(दिस पोरट्रेट अपार्ट, राजा वर्मा ड्रयू इमेजेज ऑफ प्रॉमिनेंट कैरेक्टर्स ऑफ मैन एण्ड वुमैन फ्रॉम द ‘पुरानाज’ एण्ड सो ऑन. ही बिकेम वैल-नोन फॉर हिज जीनियस, एण्ड क्लोज। एण्ड डीयर टु द किंग. ओवरव्हेल्म्ड विद जॉय, कृष्ण देवराय कॉल्ड द आर्टिस्ट एण्ड आस्क्ड हिम व्हॉट ही वान्टेड. व्हेन राजा वर्मा डिड नॉट रिप्लाइ, द किंग, ऑन द स्पर ऑफ जनरस इम्पल्स, रिवार्डेड हिम विद द चीफ मिनिस्टरशिप.)

अनुवाद:
इस चित्र के अलावा राजा वर्मा ने और भी पुराणों के प्रमुख स्त्री एवं पुरुष पात्रों के चित्र बनाए। वह अपनी प्रतिभा के कारण राजा का प्रिय व नजदीकी बन गया। अत्यधिक प्रसन्नता के साथ कृष्ण देवराय ने कलाकार को बुलाया और उससे पूछा कि वह क्या चाहता है। जब राजा वर्मा ने उत्तर नहीं दिया तो राजा ने तुरन्त उदारतावश उसे मुख्यमंत्री के पद से पुरस्कृत किया।

3. Though Raja Varma was a good man and a brilliant artist, he had no experience whatsoever of administration. Soon everything was thrown into disorder and chaos because of his hasty decisions and bad management of the state affairs. Though people were unhappy with his administration, they did not dare complain to the king because the king was very fond of him. The elders of the town finally approached and sought Tenali Raman’s help in getting rid of the new and inept Chief Minister. Tenali Raman assured them, “I shall soon find a harmless way to remove the artist from the Chief ministership.”

(दो राजा वर्मा वॉज़ अ गुड मैन एण्ड अ ब्रिलिएण्ट आर्टिस्ट, ही हैड नो एक्सपीरिएन्स व्हाटसोएवर ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन. सून ऐवरीथिंग वॉज थ्रोन इनटु डिसआर्डर एण्ड केओज बिकॉज ऑफ हिज़ हेस्टी डिसीज़न्स एण्ड बैड मैनेजमेंट ऑफ द स्टेट अफेयर्स दो पीपुल वर अनहैपी विद हिज़ एडमिनिस्ट्रेशन, दे डिड नॉट डेअर कम्पलेन टु द किंग बिकॉज़ द किंग वाज़ वैरी फॉण्ड ऑफ हिम. द ऐल्डर्स ऑफ द टाउन फाइनली अप्रोच्ड एण्ड सॉट तेनाली रामन्स हैल्प इन गैटिंग रिड ऑफ द न्यू एण्ड इनेप्ट चीफ मिनिस्टर. तेनाली रामन एश्योर्ड दैम, “आइशैल सून फाइण्ड अ हार्मलैस वे टु रिमूव द आर्टिस्ट फ्रॉम द चीफ मिनिस्टरशिप.”)

अनुवाद:
यद्यपि राजा वर्मा एक अच्छा व्यक्ति और कुशल कलाकार था, उसको प्रशासन का कोई अनुभव नहीं था। जल्दी ही, उसके जल्दबाजी में लिए गये निर्णयों और राज-काज के गलत प्रशासन के कारण सब कुछ अस्त-व्यस्त हो गया। यद्यपि लोग उसके प्रशासन से अप्रसन्न थे, वे राजा से शिकायत करने का साहस नहीं जुटा सके क्योंकि राजा उससे अधिक प्यार करता था। अन्त में शहर के बुजुर्ग तेनाली रामन के पास गये और नये व अयोग्य मुख्यमन्त्री से छुटकारा पाने में उसकी सहायता माँगी। 1 तेनाली रामन ने उन्हें आश्वासन दिया, “मैं मुख्यमंत्री पद से कलाकार को हटाने का एक हानिरहित तरीका जल्दी ही निकाल लूँगा।”.

4. After a few weeks Tenali Raman invited the king, the queen and some courtiers to his house for lunch. Meanwhile, he found a very good carpenter and put him on the job of preparing a sumptuous feast for the king. · The king and others sat for lunch and at Tenali Raman’s order, the carpenter began serving them. As soon as they put the first morsel of food in their mouths, the people began to pant and rasp, asking for water again and again.

(आफ्टर अ फ्यू वीक्स तेनाली रामन इनवाइटिड द किंग, द क्वीन एण्ड सम कोर्टियर्स टु हिज हाउस फॉर लंच. मीनव्हाइल, ही फाउण्ड अ वैरी गुड कारपेन्टर एण्ड पुट हिम ऑन द जॉब ऑफ प्रिपेयरिंग अ सम्पटस फीस्ट फॉर द किंग. द किंग एण्ड अदर्स सैट फॉर लंच एण्ड ऐट तेनाली रामन्स ऑर्डर, द कारपेन्टर बिगेन सर्विंग दैम. ऐज़ सून ऐज़ दे पुट द फर्स्ट मॉर्सल ऑफ फूड इन देअर माउथ्स, द पीपुल बिगेन टु पैंट एण्ड रैस्प, आस्किंग फॉर वाटर अगेन एण्ड अगेन.)

अनुवाद:
कुछ सप्ताह बाद तेनाली रामन ने राजा, रानी और कुछ दरबारियों को भोजन के लिए अपने घर पर आमन्त्रित किया। इस अवधि में उसने एक बहुत अच्छा बढ़ई ढूँढ़ा और राजा के लिये एक शानदार भोज की तैयारी का काम उसे सौंप दिया। राजा और अन्य लोग भोजन के लिए बैठ गए और तेनाली रामन के आदेश पर बढ़ई उन्हें खाना परोसने लगा। जैसे ही उन्होंने भोजन का पहला कौर अपने मुँह में डाला लोग बार-बार पानी माँगते हुए हाँफने और अजीब सी आवाजें निकालने लगे।

5. Soon after tasting the food, the king realized that the food was badly cooked and was unbearably hot. He was livid.

(सून आफ्टर टेस्टिंग द फूड, द किंग रियलाइज्ड दैट द फूड वॉज़ बैडली कुक्ड एण्ड वॉज़ अनबीयरेब्ली हॉट. ही वॉज़ लिविड.)

अनुवाद:
जल्दी ही भोजन का स्वाद लेने के बाद राजा को एहसास हुआ कि खाना बेहद खराब था और उसमें अत्यधिक मिर्च थी। वह अत्यधिक नाराज हो गया।

6. “Raman, who has cooked this food ? Do you want us all to suffer and die by eating this horrible food ?” In his usual humble way Tenali Raman said, “I I beg your Majesty’s forgiveness.” Then he showed the In carpenter to the king. “I have never come across such at excellent carpenter and I have put him on the job of cooking the lunch for today’s feast.”

(रामन, हू हैज कुक्ड दिस फूड ? डू यू वॉन्ट अस ऑल टु सफर एण्ड डाइ बाइ ईटिंग दिस हॉरिबल फूड ?” इन हिज़ यूजुअल हम्बल वे तेनाली रामन सैड, “आइ बैग योर मैजस्टीज़ फॉरगिवनैस.” दैन ही शोड द कारपेन्टर टु द किंग. “आइ हैव नैवर कम अक्रॉस सच एन एक्सीलेंट कारपेन्टर एण्ड आइ हैव पुट हिम ऑन द जॉब ऑफ कुकिंग द लन्च फॉर टुडेज़ फीस्ट.”)

अनुवाद:
“रामन, किसने यह भोजन पकाया है ?” क्या तुम हम सभी को इस भयंकर खराब भोजन को खिलाकर बीमार करना या मारना चाहते हो ?”
सदैव की तरह नम्रता के साथ तेनाली रामन ने कहा, “मैं हुजूर से क्षमा चाहता हूँ”. तब उसने राजा को बढ़ई को दिखाया। “मैंने इससे अच्छा बढ़ई आज तक नहीं देखा है और आज के भोज के लिए खाना पकाने का काम मैंने इसे ही सौंपा था।”

7. The king began laughing loudly. “Have you lost all sense, Raman ? A good carpenter should be employed to work on wood but not on food. How did you get this funny idea ?” Tenali Raman asked the king courteously, “Lord! If an artist can become a chief minister, can’t a carpenter become a cook ?” The king at once understood that Tenali Raman got a carpenter to make him realize his error in making Raja Varma the chief minister.

(द किंग बिगैन लाफिंग लाउडली. हैव यू लॉस्ट ऑल सैन्स, रामन ? अ गुड कारपेन्टर शुड बी एम्पलॉयड टु वर्क ऑन वुड बट नॉट ऑन फूड. हाउ डिड यू गैट दिस फनी आइडिया ?” तेनाली रामन आस्क्ड द किंग कर्टियसली, “लॉर्ड ! इफ एन आर्टिस्ट कैन बिकम अ चीफ मिनिस्टर, कॉन्ट अ कारपेन्टर बिकम अ कुक ?” द किंग ऐट वन्स अन्डरस्टुड दैट तेनाली रामन गॉट अ कार्पेन्टर टु मेक हिम रियलाइज़ हिज एरर इन मेकिंग राजा वर्मा द चीफ मिनिस्टर.)

अनुवाद:
राजा जोर से हँसने लगा। “रामन, क्या तुम्हारा विवेक चला गया है ? एक अच्छे बढ़ई को लकड़ी का काम करने के लिए रखना चाहिए न कि भोजन के लिए। तुम्हें यह हास्यास्पद विचार कैसे सूझा ?” तेनाली रामन ने राजा से विनम्रता से पूछा, “महाराज, यदि एक कलाकार मुख्यमंत्री बन सकता है तो एक बढ़ई रसोइया क्यों नहीं बन सकता है ?” राजा तुरन्त समझ गया कि तेनाली रामन राजा वर्मा को मुख्यमंत्री बनाने की उसकी गल्ती का एहसास कराने के लिए ही एक बढ़ई को लायें।

8. The king was saved the embarrassment of removing Raja Varma from the post, because, when Raja Varma came to know about the awkward incident at Raman’s house, he immediately resigned from his post. Later Raja Varma told Tenali Raman that he was happy to remain an artist.

(द किंग वॉज़ सेव्ड द एम्बैरेसमेंट ऑफ रिमूविंग राजा वर्मा। फ्रॉम द पोस्ट, बिकॉज, व्हेन राजा वर्मा केम टु नो अबाउट द ऑकवर्ड इन्सीडेंट ऐट रामन्स हाउस, ही इमीडिएटली रिज़ाइन्ड फ्रॉम हिज पोस्ट. लेटर राजा वर्मा टोल्ड तेनाली रामन दैट ही वॉज हैपी टु रिमेन एन आर्टिस्ट.)

अनुवाद:
राजा वर्मा को पद से हटाने की परेशानी से राजा। कृष्ण देव राय बच गये क्योंकि जब राजा वर्मा को रामन के घर में घटित अप्रिय घटना के बारे में मालूम हुआ तो उसने तुरन्त अपने पद से त्याग-पत्र दे दिया। बाद में राजा वर्मा ने तेनाली रामन से कहा कि वह कलाकार बने रहने में ही प्रसन्न है।

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MP Board Class 12th Hindi Makrand Solutions Chapter 12 हिमालय और हम

MP Board Class 12th Hindi Makrand Solutions Chapter 12 हिमालय और हम (कविता, गोपाल सिंह ‘नेपाली’)

हिमालय और हम पाठ्य-पुस्तक पर आधारित प्रश्न

हिमालय और हम लघु उत्तरीय प्रश्न

हिमालय और हम कविता का प्रश्न उत्तर MP Board Class 12th Hindi प्रश्न 1.
हिमालय को धरती का ताज क्यों कहा है?
उत्तर:
क्योंकि हिमालय की संसार में सबसे ऊँची चोटी है। उसकी चोटी धरती पर ताज की तरह सुशोभित है।

Himalaya Aur Hum Question Answer MP Board Class 12th Hindi प्रश्न 2.
कवि ने गंगाजल की क्या विशेषता बताई है?
उत्तर:
गंगाजल बचपन की भाँति पवित्र और निर्मल है।

हिमालय और हम कविता का सारांश MP Board Class 12th Hindi प्रश्न 3.
“इसका पद-सल छूनेवाला वेदों की गाथा गाता है” इस पंक्ति से कवि का क्या आशय है?
उत्तर:
आशय-हिमालय पर्वत की तलहटी में वेदों की ऋचाएँ रची गईं और उच्चरित हुईं।

हिमालय और हम दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

Himalaya Aur Hum Question Answers MP Board Class 12th Hindi प्रश्न 1.
कवि ने हिमालय से हमारे कई संबंध बताए हैं, उनमें से किन्हीं तीन का उल्लेख कीजिए।
उत्तर:

  1. हिमालय पर्वत पर जिस प्रकार प्रभात और संध्या की लालिमा समान होती, दूसरे शब्दों में, हिमालय का सौंदर्य दोनों समय एक समान होता है, उसी प्रकार भारतीय सुख-दुख हो समान भाव से ग्रहण करते हैं।
  2. हिमालय पर्वत की भाँसि भारतवासी भी अटल, अडिग और अविचल हैं।
  3. हिमालय तूफानों से लड़ने में समर्थ है, तो लड़ने की यह शक्ति प्रत्येक भारतीय के पास है।

Himalaya Aur Hum Poem Question Answer MP Board Class 12th Hindi प्रश्न 2.
निम्नलिखित पंक्तियों का भाव स्पष्ट कीजिए –
जब-जब जनता को विपदा दी
तब-तब निकले लाखों गाँधी
तलवारों-सी टूटी आँधी।
उत्तर:
जब भी किसी शासन-व्यवस्था ने भारत की जनता पर अन्याय और अत्याचार कर उसे संकट में डाला और उसे दुःख दिए, तब-तब ही जनता की विपत्तियों को दूर करने के लिए और दुःखों से मुक्ति दिलाने के लिए लाखों सत्याग्रही घर-बार की चिंता छोड़कर निकल पड़े।

हिमालय और हम भाव-पल्लवन

Himalaya Aur Hum Summary MP Board Class 12th Hindi प्रश्न 1.
निम्नलिखित पंक्ति का भाव-विस्तार कीजिए”है अमर हिमालय धरती पर, तो भारतवासी अविनाशी”। (M.P. 2010)
उत्तर:
जिस प्रकार पृथ्वी पर हिमालय पर्वत अमर है, उसी प्रकार भारत में रहने वाले भारतीय भी अमर हैं, शाश्वत हैं। हिमालय पर्वत कभी नष्ट होने वाला नहीं है, इस तरह भारतीयों का भी कभी नाश नहीं हो सकता। जब तक हिमालय पर्वत का अस्तित्व है, तब तक भारतीयों का भी अस्तित्व बना रहेगा।

हिमालय और हम भाषा-अनुशीलन

Himalaya Aur Hum Poem Summary In Hindi MP Board Class 12th प्रश्न 1.
‘बच्चा’ मूल शब्द में ‘पन’ प्रत्यय लगाकर ‘बचपन’ शब्द बना है। इसी प्रकार ‘पन’ प्रत्यय लगाकर तीन शब्द बनाइए –
उत्तर:
हिमालय और हम कविता का प्रश्न उत्तर MP Board Class 12th Hindi

Himalaya Aur Hum Ka Bhavarth MP Board Class 12th Hindi प्रश्न 2.
निम्नलिखित शब्दों में प्रयुक्त उपसर्ग छाँटकर लिखिए –
परदेश, संदेश, अविनाशी, अविचल, प्रभात।
उत्तर:
पर, सम्, अ, अ, प्र।

Himalaya Aur Hum Kavita MP Board Class 12th Hindi प्रश्न 3.
निम्नलिखित शब्दों के दो-दो पर्यायवाची शब्द लिखिए –
पर्वत, सागर, बांदल, पानी।
उत्तर:

  • पर्वत – पहाड़, भूधर।
  • सागर – समुद्र, जलधि।
  • बादल – मेघ, नीरद।
  • पानी – जल, नीर।

हिमालय और हम योग्यता-विस्तार

Himalay Aur Hum MP Board Class 12th Hindi प्रश्न 1.
हिमालय के संदर्भ में अन्य जानकारी एकत्रित कीजिए।
उत्तर:
छात्र स्वयं करें।

प्रश्न 2.
गोपालसिंह नेपाली की अन्य रचनाएँ खोजकर पढ़िए।
उत्तर:
छात्र स्वयं करें।

प्रश्न 3.
हिमालय और भारतवासियों के गौरव गाथा से संबंधित अन्य कवियों की ओजस्वी कविताओं का संकलन कीजिए।
उत्तर:
छात्र स्वयं करें।

प्रश्न 4.
आप अपने गाँव/शहर अथवा जिले के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की जानकारी एकत्रित कीजिए तथा सूचीबद्ध कीजिए।
उत्तर:
छात्र स्वयं करें।

हिमालय और हम परीक्षोपयोगी अन्य महत्वपूर्ण प्रश्न

I. वस्तुनिष्ठ प्रश्न –

प्रश्न 1.
‘हिमालय और हम’ कविता के कवि हैं – (M.P.2009; 2010)
(क) रामधारी सिंह ‘दिनकर’
(ख) गोपालसिंह ‘नेपाली’
(ग) जयशंकर प्रसाद
(घ) माखन लाल चतुर्वेदी
उत्तर:
(ख) गोपालसिंह ‘नेपाली’।

प्रश्न 2.
‘पर्वतराज’ किसे बताया गया है? (M.P. 2012)
(क) हिमालय पर्वत को
(ख) अरावली पर्वत को
(ग) आबू पर्वत को
(घ) विंध्याचल पर्वत को
उत्तर:
(क) हिमालय पर्वत को।

प्रश्न 3.
‘इस धरती का हर लाल खुशी से उदय-अस्त अपनाता है’ इस पंक्ति में उदय-अस्त का अर्थ है –
(क) दुखों का आना-जाना
(ख) खुशियों का आना-जाना
(ग) धन का आना-जाना
(घ) मित्रों का आना-जाना
उत्तर:
(ख) खुशियों का आना-जाना।

प्रश्न 4.
‘हिमालय और हम’ कविता में कवि की भावना व्यक्त हुई है –
(क) राष्ट्रीय चेतना
(ख) सामाजिक चेतना
(ग) आर्थिक चेतना
(घ) सांस्कृतिक चेतना
उत्तर:
(क) राष्ट्रीय चेतना।

प्रश्न 5.
हिमालय पर्वत को पर्वतराज कहने का कारण है –
(क) यह विश्व का सबसे नया पर्वत है।
(ख) यह विश्व का सबसे विशाल पर्वत है।
(ग) यह विश्व का सबसे ऊंचीपर्वत है।
(घ) यह विश्व का सबसे सुंदर पर्वत है।
उत्तर:
(ग) यह विश्व का सबसे ऊँचा पर्वत है।

प्रश्न 6.
‘हिमालय और हम’ कविता के कवि हैं – (M.P. 2009)
(क) रामधारी सिंह ‘दिनकर’
(ख) गोपालसिंह ‘नेपाली’
(ग) जयशंकर प्रसाद
(घ) माखनलाल चतुर्वेदी
उत्तर:
(ख) गोपालसिंह ‘नेपाली’।

II. निम्नलिखित रिक्त स्थानों की पूर्ति दिए गए विकल्पों के आधार पर कीजिए –

  1. गोपालसिंह ‘नेपाली’ …….. कवि हैं। (राष्ट्रीय/आंचलिक)
  2. गोपालसिंह ‘नेपाली’ ………. युग के हैं। (द्विवेदी/छायावाद)
  3. ‘हिमालय और हम’ कविता में हिमालय का ………. किया गया है। (मूर्तिकरण/मानवीकरण)
  4. हिमालय के आँगन में ………. की परम्परा ने जन्म लिया था। (ज्ञान/धर्म)
  5. हिमालय ……… है। (दीर्घजीवी/मृत्युंजयी)

उत्तर:

  1. राष्ट्रीय
  2. छायावाद
  3. मानवीकरण
  4. ज्ञान
  5. मृत्युंजयी।

III. निम्नलिखित कथनों में सत्य असत्य छाँटिए –

  1. ‘हिमालय का पदतल छूने वाला वेदों की गाथा गाता है।
  2. हिमालय भारतीयों की तपस्या भूमि और आध्यात्मिक केन्द्र है।
  3. हिमालय के आँगन में धर्म की परम्परा ने जन्म लिया।
  4. हिमालय की तलहटी में ही वेदों की ऋचाएँ गूंजी।
  5. हिमालय भारत का ही ताज है।

उत्तर:

  1. सत्य
  2. असत्य
  3. असत्य
  4. सत्य
  5. असत्य।

IV. निम्नलिखित के सही जोड़े मिलाइए –

प्रश्न 1.
Himalaya Aur Hum Question Answer MP Board Class 12th Hindi
उत्तर:

(i) (ग)
(ii) (घ)
(iii) (ङ)
(iv) (ख)
(v) (क)।

V. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक शब्द या एक वाक्य में दीजिए –

प्रश्न 1.
हिमालय की प्राकृतिक छटा की क्या विशेषता है?
उत्तर:
हिमालय की प्राकृतिक छटा भारत के बाहरी और आंतरिक सौन्दर्य को व्यक्त करने में समर्थ है।

प्रश्न 2.
भारतीय चिंतन की क्या विशेषता है?
उत्तर:
“भारतीय चिंतन में सुख और दुख धोनों ही समान भाव से ग्रहण किया जाता है।

प्रश्न 3.
हिमालय के पद-तल छूने वाला क्या करता है?
उत्तर:
हिमालय के पद-तल छूने वाला वेदों की गाथा गाता है।

प्रश्न 4.
हिमालय से किसकी तुलना की गयी?
उत्तर:
हिमालय से भारतीयों की तुलना की गयी है।

प्रश्न 5.
हिमालय से बादल टकराकर क्या करते हैं?
उत्तर:
हिमालय से बादल टकराकर पानी बरसाते हैं।

हिमालय और हम लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
हिमालय की तीन विशेषताएँ लिखिए।
उत्तर:
हिमालय अटल, अडिग और अविचल है।

प्रश्न 2.
हिमालय पर्वत से कौन-सी पवित्र नदी निकलती है?
उत्तर:
हिमालय पर्वत से पवित्र गंगा नदी निकलती है।

प्रश्न 3.
टकराते हैं बादल इससे बादल, तो खुद पानी हो जाते हैं इस पंक्ति का क्या आशय है?
उत्तर:
बादल हिमालय पर्वत से टकराकर भारत में वर्षा करते हैं।

प्रश्न 4.
‘हिमालय और हम’ कविता में ‘हम’ किसके लिए प्रयुक्त हुआ है?
उत्तर:
‘हम’ शब्द भारतवासियों के लिए प्रयुक्त हुआ है।

प्रश्न 5.
भारत की मनीषा कहाँ प्रसारित हुई?
उत्तर:
भारत की मनीषा हिमालय की छाया में प्रसारित हुई।

प्रश्न 6.
हिमालय अविनाशी क्यों है?
उत्तर:
हिमालय अविनाशी है; क्योंकि वह तूफानों से लड़ते अपना अस्तित्व बनाए हुए है।

प्रश्न 7.
हिमालय के माध्यम से किसको प्रकट किया गया है?
उत्तर:
हिमालय के माध्यम से भारतीय जीवनी शक्ति को प्रकट किया गया है।

हिमालय और हम दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
‘इसका पदतल छूने वाला वेदों की गाथा गाता है।’ इस पंक्ति से कवि का क्या अभिप्राय है?
उत्तर:
हिमालय ऋषि-मुनियों की तपस्या भूमि और अध्यात्म का केंद्र है। हिमालय के आँगन में ही ज्ञान की परंपरा ने जन्म लिया और वेदों की ऋचाएँ तलहटी में हीगूंजी।

प्रश्न 2.
हिमालय की चार विशेषताओं का उल्लेख कीजिए। (M.P. 2012)
उत्तर:

  1. हिमालय पर्वत पर्वतों का राजा है; क्योंकि हिमालय संसार भर में सबसे ऊँचा पर्वत है।
  2. हिमालय पर सूर्योदय और सूर्यास्त का प्राकृतिक सौंदर्य एक समान होता है।
  3. यह अटल, अडिग, अविचल है।
  4. यह बादलों को रोककर भारत में वर्षा करता है।

प्रश्न 3.
हिमालय पर सुबह-शाम का क्या प्रभाव पाता है?
उत्तर:
हिमालय पर सुबह-शाम का आकर्षक प्रभाव पड़ता है। सुबह-सुबह सूर्य की किरणें जब हिमालय पर पड़ती हैं, तो वे इसे छुकर और चूमकर और अधिक सुन्दर हो जाती हैं। इसी प्रकार जब शाम को सूर्य की किरणें हिमालय पर पड़ती हैं, तो वे झोंका खाते हुए बिखर जाती हैं।

प्रश्न 4.
गंगाजल की क्या विशेषता है?
उत्तर:
गंगाजल की बहुत बड़ी विशेषता है कि वह बहुत ही पवित्र है। उसको पीने वाला दुख में भी मुस्कराता रहता है। यही नहीं इसे पीने वाला तो हर प्रकार के दुखों को हँसते-हँसते सहन कर जाता है।

हिमालय और हम कवि-परिचय

प्रश्न 1.
गोपालसिंह ‘नेपाली’ का संक्षिप्त जीवन-परिचय देते हुए उनकी साहित्यिक विशेषताओं पर प्रकाश डालिए।
उत्तर:
जीवन-परिचय:
गोपालसिंह ‘नेपाली का जन्म सैन् 1902 ई० में हआ। उन्होंने एक पत्रकार के रूप में जीवन प्रारंभ किया। उन्होंने मालवा से प्रकाशित होने वाले ‘रतलाम टाइम्स’, दिल्ली से प्रकाशित ‘चित्रपट’, लखनऊ से प्रकाशित होने वाली ‘सुधा’ और पटना से प्रकाशित होने वाली साप्ताहिक पत्रिका ‘योगी’ के संपादन विभाग में कार्य किया। सन् 1929 में आपने साहित्य काव्य-जगत् में प्रवेश किया।

आपके काव्य स्वर राष्ट्रीय चेतना से ओत-प्रोत हैं और संस्कृति के प्रति गौरव-भाव हैं। आप मानवता को स्वर देने वाले कवि हैं। प्रकृति और मानवीय अनुभूतियों का अंतःसंबंध आपके गीतों में लोकचेतना का संस्पर्श पाकर सहज हो गया है। राष्ट्रीय भावों के जागरण में उनके काव्य का महत्त्वपूर्ण योगदान है। सन् 1963 में आपका देहांत हो गया।

साहित्यिक विशेषताएँ:
‘नेपाली’ जी राष्ट्रीय भावना और भारतीय संस्कृति के कवि हैं। उनकी राष्ट्रीय भावपरक रचनाएँ उनकी अद्वितीय प्रतिभा की परिचायक हैं। अनुभूति की सहजतम अभिव्यक्ति इनके गीतों की अन्यतम विशेषता है। उन्होंने फिल्मों के गीत भी लिखे हैं और फिल्मी गीतकार के रूप में प्रसिद्धि प्राप्त की।

रचनाएँ:
काव्य-संग्रह-पंछी, रागिनी, टुकही विद्रोही, नीलिमा आदि आपके प्रभावी काव्य-संग्रह हैं।

भाषा-शैली:
इनकी भाषा तत्सम शब्दावली युक्त खड़ी बोली है। इनकी काव्य-शैली गीत-शैली है। इनके गीतों में लय, संगीतमय छंद, सहज कोमल प्रतीक एवं सुकुमार, भाव भंगिमा इनके काव्य को वैशिष्ट्य प्रदान करता है। आंतरिक भावोन्मेप, कल्पना प्रवणता और सांस्कृतिक भावों के रचनाकार के रूप आप सदैव स्मरणीय रहेंगे।

हिमालय और हम पाठ का सारांश

प्रश्न 1.
‘हिमालय और हम’ कविता का सार लिखिए।
उत्तर:
‘हिमालय और हम’ कविता के रचयिता गोपालसिंह ‘नेपाली’ हैं। इस कविता में उन्होंने हिमालय के साथ भारतीयों के संबंधों को स्वर दिया है। भारतीय अस्मिता का प्रतीक हिमालय भारत के गौरव का चिह्न है। हिमालय पर्वत इस पृथ्वी पर सबसे ऊँचा पर्वत है। यह धरती का ताज है। यह भारतीयों के स्वाभिमान का प्रतीक है। यह जितना उच्च स्वाभिमान का परिचायक है, उतना ही सांस्कृतिक चेतना का भी है।

हिमालय की प्राकृतिक छटा भारत के बाह्य व आंतरिक सौंदर्य को व्यक्त करने में भी समर्थ है। प्रभात और संध्या की लालिमा हिमालय के प्राकृतिक सौंदर्य के साथ-साथ भारतीय चिंतन के उस पक्ष को भी व्यक्त करती है, जिसमें सुख-दुख को समान भाव से ग्रहण किया जाता है।

हिमालय के आँगन में ही सबसे पहले बान का उदय हुआ और यहीं वेदों की ऋचाएँ गूंजी। भारत की मनीषा हिमालय की छाया में प्रसारित होती है। हिमालय की अडिगता और हिमालय का निश्चय ही प्रत्येक भारतवासी के स्वभाव में निहित है इसलिए, वह मृत्युंजयी है। हिमालय तूफानों से लड़ने में समर्थ है। यह कविता हिमालय के माध्यम से भारतीय जीवन-शक्ति को प्रकट करती है।

हिमालय और हम संदर्भ-प्रसंगसहित व्याख्या

प्रश्न 1.
गिरिराज हिमालय से भारत का कुछ ऐसा ही नाता है
इतनी ऊँची इसकी चोटी कि सकल धुरती का ताज यही
पर्वत-पहाड़ से भरी धरा पर केवल पर्वतराज यही
अंबर में सर, पाताल चरन
मन इसका गंगा का बचपन
तन वरन-वरन मुख निरावरन
इसकी छाया में जो भी है, वह मस्तक नहीं झुकाता है।
गिरिराज हिमालय से भारत का कुछ ऐसा ही नाता है। (Pages 53-54)

शब्दार्थ:

  • गिरिराज – पर्वतों का राजा हिमालय।
  • नाता – रिश्ता, संबंध।
  • संकल – समस्त, सारे।
  • धरती – पृथ्वी।
  • ताज – मुकुट।
  • अंबर – आकाश।
  • मस्तक – सर, माथा।

प्रसंग:
प्रस्तुत काव्यखण्ड गोपालसिंह ‘नेपाली’ द्वारा रचित कविता ‘हिमालय और हम’ से लिया गया है। कवि ने इस कविता में हिमालय और भारतवासियों की समान विशेषताओं पर प्रकाश डाला है। इस काव्यखण्ड में पर्वतराज हिमालय और भारतवासियों के अटूट संबंधों की अभिव्यक्ति दी गई है।

व्याख्या:
हिमालय पर्वत और भारतीयों के संबंधों का वर्णन करते हुए कवि कहता है कि पर्वतों के राजा हिमालय का भारतीयों के साथ कुछ ऐसा ही संबंध है, हिमालय और भारतीयों का परस्पर अटूट रिश्ता है। इसकी ऊँची चोटी एवरेस्ट सारी पृथ्वी पर सबसे ऊँची है। यह संसार की सबसे ऊँची चोटी है इसीलिए जिस प्रकार व्यक्ति के सर पर ताज (मुकुट) सुशोभित होता है, उसी प्रकार धरती पर हिमालय की चोटी. मुकुट की भाँति शोभायमान है। पर्वत और पहाड़ों से भरी इस पृथ्वी पर केवल हिमालय ही पर्वतों का राजा है।

हिमालय पर्वत की ऊँचाई बहुत अधिक होने के कारण ऐसा लगता है मानो उसका सर आसमान को छू रहा है और उसके चरण पाताल की गहराई में समाए हुए हैं। भाव यह है कि हिमालय पर्वत आकाश-पाताल दोनों की सीमाओं को अपने में समेटे हुए है। हिमालय पर्वत का मन गंगा के बचपन की भाँति पवित्र और निर्मल है। पवित्र गंगा का उद्गम ही हिमालय से हुआ है।

हिमालय पर्वत का तन विभिन्न रंग और आकार वाली वनस्पतियों से ढका हुआ है। मुख अत्यधिक ऊँचाई पर होने के कारण वनस्पतियों से रहित है और केवल बर्फ से ढका हुआ है। जो भी हिमालय के आश्रय में आता है उसमें भी हिमालय की भाँति दृढ़ता – और विशालता आ जाती है। इसी कारण वह भी अपना मस्तक किसी के सामने नहीं झुकाता। ऐसे पर्वतराज हिमालय से हम भारतीयों का रिश्ता भी कुछ ऐसी ही है।

विशेष:

  1. हिमालय को पर्वतराज और धरती का ताज कहकर उसकी महानता का वर्णन किया गया है।
  2. हिमालय से ही गंगा का उद्गम हुआ है और हिमालय के समान ही भारतवासी भी अडिग और अटल हैं।
  3. ‘वरन-वरन’ में पुनरुक्तिप्रकाश अलंकार है।
  4. काव्यांश में मानवीकरण अलंकार है।

काव्यांश पर आधारित विषय-वस्तु संबंधित प्रश्नोत्तर

प्रश्न (i)
कवि ने ‘हिमालय और हम’ कविता में किसका वर्णन किया है?
उत्तर:
कवि ने इस कविता में हिमालय की प्राकृतिक छटा का वर्णन करते हुए हिमालय और भारतीयों की एक जैसी विशेषताओं पर प्रकाश डालते हुए उनके अटूट संबंधों का वर्णन किया है।

प्रश्न (ii)
हिमालय को सबल धरती का ताज कहने का कारण क्या है?
उत्तर:
हिमालय को सबल धरती का ताज कहने का कारण यह है कि हिमालय पर्वत की चोटी एवरेस्ट, विश्व के सभी पर्वतों की चोटियों से ऊँची है।

प्रश्न (iii)
‘मन इसका गंगा का बचपन
तन वरन-वरन मुख निरावन’
का आशय स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
आशय:
हिमालय पर्वत से परम पवित्र गंगा नदी का उद्गम होता है तथा हिमालय पर्वत विभिन्न रंग और आकार वाली हरी-भरी वनस्पतियों से ढका हुआ है। इसका मुँह निरावरण है अर्थात् वहाँ वनस्पतियाँ नहीं हैं।

काव्यांश पर आधारित सौंदर्य-बोध संबंधित प्रश्नोत्तर

प्रश्न (i)
काव्यांश का भाव-सौंदर्य स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
भाव-सौंदर्य:
हिमालय पर्वत संसार का सबसे ऊँचा पर्वत होने के कारण पर्वतराज है। यह अत्यधिक ऊँचा होने के कारण आसमान को छूता हुआ प्रतीत होता है। इसके चरण पाताल की गहराई में समाए हुए हैं। इससे पवित्र गंगा निकलती है। इस पर विभिन्न प्रकार की वनस्पतियाँ उत्पन्न होती हैं। यह सदा बर्फ से ढक रहता है। यह दृढ़, विशाल है। यह किसी के आगे नहीं झुकता। इसी प्रकार भारतीय भी दृढ़ता में हिमालय की तरह हैं। वे भी किसी के आगे नतमस्तक नहीं होते हैं।

प्रश्न (ii)
काव्यांश का शिल्प-सौंदर्य स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
शिल्प-सौंदर्य:
हिमालय को पर्वतराज और धरती का ताज कहकर उसकी महानता का वर्णन किया गया है। हिमालय की तरह भारतवासी भी अडिग, अष्टल, दृढ़ हैं। (पर्वत-पहाड़) में अनुप्रास अलंकार है। वरन-वरन में पुनरुक्तिप्रकाश अलंकार तथा काव्यांश में मानवीकरण अलंकार है विशेषणों का सटीक प्रयोग हुआ है। तत्सम शब्दावलीयुक्त खड़ी बोली है। लय और तुक का समावेश है।

प्रश्न 2.
अरुणोदय की पहली लाली इसको ही चूम निखर जाती,
फिर संध्या की अंतिम लाली इस पर ही झूम बिखर जाती।
इन शिखरों की माया ऐसी
जैसा प्रभात, संध्या वैसी
अमरों को फिर चिंता कैसी
इस धरती का हर लाल खुशी से ‘उदय-अस्त अपनाता है।
गिरिराज हिमालय से भारत का कुछ ऐसा ही नाता है॥ (Page 54)

शब्दार्थ:

  • अरुणोदय – सूर्य का उदय होना।
  • निखर जाना – सुंदर हो जाना।
  • उदय-अस्त – उदय होना और अस्त होना अर्थात् सुख-दुख।

प्रसंग:
प्रस्तुत काव्यांश गोपालसिंह ‘नेपाली’ द्वारा रचित कविता ‘हिमालय और हम’ से लिया गया है। इस काव्यांश में कवि ने बताया है कि हिमालय पर जिस प्रकार उदय और संध्या की लालिमा समान रूप से दिखाई देती है, उसी प्रकार हम भारतीय भी दुख और सुख को समान भाव से ग्रहण करते हैं।

व्याख्या:
हिमालय की विशेषताओं पर प्रकाश डालते हुए कवि कहता है कि उदयकाल अर्थात् प्रातःकाल में जब सूर्य की किरणें हिमालय पर्वत की हिम-सतह पर पड़ती हैं तो वे इसका स्पर्श पाकर, इसको चूमकर और भी अधिक सुंदरता में प्रकट होती हैं। इसी प्रकार सायंकाल में सूर्यास्त के समय की अंतिम किरणों की लालिमा भी हिमालय की सतह पर झोंका खाते हुए मंद गति से बिखर जाती हैं।

हिमालय की चोटियों में ऐसी विलक्षण अलौकिक शक्ति है कि यहाँ पर जैसा प्रातःकाल का दृश्य दिखाई देता है, वैसा ही सायंकाल का भी। दूसरे शब्दों में, जिस प्रकार हिमालय पर्वत का प्राकृतिक सौंदर्य प्रातःकाल और सायंकाल दोनों में समान होता है उसी प्रकार भारतीय भी समान भाव से सुख और दुख को ग्रहण करते हैं। भारतवर्ष की धरती का हर जवान भी जीवन व मृत्यु को समान भाव से अपनाता है।

देश की रक्षा में तत्पर हर जवान मृत्यु का वरण कर अमर हो जाता है। हिमालय की तरह भारतीय जवान भी अमर है क्योंकि वह जीवन-मृत्यु पर सोच-विचार या चिंतन नहीं करते। भारत का प्रत्येक निवासी सुख-दुख और उत्थान-पतन को समरसता से अपनाता है। पर्वतों के राजा हिमालय से भारतीयों का ऐसा ही अटूट संबंध और रिश्ता है।

विशेष:

  1. हमें जीवन के उत्थान-पतन, सुख-दुख दोनों स्थितियों को समान भाव से भोग करना चाहिए।
  2. भारतीय संस्कृति की विशेषताओं का गुणगान किया गया है।
  3. ‘लाल’ में श्लेष अलंकार है।
  4. भाषा अत्यंत मधुर, सरस एवं कोमल है।
  5. संगीतात्मकता एवं तुकांतात्मकता है।

काव्यांश पर आधारित विषय-वस्तु संबंधित प्रश्नोत्तर

प्रश्न (i)
हिमालय पर प्रातः और संध्या की क्या विशेषता है?
उत्तर:
हिमालय पर जैसा प्रातःकाल होता है, वैसा ही सायंकाल होता है। यहाँ प्राकृतिक सौंदर्य प्रातः और संध्या में एक समान होता है?

प्रश्न (ii)
इस धरती के लाल की क्या विशेषता है?
उत्तर:
इस धरती के लाल (सुपुत्र) उत्थान-पतन और सुख-दुख दोनों को समान भाव से अपनाते हैं।

प्रश्न (iii)
हिमालय पर्वत और भारतीय जवान में क्या समानता बताई गई है?
उत्तर:
हिमालय पर्वत अमर है और भारतीय जवान भी अमर है। दोनों में अमर होने की समानता है।

काव्यांश पर आधारित सौंदर्य-बोध संबंधित प्रश्नोत्तर

प्रश्न (i)
प्रस्तुत काव्यांश का भाव-सौंदर्य स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
भाव-सौंदर्य:
हिमालय पर्वत का प्राकृति सौंदर्य सुबह-शाम एक जैसा होता है। हिमालय सदा बर्फ से ढका रहता है। इसके शिखरों में अलौकिक शक्ति है। हिमालय पर्वत की भाँति प्रत्येक भारतीय भी सुख-दुख, जीवन-मृत्यु के समान भाव से ग्रहण करते हैं। हिमालय और भारतीय दोनों ही अमर हैं। इस प्रकार हिमालय के साथ भारतीयों के अटूट संबंधों का वर्णन किया गया है।

प्रश्न (ii)
प्रस्तुत काव्यांश का शिल्प-सौंदर्य स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
शिल्प-सौंदर्य:
भारतीय संस्कृति की विशेषताओं का गुणगान किया गया है। “लाल’ में श्लेष अलंकार है। ‘उदय-अस्त’ और उत्थान-पतन, सुख-दुख के प्रतीक हैं। भाषा तत्सम शब्दावली युक्त खड़ी बोली है। संगीतात्मकता एवं तुकांतात्मता है। शब्द चयन सटीक है।

प्रश्न 3.
हर संध्या को इसकी छाया सागर-सी लंबी होती है
हर सुबह वही फिर गंगा की चादर-सी लंबी होती है।
इसकी छाया में रंग गहरा
है देश हरा, परदेश हरा
हर मौसम है, संदेश-भरा
इसका पद-तल छूनेवाला वेदों की गाथा गाता है।
गिरिराज हिमालय से भारत का कुछ ऐसा ही नाता है। (Page 54)

शब्दार्थ’:

  • सागर-सी – समुद्र के समान।
  • चादर-सी – चादर की भाँति।
  • पद-तल – तलहटी।
  • संदेश-भरा – सूचना से भरपूर।

प्रसंग:
प्रस्तुत पद्यांश गोपालसिंह ‘नेपाली’ द्वारा रचित कविता ‘हिमालय और हम’ से उद्धृत है। कवि हिमालय और भारतीयों के संबंधों पर प्रकाश डालते हुए कहता है।

व्याख्या:
हिमालय पर्वत की संध्या के समय छाया सागर के समान लंबी होती है और वह हर सुबह गंगा की चादर की तरह लंबी होती है; अर्थात् हिमालय पर्वत अत्यंत विशाल और विस्तृत है। इसके मैदान अत्यंत विशाल और विस्तृत हैं जिनमें से हिमालय से निकलने वाली गंगा नदी बहती है। गंगा के मैदान अत्यंत उपजाऊ हैं। गंगा नदी के मैदानों के खेत हरे-भरे हैं। फसलें लहलहाती हैं।

हिमालय की गोद में बसा भारत और दूसरे देश भी इससे निकलने वाली नदियों के कारण हरे-भरे हैं। इस देश का प्रत्येक मौसम (ऋतु) संदेश से भरा होता है; अर्थात् प्रत्येक ऋतु में भारतीयों को कोई-न-कोई संदेश मिलता है। वेदों की रचना भी इसकी गोद में हुई थी और आज भी लोग ज्ञान की साधना के लिए हिमालय की ओर जाते हैं। दूसरे शब्दों में, वेदों की रचना हिमालय के चरणों में बैठकर ही हुई थी। पर्वतराज हिमालय से हम भारतीयों का कुछ ऐसा संबंध है।

विशेष:

  1. सागर-सी लंबी, चादर-सी लंबी में उपमा अलंकार है।
  2. हिमालय की इस विशेषतां को प्रकट किया गया है कि इसी की गोद में भारतीय ग्रंथ वेदों की रचना हुई है।  हिमालय पर्वत अत्यंत विस्तृत और विशाल है।
  3. भाषा सरल, सरस खड़ी बोली है।
  4. काव्यांश में संगीतात्मकता और तुकांतात्मकता है।

काव्यांश पर आधारित विषय-वस्तु संबंधित प्रश्नोत्तर

प्रश्न (i)
‘हर संध्या…लंबी होती’ का भाव स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
हिमालय पर्वत अत्यंत विशाल और विस्तृत है। इसके मैदान अत्यंत विशाल और विस्तृत हैं। उन मैदानों में हिमालय से निकलने वाली गंगा नदी बहती है। गंगा के मैदानों के खेत हरे-भरे हैं। जिनमें फसलें लहलहाती हैं।

प्रश्न (ii)
‘इसका पद-तल छूने वाला वेदों की गाथा गाता है’-से कवि का क्या आशय है?
उत्तर:
इसका आशय है कि वेदों की रचना हिमालय की गोद में हुई थी और आज भी लोग ज्ञान की साधना के लिए हिमालय की ओर जाते हैं।

काठ्यांश पर आधारित सौंदर्य-बोध संबंधित प्रश्नोत्तर

प्रश्न (i)
प्रस्तुत काव्यांश का काव्य-सौंदर्य स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
काव्य-सौंदर्य:
हिमालय की विशेषताओं को व्यक्त किया गया है। यह अत्यंत विस्तृत और विशाल है। वेदों की रचना भी यहीं हुई थी। ‘सागर-सी’, ‘चादर-सी’ में उपमा अलंकार है। ‘गाथा-गाता’ में अनुप्रास अलंकार है। भाषा तत्सम शब्दावलीयुक्त खड़ी बोली है। काव्यांश में संगीतात्मकता और एकांतात्मकता है।

प्रश्न 4.
जैसा यह अटल, अडिग-अविचल, वैसे ही हैं भारतवासी (M.P. 2009)
है अमर हिमालय धरती पर, तो भारतवासी अविनाशी
कोई क्या हमको ललकारे
हम कभी न हिंसा से हारे
दुःख देकर हमको क्या मारे
गंगा का जल जो भी पी ले, वह दुःख में भी मुसकाता है।
गिरिराज हिमालय से भारत का कुछ ऐसा ही नाता है। (Page 54)

शब्दार्थ:

  • अटल – न टलने वाला।
  • अडिग – न डिगने वाला।
  • अविचल – स्थिर।
  • अविनाशी – जिसका नाश न हो, जो नष्ट न हो।

प्रसंग:
प्रस्तुत पद्यांश में ‘नेपाली’ जी ने बताया है कि हिमालय की तरह हम भी अविचल और अमर हैं। उन्होंने हिमालय और भारतवासियों के संबंध का वर्णन करते हुए हिमालय और भारतीयों के समान गुणों का भी वर्णन किया है। अतिपावन गंगाजल का महत्त्व भी कवि ने प्रस्तुत पद्यांश में स्पष्ट किया है।

व्याख्या:
जिस प्रकार हिमालय पर्वत अटल, अडिग और निश्चल है उसी प्रकार भारतवासी भी अपने प्रण व अपने निश्चय पर अडिग रहते हैं। भारतीय एक बार जिस बात को करने की ठान लेते हैं, तो फिर जान देकर भी उस प्रतिज्ञा को पूर्ण करते हैं। उनका तो मूल मंत्र है-‘प्राण जाइ पर वचन न जाई।’ जिस प्रकार धरती पर हिमालय अमर है, उसी प्रकार भारत में रहने वाले भारतीय भी अमर हैं, शाश्वत हैं। भारतीयों की इसी विशेषता के कारण कवि इकबाल ने भी कहा है, कि –

“कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी,
सदियों रहा है दुश्मन दौरे जहाँ हमारा।”

अनेक हिंसक आक्रमणकारियों (मुसलमानों और अंग्रेजों) ने हम पर हमले किए किंतु दुख-यातनाएँ देकर, हमारे तन को लहूलुहान करके भी वे हमारे मन को मार न सके; अर्थात् भारतीय कभी भी हिंसा के दम पर पराजित नहीं हुए। तन पर अत्याचार सहने के बावजूद मन से नहीं हारे। कवि कहता है कि इसका मुख्य कारण हमारी अति पावनी नदी गंगा है, जिसका गंगाजल पीकर भारतीय हर दुख-दर्द को हँसकर झेल लेते हैं। हिमालय पर्वत से निकलने वाली गंगा नदी का जल जो भी पी लेता है, वह दुख में भी हँसता है। इस प्रकार गंगा नदी के कारण हिमालय के साथ हमारा अटूट संबंध है, जो अपने अमृत तुल्य जल का पान करा भारतवासियों को भी अमर बना देती है।

विशेष:

  1. भारतीय संस्कृति संसार की प्राचीनतम संस्कृति है, जो प्राचीनकाल से लेकर आज तक शाश्वत है, अविनाशी है। कवि ने इस लक्ष्य की ओर भी संकेत किया है।
  2. हिमालय के लिए अटल, अडिग, अविचल विशेषणों का सार्थक प्रयोग किया है।
  3. अटल, अडिग, अविचल, अमर-अविनाशी में अनुप्रास अलंकार की छटा द्रष्टव्य है।
  4. ‘दुःख में भी मुसकाता है’-पंक्ति में विरोधाभास है।

काव्यांश पर आधारित विषय-वस्तु संबंधित प्रश्नोत्तर

प्रश्न (i)
हिमालय की किन विशेषताओं का वर्णन किया गया है?
उत्तर:
हिमालय की अटल, अडिग, अविचल तथा अविनाशी होने की विशेषताओं का वर्णन किया गया है।

प्रश्न (ii)
गंगा के जल के प्रभाव का काव्यांश के आधार पर वर्णन कीजिए।
उत्तर:
हिमालय से निकलने वाली गंगा अत्यंत पवित्र है। इसका जल जो भी पी लेता है। वह दुख में भी मुस्कराता रहता है। गंगा का जल पीने वाला प्रत्येक दुख को हँसते-हँसते सहन कर जाता है।

काव्यांश पर आधारित सौंदर्य-बोध संबंधित प्रश्नोत्तर

प्रश्न (i)
प्रस्तुत काव्यांश का भाव-सौंदर्य स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
भाव-सौंदर्य:
कवि ने भारतीय संस्कृति की विशेषताओं का वर्णन किया है। वह प्राचीनकाल से लेकर अब तक शाश्वत है, अविनाशी है। जिस प्रकार हिमालय अटल, अडिग, अविचल और अविनाशी है उसी प्रकार भारतीय भी। गंगा नदी भारत की परम पवित्र नदी है। हिमालय और भारतीयों का परस्पर अटूट संबंध है।

प्रश्न (ii)
प्रस्तुत काव्यांश का शिल्प-सौंदर्य स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
शिल्प-सौंदर्य:
हिमालय और भारतीयों की विशेषताओं पर प्रकाश डाला गया है। अटल, अडिग, अविचल, कोई क्या, दुःख देकर में अनुप्रास अलंकार है। हिमालय के लिए अटल, अडिग, अविचल, अविनाशी विशेषणों का सार्थक प्रयोग किया है। ‘दुःख में भी मुस्काता है, में विरोधाभास अलंकार है। भाषा तत्सम शब्दावलीयुक्त खड़ी बोली है। काव्यांश में संगीतात्मकता और तुकांतात्मकता है। शब्द चयन सटीक है।

प्रश्न 5.
टकराते हैं, इससे बादल, तो खुद पानी हो जाते हैं।
तूफ़ान चले आते हैं, तो ठोकर खाकर सो जाते हैं।
जब-जब जनता को विपदा दी
तब-तब निकले लाखों गाँधी
तलवारों-सी टूटी आँधी
इसकी छाया में तूफान, चिरागों से शरमाता है।
गिरिराज, हिमालय से भारत का कुछ ऐसा ही नाता है। (Page 54)

शब्दार्थ:

  • तूफान – आँधी, संकट।
  • ठोकर खाना – इधर-उधर भटकना।
  • विपदा – संकटा।

प्रसंग:
प्रस्तुत काव्यांश गोपालसिंह ‘नेपाली’ द्वारा रचित कविता ‘हिमालय और हम’ से उद्धृत है। हिमालय और भारतीयों के संबंधों पर प्रकाश डालते हुए ‘नेपाली’ जी हिमालय और भारतीयों की सामाजिक विशेषताओं पर प्रकाश डालते हुए कहते हैं –

व्याख्या:
हिमालय पर्वत अत्यंत ऊँचा है। इसकी चोटियों से मानसून के बादल टकराते हैं और स्वयं ही वर्षा के रूप में बरस पड़ते हैं। भाव यह कि हिमालय बादलों को रोककर भारतवर्ष में वर्षा करता है। इसी प्रकार जो हमसे टकराता है चूर-चूर हो जाता है। हिमालय से टकराकर तूफान भी शाब हो जाते हैं। उनमें इतनी शक्ति भी नहीं रहती कि वे दीपक को भी बुझा पाएँ। दूसरे शब्दों में, हिमालय की छत्र-छाया में रहने वालों का कोई भी कुछ नहीं बिगाड़ सकता। यह हिमालय सदैव आक्रमणकारियों से हमारी रक्षा करता है।

जब-जब भी शासन ने भारत की जनता को विपत्ति में डाला और दुख दिए, तब-तब ही जनता की विपत्तियों को दूर करने के लिए और दुःखों से छुटकारा दिलाने के लिए लाखों सत्याग्रही घर-बार की चिंता छोड़कर निकल पड़े। हिमालय पर्वत की छाया में आकर बड़े से बड़े तूफान भी कमजोर पड़ जाते हैं। उनमें – चिरागों अर्थात् दीपकों को भी बुझाने की शक्ति नहीं रहती। हम भारतवासियों का हिमालय पर्वत से ऐसा ही कुछ संबंध है।

विशेष:

  1. कवि ने हिमालय के लाभों का वर्णन किया है।
  2. ‘तलवारों-सी’ में उपमा अलंकार है।
  3. ‘जब-जब, तब-तब’ में पुनरुक्तिप्रकाश अलंकार है।
  4. ‘पानी हो जाना, ठोकर खाना’ मुहावरों से पद अलंकृत है।

काव्यांश पर आधारित विषय-वस्तु संबंधित प्रश्नोत्तर

प्रश्न (i)
हिमालय के दो लाभ बताइए।
उत्तर:

  1. हिमालय पर्वत बादलों को रोककर भारत में वर्षा कराता है।
  2. हिमालय पर्वत से टकराकर तूफान भी शांत हो जाते हैं।

प्रश्न (ii)
जब-जब जनता को विपदा दी
तब-तब निकले लाखों गाँधी
– उपर्युक्त पंक्तियों का आशय स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
आशय:
जब-जब भी शासन ने भारतीय जनता को विपत्ति में डाला, उस पर अन्याय, अत्याचार किए तब-तब जनता को दुखों, अन्याय, अत्याचार से छुटकारा दिलाने में लाखों सत्याग्रही हर प्रकार की चिंता त्यागकर निकल पड़ते हैं।

MP Board Class 12th Hindi Solutions

MP Board Class 7th General English Solutions Chapter 6 I Love Little Pussy

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MP Board Class 7th General English Solutions Chapter 6 I Love Little Pussy

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I Love Little Pussy Textual Exercises

Listen and Repeat (सुनो और दुहराओ):
Students should do themselves.
(छात्र स्वयं करें।)

Comprehension (बोध प्रश्न) :

Answer the following questions :
(निम्न प्रश्नों के उत्तर दीजिए)

Little Pussy MP Board Class 7th General English Question 1.
What is the poem about?
(व्हॉट इज़ द पोएम् अबाऊट?) कविता किसके बारे में है?
Answer:
The poem is about the pussy cat.
(द पोएम इज़ अबाऊट द पूसी कैट।)
कविता पूसी बिल्ली के बारे में है।

Mp Board Class 7th English Chapter 6 Question 2.
What does the poet say about the cat’s coat ?
(व्हॉट डज़ द पोएट से अबाऊट द कैट्स कोट?)
कवयित्री बिल्ली के लोमचर्म के बारे में क्या कहती है?
Answer:
The poet says that the cat’s coat is warm.
(द पोएट सेज़ दैट कैट्स कोट इज वॉर्म।)
कवयित्री कहती है कि बिल्ली का लोमचर्म गर्म है।

I Love Little Puppy Poem MP Board Class 7th General English Question 3.
What will the child do with the pussy ?
(व्हॉट विल द चाइल्ड डू विद द पूसी?)
बच्ची पूसी के साथ क्या करेगी?
Answer:
The child will not pull pussy’s tail or drive her away but will play with her.
(द चाइल्ड विल नॉट पुल पूसीज़ टेल और ड्राइव हर अवे बट विल प्ले विद हर।)
बच्ची पूसी की पूँछ नहीं खींचेगी या उसे भगायेगी नहीं, पर उसके साथ खेलेगी।

I Love Little Pussy MP Board Class 7th General English Question 4.
Where will the pussy sit ?
(व्हेअर विल द पूसी सिट?)
पूसी कहाँ बैठेगी?
Answer:
Pussy will sit by poet’s side.
(पूसी कवियत्री के बगल में बैठेगी।)
पूसी कवियत्री के बगल में बैठेगी।

I Love Little Pussy Poem MP Board Class 7th General English Question 5.
Why will the pussy like the child ?
(व्हाइ विल द पूसी लाइक द चाइल्ड?)
पूसी बच्ची को क्यों पसन्द करेगी?
Answer:
Pussy will like the child because she is gentle and good.
(पूसी विल लाइक द चाइल्ड बिकॉज़ शी इज़ जैन्ट्ल् एण्ड गुड।)
पूसी बच्ची को इसलिए पसन्द करेगी क्योंकि वह सभ्य व अच्छी है।

Word Power (शब्द सामर्थ्य) :

(A) Find atleast nine words from the poem in this word square :
(इस शब्द वर्ग में कविता से कम से कम नौ शब्द ढूढ़ो।)
Answer:
Little Pussey MP Board Class 7th General English

(B) Now write the words you have found :
(अब ढूढ़े गए शब्दों को लिखिए)
Answer:

  1. Drive
  2. Gentle
  3. Hurt
  4. Love
  5. Tail
  6. Pussy
  7. Coat
  8. Warm
  9. Little.

(C) Read the following words which have similar sounds but different meanings :
(These are called homophones.)
(निम्न शब्दों को पढ़िए जिनकी ध्वनि समान हो पर अर्थ अलग हो)
Answer:
Litil Girl Pussy MP Board Class 7th General English

(D) Now choose the correct word to complete the following sentences :
(अब सही शब्द चुनकर निम्न वाक्यों को पूरा करें।)

  1. The monkey has a long …………..
  2. I saw a man with one …………..
  3. The snakes live in a …………..
  4. ………….. a letter to your friend.
  5. Fishermen go to the ………….. everyday.

Answers:

  1. tail
  2. eye
  3. hole
  4. Write
  5. sea.

Grammar in Use (व्याकरण प्रयोग):

(A) Use the following describing words
(adjectives) in the sentences given below :
(निम्न वर्णनात्मक शब्दों (विशेषणों) का प्रयोग कर दिये गये वाक्यों में प्रयोग करें।)
(as thin as, as old as, as sweet as, as big as, as good as)

  1. Sona is ……….. her sister.
  2. Meena is ……….. her friend meeta.
  3. These mangoes are not ……….. the ones. we ate yesterday.
  4. This box is ……….. the other one.
  5. Raju’s handwriting is ……….. his father’s.

Answer:

  1. as thin as
  2. as old as
  3. as sweet as
  4. as big as
  5. as good as.

(B) Write at least three things about yourself using these words:
(इन शब्दों का प्रयोग कर कम-से-कम तीन बातें अपने बारे में लिखें)
(taller, smaller, shorter, younger.)
Answer:

  1. I am taller than my brother.
  2. My brother is shorter than me.
  3. My brother is younger than me.

(C) Use the following words in the sentences given below :
(नीचे दिए वाक्यों में निम्न शब्दों का प्रयोग कीजिए।)
(the fastest, the smallest, the longest, the best, the highest.).

  1. The humming bird is ……….. bird.
  2. Mt. Everest is ……….. mountain peak in the world.
  3. A Cheetah runs ……….. of all animals.
  4. Birbal told ……….. story to Akbar.
  5. Sujata is ……….. student of her class.

Answer:

  1. the smallest
  2. the highest
  3. the fastest
  4. the longest
  5. the best

Let’s Talk (आओ बात करें):

Here are given some sentences related to two animals which you know very well. The sentences are jumbled. Separate them and write the names of the animals.
(यहाँ दो पशुओं जिन्हें आप भली-भाँति जानते हैं, से सम्बन्धित कुछ वाक्य दिये गए हैं। वाक्य आपस में मिले हुए हैं। इन्हें अलग कर पशुओं के नाम लिखिए।)
I Love Little Pussy Meaning In Hindi MP Board

Let’s Write (आओ लिखें):

(A) Write five sentences about cats.
(B) Write five sentences about your pet.
Answer:
(A) Cats

  1. A cat is a pet animal.
  2. It mews and rats run away on hearing it.
  3. It eats rats and also likes to drink milk.
  4. It is white, black or brown in colour.
  5. It is not a faithful pet and is a shrewd animal.

(B) My pet animal – Cow

  1. Cow gives us milk.
  2. We call her ‘Gau mata’ and worship her.
  3. The cow dung is used in making dung cakes (Kandas) which are used as fuel.
  4. Cow dung is also used in making gobar gas.
  5. I love my ‘Gau mata’ a lot.

Let’s Do It (आओ इसे करें) :

(A) Collect the pictures of different pet animals and write their names.
(विभिन्न पालतू जानवरों के चित्रों को इकट्ठा करिए और उनके नाम लिखिए।)
Answer:
Students can collect the pictures of different pet animals, like cow, dog, cat, horse etc. and write their names below after pasting them.

Pronunciation & Translation

I love little pussy, Her coat is so warm, And if I don’t hurt her, She’ll do no harm.
(आइ लव लिटल पूसी, हर कोट इज सो वार्म, एण्ड इफ आई डोन्ट हर्ट हर, शी विल डू नो हार्म.)
अनुवाद – मैं छोटी पूसी को प्यार करती हूँ, उसकी खाल कितनी गर्म है, और यदि मैं उसे कोई चोट नहीं पहुँचाती हूँ तो वह मुझे कोई हानि नहीं पहुँचायेगी।
So I’ll not pull her tail, or drive her away, But pussy and I, Very gently will play.
(सो आइ विल नॉट पुल हर टेल, ऑर ड्राइव हर अवे, बट पूसी एण्ड आइ, वैरी जैन्टली विल प्ले.)
अनुवाद-इसलिए मैं उसकी पूँछ नहीं खींचूँगी, या उसे बाहर नहीं धकेलूँगी, लेकिन पूसी और मैं, बड़े स्नेह से खेलेंगे।
She’ll sit by my side, And I ‘ll give her food, And she’ll like me because, I am gentle and good.
(शी विल सिट बाय माइ साइड, एण्ड आइ विल गिव हर फूड, एण्ड शी विल लाइक मी बिकॉज आइ एम जैन्टल एण्ड गुड.)
अनुवाद – वह मेरे पास बैठेगी, और मैं उसे खाना दूंगी, और वह मुझे पसन्द करेगी क्योंकि, मैं सज्जन और अच्छी हूँ।

I Love Little Pussy Word Meanings

Little (लिट्ल)-छोटा; Afraid (अफ्रेड)-डरा हुआ; Coat (कोट)-लोमचर्म; Hurt (हर्ट)-चोट; Harm (हार्म)-हानि; Drive (ड्राइव)- भगाना; Warm (वॉर्म)-गर्म: Gently ( जेन्ट्ली)-हल्के से, धीरे से; Pull (पुल)-खींचना; Silently ( साइलेंटली)-चुपचाप; Pussy (पूसी)-बिल्ली।

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MP Board Class 8th Science Solutions Chapter 2 Microorganisms: Friend and Foe

MP Board Class 8th Science Solutions Chapter 2 Microorganisms: Friend and Foe

MP Board Class 8th Science Microorganisms: Friend and Foe NCERT Textbook Exercises

Mp Board Class 8 Science Chapter 2 Question 1.
Fill in the blanks:
(a) Microorganisms can be seen with the help of a ……….. .
(b) Blue green algae fix ………….. directly from air to enhance fertility of soil.
(c) Alcohol is produced with the help.
Answer:
(a) microscope
(b) nitrogen
(c) yeast
(d) bacteria.

Mp Board Class 8 Science Solution Chapter 2 Question 2.
Tick the correct answer:
(a) Yeast is used in the production of:
(i) Sugar
(ii) Alcohol
(iii)Hydrochloric acid
(iv) Oxygen
Answer:
(ii) Alcohol

(b) The following is an antibiotic
(i) Sodium bicarbonate
(ii) Streptomycin
(iii) Alcohol
(iv) Yeast
Answer:
(ii) Streptomycin

(c) Carrier of malaria-causing protozoan is
(i) Female Anopheles mosquito
(ii) Cockroach
(iii) Housefly
(iv) Butterfly
Answer:
(i) Female Anopheles mosquito

(d) The most common carrier of communicable diseases is
(i) Ant
(ii) Housefly
(iii) Dragonfly
(iv) Spider
Answer:
(ii) Housefly

(e) The bread or idli dough rises because of
(i) Heat
(ii) Grinding
(iii)Growth of yeast cells
(iv) Kneading
Answer:
(iii)Growth of yeast cells

(f) The process of conversion of sugar into alcohol is called
(i) Nitrogen fixation
(ii) Moulding
(iii) Fermentation
(iv) Infection
Answer:
(iii)Fermentation

Mp Board Class 8 Science Solution Question 3.
Match the organisms in Column A with their action in Column B.

A B
(i) Bacteria (a) Fixing nitrogen
(ii) Rhizobium (b) Setting of curd
(iii) Lactobacillus (c) Baking of bread
(iv) Yeast (d) Causing malaria
(v) A protozoan (e) Causing cholera
(vi) A virus (f) Causing AIDS
(g) Producing antibodies

Answer:

A B
(i) Bacteria (e) Causing cholera
(ii) Rhizobium (a) Fixing nitrogen
(iii) Lactobacillus (b) Setting of curd
(iv) Yeast (c) Baking of bread
(v) A protozoan (d) Causing malaria
(vi) A virus (f) Causing AIDS

Class 8 Science Chapter 2 Mp Board Question 4.
Can microorganisms be seen with the naked eye? If not, how can they be seen?
Answer:
No, we cannot see microorganisms with unaided eyes. They can be seen with the help of a microscope.

Mp Board Class 8 Science Solution English Medium Question 5.
What are the major groups of microorganisms?
Answer:
The major groups of microorganisms are bacteria, protozoa, fungi and some algae.

Mp Board Class 8 Science Solution In English Question 6.
Name the microorganisms which can fix atmospheric nitrogen in the soil.
Answer:
They are Rhizobium, Azobactor, blue-green algae such as Anabaena and Nostoc, etc.

Mp Board Class 8th Science Solution Question 7.
Write 10 lines on the usefulness of microorganisms in our lives.
Answer:
The usefulness of microorganisms in our lives is given below:

  1. Lactobacillus, a bacterium, is useful in the formation of curd.
  2. Microorganisms like bacteria are also involved in the making of breads, cheese, etc.
  3. They are also used in cleaning up of the environment.
  4. Bacteria are also used in agriculture to increase soil fertility by fixing nitrogen.
  5. Microorganisms like yeast are used for the production of alcohol since ages.
  6. They are used in making manure.
  7. Vaccines are made on a large scale from micro-organisms to protect humans and other animals from several diseases.
  8. Several antibiotics are made from micro-organisms.
  9. Some microorganisms are used to make preservatives.
  10. About 50% of atmospheric carbon dioxide is fixed by micro-organisms (algae).

Mp Board 8th Class Science Solutions Question 8.
Write a short paragraph on the harmful effects of microorganisms.
Answer:
Some micro-organisms are harmful and cause diseases. The harms caused by microorganisms are as follows:

  1. Many communicable diseases, such as cholera, common cold, chickenpox, Tuberculosis (T.B.), etc., are caused by micro-organisms.
  2. Malaria is caused by a micro-organism called Plasmodium carried by female Anopheles mosquito.
  3. Aedes mosquito acts as carrier of dengue virus.
  4. Anthrax is a dangerous human and cattle disease Caused by a bacterium called Bacillus anthracis.
  5. Several microorganisms cause diseases in plants like wheat, rice, potato, sugarcane, orange, apple and others and reduce the yield of the crops.
  6. Food poisoning is also caused by microorganisms, making food poisonous by producing toxic substance in the food.

Mp Board Solution Class 8 Science Question 9.
What are antibiotics? What precautions must be taken while taking antibiotics?
Answer:
Antibiotics. The medicines which kill or stop the disease causing microorga¬nisms are called antibiotics. The common antibiotics produced from bacteria and fungi are penicillin, streptomycin and tetracycline etc.

The precautions to be taken in using antibiotics are as follows:

  1. Antibiotics should be taken only on the advice of a qualified doctor.
  2. One must finish the course prescribed by the doctor.
  3. If antibiotics are taken when not needed, the bacteria in the body will develop resistance to them. Next time, when you need antibiotics they would be less effective.
  4. The source of these medicines is micro-organisms.

MP Board Class 8th Science Microorganisms: Friend and Foe NCERT Extended Learning – Activities and Projects

Class 8 Science Solution Mp Board Question 1.
Pull out a gram or bean plant from the field. Observe its roots. You will find round structures called root nodules on the roots. Draw a diagram of the root and show the root nodules.
Answer:
Do yourself.

Mp Board Class 8 Science Solutions Question 2.
Collect the labels from the bottles of jams and jellies. Write down the list of contents printed on the labels.
Answer:
Ingredients: Sugar, mixed fruit pulp, gelling agent (E440), and acidity regulator (E330). Permitted synthetic food colour (E122) and added artificial flavours. Contains permitted class-II preservatives (E211, E224).

Mp Board Science Solution Class 8 Question 3.
Visit a doctor. Find out why antibiotics sltotdd not be overused? Prepare a short report.
Answer:
Antibiotics should not be overused because they reduce the power of immunity system. Regular or frequent use make the drug ineffective when needed in future.
They kill beneficial bacteria in our body. So, antibiotics should be consumed only when prescribed by a doctor only.

Class 8 Mp Board Science Solution Question 4.
Project: Requirements – 2 test tubes, marker pen, sugar, yeast powder, 2 balloons and lime water.
Take two test tubes and mark them A and B. Clamp these tubes in a stand and fill them with water leaving some space at the top. Put two spoonful of sugar in each of the test tubes. Add a spoonful of yeast in test tube B. Inflate the two balloons incompletely. Now tie the balloons on the mouths of each test tube.
Keep them in a warm place, away from sunlight. Watch the setup every day for next 3-4 days. Record your observations and think of an explanation. Now take another test tube filled 1/4 with lime water. Remove the balloon from test tube B in such a manner that gas inside the balloon does not escape. Fit the balloon on the test tube and shake well. Observe and explain.
Answer:
The balloon in test tube B will get inflated because the process of fermentation has taken place in test tube B. Yeast, bacteria and carbon dioxide gas produced during this process has inflated the balloon. Now the balloon will get a little deflated as gas is consumed by the lime water and the lime water will turn milky.
Mp Board Class 8 Science Chapter 2

MP Board Class 8th Science Microorganisms: Friend and Foe NCERT Additional Important Questions

A. Short Answer Type Questions

Mp Board Solution Science Class 8 Question 1.
How Can you see microorganisms?
Answer:
They can be seen with the help of microscope. These microorganisms are magnified to different extent and then can be seen clearly.

Class 8 Science Mp Board Solution Question 2.
Which microorganisms can be seen with the naked eye?
Answer:
Common mushrooms are the microorganisms which can be seen with naked eyes.

Mp Board Class 8 Social Science Solution Chapter 2 Question 3.
What are the major groups of microorganisms?
Answer:
There are five major groups of microorganisms. These groups are bacteria, fungi, protozoa, algae and viruses.

Mp Board 8th Class Science Question 4.
What are the two groups of organisms in fungi?
Answer:
The two groups of organisms in fungi are yeast and mould. Yeast are usually are unicellular while moulds are multicellular. Moulds also have filament like appearance.

B. Long Answer Type Questions

Class 8 Science Chapter 2 MP Board Question 5.
Are microorganisms always helpful to us? What are their harmful effects?
Answer:
No, microorganisms are not always helpful to us. They are harmful also causing sickness, cold, malaria, skin infection, influenza and many other diseasses by the action of certain microorganisms. They also spoil food materials and other materials used at home.

Science Class 8 Mp Board Question 6.
Explain Aerobic and Anaerobic bacteria. How do these bacteria reproduce?
Answer:
Those bacteria that require oxygen for their growth are called Aerobic bacteria. Those bacteria that grow without oxygen are called Anaerobic bacteria.
Bacteria normally reproduce by binary fission under favourable conditions. Sexual reproduction is also observed in these bacteria.

Class 8th Mp Board Science Question 7.
Name some bacteria which are helpful?
Answer:

  1. Lactobacillus which is a bacterium turns milk into curd.
  2. Bacteria are also involved in the making of cheese, pickles and many other food items.
  3. Bacteria which decompose dead leaves and animals and thus return the carbon, nitrogen and other nutrients to the environment for the next cycle of life processes.
  4. Some friendly bacteria scavenge as well as renew the life giving properties of the soil, water and air.

Question 8.
How do viruses reproduce?
Answer:
Viruses have their own genetic material but they do not have a cellular structure nor metabolic activity of their own. Viruses use the energy of the host cell and change their machinery in such a way they start producing more viral genes. As they multiply and grow in numbers, the host cell eventually bursts releasing all the virale cells.

MP Board Class 8th Science Solutions

MP Board Class 6th Sanskrit Solutions Chapter 4 सङ्ख्याबोधः

MP Board Class 6th Sanskrit Solutions Surbhi Chapter 4 सङ्ख्याबोधः

MP Board Class 6th Sanskrit Chapter 4 अभ्यासः

Mp Board Class 6 Sanskrit Solution प्रश्न 1.
उचितशब्देन रिक्तस्थानं पुरयत-
(उचित शब्द से खाली स्थान की पूर्ति करो)
(क) एकं ………… अस्ति। (बालकः/बालिका/फलम्)
(ख) तिस्त्रः …………….. सन्ति। (बालिकाः/बालकाः/फलानि)
(ग) सप्तः …………. सन्ति। (गजः/अश्वाः /अजा)
उत्तर:
क) फलम्
(ख) बालिकाः
(ग) अश्वाः

Class 6 Sanskrit Chapter 4 MP Board प्रश्न 2.
उचितपरिवर्तनेन रिक्तस्थानं पूरयत (उचित परिवर्तन से रिक्त स्थान को पूरा करो)
(लता, बाला, छात्र, गृह, बालक, नृपः, अजा, गृह, मनुष्य, गज)
(क) द्वै ………..।
(ख) तिस्त्रः ……….।
(ग) द्वौ ……….।
(घ) चत्वारि …………।
(ङ) षट् ………..।
(च) सप्त …………
(छ) नव …………।
(ज) दश……………।
(झ) पञ्च …………।
(ब) त्रयः ………….।
उत्तर:
(क) लते
(ख) बालाः
(ग) छात्रौः
(घ) गृहाणि
(ङ) बालकाः
(च) नृपाः
(छ) अजाः
(छ) गृहाणि
(झ) मनुष्याः
(ञ) गजाः।

Sanskrit Class 6 Chapter 4 MP Board प्रश्न 3.
उचितसङ्ख्यापदेन पूरयत(उचित संख्या शब्द से पूरा करो)
(क) …………. फलम्।
(ख) …………. जनाः।
(ग) ………………. लते।
(घ) …………… मयूराः।
(ङ) …………… अश्वौ।
(च) ……………. नेत्रे।
(छ) ……………. पुष्पाणि।
(ज) …………… पर्वताः।
(झ) …………… गजाः।
(ज) ……….. माला।
उत्तर:
(क) एकं
(ख) सप्त
(ग) द्वे
(घ) पञ्च
(ङ) द्वौः
(च) द्वे
(छ) चत्वारि
(ज) अष्ट
(झ) नव
(ञ) एका।

Mp Board Class 6th Sanskrit Solution प्रश्न 4.
संस्कृतसङ्ख्याः लिखत(संस्कृत संख्या को लिखो)
(क) २………… (स्त्रीलिङ्ग)
(ख) ४ ……….. (पुल्लिङ्ग)
(ग) २ ………… (नपुंसकलिङ्ग)
(घ) १………… (पुल्लिङ्ग)।
(ङ) ३…………. (स्त्रीलिङ्ग)
(च) २ ………… (नपुंसकलिङ्ग)
(छ) २…………(पुल्लिङ्ग)
(ज) १ ……….. (नपुंसकलिङ्ग)
(झ) ३ ………… (पुल्लिङ्ग)
(ञ) १ ………… (स्त्रीलिङ्ग)
उत्तर:
(क) द्वे
(ख) चत्वारः
(ग) त्रीणि
(घ) एकः
(ङ) तिस्रः
(च) द्वे
(छ) द्वौ
(ज) एकम्
(झ) त्रयः
(ञ) एका।

Mp Board Solution Class 6 Sanskrit प्रश्न 5.
गणनां कृत्वां संख्यां लिखत (गिनती करके संख्या लिखो)
MP Board Class 6th Sanskrit Solutions Chapter 4 सङ्ख्याबोधः 1Class 6 Chapter 4 Sanskrit MP Board
उत्तर:
(क) द्वे
(ख) तिस्त्रः
(ग) त्रीणि
(घ) षट्
(ङ) दश
(च) दश
(छ) पञ्च
(ज) अष्ट
(झ) चत्वारः
(ञ) नव।

कक्षा 6 संस्कृत पाठ 4 MP Board योग्यताविस्तर :
सङ्ख्यां कण्ठस्थीकुरुत (सङ्ख्याओं को कण्ठाग्र करो)

सङ्ख्याबोधः हिन्दी अनुवाद :

1. एकः वृक्षः।
एक पेड़।
Sanskrit Class 6 Mp Board

2. द्वौ बालको।
दो बालक।
Class 6 Sanskrit Chapter 4 Question Answer MP Board

3. त्रयः अश्वाः।
तीन घोड़े।
6th Class Sanskrit Chapter 4 MP Board

4. चत्वारः घटाः।
चार घड़े।
Class 6 Sanskrit Lesson 4 MP Board

5. पञ्च कुक्कुराः।
पाँच कुत्ते।
Mp Board Solution Class 6th Sanskrit

6. षट् कपोताः।
छ: कबूतर।
Class 6th Sanskrit Chapter 4 MP Board

7. सप्त शुकाः।
सात तोते।
Mp Board Class 6 Sanskrit Solution

8. अष्ट मूषकाः।
आठ चूहे।
Class 6 Sanskrit Chapter 4 MP Board

9. नव मृगाः।
नौ हिरण।
Sanskrit Class 6 Chapter 4 MP Board

10. दश मयूराः।
दस मोर।
Mp Board Class 6th Sanskrit Solution

1. एका बालिका।
एक लड़की।
Mp Board Solution Class 6 Sanskrit

2. द्वे बालिके।
दो लड़कियाँ।
कक्षा 6 संस्कृत पाठ 4 MP Board

3. तिस्त्रः मालाः।
तीन मालाएँ।
Class 6 Chapter 4 Sanskrit MP Board

4. चतस्त्रः अजाः।
चार बकरियाँ।
Sanskrit Class 6 Mp Board

5. पञ्च चटकाः।
पाँच चिड़ियाँ।
Class 6 Sanskrit Chapter 4 Question Answer MP Board

6. षट् घटिकाः।
छः घड़ियाँ।
6th Class Sanskrit Chapter 4 MP Board

7. सप्त मक्षिका
सात मक्खियाँ।
Class 6 Sanskrit Lesson 4 MP Board

8. आष्टा छुरिका
आठ छुरियाँ।
Mp Board Solution Class 6th Sanskrit

9. नव पिपीलिका
नौ चींदियाँ।
Class 6th Sanskrit Chapter 4 MP Board

10. दस लड़कियाँ।
दश बालिका
MP Board Class 6th Sanskrit Solutions Chapter 4 सङ्ख्याबोधः 21

MP Board Class 6th Sanskrit Solutions Chapter 4 सङ्ख्याबोधः 22

MP Board Class 6th Sanskrit Solutions Chapter 4 सङ्ख्याबोधः 23

MP Board Class 6th Sanskrit Solutions Chapter 4 सङ्ख्याबोधः 24

MP Board Class 6th Sanskrit Solutions Chapter 4 सङ्ख्याबोधः 25

MP Board Class 6th Sanskrit Solutions Chapter 4 सङ्ख्याबोधः 26

अनुवाद :
पुल्लिङ्ग-एक, दो, तीन, चार, पाँच।
स्त्रीलिङ्ग :
एक, दो, तीन, चार, पाँच।
नपुंसकलिङ्ग :
एक, दो, तीन, चार, पाँच।

नोट :
संस्कृत में-पुल्लिङ्ग, स्त्रीलिङ्ग तथा नपुंसकलिङ्ग में संख्यावाचक शब्दों के रूपों में भेद उपर्युक्त तालिका में देखा जा सकता है।

MP Board Class 6th Sanskrit Solutions

MP Board Class 7th Sanskrit Solutions Chapter 16 प्राचीन-भारतीय-वैज्ञानिकाः

MP Board Class 7th Sanskrit Solutions Surbhi Chapter 16 प्राचीन-भारतीय-वैज्ञानिकाः

MP Board Class 7th Sanskrit Chapter 16 अभ्यासः

Class 7 Sanskrit Chapter 16 MP Board प्रश्न 1.
एक शब्द में उत्तर लिखो
(क) वृक्षायुर्वेदग्रन्थस्य रचयिता कः? [वृक्षायुर्वेद ग्रन्थ के रचयिता कौन हैं?]
उत्तर:
महर्षिः पराशरः

(ख)”शुल्बसूत्रं” कः रचितवान्? [‘शुल्बसूत्र’ की रचना किसने की?]
उत्तर:
बोधायनः

(ग) प्रकाशस्य गतिं कः ज्ञातवान्? [प्रकाश की गति का किसने पता किया?]
उत्तर:
आर्यभट्टः

(घ) शल्यक्रियायाः जनकः कः? [शल्यक्रिया (सर्जरी) का जनक कौन है?]
उत्तर:
आचार्यः सुश्रुतः

(ङ) गुरुत्वाकर्षणसिद्धान्तं कः प्रतिपादितवान्? [गुरुत्वाकर्षण के सिद्धान्त को किसने प्रतिपादित किया?]
उत्तर:
भास्कराचार्यः।

Class 7 Sanskrit Chapter 16 Question Answer MP Board प्रश्न 2.
अधोलिखित प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में लिखो
(क) महर्षिः पराशरः वनस्पतीनां किं कृतवान्? [महर्षि पराशर ने वनस्पतियों का क्या किया?]
उत्तर:
महर्षिः पराशरः वनस्पतीनां वर्गीकरणं कृतवान् [महर्षि पराशर ने वनस्पतियों का वर्गीकरण किया।]

(ख) विद्युत्कोशस्य आविष्कारकः कः आसीत्? [विद्युत्कोश का आविष्कारक कौन था?]
उत्तर:
विद्युत्कोशस्य आविष्कारकः महर्षिः अगस्त्यः आसीत्। [विद्युतकोश के आविष्कारक महर्षि अगस्त्य थे।]

(ग) “पृथ्वी सूर्यस्य परिक्रमा करोति” इति सिद्धान्तं कः प्रतिपादितवान्? [“पृथ्वी सूर्य की परिक्रमा करती है”, इस सिद्धान्त को किसने प्रतिपादित किया?]
उत्तर:
“पृथ्वी सूर्यस्य परिक्रमा करोति”, इति सिद्धान्तं आर्यभट्टः प्रतिपादितवान्। [“पृथ्वी सूर्य की परिक्रमा करती है”, इस सिद्धान्त को आर्यभट्ट ने प्रतिपादित किया।]

(घ) भास्कराचार्यः किं प्रतिपादितवान्? [भास्कराचार्य ने क्या प्रतिपादित किया?]
उत्तर:
भास्कराचार्यः गुरुत्वाकर्षण सिद्धान्तं, π (पै) इति गणित चिह्नस्य मानं त्रैराशिक-नियमादीन् प्रतिपादितवान्। [भास्कराचार्य ने गुरुत्वाकर्षण सिद्धान्त, π (पाई) नामक गणित चिह्न का मान, त्रैराशिक नियमों आदि का प्रतिपादन किया।]

(ङ) “त्वचारोपणम्” आदौ कः कृतवान्? [त्वचारोपण प्रारम्भ में किसने किया?]
उत्तर:
त्वचारोपणम् आदौ आचार्यः सुश्रुतः कृतवान्। [त्वचारोपण प्रारम्भ में आचार्य सुश्रुत ने किया।]

Class 7th Sanskrit Chapter 16 MP Board प्रश्न 3.
रेखांकित शब्द के आधार पर प्रश्न का निर्माण करो
(क) परमाणुवादस्य जनकः महर्षिः कणादः अस्ति।
(ख) विमानविद्यायाः वर्णनं भरद्वाजः अकरोत्।
(ग) भारतीकृष्णतीर्थः वैदिकगणितं रचितवान्।
(घ) रेखागणितस्य प्रमेयं शुल्बसूत्रे अस्ति।
(ङ) महर्षिः पाणिनि: अष्टाध्यायीं रचितवान्।
उत्तर:
(क) कस्य जनकः महर्षिः कणादः अस्ति?
(ख) विमानविद्यायाः वर्णनं कः अकरोत्?
(ग) भारतीय कृष्णतीर्थः किम् रचितवान्?
(घ) रेखागणितस्य प्रमेयं कस्मिन् अस्ति?
(ङ) महर्षिः पाणिनिः किम् ग्रन्थम् रचितवान्?

Sanskrit Class 7 Chapter 16 MP Board प्रश्न 4.
उचित शब्द से रिक्त स्थान को पूरा करो
(क) सः आपणम् ………. (गतवान्/गतवन्तः)
(ख) बालकाः पाठं ……….। (पठितवान्/पठितवन्तः)
(ग) ……….. पत्रं लिखितवान्। (अध्यापकः/अध्यापकाः)
(घ) ……….. मातृभूमिम् रक्षितवन्तः। (सैनिकः/सैनिकाः)
(ङ) गायकः गीतम् ……….। (गीतवान्/गीतवन्तः)
उत्तर:
(क) गतवान्
(ख) पठितवन्तः
(ग) अध्यापकः
(घ) सैनिकाः
(ङ) गीतवान्।

Chapter 16 Sanskrit Class 7 MP Board प्रश्न 5.
कोष्ठक से उचित शब्द चुनकर रिक्त स्थान को पूरा करो-
(विद्युत-कोशः, सूर्यस्य, प्रकाश निस्सारण, शल्यक्रियाम्)
(क) आर्यभट्टस्य मतेन पृथ्वी …………. परिक्रमा करोति।
(ख) सुश्रुतः शरीरस्य ………… करोति स्म।
(ग) वृक्षाः ………… क्रिया द्वारा भोजनं कुर्वन्ति।
(घ) ताम्र-जतु-पारदादीनां संयोगेन …………. उत्पन्नाः भवति।
उत्तर:
(क) सूर्यस्य
(ख) शल्यक्रियाम्
(ग) प्रकाश निस्सारण
(घ) विद्युत-कोशः।

Sanskrit Chapter 16 Class 7 MP Board प्रश्न 6.
समुचित अक्षर से रिक्त स्थान की पूर्ति करो-
Class 7 Sanskrit Chapter 16 MP Board
उत्तर:
(क) क्षा, द।
(ख) ह, हि।
(ग) आ, भ।
(घ) धा, न।
(ङ) ब्र, प्त।

Mp Board Class 7 Sanskrit Chapter 16 प्रश्न 7.
समुचित मिलान करो
Class 7 Sanskrit Chapter 16 Question Answer MP Board
उत्तर:
(क) → (4)
(ख) → (3)
(ग) → (5)
(घ) → (1)
(ङ) → (2)

प्राचीन-भारतीय-वैज्ञानिकाः हिन्दी अनुवाद

(एकस्मिन् विद्यालये आचार्य-छात्राणां मध्ये वैज्ञानिकानां विषये वार्तालापः प्रचलति)

Ch 16 Sanskrit Class 7 MP Board आचार्यः :
छात्राः! किं यूयं जानीथ, यत् रेखागणितस्य नवविंशतितमं (२९) प्रमेयं किम्?

Class 7 Sanskrit Chapter 16 Hindi Translation MP Board छात्रा: :
आम्! जानीमः, “पाइथागोरसप्रमेयम्” इति।

Sanskrit Chapter 16 MP Board आचार्यः :
एतस्य नामकरणस्य कारणं किम्?

प्रशान्तः :
अस्य प्रमेयस्य आविष्कर्ता “पाइथागोरस” नामक वैज्ञानिकः आसीत्। अतः तस्य नाम्ना एतस्य नामकरणम् अभवत्।

आचार्यः :
सम्प्रति एषः एव प्रचारः परन्तु पाइथागोरसतः १५०० वर्षपूर्व आचार्य: बोधायन:शुल्बसूत्रे एतस्य प्रमेयस्य प्रयोगं कृतवान्। भारतीयाः अङ्का अपि ततः पूर्वम् आसन्।

नीलेश: :
महोदय! प्राचीनकाले भारतदेशे वैज्ञानिकाः आसन् किम्?

आचार्य: :
भारतदेशः वैदिककालात् एव वैज्ञानिकानां देशः अस्ति। चिकित्सा-अभियान्त्रिकी-गणित-विज्ञानादिषु क्षेत्रेषु भारतीय-वैज्ञानिकाः बहुकार्यं कृतवन्तः।।

अनुवाद :
(एक विद्यालय में आचार्य-छात्रों के बीच में वैज्ञानिकों के विषय में वार्तालाप चलता है।)

आचार्य :
हे छात्रो! क्या तुम सब जानते हो कि रेखागणित के उन्तीस प्रमेय क्या हैं?

छात्र :
हाँ! जानते हैं। ‘पाइथागोरस की प्रमेय’।

आचार्य :
इसके नामकरण का कारण क्या है?

प्रशान्त :
इस प्रमेय का आविष्कार करने वाले “पाइथागोरस” नामक एक वैज्ञानिक थे। इसलिए उसके नाम से इसका नामकरण हो गया।

आचार्य :
अब तो यही प्रचारित है। परन्तु पाइथागोरस से १५०० वर्ष पूर्व (पन्द्रह सौ वर्ष पूर्व) आचार्य बोधायन ने शुल्ब सूत्र में इस प्रमेय का प्रयोग किया था। भारतीय अंक भी उससे पहले थे।

नीलेश :
महोदय! प्राचीन काल में भारत देश में क्या वैज्ञानिक थे?

आचार्य :
भारतदेश वैदिक काल से ही वैज्ञानिकों का देश है। चिकित्सा, अभियान्त्रिकी, गणित, विज्ञान आदि के क्षेत्रों में भारतीय वैज्ञानिकों ने बहुत-सा कार्य किया हुआ है।

सौम्या :
महोदय! वनस्पतिविज्ञान-विषये किं कार्यं भारते अभवत्?

आचार्यः :
महर्षिः पराशरः “वृक्षायुर्वेद” ग्रन्थे वनस्पतीनां वर्गीकरणं कृतवान्। वृक्षेषु प्रकाश-निस्सारण-क्रियायाः (प्रकाशसंश्लेषणम्) पर्णस्य अवान्तर-भागानाम् (प्लाज्माइत्यादीनाम्) अपि वर्णनं पराशरः कृतवान्।

अर्जुन: :
प्राचीनकाले विद्युत्कोशः (बैट्री) अपि आसीत् किम्?

आचार्य: :
अवश्यमेव आसीत्। ताम्रपत्र-जतुपत्रकृष्णाङ्गारचूर्ण-पारद-इत्यादीनां संयोगेन विद्युत् उत्पन्ना भवति इति महर्षिः अगस्त्यः लिखितवान्।

अनुवाद :
सौम्या-महोदय! वनस्पति विज्ञान के विषय में भारत में क्या कार्य हुआ था?

आचार्य :
महर्षि पराशर ने ‘वृक्षायुर्वेद’ नामक ग्रन्थ में वनस्पतियों का वर्गीकरण किया था। वृक्षों में प्रकाश के निकलने की क्रिया का (प्रकाश-संश्लेषण) पत्ते के अवान्तर भागों का (प्लाज्मा आदि का) भी वर्णन पराशर ने किया था।

अर्जुन :
प्राचीनकाल में विद्युत्कोश (बैट्री) भी थी क्या?

आचार्य :
अवश्य ही थी। ताम्रपत्र, जतुपत्र, कृष्णाङ्गारचूर्ण, पारद आदि के संयोग से विद्युत उत्पन्न होती है। महर्षि अगस्त्य ने लिखा था।

केशवः :
महोदय! वदतु कृपया, अस्माकं भारते गणितविषये अन्यत् किं प्रमुखं कार्यम् अभवत्?

आचार्यः :
प्राचीनः भारतीयः महान गणितज्ञः आर्यभट्टः प्रकाशस्य गतिं सम्यक् जानाति स्म। पृथ्वी गोलाकारा अस्ति। पृथ्वी स्व अक्षे भ्रमति, तेन एवं दिवारात्री भवतः। पृथ्वी सूर्यस्य परिक्रमा करोति, तेन एव षड् ऋतवः भवन्ति सप्ताहे दिनानां क्रमः, प्रकाशस्य गतिः, कालगणना, खगोलविज्ञानं त्रिकोणमितिः इत्यादिषु क्षेत्रेषु आचार्यः आर्यभट्टः बहुकार्य कृतवान्।

अनुवाद :
केशव-महोदय! कृपा करके बताइए, हमारे भारतवर्ष में गणित विषय में अन्य कौन-सा प्रमुख कार्य हुआ।

आचार्य :
प्राचीन भारतीय महान गणितज्ञ आर्यभट्ट प्रकाश की गति को ठीक तरह से जानते थे। पृथ्वी गोल आकार की है। पृथ्वी अपने अक्ष पर (कीली पर) घूमती है। उसी के कारण से दिन और रात होते हैं। पृथ्वी सूर्य की परिक्रमा करती है, उसी के कारण से छः ऋतुएँ होती हैं। सप्ताह में दिनों का क्रम, प्रकाश की गति, कालगणना, खगोलविज्ञान, त्रिकोणमिति इत्यादि के क्षेत्र में आचार्य आर्यभट्ट ने बहुत-सा कार्य किया था।

आदित्यः :
आचार्य! भास्करः अपि गणित-विषये कार्य कृतवान् किम्?

आचार्य: :
आम्! गुरुत्वाकर्षणसिद्धान्तं π (पै) इति गणितचिह्नस्य मानं त्रैराशिक-नियमादीन् भास्कराचार्यः प्रतिपादितवान्।

शालिनी :
महोदय! चिकित्साक्षेत्रे अस्माकं पूर्वजानां ज्ञानं कीदृशम् आसीत्?

आचार्यः :
शल्यचिकित्सायाः जनकः आचार्यः सुश्रुतः प्रायशः सर्वाः शल्यक्रियाः करोति स्म। यथा-त्वचारोपणम् (प्लास्टिक सर्जरी), नासिकारोपणम्, कर्णरोपणम्, तन्त्रिकाचिकित्सा नेत्रचिकित्सा इत्यादयः। शल्यक्रियायां यानि उपकरणानि सुश्रुतेन प्रयुक्तानि तानि एव उपकरणानि तथैव आधुनिक-चिकित्सा-क्षेत्रे प्रयुज्यन्ते।

अनुवाद :
आदित्य :
आचार्य! क्या भास्कर ने भी गणित के विषय में कार्य किया हुआ था?

आचार्य :
हाँ! गुरुत्वाकर्षण सिद्धान्त को π (पाई) नामक गणित के चिह्न का मान, त्रैराशिक नियम आदि को भास्कराचार्य ने प्रतिपादित किया।

शालिनी :
महोदय! चिकित्सा के क्षेत्र में हमारे पूर्वजों का ज्ञान कैसा था?

आचार्य :
शल्य चिकित्सा के जनक (जन्म देने वाले) आचार्य सुश्रुत प्रायः सभी प्रकार की शल्य क्रिया किया करते थे। जैसे-त्वचारोपण (प्लास्टिक सर्जरी), नासिकारोपण, कर्णरोपण, तन्त्रिका चिकित्सा, नेत्र चिकित्सा इत्यादि। शल्य क्रिया में जिन उपकरणों (औजारों) का प्रयोग सुश्रुत ने किया, उन्हीं उपकरणों को उसी तरह आधुनिक चिकित्सा के क्षेत्र में प्रयोग किया जाता है।

मोहित :
आचार्य! चरकः अपि भैषजरसायनं, ज्वालापरीक्षणं, वनस्पति-आधारितां च चिकित्सापद्धतिं निर्दिष्टवान्।

गरिमा :
महोदय! प्राचीन भारतीय वैज्ञानिकानां नामानि तेषाम् आविष्कारः च विस्तरेण कुत्र लभ्यन्ते?

आचार्यः :
भारतस्य वैज्ञानिकपरम्परा सुदीर्घा अस्ति। तस्याः परिचयः संस्कृतस्य प्राचीनग्रन्थेषु प्राप्यते।

अनुवाद :
मोहित-आचार्य! चरक ने भी भैषज रसायन को, ज्वाला परीक्षण को और वनस्पति पर आधारित चिकित्सा पद्धति को निर्दिष्ट किया।

गरिमा :
महोदय! प्राचीन भारतीय वैज्ञानिकों के नाम तथा उनके आविष्कार विस्तार से कहाँ प्राप्त किये जा सकते हैं?

आचार्य :
भारतवर्ष की वैज्ञानिक परम्परा बहुत ही दीर्घ है। उसका परिचय संस्कृत के प्राचीन ग्रंथों में प्राप्त होता है।

प्राचीन-भारतीय-वैज्ञानिकाः शब्दार्थाः

सम्प्रति = आजकल। विसङ्गति = असमानता। इत्यस्य = (इति + अस्य) इसका। जतु/कुप्यातु = जस्ता। वर्गीकरणम् = गुणों के आधार पर स्थान निर्धारण। अवान्तर = आन्तरिक, भीतरी। पारदः = पारा। विद्युत्कोशः = सञ्चित विद्युत का भण्डार। कृष्णाङ्गारम् = कोयला। ताम्रम् = ताँबा। π (पै) = गणित में प्रयुक्त एक चिह्न। इसका मान \( \frac{22}{7}\) होता है। त्वचारोपणम् = त्वचाप्रत्यारोपण (प्लास्टिक सर्जरी)। नासिकारोपणम् = नासिकाप्रत्यारोपण (नाक को इच्छानुसार आकार देना)। कर्णरोपणम् = कान प्रत्यारोपण (कान को इच्छानुसार आकार देना)। तन्त्रिकाचिकित्सा = तन्त्रिका तन्त्र की चिकित्सा विधि। शल्यक्रिया = चीरफाड़ द्वारा चिकित्सा करना। उपकरणानि = उपकरण। भैषजरसायनम् = पेड़-पौधों के रस द्वारा औषधि निर्माण प्रक्रिया। सुदीर्घा = लम्बी। वैदिककालादेव = (वैदिककालात् + एव) वैदिक काल से ही। प्रयुज्यमानानि = प्रयोग में आने वाले। प्रयुज्यन्ते = प्रयुक्त होते हैं। प्रकाशनिस्सारणक्रिया = प्रकाश संश्लेषण, सूर्य के प्रकाश में पौधों द्वारा भोजन संग्रहण करने की क्रिया।

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MP Board Class 7th Social Science Solutions Chapter 6 Government at the Center

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MP Board Class 7th Social Science Chapter 6 Text Book Questions

Choose the correct alternative from the following

Mp Board Class 7th Social Science Chapter 6 Question 1.
The minimum age to become the member of Rajya Sabha is:
(a) 35 years
(b) 30 years
(c) 40 years
(d) 25 years
Answer:
(b) 30 years

Class 7 Social Science Chapter 6 Government At The Centre MP Board Question 2.
The minimum number of the members of the Lok Sabha are:
(a) 230
(b) 545
(c) 250
(d) 552
Answer:
(b) 545

Government At The Centre Class 7th MP Board Question 3.
The maximum difference between the two sittings of the Lok Sabha is:
(a) 1 year
(b) 3 months
(c) 6 months
(d) 9 months
Answer:
(c) 6 months

Fill in the blanks:

  1. In India ……………… is the age for adult franchise.
  2. ……………… presides over the sittings in Lok Sabha.
  3. The number of members decided by the Indian constitution for Rajya Sabha is
  4. The term of a Rajya Sabha member is ………… years.
  5. The President has the power to nominate ……… number of members in die Rajya Sabha.
  6. …………. is the ex-office member of the Rajya Sabha.

Answer:

  1. 18 years
  2. Speaker
  3. 250
  4. six years
  5. 12
  6. Vice President

MP Board Class 7th Social Science Chapter 6 Short Answer Type Questions

Mp Board Class 7 Social Science Chapter 6  Question 1.
Mention three qualifications to become the member of Lok Sabha.
Answer:
Three qualifications to become the member of Lok Sabha:

  • He / She should be a citizen of India and his / hername should beinthe elctoralroll
  • He should have acquired the age of 25 years.
  • He should not be proclaimed bankrupt or insolvent by the court

Class 7th Social Science Chapter 6 MP Board Question 2.
Mention the three qualifications for a voter.
Answer:
Three qualifications for a voter are:

  • He / She must be a citizen of India and must have completed the age of 18 years.
  • His / Her name must be in the voters list of the constituency to which he / she belongs.
  • He must not be insolvent, bankrupt and must be sane.

Class 7 Social Science Chapter 6 MP Board Question 3.
What do you understand by First Reading?
Answer:
In it, copies of the bill are given to the members. The person or minister who introduces the bill in the House, gives a speech explaining the purpose of the bill The proposal of this bill is published in the government gazette of the central government.

Mp Board Solution.Com Class 7 Question 4.
Mention five subjects given in the Central List
Answer:
Among 97 subjects, 5 subjects given the Central List are:

  • Army
  • Bank
  • Currency
  • Railways
  • Post & telegraphs.

Social Science Class 7 Chapter 6 MP Board Question 5.
What is concurrent list?
Answer:
Concurrent list consists of 52 subjects on which both the Parliament and State Legislatures have the power to make laws.

MP Board Class 7th Social Science Chapter 6 Long Answer Type Questions

Social Science Chapter 6 Class 7 MP Board Question 1.
The Rajya Sabha is a Permanent body. Explain how?
Answer:
Rajya Sabha is a permanent body, it is never dissolved. The term of a Rajya Sabha member is six years. One third of its members retire every two years after the completion of their term of six years. In their place a set of new members are elected by the members of the legislative assembly. In the same way one third of its nominated members are also replaced after six years by the President

Class 7 Social Science Chapter 6 Question Answer MP Board Question 2.
Describe any two functions of the Parliament.
Answer:
The Parliament has a number of functions of which two are given below:

1. To make laws – The Parliament makes laws on all the 97 subjects given in the central list It also makes laws on the 52 subjects mentioned in the concurrent list. It also makes laws on the subjects given in the residuary list from time to time.

2. Control over the executive – The central executive is formed from among-st the members of the Parliament The Parliament controls this executive. This is done by various methods like asking questions and supplementary questions, agreements over bills and non – agreement over passing of a bill, calling attention motion and passing no – confidence motion.

Class 7th Civics Chapter 5 Government At The Centre MP Board Question 3.
Describe in brief how a bill is made a law.
Answer:
Every bill has to go through three stages in the Parliament. These stages are:

  • The first reading of the bill – In it, copies of the bill are given to the members. The person or minister who introduces the bill in the House, gives a speech explaining die purpose of die bill.
  • The second reading – In the second reading, a clause / by – clause discussion takes place on the bill.
  • The third reading – in the third reading the bill as a whole is finally discussed and put to vote.

If the majority of the members are in its favor, the bill is passed. Now the bill is sent to the other House. After the bill is sent to the other House, it goes through all the three stages as mentioned above. After toe other House passes toe bill, it is sent to toe President for his assent The bill becomes a law after it is signed by toe President.

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