MP Board Class 6th Hindi Bhasha Bharti Solutions Chapter 14 नारियल का बगीचा-केरल

MP Board Class 6th Hindi Bhasha Bharti Solutions Chapter 14 नारियल का बगीचा-केरल

MP Board Class 6th Hindi Bhasha Bharti Chapter 14 पाठ का अभ्यास

पाठ 14 नारियल का बगीचा केरल MP Board Class 6th प्रश्न 1.
सही विकल्प चुनकर लिखिए

(क) आदि शंकराचार्य का जन्म हुआ था
(i) रामेश्वरम् में
(ii) अहमदाबाद में,
(iii) केरल में
(iv) मुम्बई में।
उत्तर
(iii) केरल में

(ख) केरल का नृत्य है
(i) कुचीपुड़ी
(ii) भरतनाट्यम्
(iii) कथकली
(iv) भांगड़ा।
उत्तर
(iii) कथकली

(ग) इमली के मसालेदार पानी को केरल में कहते
(i) रसम
(ii) सांभर,
(iii) उत्तपम
(iv) चटनी।
उत्तर
(i) रसम

(घ) केरल के पश्चिम में स्थित है
(i) हिन्द महासागर
(ii) अरब सागर
(iii) भूमध्य सागर
(iv) बंगाल की खाड़ी।
उत्तर
(ii) अरब सागर

नारियल का बगीचा केरल MP Board Class 6th प्रश्न 2.
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए

(क) केरल का मुख्य त्योहार ……. है।
(ख) केरल में नीलगिरि पर्वत पर ………….के बगीचे में
(ग) केरल की राजधानी ………………है
(घ) रामकृष्ण मेनन केरल के होकर भी अच्छी ………….. बोलते थे।
(ङ) केरल के लोग नृत्य और संगीत के बड़े ………………है
उत्तर
(क) ओणम
(ख) चाय
(ग) त्रिवेन्द्रम
(घ) हिन्दी
(ङ) शौकीन।

नारियल का बगीचा MP Board Class 6th प्रश्न 3.
एक या दो वाक्य में उत्तर दीजिए

(क) रामकृष्ण मेनन का वतन कहाँ था ?
उत्तर
रामकृष्ण मेनन का वतन केरल की राजधानी त्रिवेन्द्रम में है।

(ख) लेखक को प्लेटफार्म पर खड़े सज्जन पर दया क्यों आ गई?
उत्तर
प्लेटफार्म पर खड़े सज्जन पर लेखक को दया इसलिए आ गई कि एक पहलवाननुमा लड़का डिब्बे के दरवाजे में खड़ा होकर उसे डिब्बे में चढ़ने नहीं दे रहा था। गाड़ी चलने वाली थी। उन सज्जन ने अनेक बार मिन्नतें की लेकिन उस लड़के ने उस यात्री को चढ़ने नहीं दिया। जब लेखक ने पहल की तो वह बेचारा प्लेटफार्म से डिब्बे में चढ़ सका।

(ग) केरल के वनों में कौन-कौन से वृक्ष होते हैं ?
उत्तर
केरल के वनों में सागौन, शीशम, रबर और चन्दन के वृक्ष होते हैं। नारियल का पेड़ उनकी प्रतिदिन की आवश्यकताओं को पूरा करता है।

(घ) केरलवासी नारियल को कौन-सा वृक्ष कहते
उत्तर
केरलवासी नारियल को कल्पवृक्ष कहते हैं।

(ङ) केरल के लोगों का पहनावा कैसा है ?
उत्तर
केरल में गर्मी बहुत पड़ती है, इसलिए वहाँ के लोग ढीले-ढाले कपड़े पहनते हैं। वे लुंगी ही पहनते हैं। स्त्रियाँ धोती और ब्लाउज पहनती हैं। उनके कपड़े प्राय: सफेद रंग के ही ज्यादा होते हैं।

(च) कथकली’ का नाम कथकली क्यों पड़ा?
उत्तर
‘कथकली’ नामक नृत्य कला में अनेक कथाओं को नृत्य में डाल लिया जाता है। इसलिए इसे कथकली कहा जाता है।

प्रश्न 4.
तीन से पाँच वाक्यों में उत्तर दीजिए

(क) नारियल के पेड़ की क्या उपयोगिता है ?
उत्तर
नारियल अमृत के समान मीठा पानी देता है। उसकी गिरी से साग-सब्जी, चटनी बनती है। उसके गोले से तेल निकलता है जो साबुन बनाने और सिर में डालने के काम आता है। इसके तने से पानी की नाली बनती हैं। उससे रस्सी, मोटे । रस्से, चटाई, कूँची पायदान बनाये जाते हैं। नारियल के छिलकों से कटोरे, प्याले, चमचे बनते हैं। इसकी लकड़ी से और पत्तियों से मकान की छत बनाई जाती है।

(ख) केरल को भारत का नन्दनवन क्यों कहते हैं ?
उत्तर
केरल भारतवर्ष का नन्दनवन है क्योंकि यहाँ की प्राकृतिक सुन्दरता चारों ओर बिखरी पड़ी है, जिस तरह स्वर्ग में नन्दनवन अपनी छटा से देवताओं के मन का रंजन करता रहता है, वैसे ही यहाँ के वन समूल में अनेक तरह के पेड़-पौधे पाये जाते हैं। इन पेड़-पौधों ने केरल को प्राकृतिक सुन्दरता दे दी है। रंग-बिरंगे फूलों और चन्दन आदि के वृक्षों की गंध चारों ओर बिखरती रहती है। इसलिए केरल को स्वर्ग का बगीचा नन्दनवन । कहा गया है।

(ग) केरल के खान-पान में मुख्य भोजन क्या है ?
उत्तर
केरल के लोगों का मुख्य रूप से भोजन चावल ही है। इस चावल से वहाँ भिन्न-भिन्न वस्तुएँ बनाई जाती हैं। चावल के साथ रसम तथा सांभर भी बनता है। रसम एक तरह का मसालेदार पानी होता है और सांभर एक प्रकार की दाल होती है। इडली और डोसा यहाँ के लोगों का खाद्य पदार्थ है।

(घ) ‘ओणम’ के दिन केरलवासी क्या करते हैं?
उत्तर
ओणम के दिन केरलवासी नौका और लक्ष्मी की पूजा करते हैं। अनेक मिठाइयाँ बनती हैं। नौका प्रतियोगिता होती है। नौकाओं में बैठे लोग मीठे स्वरों में गीत गाते हैं। हाथियों पर देवताओं की सवारी निकाली जाती है। संगीत और नृत्य के कार्यक्रम होते हैं। कथकली नृत्य होता है।

(ङ) केरल में कौन-सी नृत्य कला विकसित हुई ? इसकी क्या विशेषता है ?
उत्तर
केरल में कथकली नामक नत्य कला विकसित हुई है। इस कला की यह विशेषता है कि इसमें अनेक कथाओं को नृत्य में ढाल लिया जाता है। अत: इसे ‘कथकली’ में कहा जाता है। यह ‘कथकली’ नृत्य आज पूरे भारत में प्रसिद्ध है।

प्रश्न 5.
सोचिए और बताइए

(क) ‘जैसा देश, वैसा वेश’ रामकृष्ण ने ऐसा क्यों कहाँ ?
उत्तर
रामकृष्ण ने ‘जैसा देश वैसा वेश’ कहावत इसलिए कही कि मनुष्य जिस स्थान और जलवायु वाले प्रदेश में रहता है, तो वह वहाँ के मौसम के अनुकूल अपने वस्त्रों का चुनाव करता है और उन्हें पहनता है। रामकृष्ण लुंगी पहने हुए थे। क्योंकि केरल में गर्मी अधिक होती है, अत: लोग ढीले-ढाले वस्त्र पहनते हैं।

(ख) केरल में ढीले-ढाले और सफेद कपड़े क्यों पहने जाते हैं?
उत्तर
केरल में मौसम गर्म होता है। गर्मी के कारण लोग ढीले-हाले कपड़े पहनते हैं जिससे उन्हें गर्मी कम लगे। सफेद कपड़ा भी प्रायः गर्मी नहीं देता है। इसलिए वे सफेद कपड़े पहनते हैं।

(ग) रामकृष्ण मेनन ‘केरल’ को अपना बतन क्यों कहते हैं?
उत्तर
रामकृष्ण मेनन का जन्म केरल की राजधानी त्रिवेन्द्रम में हुआ है और त्रिवेन्द्रम केरल की राजधानी है। अत: केरल को वे अपना वतन कहते हैं।

(घ) पहलवाननुमा लड़का सज्जन को ट्रेन के अन्दर क्यों नहीं आने दे रहा था ?
उत्तर
पहलवाननुमा लड़का सज्जन को ट्रेन के अन्दर इसलिए नहीं आने दे रहा था कि उस सज्जन के आने देने से डिब्बे में भीड़ हो सकती है। साथ ही वह दरवाजे पर खड़ा होकर प्रकृति के सुन्दर दृश्य देख रहा था। उसे हवा का भी आनन्द मिल रहा था।

प्रश्न 6.
अनुमान और कल्पना करके प्रश्नों के उत्तर दीजिए

(क) यदि लेखक उस सज्जन को ट्रेन के अन्दर आने में मदद नहीं करते तो उनका क्या होता?
उत्तर
यदि लेखक उस सज्जन को ट्रेन के अन्दर आने में मदद नहीं करते तो वह बेचारे उसी प्लेटफार्म पर ही रह गए होते। ट्रेन चली जाती। उन सज्जन का कोई भी परिचित वहाँ नहीं था। वह रात भर प्लेटफार्म पर ही पड़ा रहता।

(ख) यदि केरल का मौसम कश्मीर जैसा होता तो वहाँ के जन-जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता?
उत्तर
यदि केरल का मौसम कश्मीर जैसा होता, तो वहाँ का जन-जीवन अब की अपेक्षा बिल्कुल विपरीत होता। उनका खान-पान बिल्कुल भिन्न होता। उनका पहनावा भी ढीला-ढाला न होकर वे कसे हुए वस्त्र पहनते, गर्म कपड़े पहनते। वे रंगीन कपड़े पहनना पसन्द करते। उन लोगों के शरीर का रंग भी गोरा होता। प्राकृतिक परिस्थिति के अनुसार उनका जन-जीवन प्रभावित होकर भिन्न तरह का होता।

भाषा की बात

प्रश्न 1.
शुद्ध उच्चारण कीजिए
त्रिवेन्द्रम, ग्रीष्मकालीन, कम्पार्टमेन्ट, सेन्टीमीटर।
उत्तर
कक्षा में अध्यापक महोदय की सहायता से उच्चारण करना सीखिए और अभ्यास कीजिए।

प्रश्न 2.
वर्तनी शुद्ध कीजिए
(i) वृरक्षों
(ii) गोर
(iii) आतमियता
(iv) हांफते
(v) पत्तीयों
(vi) कार्यकरम।
उत्तर
(i) वृक्षों
(ii) गौर
(iii) आत्मीयता
(vi) हाँपत
(v) पत्तियों
(vi) कार्यक्रम

प्रश्न 3.
‘ता’ प्रत्यय जोड़कर पाँच नए शब्द बनाइए।
उत्तर

  1. सहजता
  2. सरलता
  3. कठिनता
  4. तरलता
  5. मलिनता
  6. गहनता
  7. समीपता।

प्रश्न 4.
‘इक’ प्रत्यय जोड़कर नए शब्द बनाइए।
(1) संस्कृत
(2) संसार
(3) समाज
(4) प्रकृति
(5) धर्म।
उत्तर

  1. संस्कृत + इक = सांस्कृतिक
  2. संसार + इक = सांसारिक
  3. समाज+इक = सामाजिक
  4. प्रकृति + इक = प्राकृतिक
  5. धर्म + इक = धार्मिक

प्रश्न 5.
नीचे लिखे शब्दों में तत्सम एवं तद्भव शब्द पहचान कर लिखिए
रात, पितृ, बहन, नाच, बानर, रस्सी, पिता, भगिनी, नृत्य, बंदर, चाँद, रज्जु, चन्द्रमा, रात्रि। तत्सम
उत्तर
MP Board Class 6th Hindi Bhasha Bharti Solutions Chapter 14 नारियल का बगीचा-केरल 1

प्रश्न 6.
दिए गए सर्वनाम से रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
(मेरी, वह, मुझे, मैं, मैंने।)
(क) ………….. उन सज्जन की मदद की।
(ख)……………. अपनी जगह से उठा।
(ग)…………..उन पर दया आ गई।
(घ) आप …………… जगह पर बैठिए।
(ङ) खिड़की पर खड़ा………….. नवयुवक हमारी बातें सुन रहा था।
उत्तर
(क) मैंने
(ख) मैं
(ग) मुझे
(घ) मेरी
(ङ) वह।

नारियल का बगीचा-केरल परीक्षोपयोगी गद्यांशों की व्याख्या 

(1) हमारा केरल भारत का नन्दनवन है। आप देखेंगे कि उसका प्राकृतिक सौन्दर्य कश्मीर से जरा भी कम नहीं। आदि शंकराचार्य का जन्म केरल में हुआ। इसलिए उस प्रदेश का धार्मिक एवं सांस्कृतिक महत्व भी है।

सन्दर्भ-प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी पाठ्य-पुस्तक ‘भाषाभारती’ के पाठ ‘नारियल का बगीचा केरल’ पाठ से ली गई हैं। यह पाठ संकलित है।

प्रसंग-इन पंक्तियों में केरल के विषय में जानकारी दी गई है।

व्याख्या-लेखक का सहयात्री केरल का ही निवासी है। उसने बताया कि केरल बहुत सुन्दर प्रदेश है। अपनी प्राकृतिक सुन्दरता से उसे भारत का नन्दनवन कहा जाता है। उसकी प्राकृतिक सुन्दरता इतनी प्रभावकारी है कि धरती का स्वर्ग कहा जाने वाला | कश्मीर भी उससे कम पड़ सकता है। केरल वह प्रान्त है जहाँ आदि शंकराचार्य ने जन्म लिया था। उन्होंने भारतीय धर्म और संस्कृति को महान् बनाया, इसलिए इस प्रदेश का धर्म के क्षेत्र में बहुत बड़ा महत्व है। धर्म और संस्कृति को विकसित करने में इस प्रदेश की भूमिका अति महत्वपूर्ण है।

(2) हमारे जंगलों में शेर, भेड़िया, रीछ, चीता आदि पशु बड़ी संख्या में पाए जाते हैं। हाथी भी खूब मिलते हैं। असम की ही तरह उनका उपयोग हमारे यहाँ लकड़ियों को होने तथा सवारी करने में होता है। असम की ही तरह हमारे यहाँ नीलगिरी पर्वत पर चाय के बगीचे हैं। इसके अलावा कालीमिर्च, इलायची, सुपारी तथा नागरवेल भी यहाँ बड़ी मात्रा में पैदा होते हैं।”

सन्दर्भ-पूर्व की तरह।

प्रसंग-केरल के जंगलों में पाये जाने वाले पशुओं के विषय में बताया गया है तथा उनका उपयोग क्या है, इसे बताते हुए वहाँ की प्रमुख उपजों के बारे में जानकारी दी है।

व्याख्या-केरल के वनों में पाये जाने वाले जंगली पशुओं में शेर, भेड़िया, रीछ, चीता आदि बड़ी संख्या में हैं। वहाँ जंगलों में हाथी भी बड़ी संख्या में मिलते हैं। इन हाथियों को लोग पालते भी हैं। इनसे लकड़ियों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ढोकर ले जाने का काम लिया जाता है। इसके अतिरिक्त इन हाथियों पर सवारी भी करते हैं। जिस तरह असम में हाथियों से लकड़ी ढोने का काम और सवारी करने का काम लिया जाता है, उसी तरह यहाँ भी इन हाथियों का दुलाई और सवारी के मतलब से अधिक महत्व है। नीलगिरि पर्वत की ढलानों वाली भूमि पर असम की तरह ही चाय की खेती की जाती है। चाय के बड़े क्षेत्रफल में बगीचे हैं। इसके अलावा केरल में कालीमिर्च, इलायची, सुपारी तथा नागरवेल को उगाया जाता है। इनको मसाले व औषधियों के रूप में भी प्रयोग किया जाता है।

(3) केरल में समुद्री किनारों, झीलों, नदियों तथा नहरों के कारण एक स्थान से दूसरे स्थान पर नावों से यात्रा की जाती है और यह सरल तथा सुगम भी होती है। वैसे हमारी राजधानी त्रिवेंद्रम से उत्तर की ओर एक रेलमार्ग जाता है लेकिन हमारे यहाँ रेल बहुत नहीं हैं। हाँ, पक्की सड़कें हैं।

सन्दर्भ-पूर्व की तरह।

प्रसंग-केरल में यात्रा के साधनों के बारे में बताया जा रहा है।

व्याख्या-केरल समुद्री किनारों से घिरा है, यहाँ झीलें और नदियाँ बहुत हैं। इन नदियों से नहरें निकाली गई हैं। अत: समुद्री किनारों, झीलों, नदियों और नहरों की संख्या बहुत है। इसलिए इनमें नावें चलाकर यात्रा की जाती है। इसलिए यात्रा करने का खर्च भी कम आता है। यह यात्रा बहुत सरल और आसान होती है। केरल की राजधानी त्रिवेन्द्रम है। त्रिवेन्द्रम से उत्तर की ओर आने वाला मात्र एक ही रेलमार्ग है। केरल में रेल बहुत कम हैं। वहाँ सड़क मार्ग हैं। सड़कें साफ-सुथरी और पक्की हैं।

(4) ओणम हमारा मुख्य त्योहार है। इस त्योहार पर घरों को सजाया जाता है। नौका और लक्ष्मी की पूजा की जाती है। तरह-तरह की मिठाइयाँ बनाई जाती हैं। इस त्योहार पर नौका प्रतियोगिता होती है।

सन्दर्भ-पूर्व की तरह।

प्रसंग-केरल के त्योहार और खेल आदि के विषय में बताया गया है।

व्याख्या-केरल में त्योहार भी मनाए जाते हैं। उनमें ओणम’ त्योहार मुख्य है। इस त्योहार के आने से पहले घरों की सफाई की जाती है। उन्हें सजाया जाता है। इस दिन नौका और लक्ष्मी की विशेष रूप से पूजा की जाती है। सच पूछा जाये तो नाव ही उनकी जीविका का मुख्य साधन है। अनेक तरह की मिठाइयाँ बनाई जाती हैं। नौकाओं (नावों) की प्रतियोगिता (मुकाबला परीक्षा) होती है। जो भी नाविक अच्छा नाविक सिद्ध होता है, उसे पुरस्कृत किया जाता है।

MP Board Class 6th Hindi Solutions

MP Board Class 7th Science Solutions Chapter 12 पादप में जनन

MP Board Class 7th Science Solutions Chapter 12 पादप में जनन

MP Board Class 7th Science Chapter 12 पाठान्त अभ्यास के प्रश्नोत्तर

पादप में जनन Class 7 MP Board प्रश्न 1.
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए –

  1. जनक पादप के कायिक भागों से नये पादप के उत्पादन का प्रक्रम ….. कहलाता है।
  2. ऐसे पुष्पों को, जिनमें केवल नर अथवा मादा जनन अंग होता है ……….. पुष्प कहते हैं।
  3. परागकणों का उसी अथवा उसी प्रकार के अन्य पुष्प के परागकोश से वर्तिकाग्र पर स्थानान्तरण का प्रक्रम ……….. कहलाता है।
  4. नर और मादा युग्मकों का युग्मन ………. कहलाता है।
  5. बीज प्रकीर्णन ……….., …………. और …………. के द्वारा होता है।

उत्तर:

  1. कायिक प्रवर्धन।
  2. एकलिंगी।
  3. परागण।
  4. युग्मनज।
  5. पवन, जल, जन्तुओं।

Padap Mein Janan MP Board Class 7th Science प्रश्न 2.
अलैंगिक जनन की विभिन्न विधियों का वर्णन कीजिए। प्रत्येक का उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
अलैंगिक जनन की विधियाँ:
(1) कायिक प्रवर्धन विधि:
इस विधि में पादप के मूल, तने, पत्ती अथवा कली/मुकुल जैसे किसी कायिक अंग द्वारा नया पादप प्राप्त किया जाता है।

उदाहरण:
गुलाब के पौधे की एक शाखा का पर्वसन्धि से काटकर शाखा का एक टुकड़ा निकाल लिया जाता है। इस टुकड़े को कलम कहते हैं। कलम को सीधा खड़ा करके इसका कुछ भाग मिट्टी में दबा देते हैं। कलम को प्रतिदिन पानी देते हैं। कुछ दिन बाद इससे जड़ और पत्तियाँ निकलने लगती हैं।

(2) मुकुलन विधि:
मुकुलन विधि में कोशिका से एक उभार के समान बाहर की ओर एक रचना निकलती है। इसे मुकुल या कली कहते हैं। यह मुकुल वृद्धि करता है और परिपक्व होकर मातृ कोशा से अलग हो जाता है तथा स्वतन्त्र होकर कार्य करता है। कभी-कभी मुकुल मातृ कोषा में लगे रहकर भी नए जीव उत्पन्न करता है।

उदाहरण:
थोड़ा यीस्ट पाउडर लेकर इसे एक ऐसे बर्तन में डाल देते हैं जिसमें कुछ जल हो। इस जल में एक चम्मच शक्कर डालकर घोल लेते हैं। कुछ समय बाद कोशा से एक उभार के समान मुकुल निकलने लगते हैं।

(3) खण्डन विधि:
खण्डन विधि से अलैंगिक प्रजनन सामान्य रूप से एक कोशीय जीवों में होता है। इस विधि में जीव का शरीर दो भागों में टूट जाता है। इसमें अनुकूल परिस्थिति में परिपक्व कोशिका का केन्द्रक दो भागों में विभाजित हो जाता है। ‘इसके पश्चात कोशिका द्रव्य भी दो भागों में विभाजित होकर दो कोशिकाओं को जन्म देता है जो स्वतन्त्र रूप से वृद्धि करते हैं।

उदाहरण:
जलाशयों में शैवाल जल और पोषक तत्व पाकर दो या दो से अधिक खण्डों में विखण्डित हो जाते हैं। ये खण्ड नये जीवों में वृद्धि कर जाते हैं। प्रक्रम निरंतर चलता ही रहता है।

(4) बीजाणु निर्माण विधि:
यह अलैंगिक जनन की विधि है। इस विधि द्वारा जीवाणु जनन करते हैं। जीवाणु उच्च ताप और निम्न आर्द्रता जैसी प्रतिकूल परिस्थितियों के कारण कठोर सुरक्षात्मक आवरण से ढके रहते हैं। इसलिए ये लम्बे समय तक जीवित रह सकते हैं। अनुकूल परिस्थितियों में बीजाणु अंकुरित होकर नये पौधे बनाते हैं।

उदाहरण: फर्न अनुकूल परिस्थिति पाकर नये पौधों का निर्माण करते हैं।

पादप में जनन MP Board Class 7th Science प्रश्न 3.
पादपों में लैंगिक जनन के प्रक्रम को समझाइए।
उत्तर:
पुष्प पादप का जनन अंग होते हैं। पुष्प में पुंकेसर नर जनन अंग तथा स्त्रीकेसर मादा जनन अंग हैं। पुंकेसर में परागकोश होता है जिसमें परागकण होते हैं जो नर युग्मकों को बनाते हैं। स्त्रीकेसर में अंडाशय होते हैं। अण्डाशय में एक या अधिक बीजांड होते हैं। मादा युग्मक (अण्ड) का निर्माण बीजांड में होता है। लैगिंक जनन में नर और मादा युग्मकों के युग्मन से युग्मनज बनता है। युग्मनज भ्रूण के रूप में विकसित होता है।

पादप में जनन प्रश्न उत्तर MP Board Class 7th Science प्रश्न 4.
अलैंगिक और लैंगिक जनन के बीच प्रमुख अन्तर बताइए।
उत्तर:
लैंगिक और अलैंगिक जनन में अन्तर:

लैगिक ननन अलैंगिक जनन
लैंगिक जनन में नर और मादा दोनों की आवश्यकता होती है। अलैंगिक जनन में नर एवं मादा की आवश्यकता नहीं होती।
नये जीव की उत्पत्ति दोनों से होती है। नये जीव की उत्पत्ति एक ही जनक से होती है।
इसमें निषेचन की क्रिया होती है। इसमें निषेचन की क्रिया नहीं होती।

Padap Me Janan MP Board Class 7th Science प्रश्न 5.
किसी पुष्प का चित्र खींचकर उसमें जनन अंगों को नामांकित कीजिए।
उत्तर:
पुष्प के जनन अंग:
पादपों में जनन MP Board Class 7th Science

पादपों में जनन MP Board Class 7th Science प्रश्न 6.
स्व-परागण और पर-परागण के बीच अन्तर बताइए।
उत्तर:
स्व-परागण और पर-परागण में अन्तर:

स्व-परागण पर-परागण
जब किसी पुष्प के परागकण उसी पुष्प के वर्तिकाग्र पर गिरते हैं तो इसे स्व-परागण कहते हैं। जब किसी एक पुष्प केपरागकण किसी अन्य पुष्प के वर्तिकान पर गिरते हैं, तो कहते हैं। इसे पर-परागण कहते हैं।

प्रश्न 7.
पुष्पों में निषेचन का प्रक्रम किस प्रकार सम्पन होता है?
उत्तर:
पुष्पों में निषेचन-पुंगकेसरों के परागकोशों से । परागकरण स्त्रीकेसर की वर्तिकान पर पहुँचते हैं। यहाँ इनका अंकुरण होता है जिसके फलस्वरूप पराग नलिका बनती है। पराग नलिका वर्तिका में प्रवेश करके अण्डाशय में पहुँचती है। अण्डाशय में बीजाण्ड होते हैं जिसमें अण्डाणु होते हैं। पराग नलिका बीजाण्ड में नरयुग्मक छोड़ती है। नर एवं मादा युग्मक मिलकर युग्मनज बनाते हैं। इस प्रकार पुष्पों में निषेचन की प्रक्रिया होती है। निषेचन के पश्चात् बीजाण्ड एवं अण्डाशय परिवर्धित होकर, क्रमशः बीज एवं फल बनाते हैं।

प्रश्न 8.
बीजों के प्रकीर्णन की विभिन्न विधियों का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
प्रकृति में पादप के फलों और बीजों का प्रकीर्णन पवन, जल और जन्तुओं द्वारा होता है –
(1) पवन द्वारा प्रकीर्णन:
कुछ पादपों के पंखयुक्त बीज जैसे सेहिजन (ड्रमिस्टक), द्विफल (मैपिल), घासों के हल्के बीज, मदार के रोमयुक्त बीज, सूरजमुखी के रोमयुक्त फल पवन के साथ उड़कर सुदूर स्थानों तक चले जाते हैं और वहाँ जाकर प्रकीर्णित हो जाते हैं।

(2) जल द्वारा प्रकीर्णन:
कुछ बीज अथवा फल जल के द्वारा प्रकीर्णित होते हैं, ऐसे बीजों के आवरण स्पन्ज़ी अथवा तन्तुमय होते हैं जिससे वे जल में आसानी से तैरते हुए एक स्थान से दूसरे स्थान को चले जाते हैं। जैसे- नारियल।

(3) जन्तुओं द्वारा प्रकीर्णन:
कुछ बीजों का प्रकीर्णन जन्तुओं द्वारा होता है। इस प्रकार के बीजों में ऐसी संरचनाएँ होती हैं जिससे ये जन्तुओं के शरीर से चिपक जाते हैं और दूर स्थान पर पहुँच जाते हैं। ऐसे बीज काँटेदार अथवा हुक जैसी संरचनाओं के होते हैं। जैसे- यूरेना, जैन्थियम आदि।

प्रश्न 9.
कॉलम A में दिए गए शब्दों का कॉलम B में दिए गए जीवों से मिलान कीजिए –
Padap Me Janan MP Board Class 7th Science
उत्तर:
(क) → (iii)
(ख) → (v)
(ग) → (ii)
(घ) → (i)
(च) → (iv)

प्रश्न 10.
सही विकल्प पर (✓) निशान लगाइए –
(क) पादप का जनन भाग होता है, उसका –

  1. पत्ती/पर्ण।
  2. तना।
  3. मूल।
  4. पुष्प।

(ख) नर और मादा युग्मक के युग्मन का प्रक्रम कहलाता है –

  1. निषेचन।
  2. परागण।
  3. जनन।
  4. बीज निर्माण।

(ग) परिपक्व होने पर अंडाशय विकसित हो जाता है –

  1. बीज में।
  2. पुंकेसर में।
  3. स्त्रीकेसर में।
  4. फल में।

(घ) बीजाणु उत्पन्न करने वाला एक पादप जीव है –

  1. गुलाब।
  2. डबलरोटी का फफूंद।
  3. आलू।
  4. अदरक।

(च) ब्रायोफिल्लम अपने जिस भाग द्वारा जनन करता है, वह है –

  1. तना।
  2. पत्ती।
  3. मूल।
  4. पुष्प।

उत्तर:
(क) पुष्प।
(ख) निषेचन।
(ग) फल में।
(घ) डबलरोटी का फफूंद।
(च) पत्ती।

MP Board Class 7th Science Solutions

MP Board Class 12th Biology Solutions Chapter 1 जीवों में जनन

MP Board Class 12th Biology Solutions Chapter 1 जीवों में जनन

जीवों में जनन NCERT प्रश्नोत्तर

जीवों में जनन क्लास 12th MP Board Chapter 1 प्रश्न 1.
जीवों के लिए जनन क्यों आवश्यक है?
उत्तर
जनन के द्वारा ही जीवों की निरंतरता बनी रहती है। प्रत्येक जीव निश्चित अवधि के पश्चात् मृत हो जाता है किन्तु, इसके पूर्व जनन क्रिया द्वारा नई संतति का निर्माण कर देता है। यही कारण है कि हजारों वर्षों से पृथ्वी पर पादपों एवं पशु-पक्षियों की विभिन्न जातियों की विशाल संख्या बनी हुई है।

जीवों में जनन MP Board Chapter 1 प्रश्न 2.
जनन की अच्छी विधि कौन-सी है और क्यों?
उत्तर
जनन की लैंगिक विधि (Sexual method) को अच्छा माना जाता है क्योंकि-लैंगिक जनन के कारण संतति में अधिक विभिन्नताएँ उत्पन्न होती हैं। ये विभिन्नताएँ युग्मकजनन के समय होने वाले अर्द्धसूत्री विभाजन में गुणसूत्रों के पृथक्करण, विनिमय तथा युग्मकों के संयोगिक संलयन के कारण उत्पन्न पुनर्संयोजन होते हैं। विभिन्नताएँ जीवों के लिए बदले पर्यावरण में अनुकूलन की संभावना पैदा करते हैं।

जीवों में जनन 12th MP Board Chapter 1 प्रश्न 3.
अलैंगिक जनन द्वारा उत्पन्न हुई संतति को क्लोन क्यों कहा जाता है ?
उत्तर
अलैंगिक जनन द्वारा उत्पन्न हुई सन्तति आकारिकी (Morphological) व आनुवंशिक (Genetic) रूप से एकमात्र जनक के समान होती है, अतः इन्हें क्लोन कहा जाता है।

जीवों में जनन प्रश्न उत्तर MP Board Chapter 1 प्रश्न 4.
लैंगिक जनन के परिणामस्वरूप बनी संतति को जीवित रहने के अच्छे अवसर होते हैं। क्यों? क्या यह कथन हर समय सही रहता है ?
उत्तर
लैंगिक जनन में विभिन्नताएँ उत्पन्न होने के अनेक अवसर होते हैं। जैसे-अर्द्धसूत्री विभाजन में गुणसूत्रों का यादृच्छिक पृथक्करण (Random segregation), विनिमय (Crossing over) तथा संलयन । अधिक विभिन्नताओं के कारण सन्तति की उत्तरजीविता (Survival) के अधिक अवसर होते हैं। नये पुनर्संयोजन (Recombinations) नयी विभिन्नताएँ पैदा करते हैं जो बदले पर्यावरण में महत्वपूर्ण सिद्ध हो सकती हैं। लैंगिक जनन अच्छे अवसर उपलब्ध करवाता है लेकिन पर्यावरण इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। संततियों को जीवित रहने के लिए प्रकृति द्वारा चयन किया जाना अत्यंत आवश्यक है।।

Jivo Mein Janan MP Board Chapter 1 प्रश्न 5.
अलैंगिक जनन द्वारा बनी संतति लैंगिक जनन द्वारा बनी संतति से किस प्रकार भिन्न है ?
उत्तर
अलैंगिक जनन से उत्पन्न संतति अपने जनक के एकदम समान होते हैं। आकारिकी तथा आनुवंशिक रूप से जनक के पूर्णतः समान होती हैं। जबकि लैंगिक जनन में अर्द्धसूत्री विभाजन तथा युग्मकों का संलयन दोनों प्रक्रियाएँ शामिल हैं। युग्मकजनन के समय होने वाले अर्द्धसूत्री विभाजन व युग्मकों के यादृच्छिक (Random) संलयन से अनेक नये पुनर्संयोजन (Recombination) बनते हैं, अतः लैंगिक जनन से बनी संतति जनकों से भिन्न होती हैं।

जीवो में जनन MP Board Chapter 1 प्रश्न 6.
अलैंगिक तथा लैंगिक जनन के मध्य विभेद स्थापित कीजिए। कायिक जनन को प्रारूपिक अलैंगिक जनन क्यों माना जाता है ?
उत्तर
अलैंगिक प्रजनन एवं लैंगिक प्रजनन में अन्तर
जीवों में जनन क्लास 12th MP Board Chapter 1
कायिक जनन को प्रारूपिक अलैंगिक जनन माना जाता है, क्योंकि

  • इसमें एक ही जनक भाग लेता है।
  • सन्तति आकारिकी व आनुवंशिक गुणों में जनक के समान होती है।
  • युग्मक निर्माण व संलयन नहीं होता, अतः अर्द्धसूत्री विभाजन एवं संलयन नहीं होता है।

जीवों में जनन कक्षा 12 MP Board Chapter 1 प्रश्न 7.
कायिक प्रवर्धन से क्या समझते हैं ? कोई दो उपयुक्त उदाहरण दीजिए।
उत्तर
किसी पौधों के वर्धी भागों जैसे-जड़, तना, पत्ती द्वारा नया पौधा तैयार होना कायिक प्रवर्धन .(Vegetative propagation) कहलाता है। यह अलैंगिक जनन का ही एक रूप है जिसमें पौधे के केवल वर्षी भाग (Vegetative parts) ही भाग लेते हैं।

उदाहरण-अदरक (प्रकंद Rhizome) तथा ब्रायोफिलम (Bryophyllum)। अदरक एक प्रकंद है, यह भूमिगत तना है, इसमें पर्व छोटे होते हैं अत: पर्वसंधियाँ एक-दूसरे के निकट होती हैं। पर्वसंधियों में भूरे रंग के शल्की पर्ण होते हैं। अनुकूल परिस्थितियों में अन्तस्थ कलिका से वायुवीय प्ररोह परिवर्धित होते हैं तथा कक्षस्थ कलिका भूमिगत शाखा को बनाती है।

प्रकंद की शाखाएँ एक-दूसरे से अलग होकर वृद्धि कर नये पादप का निर्माण करती है। ब्रायोफिलम की पत्ती भी वर्धी प्रजनन या कायिक प्रवर्धन का अच्छा उदाहरण है। इसी पत्ती पर उपस्थित अपस्थानिक कलिकाएँ नये पौधों को जन्म देती हैं।

Jivo Me Janan Question Answer MP Board Chapter 1 प्रश्न 8.
व्याख्या कीजिए-
(1) किशोर चरण
(2) प्रजनक चरण
(3) जीर्णता चरण या जीर्णावस्था।
उत्तर
(1) किशोर चरण (Juvenile phase)-
जब किसी बीज का अंकुरण होता है तो उससे नवजात पौधे का निर्माण होता है । यह नवजात पौधा धीरे-धीरे विकसित होते हुए व वृद्धि करते हुए अपने विभिन्न कायिक भागों को बनाता है। ये सभी किशोर अवस्था के चरण होते हैं । किशोर या कायिक प्रवस्था के अन्त होने पर जनन प्रावस्था का प्रारंभ होता है।

(2) प्रजनक चरण (Reproductive phase)-
पौधों पर पुष्प लगने पर यह ज्ञात होता है कि अब प्रजनक चरण का प्रारंभ हो गया है। कुछ पौधों में एक विशेष ऋतु में पुष्प आते हैं तो अन्य में वर्ष पर्यन्त पुष्प लगे होते हैं। कुछ पौधे अपने जीवन काल में केवल एक बार ही पुष्प उत्पन्न करते हैं । वार्षिक तथा द्विवार्षिक किस्मों में स्पष्टतः कायिक जनन तथा जीर्णता की प्रावस्थाओं को देखा जा सकता है। इस चरण में प्रजनन कार्य होता है। प्राणियों में भी मौसम और हॉर्मोन का प्रभाव पड़ता है।

(3) जीर्णता चरण या जीर्णावस्था (Senescence phase)-
जैसे-जैसे किसी जीव की आयु बढ़ती है वह वृद्धावस्था की ओर बढ़ता है। वृद्धावस्था के साथ प्रजनन क्षमता समाप्त हो जाती है, उपापचयी क्रिया मंद हो जाती है। इसे जीर्णता चरण या जीर्णावस्था कहते हैं।

जीवों में जनन Notes Class 12 MP Board Chapter 1 प्रश्न 9.
अपनी जटिलता के बावजूद बड़े जीवों में लैंगिक प्रजनन पाया जाता है, क्यों?
उत्तर
लैंगिक जनन में विपरीत लिंग वाले जीव भाग लेते हैं। इन जीवों से नर एवं मादा युग्मक बनते हैं जो संलयन कर युग्मनज तथा बाद में भ्रूण बनाते हैं । लैंगिक जनन से सम्बद्ध संरचनाएँ जीवों में एकदम भिन्न होती हैं। इन संरचनाओं के जटिल होने के बावजूद भी लैंगिक जनन की घटनाएँ एक नियमित अनुक्रम का पालन करती हैं । लैंगिक जनन करने वाले जीवों में युग्मनज अथवा भ्रूण पूर्ण सुरक्षित होता है, इससे उत्तरजीविता के अच्छे अवसर प्राप्त होते हैं।

प्रश्न 10.
व्याख्या करके बताइए कि अर्द्धसूत्री विभाजन तथा युग्मकजनन सदैव अंतर्संबंधित (अंतर्बद्ध) होते हैं।
उत्तर
युग्मकजनन (Gametogenesis) नर तथा मादा दो प्रकार के युग्मकों के निर्माण की प्रक्रिया को दर्शाता है। युग्मक अगुणित होती है, इनका निर्माण द्विगुणित कोशिका में अर्द्धसूत्री कोशिका विभाजन द्वारा हुआ है। इस अर्द्धसूत्री विभाजन के कारण गुणसूत्रों का केवल एक सेट प्रत्येक युग्मक में पहुँचता है। जैसे कि मनुष्यों में द्विगुणित गुणसूत्र संख्या 46 होती है तो उनके नर युग्मक (शुक्राणु) में गुणसूत्रों की संख्या 23 होगी, इसी प्रकार मादा में मादा युग्मक (अण्ड) की गुणसूत्र संख्या 23 होगी। युग्मकों की निर्माण क्रिया को युग्मकजनन कहते हैं तथा इस क्रिया में अर्द्धसूत्री विभाजन भी होता है। इस प्रकार अर्द्धसूत्री विभाजन तथा युग्मकजनन आपस में संबंधित हैं।

प्रश्न 11.
प्रत्येक पुष्पीय पादप के भाग को पहचानें तथा लिखें कि वह अगुणित
(n) है या द्विगुणित (2n)
(i) अण्डाशय,
(ii) परागकोष,
(iii) अण्ड का डिंब (Egg Larva),
(iv) पराग (Pollen),
(v) नर युग्मक (Malegamete),
(vi) युग्मनज ।
उत्तर
(i) अण्डाशय – 2n (द्विगुणित)
(ii) परागकोष – 2n (द्विगुणित)
(iii) अण्ड का डिंब (Egg Larva) – n (अगुणित)
(iv) पराग (Pollen) – n (अगुणित)
(v) नर युग्मक (Male gamete) – n (अगुणित)
(vi) युग्मनज – 2n (द्विगुणित)।

प्रश्न 12.
बाह्य निषेचन की व्याख्या कीजिए। इसके नुकसान बताइये।
उत्तर
जीवों के शरीर के बाहर होने वाला निषेचन बाह्य निषेचन (External fertilization) कहलाता है। अर्थात् इस प्रकार के निषेचन में नर युग्मक (Male gamete/Sperm) व अण्ड (Egg) का संलयन बाह्य माध्यम में होता है।मछलियों व उभयचर जंतुओं में निषेचन बाह्य होता है। मादा जन्तु द्वारा जल में दिये गये अण्डों पर नर जंतु शुक्राणु मुक्त कर देता है।
बाह्य निषेचन की हानियाँ/कमियाँ (Demerits of external fertilization)

  • युग्मकों की सुरक्षा का कोई प्रबंध नहीं होता। अनेक अण्डे व शुक्राणु जल की धारा में बह जाते हैं अथवा प्रतिकूल ताप, रसायन आदि के कारण नष्ट हो जाते हैं।
  • अण्डों का निषेचन होना निश्चित नहीं होता, केवल संयोगवश यह संभव हो पाता है।
  • कुछ अण्डों को निषेचन होने के पूर्व परभक्षियों द्वारा भक्षण कर लिया जाता है।
  • निषेचन पश्चात् बनने वाली संततियों की संख्या अधिक होती है, लेकिन इनकी सुरक्षा का कोई प्रबंध नहीं होता है।

प्रश्न 13.
जूस्पोर ( अलैंगिक चल बीजाणु) तथा युग्मनज के बीच विभेद कीजिए।
उत्तर
जूस्पोर (अलैंगिक चल बीजाणु) तथा युग्मनज के बीच विभेदजूस्पोर (Zoospore)
जीवों में जनन MP Board Chapter 1

प्रश्न 14.
युग्मकजनन एवं भ्रूणोद्भव के बीच अंतर स्पष्ट कीजिए। .
उत्तर
युग्मकों के निर्माण प्रक्रिया को युग्मकजनन कहते हैं। युग्मकों के निर्माण के समय अर्द्धसूत्री विभाजन होने से ये अगुणित होते हैं। युग्मक नर तथा मादा होते हैं जो आपस में संलयित होकर युग्मनज बनाते हैं। युग्मनज से भ्रूण के विकास की प्रक्रिया को भ्रूणोद्भव (Embryogenesis) कहते हैं । युग्मनज जो कि द्विगुणित होता है, इसके विकास से भ्रूण का निर्माण होता है। भ्रूण प्रायः द्विगुणित होता है तथा इससे नये पादप का निर्माण होता है।

प्रश्न 15.
एक पुष्प में निषेचन पश्च परिवर्तनों की व्याख्या कीजिए।
उत्तर
निषेचन के बाद पुष्प के विभिन्न भागों में परिवर्तन-निषेचन के बाद पुष्प के विभिन्न भागों में निम्न परिवर्तन दिखाई देते हैं

  1. द्विगुणित जाइगोट भ्रूण (Embryo) का निर्माण करता है जो बीज में अत्यन्त सूक्ष्म रूप से मौजूद रहता है। भ्रूण प्रांकुर (Plumule), मूलांकुर (Radicle) और बीजपत्रों (Cotyledons) से मिलकर बनता है।
  2. त्रिक संलयन से बना प्राथमिक एण्डोस्पर्म केन्द्रक विभाजित होकर भ्रूणपोष (Endosperm) बनाता है। यह विकसित होते हुए भ्रूण को खाद्य या पोषण प्रदान करने का कार्य करता है।
  3. भ्रूण के पूर्ण विकसित होने तक, बीजाण्डकाय (Nucellus) पूर्णतः खत्म हो जाता है, किन्तु कुछ पौधों में जैसे, पान आदि में यह भ्रूण निर्माण के बाद भी खाद्य प्रदायी पोषक (Nutritive) ऊतक के रूप में विद्यमान रहता है, तब इसे परिभ्रूणपोष (Perisperm) कहा जाता है।
  4. बाहरी अध्यावरण (Outer integument) बीजकवच या बीजावरण (Testa) और आन्तरिक अध्यावरण टेग्मेन (Tegmen) कहलाता है। ये दोनों मिलकर बीजचोल (Seed coat) बनाते हैं ।
  5. निषेचन के पश्चात् बीजाण्ड बीज बनता है।
  6. निषेचन के बाद अण्डाशय (Ovary), फल (Fruit) में रूपान्तरित होता है । फल की दीवार फलभित्ति (Pericarp) कहलाती है। .
  7. वर्तिका (Style) गिर जाती है और फल पर अपना चिन्ह छोड़ जाती है।
  8. पुष्प के अन्य भाग जैसे-पुंकेसर, दलपुंज (Petals) गिर जाते हैं। कुछ फलों में (सोलेनेसी कुल के) कैलिक्स फल बनने पर भी लगे रहते हैं, जिन्हें चिरलग्न (Perisistent) कहा जाता है।

प्रश्न 16.
एक द्विलिंगी पुष्प क्या है ? अपने आस-पास से पाँच द्विलिंगी पुष्पों को एकत्र कीजिए और अपने शिक्षक की सहायता से इनके सामान्य (स्थानीय) एवं वैज्ञानिक नाम पता कीजिए।
उत्तर
जब किसी एक ही पौधे में दोनों लिंग एक साथ उपस्थित हों तो उसे द्विलिंगी (Bisexual) कहा जाता है। स्थानीय आवास के पाँच द्विलिंगी पुष्पों के सामान्य एवं वैज्ञानिक नाम निम्न प्रकार से हैं
सामान्य नाम – वैज्ञानिक नाम

  • धतूरा – Datura metal
  • सरसों – Brassica campestris
  • गुड़हल – Hibiscus rosa-sinensis
  • अमलताश – Cassia fistula
  • बबूल – Acacia nilotica.

प्रश्न 17.
किसी भी कुकुरबिटा पादप के कुछ पुष्पों की जाँच कीजिए और पुंकेसरी एवं स्त्रीकेसरी पुष्पों को पहचानने की कोशिश कीजिए। क्या आप अन्य एकलिंगी पौधों के नाम जानते हैं ?
उत्तर
कुकुरबिटेसी कुल के पादपों में पुष्प एकलिंगी होते हैं। पुष्पों का निरीक्षण करने पर यदि उसमें केवल पुंकेसर उपस्थित हो अथवा केवल जायांग उपस्थित हो तो यह एकलिंगी नर अथवा मादा पुष्प होगा। अन्य एकलिंगी पुष्पों के उदाहरण हैं

  • कुकुरबिटा  मैक्सिमा (Cucurbita maxima) – सीताफल
  • रिसिनस कोम्युनिस (Ricinus communis) – अरण्ड
  • सिटुलस वल्गेरिस (Citrullus vulgaris) – तरबूज ।

प्रश्न 18.
अण्डप्रजक प्राणियों का उत्तरजीवन (सरवाइवल ) सजीव प्रजक प्राणियों की तुलना में अधिक जोखिमयुक्त क्यों होता है ? व्याख्या कीजिए।
उत्तर
यदि युग्मनज (Zygote) का मादा जनक के शरीर के बाहर विकास होता है तो उन्हें अण्डप्रजक ‘ (Oviparous) कहा जाता है। अण्डप्रजक में युग्मनज का विकास बाहर होने के कारण यह पूर्णतः जोखिमपूर्ण होता है तथा इनकी संतानों का उत्तरजीवन (सरवाइल), सजीव प्रजक प्राणियों की तुलना में कम होता है।

जीवों में जनन अन्य महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर

जीवों में जनन वस्तुनिष्ठ प्रश्न

1.सही विकल्प चुनकर लिखिए

1. निम्नलिखित में से कैलोज की भित्ति पायी जाती है (CBSE PMT 2007)
(a) नर युग्मक में
(b) अण्ड में
(c) परागकण में
(d) गुरुबीजाणु मातृकोशिका में।
उत्तर
(d) गुरुबीजाणु मातृकोशिका में।

प्रश्न 2.
ऐसा कायिक जनन जिसमें नये पौधे पत्ती के अविच्छिन्न शीर्ष पर विकसित होते हैं, पाया जाता (AFMC2012)
(a) एस्पैरेगस में
(b) अगैव में
(c) क्राइसेन्थेमम में
(d) ब्रायोफिलम में।
उत्तर
(d) ब्रायोफिलम में।

प्रश्न 3.
केले में कायिक जनन होता है (AMU 2012)
(a) कंद से
(b) प्रकन्द से
(c) बल्ब से
(d) अंत:भूस्तारी से।
(b) प्रकन्द से

प्रश्न 4.
सजीव प्रजक प्राणी है
(a) कछुआ
(b) अस्थिल मछली
(c) गुंजन पक्षी
(d) व्हेल मछली।
उत्तर
(d) व्हेल मछली।

प्रश्न 5.
‘क्लोन’ होते हैं
(a) आनुवंशिक लक्षणों में जनक के समान
(b) कायिक जनन से विकसित पादपों की समष्टि
(c) एक ही जनक से विकसित पादप
(d) उपर्युक्त सभी।
उत्तर
(d) उपर्युक्त सभी।

प्रश्न 6.
शिशुओं को जन्म देने वाले प्राणी कहलाते हैं
(a) सजीव प्रजकता
(b) उभयचरी
(c) अण्डप्रजक
(d) प्रगुहीय।
उत्तर
(a) सजीव प्रजकता

प्रश्न 7.
युग्मनज में गुणसूत्र के सेट होते हैं
(a) X
(b) 2X
(c)3X
(d)4X.
उत्तर
(b) 2X

प्रश्न 8.
जनक पादपों के समान पादप प्राप्त किये जा सकते हैं
(a) बीज द्वारा
(b) फल द्वारा
(c) तनों के कर्तन द्वारा
(d) संकरण द्वारा।
उत्तर
(c) तनों के कर्तन द्वारा

प्रश्न 9.
आलू का कायिक प्रवर्धन किया जाता है
(a) प्रकंद द्वारा
(b) शल्ककंद द्वारा
(c) तने द्वारा
(d) कंद द्वारा।
उत्तर
(d) कंद द्वारा।

प्रश्न 10.
निम्नलिखित में से अण्ड प्रजक प्राणी कौन है
(a) चमगादड़
(b) व्हेल
(c) पेंग्विन
(d) अमीबा।
उत्तर
(c) पेंग्विन

2. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए

1. पौधों में जननांग ………………. प्रावस्था के अन्त में विकसित होते हैं।
2. एन्जियोस्पर्म की परागनलिका में ……………… केन्द्रक होते हैं।
3. केले तथा गुलाब में …………… नहीं बनते हैं अतः इनमें जनन केवल ………… से होता है।
4. प्राणियों में जननांग ………………. अवस्था में विभेदित हो जाते हैं।
5. तालाबों में आइकोर्निया ……………… की सहायता से वृद्धि करता है।
6. गुणन की दर ………………. जनन की अपेक्षा ………………. जनन में अधिक होती है।
उत्तर

  1. किशोरावस्था
  2. तीन
  3. बीज, कायिक विधियों
  4. भ्रूण
  5. भूस्तारिका
  6. लैंगिक, अलैंगिक।

3. सही जोड़ी बनाइए

जीवों में जनन 12th MP Board Chapter 1
उत्तर
1.(e),2. (d), 3. (1), 4. (a), 5. (c), 6. (b).

4. एक शब्द में उत्तर दीजिए

1. अलैंगिक प्रजनन के फलस्वरूप उत्पन्न एकजनकीय, संरचना एवं आनुवंशिक गुणों में समान सन्तति को क्या कहते हैं ?
2 जूस्पोर्स द्वारा प्रजनन करने वाले एक शैवाल का नाम लिखिए।
3. गेम्यूल द्वारा वर्षी प्रजनन करने वाला जीव कौन-सा है ?
4. कशाभिकायुक्त बीजाणुओं को क्या कहते हैं ?
5. अजूबा की पत्तियों में कौन-सी कलिकाओं के द्वारा वर्धा प्रजनन होता है ?
उत्तर

  1. क्लोन
  2. क्लैमाइडोमोनास
  3. स्पॉनजिला
  4. जूस्पोर्स
  5. अपस्थानिक कलिका।

जीवों में जनन अति लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
जीवन अवधि से क्या तात्पर्य है ?
उत्तर
प्रत्येक जीव के जन्म से उसकी प्राकृतिक मृत्यु तक का काल उस जीव की जीवन अवधि होती है।

प्रश्न 2.
निषेचन को परिभाषित कीजिये।
उत्तर
वह प्रक्रिया जिसमें नर व मादा युग्मक संलयित होकर द्विगुणित युग्मनज (Zygote) बनाते हैं, निषेचन कहलाती है।

प्रश्न 3.
क्लोन किसे कहते हैं ?
उत्तर
एक ही जनक से उत्पन्न आकारिकी व आनुवंशिक रूप से समान जीव क्लोन कहलाते हैं।

प्रश्न 4.
एक ऐसे जीव का नाम लिखिए जिनमें अलैंगिक जनन कोनिडिया द्वारा होता है।
उत्तर
पेनिसीलियम।

प्रश्न 5.
प्रकन्द द्वारा वर्षी प्रजनन किन पौधों में होता है ?
उत्तर
अदरक, हल्दी में।

प्रश्न 6.
एक ऐसे जन्तु का नाम लिखिए जिसमें अनुप्रस्थ द्विविभाजन होता है।
उत्तर
पैरामीशियम।

प्रश्न 7.
वृद्धावस्था का क्या मापदण्ड है ?
उत्तर
प्रजनन की आयु की समाप्ति को जीर्णता या वृद्धावस्था के नाम से जाना जाता है।

प्रश्न 8.
उभयलिंगाश्रयी (Monoecious) पादपों के दो उदाहरण दीजिये।
उत्तर
कुकुरबिटा एवं नारियल उभयलिंगाश्रयी के उदाहरण हैं।

MP Board Class 12th Biology Solutions

MP Board Class 7th Hindi Sugam Bharti Solutions Chapter 12 अमन-शांति है ध्येय हमारा

MP Board Class 7th Hindi Sugam Bharti Solutions Chapter 12 अमन-शांति है ध्येय हमारा

MP Board Class 7th Hindi Sugam Bharti Chapter 12 प्रश्न-अभ्यास

वस्तुनिष्ठ प्रश्न
प्रश्न 1.
(क) सही जोड़ी बनाइए
1. कला = (क) बलिदान
2. त्याग = (ख) फूल
3. विश्व = (ग) कौशल
4. धरा = (घ) विजय
5. फल = (ङ) गगन
उत्तर
1. (ग), 2. (क), 3. (घ), 4. (ङ), 5. (ख)

प्रश्न (ख)
उपयुक्त शब्द चुनकर रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
1. विश्व-विजय तो नहीं चाहता………….है ध्येय हमारा। (अमन-शक्ति/दमन क्रांति)
2. हमने जब भी कदम बढ़ाए, कला नहीं…….. दिखलाए। (पराक्रम/कौशल)
3. धरा-गगन युग-युग से करते, अमर……….की जयकारा। (शहीदों/वैज्ञानिकों)
4. विविध भांति के …………. से, हरा-भरा है – अपना नंदन। (शूलों/फूलों)
5. विपदाओं की प्रखर ज्वाल में, तपकर मानव …………… हुआ है। (बुद्ध/मुग्ध)
उत्तर
1. अमन-शक्ति
2. कौशल
3. शहीदों
4 बुद्ध।

MP Board Class 7th Hindi Sugam Bharti Chapter 12 अति लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 2.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में लिखिए

(क)
इस कविता के अनुसार हमारा ध्येय क्या है?
उत्तर
इस कविता के अनुसार हमारा ध्येय ‘अमन-शक्ति ‘ है।

(ख)
किस वैज्ञानिक परीक्षण ने विश्व को चकित किया है?
उत्तर
पोखरन के परमाणु परीक्षण ने विश्व को चकित किया है।

(ग)
लहराता हुआ झण्डा क्या सीखा देता है?
उत्तर
लहराता हुआ झण्डा त्याग और बलिदान सिखाता

(घ)
हमारे जनमानस ने कौन-सा दीप जलाकर उजाला किया है?
उत्तर
हमारे जनमानस ने स्वाभिमान कर दीप जलाकर उजाला किया है?

(ङ)
विपदाओं की किस ज्वाल में तप कर मानव बुद्ध बना है?
उत्तर
विपदाओं की प्रखर-ज्वाल में तपकर मानव बुद्ध बना है।

MP Board Class 7th Hindi Sugam Bharti Chapter 12 लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 3.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर तीन से पाँच वाक्यों में लिखिए

(क)
“हमने जब भी अपने कदम बढ़ाए हैं”, का आशय स्पष्ट कीजिए।
उत्तर
“हमने जब भी अपने कदम बढ़ाए हैं,” का आशय है कि भारत ने जब कभी विकास करने की कोशिश की है तो यहाँ की कला-कौशल अपने चरमोत्कर्ष पर उभरी है।

(ख)
अखिल विश्व चकित हो उठा, से कवि का क्या तात्पर्य है?
उत्तर
जब पोखरन में भारत ने परमाणु-परीक्षण किया तो भारत की वैज्ञानिक क्षमता को देखकर अखिल विश्व चकित हो उठा। सारे विश्व ने भारत का लोहा स्वीकार किया।

(ग)
हमें कौन-सी चीजें बाँट पायेंगी, और क्यों?
उत्तर
हमारा देश इतना बड़ा है। यहाँ पर अनेक जातियाँ, विभिन्न प्रकार के धर्म तथा हजारों प्रकार की बोलियाँ विद्यमान है जो हमें बाँट नहीं पाएगी।

(घ)
विविधा में एका की माला गूंथ-गूंध कर संवारने के भाव को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर
भारत एक विशाल देश है जहाँ भिन्न-भिन्न प्रकार के लोग निवास करते हैं। ऐसी विभिन्नता में हम भारतवासियों ने एकजुटता दिखाई है और भारत का रुप संवारा है।

(ङ)
अमन-शांति है ध्येय हमारा’ कविता के आधार पर अपने देश की सांस्कृतिक विशेषताएँ लिखिए।
उत्तर
भारत एक विशाल लोकतांत्रिक देश है। इसके 28 राज्य और 7 केंद्रशाथित प्रदेश है। यहाँ पर सैकड़ों प्रकार की बोलियां बोली जाती है। कई प्रकार की जातियाँ विद्यमान है। यहाँ कई धर्म के लोग एक-साथ वास करते है। भारत विज्ञान तथा कई क्षेत्रों में विकास कर चुका है। फिर भी हमारा अमन-शांति ही प्रमुख ध्येय है।

भाषा की बात

प्रश्न 4.
निम्नलिखित शब्दों का शुद्ध उच्चारण कीजिए
फिसड्डी, शर्मिंदगी, जिंदगी, यात्रा, ख्याल
उत्तर
छात्र स्वयं करें।

प्रश्न 5.
निम्नलिखित शब्दों की वर्तनी शुद्ध
कीजिएविश्व, धेयय, अदभूत, चकीत, वेज्ञानिक, आदीकाल
उत्तर
शुद्ध – शुद्ध वर्तनी
विश्व = विश्व
घयेय = ध्येय
अदभूत = अद्भुत
चकीत = चकित
बेज्ञानिक = वैज्ञानिक
आदीकल = आदिकाल

प्रश्न 6.
निम्नलिखित शब्दों के तत्सम रूप लिखिए
महूरत, उजियारा, धरम, करम
उत्तर
शब्द – तत्सम रुप
महूरत – मुर्हत
उजियारा – उजयारा
धरम – धर्म
करम – कर्म

प्रश्न 7.
निम्नलिखित शब्दों का वाक्यों में प्रयोग कीजिए
विश्व, प्रगति, स्वाभिमान, वैज्ञानिक
उत्तर
विश्व-हमें विश्व शांति के लिए प्रयास करना चाहिए।
स्वाभिमान- स्वाभिमान किसी के आगे झुकने नहीं देता।
वैज्ञानिक-देश के भौतिक विकास में वैज्ञानिकों का सबसे बड़ा हाथ है।

प्रश्न 8.
निम्नलिखित शब्दों के पर्यायवाची शब्द कोष्ठक में दिए शब्दों में से छांटकर लिखिए
(अवनि, अंबर, कुसुम, मार्ग, रास्ता, पुष्प, आकाश, धरती)
उत्तर
(क) धरा = धरती, अवनि
(ख) गगन = आकाश, अंबर
(ग) फूल = पुष्प, कुसुम
(घ) पंथ – मार्ग, रास्ता

प्रश्न 9.
निम्नलिखित शब्दों के विलोम शब्द लिखिए
(शान्ति, सरल, विजय, धर्म, नई)
उत्तर
(क) शांति = अशांति
(ख) सरल = कठिन
(ग) विजय = पराजय
(घ) धर्म = अधर्म
(ङ) नई = पुरानी

अमन-शांति है ध्येय हमारा पाठ का परिचय

प्रस्तुत पंक्तियों के माध्यम से कवि देश की प्रगति और विकास की चर्चा करता है। कवि का कहना है कि हम भारतवासी विश्व को जीतने की आकांक्षा नहीं रखते, हम केवल अपनी आजादी को बरकरार रखना चाहते हैं। भारत ने नई खोजें तो की ही हैं, साथ ही संपूर्ण विश्व के सामने अपनी कुशलता का परिचय दिया है। आजादी से पूर्व ही नहीं बल्कि आज भी हम इसके लिए त्याग और बलिदान कर सकते हैं। जब हमने पोखरन में परमाणु परिक्षण किया था तो सारा विश्व हैरान रहा गया था। हम आज भी उन शहीदों को याद करते हैं जिन्होंने देश को आजाद कराने के लिए अपने प्राणों की आहुती दे दी। भारत में अनेक प्रकार जातियाँ तथा भाषा-भाषी है, तथा विभिन्न धर्म विद्यमान है, फिर भी हम कभी टूट नहीं पाएगें। भारत के प्रत्येक जन में देश के प्रति गर्व तथा स्वाभिमान भरा है। आदि काल से न जाने कितने लोगों ने भारत पर राज्य किया है, किंतु वर्तमान में हम विशुद्ध हो चुके हैं। यहाँ का मानव अब महात्मा बुद्ध की तरह तटस्थ बन चुका है। अमन-शक्ति है ध्येय हमारा।

अमन-शांति है ध्येय हमारा संदर्भ-प्रसंग सहित व्याख्या

1. विश्व-विजय तो नहीं चाहता,
अमन-शांति है ध्येय हमारा।
आजादी को कायम रखना,
सिर्फ नहीं उद्देश्य हमारा॥
हमने जब भी कदम बढ़ाए,
कला नहीं कौशल दिखलाये,
नई और अद्भुत खोजों से,
प्रगति-पंथ को सरल बनाए

शब्दार्थ- ध्येय = लक्ष्य; आजादी = स्वतंत्रता; सिर्फ = केवल, मात्र; कौशल = कुशलता, निपुणता;
अद्भुत = अनोखी प्रगति-पंथ = उन्नति का रास्ता।

संदर्भ-प्रस्तुत काव्य पंक्तियाँ हमारी पाठ्य-पुस्तक ‘सुगम भारती’ (हिंदी सामान्य) भाग-7 के पाठ-12 ‘अमन-शांति है ध्येय हमारा’ से ली गई हैं। इसके रचयिता दिनेश कुमार पाण्डेय ‘व्यथित’ है।

व्याख्या-कवि कहता है भारत कभी विश्व-विजेता बनने के सपने नहीं देखता बल्कि वह सारे संसार में अमन-शांति कायम करना चाहता है। भारत एक प्रगतिशील राज्य है जिसमें कला तथा अद्भुत खोजों का संगम है। विशेष-सरल भाषा का प्रयोग है।

2. त्याग और बलिदान सिखाता,
लहर-लहर कर झण्डा प्यारा।
विश्व-विजय तो नहीं चाहता,
अमन-शांति है ध्येय हमारा।।
अखिल विश्व भी चकित हो उठा,
पोखरन-परीक्षण को निहार,
वैज्ञानिक-दल सफल हुआ जब,
देश में आई खुशी अपार,

शब्दार्थ-अखिल = संपूर्ण; निहार = देखकर।

संदर्भ-पूर्ववत्।

प्रसंग-भारत की वैज्ञानिक प्रगति का वर्णन किया गया है।

व्याख्या-भारत की मिट्टी ही ऐसी है जो हमें त्याग और बलिदान से ओत-प्रोत करती है। हमारा प्यारा तिरंगा हमें गर्व करना सिखाता है। जब हमने पोखरन में परमाणु किया या तब सारा विश्व हैरान रह गया था, सारे वैज्ञानिक सफल हुए थे तथा चारों ओर खुशिया बिखर गई थी।

विशेष-सरल भाषा का प्रयोग है।

3. धरा-गगन, युग-युग से करते,
अमर शहीदों की जयकारा ।
विश्व-विजय तो नहीं चाहता,
अमन-शांति है ध्येय हमारा॥
बाँट न पायेगा हम सबको।
जाति-धर्म-भाषा का बंधन।
विविध भाँति के फल-फूलों से,
हरा-भरा हैं अपना नंदन,

शब्दार्थ-विविध = भिन्न-भिन्न; नंदन = बगीचा।

संदर्भ-पूर्ववत्

प्रसंग-भारत की एकता का वर्णन किया गया है।

व्याख्या-सैकड़ों वर्षों से भारत-भूमि ने हमारे शहीदों को अपनी गोद में सुलाया है। जाति, धर्म तथा भाषा के नाम कोई हमें बांट नहीं सकता। हमारा चमन भिन्न-भिन्न फूलों से सदैव खिलता रहेगा।

विशेष-सरल भाषा का प्रयोग है।

4. स्वाभिमान का दीप जलाकर,
जनमानस करता उजियारा ।
विश्व-विजय तो नहीं चाहता,
अमन-शांति है ध्येय हमारा।।
आदि-काल से चलता आया,
परिवर्तन अब शुद्ध हुआ है,
विपदाओं की प्रखर-ज्वाल में,
तपकर मानव बुद्ध हुआ है,
विविधा में एका की माला,
गूंथ-गूंथ का रूप संवारा।
विश्व-विजय तो नहीं चाहता,
अमन-शांति है ध्येय हमारा।।

शब्दार्थ-परिवर्तन = बदलाव; युद्ध = पवित्र, स्वच्छ; विपदा = विपत्ति, कष्ट प्रखर = तेज, बुद्ध = ज्ञानी, विद्वान, विविधत = अनेकता; एका = एकता।

संदर्भ-पूर्ववत्

प्रसंग-इसमें भारत के जन की शक्ति को उजागर किया गया है।

व्याख्या-भारत का एक-एक जन स्वाभिमान तथा गर्व से परिपूर्ण है। आदि काल से अब तक न जाने कितने ही प्रकार के वंशों ने अपनी धाक जमानी चाही, अंत में हुआ क्या, भारतीय आखिर मजबूत होकर ही निकला। शोषण की मार खाते-खाते यहाँ का वासी बुद्ध जैसा तटस्थ बन चुका है। आज हम सब एक हैं, यह एक मिसाल ही तो है।

विशेष

  • भारत की एकता को सफलतापूर्वक दिखाया गया है।
  • भाषा का सरल रुप है।

MP Board Class 7th Hindi Solutions

 

MP Board Class 7th Hindi Sugam Bharti Solutions Chapter 5 दाँत हैं तो जहान है

MP Board Class 7th Hindi Sugam Bharti Solutions Chapter 5 दाँत हैं तो जहान है

MP Board Class 7th Hindi Sugam Bharti Chapter 5 प्रश्न-अभ्यास

वस्तुनिष्ठ प्रश्न
Mp Board Class 7th Hindi Chapter 5 प्रश्न 1.
(क) सही जोड़ियाँ बनाइए
1. पंचभूत = (क) दन्त
2. गंजा = (ख) लहर
3. शति = (ग) शरीर
4. दीर्घ = (घ) आदमी
उत्तर
1. (ग), 2. (घ), 3. (ख), 4. (क)

Class 7th Hindi Chapter 5 Question Answer प्रश्न (ख)
दिए गए शब्दों में से उपयुक्त शग्द चुनकर रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
1. परमात्मा ने शरीर में कुछ चीजें मात्र ……………के लिए लगा रखी है। (बनावट/सजावट)
2. गंजे आदमी की कार्य क्षमता किसी बालों वाले से ………….. नहीं होती। (कम/अधिक)
3. मेरे …………….. सर्वेक्षण में आँखों को इतना महत्त्व नहीं दिया जा सकता। (निरीक्षण/सर्वेक्षण)
4. मैंने छल-फरेब से ……………… दुनिया देख ली। (भरी/खाली)
उत्तर
1. सजावट
2. कम
3. सर्वेक्षण
4. भरी।

MP Board Class 7th Hindi Sugam Bharti Chapter 5 अति लघु उत्तरीय प्रश्न

Mp Board Solution Class 7 Hindi प्रश्न 2.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-एक वाक्य में लिखिए
(क) लेखक ने मनुष्य के अतिरिक्त किन-किन प्राणियों के दाँतों का उल्लेख किया है।
उत्तर
लेखक ने मनुष्य के अतिरिक्त साँप औरा कुत्ते के दाँतों का उल्लेख किया है।

(ख) किसी से कुछ माँगने से पहले दाँत दिखाना क्यों आवश्यक हैं?
उत्तर
किसी से कोई चीज माँगनी होती है तो पहले दाँत खिसकाकर हल्का मुस्कुराना पड़ता है।

(ग) शीत लहर में लोग अपना गुस्सा कैसे झाड़ते हैं?
उत्तर
शीतलहर में लोग दाँत किटकिटाकर ठंड पर अपना गुस्सा झाड़ते हैं।

(घ) किस बात से पता चलता है कि लोग अपने दाँतों को सोने-चाँदी से अधिक महत्त्व देते हैं?
उत्तर
लोग दाँतों में सोने-चाँदी के तार जुड़वाते हैं।

MP Board Class 7th Hindi Sugam Bharti Chapter 5 लघु उत्तरीय प्रश्न

Class 7 Hindi Chapter 5 Question Answer प्रश्न 3.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर तीन से पाँच वाक्यों में लिखिए

(क) लेखक लंबे दाँत वाले आदमी को अधिक आदर क्यों देता है?
उत्तर
लेखक लंबे दाँत वाले आदमी को इसलिए अधिक आदर देता है क्योंकि लंबे दाँत होने से उस आदमी के गुस्सा होने या खुश होने का अंदाजा नहीं लगा सकते। उनके लिए ‘जाकी रही भावना जैसी’ वाली बात यहाँ पूर्णरुपेण चरियार्थ हो जाती है।

(ख) लेखक ने आकार के अनुसार दाँतों के कितने प्रकार बतलाए हैं?
उत्तर
आकार के अनुसार दाँतों के दो प्रकार है। पहले वे जो मुँह की परिसीमा में समाए रहते हैं तथा तथा यदा-कदा ही ओठों से बाहर निकालते हैं। दूसरे वे दीर्थदंत है जिनके आवास के लिए ओठ छोटे पड़ते हैं तथा उन्हें ज्यादातर समय ओठों से बाहर बिताना बड़ता है।

(ग) लेखक ने बालों को सजावट की चीज कहा है। इस कथन से आप कितने सहमत हैं?
उत्तर
लेखक ने बालों को सजावट की चीज कहा है क्योंकि इनके होने अथवा नहीं होने से कोई मानसिक तथा शारीरिक ताकत पर फर्क नहीं पड़ता है। अतः लेखक का उपर्युक्त तथ्य बिल्कुल सही है।

(घ) लेखक के अनुसार आँखों का महत्त्व कम क्यों
उत्तर
लेखक ने छल-फरेब से भरी दुनिया, शोषण, अन्याय आदि स्वयं अपनी आँखों से देखे हैं लेकिन कुछ कर नहीं सका। कोई ‘आँख दिखाता’ भी है तो चुपचाप उसकी आँख देख लेता हूँ। समय के साथ लोग आँख फेर लेते हैं। लेखक सोचता है यदि आँख न होती तो उसे किसी की आँख क्यों देखनी पड़ती है। इसलिए लेखक के अनुसार आँखों का महत्त्व अधिक नहीं है।

(ङ) लेखक परमात्मा से क्या प्रार्थना करता है?
उत्तर
हानि-लाभ की पूरी गणना के बाद अब लेखक परमात्मा से प्रार्थना करता है कि हे भगवान, भले ही मेरी आँख फोड़ दे, टाँग तोड़ दे पर इस बत्तीसी को सही सलामत बनाए रखे।

भाषा की बात

Hindi Class 7 Mp Board प्रश्न 4.
निम्नलिखित शब्दों का शुद्ध उच्चारण कीजिए
पंचभूत, सर्वाधिक, विशिष्ट, प्रतिद्वंद्वी, परमात्मा।
उत्तर-छात्र स्वयं करें।

Mp Board Class 7 Hindi प्रश्न 5.
निम्नलिखित शब्दों की शुद्ध वर्तनी लिखिए
यध्यपि, भोंकना, कीटकीटाना, बत्तिसि, निश्पन्न।
उत्तर
अशुद्ध वर्तनी – शुद्ध वर्तनी
यध्यपि – यद्यपि
भोंकना – भोकना
कीटकीटाना – किटकिटाना
बत्तिसि – बत्तीसी
निश्पन्न – निष्पन्न

Hindi Sugam Bharti Class 7 Solutions प्रश्न 6.
पाठ में आए इन मुहावरों के अर्थ लिखकर वाक्यों में प्रयोग कीजिए
आँखे फेरना, आँखें दिखाना, दाँत खिसकाना, दाँतों तले उंगली दबाना, दाँत तोड़ना।
उत्तर
Mp Board Class 7th Hindi Chapter 5

Mp Board Class 7th Subject Hindi प्रश्न 7.
‘हाथी के दाँत खाने के और दिखाने के और’ कहावत का प्रयोग करते हुए एक वाक्य बनाइए।
उत्तर
तुम्हारे बेटे ने सारे साल परिक्षा की तैयारी की किंतु वह फेल हो गया, सही कहते हैं ‘हाथी के दाँत खाने के और दिखाने के और’ होते हैं।

Mp Board Class 7th Hindi Sugam Bharti Solution प्रश्न 8.
इस पाठ में आया ‘डबलसेट’ शब्द अंग्रेजी भाषा का है, जिसे हिंदी में ज्यों का त्यों प्रयोग किया गया है। हिंदी में प्रयोग किए जाने वाले अंग्रेजी के पाँच शब्द लिखिए।
उत्तर
हिंदी में प्रयोग किए जाने वाले अंग्रेजी के पाँच शब्द :

  • फर्स्टक्लास
  • मोटरसाइकल
  • कार
  • मशीन
  • डॉक्टर।

दाँत हैं तो जहान है पाठ का परिचय

प्रस्तुत रचना एक हास्य रचना है जिसमें लेखक ने दाँतों के महत्त्व का उल्लेख किया है। लेखक मनुष्य के सभी अंगों के विश्लेषण के बाद तय करता है कि दाँतों से अधिक श्रेष्ठ अंग कोई नहीं है। कुछ विशेष जैसे-साँप, हाथी तथा कुत्ते के दाँत निकाल दिए जाएँ तो उनका अस्तित्व जैसे समाप्त हो जाता है। लेखक ने कहा लंबे दाँतों की अपनी ही विशेषता होती है। मुँह खोलते ही हँसता चेहरा नजर आता है। इसी तरह ‘हाथी के खाने के दाँत और’ तथा दिखाने के दाँत और होते हैं। दाँतों के बिना मनुष्य ने तो रो सकता है और न. ही हँस सकता है। इस तरह लेखक ने दाँतों को शरीर का सबसे खास अंग माना है।

दाँत हैं तो जहान है संदर्भ-प्रसंग सहित व्याख्या

1. शरीर के सभी …………………… पड़ता नहीं।

शब्दार्थ – पंचभूत शरीर = पृथ्वी, जल, आकाश, हवा व, अग्नि से बना शरीर; निष्पन्न = किया गया।

संदर्भ-प्रस्तुत काव्य पंक्तियाँ हमारी पाठय-पुस्तक ‘सुगम भारती’ ‘हिंदी सामान्य’ भाग-7 के पाठ-5 ‘दाँत हैं तो जहान हैं’ से ली गई है। इसके रचयिता श्रीनिवास वत्स हैं।

प्रसंग- पुस्तत पंक्तियों में शरीर के कई हिस्सों का वर्णन किया गया है।

व्याख्या-लेखक शरीर के कई हिस्सों का विश्लेषण करता है और उसे ज्ञात होता है शरीर में बहुत थोड़े अंग ऐसे है जो ठीक तरह से काम के नहीं है। अब बाल को ही लीजिए। क्या गंजे किसी बुद्धिमान की तरह नहीं सोच सकते। ईश्वर ने कुछ अंग तो ऐसे. दिए हैं जो मात्र शोभावान हैं।

विशेष-शरीर के अंगों की चर्चा की गई है।

2. आकार के अनुसार……………परम आवश्यक हैं। (प्र. 23-24)

शब्दार्थ-दरिया = बड़ी नदी; दंत विहीन = बिना दाँत के प्रतिद्वंद्वी = विरोधी, प्रतिस्पर्धी; सर्वोपरि सबसे ऊपर।

संदर्भ-पूर्ववत्।

प्रसंग-इमसें दाँतों के प्रकार तथा बल्कि अंगों से तुलना को दर्शाया गया है।

व्याख्या-लेखक के अनुसार दो प्रकार के दाँत होते हैं। पहले प्रकार के दाँत इतने विशाल होते हैं कि जो मुँह बंद करने पर भी बाहर निकले रहते हैं और दूसरे प्रकार के वे हमेशा मुँह के अंदर ही रहते हैं। जीभ की उपयोगिता को नकारा नहीं जा सकता परंतु जैसे-जैसे दाँत टूटते जाते हैं, हाब्द भी अशद्ध निकलने शुरू हो जाते है। झगड़े-आदि के समय सबसे पहले दाँत तोड़ने की बात करता है। बाकि अंगों से दाँत श्रेष्ठ ही साबित होते हैं। और खाने के लिए तो दाँत है ही अनिवार्य ।

MP Board Class 7th Hindi Solutions

MP Board Class 10th English The Rainbow Solutions Chapter 21 Gitanjali

Are you seeking for the Madhya Pradesh Board Solutions 10th English Chapter 21 Gitanjali Questions and Answers PDF? If yes, then read this entire page. Here, we are giving a direct link to download MP Board Class 10th English Solutions Questions and Answers PDF which contains the chapter wise questions, solutions, and grammar topics. You can also get the shortcuts to solve the grammar related questions on this page.

MP Board Class 10th English The Rainbow Solutions Chapter 21 Gitanjali (Rabindranath Tagore)

For the sake of students we have gathered the complete 10th English Chapter 21 Gitanjali Questions and Answers can provided in pdf Pattern. Refer the chapter wise MP Board Class 10th English Solutions Questions and Answers Topics and start the preparation. You can estimate the importance of each chapter, find important English grammar concepts which are having more weightage. Concentrate on the important grammar topics from Madhya Pradesh Board Solutions for 10th English Chapter 21 Gitanjali Questions and Answers PDF, prepare well for the exam.

Gitanjali Textbook Exercises

Gitanjali Vocabulary

I. Distinguish between the following pairs of words:
new – recent
little – a little
through – thorough
together – to gather
current – currant
voyage – journey
infinite – the infinite
Answer:
New—(Not existing before) She has got a new job.
Recent—(Which happened a short while ago): Mobile phones are a recent invention.
Little—(Not sufficient). There is little milk in the jug.
A little—(a small but sufficient quantity). A little milk is left in the kitchen to make two cups’ of tea. .
Through—(from one side to another). The cow ran through the field and damaged the crops.
Thorough—(perfect, complete). My father has thorough knowledge of current affairs.
Together—(unitedly) All our guests to the wedding came together.
To gather—(To bring to one place). A crowd gathered at the site of the accident.
Current—(happening at present). I am well aware of the current events in the country.
Currant—(sweet dried grape). Are you eating the currant bun?
Voyage—(journey by water). I made voyage in the river in a boat.
Journey—(a travel) A journey by bus is comfortable.
Infinite—(very great) You need infinite patience for this job.
The Infinite—(God) I believe in the mercy of the Infinite alone.

II. Find out from a dictionary, if you don’t know, what the following words and phrases mean:
little heart, at heart, by heart, heart and soul, take something to heart.
Answer:
Little heart—the individual soul (jivatama).
At heart—in one’s real nature.
By heart—from memory.
Heart and soul—great energy and enthusiasm.
Take something to heart—to be much affected or upset by something.

III. Practise saying the following words with the correct stress and pronunciation.
pleasure, voyage, July, ages, diverse
Gitanjali Questions And Answers MP Board

Comprehension

A. Answer the following questions in about 25 words.

Gitanjali Questions And Answers MP Board Question 1.
Explain: thou has made me endless, such is thy pleasure. This frail vessel thou emptiest again and again, and fillest it ever with fresh life.
Answer:
The individual soul is a part of Supreme Brahman. The soul never dies. It is endless. The body is like a fragile vessel which is subject to decay and death. But the soul is immortal. It assumes the next body and fills it with fresh life. Here the poet refers to ‘transmigration of soul’.

Class 10 English Chapter 21 Gitanjali MP Board Question 2.
What does “this little flute of a reed” stand for, and who carries it over hills and dales and breathes through it eternally new melodies?
Answer:
‘This little flute of reed’ refers to the human body. The will power of the Supreme Power carries the human body everywhere (high and low). Through this body the jivatama breathes new tunes.

Gitanjali Poem Questions And Answers MP Board Question 3.
What does the poet mean by “utterance ineffable” and how is it born in his heart?
Answer:
The human body utters unique tunes. The human body is only a frame of bones and flesh. It can do nothing on its own. When the soul enters the body it gets activated. It becomes operative. The heart starts beating and words/tunes gush forth from the body.

Gitanjali Poem 21 Summary MP Board Question 4.
With what wish does the poet conclude the songs of Geetanjali?
Answer:
The poet wishes to sing songs in honour of immanence and glory of God. His last wish is that he should wander here and there throughout the span of his life. In the end, he (the jivatama) should return to his eternal home (the feet of God) with reverence. This means he longs for emancipation from the snares of births and deaths.

Gitanjali 50 Questions And Answers Pdf MP Board Question 5.
What images does the poet use to express his final voyage to his eternal abode in the last verse of Geetanjali?
Answer:
In the last verse of Geetanjali the poet uses the image of a flock of cranes. The birds keep singing the whole day but they wish to return to their mountain nests at night. In the same manner the poet wishes that he should sing songs in praise of the Almighty and seek permanent refuge in God’s feet (the eternal home).

B. Answer the following questions in about 50 words.

Class 10 Hindi Chapter 21 Mp Board Question 1.
“Geetanjali begins in the statement: ‘Thou hast made me endless, such is thy pleasure’; it ends with the Jeeva’s voyage to its eternal abode. The wheel has come full circle”. Explain.
Answer:
God has made the soul endless. It is his sport as well as sweet will. One who is born must die, and one who is dead must be reborn. After birth, till death the jivatama has to pass through several stages according to the life span of the human body. The wheel comes to full circle. The soul is transmigrated from one physical structure to another. The individual soul goes on its journey until it reaches its eternal home and finally rests there. That is the stage of renunciation and liberation from the snares of births and deaths.

Gitanjali Question And Answers MP Board Question 2.
“Tagore uses images from Indian mythology and the world of nature to express his longing for reunion with God.” Explain.
Answer:
There is a myth that God causes deaths and births of human beings with His own will and pleasure again and again. He carries the people high and low and makes them sing the desired tunes. Man seeks boundless joy when he is touched by God’s hand. God ever showers His blessings on man. Man longs to bow with awe at God’s feet as the heavy rain clouds touch the earth. He wishes to sing different tunes in honour of God out of devotion. He loves to end his journey in the eternal home (feet of God) as the cranes desire to return to their mountain nests at night.

Speaking Skill

1.Perform the pair-activity given below. Your friend will ask you the question and you answer in the pattern suggested in the example.
Example:
Vicky—Shall we go then?
You—No, they haven’t finished eating yet.

Mp Board Class 10th Hindi Chapter 21 Question 1.
Vicky—Have you done the crossword?
You—No, (I/gave up/try)
Answer:
Vicky—Have you done the crossword?
You—No, I have given up trying it.

Gitanjali 50 Questions And Answers MP Board Question 2.
Vicky—Do you like football?
You—(I/enjoy/watch/it/on TV)
Answer:
Vicky—Do you like football?
You—I enjoy watching football on TV.

Gitanjali 50 Poem Questions And Answers MP Board Question 3.
Vicky—There is a story here in the paper about a 110-year-old.
You—Good Lord (I/can/not/imagine/be) so old.
Answer:
Vicky—There is a story here in the paper about a 110-year- old.
You—Good Lord I cannot imagine any body being so old.

Mp Board Solution Class 10 English Question 4.
Vicky—Whose idea was it to invite all these people?
You—I am not sure someone (suggest/have/a party).
Now, you question and let your friend answer the questions in the given pattern.
Answer:
Vicky—Whose idea was it to invite all these people?
You—I am not sure someone suggested to have a party.

Writing Skill

Gitanjali Poem 10 Summary MP Board Question 1.
How do you feel after you pray to God? Write your feelings. (50 words)
Answer:
We pray to God to -thank Him for all His blessings- and to seek His further blessings for success in our life. We pray to God to make us able, capable and sincere in life. We wish that God should give us strength to labour hard and to succeed in our struggle.

Prayers are an unfailing means of achieving success in life. Praying to God and sitting idle is not the real prayer. After praying to God I feel strong and energetic. I feel that God is there to support me. I feel free from tension and anxiety. My mind feels cool and fresh. It makes me pure hearted, selfless and devoted.

Gitanjali Poem 1 Summary MP Board Question 2.
Migratory birds fly back to their mountain nests after the winter season. Describe a homing flock of migratory birds and its flight. (150 words)
Answer:
Millions of birds have disappeared from our environment due to man’s greed to make quick profit. Birds also desire to live. Travelling is one of the greatest mysteries of bird life. Birds travel from northern regions of Asia, Europe and Australia to the southern warmer lands every year during autumn and early winter. A flock of swallows was making its return journey again during spring and early summer.

Their migration speed was from 48 to 64 km. an hour. Their flight was delayed by bad weather. They faced many dangers and hardships while travelling long distances through the air over hills, forests, plains and large stretches of water. Once a strong storm arose and drove them far out of course. Most of them were blown right out to sea and were drowned in the wild waves. The bright lights attracted and confused them at night. They could not fly at their fastest. Still the lucky survivors flew back to their mountain nests after the winter season.

Think It Over

Question 1.
Count your blessings, not your troubles. We are so focused on complaining about things we don’t have that we lose sight of the things we have. There is a lot to be thankful for. Think and pen the blessings you are thankful for to God.
Answer:
I live in a joint family. My grandparents are alive. My parents, uncles/cousins all live together in our own house. This is a rare thing in the present day world. My father has a good source of income. I study in a public school. I am healthy and wise. I have good looks and talent. I have good neighbours and helpful relatives. We have land, fixed deposit and our own conveyance. I am thankful to God for all these blessings.

Question 2.
Prayers are always answered. The answers may be ‘yes’ or W. It can also be an ‘alternative’ too. If your wish comes true it is good. If it is God’s wish it is even better. Ponder.
Answer:
For self-attempt.

Things To Do

Question 1.
People of all places do pray. They word their prayers in enumerable ways. Collect prayers and write them in your project- book. Underline the lines of the prayers you liked the most and write why you consider them the best.
Answer:
Classroom activity.

Gitanjali Additional Important Questions

A. Read the extract and answer the questions that follow:
1. Thou hast made me endless, such is thy pleasure. This frail vessel thou emptiest again and again, and fillest it ever with fresh life.This little flute of a reed thou hast carried over hills and dales, and hast
breathed through it melodies eternally new. (Page 176)

Questions:
(a) The above lines have been taken from the poem
(i) Gitanjali
(ii) All the World’s a Stage
(iii) To the Cuckoo
(iv) Bridge Builder
Answer:
(i) Gitanjali

(b) The one word used for ‘sweet songs’ in the extract is
(i) pleasure
(ii) Melodies
(iii) fresh
(iv) dales
Answer:
(ii) Melodies

(c) What is the human body compared to?
Answer:
The human life is compared to a fragile vessel.

2. In one salutation to thee, my God, let all my senses spread out and touch this world at thy feet Like a rain-cloud of July hung low.with its burden of unshed shoxoers let all my mind bend down at thy door in one salutation to thee. (Page 177)

Questions:
(a) The poet of these lines is
(i) John Keats
(ii) Robert Frost
(iii) Rabindranath Tagore
(iv) William Shakespeare
Answer:
(iii) Rabindranath Tagore

(b) The one word used for ‘something loaded’ in the extract is
(i) burden
(ii) mind
(iii) showers
(iv) door
Answer:
(i) burden

(c)What is the cloud burdened with?
Answer:
The cloud is burdened with rain water.

I. Match the following:
1. The main theme of – (a) subject to births and deaths.
2. Tagore sings of the- (b) his jivatama should attain salvation.
3. God has made the soul – (c) Geetanjali is devotional.
4. The human body is – (d) immortal.
5. The poet wishes that – (e) immanence and glory of God.
Answer:
1. (c), 2. (e), 3. (d), 4. (a), 5. (b).

II. Pick up the correct choice:
(i) ‘Gitanjali’ is written by:
(a) Rabindranath Tagore
(b) Swami Sivananda
(c) Swami Vivekananda
(d) Swami R.K. Paramhansa.
Answer:
(a) Rabindranath Tagore

Choose the correct word:

(ii) (a) Thou hast made me ……………….. (infinite/endless).
(b) The ……………….. (infinite/eternal) gifts come to me only on the small hands.
(c) Let all my ………………. (organs/senses) spread out and touch this world at thy feet.
(d) Let all my life take its ………………… (journey/voyage) to its eternal home.
Answer:
(a) endless
(b) infinite
(c) senses
(d) voyage.

III. Write ‘True’ or ‘false’ :
1. The Gitanjali poems are characterized by a variety of subject matter.
2. The Gitanjali songs are mainly poems of ‘bhakti’.
3. The body is lifeless like the little flute of a reed.
4. The body can sing eternal songs without the soul.
5. The soul aspires to return to its eternal home.
Answer:

  1. True
  2. True
  3. True
  4. False
  5. True.

IV. Fill in the following blanks:
1. ……………. hast made me endless.
2. God empties the ……………. vessel to fill it ever with fresh life.
3. Geetanjali contains songs of the immanence and ……………. of God.
4. The body (flute) utters unique things at the immortal touch of ……………… hands.
5. The poet prays that his jivatama should seek refuge in its ………………home.
Answer:

  1. Thou
  2. frail
  3. glory
  4. God’s
  5. eternal.

B. Short Answer Type Questions (In about 25 words)

Question 1.
How does the soul persist when the body perishes?
Ans.
Bodies appear and disappear but the changeless soul remains forever. As the soul experiences childhood, youth and old age in the body, he also passes on to another body. The same entity is retained while the soul migrates from one body to another.

Question 2.
How is the physical existence just like non-existence?
Answer:
Our bodies were not existent in the distant past. They will not be in the distant future. Though, they are in existence now, their existence is equal to non-existence. The seers of truth behold the body and the pleasure and pain associated with it as unreal.

Question 3.
What is the nature of the soul?
Answer:
The soul is another term for existence. It is real. It means awareness of pure consciousness. It remains untouched by time, space and causation. States of mind do not affect Atman. It is not subject to modification. It is ever itself.

Question 4.
Which modifications are undergone by the body? How is the Atman different from the body?
Answer:
The body is constituted of elements. It undergoes six kinds of modifications (changes). They are to be born, to exist, to grow, to change, to decay and to perish. The Atman is unborn, eternal, constant and ancient. It is not killed when the body is slain.

C. Long Answer Type Question (In about 50 words)

Question 1.
Define God.
Answer:
In His absolute state, God is beyond the ken of mind and speech. He is indefinable. He is Sat (Reality or Existence), Chit (knowledge) and Anandam (Bliss). He is not affected by time, space or causation. The individual souls (Jivatmans) are the manifestations of the Reality (The Paramatman). God is life. Souls (Existence) have emanated from God. A man of devotion is attracted towards God as iron is attracted towards a magnet. God is love. Love of God leads to knowledge of Him. God is light. In a nutshell, God is life, light and love.

Gitanjali Introduction

Tagore’s Gitanjali is devotional in its theme. It is pure poetry where the poet sings of the immanence and glory of God.

Gitanjali Summary in English

[I]

Oh God! You have made me endless. My soul assumes different forms. My body is like a little flute. You have filled it with different tunes and carry it high and low. Whenever your hand touches the reed it starts giving joyful tunes. You have been showering gifts on my little hands since ages and continue pouring them even now. Still there is room for more gifts

[II]

May my body and mind touch your feet in greeting like a rain cloud bowing down on earth with the weight of water. May all my songs sing your praise! May my entire life return to its eternal home in salutation as the flock of birds fly all around but return to their mountain nests at night.

Gitanjali Summary in Hindi

[I]

हे ईश्वर! आपने मुझे अनन्त बना दिया है। मेरी आत्मा भिन्न-भिन्न रूप स्वीकार करती है। मेरा शरीर एक छोटी बांसुरी की तरह है। आप इसे भिन्न-भिन्न धुनों से भरते रहते हैं। और इसे ऊपर और नीचे ले जाते रहते हो, जब भी आप का हाथ नरसल को छूता है तो यह मधुर ध्वनि देना प्रारम्भ करता है। आप युगों से मेरे छोटे हाथों के ऊपर उपहार उड़ेलते रहे हो और अब भी उड़ेलते जा रहे हो। फिर भी अभी तक उस उपहार लेने हेतु उनके अन्दर स्थान बाकी है।

[II]

मेरी इच्छा है कि मेरा शरीर और मस्तिष्क आपके चरणों को प्रणाम करें तथा झुककर छुएं जिस प्रकार वर्षा से भरा हुआ बादल, पानी के भार से नीचे झुक जाता है और पृथ्वी को छूता है। मेरी इच्छा है कि मेरे सारे गीत आपका गुणगान करें। मेरी इच्छा है कि मेरा संपूर्ण जीवन आपके सम्मान में अपने अनन्त घर में लौट जाए जिस प्रकार पक्षियों का झुण्ड इधर-उधर विचरने के पश्चात् रात को अपने पर्वतीय घोंसले में लौट जाता है।

Gitanjali Word Meanings
Class 10 English Chapter 21 Gitanjali MP Board

Some Important Pronunciations
Gitanjali Poem Questions And Answers MP Board

Hope that the above shaped information regarding the Madhya Pradesh Board Solutions for 10th English Chapter 21 Gitanjali Questions and Answers is useful for making your preparation effective. View our website regularly to get other subjects solutions.

MP Board Class 12th Chemistry Solutions Chapter 4 रासायनिक बलगतिकी

MP Board Class 12th Chemistry Solutions Chapter 4 रासायनिक बलगतिकी

रासायनिक बलगतिकी NCERT पाठ्यनिहित प्रश्न

प्रश्न 1.
R → Pअभिक्रिया के लिये अभिकारक की सान्द्रता 25 मिनट में परिवर्तित होकर 0.03 M से 0.02 M हो जाती है। औसत वेग की गणना सेकण्ड तथा मिनट दोनों इकाइयों में कीजिये।
हल
अभिक्रिया R → P
अभिक्रिया की औसत दर (वेग) = –\(\frac{\Delta[\mathrm{R}]}{\Delta t}\)
= –\(\frac{[0 \cdot 02-0.03]}{25}\)
= \(\frac{0.01}{25}\)
= 4 × 10-4M मिनट -1
यदि समय सेकण्ड में लिया जाये, तब
अभिक्रिया की औसत दर = –\(\frac{\Delta[\mathrm{R}]}{\Delta t}\)
= \(-\frac{[0.02-0.03]}{25 \times 60}\)
= 6.66 × 10-6M सेकण्ड-1

प्रश्न 2.
2A → उत्पाद अभिक्रिया में A की सान्द्रता 10 मिनट में 0.5 मोल L-1 से घटकर 0.4 मोल L-1 रह जाती है। इस समयांतराल के लिये अभिक्रिया वेग की गणना कीजिये।
हल
औसत दर = –\(\frac{1}{2} \frac{\Delta[\mathrm{A}]}{\Delta t}\)=-\(\frac{1}{2} \frac{[0.4-0.5]}{10}\)
= 0.005 मोल लीटर -1 मिनट -1

प्रश्न 3.
एक अभिक्रिया, A+ B → उत्पाद के लिये वेग नियमr=k[A]1/2 [B]2 दिया गया है। अभिक्रिया की कोटि क्या है ?
हल
अभिक्रिया की कोटि = \(\frac{1}{2}\) + 2 = 2 \(\frac{1}{2}\) = 2.5.

प्रश्न 4.
अणु x का Y में रूपांतरण द्वितीय कोटि की बलगतिकी के अनुरूप होता है। यदि x की सान्द्रता तीन गुनी कर दी जाये तो Y के निर्माण होने के लिए वेग पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
हल
अभिक्रिया X → Y के लिये, जैसा कि इसमें द्वितीय कोटि की बलगतिकी (Kinetics) है। इसका दर नियम समीकरण होगा —
दर = k[X]2 = ka2 (यदि x = a मोल L-1 )
यदि X की सान्द्रता 3 गुनी बढ़ायी जाये तो यह
[X] = 3a मोल L-1 हो जायेगी।
दर = k(3a)2 = 9ka2
अत: अभिक्रिया की दर 9 गुनी हो जायेगी। अर्थात् Y के बनाने की दर 9 गुनी बढ़ जायेगी।

प्रश्न 5.
एक प्रथम कोटि की अभिक्रिया का वेग स्थिरांक 1.15 x 10-3S-1 है। इस अभिक्रिया में अभिकारक की 5g मात्रा घटकर 3g होने में कितना समय लगेगा?
हल
MP Board Class 12th Chemistry Solutions Chapter 4 रासायनिक बलगतिकी - 1

प्रश्न 6.
SO2Cl2 को अपनी प्रारम्भिक मात्रा से आधी मात्रा में वियोजित होने में 60 मिनट का समय लगता है। यदि अभिक्रिया प्रथम कोटि की हो, तो वेग स्थिरांक की गणना कीजिये।
हल
t1/2 = 60 मिनट = 60 × 60s
∴  k = \(\frac{0.693}{t_{1 / 2}}\) = \(\frac{0.693}{60 \times 60}\)
= 1.925 × 10-4 सेकण्ड-1

प्रश्न 7.
ताप का वेग स्थिरांक पर क्या प्रभाव होगा?
उत्तर
10°C ताप बढ़ाने पर अभिक्रिया का वेग स्थिरांक लगभग दुगुना हो जाता है। वेग स्थिरांक की ताप पर निर्भरता आीनियस समीकरण द्वारा प्रदर्शित की जाती है। k = \(\mathrm{A} e^{-\mathrm{E}_{a} / \mathrm{RT}}\) जहाँ, A आवृत्ति कारक तथा Ea अभिक्रिया की सक्रियण ऊर्जा है।

प्रश्न 8.
परम ताप, 298 K में 10 K की वृद्धि होने पर रासायनिक अभिक्रिया का वेग दुगुना हो जाता है। इस अभिक्रिया के लिये E, की गणना कीजिये।
हल
दिया गया है – k2 = 2k, T1 = 298 K, T2 = 308 K,
R = 8-314JK-1 mol-1
हम जानते हैं कि –
MP Board Class 12th Chemistry Solutions Chapter 4 रासायनिक बलगतिकी - 2

प्रश्न 9.
581 K ताप पर अभिक्रिया 2HI(g) → H2(g) + I2(g) के लिये सक्रियण ऊर्जा का मान 209.5 kJ मोल -1 है। अणुओं के उस अंश की गणना कीजिये जिसकी ऊर्जा सक्रियण ऊर्जा के बराबर अथवा इससे अधिक है।
हल
प्रश्नानुसार,
Ea = 209.5 kJ मोल -1
= 209.5 × 103 J मोल-1
T = 581 K
अणुओं का प्रभाज जिसकी ऊर्जा सक्रियण ऊर्जा के बराबर या उससे ज्यादा है, को इसके द्वारा प्रदर्शित किया जाता है
x = \(e^{-\mathrm{E}_{a} / \mathrm{RT}}\) (R= 8.314J)
लॉग का उपयोग करने पर,
logx =-\(\frac{\mathrm{E} a}{2 \cdot 303 \mathrm{RT}}\)
logx = –\(\frac{209.5 \times 10^{3}}{2.303 \times 8.314 \times 581}\)
या logx = -18.832
या x = Antilog[-18.832]
या x = 1.472 x 10-19.

रासायनिक बलगतिकी NCERT पाठ्य-पुस्तक प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
निम्न अभिक्रियाओं के वेग व्यंजकों से इनकी अभिक्रिया कोटि तथा वेग स्थिरांकों की इकाइयाँ ज्ञात कीजिए –
(i) 3NO(g) → N2O(g) वेग = k[NO]2
(ii) H2O2(aq) + 3I(aq) + 2H+ → 2H2O(l) + I3 – वेग = k[H2O2] [I]
(iii) CH3CHO(g) → CH4(g) + CO(g) – वेग = k[CH3CHO]3/2
(iv) C2H5Cl(g) → C2H4(g) + HCl(g)
वेग = k[C2H5Cl]
उत्तर
MP Board Class 12th Chemistry Solutions Chapter 4 रासायनिक बलगतिकी - 3

प्रश्न 2.
अभिक्रिया 2A + B→ A2B के लिए वेग = k[A] [B]2, यहाँk का मान 2.0 x 10-6 mol-2L2s-1 है। प्रारम्भिक वेग की गणना कीजिए; जब [A] = 0-1 mol L-1 एवं [B] = 0.2 molL -1हो तथा अभिक्रिया वेग की गणना कीजिए जब [A] घटकर 0.06 mol L-1रह जाए।
हल
दिया गया है –
दर = k[A] [B]2
प्रारम्भिक दर = 2 × 10-6 × [0.1] [0.2]2
= 8 ×10-9 मोल लीटर-1 सेकण्ड -1
A की सान्द्रता में कमी
अर्थात् Δ[A] = 0.1 – 0.06
= 0.04 मोल लीटर -1
B की सान्द्रता में कमी
अर्थात् Δ[B] = \(\frac{1}{2}\) × 0.04 = 0.02 मोल लीटर -1
B की बची सान्द्रता = 0.2 – 0.02 = 0.18 M
दर = k[A] [B]2
= 2 × 10-6 × 0.06 × [0.18]2
= 3.89 × 10-9 मोल लीटर-1 सेकण्ड -1

प्रश्न 3.
प्लैटिनम सतह पर NH3 का अपघटन शून्य कोटि की अभिक्रिया है। N2 एवं H2 के उत्पादन की दर क्या होगी जब k का मान 2.5 × 10-4mol L-1s-1 हो?
हल
2NH3 → N2 + 3H2
MP Board Class 12th Chemistry Solutions Chapter 4 रासायनिक बलगतिकी - 4
शून्यं कोटि अभिक्रिया के लिये –
दर = k = 2.5 × 10-4 Ms-1
N2 बनने की दर = \(\frac{d\left[\mathbf{N}_{2}\right]}{d t}\)
= 2.5 × 10-4
= 2.5 × 10-4 Ms-1.
H2 बनने की दर =\(\frac{d\left[\mathrm{H}_{2}\right]}{d t}\) = 3 × 2.5 ×10-4
= 7.5 × 10-4 Ms-1.

प्रश्न 4.
डाईमेथिल ईथर के अपघटन से CH4, H2 तथा CO बनते हैं। इस अभिक्रिया का वेग निम्न समीकरण द्वारा दिया जाता है –
वेग = k[CH3OCH3]3/2
अभिक्रिया के वेग का अनुगमन बंद पात्र में बढ़ते दाब द्वारा किया जाता है, अत: वेग समीकरण को डाईमेथिल ईथर के आंशिक दाब के पद में भी दिया जा सकता है। अतः वेग = k(PCH3OCH3)3/2
यदि दाब को bar में तथा समय को मिनट में मापा जाये तो अभिक्रिया के वेग एवं वेग स्थिरांक की इकाइयाँ क्या होंगी?
हल
अभिक्रिया के दर नियमानुसार,
दर = k(PCH3OCH3)3/2
दर = दाब परिवर्तन / समय परिवर्तन
दर की इकाई = बार मिनट -1
MP Board Class 12th Chemistry Solutions Chapter 4 रासायनिक बलगतिकी - 5

प्रश्न 5.
रासायनिक अभिक्रिया के वेग पर प्रभाव डालने वाले कारकों का उल्लेख कीजिए।
उत्तर
अभिक्रिया का वेग निम्नलिखित कारकों पर निर्भर करता है –
(i) अभिकारकों की सान्द्रता,
(ii) ताप,
(iii) उत्प्रेरक,
(iv) अभिकारक की प्रकृति आदि।

प्रश्न 6.
किसी अभिक्रियक के लिए एक अभिक्रिया द्वितीय कोटि की है।अभिक्रिया का वेग कैसे प्रभावित होगा; यदि अभिक्रियक की सान्द्रता –
(i) दुगुनी कर दी जाए,
(ii) आधी कर दी जाए।
हल
माना कि अभिक्रिया A → B, A के लिये द्वितीय कोटि की अभिक्रिया है –
\(\frac{d x}{d t}\) = k[A]2 = ka2
(i) जब [A] की सान्द्रता दुगुनी कर दी जाये –
A = 2a
अभिक्रिया की नयी दर –
\(\frac{d x^{\prime \prime}}{d t}\) = k[2a]2 = 4ka2
या
= 4\(\frac{d x}{d t}\)
अतः अभिक्रिया की दर चार गुनी हो जाती है, जब सान्द्रता दुगुनी की जाती है।

(ii) जब [A] की सान्द्रता 1/2 कर दी जाये –
A = \(\frac{a}{2}\)
इसलिये अभिक्रिया की नयी दर,
\(\frac{d x^{\prime}}{d t}=k\left[\frac{a}{2}\right]\)
= \(\frac{1}{4}\)ka2 =\(\frac{1}{4} \frac{d x}{d t}\)
अतः अभिक्रिया की दर 1/4 गुनी हो जाती है, जब सान्द्रता 1/2 गुनी की जाती है।

प्रश्न 7.
वेग स्थिरांक पर ताप का क्या प्रभाव पड़ता है ? ताप के इस प्रभाव को मात्रात्मक रूप में कैसे प्रदर्शित कर सकते हैं ?
उत्तर
अभिक्रिया का वेग स्थिरांक ताप के साथ बढ़ता है। अभिक्रिया ऊष्माशोषी है या ऊष्माक्षेपी इससे प्रभावित नहीं होती है। आर्टीनियस समीकरण से वेग स्थिरांक ताप पर निर्भरता को दर्शाता है –
k =\(\mathrm{A} e^{-\mathrm{E}_{a} / \mathrm{KT}}\)

प्रश्न 8.
जल में एस्टर के छद्म प्रथम कोटि के जल-अपघटन के निम्नलिखित आँकड़े प्राप्त हुए –
MP Board Class 12th Chemistry Solutions Chapter 4 रासायनिक बलगतिकी - 6
(i) 30 से 60 सेकण्ड समय अंतराल में औसत वेग की गणना कीजिए।
(ii) एस्टर के जल-अपघटन के लिए छद्म प्रथम कोटि अभिक्रिया वेग स्थिरांक की गणना कीजिए।
हल
(i)
MP Board Class 12th Chemistry Solutions Chapter 4 रासायनिक बलगतिकी - 7
(ii)
MP Board Class 12th Chemistry Solutions Chapter 4 रासायनिक बलगतिकी - 8
MP Board Class 12th Chemistry Solutions Chapter 4 रासायनिक बलगतिकी - 9

प्रश्न 9.
एक अभिक्रिया A के प्रति प्रथम तथा B के प्रति द्वितीय कोटि की है –
(i) अवकलन वेग समीकरण लिखिए।
(ii) B की सान्द्रता तीन गुनी करने से वेग पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
(iii) A तथा B दोनों की सान्द्रता दुगुनी करने से वेग पर क्या प्रभाव पड़ेगा ?
हल
(i) अवकलन वेग समीकरण, \(\frac{d[\mathrm{R}]}{d t}\) = k[A]1 [B]2
दर (r) = k[A]1 [B]2 यदि [A] = x तथा [B] = y होने पर दर (r1) = kxy2 …………………(1)
(ii) जब [B] = 3y
r2kx (3y)2 …………………..(2)
समीकरण (2) को (1) से भाग देने पर,
r2 = 9r1
अतः दर 9 गुना बढ़ती है।

(ii) जब [A] तथा [B] दोनों दुगुना हो क्तजाता है
r3 = k(2x) (2y)2
(3) समीकरण (3) को (1) से भाग देने पर,
r3 = 8 r1
अर्थात् दर 8 गुनी बढ़ जायेगी।

प्रश्न 10.
A और B के मध्य अभिक्रिया में A और B की विभिन्न प्रारम्भिक सान्द्रताओं के लिए प्रारम्भिक वेग (r0 ) नीचे दिए गए हैं –
A और B के प्रति अभिक्रिया की कोटि क्या है?
MP Board Class 12th Chemistry Solutions Chapter 4 रासायनिक बलगतिकी - 10
हल
माना कि अभिक्रिया की कोटि A के सन्दर्भ में x तथा B के संदर्भ में y हो, तो
r1 = k[A]x [B]y
∴ दर r1 = k[0.20]x [0.30]y
= 5.07 x 10-5………………………….(1)
तथा दर r2 = k[0.20]x [0.10]y
= 5.07 x 10-5
\(\frac{r_{1}}{r_{2}}\) = \(\frac{(0.30)^{y}}{(0.10)^{y}}\) = 1
3y = 1 या 3y = 3°
∴ y= 0
दर r3 = k[0.40]x [0.05]y
= 1.43 x 10-4
समीकरण (3) को (2) से भाग देने पर,
MP Board Class 12th Chemistry Solutions Chapter 4 रासायनिक बलगतिकी - 11
2x + \(\frac{1}{2^{y}}\) = 2.8
jab y= 0
∴ 2x + \(\frac{1}{2^{0}}\) = 2.8
या 2x = 2.8
दोनों तरफ लॉग लेने पर,
x log 2 = log 2.8
या x = \(\frac{\log 2.8}{\log 2}\)
= \(\frac{0.45}{0.3010}\) = 1.5
अत: A के प्रति अभिक्रिया की कोटि = 1.5
तथा B के प्रति अभिक्रिया की कोटि = 0.

प्रश्न 11.
2A + B → C + D अभिक्रिया की बलगतिकी अध्ययन करने पर निम्नलिखित परिणाम प्राप्त हुए। अभिक्रिया के लिए वेग नियम तथा वेग स्थिरांक ज्ञात कीजिए।
MP Board Class 12th Chemistry Solutions Chapter 4 रासायनिक बलगतिकी - 12
हल
प्रयोग I तथा IV की तुलना करने तथा मान रखने पर ज्ञात होता है कि ‘B’ की सान्द्रता स्थिर है, अतः हमें A के सापेक्ष कोटि प्राप्त होती है।
r1 = k (0.1)x (0.1)y = 6.0 × 10-3 ……………..(1)
r2 = k (0.4)x (0.1)y = 2.40 × 10-2 ……………..(2)
(2) समीकरण (2) को (1) से भाग देने पर,
\(\frac{(0.4)^{x}}{(0.1)^{y}}=\frac{2.40 \times 10^{-2}}{6.0 \times 10^{-3}}=4\)
या 4x = 4
या 4x = 41
∴ x = 1
इसी प्रकार, प्रयोग II तथा III की तुलना करने पर B के सापेक्ष में कोटि प्राप्त होती है।
r2 = k (0.3)x (0.2)y = 7.2 × 10-2 ……………..(3)
r3 = k (0.3)x (0.4)y = 2.88 × 10-1 ……………..(4)
समीकरण (4) को (3) से भाग देने पर,
\(\frac{(0.4)^{x}}{(0.2)^{x}}\) =\(\frac{2.88 \times 10^{-1}}{7.2 \times 10^{-2}}\) = 4
(2)y = 4
या (2)y = (2)2
∴y = 2
अतः दर नियम व्यंजक है –
दर = k[A] [B]2
समीकरण (1) में मान रखने पर,
6.0 x 10-3 = k(0.1) (0.1)2
या k = \(\frac{6 \cdot 0 \times 10^{-3}}{(0.1)(0.1)^{2}}\)
= 6.0 मोल -2 लीटर2 मिनट-1

प्रश्न 12.
A तथा B के मध्य अभिक्रिया A के प्रति प्रथम तथा B के प्रति शन्य कोटि की है। निम्न तालिका में रिक्त स्थान भरिएप्रयोग –
MP Board Class 12th Chemistry Solutions Chapter 4 रासायनिक बलगतिकी - 13
हल
दिया गया है कि A तथा B के मध्य अभिक्रियाA के प्रति प्रथम कोटि तथा B के प्रति शून्य कोटि की है।
∴ दर = k[A]1 [B]0
परन्तु [B]0 = 1
∴ दर = k[A]

प्रयोग I से,
2 × 10-2 = k(0.1)
⇒ k= 0.2 मिनट-1

प्रयोग II से,
4 × 10-2 = 0.2 [A]
⇒ [A] = 0.2 मोल लीटर-1

प्रयोग III से,
दर = (0.2) (0.4)
= 0.08 मोल लीटर-1 मिनट-1

प्रयोग IV से,
2 × 10-2= 0.2[A]
⇒ [A] = 0.1 मोल लीटर -1

प्रश्न 13.
नीचे दी गई प्रथम कोटि की अभिक्रियाओं के वेग स्थिरांक से अर्धायु की गणना कीजिए(i) 200 s-1, (ii) 2 min-1, (iii) 4 year-1.
हल
(i) t1/2 = \(\frac{0.693}{k}\)
= \(\frac{0.693}{200}\)
= 3.465 x 10-3 सेकण्ड।

(ii) t1/2 = \(\frac{0.693}{k}\)
= \(\frac{0.693}{2}\)
= 0.3465 मिनट।

(iii) t1/2 = \(\frac{0.693}{k}\)
= \(\frac{0.693}{4}\)
= 0.1732 वर्ष।

प्रश्न 14.
14C के रेडियोएक्टिव क्षय की अर्धायु 5730 वर्ष है। एक पुरातत्व कलाकृति की लकड़ी में, जीवित वृक्ष की लकड़ी की तुलना में 80% 14C की मात्रा है। नमूने की आयु का परिकलन कीजिए।
हल
रेडियोएक्टिव विघटन की प्रथम कोटि की बलगतिकी होती है।
विघटन स्थिरांक; k = \(\frac{0.693}{t_{1 / 2}}\)
∴ k = \(\frac{0.693}{t_{1 / 2}}\) वर्ष -1
प्रथम कोटि बलगतिकी समीकरण से,
\(t=\frac{2 \cdot 303}{k} \log \frac{a}{a-x}\)
माना a = 100
(a-x) = 80
t = \(\frac{2 \cdot 303}{(0.693 / 5730)} \log \frac{100}{80}\)
या t = 1845.37 वर्ष -1

प्रश्न 15.
गैस प्रावस्था में 318 K पर N2O5 के अपघटन की [2N2O5 → 4N2 + O2] अभिक्रिया के आँकड़े नीचे दिए गए हैं –
MP Board Class 12th Chemistry Solutions Chapter 4 रासायनिक बलगतिकी - 14
(i) [N2O5] एवं । के मध्य आलेख खींचिए।
(ii) अभिक्रिया के लिए अर्धायु की गणना कीजिए।
(iii) log [N2O5] एवं t के मध्य ग्राफ खींचिए।
(iv) अभिक्रिया के लिए वेग नियम क्या है ?
(v) वेग स्थिरांक की गणना कीजिए।
(vi) k की सहायता से अर्धायु की गणना कीजिए तथा इसकी तुलना (ii) से कीजिए।
हल
(i) समय व [N2O5] के मध्य खींचा गया ग्राफ आगे दिखाया गया है –
MP Board Class 12th Chemistry Solutions Chapter 4 रासायनिक बलगतिकी - 15
(ii) N2O5 की प्रारम्भिक सान्द्रता = 1.63 × 102M
प्रारम्भिक सान्द्रता का आधा = 1.63 × 102 × \(\frac{1}{2}\)
= 0.815 × 102M
ग्राफ से प्रारम्भिक सान्द्रता के आधे (t1/2) के संगत समय = 1440 सेकण्ड।
(iii) log [N2O5] तथा समय के मध्य ग्राफ –
MP Board Class 12th Chemistry Solutions Chapter 4 रासायनिक बलगतिकी - 16
(iv) चूँकि log[N2O5] तथा समय का ग्राफ सरल रेखा है, अतः अभिक्रिया 1st कोटि की है
दर = k[N2O5].
(v) रेखा का ढाल = –\(\frac{k}{2 \cdot 303}\) =-2.10 × 10-4
k = -2.10 ×10-4 × (-2.303)
= 4.84 × 10-4s-1
(vi) t1/2 = \(\frac{0.693}{k}=\frac{0.693}{4.84 \times 10^{-4}}\)
= 1432 s.

प्रश्न 16.
प्रथम कोटि की अभिक्रिया के लिए वेग स्थिरांक 60s-1 है। अभिक्रियक को अपनी प्रारम्भिक सान्द्रता से 1/16 वाँ भाग रह जाने में कितना समय लगेगा?
हल
t = \(\frac{2 \cdot 303}{k} \log \frac{a}{a-x}\)
a = 1, k = 60 सेकण्ड-1, (a-x) = \(\frac{1}{16}\)
∴ 60 = \(\frac{2 \cdot 303}{t} \log \frac{1}{1 / 16}\)
या t= 0.046 सेकण्ड।

प्रश्न 17.
नाभिकीय विस्फोट का 28.1 वर्ष अर्धायु वाला एक उत्पाद 90Sr होता है। यदि कैल्सियम के स्थान पर 1μg, 90Sr नवजात शिशु की अस्थियों में अवशोषित हो जाए और उपापचयन से ह्रास न हो तो इसकी 10 वर्ष एवं 60 वर्ष पश्चात् कितनी मात्रा रह जाएगी ?
हल
k = \(\frac{0.693}{t_{1 / 2}}\); t1/2 =281वर्ष
∴ k = \(\frac{0.693}{28 \cdot 1}\)= 0.0247 वर्ष -1
k = \(\frac{2 \cdot 303}{t} log \frac{a}{(a-x)}\)
90Sr की प्रारम्भिक सान्द्रता =1μg
मान लीजिए 90Sr की 10 वर्ष बाद सान्द्रता = x μg
0.0247 = \(\frac{2.303}{10} \log \frac{1 \mu \mathrm{g}}{x \mu \mathrm{g}}\)
या log \(\frac{1}{x}\) = \(\frac{0.0247 \times 10}{2.303}\) = 0.1072
या \(\frac{1}{x}\)= 1.280
या x=0.782 μg
10 वर्ष बाद 90Sr की सान्द्रता = 0.782 μg .
मान लीजिए 60 वर्षों बाद 90Sr की सान्द्रता = y μg
∴ 0.0247 = \(\frac{2 \cdot 303}{60} log \frac{1 \mu \mathrm{g}}{y \mu \mathrm{g}}\)
या \(log\frac{1}{y}\) = \(\frac{0.247 \times 60}{2.303}\) = 0.6435
या \(\frac{1}{y}\) = 4.40
y= 0.228 μg
60 वर्ष बाद 90sr की सान्द्रता = 0.228 μg .

प्रश्न 18.
दर्शाइए कि प्रथम कोटि की अभिक्रिया में 99% अभिक्रिया पूर्ण होने में लगा समय 90% अभिक्रिया पूर्ण होने में लगने वाले समय से दुगुना होता है।
हल
मान लीजिए 90% पूर्ण होने तथा 99% पूर्ण होने में लगे समय को क्रमशः t0.90 तथा t0.99 से प्रदर्शित किया जाये।
प्रथम कोटि बलगतिकी से, k =\(\frac{2 \cdot 303}{t} log \frac{a}{a-x}\)
90% पूर्ण होने के लिए, k = \(\frac{2 \cdot 303}{t_{0.99}} log \frac{100}{1}\)
या k = \(\frac{2 \cdot 303}{t_{0.99}} \times 2\) ………………..(1)
90% पूर्ण होने के लिए,
k = \(\frac{2.303}{t_{0.90}} log \frac{100}{10}\)
या k = \(\frac{2 \cdot 303}{t_{0.90}} \times 1\)
समीकरण (1) तथा (2) से हमें प्राप्त होता है –
to.99 = 2 x t0.90

प्रश्न 19.
एक प्रथम कोटि की अभिक्रिया में 30% वियोजन होने में 40 मिनट लगते हैं। t1/2 की गणना कीजिए।
हल
प्रथम कोटि अभिक्रिया के लिये,
k = \(\frac{2 \cdot 303}{t} log \frac{a}{a-x}\)
t = 40 मिनट, a = 100, x = 30
उपर्युक्त समीकरण में मान रखने पर,
k = \(\frac{2 \cdot 303}{40} log \frac{100}{70}\)
या k = \(\frac{2 \cdot 303}{40} log 1.43\)
या k = \(\frac{2 \cdot 303}{40}\) × 0.1554
या k = 8.94 × 10-3
t1/2= \(\frac{0.693}{k}\) = \(\frac{0.693}{8.94 \times 10^{-3}}\)
= 77.7 मिनट।

प्रश्न 20.
543K ताप पर एजोआइसोप्रोपेन के हेक्सेन तथा नाइट्रोजन में विघटन के निम्न आँकड़े प्राप्त हुए। वेग स्थिरांक की गणना कीजिए –
MP Board Class 12th Chemistry Solutions Chapter 4 रासायनिक बलगतिकी - 17
हल
MP Board Class 12th Chemistry Solutions Chapter 4 रासायनिक बलगतिकी - 18
MP Board Class 12th Chemistry Solutions Chapter 4 रासायनिक बलगतिकी - 19
MP Board Class 12th Chemistry Solutions Chapter 4 रासायनिक बलगतिकी - 20

प्रश्न 21.
स्थिर आयतन पर, SO2Cl2 के प्रथम कोटि के ताप अपघटन पर निम्न आँकड़े प्राप्त
हुए
SO2Cl2(g) → SO2(g) + Cl2(g)
अभिक्रिया वेग की गणना कीजिए जब कुल दाब 0.65 atm हो –
MP Board Class 12th Chemistry Solutions Chapter 4 रासायनिक बलगतिकी - 21
हल
अभिक्रिया है –
MP Board Class 12th Chemistry Solutions Chapter 4 रासायनिक बलगतिकी - 22
दाब के संदर्भ में प्रथम कोटि अभिक्रिया के लिये –
MP Board Class 12th Chemistry Solutions Chapter 4 रासायनिक बलगतिकी - 23
हम जानते हैं (व्यंजक देखिये)
x= Pt- Pi
x= 0.65 – 0.5
x= 0.15
(Pi-x) अर्थात्
SO2Cl2(g)) का शेष दाब = 0.5 – 0.15
= 0.35 वायुमण्डलीय
दर = k x pso2cI2
= 2.23x 10-4 x 0.35
= 7.805 x 10-4 वायुमण्डलीय सेकण्ड-1

प्रश्न 22.
विभिन्न तापों पर N2O5 के अपघटन के लिए वेग स्थिरांक नीचे दिए गये हैं –
MP Board Class 12th Chemistry Solutions Chapter 4 रासायनिक बलगतिकी - 24
In k एवं 1/T के मध्य ग्राफ खींचिए तथा A एवं Ea की गणना कीजिए।30°C तथा 50°C पर वेग स्थिरांक को ज्ञात कीजिए।
हल
1/T को logk के विरुद्ध ग्राफ खींचने पर हम नीचे दिये गये आँकड़ों में इस प्रकार पुनः लिख सकते हैं –

MP Board Class 12th Chemistry Solutions Chapter 4 रासायनिक बलगतिकी - 25
नीचे दर्शायी गयी आकृति के अनुसार ग्राफ खींचते हैं। ग्राफ से हमें पता चलता है –
MP Board Class 12th Chemistry Solutions Chapter 4 रासायनिक बलगतिकी - 26
ढाल = \(\frac{-2 \cdot 4}{0.0047}\) = -5106.38
Ea = – ढाल × 2.303 xR
=(-5106.38) × 2.303 × 8.314
= 97772.58 J मोल -1
=97.77258 kJ मोल -1
हम जानते हैं कि
MP Board Class 12th Chemistry Solutions Chapter 4 रासायनिक बलगतिकी - 27
इसकी तुलना y = mx + c से करने पर,
log A = माना जो y अक्ष को काटता हैअर्थात् log k अक्ष पर,
[y2– y1] = -1 – (-7.2)
= (-1 + 7.2) = 6.2
log A = 6.2
A = Antilog 6.2
= 1.585 x 106s-1
वेग स्थिरांक k का मान ग्राफ से इस प्रकार प्राप्त करते हैं –
MP Board Class 12th Chemistry Solutions Chapter 4 रासायनिक बलगतिकी - 28
हम k का मान निम्नलिखित सूत्र से भी निकाल सकते हैं –
log k = log A – \(\frac{\mathrm{E}_{a}}{2 \cdot 303 \mathrm{RT}}\)

प्रश्न 23.
546 K ताप पर हाइड्रोकार्बन के अपघटन में वेग स्थिरांक 2.418 x 10-5s-1 है। यदि सक्रियण ऊर्जा 179.9 kJ/mol हो तो पूर्व-घातांकी गुणन का मान क्या होगा?
हल
प्रश्नानुसारवेग स्थिरांक (K) = 2.418 x 10-5s-1
ताप (T)= 546K
सक्रियण ऊर्जा (Ea) = 179.9 kJ mol-1
log A = log k + \(\frac{\mathrm{E}_{a}}{2.303 \mathrm{RT}}\)
MP Board Class 12th Chemistry Solutions Chapter 4 रासायनिक बलगतिकी - 29
= -4.6184 + 17:21
log A = -4.6184 + 17.21
log A = 12.5916
A = Antilog 12.5916
= 3.9 × 1012s-1.

प्रश्न 24.
किसी अभिक्रिया A → उत्पाद के लिए k = 2.0 x 10-2S-1 है। यदि A की प्रारम्भिक सान्द्रता 1.0 mol L-1 हो तो 100 s के पश्चात् इसकी सान्द्रता क्या रह जाएगी?
हल
k की इकाई s -1 है।
∴  अभिक्रिया प्रथम कोटि की है।
MP Board Class 12th Chemistry Solutions Chapter 4 रासायनिक बलगतिकी - 30
MP Board Class 12th Chemistry Solutions Chapter 4 रासायनिक बलगतिकी - 31

प्रश्न 25.
अम्लीय माध्यम में सुक्रोज का ग्लूकोज एवं फ्रक्टोज़ में विघटन प्रथम कोटि की अभिक्रिया है। इस अभिक्रिया की अर्धायु 3-0 घंटे है। 8 घंटे बाद नमूने में सुक्रोज का कितना अंश बचेगा ?
हल –
k = \(\frac{0.693}{t_{1 / 2}}=\frac{0.693}{3.0}\) = 0.231 घंटा -1
माना कि सुक्रोज (Sucrose) की प्रारम्भिक सान्द्रता (a) = 1 M
8 घंटे बाद सान्द्रता = (a-x)
जहाँ ‘x’ सुक्रोज की विघटित मात्रा है।
k = \(\frac{2 \cdot 303}{t} \log \frac{a}{(a-x)}\)
या 0.231 = \(\frac{0.303}{8} \log \frac{1}{1-x}\)
या log \(\frac{1}{1-x}\) = \(\frac{0 \cdot 231 \times 8}{2 \cdot 303}\) = 0.8024
या \(\frac{1}{1-x}\) = 6.345
या 1 = 6.345 – 6.345x
∴ x = \(\frac{5 \cdot 345}{6 \cdot 345}\) = 0.842
8 घंटे बाद सुक्रोज की शेष सान्द्रता = 1 – 0.842
= 0.158 M.

प्रश्न 26.
हाइड्रोकार्बन का विघटन निम्न समीकरण के अनुसार होता है।E. की गणना कीजिए –
k = (4.5 x 1011s-1)e-28000 K/T
हल
k = (4.5 x 1011s-1)e-28000 K/T
समीकरण की तुलना आर्चीनियस समीकरण से करने पर,
k = \(\mathrm{A} e^{-\mathrm{E}_{a} / \mathrm{RT}}\)
\(\frac{-\mathrm{E}_{a}}{\mathrm{R}}\) = -28000 K
∴  Ea= 28000 x 8.314
= 232792 J मोल -1
= 232.792 kJ मोल -1

प्रश्न 27.
H2O2 के प्रथम कोटि के विघटन को निम्न समीकरण द्वारा लिख सकते हैं –
logk = 14.34 – 1.25 x 104\(\frac{\mathbf{K}}{\mathbf{T}}\)
इस अभिक्रिया के लिए E, की गणना कीजिए। कितने ताप पर इस अभिक्रिया की अर्धायु 256 मिनट होगी?
हल
(i) हम जानते हैं कि
k=\(\mathrm{A} e^{-\mathrm{E}_{a} / \mathrm{RT}}\)…………………….(1)
समीकरण (1) के दोनों तरफ लॉगरिथ्म लेने पर हमें प्राप्त होता है –
log k = log A – \(\frac{\mathrm{E}_{a}}{2 \cdot 303 \mathrm{RT}}\)………………..(2)
दिया गया है –
logk = 14.34 – 1.25 x 104 \(\frac{\mathbf{K}}{\mathbf{T}}\) …………….(3)
समीकरण (2) तथा (3) की तुलना करने पर हमें प्राप्त होता है –
\(\frac{\mathbf{E}_{a}}{2 \cdot 303 \mathrm{R}}\) = 1. 25 × 104K

∴  Ea = (1.25×104 K) (2.303)                          ……………………. ((8.214JK-1मोल -1))
Ea = 239339J मोल-1 …………..(4)

(ii) t1/2 = 256 मिनट = 256 × 60 सेकण्ड
∴  k = \(\frac{0.693}{t_{1 / 2}}\)
= \(\frac{0.693}{256 \times 60}\)
4.5 ×10-5s-1…………………(5)
समीकरण (5) से k के इस मान को समीकरण (3) में रखने पर,
log(45 × 10-5)= 14.34 – \(\frac{1 \cdot 25 \times 10^{4} \mathrm{K}}{\mathrm{T}}\)
∴ T= 668.9 K.

प्रश्न 28.
10°C ताप पर A के उत्पाद में विघटन के लिए k का मान 4.5 x 103s-1तथा सक्रियण ऊर्जा 60 kJ mol-1 है। किस ताप पर k का मान 1.5 x 104s-1 होगा?
हल
दिया गया है, k1 = 4.5 x 103s-1,
k1 = 1.5 x 104 s-1,
T1 = 10°C = 10 + 273 = 283 K,
Ea = 60 kJ मोल -1 = 60000 J मोल -1

आर्चीनियस समीकरण का प्रयोग करने तथा इस मान को समीकरण में रखने पर हमें प्राप्त होता है —
MP Board Class 12th Chemistry Solutions Chapter 4 रासायनिक बलगतिकी - 32

प्रश्न 29.
298 K ताप पर प्रथम कोटि की अभिक्रिया के 10% पूर्ण होने का समय 308 K ताप पर 25% अभिक्रिया पूर्ण होने में लगे समय के बराबर है। यदि A का मान 4 × 1010S-1 हो तो 318 K ताप पर k तथा Ea की गणना कीजिए।
हल
MP Board Class 12th Chemistry Solutions Chapter 4 रासायनिक बलगतिकी - 33
MP Board Class 12th Chemistry Solutions Chapter 4 रासायनिक बलगतिकी - 34

प्रश्न 30.
ताप में 293 K से 313 K तक वृद्धि करने पर किसी अभिक्रिया का वेग चार गुना हो जाता है। इस अभिक्रिया के लिए सक्रियण ऊर्जा की गणना यह मानते हुए कीजिए कि इसका मान ताप के साथ परिवर्तित नहीं होता।
उत्तर
\(\log \frac{k_{2}}{k_{1}}=\frac{\mathrm{E}_{a}}{2 \cdot 303 \mathrm{R}}\left[\frac{\mathrm{T}_{2}-\mathrm{T}_{1}}{\mathrm{T}_{1} \mathrm{T}_{2}}\right]\)
इस प्रक्रम में, k2 = 4k1
T1 = 293 K, T2 = 313 K,
R = 8.314 JK-1 mol-1
उपरोक्त समीकरण में ये मान रखने पर,
\(\log 4=\frac{E_{a}}{2 \cdot 303 \times 8 \cdot 314}\left[\frac{313-293}{293 \times 313}\right]\)
E = 52859.8 J / मोल
= 52.8 kJ मोल -1

रासायनिक बलगतिकी अन्य महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर

रासायनिक बलगतिकी वस्तुनिष्ठ प्रश्न

1. सही विकल्प चुनकर लिखिए

प्रश्न 1.
अधिकांश अभिक्रियाओं का ताप गुणांक किसके मध्य स्थित होता है –
(a) 1 तथा 3
(b) 2 तथा 3
(c) 1 तथा 4
(d) 2 तथा 4.
उत्तर
(b) 2 तथा 3

प्रश्न 2.
प्रथम कोटि की अभिक्रिया के लिए t1/2 का मान होता है –
(a) \(\frac{0.693}{k_{1}}\)
(b) \(\frac{2 \cdot 303}{k_{1}}\)
(c) \(\frac{0.303}{k_{1}}\)
(d) \(\frac{0.693}{t}\)
उत्तर
(a) \(\frac{0.693}{k_{1}}\)

प्रश्न 3.
एक प्रथम कोटि की अभिक्रिया 32 मिनट में 75% पूर्ण होती है, 50% पूर्ण होने में लगा होगा –
(a) 24 मिनट
(b) 16 मिनट
(c) 8 मिनट
(d) 4 मिनट।
उत्तर
(b) 16 मिनट

प्रश्न 4.
अभिक्रिया H2(g) + Br2(g) → 2HBr(g) के लिए प्रायोगिक आँकड़े दर्शाते हैं कि
अभिक्रिया दर =k1 [H2] [Br2]1/2
अभिक्रिया की आण्विकता तथा कोटि है, क्रमश: –
(a) 2,\(\frac{3}{2}\)
(b) \(\frac{3}{2},\frac{3}{2}\)
(c) 1,1
(d) 1,\(\frac{1}{2}\)
उत्तर
(a) 2,\(\frac{3}{2}\)

प्रश्न 5.
निम्नलिखित अभिक्रिया
2FeCl3 + SnCl2 → 2FeCl2 + SnCl4 उदाहरण है –
(a) प्रथम कोटि की अभिक्रिया का
(b) द्वितीय कोटि की अभिक्रिया का
(c) तृतीय कोटि की अभिक्रिया का
(d) इनमें से कोई नहीं।
उत्तर
(d) इनमें से कोई नहीं।

प्रश्न 6.
अभिक्रिया 2A + B → A2B में अभिकारक A के समाप्त होने की दर –
(a) B के घटने की दर की आधी है
(b) B के घटने की दर के समान है
(c) B के घटने की दर की दो गुनी है
(d) A2B के उत्पादन की दर के समान है।
उत्तर
(b) B के घटने की दर के समान है

प्रश्न 7.
इक्षु शर्करा का ग्लूकोज एवं फ्रक्टोज में अभिक्रिया
MP Board Class 12th Chemistry Solutions Chapter 4 रासायनिक बलगतिकी - 35
के अनुसार प्रतिलोमन होना एक उदाहरण है –
(a) प्रथम कोटि की अभिक्रिया का
(b) द्वितीय कोटि की अभिक्रिया का
(c) तृतीय कोटि की अभिक्रिया का
(d) शून्य कोटि की अभिक्रिया का।
उत्तर
(a) प्रथम कोटि की अभिक्रिया का

प्रश्न 8.
एक दिये गये ताप पर अभिक्रिया की गति मन्द हो जाती है जबकि –
(a) सक्रियण की प्रात्यतम ऊर्जा उच्चतर होती है
(b) सक्रियण की प्रात्यतम ऊर्जा निम्नतर होती है
(c) एण्ट्रॉपी परिवर्तित होती है
(d) अभिकारकों की प्रारंभिक सान्द्रता स्थिर होती है।
उत्तर
(a) सक्रियण की प्रात्यतम ऊर्जा उच्चतर होती है

प्रश्न 9.
पौधे स्टार्च का निर्माण करते हैं –
(a) फ्लैश फोटोलिसिस से
(b) फोटोलिसिस से
(c) प्रकाश-संश्लेषण से
(d) इनमें से कोई नहीं।
उत्तर
(c) प्रकाश-संश्लेषण से

प्रश्न 10.
प्रथम कोटि की अभिक्रिया के लिए विशिष्ट अभिक्रिया स्थिरांक निर्भर करता है –
(a) अभिकारकों की सान्द्रता पर
(b) उत्पाद की सान्द्रता पर
(c) समय पर
(d) ताप पर।
उत्तर
(d) ताप पर।

प्रश्न 11.
A तथा B से C प्राप्त करने की अभिक्रिया में A में प्रथम कोटि गतिज तथा B में द्वितीय कोटि प्रदर्शित करती है। दर समीकरण लिखा जाएगा –
(a) दर = k[A]2[B]
(b) दर = k[A][B]2
(c) दर = k[A]1/2[B]
(d) दर = k[A][B]1/2

उत्तर
(b) दर = k[A][B]2

प्रश्न 12.
शर्करा के प्रतीपन की अभिक्रिया की आण्विकता है –
(a) 3
(b) 2
(c) 1
(d) 0.
उत्तर
(c) 1

प्रश्न 13.
अणुओं के अभिक्रिया में भाग लेने हेतु न्यूनतम आवश्यक ऊर्जा कहलाती है –
(a) स्थितिज ऊर्जा
(b) गतिज ऊर्जा
(c) नाभिकीय ऊर्जा
(d) सक्रियण ऊर्जा।
उत्तर
(d) सक्रियण ऊर्जा।

प्रश्न 14.
2A + B → A2B रासायनिक अभिक्रिया में यदि A का सान्द्रण दुगुना एवं B का सान्द्रण स्थिर कर दिया जाता है, तो अभिक्रिया की दर –
(a) चार गुना बढ़ जाएगी
(b) दो गुना कम हो जाएगी
(c) दो गुना बढ़ जाएगी
(d) अपरिवर्तित रहेगी।
उत्तर

प्रश्न 15.
द्वितीय कोटि की अभिक्रिया में अर्द्ध-आयुकाल
(a) प्रारंभिक सान्द्रण के समानुपाती होती है
(b) प्रारंभिक सान्द्रण पर निर्भर नहीं करती
(c) प्रारंभिक सान्द्रण के व्युत्क्रमानुपाती होती है
(d) प्रारंभिक सान्द्रण के वर्ग के व्युत्क्रमानुपाती होती है।
उत्तर
(d) प्रारंभिक सान्द्रण के वर्ग के व्युत्क्रमानुपाती होती है।

प्रश्न 16.
2H2O2 → 2H2O + O2 अभिक्रिया है –
(a) शून्य कोटि की अभिक्रिया
(b) प्रथम कोटि की अभिक्रिया
(c) द्वितीय कोटि की अभिक्रिया
(d) तृतीय कोटि की अभिक्रिया।
उत्तर
(c) द्वितीय कोटि की अभिक्रिया

प्रश्न 17.
एक यौगिक का ऊष्मीय अपघटन प्रथम कोटि का है। यदि यौगिक के एक नमूने का 120 मिनट में 50% अपघटन होता है, तो 90% अपघटन में कितना समय लगेगा –
(a) लगभग 240 मिनट
(b) लगभग 480 मिनट
(c) लगभग 450 मिनट
(d) लगभग 400 मिनट।
उत्तर
(b) लगभग 480 मिनट

प्रश्न 18.
आीनियस समीकरण है –
(a) k = \(e^{-\mathrm{E}_{n} \mathrm{RT}}\)
(b) k = \(\frac{E_{a}}{R T}\)
(c) k = \(\frac{E_{a}}{R T}\)
(d) k = \(\mathrm{A} e^{-\mathrm{E}_{a} / \mathrm{RT}}\)
उत्तर
(d) k = \(\mathrm{A} e^{-\mathrm{E}_{a} / \mathrm{RT}}\)

प्रश्न 19.
जब ताप में वृद्धि होता है, तो अभिक्रिया का दर बढ़ जाता है। इसका कारण –
(a) सक्रियण ऊर्जा में कमी होता है
(b) संघटनों की संख्या में वृद्धि होता है
(c) सक्रियित अणुओं की संख्या में कमी होता है
(d) संघटनों की संख्या में कमी होना।
उत्तर
(b) संघटनों की संख्या में वृद्धि होता है

प्रश्न 20.
द्वितीय कोटि की रासायनिक अभिक्रिया के वेग स्थिरांक की इकाई है –
(a) मोल-1 लिटर-1 सेकण्ड-1
(b) मोल लिटर-1 सेकण्ड-1
(c) मोल लिटर सेकण्ड
(d) मोल-1 लिटर सेकण्ड-1 |
उत्तर
(d) मोल-1 लिटर सेकण्ड-1 |

प्रश्न 21.
अभिक्रिया 2N2O5 ⇌ 2NO2O4+O2 है –
(a) द्वि-अणुक एवं द्वितीय कोटि की
(b) एक-अणुक एवं प्रथम कोटि की
(c) द्वि-अणुक एवं प्रथम कोटि की
(d) द्वि-अणुक एवं शून्य कोटि की।
उत्तर
(c) द्वि-अणुक एवं प्रथम कोटि की

प्रश्न 22.
प्रथम कोटि की अभिक्रिया में वेग स्थिरांक की इकाई है
(a) mol L-1S-1
(b) mol-1LS-1
(c) S-1
(d) mol L-1S.
उत्तर
(c) S-1

प्रश्न 23.
एक प्रथम कोटि की अभिक्रिया के लिए 90% पूर्ण होने में लगने वाला समय लगभग होता है –
(a) अर्द्ध-आयु का 1.1 गुना
(b) अर्द्ध-आयु का 2.2 गुना
(c) अर्द्ध-आयु का 3.3 गुना
(d) अर्द्ध-आयु का 4.4 गुना।
उत्तर
(c) अर्द्ध-आयु का 3.3 गुना

प्रश्न 24.
रासायनिक अभिक्रिया की दर निर्भर करती है –
(a) सक्रिय द्रव्यमान पर
(b) परमाणु द्रव्यमान पर
(c) तुल्यांकी भार पर
(d) आण्विक द्रव्यमान पर।
उत्तर
(a) सक्रिय द्रव्यमान पर

प्रश्न 25.
द्रव्य-अनुपाती क्रिया के नियम का प्रतिपादन किसने किया –
(a) डॉल्टन ने
(b) गुल्डवर्ग तथा वागे ने
(c) हुण्ड तथा मुलीकन ने
(d) आर्टीनियस ने।
उत्तर
(b) गुल्डवर्ग तथा वागे ने

प्रश्न 26.
अभिक्रिया दर का मात्रक है –
(a) मोल लिटर -1 सेकण्ड-1
(b) मोल -1 लिटर सेकण्ड-1
(c) मोल -1 लिटर-1 सेकण्ड
(d) मोल लिटर सेकण्ड।
उत्तर
(a) मोल लिटर -1 सेकण्ड-1

2. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए –

  1. किसी अभिक्रिया की दर अभिकारक स्पीशीज के सान्द्रण पर निर्भर नहीं है, तो उस अभिक्रिया की कोटि है ………………..।
  2. किसी रेडियोधर्मी तत्व का अर्द्ध-आयुकाल 140 दिन है, आरम्भ में 1g तत्व लेने पर 560 दिनों के बाद बच जाएगा ………………….. gm.
  3. तीव्र अभिक्रियाएँ ………………. सेकण्ड से भी कम समय में सम्पन्न हो जाती है।
  4. किसी अभिक्रिया की क्रियाविधि में मन्द गति से चलने वाला पद ……………….. कहलाता है।
  5. ………………… द्वारा तीव्र गति से चलने वाली अभिक्रियाओं का अध्ययन किया जाता है।
  6. तृतीय कोटि की अभिक्रिया के लिए दर स्थिरांक की इकाई ………………… होती है।
  7. अभिकारकों की निम्नतम तथा उच्चतम ऊर्जा अवस्था का अन्तर ………………… कहलाती है।
  8. वे अभिक्रियाएँ जो विकिरण के अवशोषण से सम्पन्न होती हैं ………………. कहलाती हैं।
  9. अभिक्रिया में भाग लेने वाले कुल अणुओं की संख्या ………………. कहलाती है।
  10. ………………… से अभिक्रिया की क्रियाविधि के संबंध में जानकारी मिलती है।
  11. एथिल एसीटेट का अम्लीय माध्यम में जल-अपघटन एक ………… कोटि की अभिक्रिया है।
  12. अणुसंख्यता सदैव …………. होती है।
  13. एक मोल अभिकारक को उत्तेजित करने के लिए …………. फोटॉन की आवश्यकता होती है।
  14. समय के किसी विशेष क्षण पर किसी अभिकारक के सान्द्रण में परिवर्तन की दर उस समय की ……………. दर कहलाती है।
  15. अभिक्रिया की दर अभिकारक के सान्द्रण के …………… होता है।
  16. cm-1…………… का मात्रक है।

उत्तर

  1. शून्य,
  2. \(\frac{1}{16}\) gm,
  3. 10-9
  4. दर-निर्धारक पद,
  5. फ्लैश फोटोलिसिस,
  6. लिटर 2 मोल 2 सेकण्ड -1,
  7. सक्रियण ऊर्जा,
  8. प्रकाश-रासायनिक अभिक्रियाएँ,
  9. आण्विकता,
  10. अभिक्रिया की कोटि,
  11. आभासी एक अणुक,
  12. पूर्णांक संख्या,
  13. एक मोल,
  14. तात्क्षणिक,
  15. समानुपाती,
  16. सेल स्थिरांक।

3. उचित संबंध जोड़िए –
MP Board Class 12th Chemistry Solutions Chapter 4 रासायनिक बलगतिकी - 36
उत्तर
1. (c), 2. (e), 3. (a), 4. (b), 5. (d), 6. (g), 7. (1).

4. एक शब्द/वाक्य में उत्तर दीजिए –

  1. देहली ऊर्जा और सक्रियण ऊर्जा में क्या संबंध है ?
  2. प्रथम कोटि की अभिक्रिया के लिए दर-स्थिरांक का व्यंजक क्या है ?
  3. आर्चीनियस समीकरण का समाकलित रूप लिखिए।
  4. अभिक्रिया A + B → Cशून्य कोटि की हो, तो दर समीकरण लिखिए।
  5. किसी अभिक्रिया के लिए दर समीकरण
    दर = k [NO2]2 [Cl2]
    हो, तो Cl2 के सापेक्ष तथा NO2 के सापेक्ष अभिक्रिया की कोटि तथा अभिक्रिया की कुल कोटि बताइए।
  6. अभिकारकों तथा उत्पादों के सान्द्रण के आधार पर निम्नलिखित अभिक्रियाओं के लिए दर व्यंजक लिखिए- ‘
    2NO2 → 2NO + O2.
  7. दर निर्धारक पद क्या होता है ?
  8. शून्य कोटि की अभिक्रिया का एक उदाहरण लिखिए।
  9. क्वाण्टम दक्षता क्या है ?
  10. आीनियस समीकरण लिखिए।
  11. प्रथम कोटि की अभिक्रिया के अर्द्ध-आयुकाल ज्ञात करने का व्यंजक लिखिए।
  12. अभिकारक के पृष्ठ क्षेत्रफल का अभिक्रिया की दर पर क्या प्रभाव पड़ता है ?
  13. तात्क्षणिक दर किसे कहते हैं ?
  14. अभिक्रिया का अर्द्ध-आयुकाल क्या है ?
  15. शून्य कोटि की अभिक्रिया के लिए दर स्थिरांक की इकाई लिखिए।
  16. देहली ऊर्जा को समझाइए।
  17. तीव्र अभिक्रियाएँ किसे कहते हैं ?
  18. शून्य कोटि की अभिक्रिया के लिए t1/2 किसके समानुपाती है ?

उत्तर

  1. सक्रियण ऊर्जा = देहली ऊर्जा – अणुओं की आद्य अवस्था में ऊर्जा ।
    या देहली ऊर्जा = सक्रियण ऊर्जा + अणुओं की मूल अवस्था में ऊर्जा।
  2. k =\(\frac{2 \cdot 303}{t}\) \(\log _{10} \frac{a}{a-x}\)
  3. \(\log _{10} \frac{k_{2}}{k_{1}}\) = \(\frac{E_{a}}{2 \cdot 303 R}\left[\frac{T_{2}-T_{1}}{T_{1} T_{2}}\right]\)
  4. –\(\frac{d x}{d r}\) = K[A]0[B]0
  5. Cl2 के सापेक्ष कोटि = 1
    NO2 के सापेक्ष कोटि = 2
    अतः कुल कोटि = 1 + 2 = 3
  6. MP Board Class 12th Chemistry Solutions Chapter 4 रासायनिक बलगतिकी - 37
  7. अभिक्रिया के पदों में सबसे धीमा At
    विघटित अणुओं की संख्या पद,
  8. MP Board Class 12th Chemistry Solutions Chapter 4 रासायनिक बलगतिकी - 38
  9. MP Board Class 12th Chemistry Solutions Chapter 4 रासायनिक बलगतिकी - 39
  10. k =\(\mathrm{A} e^{-\mathrm{E}_{a} / \mathrm{RT}}\)
  11. \(t_{1 / 2}=\frac{0.693}{k}\)
  12. पृष्ठ क्षेत्रफल अधिक होने से अभिक्रिया की दर बढ़ जाती है,
  13. समय के किसी विशेष क्षण पर किसी अभिकारक या उत्पाद के सान्द्रण में परिवर्तन की दर, उस समय की तात्क्षणिक दर कहलाती है,
  14. किसी अभिक्रिया का अर्द्ध-आयुकाल वह समय है जिसमें अभिक्रिया का सान्द्रण घटकर आधा रह जाता है,
  15. लिटर मोल-1सेकण्ड-1,
  16. ऊर्जा की उस न्यूनतम मात्रा को देहली ऊर्जा कहते हैं, जो उन अणुओं के पास होती है जो प्रभावी कारकों द्वारा अभिक्रिया को सम्पन्न करते हैं,
  17.  वे अभिक्रियाएँ जो 10-9 सेकण्ड अथवा उससे कम समय में भी संपन्न हो जाती हैं, तीव्र अभिक्रियाएँ कहलाती हैं,
  18. प्रारंभिक सांद्रण।

रासायनिक बलगतिकी अति लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
प्रथम कोटि की अभिक्रिया किसे कहते हैं ?
उत्तर
वे अभिक्रियाएँ, जिनमें अभिक्रिया का वेग केवल एक अणु के सान्द्रण पर निर्भर करता है, प्रथम कोटि की अभिक्रियाएँ कहलाती हैं।

प्रश्न 2.
ऊर्जा अवरोध क्या है ?
उत्तर
उस न्यूनतम ऊर्जा को जिसे प्राप्त करने के बाद ही अभिकारक अणु उत्पाद में परिवर्तित हो सकते हैं, ऊर्जा अवरोध कहलाते हैं । अभिकारी अणु जब तक इस शिखर की ऊँचाई (सक्रियण ऊर्जा) तक नहीं पहुँचते तब तक वे सक्रियित संकुल नहीं बना सकते और उत्पाद में परिवर्तित नहीं हो सकते।

प्रश्न 3.
दर निर्धारक पद को समझाइए।
उत्तर
कुछ रासायनिक अभिक्रियाएँ एक से अधिक पदों में संपन्न होती है। अभिक्रिया की दर का निर्धारण सबसे धीमी गति से होने वाले पद द्वारा होता है, जिसे दर निर्धारक पद (Rate determining step) कहते हैं।

प्रश्न 4.
प्रकाश-रासायनिक अभिक्रियाओं की विशेषताएँ लिखिए। (कोई तीन)
उत्तर
विशेषताएँ-

  • इन अभिक्रियाओं के लिए चुम्बकीय विकिरणों का अवशोषण होना आवश्यक है।
  • ये अभिक्रियाएँ ताप से अप्रभावित रहती है, किन्तु विकिरणों की तीव्रता इनकों प्रभावित करती है।
  • क्रियाकारी अणुओं को सक्रिय करने के लिये प्रकाश का होना आवश्यक है।

प्रश्न 5.
आर्चीनियस समीकरण की क्या उपयोगिता है ? (कोई दो)
उत्तर
उपयोगिता-

  1. सक्रियण ऊर्जा की गणना करने में।
  2. किसी अभिक्रिया के लिए एक ताप पर वेग स्थिरांक ज्ञात होने पर दूसरे ताप पर वेग स्थिरांक ज्ञात करने में।

प्रश्न 6.
प्रकाश-रासायनिक अभिक्रिया किसे कहते हैं ? एक उदाहरण दीजिए।
उत्तर
ऐसी अभिक्रियाएँ जो प्रकाश अथवा किसी अन्य विद्युत्-चुम्बकीय विकिरणों के कारण प्रेरित होती है, प्रकाश-रासायनिक अभिक्रियाएँ कहलाती है। इन विकिरणों की तरंगदैर्घ्य 2000Å से 8000Å तक होती है।
उदाहरण-
MP Board Class 12th Chemistry Solutions Chapter 4 रासायनिक बलगतिकी - 40

प्रश्न 7.
विशिष्ट अभिक्रिया दर किसे कहते हैं ?
उत्तर
किसी अभिक्रिया की विशिष्ट अभिक्रिया दर दिये गये ताप पर अभिक्रिया की उस दर के बराबर होती है, जब प्रत्येक अभिकारक का सान्द्रण इकाई में लिया गया हो।
अभिक्रिया A2(g) + B2(g) →2AB(g)
अभिक्रिया दर ∝ [A2][B2]
= K[A2][B2]
यदि, [A2] = [B2] = 1 हो, तो
अभिक्रिया दर =K
जहाँ, K विशिष्ट अभिक्रिया दर-स्थिरांक हैं।

प्रश्न 8.
अभिक्रिया की औसत दर का मान कब उसकी तात्कालिक अभिक्रिया दर के बराबर हो जाता है ?
उत्तर
जब समय अंतराल At का मान लगभग शून्य हो जाता है या जब समय अनंत रूप से सूक्ष्म होता है, तब अभिक्रिया की औसत दर उसकी तात्कालिक अभिक्रिया दर के तुल्य हो जाती है। अत: अभिक्रिया की तात्कालिक दर \(\frac{d x}{d t}=\lim _{\Delta t \rightarrow 0} \frac{\Delta x}{\Delta t}\) होती है।

प्रश्न 9.
छद्म एकाणुक अभिक्रिया को उदाहरण सहित समझाइए।
उत्तर
कुछ अभिक्रियाएँ ऐसी होती है, जिनकी अणुसंख्यता दो होती है किन्तु उनका गतिक अध्ययन करने पर ज्ञात होता है कि उनकी अभिक्रिया कोटि एक है। ऐसी अभिक्रियाएँ को छद्म एकाणुक अभिक्रियाएँ कहते हैं।
उदाहरण –
MP Board Class 12th Chemistry Solutions Chapter 4 रासायनिक बलगतिकी - 41
उपर्युक्त अभिक्रिया द्विअणुक है, लेकिन जल की सान्द्रता अभिक्रिया की दर को प्रभावित नहीं करती हैं। अतः अभिक्रिया की दर केवल शर्करा की सान्द्रता के समानुपाती होती है।
दर = k[C12H22O11]
अतः शर्करा का प्रतिलोमन प्रथम कोटि की अभिक्रिया है। इसे छद्म एकाणुक अभिक्रिया कहते हैं।

प्रश्न 10.
तापमान गुणांक किसे कहते हैं ?
उत्तर
कुछ रासायनिक अभिक्रियाओं में केवल ताप में 10°C वृद्धि करने पर अभिक्रिया दर दो गुना या तीन गुना हो जाता है।
ताप के इस प्रभाव को तापमान गुणांक द्वारा दर्शाते हैं,
MP Board Class 12th Chemistry Solutions Chapter 4 रासायनिक बलगतिकी - 42
इसे तापमान गुणांक कहते है।
विभिन्न समय पर अभिक्रिया दर का अनुपात जिनके मध्य 10°C ताप का अंतर हो, उसे तापमान गुणांक कहते हैं।

रासायनिक बलगतिकी लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
रासायनिक अभिक्रिया की दर से आप क्या समझते हैं ? इसकी इकाई लिखिए।
उत्तर
किसी रासायनिक अभिक्रिया की दर इकाई समय अन्तराल में अभिकारक अथवा उत्पाद के सान्द्रण में परिवर्तन के बराबर होती है।
MP Board Class 12th Chemistry Solutions Chapter 4 रासायनिक बलगतिकी - 43
समयान्तराल अभिक्रिया दर की इकाई, सान्द्रण की इकाई तथा समय की इकाई पर निर्भर करती है। यदि सान्द्रण को मोल प्रति लीटर में तथा समय को सेकण्ड में व्यक्त किया जाये तो अभिक्रिया की दर की इकाई मोल प्रति लीटर प्रति सेकण्ड प्राप्त होती है। यदि समय को मिनट में दर्शाया जाये तो अभिक्रिया दर की इकाई मोल प्रति लीटर प्रति मिनट होगी ।

प्रश्न 2.
अभिक्रिया की तात्कालिक दर से क्या तात्पर्य है ?
उत्तर
किसी विशेष क्षण पर निकाली गई अभिक्रिया की दर को तात्कालिक दर (Instantaneous reaction rate) कहते हैं। किसी अभिक्रिया की दर अभिकारकों के सान्द्रण पर निर्भर करती है। समय बीतने पर अभिकारकों का सान्द्रण कम होता जाता है, अतः अभिक्रिया की दर भी कम होने लगती है। किसी अभिक्रिया की दर को अधिक यथार्थ रूप में दर्शाने के लिए उसकी तात्कालिक दर अधिक यथार्थ मान प्रस्तुत करती है ।
तात्कालिक या तात्क्षणिक वेग = \(\left[-\frac{\Delta \mathrm{A}}{\Delta t}\right]_{\Delta \mathrm{T} \rightarrow 0}
= -\frac{d[\mathrm{A}]}{d t}\)
जहाँ, d[A] सान्द्रण में अति अल्प परिवर्तन है, जो अति अल्प समय अन्तराल dt में होता है।

प्रश्न 3.
किसी अभिक्रिया की आण्विकता (अणुसंख्यता) से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर
अभिक्रिया की अणुसंख्यता (Molecularity of a reaction)- कई रासायनिक अभिक्रियाएँ एक से अधिक पदों में सम्पन्न होती हैं । अभिक्रिया की दर का निर्धारण सबसे धीमी गति से होने वाले पद द्वारा होता है। इस पद को दर निर्धारक पद (Rate determining step) कहते हैं।
“दर निर्धारक पद में भाग लेने वाले अणुओं, परमाणुओं तथा आयनों की संख्या को अणुसंख्यता (Molecularity) कहते हैं ।” अथवा
“किसी रासायनिक अभिक्रिया के सम्पन्न होने के लिए उसके आरम्भिक पद (Elementary step) में भाग लेने वाले अणुओं की संख्या को अणुसंख्यता कहते हैं ।”
O3 → O2 +O (एकाणुक अभिक्रिया)
NO + O3 →NO2 +O2 (द्विअणुक अभिक्रिया)

प्रश्न 4.
अभिक्रिया की आण्विकता और अभिक्रिया की कोटि में चार अन्तर लिखिए।
उत्तर
अभिक्रिया की आण्विकता और अभिक्रिया की कोटि में अन्तर –
MP Board Class 12th Chemistry Solutions Chapter 4 रासायनिक बलगतिकी - 44

प्रश्न 5.
रासायनिक अभिक्रिया की दर को प्रभावित करने वाले किन्हीं चार कारकों को संक्षेप में । समझाइए।
उत्तर
किसी रासायनिक अभिक्रिया की दर को प्रभावित करने वाले कारक निम्नलिखित हैं

  • अभिकारकों का सान्द्रण-किसी भी अभिक्रिया का वेग क्रियाकारकों की सान्द्रता के समानुपाती होता है । अभिकारकों का सान्द्रण बढ़ाने पर अभिक्रिया की दर में वृद्धि हो जाती है। समय के साथ क्रियाकारकों का सान्द्रण कम होने पर अभिक्रिया की दर भी कम हो जाती है।
  • अभिक्रिया का ताप-ताप वृद्धि का अभिक्रिया की दर पर अत्यधिक प्रभाव पड़ता है। उच्च ताप पर अभिक्रिया की दर बढ़ जाती है।
  • उत्प्रेरक की उपस्थिति उत्प्रेरक अभिक्रिया की दर को बढ़ा या घटा देते हैं। धनात्मक उत्प्रेरक क्रिया की दर में वृद्धि करते हैं तथा ऋणात्मक उत्प्रेरक क्रिया की दर घटा देते हैं।
  • क्रियाकारकों की प्रकृति-क्रियाकारकों की प्रकृति का भी अभिक्रिया की दर पर बड़ा प्रभाव पड़ता है । किसी भी रासायनिक अभिक्रिया में कुछ पुराने बन्ध टूटते हैं व नये बन्ध बनते हैं। अतः अणु जितने सरल होंगे उतने ही उसमें कम बन्ध टूटेंगे और अभिक्रिया की गति तेज हो जाएगी जबकि जटिल अणुओं में अधिक बन्ध टूटेंगे अतः उनका वेग कम हो जाएगा।
  • विकिरण का प्रभाव-कुछ अभिक्रियाओं का वेग विशिष्ट विकिरणों के अवशोषण से भी बढ़ जाता है। उदाहरणार्थ, प्रकाश की अनुपस्थिति में हाइड्रोजन तथा क्लोरीन के मध्य अभिक्रिया धीमी गति से होती है, किन्तु प्रकाश की उपस्थिति में यह अभिक्रिया तीव्र गति से होती है।

प्रश्न 6.
दर-स्थिरांक के लक्षण बताइए।
उत्तर
दर-स्थिरांक के लक्षण निम्नलिखित हैं –

  • दर-स्थिरांक (k) अभिक्रिया की दर की माप होती है।
  • प्रत्येक अभिक्रिया के लिए दर-स्थिरांक (k) के मान भिन्न-भिन्न होते हैं।
  • निश्चित ताप पर k का मान निश्चित होता है।
  • दर-स्थिरांक, अभिक्रिया की कोटि पर निर्भर करता है।

प्रश्न 7.
अभिक्रिया की कोटि से आप क्या समझते हैं ? उदाहरण दीजिए। .
उत्तर
अभिक्रिया की कोटि (Order of Reaction)-किसी अभिक्रिया की कोटि को हम इस प्रकार परिभाषित कर सकते हैं –
“किसी अभिक्रिया की कोटि उन समस्त घातों का योग है जिन्हें अभिक्रिया की प्रेक्षित दर को दर्शाने के लिए दर-नियम समीकरण में सान्द्रण-पदों पर लगाया जाना चाहिए।”
मानलो सामान्य अभिक्रिया aA + bB + cC → Products के लिए दर-नियम समीकरण इस प्रकार हैं –
दर = –\(\frac{d x}{d t}\) = k[A]p[B]q [C]r
तो सम्पूर्ण अभिक्रिया की कोटि n = p+q+r
जिसमें p,q तथा r क्रमश: A, B तथा C के सापेक्ष अभिक्रिया की कोटि हैं। अभिक्रिया की कुल कोटि n घातों के योग p+q+r के बराबर होती है।
n= 1 हो, तो अभिक्रिया की कोटि एक तथा n = 2 हो तो अभिक्रिया की कोटि 2 होती है, आदि। उदाहरणार्थ, अमोनियम नाइट्राइट का विघटन इस प्रकार होता है –
NH4NO2 → N2 + 2H2O
अभिक्रिया की दर = –\(\frac{d x}{d t}\) = k[NH4NO2]
अतः इस अभिक्रिया की कोटि 1 होगी।

प्रश्न 8.
शून्य कोटि की अभिक्रिया किसे कहते हैं ? इसका एक उदाहरण दीजिए।
उत्तर
ऐसी अभिक्रियाएँ जिनकी दर अभिकारकों के सान्द्रण पर निर्भर नहीं करती, शून्य कोटि की अभिक्रिया कहलाती हैं।
उदाहरण-Au, Pt जैसी धातुओं के सम्पर्क में आने पर अमोनियो का विघटन हो जाता है, जो शून्य कोटि की अभिक्रिया है।
MP Board Class 12th Chemistry Solutions Chapter 4 रासायनिक बलगतिकी - 45
यह पाया गया है कि इस अभिक्रिया की दर अमोनिया के सान्द्रण पर निर्भर नहीं होती है।
अभिक्रिया दर = –\(\frac{d x}{d t}\) = k[NH3
इस अभिक्रिया की कोटि शून्य होती है।

प्रश्न 9.
किसी अभिक्रिया का वेग ताप पर किस प्रकार निर्भर करता है ? समझाइए।
उत्तर
ताप वृद्धि से सामान्यतः किसी रासायनिक अभिक्रिया की दर में वृद्धि हो जाती है। कई रासायनिक अभिक्रियाओं में 10 K ताप वृद्धि से अभिक्रिया की दर दुगुनी से पाँच गुनी तक बढ़ जाती है।
10°C ताप वृद्धि से अभिक्रिया का वेग दो से तीन गुना तक बढ़ जाता है। यदि एक ताप t °C पर किसी अभिक्रिया का वेग स्थिरांक kt है और उससे 10°C अधिक अर्थात् (t+10)°C ताप पर उसका वेग स्थिरांक kt +10°C है, तो उसका ताप गुणांक (Temperature coefficient)
\(\frac{k_{t}+10}{k_{t}} = 2\) से 3 के बीच
समांगी गैसीय अभिक्रियाओं में ताप परिवर्तन से वेग स्थिरांक में होने वाला परिवर्तन आर्टीनियस समीकरण द्वारा दिया जा सकता है जो निम्न प्रकार है
k =\(\mathrm{A} e^{-\mathrm{E}_{a} / \mathrm{RT}}\)

प्रश्न 10.
सक्रियण ऊर्जा पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
उत्तर
सक्रियण ऊर्जा—ऊर्जा की वह न्यूनतम मात्रा जो देहली ऊर्जा से कम ऊर्जा वाले अणुओं को प्राप्त करनी पड़ती है, ताकि वे ऊर्जा अवरोध को पार कर सकें, सक्रियण ऊर्जा कहलाती है।
किसी अभिक्रिया के सम्पन्न होने के लिए यह आवश्यक है कि अभिकारकों की ऊर्जा सक्रियण ऊर्जा के बराबर तो होनी ही चाहिए। उत्प्रेरक की उपस्थिति से इसके मान को कम किया जा सकता है जिससे कम ऊर्जा पाकर भी अभिक्रिया सम्पन्न हो सकती है। सक्रियण ऊर्जा को Ea लिखा जाता है।
सक्रियण ऊर्जा को आीनियस समीकरण के आधार पर ज्ञात किया जा सकता है –
MP Board Class 12th Chemistry Solutions Chapter 4 रासायनिक बलगतिकी - 46

प्रश्न 11.
अभिक्रिया की दर तथा दर-स्थिरांक में अंतर दीजिए।
उत्तर
अभिक्रिया की दर तथा दर-स्थिरांक में अंतर –
MP Board Class 12th Chemistry Solutions Chapter 4 रासायनिक बलगतिकी - 47

प्रश्न 12.
सिद्ध कीजिए कि शून्य कोटि की अभिक्रिया का अर्द्ध-आयुकाल अभिकारक की प्रारंभिक सान्द्रता के समानुपाती होता है।
उत्तर
यदि अभिक्रिया का वेग अभिकारकों के सान्द्रता पर निर्भर नहीं करता है तो वह अभिक्रिया शून्य कोटि की अभिक्रिया कहलाती है। . शून्य कोटि की अभिक्रिया के लिए दर-स्थिरांक व सान्द्रण के संबंध को निम्न समीकरण से व्यक्त करते है –
k=\(\frac{[\mathrm{A}]_{0}-[\mathrm{A}]}{t}\) ……………..(1)
अर्द्ध-आयुकाल t1/2 पर [A] = \(\frac{1}{2}\)[A]o
यह मान समी. (1) में रखने पर, .
K = \(\frac{[\mathrm{A}]_{0}-\frac{1}{2}[\mathrm{A}]}{t_{1 / 2}}\)
या t1/2 = \(\frac{1}{2} \frac{[\mathrm{A}]_{0}}{\mathrm{K}}\)
या t1/2 ∝ [A]0
अर्थात शून्य कोटि की अभिक्रिया का अर्द्ध-आयुकाल अभिकारक के प्रारंभिक सान्द्रता के समानुपाती होता है।

प्रश्न 13.
सिद्ध कीजिए कि प्रथम कोटि की अभिक्रिया का अर्द्ध-आयुकाल अभिकारक के प्रारंभिक सान्द्रण पर निर्भर नहीं होता।
उत्तर
प्रथम कोटि की अभिक्रिया का अर्द्ध-आयुकाल अभिकारक के प्रारंभिक सान्द्रण पर निर्भर नहीं होता सिद्ध करना –
किसी अभिक्रिया का अर्द्ध-आयुकाल वह समय है, जिसमें आधी अभिक्रिया पूर्ण हो जाती है। अर्द्धआयुकाल को t1/2 द्वारा दर्शाते हैं। प्रथम कोटि की अभिक्रिया के लिए अर्द्ध-आयुकाल की गणना इस प्रकार की जा सकती है। प्रथम कोटि की अभिक्रिया के लिए समाकलित दर समीकरण (Integrated rate equation) इस प्रकार है
MP Board Class 12th Chemistry Solutions Chapter 4 रासायनिक बलगतिकी - 48
समीकरण (6) यह दर्शाता है कि प्रथम कोटि की अभिक्रिया के लिए अर्द्ध-आयुकाल का मान अभिकारक के प्रारंभिक सान्द्रण पर निर्भर नहीं होता।

प्रश्न 14.
समाकलित दर नियम विधि क्या है ? टिप्पणी लिखिए।
उत्तर
प्रथम कोटि की अभिक्रिया के लिए समाकलित दर समीकरण निम्न प्रकार है –
k = \(\frac{2 \cdot 303}{t} \log \frac{a}{(a-x)}\)
इस समीकरण से अभिक्रिया की कोटि की गणना की जा सकती है। अभिकारक की प्रारम्भिक सान्द्रता
(a) ज्ञात करके किसी निश्चित समय पर सान्द्रता (a-x) का पता कर लेते हैं।
इस प्रकार यदि हम देखें तो उपर्युक्त समीकरण में है तथा (a-X) के मानों को रखकर k के मान की गणना करते हैं, इस प्रकार यदि k का मान निश्चित अथवा स्थिर रहे तो यह निश्चित है कि अभिक्रिया प्रथम कोटि की है। प्रथम कोटि की अभिक्रिया के लिए सान्द्रता के login (a-x) और 1 के मध्य ग्राफ खींचने पर सीधी रेखा प्राप्त होती है। अन्य अभिक्रिया की कोटि के लिए प्राप्त गतिज समीकरण द्वारा अभिक्रिया की उचित कोटि का निर्धारण करते हैं।

प्रश्न 15.
एक प्रथम कोटि की अभिक्रिया 40 मिनट में 90% पूर्ण हो जाती है। इस अभिक्रिया का अर्द्ध-आयुकाल ज्ञात कीजिए। [log 2 = 0.3010]
हल
माना कि अभिकारक की प्रारंभिक सान्द्रता (a) = 100, t = 40 मिनट
40 मिनट में 90% क्रिया पूर्ण होती है, अतः
x= 90
MP Board Class 12th Chemistry Solutions Chapter 4 रासायनिक बलगतिकी - 49
MP Board Class 12th Chemistry Solutions Chapter 4 रासायनिक बलगतिकी - 50

प्रश्न 16.
दर्शाइए कि प्रथम कोटि की अभिक्रिया के लिये 99.9% अभिक्रिया पूर्ण होने में लगा समय उसके अर्द्ध-आयुकाल का लगभग 10 गुना होता है।
हल
यदि अभिकारक की प्रारंम्भिक सान्द्रता a हो, तो x = 0.999a के लिये t = ? प्रथम कोटि की अभिक्रिया के लिये,
MP Board Class 12th Chemistry Solutions Chapter 4 रासायनिक बलगतिकी - 51

प्रश्न 17.
अभिक्रिया की कोटि क्या है ? शून्य कोटि, प्रथम कोटि एवं द्वितीय कोटि की अभिक्रिया के लिए दर-स्थिरांक k का मात्रक लिखिए।
उत्तर
किसी अभिक्रिया की कोटि अभिकारकों के अणुओं की वह संख्या है जिनकी सान्द्रता अभिक्रिया की दर को प्रभावित करती है।
MP Board Class 12th Chemistry Solutions Chapter 4 रासायनिक बलगतिकी - 52
यहाँ, n = अभिक्रिया की कोटि है।
शून्य कोटि के लिये k का मात्रक,
MP Board Class 12th Chemistry Solutions Chapter 4 रासायनिक बलगतिकी - 53
प्रथम कोटि के लिए k का मात्रक,
MP Board Class 12th Chemistry Solutions Chapter 4 रासायनिक बलगतिकी - 54
k की इकाई = sec-1
द्वितीय कोटि के लिए k का मात्रक,
MP Board Class 12th Chemistry Solutions Chapter 4 रासायनिक बलगतिकी - 55

प्रश्न 18.
(a) 2N2O5→ 4NO2 +O22 (b) H2 +I2 → 2HI. अभिक्रिया (a) प्रथम कोटि की है, जबकि अभिक्रिया (b) द्वितीय कोटि की है, क्यों ?
उत्तर
(a) अभिक्रिया 2N2O5→ 4NO2 +O2 के लिए पहले अभिक्रिया की दर और [N2O5] के मध्य ग्राफ खींचते हैं। इसके पश्चात् दूसरा ग्राफ अभिक्रिया की दर तथा [N2O5]2 के मध्य खींचते हैं। यह पाया गया है, कि पहले ग्राफ में सरल रेखा प्राप्त होती है।
अतः दर ∝ [N2O5]
दर = k[N2O5]
अतः अभिक्रिया 2N2O5 → 4NO2 +O2 प्रथम कोटि की है।
(b) अभिक्रिया H2 +I2 → 2HI के लिए अभिक्रिया की दर और [H2][I2] के मध्य खींचा गया ग्राफ सरल रेखा है।
अतः दर = k [H2] [I2]
अर्थात् यह अभिक्रिया द्वितीय कोटि की है।

रासायनिक बलगतिकी दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
शून्य-कोटि की अभिक्रिया के लिए दर-स्थिरांक का व्यंजक ज्ञात कीजिए।
उत्तर
यदि किसी अभिक्रिया का वेग अभिकारकों की सान्द्रता पर निर्भर नहीं करता तो उसे शून्य कोटि की अभिक्रिया कहते हैं।
माना शून्य कोटि की अभिक्रिया निम्न है –
A → B
जहाँ, A तथा B अभिकारक तथा उत्पाद की सान्द्रता हैं। इस प्रकार की अभिक्रिया में अभिक्रिया का वेग अभिकारकों की सान्द्रता पर निर्भर नहीं करता, अभिकारक की सान्द्रता में परिवर्तन की दर स्थिर रहती है।
अभिक्रिया की दर = स्थिरांक
अभिकारक A की प्रारंभिक सान्द्रता a मोल/लीटर है। t समय में A का x मोल उत्पाद में परिवर्तित होता है। अतः t समय बाद A की सान्द्रता (a-x) मोल/लीटर रह जाती है।
–\(\frac{d[\mathbf{A}]}{d t}\) या \(\frac{d x}{d t} \propto(a-x)^{0}\)
या \(\frac{d x}{d t}\) = k0(a-x)0 …………….(1)
जहाँ, k0 = शून्य कोटि की अभिक्रिया का वेग स्थिरांक है।
\(\frac{d x}{d t}\) = k0……………………..(2)
\(\frac{d x}{d t}\) = k0dt ……………………..(3)
समीकरण (3) का समाकलन करने पर,
x= k0t + C ……………………..(4)
जहाँ, C = समाकलन स्थिरांक (Integration constants) है।
जब t = 0 तब x = 0 होता है। यह मान समीकरण (4) में रखने पर,
0 =k0 × 0 + C
अतः C=0 ……………………..(5)
समीकरण (5) का मान समीकरण (4) में रखने पर,
x = k0t ……………..(6)
\(k_{0}=\frac{x}{t}\)………………….(7)
समीकरण (7) शून्य कोटि की अभिक्रिया के लिए दर-स्थिरांक का व्यंजक है। k की इकाई
MP Board Class 12th Chemistry Solutions Chapter 4 रासायनिक बलगतिकी - 56

प्रश्न 2.
आर्चीनियस समीकरण पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
उत्तर-आर्चीनियस ने समांगी गैसीय अभिक्रियाओ में ताप से होने वाले परिवर्तन से वेग स्थिरांक में होने वाले परिवर्तन को निम्नलिखित व्यंजक द्वारा दर्शाया –
k = \(\mathrm{A} e^{-\mathrm{E}_{a} / \mathrm{RT}}\)
इसे आर्टीनियस का समीकरण कहते हैं ।
जिसमें A = आवृत्ति कारक (Frequency factor), Ea = सक्रियण ऊर्जा तथा T = परम ताप है। A तथा Ea अभिक्रिया पर निर्भर करते हैं अभिकारकों पर नहीं।
समीकरण का लॉगरिथ्म लेने पर,
\(\ln k=-\frac{\mathrm{E}_{a}}{\mathrm{RT}}+\ln \mathrm{A}\)
या logk = \(\log \mathrm{A}-\frac{\mathrm{E}_{a}}{2 \cdot 303 \mathrm{RT}}\) …………..(1)
यह एक सरल रेखा का समीकरण है। यदि भिन्न-भिन्न तापों पर log10 k तथा \(\frac{1}{\mathrm{T}}\) के मध्य ग्राफ खींचें तो एक सरल रेखा प्राप्त होगी, जिसका ढाल = \(\frac{\mathrm{-E}_{a}}{2 \cdot 303 \mathrm{R}}\) होगा। ग्राफ द्वारा ढाल = \(\frac{\mathrm{E}_{a}}{2 \cdot 303 \mathrm{R}}\) का मान ज्ञात करके सक्रियण ऊर्जा Ea का मान ज्ञात किया जा सकता है।
Ea की गणना एक दूसरी विधि द्वारा भी कर सकते हैं।
मानलो ताप T1 तथा T2 पर किसी अभिक्रिया के वेग स्थिरांक क्रमशः k1 तथा k2 हों, तो समीकरण (1) के अनुसार,
MP Board Class 12th Chemistry Solutions Chapter 4 रासायनिक बलगतिकी - 57
MP Board Class 12th Chemistry Solutions Chapter 4 रासायनिक बलगतिकी - 58
इस समीकरण की सहायता से सक्रियण ऊर्जा E, का मान ज्ञात किया जा सकता है ।

प्रश्न 3.
आीनियस समीकरण को सीधी रेखा के समीकरण के रूप में लिखिए। इस समीकरण में ग्राफ का ढाल क्या होगा ? किसी अपघटन अभिक्रिया के अपघटन के लिए \(\frac{1}{\mathrm{T}}\) तथा log k के बीच खींचे गये ग्राफ से वक्र का ढाल –9920 प्राप्त हुआ। क्रिया के सक्रियण ऊर्जा की गणना कीजिए।
उत्तर
आीनियस समीकरण-आर्चीनियस ने समांगी गैसीय अभिक्रियाओं में ताप से होने वाले परिवर्तन से वेग स्थिरांक k में होने वाले परिवर्तन को निम्नलिखित व्यंजक द्वारा दर्शाया –
MP Board Class 12th Chemistry Solutions Chapter 4 रासायनिक बलगतिकी - 59
k = \(\mathrm{A} e^{-\mathrm{E}_{a} / \mathrm{RT}}\)
इसे आर्टीनियस का समीकरण कहते हैं।
जहाँ, A = आवृत्ति कारक, Ea = सक्रियण ऊर्जा तथा T = परम ताप है।
समीकरण का लॉगरिथ्म लेने पर,
In k = –\(\frac{\mathrm{E}_{a}}{\mathrm{R} \mathrm{T}}\)
या logk = \(\log \mathrm{A}-\frac{\mathrm{E}_{a}}{2 \cdot 303 \mathrm{RT}}\)
यह एक सरल रेखा का समीकरण है। यदि भिन्न-भिन्न तापों पर log10k तथा \frac{1}{\mathrm{T}} के मध्य ग्राफ खींचें तो एक सरल रेखा प्राप्त होगी, जिसका ढाल (Slope) = \(\frac{-\mathrm{E}_{a}}{2 \cdot 303 \mathrm{R}}\) होगा। ग्राफ द्वारा ढाल =\(\frac{-\mathrm{E}_{a}}{2 \cdot 303 \mathrm{R}}\) का मान ज्ञात करके सक्रियण ऊर्जा Ea का मान ज्ञात किया जा सकता है।
ढाल = \(\frac{-\mathrm{E}_{a}}{2 \cdot 303 \mathrm{R}}\) (सक्रियण ऊर्जा)
उत्तर
या Ea = ढाल x 2.303 x R
या Ea =-9920 x 2.303 x (-4.58)
∴ Ea = 104633.5808 कैलोरी प्रति ग्राम अणु।

प्रश्न 4.
प्रथम कोटि की अभिक्रिया के लिए वेग स्थिरांक का व्यंजक ज्ञात कीजिए।
उत्तर
वे अभिक्रियाएँ, जिनमें अभिक्रिया का वेग केवल एक अणु के सान्द्रण पर निर्भर करता है प्रथम कोटि की अभिक्रियाएँ कहलाती हैं। मानलो प्रथम कोटि की सामान्य अभिक्रिया इस प्रकार है –
A → Product
माना अभिकारक A का प्रारम्भिक सान्द्रण a ग्राम अणु है। सेकण्ड पश्चात x ग्राम अणु, क्रिया कर लेते हैं तो शेष पदार्थ की मात्रा (a-X) ग्राम अणु होगी।
अतः t समय पश्चात् अभिक्रिया की दर A की सान्द्रता (a -x) के समानुपाती होगी।
अर्थात्
\(\frac{d x}{d t}\) ∝A
\(\frac{d x}{d t}\) = a – x
या \(\frac{d x}{d t}\) = k(a-x),
या \(\frac{d x}{(a-x)}=k \cdot d t\) …(1)
सम्पूर्ण क्रिया का वेग ज्ञात करने के लिए समी. (1) का समाकलन करने पर,
\(\int \frac{d x}{a-x}=\int k \cdot d t\)
In(a-x) =kt+c, (यहाँ c समाकलन स्थिरांक है) …(2)
यदि t=0 है तो x = 0 होगा, अतः ये मान समी. (2) में रखने पर,
-In a =c ……………(3)
समी. (3) से c का मान समी. (2) में रखने पर,
-In (a – x) = kt – In a
या In a – In (a-x) = kt
या In \(\frac{a}{a-x}\) = kt
अतः k =\(\frac{1}{t} \ln \frac{a}{a-x}\)
log का आधार e से 10 करने पर,
k = \(\frac{2 \cdot 303}{t} \log \frac{a}{a-x}\)
यह प्रथम कोटि की अभिक्रिया के लिए वेग स्थिरांक k का व्यंजक है।

MP Board Class 12th Chemistry Solutions

MP Board Class 6th Hindi Bhasha Bharti Solutions Chapter 7 हम बीमार ही क्यों हों?

MP Board Class 6th Hindi Bhasha Bharti Solutions Chapter 7 हम बीमार ही क्यों हों?

MP Board Class 6th Hindi Bhasha Bharti Chapter 7 पाठ का अभ्यास

हम बीमार ही क्यों हो MP Board Class 6th Hindi प्रश्न 1.
सही विकल्प चुनकर लिखिए

(क) हमारा शरीर तत्वों से मिलकर बना है
(i) एक
(ii) तीन
(iii) चार
(iv) पाँच।
उत्तर
(iv) पाँच

(ख) चमड़ी के एक-एक छिद्र में है
(i) आकाश
(ii) पाताल
(iii) जल
(iv) वायु।
उत्तर
(i) आकाश

(ग) हम जितना भोजन करते हैं, जल पीते हैं, उसकी
तुलना में वायु ग्रहण करते हैं
(i) चार गुना
(ii) पाँच गुना,
(iii) सात गुना
(iv) छह गुना।
उत्तर
(iii) सात गुना

(घ) सूर्य नमस्कार करने से शरीर में अधिक मात्रा में होते हैं-
उत्पन्न
(i) लाल रक्त कण
(ii) श्वेत रक्त कण,
(iii) सूक्ष्म अवयव
(iv) क्षार पदार्थ।
उत्तर
(i) लाल रक्त कण।

भाषा भारती कक्षा 7 पाठ 6 MP Board प्रश्न 2.
निम्नलिखित रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए

(क) हमारे शरीर के ………….” भाग में केवल जल है।
(ख) भोजन के …………. घण्टे पूर्व तथा ……” घण्टे बाद पानी पीना अच्छी आदत है।
(ग) सूर्य केवल प्रकाश और ताप ही नहीं देता बल्कि …………….” और लम्बी उम्र भी प्रदान करता है।
उत्तर
(क) वजन के 100 भागों में 70
(ख) एक, दो
(ग) बुद्धि।

Mp Board Solution Class 6 Hindi प्रश्न 3.
एक या दो वाक्यों में उत्तर दीजिए

(क) पाँच तत्वों के नाम लिखिए।
उत्तर
पाँच तत्व हैं

  1. आकाश
  2. वायु,
  3. अग्नि
  4. जल, एवं
  5. पृथ्वी।

(ख) ‘आरोग्य सम्राट्’ किस तत्व को कहा गया है?
उत्तर
आकाश तत्व को ‘आरोग्य सम्राट्’ कहा गया है।

(ग) हमें कैसा भोजन करना चाहिए?
उत्तर
हमें सन्तुलित, प्राकृतिक आहार लेना चाहिए जिसमें गेहूँ, दाल, घी, तेल आदि का एक हिस्सा एवं चार हिस्सा दूध, फल और हरी सब्जियाँ लेना आवश्यक है।

(घ) स्वस्थ रहने के लिए हमें क्या-क्या करना चाहिए?
उत्तर
स्वस्थ रहने के लिए हमें-आकाश, वायु, अग्नि, जल और पृथ्वी तत्वों की सन्तुलित मात्रा शरीर में रखनी चाहिए। सन्तुलित प्राकृतिक आहार लिया जाना चाहिए। इस तरह रोग पास नहीं आयेगा।

Class 6 Chapter 7 Hindi Question Answer MP Board प्रश्न 4.
तीन से पाँच वाक्यों में उत्तर लिखिए

(क) जल को जीवन कहा गया है। क्यों ?
उत्तर
जल को जीवन और अमृत भी कहते हैं। जीवन के लिए जल तत्व अत्यन्त आवश्यक है। यह वास्तव में प्राणियों का प्राण है। शरीर के वजन के 100 भागों में 70 भाग  केवल जल है। जल के योग से शरीर के छोटे से छोटे अंगों का पोषण होता है। जल ही पसीने के रूप में, फेफड़ों से वाष्प के रूप में और पेट से मल-मूत्र के रूप में शरीर की गन्दगी को बाहर निकालता है। जल से पाचन क्रिया ठीक रहती है। इस प्रकार जल है तो जीवन है।

(ख) सन्तुलित आहार किसे कहते हैं ? यह क्यों आवश्यक है?
उत्तर
शरीर के स्वस्थ रखने के लिए हमें सन्तुलित आहार लेना चाहिए। सन्तुलित आहार में एक हिस्सा गेहूँ, दाल, घी, तेल आदि होना चाहिए और इसके अतिरिक्त चार हिस्सा दूध, फल, हरी सब्जियाँ आदि का होना अनिवार्य है। साथ ही उस आहार में प्राकृतिक रूप से सन्तुलन बना रहना चाहिए। सन्तुलित आहार में पृथ्वी तत्व का सामंजस्य अनिवार्य है। भोजन में शामिल सभी वस्तुएँ जो खाने और पीने योग्य हैं, वे सभी पृथ्वी तत्व से संयुक्त होती हैं। इस तरह सन्तुलित आहार के उपयोग से आरोग्य लाभ प्राप्त हो सकता है।

(ग) “सूर्य के बिना जीवन की कल्पना भी नहीं की जा | सकती” सिद्ध कीजिए।
उत्तर
सूर्य से हमें प्रकाश और ताप मिलता है। इससे – हमें बुद्धि और लम्बी आयु का वरदान भी मिलता है। सूर्य की प्रात:कालीन किरणों से हमें विटामिन ‘डी’ मिलता है जिससे लाल रक्त कण उत्पन्न होते हैं, जिससे हमारी जीवन शक्ति बढ़ती है। सूर्य से प्राप्त गर्मी से पृथ्वी तत्व-अन्न, फल, जल, सब्जियाँ आदि की प्राप्ति होती है, जिससे हमारा जीवन विकसित होता है। सूर्य को देवता के रूप में हम पूजते हैं। सूर्य से जीवन संरक्षित होता है। सूर्य जीवन का देवता है। रोम, यूनान, मिस्र आदि देशों में सूर्य को देवता माना जाता है।

(घ) पृथ्वी को माँ क्यों कहा गया है?
उत्तर
पृथ्वी हमारी माँ है। हम पृथ्वी पर ही जन्म लेते हैं, वह हमें धारण करती है। उससे उत्पन्न तत्वों-अन्न, जल, दूध, फल, हरी सब्जियाँ, मक्खन, शहद आदि से हमारा पोषण होता है। हमें सन्तुलित आहार मिलता है। पृथ्वी के बिना हमारा अस्तित्व नहीं है। सन्तुलित और प्राकृतिक आहार पृथ्वी की देन है, अत: पृथ्वी हमारी माँ है। पृथ्वी ही जन्म देने वाली, पोषण करने वाली और अन्त में अपनी ही गोद में विश्राम देने वाली है, अत: माता पृथ्वी पुत्रोऽहं पृथिव्याः’ सत्य है।

Bhasha Bharti MP Board Class 6th Hindi प्रश्न 5.
सोचिए और बताइए

(क) पृथ्वी पर जल की मात्रा बिल्कुल कम हो जाए तो क्या होगा?
उत्तर
जल वह तत्व है जिसकी कमी से प्राणियों का जीवन असम्भव हो जाएगा। जल अमृत है। जल ही प्राण है। हमारे शरीर के वजन के 100 भागों में 70 भाग केवल जल है। जल हमारे भोजन का अनिवार्य तत्व है। इसके सहयोग से खून शरीर के अति सूक्ष्म अवयवों का पोषण करता है। जल ही शरीर की गन्दगी बाहर फेंक निकालता है। शरीर का निरोग बने रहना शुद्ध जल की प्राप्ति से सम्भव है।

(ख) आपको सब्जियाँ न मिलें तो सन्तुलित आहार की पूर्ति कैसे करोगे?
उत्तर
सब्जियों के न मिलने पर सन्तुलित आहार की पूर्ति में फल, दूध और जल की मात्रा बढ़ा देंगे। साथ ही सूर्योदय से पहले खुले मैदान में स्वच्छ वायु सेवन के लिए निकलेंगे जिससे अन्य आवश्यक विटामिनों की पूर्ति हो सके।

(ग) शरीर में जल की मात्रा कम हो जाए तो इसकी पूर्ति हेतु आप क्या करेंगे?
उत्तर
शरीर में जल की मात्रा कम हो जाने पर इसकी पूर्ति के लिए ठण्डे जल से स्नान करेंगे। रसदार फलों और सब्जियों का उपयोग बढ़ा देंगे। इस तरह धीरे-धीरे जल की मात्रा की कमी पूरी हो सकती है।

Hindi Bhasha Bharti MP Board Class 6th प्रश्न 6.
अनुमान और कल्पना

(क) यदि आपको पृथ्वी के अतिरिक्त अन्य ग्रह पर जाना पड़े तो आप अपने साथ क्या-क्या ले जाना चाहेंगे और क्यों
उत्तर
अन्य ग्रह पर जाने की स्थिति में अपने साथ वे सभी वस्तुएँ ले जाना चाहेंगे जिनसे हमें जल, वायु तथा खाद्य वस्तुएँ आदि जिनसे हमारे जीवन को बनाए रखने में सहायता मिल सके।

(ख) यदि पाँच भौतिक तत्वों में से आपको कोई दो तत्व लेने को कहा जाए तो आप कौन-से दो तत्वों का चयन करेंगे और क्यों ?
उत्तर
पाँच तत्वों में से हम जल और पृथ्वी तत्व को लेना चाहेंगे, क्योंकि पृथ्वी तत्व से अन्न, फल, दूध एवं सब्जियाँ अपने आप ही प्राप्त हो जायेंगी। जीवन की प्रक्रिया चल सकेगी तथा जल तत्व उसे सहारा देगा।

भाषा की बात

प्रश्न 1.
निम्नलिखित शब्दों का शुद्ध उच्चारण कीजिएसन्तुलित, बुद्धिमत्ता, निर्दोष, स्वास्थ्य, प्रदत्त।
उत्तर
अपने अध्यापक महोदय की सहायता से अपनी कक्षा में शुद्ध उच्चारण कीजिए और अभ्यास कीजिए।

प्रश्न 2.
निम्नलिखित की वर्तनी शुद्ध कीजिए.
सूरक्षा, वायूमडल, सासं, निमल, भक्ती।
उत्तर
सुरक्षा, वायुमंडल, सांस, निर्मल, भक्ति।

प्रश्न 3.
उदाहरण के अनुसार प्रत्यय लगाकर नए शब्द बनाइए
उदाहरण- बनना + आवट = बनावट। लिखना + आई = लिखाई।
(i) लिखना + आवट
(ii) सजना + आवट
(iii) दिखना + आई
(iv) सिलना + आई।
उत्तर-
(i) लिखावट
(ii) सजावट
(iii) दिखाई
(iv) सिलाई।

प्रश्न 4.
निम्नलिखित शब्दों के दो-दो पर्यायवाची शब्द लिखिए
(1) आकाश, (2) सूर्य, (3) पृथ्वी, (4) अग्नि, (5) नदी।
उत्तर

  1. आकाश = नभ, व्योम, आसमान, शून्य।
  2. सूर्य = सूरज, भानु, भास्कर, रवि।।
  3. पृथ्वी = धरती, वसन्धुरा, वसुधा, भूमि।
  4. अग्नि = आग, अनल, ज्वाला, पावक।
  5. नदी = सरिता, तटिनी, तरंगिणी, नद।

प्रश्न 5.
विलोम शब्दों की सही जोड़ी बनाइए
(i) लाभ – (क) अशुद्ध
(ii) स्वस्थ – (ख) विषम
(iii) शुद्ध – (ग) नीचे
(iv) सम – (घ) अप्रसन्न
(v) ऊपर – (ङ) हानि
(vi) प्रसन्न – (च) अस्वस्थ
उत्तर
(i)→(ङ), (ii)→ (च), (iii)→ (क), (iv)→ (ख),(v)→ (ग),(vi)→ (घ)

प्रश्न 6.
निम्नलिखित शब्दों का वाक्यों में प्रयोग कीजिए
(1) प्राचीन, (2) भोजन, (3) संयम, (4) सदाचार, (5) पवित्र।
उत्तर

  1. प्राचीन-भारतीय सभ्यता बहुत प्राचीन है।
  2. भोजन-भोजन में सभी अनिवार्य तत्व होने चाहिए।
  3. संयम-संयमपूर्ण जीवन सुखमय होता है।
  4. सदाचार-सदाचार से शरीर स्वस्थ रहता है।
  5. पवित्र-गंगा का जल पवित्र होता है।

परीक्षोपयोगी गद्यांशों की व्याख्या

(1) टहलने के लिए बस्ती से दूर कोई ऐसा साफ-सुथरा पथ चुनना चाहिए जो प्रकृति के साम्राज्य से होकर गुजरता हो। टहलने के अतिरिक्त आसन, प्राणायाम, तैराकी एवं अन्य कसरतों के माध्यम से हम अपने शरीर को वायु तत्व प्रदान कर सकते हैं।

सन्दर्भ-प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी पाठ्यपुस्तक ‘भाषा भारती’ के पाठ ‘हम बीमार ही क्यों हों ?’ नामक पाठ से ली गई हैं। इस पाठ के लेखक डॉ. आनन्द हैं।

प्रसंग-लेखक टहलने और व्यायाम करने की सलाह देता है, जिससे हम अपने स्वास्थ्य की रक्षा कर सकते हैं।

व्याख्या-अपने स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए टहलना आवश्यक है लेकिन हमें घूमने-फिरने के लिए ऐसे स्थान को चुनना चाहिए, जो स्वच्छ हो। हमें ऐसे मार्ग से टहलने निकलना चाहिए जहाँ किसी तरह की गन्दगी न हो, साथ ही प्राकृतिक रूप से खुला और स्वच्छ वातावरण हो। चारों ओर कुदरत की सुन्दरता और सफाई हो। टहलने के अलावा हमें प्रतिदिन प्राणायाम, तैरना तथा दूसरी तरह की कसरतें भी खुले प्राकृतिक परिवेश में करनी चाहिए। इससे हमें खुली शुद्ध वायु प्राप्त होती है और हमारा शरीर इस तरह स्वस्थ बना रह सकता है।

(2) सूर्य केवल प्रकाश और ताप ही नहीं देता है, बल्कि वह बुद्धि और लम्बी उम्र भी प्रदान करता है। सूर्य के बिना जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती। भारत ही क्यों, रोम, यूनान, मिस्त्र सभी जगह सूर्य को देवता माना गया है।

सन्दर्भ-पूर्व की तरह।

प्रसंग-लेखक का मानना है कि सूर्य से केवल उजाला ही नहीं, हमें बुद्धि तथा लम्बी उम्र भी मिलती है।

व्याख्या-लेखक का मत है कि सूर्य से हमें प्रतिदिन उजाला और गर्मी मिलती है। इसके अतिरिक्त सूर्य हमें बुद्धि और दीर्घ आयु भी प्रदान करता है। यदि सूर्य न होता, तो निश्चय ही पृथ्वी पर जीवन असम्भव होता। सूर्य को देवता रूप में हम पूजते हैं। भारत में ही नहीं, रोम में, यूनान में तथा मिस्त्र आदि देशों में सूर्य को देवता माना जाता है। उसे जीवन देने वाला देवता कहा जाता है।

(3) हम भला पृथ्वी के बिना कैसे रह सकते हैं? जो कुछ हम खाते-पीते हैं या आहार के रूप में लेते हैं, वे सभी वस्तुएँ हमें पृथ्वी से ही प्राप्त होती हैं। सन्तुलित प्राकृतिक आहार जीवन का सबसे बड़ा वरदान है। दूध, फल, अंकुरित अन्न, हरी सब्जियाँ, मक्खन,शहद आदि वस्तुएँ भोजन में समुचित मात्रा में होंगी तो पृथ्वी तत्व सन्तुलित बना रहेगा।

सन्दर्भ-पूर्व की तरह।

प्रसंग-पृथ्वी का महत्व बतलाते हुए लेखक बता देना चाहता है कि पृथ्वी ने हमें प्राकृतिक रूप से वे सभी वस्तुएँ प्रदान की है जिनसे हम अपने शरीर को पूर्ण स्वस्थ रख सकते हैं।

व्याख्या-धरती के बिना हमारा जीवन सम्भव नहीं है। पृथ्वी ही हमें वह सब देती है, जिसका उपयोग हम अपने शरीर को स्वस्थ बनाए रखने के लिए करते हैं। खाने-पीने के लिए जो हम आहार रूप में ग्रहण करते हैं, वह सब पृथ्वी द्वारा दिया जाता है। जीवन का सबसे बड़ा वरदान आहार है जिसमें कुदरत का सन्तुलन समाया हुआ है। हम जो भी अन्न रूप में, हरी सब्जियों के रूप में, मक्खन एवं शहद के रूप में प्राप्त करते हैं, उन सभी का उपयोग भोजन के रूप में उचित मात्रा में करते हैं, वह पृथ्वी माता का वरदान है। इन सभी के रूप में उन सभी की उचित मात्रा को ग्रहण करते रहने से हम स्वस्थ बने रहेंगे। यह सब सन्तुलित और कुदरती रूप में भोग किया जाना चाहिए। ये सभी पदार्थ पृथ्वी तत्व हैं क्योंकि ये सभी पृथ्वी से मिलते हैं।

MP Board Class 6th Hindi Solutions

MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 1 रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण

MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 1 रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण

MP Board Class 10th Science Chapter 1 पाठान्तर्गत प्रश्नोत्तर

प्रश्न श्रृंखला-1 # पृष्ठ संख्या 6

रासायनिक अभिक्रिया एवं समीकरण क्लास 10th MP Board प्रश्न 1.
वायु में जलाने से पूर्व मैग्नीशियम रिबन को साफ क्यों किया जाता है?
उत्तर:
मैग्नीशियम रिबन के ऊपर एक धुंधली मैग्नीशियम ऑक्साइड, आरक्षक परत जम जाती है उसे हटाने के लिए वायु में जलाने से पूर्व मैग्नेशियम रिबन को साफ किया जाता है क्योंकि यह आरक्षी परत मैग्नीशियम को ऑक्सीजन से क्रिया करने से रोकती है।

रासायनिक अभिक्रिया एवं समीकरण क्लास 10th MP Board प्रश्न 2.
निम्नलिखित रासायनिक अभिक्रियाओं के लिए संतुलित समीकरण लिखिए –

  1. हाइड्रोजन + क्लोरीन → हाइड्रोजन क्लोराइड।
  2. बेरियम क्लोराइड + ऐलुमिनियम सल्फेट → बेरियम सल्फेट + ऐलुमिनियम क्लोराइड।
  3. सोडियम + जल → सोडियम हाइड्रॉक्साइड + हाइड्रोजन।

उत्तर:

  1. H2 + Cl2 → 2HCl
  2. 3BaCl + Al2(SO4)3 → 3BaSO4 + 2AlCl3
  3. 2Na + 2H2O → 2NaOH + H2

रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण MP Board प्रश्न 3.
निम्नलिखित अभिक्रियाओं के लिए उनकी अवस्था के संकेतों के साथ संतुलित रासायनिक समीकरण लिखिए –

  1. जल में बेरियम क्लोराइड तथा सोडियम सल्फेट के विलयन अभिक्रिया करके सोडियम क्लोराइड का विलयन तथा अघुलनशील बेरियम सल्फेट का अवक्षेप बनाता है।
  2. सोडियम हाइड्रॉक्साइड का विलयन (जल में) हाइड्रोक्लोरिक अम्ल के विलयन (जल में) से अभिक्रिया करके सोडियम क्लोराइड का विलयन तथा जल बनाते हैं।

उत्तर:

  1. BaCl2(aq) + Na2(SO4)(aq) → 2NaCl(aq) + BaSO4(s)
  2. NaOH(aq) + HCl(aq) → NaCl(aq) + H2O(l)

प्रश्न श्रृंखला-2 # पृष्ठ संख्या 11

अध्याय 1 रासायनिक अभिक्रिया एवं समीकरण MP Board प्रश्न 1.
किसी पदार्थ ‘X’ के विलयन का उपयोग सफेदी करने के लिए होता है।

  1. पदार्थ ‘X’ का नाम तथा इसका सूत्र लिखिए।
  2. 1 में लिखे पदार्थ ‘X’ की जल के साथ अभिक्रिया लिखिए।

उत्तर:

  1. पदार्थ ‘X’ का नाम: कैल्सियम ऑक्साइड एवं पदार्थ ‘X’ का सूत्र: CaO
  2. CaO + H2O → Ca(OH)2 + ऊष्मा।

रासायनिक अभिक्रिया एवं समीकरण के प्रश्न उत्तर MP Board प्रश्न 2.
क्रियाकलाप 1.7 में एक परखनली में एकत्रित गैस की मात्रा दूसरी में दोगुनी क्यों है? उस गैस का नाम बताइए।
उत्तर:
क्रियाकलाप 1.7 में जल का विद्युत् अपघटन होकर हाइड्रोजन एवं ऑक्सीजन गैसें बनती हैं और दो अणु जल से 2 अणु हाइड्रोजन तथा 1 अणु ऑक्सीजन बनते हैं। इसलिए एक गैस (हाइड्रोजन) दूसरी गैस (ऑक्सीजन) से दोगुनी है। उस गैस का नाम हाइड्रोजन है।

प्रश्न श्रृंखला-3 # पृष्ठ संख्या 15

रासायनिक अभिक्रिया एवं समीकरण MP Board प्रश्न 1.
जब लोहे की कील को कॉपर सल्फेट के विलयन में डुबोया जाता है तो विलयन का रंग क्यों बदल जाता है?
उत्तर:
जब लोहे की कील को कॉपर सल्फेट के नीले घोल में डुबोया जाता है तो लोहा कॉपर सल्फेट के घोल से कॉपर को विस्थापित करके फेरस सल्फेट का हरा विलयन बनाता है। इस कारण विलयन का रंग बदल जाता है।
रासायनिक अभिक्रिया एवं समीकरण क्लास 10th MP Board

रासायनिक अभिक्रिया एवं समीकरण प्रश्न उत्तर MP Board प्रश्न 2.
क्रियाकलाप 1.10 से भिन्न द्वि – विस्थापन अभिक्रिया का एक उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
जब सिल्वर नाइट्रेट के विलयन में सोडियम क्लोराइड का विलयन मिलाते हैं तो द्वि – विस्थापन अभिक्रिया द्वारा सिल्वर क्लोराइड का सफेद अवक्षेप तथा सोडियम नाइट्रेट का विलयन बनता है।
AgNO3(aq) + NaCl(aq) → AgCl(s) + NaNO3(aq)

रासायनिक अभिक्रिया एवं समीकरण क्लास 10 वीं MP Board प्रश्न 3.
निम्नलिखित अभिक्रियाओं में उपचयित एवं अपचयित पदार्थों की पहचान कीजिए –

  1. 4Na(s) + O2(g) → 2Na2O(s)
  2. CuO(s) + H2(g) → Cu(s) + H2O(l)

उत्तर:

  1. Na = उपचयित एवं O2 = अपचयित
  2. CuO = अपचयित एवं H2 = उपचयित

MP Board Class 10th Science Chapter 1 पाठान्त प्रश्नोत्तर

रासायनिक अभिक्रिया एवं समीकरण कक्षा 10 MP Board प्रश्न 1.
नीचे दी गई अभिक्रिया के सम्बन्ध में कौन – सा कथन असत्य है
2PbO(s) + C(s) → 2Pb(s) + CO2(g)
(a) सीसा अपचयित हो रहा है।
(b) कार्बन डाइऑक्साइड उपचयित हो रही है।
(c) कार्बन उपचयित हो रहा है।
(d) लेड ऑक्साइड अपचयित हो रहा है।

  1. (a) एवं (b)
  2. (a) एवं (c)
  3. (a), (b) एवं (c)
  4. सभी

उत्तर:
1. (a) एवं (b)

रासायनिक अभिक्रिया एवं समीकरण के प्रश्न उत्तर Pdf MP Board प्रश्न 2.
Fe2O3 + 2Al → Al2O3 +2Fe
ऊपर दी गयी अभिक्रिया किस प्रकार की है?
(a) संयोजन अभिक्रिया।
(b) द्वि – विस्थापन अभिक्रिया।
(c) वियोजन अभिक्रिया।
(d) विस्थापन अभिक्रिया।
उत्तर:
(d) विस्थापन अभिक्रिया।

Rasayanik Abhikriya Avn Samikaran Question Answer MP Board प्रश्न 3.
लोह चूर्ण पर तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल डालने से क्या होता है? सही उत्तर पर निशान लगाइए।
(a) हाइड्रोजन गैस एवं आयरन क्लोराइड बनता है।
(b) क्लोरीन गैस एवं आयरन हाइड्रॉक्साइड बनता है।
(c) कोई अभिक्रिया नहीं होती।
(d) आयरन लवण एवं जल बनता है।
उत्तर:
(a) हाइड्रोजन गैस एवं आयरन क्लोराइड बनता है।

Mp Board Class 10 Science Solution प्रश्न 4.
संतुलित रासायनिक समीकरण क्या है? रासायनिक समीकरण को संतुलित करना क्यों आवश्यक है?
उत्तर:
संतुलित रासायनिक समीकरण:
“जिस रासायनिक समीकरण में अभिकारकों एवं उत्पादों के कुल द्रव्यमान समान हों अर्थात् अभिक्रिया के पहले एवं उसके पश्चात् प्रत्येक तत्व के परमाणुओं की संख्या समान हो तो वह समीकरण संतुलित रासायनिक समीकरण कहलाता है।”
द्रव्यमान संरक्षण के नियम के परिपालन के लिए रासायनिक समीकरण को संतुलित करना आवश्यक है।

Rasayanik Abhikriya Avam Samikaran Class 10th Question Answer MP Board प्रश्न 5.
निम्नलिखित कथनों को रासायनिक समीकरण के रूप में परिवर्तित कर उन्हें सन्तुलित कीजिए –

  1. नाइट्रोजन, हाइड्रोजन गैस से संयोग करके अमोनिया बनाता है।
  2. हाइड्रोजन सल्फाइड गैस का वायु में दहन होने पर जल एवं सल्फर डाइऑक्साइड बनता है।
  3. ऐलुमिनियम सल्फेट के साथ अभिक्रिया करके बेरियम क्लोराइड, ऐलुमिनियम क्लोराइड एवं बेरियम सल्फेट का अवक्षेप देता है।
  4. पोटैशियम धातु जल के साथ अभिक्रिया करके पोटैशियम हाइड्रॉक्साइड एवं हाइड्रोजन गैस देती है।

उत्तर:

  1. N2 + 3H2 → 2NH3
  2. 2H2S + 3O2 → 2H2O + 2SO2
  3. Al2 (SO4)3 + 3BaCl2 → 2AlCl3 + 3BaSO4
  4. 2K + 2H2O → 2KOH + H2

प्रश्न 6.
निम्नलिखित समीकरणों को सन्तुलित कीजिए –

  1. HNO3 + Ca(OH)2 → Ca(NO3)2 + H2O
  2. NaOH + H2SO4 → Na2SO4 + H2O
  3. NaCl + AgNO3 →AgCl+ NaNO3
  4. BaCl2 + H2SO4 → BaSO4 + HCl

उत्तर:

  1. 2HNO3(aq) + Ca(OH)2(aq) → Ca(NO3)2(aq) + 2H2O(l)
  2. 2NaOH(aq) + H2SO4(aq) → Na2SO4(aq) + 2H2O(l)
  3. NaCl(aq) + AgNO3(aq) AgCl(s) + NaNO3(aq)
  4. BaCl2(aq) + H2SO4(aq) → BaSO4(s) + 2HCl(aq)

प्रश्न 7.
निम्नलिखित अभिक्रियाओं के लिए संतुलित रासायनिक समीकरण लिखिए –

  1. कैल्सियम हाइड्रॉक्साइड + कार्बन डाइऑक्साइड → कैल्सियम कार्बोनेट + जल
  2. जिंक + सिल्वर नाइट्रेट → जिंक नाइट्रेट + सिल्वर
  3. ऐलुमिनियम + कॉपर क्लोराइड → ऐलुमिनियम क्लोराइड + कॉपर
  4. बेरियम क्लोराइड + पोटैशियम सल्फेट → बेरियम सल्फेट + पोटैशियम क्लोराइड।

उत्तर:

  1. Ca(OH)2(aq) + CO2(g) → CaCO3(s) + H2O(l)
  2. Zn(s) + 2Ag (NO3)(aq) → Zn(NO3)2(aq) + 2Ag(s)
  3. 2Al(s) + 3CuCl2(aq) → 2AlCl3(aq) + 3Cu(s)
  4. BaCl2(aq) + K2SO4(aq) → BaSO4(s) + 2KCl(aq)

प्रश्न 8.
निम्नलिखित अभिक्रियाओं के लिए संतुलित रासायनिक समीकरण लिखिए एवं प्रत्येक अभिक्रिया का प्रकार बताइए –

  1. पोटैशियम ब्रोमाइड(aq) + बेरियम आयोडाइड(aq) → पोटैशियम आयोडाइड(aq) + बेरियम ब्रोमाइड(s)
  2. जिंक कार्बोनेट(s) → जिंक ऑक्साइड(s) + कार्बन डाइऑक्साइड(g)
  3. हाइड्रोजन(g) + क्लोरीन(g) → हाइड्रोजन क्लोराइड(g)
  4. मैग्नीशियम(s) + हाइड्रोक्लोरिक अम्ल(aq) मैग्नीशियम क्लोराइड(aq) + हाइड्रोजन(g)

उत्तर:

  1. 2KBr(aq) + BaI2(aq) → 2KI(aq) + BaBr2(s)
    अभिक्रिया का प्रकार – द्वि – विस्थापन अभिक्रिया।
  2. ZnCO3(s) → ZnO(s) + CO2(g)
    अभिक्रिया का प्रकार – वियोजन (अपघटन) अभिक्रिया।
  3. H2(g) + Cl2(g) → 2HCl(g)
    अभिक्रिया का प्रकार – संयोजन अभिक्रिया।
  4. Mg(s) + 2HCl(aq) → MgCl2(aq) + H2(g)
    अभिक्रिया का प्रकार – विस्थापन अभिक्रिया।

प्रश्न 9.
ऊष्माक्षेपी एवं ऊष्माशोषी अभिक्रिया का क्या अर्थ है? उदाहरण दीजिए। (2019)
उत्तर:

  1. ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया:
    “जिस रासायनिक अभिक्रिया में उत्पादों के साथ ऊष्मा भी निकलती है, वह ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया कहलाती है।”
    उदाहरण:
    CH4(g) + 2O2(g) → CO2(g) + 2H2O(g) + ऊर्जा (ऊष्मा)
  2. ऊष्माशोषी अभिक्रिया:
    “जिस रासायनिक अभिक्रिया में ऊष्मा (ऊर्जा) का अवशोषण होता है वह ऊष्माशोषी अभिक्रिया कहलाती है।”
    उदाहरण:
    2Pb(NO3)2(s) \(\underrightarrow { heat } \) 2Pb(O)(s) + 4NO2(g) + O2(g)

प्रश्न 10.
श्वसन को ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया क्यों कहते हैं? वर्णन कीजिए।
उत्तर:
श्वसन एक मंद दहन ऑक्सीकरण की अभिक्रिया है जिसमें कार्बन डाइऑक्साइड, जलवाष्प एवं ATP के रूप में ऊष्मा (ऊर्जा) निकलती है। इसलिए इसे ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया कहते हैं।

प्रश्न 11.
वियोजन अभिक्रिया को संयोजन अभिक्रिया के विपरीत क्यों कहा जाता है? इन अभिक्रियाओं के लिए समीकरण लिखिए।
उत्तर:
वियोजन अभिक्रिया में एकल अभिकर्मक टूट कर दो या दो से अधिक उत्पाद बनते हैं, जबकि संयोजन में दो या दो से अधिक अभिकर्मक संयुक्त होकर एकल उत्पाद बनाते हैं।
समीकरण – वियोजन:
रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण MP Board
संयोजन: 2Mg(s) + O2(g) → 2MgO(s)

प्रश्न 12.
उन वियोजन अभिक्रियाओं के एक – एक समीकरण दीजिए जिनमें ऊष्मा, प्रकाश एवं विद्युत् के रूप में ऊर्जा प्रदान की जाती है।
उत्तर:
अध्याय 1 रासायनिक अभिक्रिया एवं समीकरण MP Board

प्रश्न 13.
विस्थापन एवं द्वि – विस्थापन अभिक्रियाओं में क्या अन्तर है? इन अभिक्रियाओं के समीकरण लिखिए।
उत्तर:
विस्थापन अभिक्रिया में एक तत्व दूसरे तत्व को उसके लवण से पृथक् करके उसका स्थान स्वयं ग्रहण कर लेता है, जबकि द्वि – विस्थापन में अभिकारकों के बीच आयनों का आदान – प्रदान होता है।
समीकरण – विस्थापन: Fe(s) + CuSO4(aq) → FeSO4(aq) + Cu(s)
द्वि – विस्थापन: Na2SO4(aq) + BaCl2(aq) → 2NaCl(aq) + BaSO4(s)

प्रश्न 14.
सिल्वर के शोधन में सिल्वर नाइट्रेट के विलयन से सिल्वर प्राप्त करने के लिए कॉपर धातु द्वारा विस्थापन किया जाता है। इस प्रक्रिया के लिए अभिक्रिया लिखिए।
उत्तर:
2AgNO3(aq) + Cu(s) → Cu(NO3)2 (aq) + 2Ag(s)

प्रश्न 15.
अवक्षेपण अभिक्रिया से आप क्या समझते हैं? उदाहरण देकर समझाइए।
उत्तर:
अवक्षेपण:
“जब दो अभिकारक (क्रियाकारक) विलयन आपस में अभिक्रिया करके अविलेय ठोस उत्पाद बनाते हैं तो उस विलयन में उस ठोस के कण अवक्षेपित हो जाते हैं इस क्रिया को अवक्षेपण कहते हैं।”
उदाहरण:
रासायनिक अभिक्रिया एवं समीकरण के प्रश्न उत्तर MP Board

प्रश्न 16.
ऑक्सीजन के योग या ह्रास के आधार पर निम्नलिखित पदों की व्याख्या कीजिए। प्रत्येक के लिए दो उदाहरण दीजिए –

  1. उपचयन।
  2. अपचयन।

उत्तर:
1. उपचयन:
जब किसी पदार्थ से ऑक्सीजन का संयोग होता है तो उस पदार्थ का उपचयन होता है। अर्थात् किसी पदार्थ (तत्व या यौगिक) एवं ऑक्सीजन के योग की अभिक्रिया उपचयन कहलाती है।

उदाहरण:
(i) रासायनिक अभिक्रिया एवं समीकरण MP Board
(ii) C + O2 → CO2

उपर्युक्त उदाहरणों में Cu एवं C का उपचयन हो रहा है।

2. अपचयन:
“जब किसी पदार्थ (ऑक्साइड) से ऑक्सीजन का ह्रास होता है तब उस पदार्थ का अपचयन होता है और यह O2 ह्रास की अभिक्रिया अपचयन कहलाती है।

उदाहरण:
(i) MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 1 रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण 6
(Ii) ZnO + C → Zn + CO

उपर्युक्त उदाहरणों में CuO एवं ZnO का अपचयन हो रहा है।

प्रश्न 17.
एक भूरे रंग का चमकदार तत्व ‘X’ को वायु की उपस्थिति में गर्म करने पर वह काले रंग का हो जाता है। इस तत्व ‘X’ एवं उस काले रंग के यौगिक का नाम बताइए।
उत्तर:
तत्व ‘X’ का नाम: कॉपर (Cu) काले रंग के यौगिक का नाम: कॉपर ऑक्साइड (CuO).

प्रश्न 18. (2019)
लोहे की वस्तुओं को हम पेंट क्यों करते हैं?
उत्तर:
लोहे की वस्तुओं को संक्षारण से बचाने के लिए हम उनको पेंट करते हैं जिससे वे नमी के सम्पर्क में न आएँ।

प्रश्न 19.
तेल एवं वसा युक्त पदार्थों को नाइट्रोजन से प्रभावित क्यों किया जाता है?
उत्तर:
तेल एवं वसा युक्त खाद्य सामग्री वायु या ऑक्सीजन के सम्पर्क में अधिक समय तक रहने पर उपचयित होकर अपना स्वाद एवं गंध बदल कर विकृतगंधी हो जाते हैं इसलिए इन्हें नाइट्रोजन जैसे कम सक्रिय गैसों से प्रभावित किया जाता है।

प्रश्न 20.
निम्नलिखित पदों का वर्णन कीजिए तथा प्रत्येक का एक – एक उदाहरण दीजिए। (2019)

  1. संक्षारण।
  2. विकृतगंधिता।

उत्तर:

  1. संक्षारण:
    “जब लोहे या लोहे जैसे पदार्थों से बनी वस्तुएँ अपने आस – पास अम्ल, आर्द्रता (नमी) आदि के सम्पर्क में आती हैं तब ये संक्षारित होती हैं। इस प्रक्रिया को संक्षारण कहते हैं।
    उदाहरण: लोहे पर जंग लगना अर्थात् उस पर लाल – भूरी परत जमना।
  2. विकृतगंधिता:
    “तेल या वसा युक्त खाद्य पदार्थ उपचयित होकर अपना स्वाद एवं गंध को बदल देते हैं, यह घटना विकृतगंधिता कहलाती है।”
    उदाहरण:
    तेल या वसा में तले हुए खाद्य पदार्थ; जैसे – नमकीन, चिप्स आदि लम्बे समय तक रखने पर उनका स्वाद एवं गंध अप्रिय हो जाती हैं।

MP Board Class 10th Science Chapter 1 परीक्षोपयोगी अतिरिक्त प्रश्नोत्तर

MP Board Class 10th Science Chapter 1 वस्तुनिष्ठ प्रश्न

बहुविकल्पीय प्रश्न

प्रश्न 1.
निम्न में कौन भौतिक परिवर्तन नहीं है ?
(a) खौलते पानी से जलवाष्प बनना
(b) बर्फ का पिघलकर जल बनना
(c) नमक का पानी में घुलना
(d) L.P.G. का दहन
उत्तर:
(d) L.P.G. का दहन

प्रश्न 2.
निम्न अभिक्रिया एक उदाहरण है –
4NH3(g) + 5O2(g) → 4NO(g) + 6H2O(g)
(i) विस्थापन अभिक्रिया
(ii) संयोजन अभिक्रिया
(iii) उपापचय अभिक्रिया
(iv) उदासीनीकरण अभिक्रिया
(a) (i) एवं (iv)
(b) (ii) एवं (iii)
(c) (i) एवं (iii)
(d) (iii) एवं (iv)
उत्तर:
(c) (i) एवं (iii)

प्रश्न 3.
दी हुई निम्न अभिक्रिया के संदर्भ में निम्न में से से सत्य कथन हैं?
3Fe(s) + 4H2O(g) → Fe3O4(s) + 4H2(g)
(i) लोह धातु उपचयित हो रही है।
(ii) जल का अपचयन हो रहा है।
(iii) जल अपचायक का कार्य कर रहा है।
(iv) जल उपचायक का कार्य कर रहा है।
(a) (i), (ii) एवं (iii)
(b) (iii) एवं (iv)
(c) (i), (ii) एवं (iv)
(d) (ii) एवं (iv)
उत्तर:
(c) (i), (ii) एवं (iv)

प्रश्न 4.
निम्नलिखित में कौन ऊष्माक्षेपी अभिक्रियाएँ हैं?
(i) जल की बिना बुझे चूने से अभिक्रिया
(ii) किसी अम्ल का तनुकरण
(iii) जल का वाष्पीकरण
(iv) कपूर के क्रिस्टल्स का ऊर्ध्वपातन
(a) (i) एवं (ii)
(b) (ii) एवं (iii)
(c) (i) एवं (iv)
(d) (iii) एवं (iv)
उत्तर:
(a) (i) एवं (ii)

प्रश्न 5.
तीन बीकरों पर क्रमशः A, B एवं C अंकित हैं। प्रत्येक में 25 ml जल लिया गया है। थोड़ी – थोड़ी मात्रा में NaOH, निर्जल CuSO4 एवं NaCl क्रमश: A, B एवं C में मिलाया गया है। बीकर A एवं B में रखे विलयनों के ताप में वृद्धि जबकि बीकर C में रखे विलयन के ताप में कमी प्रेक्षित की गई। निम्न में सत्य कथन है –
(i) बीकर A एवं B में ऊष्माशोषी प्रक्रम घटित हुआ है।
(ii) बीकर A एवं B में ऊष्माक्षेपी प्रक्रम घटित हुआ है।
(iii) बीकर C में ऊष्माक्षेपी प्रक्रम घटित हुआ है।
(iv) बीकर D में ऊष्माशोषी प्रक्रम घटित हुआ है।
(a) केवल (i)
(b) केवल (ii)
(c) (i) एवं (iv)
(d) (ii) एवं (iii)
उत्तर:
(c) (i) एवं (iv)

प्रश्न 6.
एक अम्लीय पोटैशियम परमैंगनेट विलयन युक्त बीकर में धीरे – धीरे तनु फेरस सल्फेट का विलयन मिलाया जाता है तो हल्का जामुनी रंग हल्का पड़ता है और अन्त में गायब हो जाता है। उक्त प्रेक्षण के लिए निम्न में कौन – सा कथन सत्य है?
(a) KMnO4 उपचायक है यह FeSO4 का उपचयन कर देता है।
(b) FeSO4 उपचायक है यह KMnO4 का उपचयन कर देता है।
(c) रंग तो तनुता के कारण गायब होता है, यहाँ कोई अभिक्रिया नहीं हुई
(d) KMnO4 एक अस्थायी यौगिक है जो FeSO4 की उपस्थिति में रंगहीन यौगिकों में विखण्डित हो जाता है।
उत्तर:
(a) KMnO4 उपचायक है यह FeSO4 का उपचयन कर देता है।

प्रश्न 7.
निम्नलिखित में कौन द्वि – विस्थापन अभिक्रियाएँ हैं ?
(i) Pb + CuCl2 → PbCl2 + Cu
(ii) Na2SO4 + BaCl2 → BaSO4 + 2NaCl
(iii) C + O2 → CO2
(iv) CH4 + 2O2 → CO2 +2H2O
(a) (i) एवं (iv)
(b) केवल (ii)
(c) (i) एवं (ii)
(d) (iii) एवं (iv)
उत्तर:
(b) केवल (ii)

प्रश्न 8.
निम्न में कौन – सा कथन सत्य है ? देर समय तक सिल्वर क्लोराइड को सूर्य के प्रकाश में रखने पर वह काला पड़ जाता है, क्योंकि?
(i) सिल्वर क्लोराइड के विखण्डन से सिल्वर बनता है।
(ii) सिल्वर क्लोराइड का ऊर्ध्वपातन हो जाता है।
(iii) सिल्वर क्लोराइड से क्लोरीन गैस का अपघटन होता है।
(iv) सिल्वर क्लोराइड का उपचयन हो जाता है।
(a) केवल (i)
(b) (i) एवं (iii)
(c) (ii) एवं (iii)
(d) केवल (iv)
उत्तर:
(a) केवल (i)

प्रश्न 9.
ठोस कैल्सियम ऑक्साइड जल के साथ बहुत तीव्रता से अभिक्रिया करके कैल्सियम हाइड्रॉक्साइड बनाता है और ऊष्मा निकलती है। यह प्रक्रिया चूने का बुझना कहलाती है। कैल्सिमय हाइड्रॉक्साइड जल में घुलकर विलयन बनाता है जिसे चूने का पानी कहते हैं। निम्न में कौन-सा कथन सत्य है, चूने के बुझने एवं विलयन के निर्माण के सन्दर्भ में –
(i) यह एक ऊष्माशोषी अभिक्रिया है।
(ii) यह एक ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया है।
(iii) परिणामी विलयन का pH मान 7 से अधिक होगा।
(iv) परिणामी विलयन का pH मान 7 से कम होगा।
(a) (i) एवं (ii)
(b) (ii) एवं (iii)
(c) (i) एवं (iv)
(d) (iii) एवं (iv)
उत्तर:
(b) (ii) एवं (iii)

प्रश्न 10.
बेरियम क्लोराइड अमोनियम सल्फेट से अभिक्रिया करके बेरियम सल्फेट एवं अमोनियम क्लोराइड बनाता है। निम्नलिखित में से कौन – से कथन अभिक्रिया के प्रकार को सही प्रकार प्रदर्शित करते हैं?
(i) विस्थापन अभिक्रिया।
(i) अवक्षेपण अभिक्रिया।
(iii) संयोजन अभिक्रिया।
(iv) द्वि – विस्थापन अभिक्रिया।
(a) केवल (i)
(b) केवल (ii)
(c) केवल (iv)
(d) (ii) एवं (iv)
उत्तर:
(d) (ii) एवं (iv)

प्रश्न 11.
जल का विद्युत् अपघटन एक विघटन (अपघटन) अभिक्रिया है। हाइड्रोजन एवं ऑक्सीजन के निकलने में मोल अनुपात होगा –
(a) 1:1
(b) 2 : 1
(c) 4:1
(d) 1 : 2
उत्तर:
(b) 2 : 1

प्रश्न 12.
निम्नलिखित प्रक्रियाओं में कौन ऊष्माशोषी है?
(i) सल्फ्यूरिक अम्ल का तनुकरण।
(ii) शुष्क बर्फ का ऊर्ध्वपातन।
(iii) जलवाष्प का संघनन।
(iv) जल का वाष्पीकरण।
(a) (i) एवं (iii)
(b) केवल (ii)
(c) केवल (iii)
(d) (ii) एवं (iv)
उत्तर:
(d) (ii) एवं (iv)

प्रश्न 13.
जलीय पोटैशियम आयोडाइड एवं जलीय लेड नाइट्रेट विलयनों के मध्य द्वि – विस्थापन की अभिक्रिया में लेड आयोडाइड का पीला अवक्षेप बनता है, लेकिन इस क्रिया के सम्पादन हेतु लेड नाइट्रेट उपलब्ध नहीं है तो इसके स्थान पर निम्नलिखित में से कौन प्रयुक्त किया जा सकता है?
(a) अविलेय लेड सल्फेट
(b) लेड ऐसीटेट
(c) अमोनियम नाइट्रेट
(d) पोटैशियम सल्फेट
उत्तर:
(b) लेड ऐसीटेट

प्रश्न 14.
निम्न में से कौन – सी गैस तेल के ताजे नमूने को लम्बे समय तक रखने के लिए प्रयुक्त की जा सकती है?
(a) कार्बन डाइऑक्साइड या ऑक्सीजन
(b) नाइट्रोजन या ऑक्सीजन
(c) कार्बन डाइऑक्साइड या हीलियम
(d) हीलियम या नाइट्रोजन
उत्तर:
(d) हीलियम या नाइट्रोजन

प्रश्न 15.
प्रयोगशाला में ऑक्सीजन गैस बनाने के लिए निम्न अभिक्रिया प्रयोग की जाती है –
MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 1 रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण 7
निम्न में कौन – सा कथन इस अभिक्रिया के सन्दर्भ में सत्य है –
(a) यह एक ऊष्माशोषी प्रकृति की अपघटन अभिक्रिया है।
(b) यह एक संयोजन अभिक्रिया है।
(c) यह एक ऊष्माक्षेपी प्रकृति की अपघटन अभिक्रिया है।
(d) यह एक ऊष्माक्षेपी प्रकाश – रसायन अपघटन की अभिक्रिया है।
उत्तर:
(a) यह एक ऊष्माशोषी प्रकृति की अपघटन अभिक्रिया है।

प्रश्न 16.
निम्न में कौन प्रक्रिया रासायनिक अभिक्रिया है ?
(a) एक गैस सिलेण्डर में उच्च दाब पर ऑक्सीजन गैस को संग्रह करना
(b) वायु का द्रवीकरण
(c) चाइना डिश में पेट्रोल को खुले में रखना
(d) ताँबे के तार को हवा की उपस्थिति में उच्च ताप पर गर्म करना।
उत्तर:
(d) ताँबे के तार को हवा की उपस्थिति में उच्च ताप पर गर्म करना।

प्रश्न 17.
निम्नलिखित रासायनिक समीकरणों में कौन से संक्षिप्त रूप क्रियाकारक (अभिकारक) एवं उत्पादों की सही भौतिक अवस्था को प्रदर्शित करते हैं?
(a) 2H2(l) + O2(l) → 2H2O(g)
(b) 2H2(g) + O2(l) → 2H2O(l)
(c) 2H2(g) + O2(g) → 2H2O(l)
(d) 2H2(g) + O2(g) → 2H2O(g)
उत्तर:
(d) 2H2(g) + O2(g) → 2H2O(g)

प्रश्न 18.
निम्नलिखित में कौन संयोजी अभिक्रिया है?
MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 1 रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण 8
(a) (i) एवं (iii)
(b) (iii) एवं (iv)
(c) (ii) एवं (iv)
(d) (ii) एवं (iii)
उत्तर:
(d) (ii) एवं (iii)

रिक्त स्थानों की पूर्ति

1. किसी रासायनिक अभिक्रिया का समीकरण के रूप में प्रतीकात्मक निरूपण ……….” कहलाता है।
2. ऐसी अभिक्रियाएँ जिनमें दो या दो से अधिक अभिकारक संयुक्त होकर एकल उत्पाद का निर्माण करते हैं ……….. कहलाती हैं।
3. जब किसी अभिक्रिया में एकल अभिकर्मक टूट कर दो या दो से अधिक छोटे – छोटे उत्पादों में विभक्त होता है। तब वह अभिक्रिया ………” कहलाती है।
4. जब एक अभिकर्मक तत्व दूसरे अभिकर्मक यौगिक में से दूसरे तत्व को विस्थापित करके स्वयं उसका स्थान ग्रहण कर लेता है तब वह अभिक्रिया …..” कहलाती है।
5. वे अभिक्रियाएँ जिनमें अभिकारकों के बीच आयनों का आदान प्रदान होता है ……..” कहलाती हैं।
6. वे अभिक्रियाएँ जिनमें उत्पाद के साथ – साथ ऊष्मा भी उत्पन्न होती है उन्हें ………” अभिक्रियाएँ कहते हैं। (2019)
उत्तर:

  1. रासायनिक समीकरण।
  2. संयोजन अभिक्रियाएँ।
  3. अपघटन (वियोजन) अभिक्रिया।
  4. विस्थापन अभिक्रिया।
  5. द्वि – विस्थापन अभिक्रियाएँ।
  6. ऊष्माक्षेपी।

जोड़ी बनाइए
MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 1 रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण 9
उत्तर:

  1. → (c)
  2. → (d)
  3. → (e)
  4. → (a)
  5. → (b)

सत्य/असत्य कथन

  1. सल्फ्यूरिक अम्ल का तनुकरण ऊष्माशोषी अभिक्रिया है।
  2. MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 1 रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण 10
  3. अमोनियम क्लोराइड को जल में घोलने पर विलयन ठंडा हो जाना, ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया है।
  4. MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 1 रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण 11
  5. जो पदार्थ ऑक्सीकृत (उपचयित) हो जाते हैं वे ऑक्सीकारक (उपचायक) कहलाते हैं।

उत्तर:

  1. असत्य।
  2. सत्य।
  3. असत्य।
  4. सत्य।
  5. असत्य।

एक शब्द/वाक्य में उत्तर

  1. जब किसी यौगिक से ऑक्सीजन संयुक्त होती है तब यह अभिक्रिया क्या कहलाती है?
  2. जब किसी यौगिक से ऑक्सीजन की क्षति होती है तब यह अभिक्रिया क्या कहलाती है?
  3. दो विलयनों को मिलाने पर एक अविलेय पदार्थ बनता है उस अभिक्रिया को क्या कहेंगे?
  4. जिस अभिक्रिया में उपचयन एवं अपचयन दोनों होते हैं, वह अंभिक्रिया क्या कहलाती है?
  5. लोहे पर जंग लगना किस प्रकार की अभिक्रिया है?

उत्तर:

  1. उपचयन
  2. अपचयन
  3. अवक्षेपण
  4. उपापचयन या रेडॉक्स अभिक्रिया
  5. संक्षारण

MP Board Class 10th Science Chapter 1 अति लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
रासायनिक समीकरण से क्या समझते हो? किसी सन्तुलित समीकरण का उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
रासायनिक समीकरण:
“किसी रासायनिक अभिक्रिया को समीकरण के रूप में उसके अभिकारक एवं उत्पादों का प्रतीकात्मक निरूपण रासायनिक समीकरण कहलाता है।”
उदाहरण: (सोडियम हाइड्रॉक्साइड) + (हाइड्रोक्लोरिक अम्ल) → (सोडियम क्लोराइड) + (जल)
NaOH(aq) + HCl(aq) → NaCl(aq) +H2O(l)

प्रश्न 2.
संयोजन अभिक्रिया को उदाहरण सहित समझाइए।
उत्तर:
संयोजन अभिक्रियाएँ:
“वे रासायनिक अभिक्रियाएँ, जिनमें दो या दो से अधिक तत्व या यौगिक संयुक्त होकर एकल उत्पाद बनाते हैं, संयोजन अभिक्रियाएँ कहलाती हैं।”
उदाहरण:
NH3(g) + HCl(g) → NH4Cl(g)

प्रश्न 3.
अपघटन या वियोजन से क्या समझते हो? उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
अपघटन या वियोजन:
“वे रासायनिक अभिक्रियाएँ जिनमें एक अभिकारक टूट कर दो या दो से अधिक छोटे उत्पादों में विखण्डित होता है, अपघटन या वियोजन अभिक्रियाएँ कहलाती हैं।”
उदाहरण:
MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 1 रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण 12

प्रश्न 4.
विस्थापन अभिक्रियाएँ किन्हें कहते हैं? उदाहरण दीजिए। (2019)
उत्तर:
विस्थापन अभिक्रियाएँ:
“वे अभिक्रियाएँ जिनमें एक अभिकर्मक तत्व दूसरे अभिकर्मक यौगिक में से दूसरे तत्व को विस्थापित करके स्वयं उसका स्थान ग्रहण कर लेता है, विस्थापन अभिक्रियाएँ कहलाती हैं।
उदाहरण:
Fe(s) + CuSO4(aq) → FeSO4(aq) + Cu(s)

प्रश्न 5.
द्वि – विस्थापन अभिक्रियाएँ किन्हें कहते हैं? उदाहरण दीजिए। (2019)
उत्तर:
द्वि – विस्थापन अभिक्रियाएँ:
“वे अभिक्रियाएँ जिनमें अभिकारकों के बीच आयनों का आदान – प्रदान होता है, द्वि – विस्थापन अभिक्रियाएँ कहलाती हैं।
उदाहरण:
BaCl2(aq) + Na2SO4(aq) → BaSO4(s) + 2NaCl(aq)

प्रश्न 6.
उपापचयन रेडॉक्स) अभिक्रियाओं से क्या समझते हो? उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
उपापचयन (रेडॉक्स) अभिक्रियाएँ:
वे अभिक्रियाएँ जिनमें एक अभिकारक का उपचयन होता है तथा दूसरे का अपचयन, उपापचयन (रेडॉक्स) अभिक्रियाएँ कहलाती हैं।
उदाहरण:
Fe2O3(s) + 3CO(g) → 2Fe(s) + 3CO2(g)
यहाँ CO का उपचयन एवं Fe2O3 का अपचयन हो रहा है।

प्रश्न 7.
जब पोटैशियम क्लोराइड का विलयन सिल्वर नाइट्रेट के विलयन में मिलाया जाता है, तो एक अविलेय सफेद पदार्थ बनता है। इसमें होने वाली रासायनिक अभिक्रिया का समीकरण लिखिए तथा अभिक्रिया का प्रकार बताइए।
उत्तर:
KCl(aq) + AgNO3(aq) → KNO3(aq) + AgCl(s)
अभिक्रिया द्वि – विस्थापन एवं अवक्षेपण की है।

प्रश्न 8.
फेरस सल्फेट गर्म करने पर अपघटित होकर एक रंगहीन जलते गन्धक की सी गंध वाली गैस निकालता है। रासायनिक अभिक्रिया का समीकरण लिखिए तथा उसका प्रकार बताइए।
उत्तर:
2FeSO4(s) → Fe2O3(s) + SO2(g) SO3(g)
यह अभिक्रिया ऊष्मीय अपघटन की है।

प्रश्न 9.
जुगुनू (Fire – Flies) रात्रि में क्यों चमकते हैं?
उत्तर:
जुगनू के अन्दर एक प्रोटीन होता है जो एक एन्जाइम की उपस्थिति में वायु से ऑक्सीकृत हो जाता है। यह एक रासायनिक अभिक्रिया है जिसमें दृश्यप्रकाश उत्पन्न होता है इसलिए रात्रि में जुगुनू चमकते हैं।

प्रश्न 10.
पौधे पर लटके अंगूरों का किण्वन नहीं होता लेकिन पेड़ से तोड़ने के बाद इनका किण्वन हो सकता है। किन स्थितियों में उनका किण्वन होता है? क्या यह एक रासायनिक परिवर्तन है या भौतिक ?
उत्तर:
जब अंगर पौधे पर लटके होते हैं तब वे जीवित होते हैं तथा अपनी प्रतिरोधक क्षमता के कारण किण्वन से अपनी सुरक्षा कर सकते हैं लेकिन जब वे पौधे से अलग हो जाते हैं तो बैक्टीरिया पनपने लगते हैं तथा अवायवीय स्थिति में वे किण्वित हो जाते हैं। यह एक रासायनिक अभिक्रिया है।

प्रश्न 11.
पदार्थ x समूह 2 के तत्व का ऑक्साइड है जो सीमेण्ट उद्योग में प्रयुक्त होता है। यह पदार्थ हड्डियों में भी उपस्थित होता है। जब इसकी अभिक्रिया जल से होती है तो यह एक विलयन बनाता है जो लाल लिटमस को नीला कर देता है। X की पहचान कीजिए तथा होने वाली अभिक्रिया का समीकरण लिखिए।
उत्तर:
पदार्थ X कैल्सियम ऑक्साइड (CaO) है।
CaO(s) + H2O(l) → Ca(OH)2(aq)

प्रश्न 12.
हम सिल्वर क्लोराइड को गहरे ब्राउन रंग की बोतलों में क्यों रखते हैं?
उत्तर:
सिल्वर क्लोराइड सौर प्रकाश में निम्न अभिक्रिया के अनुसार अपघटित हो जाता है –
2AgCl(s) → 2Ag(s) + Cl2(g) इसलिए सिल्वर क्लोराइड को गहरे ब्राउन रंग की बोतलों में रखा जाता है।

MP Board Class 10th Science Chapter 1 लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
निम्न अभिक्रियाओं में अज्ञात x एवं y ज्ञात कीजिए –

  1. Pb(NO3)2(aq) + 2KI(aq) → PbI2(x) + 2KNO3(y)
  2. Cu(s) + 2AgNO3(aq) → Cu(NO3)2(aq) + x(s)
  3. Zn(s) + H2SO4(aq) → ZnSO4(x) + H2(y)
  4. CaCO3(s) \(\underrightarrow { x } \) CaO(s) + CO2(g)

उत्तर:

  1. x = (s), y = (aq)
  2. x = 2Ag
  3. x = (aq), y = (g)
  4. x = Heat

प्रश्न 2.
निम्न में कौन परिवर्तन ऊष्माक्षेपी और कौन ऊष्माशोषी है –

  1. फेरस सल्फेट का अपघटन।
  2. सल्फ्यूरिक अम्ल का तनुकरण।
  3. सोडियम हाइड्रॉक्साइड को जल में घोलना।
  4. अमोनियम क्लारोइड को जल में घोलना।

उत्तर:

  1. ऊष्माशोषी।
  2. ऊष्माक्षेपी।
  3. ऊष्माक्षेपी।
  4. ऊष्माशोषी।

प्रश्न 3.
निम्न अभिक्रियाओं में अपचायक पहचानिए –

  1. 4NH3 + 5O2 → 4NO + 6H2O
  2. H2O+ F2 → HF + HOF
  3. Fe2O3 +3CO → 2Fe + 3CO2
  4. 2H2 + O2 → 2H2O

उत्तर:

  1. NH3
  2. H2O क्योंकि F2, HF में अपचयित हो रही है।
  3. CO
  4. H2

प्रश्न 4.
निम्न अभिक्रियाओं में उपचायक पहचानिए –

  1. Pb3O4 + 8HCl → 3PbCl2 + Cl2 + 4H2O
  2. 2Mg + O2 → 2MgO
  3. CuSO4 + Zn → Cu + ZnSO4
  4. V2O5 + 5Ca → 2V + 5CaO
  5. 3Fe + 4H2O → Fe3O4 + 4H2
  6. CuO + H2 → Cu + H2O

उत्तर:

  1. Pb3O4
  2. O2
  3. CuSO4
  4. V2O5
  5. H2O
  6. CuO

प्रश्न 5.
निम्न अभिक्रियाओं के लिए सन्तुलित रासायनिक समीकरण लिखिए –

  1. सोडियम कार्बोनेट समान मोलर सान्द्रता के हाइड्रोक्लोरिक अम्ल से अभिक्रिया करके सोडियम क्लोराइड एवं सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट देता है।
  2. सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट हाइड्रोक्लोरिक अम्ल से अभिक्रिया करके सोडियम क्लोराइड एवं जल देता है तथा कार्बन डाइऑक्साइड गैस निकालता है।
  3. कॉपर सल्फेट पोटैशियम आयोडाइड से अभिक्रिया करके क्यूप्रस आयोडाइड (Cu2I2) का अवक्षेप देता है और पोटैशियम सल्फेट बनाने के साथ आयोडीन गैस निकालता है।

उत्तर:

  1. Na2CO3(aq) + HCl(aq) → NaCl(aq) + NaHCO3(aq)
  2. NaHCO3 (aq) + HCl (aq) → NaCl (aq) + H2O(l) + CO2(g)
  3. 2CuSO4(aq) + 4Kl(aq) → Cu2I2(s) + 2K2SO4(aq) + I2(g)

प्रश्न 6.
निम्न में कौन – सा भौतिक परिवर्तन तथा कौन – सा रासायनिक परिवर्तन हैं?

  1. पेट्रोल का वाष्पीकरण।
  2. LPG का दहन।
  3. किसी लोहे की छड़ को रक्त तप्त करना।
  4. दूध का दही जमना।
  5. ठोस अमोनियम क्लोराइड का ऊर्ध्वपातन।

उत्तर:

  1. भौतिक परिवर्तन।
  2. रासायनिक परिवर्तन।
  3. भौतिक परिवर्तन।
  4. रासायनिक परिवर्तन।
  5. भौतिक परिवर्तन।

प्रश्न 7.
कुछ धातुओं की तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल के साथ अभिक्रिया के समय निम्न प्रेक्षण लिये गये

  1. सिल्वर धातु ने कोई परिवर्तन प्रदर्शित नहीं किया।
  2. जब ऐलुमिनियम के साथ अभिक्रिया की गयी तो प्रतिकारी मिश्रण का तापक्रम बढ़ जाता है।
  3. सोडियम धातु के साथ अभिक्रिया तीव्र विस्फोटक होती है।
  4. जब लेड से अभिक्रिया होती है तो बुलबुलों के साथ गैस निकलती है।

उचित कारण देते हुए उक्त प्रेक्षणों को समझाइए।

उत्तर:

  1. सिल्वर धातु तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल से कोई क्रिया नहीं करती है।
  2. अभिक्रिया ऊष्माक्षेपी होने के कारण तापक्रम बढ़ता है।
  3. अभिक्रिया अति विस्फोट इसलिए है क्योंकि यह अति ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया है।
  4. जब लेड की अभिक्रिया तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल से होती है तो बुलबुलों के साथ हाइड्रोजन गैस निकलती है।

प्रश्न 8.
मैग्नीशियम की रिबन जब ऑक्सीजन में जलाई जाती है तो रोशनी के साथ सफेद यौगिक X बनाती है। अब यदि जलती हुई रिबन को नाइट्रोजन के जार में ले जाते हैं तो यह जलती रहती है और एक यौगिक Y बनाती है।

  1. X एवं Y के रासायनिक सूत्र लिखिए।
  2. जब X का जल में विलयन बनाया जाता है तो होने वाली अभिक्रिया का सन्तुलित रासायनिक समीकरण लिखिए।

उत्तर:

  1. X का रासायनिक सूत्र: MgO
    एवं Y का रासायनिक सूत्र: Mg3N2
  2. MgO(s) + H2O(l) → Mg(OH)2(aq)

प्रश्न 9.
सिल्वर की बनी वस्तुएँ अधिक समय तक खुली छोड़ दी जाती हैं तो प्रायः काली पड़ जाती हैं लेकिन जब ये काली वस्तुएँ टूथपेस्ट के साथ रगड़ी जाती हैं तो पुन: चमकने लगती हैं।

  1. सिल्वर की बनी वस्तुएँ जब अधिक समय तक खुली छोड़ी जाती हैं तो काली क्यों पड़ जाती हैं? इस परिघटना का नाम लिखिए।
  2. बनने वाले काले पदार्थ का नाम लिखिए तथा होने वाली अभिक्रिया का रासायनिक समीकरण दीजिए।

उत्तर:

  1. सिल्वर जैसी धातुएँ जब अधिक समय तक खुली रखी जाती हैं तो ये नमी (आर्द्रता), अम्ल, ऑक्सीजन एवं अन्य गैसों के सम्पर्क से संक्षारित होने लगती हैं। इस परिघटना को संक्षारण कहते हैं।
  2. वायु में उपस्थित H2S गैस से अभिक्रिया करके सिल्वर धातु सिल्वर सल्फाइड (Ag2S) काला यौगिक बनाती है।
    2Ag(s) + H2S(g) → Ag2S(s) + H2(g)

MP Board Class 10th Science Chapter 1 दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
निम्न रासायनिक अभिक्रियाओं के सन्तुलित समीकरण लिखिए तथा प्रत्येक स्थिति में अभिक्रिया का प्रकार बताइए
(a) नाइट्रोजन गैस, हाइड्रोजन गैस के साथ उत्प्रेरक की उपस्थिति में 773K तापक्रम पर अभिक्रिया करके अमोनिया गैस बनाती है।
(b) सोडियम हाइड्रॉक्साइड विलयन, ऐसीटिक एसिड से अभिक्रिया करके सोडियम ऐसीटेट एवं जल बनाता है।
(c) एथेनॉल को एथेनॉइक अम्ल के साथ सान्द्र H2SO5 की उपस्थिति में गर्म किया जाता है तो एथिल ऐसीटेट बनता है।
(d) एथीन को ऑक्सीजन की उपस्थिति में जलाया जाता है तो कार्बन डाइऑक्साइड एवं जल बनता है तथा ऊष्मा एवं प्रकाश उत्पन्न होता है।
उत्तर:
MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 1 रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण 13

प्रश्न 2.
निम्नलिखित अभिक्रियाओं के लिए सन्तुलित समीकरण लिखिए तथा अभिक्रिया का प्रकार भी बताइए

  1. थर्मिट – अभिक्रिया में आयरन (III) ऑक्साइड ऐलुमिनियम से अभिक्रिया करके पिघला हुआ आयरन एवं ऐलुमिनियम ऑक्साइड देता है।
  2. मैग्नेशियम रिबन नाइट्रोजन के वायुमण्डल में जलता है और ठोस मैग्नीशियम नाइट्राइड बनाता है।
  3. जब पोटैशियम आयोडाइड के जलीय विलयन में क्लोरीन गैस प्रवाहित की जाती है तो पोटैशियम क्लोराइड का विलयन एवं ठोस आयोडीन बनती है।
  4. एथेनॉल को हवा में जलाने पर कार्बन डाइऑक्साइड एवं जल बनता है तथा ऊष्मा निकलती है।

उत्तर:

  1. Fe2O3(s) + 2Al(s) Al2O3(s) + 2Fe(l) + ऊष्मा
    अभिक्रिया – विस्थापन एवं उपापचयन अभिक्रिया।
  2. 2Mg(s) + N2(g) → Mg2N2(s)
    अभिक्रिया – संयोजन अभिक्रिया।
  3. 2KI(aq) + Cl2(g) → 2KCl(aq) + 2I(s)
    अभिक्रिया – विस्थापन अभिक्रिया।
  4. C2H5OH(l) + 3O2(g) → 2CO2(g) + 3H2O(I) + ऊष्मा
    अभिक्रिया – उपापचयन एवं ज्वलन अभिक्रिया।

प्रश्न 3.
निम्न अभिक्रियाओं में से प्रत्येक के लिए सन्तुलित समीकरण लिखिए एवं उनका वर्गीकरण भी कीजिए –

  1. लेड ऐसीटेट का विलयन, तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल से अभिक्रिया करके लेड क्लोराइड एवं ऐसीटिक एसिड का विलयन बनाता है।
  2. शुद्ध एथेनॉल में सोडियम धातु डालने पर सोडियम एथॉक्साइड एवं हाइड्रोजन गैस बनती है।
  3. आयरन (III) ऑक्साइड कार्बन मोनोऑक्साइड के साथ गर्म करने पर ठोस आयरन बनता है तथा कार्बन डाइऑक्साइड गैस निकलती है।
  4. हाइड्रोजन सल्फाइड गैस ऑक्सीजन से अभिक्रिया करके ठोस सल्फर एवं द्रव जल बनता है।

उत्तर:

  1. Pb (CH3COO)2(aq) + 2HCl(aq) → PbCl2(s) + CH3COOH(aq)
    अभिक्रिया – द्वि – विस्थापन अभिक्रिया।
  2. 2Na(s) + 2C2H5OH(l) → 2C2H5ONa + H2(g)
    अभिक्रिया – द्वि – विस्थापन अभिक्रिया।
  3. Fe2O3(s) + 3CO(g) → 2Fe(s) + 3CO2(g)
    अभिक्रिया – उपापचयन अभिक्रिया।
  4. 2H2S(g) + O2(g) → 2S(s) + 2H2O(l)
    अभिक्रिया – उपायचयन अभिक्रिया।

प्रश्न 4.
निम्न रासायनिक अभिक्रियाओं को सन्तुलित कीजिए तथा अभिक्रियाओं का प्रकार बताइए –
MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 1 रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण 14
उत्तर:
MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 1 रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण 15

प्रश्न 5.
कॉपर (II) नाइट्रेट के नीले रंग के चूर्ण को एक क्वथन नली में गर्म करने पर काला कॉपर ऑक्साइड, ऑक्सीजन गैस एवं ब्राउन गैस X प्राप्त होती है।

  1. इस अभिक्रिया का एक सन्तुलित समीकरण लिखिए।
  2. ब्राउन गैस X की पहचान कीजिए।
  3. अभिक्रिया के प्रकार की पहचान कीजिए।
  4. गैस X के जलीय विलयन का pH परिसर (सीमा) क्या होगी?

उत्तर:

    1. अभिक्रिया का सन्तुलित समीकरण
      MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 1 रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण 16
    2. अभिक्रिया में निकलने वाली ब्राउन गैस नाइट्रोजन डाइऑक्साइड (NO2) है।
    3. यह अभिक्रिया अपघटन अभिक्रिया है।
      चूँकि NO2 एक अधातु ऑक्साइड है। इसलिए इसका जलीय विलयन अम्लीय होगा। अतः इसके pH मान का परिसर 7 से कम होगा।

प्रश्न 6.
निम्न गैसों की पहचान के लिए परीक्षण दीजिए –

  1. CO2
  2. SO2
  3. O2
  4. H2

उत्तर:
1. CO2 का परीक्षण:
जब CO2 गैस को चूने के पानी में प्रवाहित करते हैं तो अविलेय कैल्सियम कार्बोनेट बनने से चूने का पानी दूधिया हो जाता है और अधिकता में प्रवाहित करने पर विलेय कैल्सियम हाइड्रोजन कार्बोनेट बनने के कारण दूधिया रंग गायब हो जाता है।
MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 1 रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण 17
2. SO2 का परीक्षण:
जब SO2 गैस को अम्लीय पोटैशियम परमैगनेट विलयन में प्रवाहित किया जाता है तो उसका जामुनी रंग उड़ जाता है।
MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 1 रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण 18
3. O2 का परीक्षण:
जब हम ऑक्सीजन के जार के पास जलती तीली या मोमबत्ती लाते हैं तो वह और तेजी से जलने लगती है क्योंकि ऑक्सीजन जलने में सहायक होती है।
4. H2 का परीक्षण: जब हम जलती हुई तीली हाइड्रोजन के जार के पास लाते हैं तो वह फक – फक की आवाज के साथ जलती है।

प्रश्न 7.
क्या होता है जबकि –

  1.  जिंक धातु का एक टुकड़ा कॉपर सल्फेट के विलयन में डालते हैं?
  2. ऐलुमिनियम धातु का एक टुकड़ा तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल में डाला जाता है।
  3. सिल्वर धातु का एक टुकड़ा कॉपर सल्फेट विलयन में डाला जाता है। यदि अभिक्रिया होती है तो उसका सन्तुलित रासायनिक समीकरण भी लिखिए।

उत्तर:
1. जब हम जिंक धातु का टुकड़ा कॉपर सल्फेट के नीले विलयन में डालते हैं तो विलयन का रंग उड़ जाता है क्योंकि जिंक कॉपर का विस्थापन करके रंगहीन जिंक सल्फेट का विलयन बनाती है।
MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 1 रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण 19
2. जब ऐलुमिनियम धातु का कोई टुकड़ा तनु हाइड्रोक्लोरिक एसिड में डालते हैं तो ऐलुमिनियम अम्ल से हाइड्रोजन गैस को विस्थापित कर देती है तथा ऐलुमिनियम क्लोराइड का रंगहीन विलयन बनाती है।
MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 1 रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण 20
3. जब सिल्वर धातु के एक टुकड़े को कॉपर सल्फेट के विलयन में डाला जाता है तो कोई भी अभिक्रिया नहीं होती।
Ag(s) + CuSO4(aq) → कोई अभिक्रिया नहीं।

प्रश्न 8.
क्या होता है जबकि दानेदार जिंक की अभिक्रिया निम्न के तनु विलयनों के साथ की जाती है – H2SO4, HCl, HNO3, NaCl एवं NaOH.
यदि अभिक्रिया होती है तो उसका रासायनिक समीकरण भी लिखिए।
उत्तर:
दानेदार जिंक की अभिक्रियाएँ –
MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 1 रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण 21

प्रश्न 9.
सोडियम सल्फाइट के जलीय विलयन में एक बूंद बेरियम क्लोराइड विलयन की मिलाने पर सफेद अवक्षेप प्राप्त होता है।

  1. होने वाली अभिक्रिया का सन्तुलित समीकरण लिखिए।
  2. इस अवक्षेपण अभिक्रिया के लिए दूसरा नाम क्या दिया जा सकता है?
  3. अभिक्रिया मिश्रण में तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल मिलाने पर सफेद अवक्षेप गायब हो जाता है, क्यों?

उत्तर:
1. संतुलित रासायनिक समीकरण:
MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 1 रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण 22
2. इस अवक्षेपण अभिक्रिया का दूसरा नाम द्वि – विस्थापन है।

3. तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल बेरियम सल्फाइट का अपघटन करके सल्फर डाइऑक्साइड (SO2) गैस देता है जिसकी गंध जलते गंधक की तरह है।
MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 1 रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण 23
चूँकि BaCl2 जल में विलेय है इसलिए अवक्षेप गायब हो जाता है।

प्रश्न 10.
आपको दो बर्तन उपलब्ध हैं एक कॉपर का बना तथा दूसरा ऐलुमिनियम का बना। आपको तनु HCl, तनु HNO3, ZnCl2 के विलयन एवं जल (H2O) भी उपलब्ध हैं। इन विलयनों को ऊपर के किस बर्तन में रखा जा सकता है?
उत्तर:
(1) जब विभिन्न विलयनों को कॉपर के बर्तन में रखा जाता है तो –

  1.  तनु HCl:
    तनु HCl से कॉपर कोई अभिक्रिया नहीं करता है। इसलिए कॉपर के बर्तन में तनु HCl विलयन को रखा जा सकता है।
  2. तनु HNO3:
    तनु HNO3 कॉपर बर्तन से क्रिया करता है। इसलिए कॉपर के बर्तन में तनु HNO3 विलयन नहीं रखा जा सकता।
  3. तनु ZnCl2 विलयन:
    तनु ZnCl2 से कॉपर कोई अभिक्रिया नहीं करता। इसलिए कॉपर के बर्तन में तनु ZnCl2 विलयन रखा जा सकता है।
  4. H2O (जल):
    जल, कॉपर में अभिक्रिया नहीं करता। इसलिए कॉपर के बर्तन में जल रखा जा सकता है।

(2) जब विभिन्न विलयनों को ऐलुमिनियम के बर्तन में रखा जाता है तो –

  1. तनु HCl:
    तनु HCl से ऐलुमिनियम अभिक्रिया करके लवण बनाता है तथा हाइड्रोजन गैस निकालता है। इसलिए तनु HCl को ऐलुमिनियम के बर्तन में नहीं रख सकते।
  2. तनु HNO3:
    ऐलुमिनियम तनु HNO3 से अपचयित हो जाता है। इसलिए तनु HNO3 को ऐलुमिनियम के बर्तन में नहीं रख सकते।
  3. तनु ZnCl2 विलयन:
    ऐलुमिनियम ZnCl2 विलयन के साथ अभिक्रिया करता है। इसलिए ZnCl2 के विलयन को ऐलुमिनियम के बर्तन में नहीं रख सकते।
  4. H2O (जल): गर्म या ठंडा जल ऐलुमिनियम से अभिक्रिया नहीं करता। इसलिए जल को ऐलुमिनियम के बर्तन में रख सकते हैं।

MP Board Class 10th Science Solutions

MP Board Class 6th Hindi Sugam Bharti Solutions Chapter 13 लोक संस्कृति और नर्मदा

MP Board Class 6th Hindi Sugam Bharti Solutions Chapter 13 लोक संस्कृति और नर्मदा

MP Board Class 6th Hindi Sugam Bharti Chapter 13 प्रश्न-अभ्यास

वस्तुनिष्ट प्रश्न

प्रश्न 1. (क) सही जोड़ी बनाइए
1. श्रेष्ठ गंगा है – (क) देश के सर्वोत्तम घाटों में से है
2. प्राकृतिक परिवेश की रक्षा – (ख) वह प्रकृति की रक्षा करे
3. होशंगाबाद और महेश्वर के घाट – (ग) लेकिन ज्येष्ठ नर्मदा है।
4. संस्कृति को चाहिए – (घ) हमारे युग की सबसे बड़ी माँग है
उत्तर
1. (ग), 2. (घ), 3. (क), 4. (ख)

प्रश्न (ख)
दिए गए शब्दों में से उपयुक्त शब्द चुनकर रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
1. भारतीय संस्कृति मूलतः……..संस्कृति है। (आरण्यक/नागर)
2. नर्मदा…….की ओर बहती है। (पूर्व पश्चिम)
3. प्रकृति को वश में करने में मनुष्य ने अभूतपूर्व……. पा ली है। (असफलता/विफलता)
4. नर्मदा तट की जनजातियाँ……जरूर हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि वे संस्कृति संपन्न नहीं है। (अशिक्षित/शिक्षित)
उत्तर
1. आरण्यक
2. पश्चिम
3. सफलता
4. अशिक्षित।

MP Board Class 6th Hindi Sugam Bharti Chapter 13 अति लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 2.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-एक वाक्य में दीजिए
(क) संसार की सभी प्रमुख संस्कृतियों का जन्म कहाँ हुआ? .
उत्तर
संसार की प्रमुख संस्कृतियों का जन्म नदियों की कोख से हुआ।

(ख) प्राचीन समय में आर्यावर्त की सीमा रेखा क्या थी?
उत्तर
प्राचीन समय में आर्यावर्त्त की सीमा रेखा नर्मदा नदी थी।

(ग) गौड़, भील, बैगा स्त्रियों को किस चीज़ से लगाव होता है?
उत्तर
गौंड़ भील, और बैगा स्त्रियों को गुदनों से बड़ा लगाव था।

(घ) ग्रामीण जनता के एक सूत्र में बंधने का क्या कारण है?
उत्तर-मेलों के कारण जनता एक सूत्र में बंधती है।

(ङ) प्रकृति अपनी स्थिरता क्यों खो रही है?
उत्तर
संस्कृति के संपर्क में आने पर प्रकृति अपनी स्थिरता खो रही है।

MP Board Class 6th Hindi Sugam Bharti Chapter 13 लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 3.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर तीन-से-पाँच वाक्यों में दीजिए

(क) ‘भारतीय संस्कृति को आरण्यक संस्कृति क्यों कहा गया है?
उत्तर
नर्मदा तट पर मोहनजोदड़ो या हड़प्पा जैसी नगर संस्कृति नहीं रही, लेकिन एक आरण्यक संस्कृति अवश्य रही। भारतीय संस्कृति मूलतः आरण्यक संस्कृति है। नर्मदा के तटवर्ती वनों में मार्कण्डेय, मृगु, कपिल, जमदग्नि आदि अनेक ऋषियों के आश्रम रहे।

(ख) ‘नर्मदा चिरकुमारी है’ इस कवन को स्पष्ट करें।
उत्तर
कहते हैं नर्मदा और सोन का विवाह होने वाला था पर सोन नर्मदा की दासी जुहिला पर ही आसक्त हो बैठा। नर्मदा इस बात से नाराज हो गई और कभी विवाह न करने के संकल्प के साथ पश्चिम की ओर चल दी। लज्जित सोन पूर्व की ओर गया। इसीलिए नर्मदा चिरकुमारी कहलाई।

(ग) लोकगीतों की रचना किस प्रकार हुई?
उत्तर
लोकगीतों की रचना किसी एक आदमी ने नहीं बल्कि सैकड़ों पीढ़ियों के प्रयासों से हुई। गायक ने अपने गीत की रचना नहीं की, उसने जो सुना, उसे औरों को दिया, लेकिन एक गायक से दूसरे गायक तक आते-आते गीत बदलते चले गए।

(घ) नर्मदा तट के सौंदर्य का वर्णन करें।
उत्तर
समूचा नर्मदा तट मंदिरों ओर देवालयों से भरा है। प्रत्येक तीर्थ किसी पौराणिक आख्यान से जुड़ा है। इन देवालयों और घाटों में सुबह-शाम आरती का स्वर या शंख की ध्वनि गूंजती है। कहीं कथा-वार्ता या भजन-कीर्तन का स्वर लहराता है, तो कहीं कोई भक्त ‘त्वदीय पाद पङ्कजं नमामि देवनिर्मदे’ का स्त्रोत पाठ करता है। नर्मदा तट पर मेले भी खूब लगते हैं।

(ङ) संस्कृति के विकास में नदियों का महत्त्व लिखिए।
उत्तर
संस्कृति की कहानी मनुष्य और नदी की जुगलबंदी की कहानी है। संसार की सभी प्रमुख संस्कृतियों का जन्म नदियों की कोख से हुआ। भारतीय संस्कृति गंगा की देन है। जब हिमालय नहीं था, विन्ध्य और सतपुड़ा तब भी थे। विन्ध्य तो शायद भारत भूमि का सबसे पुराना प्रदेश है। नर्मदा आदिम संस्कृतियों का भंडार है। गिरि, जन और वनजातियों की प्राचीन लीला भूमि है।

भाषा की बात

प्रश्न 4.
निम्नलिखित शब्दों का शुद्ध उच्चारण कीजिए
ऋषि, संस्कृति, आरण्यक, दंडकारण्य, समन्वय
उत्तर
छात्र स्वयं करें।

प्रश्न 5.
निम्नलिखित शब्दों की वर्तनी शुद्ध कीजिए
सेष्ठ, परिकरमा, इस्त्रियाँ, रचइता, परिस्कार, प्रदूसित
उत्तर
श्रेष्ठ, परिक्रमा, स्त्रियाँ, रचयिता, परिष्कार, प्रदूषित।

प्रश्न 6.
निम्नलिखित शब्दों का वाक्यों में प्रयोग करेंबंजर, मोहक, सृजन, प्रधान, हदय
उत्तर
बंजर-कई सालों से वर्षा नहीं होने के कारण भूमि बंजर हो गई है।
मोहक-प्रकृति के एक मोहक तस्वीर मैंने खींची है।
सृजन-हमें नए-नए विचारों का सृजन करना चाहिए।।
प्रधान-इस गाँव का प्रधान ईमानदार व्यक्ति है।
हृदय-मैं सच्चे हृदय से आपका आभारी हूँ।

प्रश्न 7.
निम्नलिखित शब्दों के समानार्थी शब्द बताइए
गिरि, परिधान, गंगा, तट, भूमि, नदी
उत्तर
पर्वत, वस्त्र, देवनदी, किनारा, धरती, सरिता

प्रश्न 8.
नीचे लिखे शब्दों के अंत में ‘ई’ मात्रा लगाकर शब्द बनाइए
उत्तर
सन्यास – सन्यासी
साहस – साहसी
पश्चिम – पश्चिमी
नागर – नागरी
निवास – निवासी
पहाड़ – पहाड़ी

प्रश्न 9.
दिए गए वाक्यों में से विकारी एवं अविकारी शब्द छाँटिए
1. हमें प्रतिदिन परिश्रम करना चाहिए।
2. छात्र भलीभाँति काम नहीं कर सकता।
3. आह! कैसा सुंदर दृश्य है।
4. मयंक को साथियों के साथ मिलकर रहना चाहिए।
5. सूर्यकांत बीमार पड़ गया; इसलिए स्कूल नहीं गया।
उत्तर
विकारी – अविकारी
1. प्रतिदिन – परिश्रम
2. छात्र – भलीभाँति
3. सुंदर – आह!
4. साथियों – के साथ
5. बीमार – इसलिए

लोक संस्कृति और नर्मदा प्रसंग सहित व्याख्या

1. नर्मदा की महत्ता उसकी प्ररिक्रमा से ही सिद्ध हो जाती है। हमारे पुराणों में गंगा, यमुना, गोदावरी, सरस्वती आदि नदियों का चाहे जितना महात्म्य बताया गया हो; कोई भक्त इन नदियों की परिक्रमा नहीं करता। घर की तमाम सुख सुविधा छोड़कर एक ही नदी की सवा तीन वर्ष में परिक्रमा पूरी करना-इस व्रत में एक प्रकार की वीरता है। यह गरीबों के साथ एकरूप होने की भावना है। प्रकृति के सान्निध्य में रहने की ललक है और है अंतर्मुख होकर प्रभु से लौ लगाने की आकांक्षा।

शब्दार्थ-महात्म्य = महत्ता। तमामसारी। सान्निध्य = नजदीक ललक=इच्छा। अंतर्मुख = भीतर की ओर। आकांक्षा=इच्छा।

प्रसंग-प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी पाठ्य पुस्तक सुगम भारती-6 में संकलित पाठ ‘लोक संस्कृति और नर्मदा से ली गई है। इसके लेखक हैं-अमृतलाल वेगड़। इसमें नर्मदा नदी की महत्ता का व्याख्यान किया गया है।

व्याख्या-नर्मदा एक अद्भुत नदी है। भक्तगण इसे सबसे पवित्र नदी मानते हैं। शायद इसीलिए वे इसकी परिक्रमा करते हैं। गंगा, यमुना, गोदावरी, सरस्वती आदि नदियाँ भी पवित्र मानी जाती हैं, और पुराणों में इनकी महिमा का भी काफी उल्लेख मिलता है किंतु कोई भक्त इन नदियों की परिक्रमा नहीं करता। केवल नर्मदा ही है। जिसकी परिक्रमा करने में उनकी आस्था है।

ऐसे भक्तगण भी हैं जो घर की सुख-सुविधा को तिलांजलि देकर नर्मदा की परिक्रमा सवा तीन वर्ष में पूरी कर लेते हैं। निस्संदेह यह बहुत मुश्किल काम है। लेकिन भक्तगणों की श्रद्धा के आगे कुछ भी मुश्किल नहीं है।

विशेष-नर्मदा नदी का महात्म्य स्पष्ट किया गया है। इसकी परिक्रमा करना भक्तगणों का मुख्य उद्देश्य होता है।

2. लोक संस्कृति को दूसरी विशेषता है उसकी सादगी, उसकी सरलता। सरल को जटिल बना देना आमबात है, पर जटिल को सरल बनाना बहुत कठिन है। लोक कला में कहीं कोई आडंबर नहीं होता। कोई बनाव-सिंगार नहीं होता। सहज हृदय से सहज रूप में प्रवाहित कला बड़ी बलवती और बड़ी तेजस्वी होती है। हमें प्रभावित करने की उसमें आधार शक्ति होती है।

शब्दार्थ-जटिल = कठिन, उलझा हुआ। आडंबर = दिखावा । तेजस्वी = प्रतिभाशाली। अपार = बहुत अधिक।

प्रसंग-पूर्ववत्

व्याख्या-लोक संस्कृति में सादगी और सरलता होती है। इसमें जटिलता भी नहीं है। लोककला में दिखावा लेशमात्र नहीं है और न ही कोई बनाव-सिंगार । लोक-कला सहज रूप से उत्पन्न इसकी शक्ति है। यह अपना प्रभाव स्वतः सहज रूप से बना लेती है।

विशेष-हमें लोक-कला की सहजता पर गर्व होना चाहिए तथा इसे प्रदूषित होने से बचाना चाहिए। यदि इस पर आडम्बर का लेस मात्र की प्रभाव आ जाता है तो इसकी महत्ता समाप्त हो जाएगी।

MP Board Class 6th Hindi Solutions