MP Board Class 10th Hindi Vasanti Solutions Chapter 17 गोश्रीनगर से श्रीनगर

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MP Board Class 10th Hindi Vasanti Solutions Chapter 17 गोश्रीनगर से श्रीनगर (डॉ. एन.ई. विश्वनाथ अय्यर)

गोश्रीनगर से श्रीनगर पाठ्य-पुस्तक के प्रश्नोत्तर

गोश्रीनगर से श्रीनगर लघु-उत्तरीय प्रश्नोत्तर

Class 10th Hindi Mp Board Solution प्रश्न 1.
भारत के उत्तरी और दक्षिणी छोरों के नाम लिखिए।
उत्तर-भारत के उत्तरी और दक्षिणी छोर हैं-कन्याकुमारी और हिमालय।

10th Hindi Lesson Kashmiri Seb In Hindi प्रश्न 2.
कश्मीर प्रत्येक भारतीय को क्यों लुभाता है? ।
उत्तर
‘अगर कही स्वर्ग है तो वह यहीं है। इसलिए कश्मीर प्रत्येक भारतीय को लुभाता है।

Mp Board Solution Class 10 Hindi प्रश्न 3.
कन्याकुमारी और गोश्रीनगर (कोचीन) भारत के किन राज्यों में स्थित है?
उत्तर
कन्याकुमारी और गोश्रीनगर (कोचीन) तमिलनाडु और केरल राज्यों में है।

10th Hindi Kashmiri Seb Question Answer प्रश्न 4.
श्रीनगर के सबसे ऊँचे स्थान का नाम बताइए।
उत्तर
श्रीनगर के सबसे ऊँचे स्थान का नाम-शंकराचार्य पहाड़ी।

Hindi Class 10 Mp Board Solution प्रश्न 5.
कांगड़ी का उपयोग कश्मीरी क्यों करते हैं?
उत्तर
कांगड़ी का उपयोग कश्मीरी ठण्ड से बचने के लिए करते हैं।

 गोश्रीनगर से श्रीनगर दीर्घ-उत्तरीय प्रश्नोत्तर

Hindi Mp Board Class 10 प्रश्न 1.
कश्मीर के बारे में पौराणिक और ऐतिहासिक कौन-सी बातें कही गई हैं।
उत्तर
कश्मीर के बारे में पौराणिक बातें महाभारत काल की हैं। इतिहासकाल में अशोक ने कश्मीर में अनेक बौद्ध-विहार व स्तूप बनवाए।

Class 10 Hindi Chapter 17 प्रश्न 2.
‘कश्मीरी जंगल में मंगल करते है।’ उक्त पंक्ति को समझाइए।
उत्तर
‘कश्मीरी जंगल में मंगल करते हैं।’ अर्थात् कश्मीरी किसी प्रकार की कठिनाई की परवाह न करते हुए प्रकृति का जी भरकर आनन्द लेते हैं।

Chapter 17 Hindi Class 10 Mp Board प्रश्न 3.
लेखक ने डल झील को कश्मीर की शान क्यों कहा है?
उत्तर
लेखक ने डल झील को कश्मीर का शान कहा है, क्योंकि वह अनेक प्रकार के आनंद का मुख्य केंद्र है।

Class 10 Hindi Mp Board Solution प्रश्न 4.
‘पृथ्वी पर अगर कहीं स्वर्ग है, तो वह यहीं है’ इस कथन का भाव स्पष्ट करिए।
उत्तर
‘पृथ्वी पर अगर कहीं स्वर्ग है तो वह यहीं है’ इस कथन का भाव यह है कि कश्मीर की सुंदरता संसार में सबसे अधिक है। उसके सुख और आनंद के सामने और कहीं सभी सुख-आनंद फीके जान पड़ते हैं। वह तो स्वर्ग के समान ही है।

Mp Board Solution Class 10th Hindi प्रश्न 5.
‘कश्मीर की मिट्टी में ही प्यार-मुहब्बत की महक है।’ इस कवन को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर
‘कश्मीर की मिट्टी में ही प्यार-मुहब्बत की महक है।’ उपर्युक्त कथन के द्वारा लेखक ने यह कहना चाहा है कि कश्मीरवासियों में अपनापन है। एकता है, भाईचारा है, प्यार-दुलार है। एक-दूसरे के सुख-दुख समझने की भावना है। सहानुभूति और सद्भाव है।

गोश्रीनगर से श्रीनगर भाषा-अनुशीलन

Class 10th Mp Board Solution Hindi प्रश्न 1.
संधि-विच्छेद कर संधि का नाम लिखिए
हिमालय, दुर्गम, जगतगुरु, प्रामाणिक।
उत्तर
Mp Board Solution Hindi Class 10th

Mp Board Solution Hindi Class 10th प्रश्न 2.
निम्नलिखित शब्दों के विलोम शब्द लिखिए
विशाल, संतुष्ट, कठोर, दुर्गम, प्रत्यक्ष।
उत्तर
शब्द – विलोम शब्द
विशाल – लघु
संतुष्ट – असंतुष्ट
कठोर – कोमल
दुर्गम – सुगम
प्रत्यक्ष – अप्रत्यक्ष।

प्रश्न 3.
निम्नलिखित शब्दों के पर्यायवाची शब्द लिखिए
भूमि, पहाड़, अभिलाषा, प्रेम, कृषक।
उत्तर
भूमि – जमीन, धरती
पहाड़ – पर्वत, भूधर
अभिलाषा – इच्छा, चाह
प्रेम – स्नेह, प्यार
कृषक – किसान, खेतिहर।

प्रश्न 4.
निम्नलिखित वाक्यांशों के लिए एक शब्द लिखिए
जहाँ पहुँचना कठिन हो, जिसकी आवश्यकता न हो, जनमानस में प्रचलित घटना या कवा, पर्यटन करने वाला।
उत्तर
वाक्यांश – एक शब्द
जहाँ पहुँचना कठिन हो| – दुर्गम
जिसकी आवश्यकता न हो – अनावश्यक
जनमानस में प्रचलित घटना या कथा – जनश्रुति
पर्यटन करने वाला – पर्यटक।

प्रश्न 5.
वाक्यों में प्रयोग कीजिए
जंगल में मंगल, ईद का चाँद होना, दिल लुभाना, चेहरा खिलना।
उत्तर
वाक्यांश – वाक्य-प्रयोग
जंगल में मंगल – कश्मीरी जंगल में मंगल मनाते हैं।
ईद का चाँद होना – विदेश मित्र तो ईद का चाँद होते हैं।
दिल लुभाना – उसने अपनी योग्यता से सबके दिल को लुभा लिया।
चेहरा खिलना – लाटरी निकलने पर भिखारी का चेहरा खिल उठा।

गोश्रीनगर से श्रीनगर  योग्यता-विस्तार

प्रश्न 1. प्रदेश के प्रर्यटन स्थलों के चित्रों का संकलन कीजिए।
प्रश्न 2. किसी भी पर्वतीय पर्यटन स्थल पर जाते समय आप क्या-क्या तैयारी करेंगे? बताइए।
प्रश्न 3. क्या आप कभी पर्यटन के लिए गए हैं। यदि हाँ तो उसके संबंध में स्मृति के आधार पर अपने विचारों को क्रमबद्ध कीजिए।
उत्तर
उपर्युक्त प्रश्नों को छात्र/छात्रा अपने अध्यापक/अध्यापिका की सहायता से हल करें।

 गोश्रीनगर से श्रीनगर परीक्षोपयोगी अतिरिक्त प्रश्नोत्तर

अर्थग्रहण संबंधी प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
‘गोश्रीनगर से श्रीनगर’ यात्रा-वृत्तांत का प्रतिपाय स्पष्ट कीजिए।
उत्तर
‘गोश्रीनगर से श्रीनगर’ यात्रा-वृत्तांत डॉ. एन.ई. विश्वनाथ अय्यर लिखित एक रोचक और ज्ञानवर्द्धक यात्रा-वृत्तांत है। इस यात्रा-वृत्तांत में लेखक ने भारत के एक विशाल छोर गोश्रीनगर (कोचीन) से श्रीनगर तक की मनोहारी तथा रोमांचक यात्रा का वर्णन किया है। यात्रा के दौरान हिमालय का पर्वतीय सौंदर्य, छोटे-बडे. हरे मैदान, डल झील के शिकारे तथा प्राकृतिक मनोहारी दृश्य पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। इस अवर्णनीय, अद्वितीय और अद्भुत आनंद का स्वयं अनुभव करके ही जाना जा सकता है। अपने साथ के यात्रियों के आत्मीय व्यवहार का सहज-स्वाभाविक वर्णन प्रस्तुत यात्रा-वृत्तांत को और अधिक प्रभावशाली बनाता है।

प्रश्न 2.
कोचीन से श्रीनगर लेखक कैसे पहुँचा?
उत्तर
कोचीन से श्रीनगर लेखक रेल और बस के द्वारा पहुँचा। पहले वह कोचीन से रेल द्वारा अनेक प्रदेशों से गुजरता हुआ जम्मू पहुँचा। इसके बाद वह वहाँ से बस के द्वारा श्रीनगर पहुँचा।

प्रश्न 3.
श्री शंकराचार्य पहाड़ी की क्या विशेषताएँ हैं?
उत्तर
श्री शंकराचार्य पहाड़ी श्रीनगर का सबसे ऊँचा स्थान है। यह मठ बहुत पराना है और जनश्रुति के अनुसार, यहाँ का मंदिर पाण्डव वंश के राजाओं का बनाया हुआ है। यहाँ शिवजी और शंकराचार्य की मूर्तियाँ हैं और मंदिर तक पहुँचने के लिए सीढ़ियाँ चढ़नी पड़ती हैं। पहले सड़क से पैदल ही मंदिर तक पहुँच सकते थे। अब मोटर से भी जाया जा सकता है। इस ऊँचे पहाड़ पर खड़े होकर श्रीनगर का काफी बड़ा हिस्सा दिखाई देता है।

प्रश्न 4.
निम्नलिखित कथनों के लिए दिए गए विकल्पों में से सही विकल्प का चयन कीजिए।
1. विशाल भारत के छोर हैं
1. दो
2. चार
3. पाँच
4. तीन
उत्तर
1. दो

2. कोचीन है
1. मद्रास में
2. आंध्र-प्रदेश में
3. केरल में
4. कश्मीर में।
उत्तर
3. केरल में

3. कश्मीर की राजधानी है
1. जम्मू
2. जम्मू तवी
3. कोचीन
4. श्रीनगर।
उत्तर
4. श्रीनगर।

4. पृथ्वी पर कहीं स्वर्ग है तो वह है
1. कोचीन में
2. कश्मीर में
3. मैसूर में
4. जम्मू में।
उत्तर
2. कश्मीर में

5. घाटी में पहले थी
1. नदी
2. झील
3. खाईं
4. हरियाली।
उत्तर
(2) झील।

प्रश्न 5.
रिक्त स्थानों की पूर्ति दिए गए विकल्पों में से उचित शब्दों के चयन से कीजिए।
1. कन्याकुमारी की सागर-तरंगें अपने मंद हास से हमें ………….. करती हैं। (भ्रमित, चकित)
2. पृथ्वी पर अगर कहीं स्वर्ग है, तो वह ………….. है। (वहीं. यहीं)
3. महाभारत काल से ही कश्मीर-शासकों की …………… मिलती हैं। (गाथाएँ, कथाएँ)
4. प्रभाती पवन में …………… भरी शीतलता थी। (घुटनभरी, चुभनभरी)
5. डल झील …………….. का मुख्य केन्द्र है। (जम्मू, कश्मीर)
उत्तर
1. चकित
2. वहीं
3. गाथाएँ
4. चुभन भरी
5. कश्मीर।

प्रश्न 6.
सही जोड़ी मिलाकर लिखिए।
सबद – दिवाकर वर्मा
कालिदास की समालोचना – उषा वर्मा
वैदेही बनवास – कबीरदास
तुम्हारी विरासत – महावीर प्रसाद द्विवेदी
आस्था के स्वर – हरिऔध।
उत्तर
सबद- कबीरदास
कालिदास की समालोचना – महावीर प्रसाद द्विवेदी
वैदेही वनवास – हरिऔध
तुम्हारी विरासत – उषा वर्मा
आस्था के स्वर – दिवाकर वर्मा।

प्रश्न 7.
निम्नलिखित वाक्य सत्य हैं या असत्य? वाक्य के आगे लिखिए।
1. सम्राट ललितादित्य, साहित्यकार और कला-प्रेमी थे।
2. कोट्टायम से तक्कड़ी का रास्ता पहाडी नहीं है।
3. लेखक जलपान-विश्राम से पहले कुछ देर चहलकदमी करता रहा।
4. कांजीगुंड से श्रीनगर की समतल नहीं थी।
5. कश्मीर में कई बोलियाँ हैं।
उत्तर
1. सत्य
2. असत्य
3. सत्य
4. असत्य
5. सत्य।

प्रश्न 8.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक शब्द में दीजिए
1. घाटी में पहले कौन-सी झील थी? ।
2. कश्मीर में अनेक बौद्ध विहार और स्तूप किसने बनवाए थे? … 3. लेखक बनिहाल रेस्ट हाउस के सामने शाम को कब पहुँचा?
4. कांजीगुंड से श्रीनगर कितने घण्टे में पहुँचा?
5. नए शिकारे का मल्लाह कौन था?
उत्तर
1. सतीसर
2. सम्राट अशोक ने
3. साढ़े चार बजे
4. दो
5. युसूफ

 गोश्रीनगर से श्रीनगर लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
लेखक कहाँ से कहाँ के लिए रवाना हो गया?
उत्तर
लेखक गोश्रीनगर (कोचीन) से श्रीनगर के लिए रवाना हो गया।

प्रश्न 2.
किसी ने यहाँ तक क्या कहा है?
उत्तर
किसी ने यहाँ तक कहा है कि पृथ्वी पर अगर कहीं स्वर्ग है, तो वह यहीं है।

प्रश्न 3.
कश्मीर की प्रकृति ने प्रदान किए हैं?
उत्तर
कश्मीर की प्रकृति ने जिस प्रकार मिठास और मोहक रंग सेब और केसर में भर दिए हैं, उसी प्रकार की मिठास और रंग यहाँ के किशोर और किशोरियों को दिल खोलकर प्रदान किए हैं।

गोश्रीनगर से श्रीनगर लेखक-परिचय

जीवन-परिचय-आधुनिक हिन्दी रचनाकारों में विशेष रूप से दक्षिण भारतीय हिन्दी साहित्यकारों में डॉ. एन. ई. विश्वनाथ अय्यर का अधिक सम्मानजनक स्थान है। आप अपनी आरंभिक और उच्चस्तरीय शिक्षा समाप्त करके अध्यापन करने लगे। इस सिलसिले में आप केरल विश्वविद्यालय के विभिन्न महाविद्यालयों में अध्यापन के बाद केरल विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग में प्राध्यापक और विभागाध्यक्ष रहे। आप कोचीन विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग के प्रथम आचार्य और विभागाध्यक्ष के साथ-साथ भाषा संकाय के डीन भी रहे।

रचनाएँ-डॉ. एन. ई. विश्वनाथ अय्यर की निम्नलिखित रचनाएँ हैंललित निबंध-‘उठता चाँद’, ‘डूबता सूरज’, ‘फूल और काँटे’। आलोचना-‘आधुनिक हिन्दी काव्य’, ‘मलयालम काव्य’

भाषा-शैली-डॉ. एन.ई. विश्वनाथ अय्यर का साहित्य विविध भाषा-शैली का है। इसलिए उसमें अंग्रेजी, मलयालम, तमिल और हिन्दी के शब्दों से भरपूर है।

आपकी शैली वर्णनात्मक-गवेषणात्मक है। कहीं-कहीं वह सरल और सुबोध भी है।

साहित्य में स्थान-डॉ. एन.ई. विश्वनाथ अय्यर का हिन्दी साहित्य में सुपरिचत स्थान है। दक्षिण भारत के हिन्दी रचनाकारों में विशेष रूप आप उल्लेखनीय हैं। दक्षिण के ‘अनेक विश्व-विद्यालयों से संबंद्ध रहते हुए आपने कई राज्य स्तर एवं राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार प्राप्त किए हैं।

 गोश्रीनगर से श्रीनगर  यात्रा वृत्तान्त का सारांश

इस यात्रा वृत्तान्त में लेखक ने गो श्रीनगर (कोचीन) से भी श्रीनगर तक की रोमांचक यात्रा का वर्णन किया है। लेखक के अनुसार-विशाल भारत के दो छोर-कन्याकुमारी और हिमालय हैं। यात्रा-साहित्य में इन दोनों के प्रति जिज्ञासा होती है। कश्मीर सबको लुभाता है। कहा भी गया है कि पृथ्वी पर अगर कहीं स्वर्ग है तो वह यहाँ है। लेखक कोचीन से श्रीनगर रेल द्वारा अनेक प्रदेशों से गुजरता हुआ पहुँचा। वह जम्मू के पर्वतीय नगर से श्री नगर बस द्वारा पहुँच गया। रास्ते में उसने देखा कि किस तरह लोग कठोर प्रकृति से संघर्ष, समझौता और प्रेम करके दुर्गम ऊँचे पर्वतीय प्रदेश में भी कृषि करके जीवन बिताते हैं। इंजीनियरों की अद्भुत प्रतिमा, अदम्य साहस और शक्ति से इस दुर्गम पर्वत को सुगम बना दिया था। लेखक इससे दो घण्टे में अपने साथियों के साथ बस द्वारा श्रीनगर पहुँच गया। यहाँ का सारा वातावरण उसे मोहने लगा था। उसने देखा कि श्री शंकराचार्य पहाड़ी श्रीनगर का सबसे ऊँचा स्थान है। यह मठ बहुत
पुराना है। यहाँ शिव जी और शंकराचार्य दोनों की मर्तियाँ हैं। श्रीनगर के डल झील. तैरते बाग और उनके चारों ओर की पहाड़ियों के निराले दृश्य बड़े ही मनोहारी हैं। नए शिकारे का मल्लाह किशोर था, जिसके हाथ बड़ी फुरती से चप्पू पर चल रहे थे। लेखक के साथी भी उसका साथ दे रहे थे। उस मल्लाह के गले से मौज में सुरीली आवाज आ रही थी। ठेठ कश्मीरी लोकगीत और ठेठ देहाती कण्ठ। दो-चार पंक्तियों को बार-बार दुहरा रहा था-कश्मीर की मिट्टी में ही प्यार-मुहब्बत की महक है।

 गोश्रीनगर से श्रीनगर संदर्भ-प्रसंग सहित व्याख्या

(1) छोटी-छोटी जरूरी चीजें सारे देश को कैसे एकतामय कर देती हैं। खोजने पर केरल का बना साबुन भी शायद मिल जाता। बस अब तेज चाल से जवाहर-सुरंग की ओर बढ़ी। इस पथ को पार करते हुए पुलकित हुए बिना नहीं रह सकते। इंजीनियरों की अद्भुत प्रतिभा, अदम्य साहस और कार्य-शक्ति ने इस दुर्गम पर्वत में विशाल सुरंग-पच बनाकर कश्मीर और शेष भारत का पथ पूरे वर्ष भर चलने लायक बना दिया। प्रकाश-धारा बहाती, सीटी बजाती, बस सुरंग पथ से आगे बढ़ रही थी। रोमांचकारी दृश्य था। मानव शक्ति से यंत्र शक्ति की श्रेष्ठता को मानते हुए हम आगे बढ़ रहे थे।

शब्दार्व-पव-रास्ता। पुलकित-प्रसन्न। दुर्गम-कठिन। लायक-योग्य।

संदर्भ-प्रस्तुत गद्यांश हमारी पाठ्य-पुस्तक ‘हिंदी सामान्य’ 10वीं में संकलित लेखक डॉ. एन.ई. विश्वनाथ अय्यर लिखित यात्रा-वृत्तान्त ‘गोश्रीनगर से श्रीनगर’ से है।

प्रसंग-प्रस्तुत गद्यांश में लेखक ने कश्मीर के लिए की गई अपनी यात्रा के अनुभव का उल्लेख करते हुए कहा है कि

व्याख्या-न केवल बड़ी-बड़ी चीजें ही अपितु छोटी-सी-छोटी जरूरत की चीजें भी पूरे देश की एकता को कायम रखने में सहायक होती हैं। श्रीनगर में इस दृष्टि से केरल में बना हुआ साबुन ढूँढ़ने पर जरूर मिल जाता। बस की रफ्तार बढ़ी और जवाहर-सुरंग को पार कर गई। इससे उसे अपने साथियों के साथ अधिक आनंद आया। उसने यह अनुभव किया इस दुर्गम पथ को सुगम बनाने में इंजीनियरों की अदभत प्रतिभा, अदम्य साहस और महान कार्य-शक्ति निश्चय ही सराहनीय है। उसका ही यह सुफल है कि कश्मीर भारत के दूसरे भाग से हमेशा के लिए जड़े रहने योग्य बन गया है। बस सरंग पथ से प्रकाशधारा बहाती हुई और सीटी बजाती हुई आगे बढ़ रही थी। उस समय का दृश्य रोमांचकारी हो चला था। उस समय वह अपने साथियों के साथ मानव-शक्ति में यंत्र-शक्ति को श्रेष्ठता की स्वीकारते हुए बस से आगे बढ़ते जा रहा था।

विशेष-

  1. कश्मीर के दुर्गम स्थानों का उल्लेख है।
  2. यह अंश ज्ञानवर्द्धक है।

अर्थग्रहण संबंधी प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
कौन-सी चीजें क्या कर देती हैं? उत्तर-छोटी-छोटी जरूरत की चीजें देश को एकतामय कर देती हैं।

प्रश्न 2.
क्यों रोमांचकारी दृश्य था?
उत्तर
रोमांचकारी दृश्य इसलिए था कि दुर्गम पर्वतीय प्रदेश को सुगम बनाने का अद्भुत और बेजोड़ कार्य इंजीनियरों द्वारा किया गया था। दूसरी बात यह कि बस प्रकाश-धारा बहाती और सीटी बजाती हुई सुरंग पथ से आगे बढ़ रही थी।

विषय-वस्तु पर आधारित प्रश्नोत्तर

प्रश्न
उपर्युक्त गयांश का आशय स्पष्ट कीजिए।
उत्तर
उपर्युक्त गद्यांश के द्वारा लेखक ने आज के यांत्रिक युग का महत्वांकन करना चाहा है। इस संदर्भ में लेखक ने यह सुस्पष्ट करने का प्रयास किया है कि मानव-शक्ति से यांत्रिक शक्ति बहुत ही अधिक है। फिर मानवी-शक्ति के बिना यांत्रिक शक्ति का कोई उपयोग नहीं हो सकता है।

MP Board Class 10th Hindi Vasanti Solutions Chapter 3 मीरा के पद

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MP Board Class 10th Hindi Vasanti Solutions Chapter 3 मीरा के पद (मीराबाई)

मीरा के पद पाठ्य-पुस्तक के प्रश्नोत्तर

मीरा के पद लघु-उत्तरीय प्रश्नोत्तर

मीरा के पद कक्षा 10 Solutions MP Board प्रश्न 1.
‘फागुन के चार दिन’ से क्या आशय है?
उत्तर-
‘फागुन के चार दिन’ से आशय बहुत कम रह जाने से है।

Class 10 Hindi Chapter 3 Mp Board प्रश्न 2.
होली में अंबर कैसा हो गया है?
उत्तर-
होली में अंबर उड़ते हुए गुलाल से लाल हो गया है।

मीरा के पद Question Answer MP Board  प्रश्न 3.
मीरा के प्रभु कौन हैं?
उत्तर-
मीरा के प्रभु गिरिधरनागर श्रीकृष्ण हैं।

वासंती हिंदी सामान्य कक्षा 10 Chapter 3 MP Board प्रश्न 4.
मीरा को अमोलक धन किसकी कृपा से मिला है?
उत्तर-
मीरा को अमोलक धन उसके सद्गुरु की कृपा से मिला है।

मीरा के पद दीर्घ-उत्तरीय प्रश्नोत्तर

Mp Board Class 10th Hindi Chapter 3  प्रश्न 1.
होली के आनंद में संगीत के साज कैसे बजते हैं?
उत्तर-
होली के आनंद में संगीत के साज करताल के ही समान बजते हैं। वे बिना सुर के ही बजते हैं। इस प्रकार अनहद की झंकार होने लगती है।

मीरा के पद कक्षा 10 Pdf MP Board प्रश्न 2.
मीरा ने ‘राम रतनधन’ को अमोलक क्यों कहा है?
उत्तर-
मीरा ने ‘राम रतनधन को अमोलक कहा है। यह इसलिए कि इससे सभी प्रकार के सांसारिक बंधन समाप्त हो गए हैं। दूसरी बात यह है कि इसे न तो चोर चुरा सकता है और न यह खर्च करने पर घटती है। यह तो खर्च करने पर बढ़ता ही जाता है।

मीरा पाठ के प्रश्न उत्तर MP Board प्रश्न 3.
‘सत की नाव खेवटिया सद्गुरु’ इस पंक्ति का भाव स्पष्ट कीजिए।
उत्तर-
‘सत की नाव खेवटिया सद्गुरु’ पंक्ति के द्वारा कवियित्री मीराबाई ने यह भाव व्यक्त करना चाहा है कि सद्गुरु की कृपा ईश्वर के समान अद्वितीय होती है। वह सर्वसमर्थ और दया का सागर होता है।

मीरा के पद भाषा-अनुशीलन

Mp Board Class 10 Hindi Book Solution प्रश्न 1.
निम्नलिखित शब्दों के तत्सम रूप लिखिए
फागुन, होरी, संतोख, किरपा, हरखि, जस
उत्तर-
शब्द

मीरा के पद अर्थ सहित Class 10 MP Board प्रश्न 2.
पर्यायवाची शब्द लिखिए
अंबर, जग, सागर, कमल।
उत्तर-

Vasanti Hindi Book Class 10 Solutions Mp Board प्रश्न 3.
विलोम शब्द लिखिए
यश, आकाश, सुर, दिन,
उत्तर-

मीरा के पद योग्यता विस्तार

Class 10 Hindi Book Vasanti MP Board प्रश्न 1.
मीराबाई के अन्य पदों को खोजकर उनका कक्षा में सस्वर वाचन कीजिए।
प्रश्न 2. मीराबाई के जीवन से जुड़ी घटनाओं को खोजकर अपनी पुस्तिका में लिखिए।
प्रश्न 3. शिक्षक की सहायता से छत्तीस रागों में से कुछ प्रमुख रागों की सूची बनाइये।
उत्तर-
उपर्युक्त प्रश्नों को छात्र/छात्रा अपने अध्यापक/अध्यापिका की सहायता से हल करें।

मीरा के पद परीक्षोपयोगी अतिरिक्त प्रश्नोत्तर

मीरा के पद अर्थग्रहण संबंधी प्रश्नोत्तर

Class 10th Mp Board Hindi Solution MP Board प्रश्न (क)
अब मन से होली खेल लेना चाहिए। ऐसा कवियित्री ने क्यों कहा है?
उत्तर-
अब मन से होली खेल लेना चाहिए। ऐसा कवियित्री ने इसलिए कहा है कि शायद ऐसा अवसर फिर नहीं मिलेगा।

Class 10th Hindi Meera Ke Pad Question Answer MP Board प्रश्न (ख)
कवियित्री की लोक-लज्जा कब दूर हो गई?
उत्तर-
कवियित्री की लोक-लज्जा तब दूर हुई, जब उसने आनंदमय रस में भीग कर अपने हृदय रूपी घड़े के पट को खोल दिया।

प्रश्न (ग)
1. कवियित्री का प्रियतम कौन है?
उत्तर-
कवियित्री का प्रियतम निर्गुण ब्रह्म श्रीकृष्ण हैं।

2. रिक्त स्थानों की पूर्ति दिए गए विकल्पों में से उचित शब्द के चयन से कीजिए।

1. फागुन के दिन …………… हैं। (दो, चार)
2. होली खेलत समय बिना करताल के ………………. बज रहे हैं। (ढोल, पखावज)
3. सारा आकाश लाल हो गया है …………… से। (रंग, गुलाल)
4. कवियित्री को अमोलक उसके …………… ने उसे दी। (गुरु, प्रियतम)
5. कवियित्री के स्वामी …………. हैं। (राम, गिरिधरनागर)
उत्तर-
1. चार,
2. पखावज,
3. गुलाल,
4. गुरु,
5. गिरिधरनागर

प्रश्न 3.
दिए गए कथनों के लिए सही विकल्प चुनकर लिखिए।
1. अब आ गए हैं
(क) जाड़े के दिन,
(ख) बहार के दिन,
(ग) फागुन के दिन
(घ) छुट्टी के दिन।
उत्तर-
(ग) फागुन के दिन

2. राग बज रहे हैं
(क) पखावज,
(ख) अनहद,
(ग) झनकार
(घ) छत्तीस।
उत्तर-
(घ) छत्तीस।

3. होली के रंग में रंग गए हैं’
(क) शरीर के रोंगटे,
(ख) गुलाल,
(ग) केशर,
(घ) घर-द्वार।
उत्तर-
(क) शरीर के रोंगटे,

4. राम रूपी रत्न है
(क) मूल्यवान,
(ख) बहुमूल्य,
(ग) अमूल्य,
(घ) असाधारण।
उत्तर-
(ग) अमूल्य,

5. सत्यरूपी नाव के नाविक हैं
(क) भक्त,
(ख) ईश्वर,
(ग) सज्जन,
(घ) सद्गुरु।
उत्तर-
(घ) सद्गुरु।

प्रश्न 4.
सही जोड़ी का मिलान कीजिए।

प्रश्न 5.
निम्नलिखित कथन सत्य हैं अथवा असत्य? वाक्य के आगे लिखिए
1. मीराबाई रीतिकाल की हैं।
2. मीरा श्रीकृष्ण की उपासिका थीं।
3. श्रीकृष्ण को गिरिधरनागर कहा जाता है।
4. सद्गुरु ईश्वर से छोटा है।
5. मीरा ने लोकलाज का परित्याग नहीं किया था।
उत्तर-
1. असत्य,
2. सत्य,
3. सत्य,
4. असत्य,
5. असत्य।

प्रश्न 6.
एक शब्द में उत्तर दीजिए।
1. होली कैसे खेलनी चाहिए?
2. आकाश में क्या उड़ रहा है?
3. यूँघट के पट खोल देने पर क्या समाप्त हो गए?
4. सत्य की नाव का नाविक कौन है?
5. गिरिधर नागर कौन है?
उत्तर-
1. मन से,
2. गुलाल,
3. लोकलाज,
4. सद्गुरु,
5. श्रीकृष्ण।

मीरा के पद लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर

प्रश्न (क)
‘फागुन के दिन चार हैं। इसका क्या आशय है?
उत्तर-
‘फागुन के दिन चार है। इसका आशय है-अब बहुत कम दिन रह गए हैं।

प्रश्न (ख)
कवियित्री ने अपनी पिचकारी में क्या भर लिये हैं?
उत्तर-
कवियित्री ने अपनी पिचकारी में शील और संतोष रूपी केशर के घोल भर लिये हैं।

प्रश्न (ग) कवियित्री भवसागर से कैसे पार हो गई?
उत्तर-
सत्य की नाव सद्गुरु के खेवे जाने पर कवियित्री भवसागर से पार हो गई।

मीरा के पद कवयित्री-परिचय

जीवन-परिचय-मीराबाई का भक्तिकाल के काव्यधारा के रचनाकारों में लोकप्रिय स्थान है। उनका जन्म राजस्थान के जोधपुर के कुड़की गाँव में सन् 1503 में हुआ था। उनके माता-पिता का निधन उनके बचपन में ही हो गया। उनका विवाह चित्तौड़ के महाराणा सांगा के ज्येष्ठ पुत्र भोजराज के साथ हुआ था। लेकिन एक साल बाद ही उनके पति का देहांत हो गया। इससे वे संसार से विरक्त हो गईं। फलस्वरूप वे कुल-मर्यादा को छोड़कर भक्त-जीवन को अपनाने लगीं। वे ब्रज की तीर्थ-यात्रा करती हुई वृंदावन में रूप गोस्वामी से मिलकर द्वारिका चली गयीं। वहीं पर उनकी कृष्णोपासना शुरू हुई। फिर वे विरह के पदों की रचना करने लगीं। उनका निधन सत्तर वर्ष की आयु में सन् 1573 के आस-पास हो गया।

रचनाएँ-मीराबाई की रचनाएँ निम्नलिखित हैं

  1. गीत गोविंद का टीका,
  2. नरशी जी की टीका,
  3. फुटकर पद,
  4. राग-सोरठा-संग्रह,
  5. राग-गोविंद,
  6. मीरा की मल्हार,
  7. वर्षा गीत और
  8. मीरा की पदावली।

भाव-पक्ष-मीराबाई की भक्ति-भावना की विविधता है। उनकी भक्ति-भावना दोनों ही प्रकार की है- निर्गुण और सगुण। उनकी निर्गुण भक्ति-भावना निर्गुण संतों की भक्ति-भावना से प्रभावित है। इससे यह स्पष्ट हो जाता है कि मीरा ने स्वयं को अपने निर्गुण आराध्य के प्रति इतना अधिक समर्पित कर दिया है कि स्वयं उनकी कोई इच्छा नहीं रह गई। मीराबाई के भाव-पक्ष की दूसरी विशेषता है उनकी सगुण भक्ति-भावना। इसके लिए उन्होंने भक्ति के नौ सोपानों को भरपूर अपनाया है। भक्ति के नौ सोपान हैं-श्रवण, कीर्तन, स्मरण, पद-सेवा, अर्चन, वंदन, दास्य, सख्य और आत्म-निवेदन।

भक्ति के प्रति मीरा का माधुर्य भाव है। वह अत्यंत सहज, स्वाभाविक और मार्मिक है। इसके लिए वे सभी प्रकार के लोक-लाज को छोड़कर नारी स्वभाव के अनुसार भक्ति-भाव प्रकट करती हैं।

कला-पक्ष-मीराबाई का कला-पक्ष विविध है। उसमें स्वाभाविकता है। उनकी पदावली भारतीय भाषाओं और बोलियों की है। उनमें राजस्थानी, गुजराती, ब्रज आदि प्रमुख हैं। मीराबाई की रस-योजना मुख्य रूप से शृंगार है। शृंगार के दोनों रूपों-संयोग और वियोग को उन्होंने पूरा-पूरा स्थान दिया है। कलापक्षीय विशेषताओं में छंद योजना का भी महत्त्व है। इसके लिए मीराबाई ने दोहा, सवैया आदि छंदों को अपनाया है। अलंकारों के प्रयोग में भी मीराबाई सावधान हैं। अनुप्रास, उपमा, रूपक, उत्प्रेक्षा आदि उनके प्रिय अलंकार हैं।

साहित्य में स्थान-मीराबाई का कृष्ण भक्ति काव्यधारा की कवयित्रियों में सर्वोच्च स्थान है। उनकी वेदना की फड़क अनुपम है। उनका साहित्य भक्तिकालीन रचनाधारा की एक अमूल्य धरोहर है। उनकी वेदना इतनी सजीव है कि यदि उन्हें करुणा या वेदना की सजीव प्रतिमा माना जाए, तो अनुचित नहीं होगा।

मीरा के पद  पदों के सार

मीराबाई विरचित पहला पद ‘फागुन के दिन बलिहार रे’ में सरस भावों का प्रवाह है। ये प्रवाह कवयित्री का अपने प्रियतम श्रीकृष्ण के प्रति है। इसके द्वारा कवयित्री ने अपने प्रिय परमात्मा के मिलन के क्षणों को अत्यधिक प्रसन्नता के भावों के साथ व्यक्त करना चाहा है। इसके लिए उसने फागुन में खेली जाने वाली होली के रूप-दृश्य को चित्रित किया है। इसके माध्यम से कवयित्री ने दर्शाया है कि होली में जिस तरह का राग-रंग मनाया जाता है-वैसा ही राग-रंग भक्त के भीतर अपने इष्ट के प्रति अनहद नाद की झनकार, शील और संतोष की केशर और प्रेम की पिचकारी होती है।

मीराबाई विरचित दूसरे पद ‘पायो जी …… जस गायो’ में कवयित्री ने अपने सद्गुरु के दिए हुए राम-नाम को रतन-धन कहकर उसे अमूल्यवान कहा है। यह तो मानों उसके जन्म-जन्म की पूँजी है। इसे न तो चोर चुरा सकता है और न यह खर्च ही होती है। यह तो खर्च करने पर बढ़ती ही जाती है। दूसरे शब्दों में उसका अपने इष्टदेव श्रीकृष्ण के प्रति है, वह कभी भी समाप्त नहीं होता है। उसका सद्गुरु तो सत की नाव का खेवनहार है। उससे वह संसार रूपी समुद्र से पार हो जाएगी।

मीरा के पद  संदर्भ-प्रसंग सहित व्याख्या

1. फागुन के दिन चार रे, होरी खेल मना रे।
बिनि करताल पखावज बाजै, अणहद की झणकार रे।
बिनि सुर राग छतीतूं गावै, रोम-रोम रंग सार रे।
सील संतोख की केसर घोली, प्रेम प्रीति पिचकार रे।
उड़त गुलाल लाल भयो अंबर, बरसत रंग अपार रे।
घूघट के पट खोल दिये हैं, लोक लाज सब डार रे।
होरी खेरी पीव घर आये, सोई प्यारी प्रिय प्यार रे।
मीराँ के प्रभु गिरधर नागर, चरण कंवल बलिहार रे॥

शब्दार्थ-अणहद अनहद। बिनि बिना। छतीसू छत्तीस। संतोख संतोष। पिचकार=पिचकारी। अंबर आकाश। डार छोड़ दिए। खेरी खेल। पीव=प्रियतम। प्यार प्यारा। कवल-कमल। बलिहार-बलिहारी।

संदर्भ-प्रस्तुत पद हमारी पाठ्य-पुस्तक ‘हिंदी सामान्य’ में संकलित मीराबाई विरचित ‘मीरा के पद’ से है।

प्रसंग-इस पद में मीराबाई ने अपने प्रियतम निर्गुण ब्रह्म के साथ होली खेलने का उल्लेख करते हुए कहा है कि

व्याख्या-अब फाल्गुन के दिन आ गए हैं, ये दिन बहुत नहीं रह गए हैं। अब तो ये चार दिन हैं। इसलिए अब मन से होली खेल लेना चाहिए। अन्यथा फिर अवसर न मिलेगा। भाव यह है कि समय अनुसार ही खुशियों को प्रकट किया जा सकता है। होली खेलते समय बिना करताल के ही पखावज बाजे बजने लगते हैं। अनहद की झनकार होने लगती है। बिना सुर अर्थात् स्वर के छत्तीसों राग बज रहे हैं। शरीर के प्रत्येक रोंगटे इस होली के रंग में रंग गए हैं। शील व संतोष रूपी केशर को घोल करके मैंने प्रेम और प्रीति की पिचकारी में इन्हें भर लिया है। इस प्रकार से होली खेलने से सारा आकाश उड़ते हुए गुलाल से लाल हो गया। इसमें विविध प्रकार के प्रेममय रंगों की वृष्टि होने लगी। हृदयरूपी घड़े के पट को मैंने खोल दिया, क्योंकि इस आनंदमय रस में जब मैं भीग गई तो मुझे किसी प्रकार की लोक-लज्जा नहीं अर्थात् मैंने सभी प्रकार की लोक-लज्जा का परित्याग कर दिया था। इस होली के खेल लेने के बाद मैं अपने प्राण-प्यारे के घर आई, तब हम दोनों प्राणरूप से परस्पर प्रिय-प्रिया के रूप में पहले की तरह आनंदमग्न हो गए। मीराबाई कह रही हैं कि कमलवत् चरणों वाले गिरिधरनागर अपने प्राण-प्यारे श्रीकृष्ण के चरणों पर मैं इस तरह बलि जा रही हूँ।

कहने का भाव यह है कि जीवात्मा परमात्मा से मिलने के लिए जब प्रेमपूर्वक प्राणवत् समर्पित हो जाती है, तब उसे परमात्मा का साक्षात्कार अवश्य होता है। वह उसमें लीन होकर अत्यंत आनंद की अनुभूति करती है। फिर उसे इस संसार में आने की कोई आवश्यकता नहीं है।

विशेष-
1. भाषा-राजस्थानी शब्दों की है।
2. शैली चित्रात्मक है।
3. आध्यात्मिक चिंतनधारा है।

सौंदर्य-बोध पर आधारित प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
उपर्युक्त पद का भाव-सौंदर्य स्पष्ट कीजिए।
उत्तर-
उपर्युक्त पद का भाव-सौंदर्य जीवात्मा का परमात्मा से प्रेमपूर्वक और प्राणवत् समर्पित होने का है। जीवात्मा का परमात्मा से मिलने का फागुनी उल्लास देखते. ही बन पा रहा है। इसके माध्यम से कवयित्री का अपने इष्टदेव श्रीकृष्ण के प्रति सोल्लास समर्पित और अनन्य होने के भाव निश्चय ही सराहनीय और हृदयस्पर्शी है।

प्रश्न 2.
मन से क्यों होली खेल लेना चाहिए?
उत्तर-
मन से होली खेल लेना चाहिए। यह इसलिए कि शायद फिर कभी यह मौका न मिले।

प्रश्न 3.
लोकलाज का परित्याग करने के लिए कवयित्री ने क्या किया?
उत्तर-
लोकलाज का परित्याग करने के लिए कवयित्री ने अपने हृदयरूपी घड़े के पट को खोल दिया।

शिल्प-सौंदर्य

प्रश्न 1.
उपर्युक्त पद के शिल्प-सौंदर्य को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर-
उपर्युक्त पद का शिल्प-सौंदर्य मिश्रित शब्दों से परिपुष्ट है। संयोग शृंगार से भरा हुआ यह पद चित्रमयी शैली से अधिक रोचक बन गया है। अनुप्रास, पुनरुक्ति प्रकाश, स्वभावोक्ति, रूपक आदि अलंकारों से अलंकृत होने के कारण इस पद का प्रभाव बहुत बड़ा है। बिंब और प्रतीक यथास्थान हैं, जो भावों के अनुसार हैं। इस पद की छंद योजना सरल और सहज रूप में होने से अधिक बोधपूर्ण है।।

प्रश्न 2.
‘उड़त गुलाल, लाल भयो अंबर, बरसत रंग अपार रे। उपर्युक्त पंक्तियों के आधार पर बताइए कि कवयित्री ने किसका चित्रण किया है?
उत्तर-
‘उड़त गुलाल, लाल भयो अंबर, बरसत रंग अपार रे।’
उपर्युक्त पंक्तियों के आधार पर कवयित्री ने होली खेलने के वातावरण का चित्रण किया है।

प्रश्न 3.
होरी खेरी पीव घर आवे, सोई प्यारी प्रिय प्यार रे।
मीरा के प्रभु गिरधर नागर, चरण कँवल बलिहार रे॥
उपर्युक्त पंक्तियों में अलंकारों को लिखिए।
उत्तर-

  1. होरी खेरी, प्यारी प्रिय प्यार, गिरधर नागर-अनुप्रास अलंकार
  2. चरण कँवल-रूपक अलंकार।

विषय-वस्तु पर आधारित प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
उपर्युक्त पद का प्रतिपाद्य स्पष्ट कीजिए।
उत्तर-
उपर्युक्त पद में कवियित्री मीराबाई ने अपने अनन्य आराध्य देव श्रीकृष्ण के प्रति सोल्लासपूर्वक अपनी भक्ति-भावना प्रकट की है। उन्होंने अपने सर्वप्रिय परमात्मा श्रीकृष्ण के मिलन के क्षणों को परम प्रसन्न क्षणों के रूप में चित्रित किया है। इसे उन्होंने फागुन में खेली जाने वाली होली के रूप में व्यक्त किया है। इस प्रकार होली के राग-रंग की तरह उन्होंने अपनी भक्ति-भावना को भी अनहद नाद की झनकार शील और संतोष की केशर और प्रेम की पिचकारी के माध्यम से प्रकट किया है। इस तरह पूरा पद आध्यात्मिक भावों से लबालब भरा हुआ है।

प्रश्न 2.
होली कब खेली जाती है?
उत्तर-
होली फागुन के माह में खेली जाती है।

प्रश्न 3.
होली खेलने के बाद क्या हुआ?
उत्तर-
होली खेलने के बाद कवयित्री अपने प्राण प्यारे के घर आई। फिर दोनों आनंदमग्न हो गए।

2. पायो जी मैं तो राम रतन धन पायो।
वस्तु अमोलक दी मेरे सद्गुरु, करि किरपा अपनायो।
जनम-जनम की पूँजी पाई, जग में सबे खोवायौ।
खरचे नहिं कोई चोर न लवे, दिन-दिन बढ़त सवायौ।
सत की नाव खेवटिया सद्गुरु, भव सागर तरि आयो।
मीराँ के प्रभु गिरधर नागर, हरखि-हरखि जस गायौ।।

शब्दार्थ-रतन रत्न। अमोलक-अमूल्य या बहुमूल्य। खोवायो खो दिया। सत=सत्य। खेवटिया खेने वाला। भव-सागर संसार सागर। तरि तर जावे या पार हो जावे। हरखि-हरखि प्रसन्न-प्रसन्न होकर। जस यश।

संदर्भ-पूर्ववत्।

प्रसंग-इस पद में मीराबाई ने राम की प्राप्ति को एक अनमोल रत्न के रूप में प्राप्त होने के प्रभाव का उल्लेख करते हुए कहा है कि

व्याख्या-मुझे राम रूपी रत्न का धन मिल गया है। यह बहुमूल्य वस्तु हमारे गुरु ने कृपा करके मुझे दी है जिसे मैंने तन-मन से ग्रहण कर लिया है। यह वह संपत्ति है जिसके लिए मैं जन्म-जन्मांतरों से लालायित थी और वह अब मुझे मिल गई है। इस पूँजी को प्राप्त कर लेने पर संसार की सभी वस्तुएँ-सांसारिक बंधन-नष्ट हो गए हैं। यह ऐसी पूँजी है जो खर्च करने पर कम नहीं होती और जिसे चोर नहीं चुरा सकता, बल्कि प्रतिदिन सवाई होती रहती है। मेरी सत्य की नाव है, जिसका खेने वाला (नाविक) सद्गुरु है, इसीलिए मैं इस भवसागर से पार हो गई हूँ। मीरा कहती है कि मेरे स्वामी तो गिरधरनागर हैं, जिनका मैं हर्ष-हर्ष करके यश गाती हूँ।

विशेष-
1. इस पद की भाषा ब्रजभाषा है। ‘म्हारे’ प्रयोग केवल राजस्थानी का है।
2. भावात्मक शैली है।
3. रूपक अलंकार है।

सौंदर्य-बोध पर आधारित प्रश्नोत्तर

(क) भाव-सौंदर्य

प्रश्न 1.
उपर्युक्त पद के भाव-सौंदर्य पर प्रकाश डालिए।
उत्तर-
उपर्युक्त पद की भाव-योजना प्रेरक रूप में है। सदगुरु को बेजोड़ उपकारी के रूप में प्रस्तुत करके उसके व्यक्तित्व और प्रभाव को ईश्वर के समकक्ष लाने का प्रयास किया गया है। इससे कवियित्री के द्वारा गुरु-मन किए जाने की सच्चरित्रता प्रकट हो रही है। इसके साथ ही कवियित्री द्वारा अपने स्वामी श्रीकृष्ण के प्रति सहर्ष समर्पण के भाव अधिक मोहक और आकर्षक हैं।

प्रश्न 2.
कवियित्री को किससे क्या मिला है?
उत्तर-
कवियित्री को उसके सद्गुरु से रामरूपी अमूल्य रत्न-धन मिला है।

प्रश्न 3.
सद्गुरु का स्वरूप कैसा है?
उत्तर-
सद्गुरु का स्वरूप भवसागर से पार लगाने वाला ईश्वर के समान है।

(ख) शिल्प-सौंदर्य

प्रश्न 1.
उपर्युक्त पद के शिल्प-सौंदर्य पर प्रकाश डालिए।
उत्तर-
उपर्युक्त पद का शिल्प-सौंदर्य भाव, भाषा-शैली, बिम्ब, प्रतीक, योजना आदि विधानों से मंडित है। पूरे पद की भाषा ब्रजभाषा की प्रधानता लिये हुए है। इससे प्रस्तुत हुई शब्द-योजना सरल, सहज और प्रवाहमयी हो गयी है। तुकान्त शब्दावली से लय और संगीत का सुंदर मेल हुआ है। भावात्मक शैली और भक्ति रस का संचार इस पद को और अधिक रोचक बना रहे हैं।

प्रश्न 2.
‘जनम-जनम की पूँजी पाई, जग में सवै खवायो।’ उपर्युक्त पंक्तियों में प्रयुक्त अलंकार छाँटिए।
उत्तर-
‘जनम-जनम’ में पुनरुक्ति प्रकाश अलंकार।

विषय-वस्तु पर आधारित प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
उपर्युक्त पद का प्रतिपाद्य स्पष्ट कीजिए।
उत्तर-
उपर्युक्त पद में कवियित्री ने राम-नाम की महिमा का गायन किया है। सद्गुरु की कृपा से राम रूपी रत्न प्राप्त हुआ है। अब इसे व्यर्थ में नहीं खोया जा सकता है। इसे चोर नहीं चुरा सकते हैं। यह खर्च नहीं होता है बल्कि और बढ़ता जाता है अर्थात् कृष्ण के प्रति किया जाने वाला प्रेम कभी समाप्त नहीं होता। पद में सद्गुरु की महिमा का भी उल्लेख किया गया है।

प्रश्न 2.
उपर्युक्त पद में किसका यशगान किया गया है और क्यों?
उत्तर-
उपर्युक्त पद में कवियित्री मीराबाई द्वारा श्रीकृष्ण का यशगान किया गया है। यह इसलिए कि श्रीकृष्ण उसके इष्टदेव हैं।

प्रश्न 3.
रामरूपी रत्न-धन की क्या विशेषताएँ हैं?
उत्तर-
रामरूपी रत्न-धन की निम्नलिखित विशेषताएँ हैं

  1. इसको प्राप्त कर लेने पर संसार के सभी प्रकार के बंधन समाप्त हो गए
  2. यह खर्च करने पर घटता नहीं, अपितु बढ़ता ही है। 3. इसे चोर नहीं चुरा सकता है।

MP Board Class 10th Special English Unseen Passages Discursive

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MP Board Class 10th Special English Unseen Passages Discursive

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Passage-1

Read the following passage carefully and answer the questions that follow:

Parents and teachers must learn to respect the children. No Japanese ever strikes a child. Yet Japanese children are models of reasonableness. The Japanese maintain a commendable attitude towards their children. They treat children as their equals and always address them as such. They never criticize them harshly. The use of rod is absolutely unknown in Japanese homes. Japanese code of life is very strict in certain respects. It exerts strict obedience and enforces strict respect. Japanese soldiers have earned a name for their high sense of duty and readiness from self-sacrifice. There come out of a traditional love for their country and its sovereign, rather than from fear of any penalties in childhood. (M.P. Board 2012)

Unseen Passage For Class 10 Mp Board Special English MP Board Questions:
(i) How should parents and teachers treat children?
(ii) How do Japanese parents treat their children?
(iii) What type of attitude they keep with their children?
(iv) For what have Japanese soldiers earned a name?
(v) From what does their high sense of duty come?
(vi) What type of life Japanese lead?
(vii) What quality they gain from their childhood?
Answers:
(i) Parents and teachers should respect the children.
(ii) The Japanese never strike their children.
(iii) They maintain a commendable attitude towards their children.
(iv) Japanese soldiers have earned a name for their high sense of duty and readiness for self-sacrifice.
(v) It comes out of a traditional love for their country and its sovereign.
(vi) Japanese exert strict obedience and enforce strict respect to lead their life.
(vii) They gain the quality of commendable attitude from their childhood.

Passage-2

He was a Hindu and an Indian, the greatest in many generations, and he was proud of being a Hindu and an Indian. To him India was dear because she had represented throughout the ages certain immutable truths. But though he was intensely religious and came to be called the Father of the Nation, which he had liberated, yet no narrow religious or national bonds confined his spirit. And so he became the great internationalist believing in essential unity of man the underlying unity of all religions, and the needs of humanity, and more specially devoting himself to the service of poor, the distressed and the oppressed millions everywhere.

Mp Board English Unseen Passage Questions:
(a) This passage is written about:
(i) Mahatma Gandhi
(ii) Pt. Nehru
(iii) Rajiv Gandhi

(b) The word in this passage similar in meaning to ‘that cannot be changed’:
(i) liberated
(ii) underlying
(iii) undevoting
(iv) immutable

(c) The meaning of ‘distressed’ is:
(i) happy
(ii) upset and anxious
(iii) relaxed

(d) What was he proud of?
(e) Why was India dear to him?
(f) What did the hero of the passage devote himself to?
Answers:
(a) (i) Mahatma Gandhi.
(b) (iv)immutable
(c) (ii) upset and anxious.
(d) He was proud of being a Hindu and an Indian.
(e) India was dear to him because she had represented certain immutable truths througout the ages.
(f) The hero of the passage devoted himself to the service of the poor, the distressed and the oppressed millions everywhere:

Passage-3

Our opportunities are great but let me warn you that when power outstrips ability, we will fall on evil days. We should develop competence and ability which would help us utilise the opportunities which are now open to us. From tomorrow morning — from midnight today — we cannot throw the blame on the Britisher. We have to assume the responsibility ourselves for what we do. A free India will be judged by the way in which it will serve the interests of the commonman in the matter of food, clothing, shelter and social activities. Unless we destroy corruption in high places and root out every trace of nepotism, love of power, profiteering and black marketing which have spoiled the good name of this country in recent times, we will not be able to raise the standards of efficiency in administration as well as in the production and distribution of the necessary goods of life. (153 ivords) Extract from a speech by Dr. S.Radhakrishnan (1947)

Unseen Passage For Class 10 Mp Board Questions:
(a) The speaker of these lines is
(i) Mahatma Gandhi
(ii) Pt. Nehru
(iii) Dr. S. Radhakrishanan

(b) The word in this passage similar in meaning to ‘takes away’ is:
(i) ability
(ii) outstrip
(iii) throw

(c) The meaning of ‘suppose’ is:
(i) trace
(ii) assume
(iii) raise

(d) What does the speaker warn of?
(e) What have we to assume?
(f) What can we do to raise the standards of efficiency in administration?
Answers:
(a) (iii) Dr. S. Radhakrishnan
(b) (ii) outstrip
(c) (ii) assume
(d) The speaker warns when power outstrips ability we will fall on evil days.
(e) We have to assume the responsibility ourselves.
(f) We can destroy corruption and root out nepotism love of power, profiteering and black marketing.

Passage-4

I was overwhelmed with gratuitous advice. Well-meaning yet ignorant friends thrust their opinions into unwilling ears. The majority of them said I could not do without meat in the cold climate. I would catch consumption. Mr. Z went to England and caught it on account of his foolhardiness. Others said I might do without flesh but without wine I could not move. I would be numbed with cold. One went so far as to advise me to take eight bottles of whisky, for I should want them after leaving Aden. Another wanted me to smoke, for his friend was obliged to smoke in England. Even medical men, those who had been to England, told the same tale. But as I wanted to come at any price, I replied that I would try my best to avoid all these things but if they were found to be absolutely necessary I did not know what I should do. I may here mention that my aversion to meat was not so strong then as it is now. I was even betrayed into taking meat about six or seven times at the period when I allowed my friends to think for me. But in the steamer my ideas began to change. I thought I should not take meat on any account. My mother before consenting to my departure extracted a promise from me not to take meat. So I was bound nof to take it, if only for the sake of the promise.

The fellow-passengers in the steamer began to advise us (the friend who was with me and myself) to try it.

Unseen Passage Class 10 English Mp Board Questions:
(a) The word in the passage similar in meaning to ‘overjoyed’ is
(i) ignorant
(ii) overwhelmed
(iii) foolhardiness

(b) The meaning of ‘gratuitous’ is
(i) faithful
(ii) trustworthy
(iii) full of obligation

(c) Give a word which means opposite to ‘arrival’.
(d) Where did the narrator had this experience?
(e) What did the friends of the narrator advise him?
(f) Why did the narrator not accept their idea?
Answers:
(a) (ii) overwhelmed.
(b) (iii) full of obligation.
(c) departure.
(d) The narrator had this experience in England.
(e) The friends advised the narrator to eat meat.
(f) The narrator’s mother had taken a promise from him that he would not eat meat. So he did not accept their (friends’) idea.

Passage-5

He was a very regular correspondent. There was hardly a letter calling for a considered reply which he did not answer himself. Letters from individuals, dealing with their personal and private problems, constituted a considerable portion of his correspondence and his replies are valuable as guidance to others with similar problems. For a great period of his life, he did not take the assistance of any stenographer or typist, and used to write whatever he required in his own hand, and even when such assistance became unavoidable, he continued writing a great deal in his own hand. There were occasions when he became physically unable to write with the fingers of his right hand and, at a later stage in his life, he learnt the art of writing with his left hand. He did the same thing with spinning. Private correspondence, which absorbed much of his writing in this way, constituted an important and significant part of his teachings, as applied to particular problems of the ordinary man in his everyday life. (From Dr. Rajendra Prasad’s Homage to Gandhiji)

Unseen Passage For Class 10th Mp Board Questions:
(a) has been talked about in this passage.
(i) Mahatma Gandhi
(ii) Dr. Rajendra Prasad
(iii) Gautam Buddha

(b) The word in the passage similar in meaning to ‘very remarkable’ is
(i) correspondence
(ii) significant
(iii) required

(c) The meaning of ‘teachings’ is
(I) reading
(ii) writing
(iii) learning/preaching

(d) What is valuable for others?
(e) What did Gandhiji did for a great period of his life?
(f) What constituted a significant part of his teachings?
Answers:
(a) (i) Mahatma Gandhi.
(b) (ii) significant
(c) (iii) learning/preaching
(d) The correspondence of Gandhiji is valuable for others.
(e) Gandhiji did not take the assistance of any stenographer for a great period. He used to write a great deal in his own hand.
(f) Gandhiji’s private correspondence constituted a significant part of his teachings.

Passage-6

1. There are several reasons for a headache. Physical, emotional and mental factors, anxiety and tension are a few. Sometimes, head-ache can be a signal of an underlying disease. More than medicines, yoga therapy eminently suits any need. Yoga is a comprehensive mode of culturing the body and the mind. Using an ‘Integrated Approach of Yoga’, the Yoga Research Centres have been able to cure some tough headaches. The integrated approach includes breathing, asanas, pranayama, meditation and devotional sessions.

2. Yoga asanas, especially the ones imitating the natural postures of animals, have a tremendous tranquilising effect, without having to depend on common drugs. Pranayama inhibits random agitations in Pranic (energy) flows in Pranamayakosa, stabilising the autonomic nervous system. Dhyana and Samadhi culture the mind to relax it. This approach alters the reaction of an individual to headache. By interrupting the vicious cycle of pain-agony-pain, it prevents headache from becoming a crippling problem.

3. Through asanas that calm you, the pranayama exercises that inhibit
random energy flows and the meditation that cultivates and relaxes your mind, yoga offers a holistic-form of pain relief. It stops you from becoming locked in the vicious circle of pain-anxiety-pain.

4. Chronic pain: Chronic pain essentially is imbalance in prana (energy). This imbalance initially manifests only as functional abnormality like insomnia, lack of enthusiasm, fatigue, increased irritability and lack of concentration. Over the years, the imbal-ance settles in an organ. Chronic pain may sometimes be just a long standing muscle spasm, which later on may give rise to organic changes in the form of chronic inflammation.

Discursive Passage For Class 10 MP Board Questions:
(a) The word similar in meaning to ‘interfering in an affair’ is
(i) cycle
(ii) interrupting
(iii) becoming

(b) Give adjective form of ‘essentially’.
(c) Sometimes headache can be a signal of an underlying desease. (Say True or False)
(d) How does yoga help us?
(e) What does integrated yoga include?
(f) What is chronic pain?
Answers:
(a) (ii) interrupting
(b) essential
(c) True
(d) Integrated yoga cures some tough headaches.
(e) Integrated yoga includes breathing, asanas, pranayama, meditation and devotional sessions.
(f) Chronic pain essentially is imbalance in prana(energy).

Passage-7

1. India was once considered the land of knowledge and enlightenment. In ancient times scholars from all over Asia and Europe used to flock to Taxila, Nalanda and other Indian centres of learning. Apart from the arts, culture, philosophy and religion, these scholars came to study medicine, law and martial sciences. But despite having a vastly expanded university system and historical advantages, modern India has yet to provide international or even regional leadership in higher education. From the surrounding countries of Asia and Africa only a few students come to India for higher education.

2. The United States is by far the most successful country in attracting foreign students. But other countries such as Australia, Canada and Britain also aggressively market their universities abroad through their education counselling services and recruit- merit fairs with the active cooperation of their diplomatic missions abroad.

3. Likewise, India should also capitalise on the advantages offered by its higher education institutions, market Indian universities abroad and facilitate the entry of foreign students into them.

4. The revenue from foreign students can be used to ease the financial crunch faced by Indian universities, improve academic facilities and subsidise the cost of educating Indian students.

5. But apart from economic advantages many other benefits would accrue to the nation. India would gain global and regional in-fluence, goodwill and become a major provider of higher education. Many Asian and African countries, especially the smaller ones have poorly developed university systems and would look to Indian universities for the higher education of their youth. At the same time Indian students will not be deprived if 10 per cent supernumerary seats for foreign students are created in universities and professional colleges.

6. Already professional education in India has proved accessible and affordable for foreign students, especially from Malaysia, the Middle East and South Africa. In these countries higher education training facilities are limited. Many NRI (non-resident Indian) families abroad, especially those from English-speaking industrialised countries are also keen to send their children to study in their motherland and are hopeful to become attuned to their Indian roots in the process.

Special English Class 10 Mp Board Pdf Questions:
(a) The word similar in meaning to ‘inner awareness’ is
(i) knowledge
(ii) enlightenment
(iii) virtue

(b) Give a word opposite in meaning to ‘advantage’.
(c) India has never been a land of knowledge and enlightenment. (Say True or False)
(d) Name some ancient centres of learning in India.
(e) Which country attracts most foreign students.
(f) How can the revenue from foreign students be used?
Answers:
(a) (ii) enlightenment
(b) disadvantage
(c) False
(d) Taxila, Nalanda
(e) The United States attracts most foreign students.
(f) The revenue from foreign students can be used to ease financial crunch faced by Indian universities and improve academic facilities.

Passage-8

1. Our house is filled with photos. They cover the walls of my kitchen, dining room and den. I see our family’s entire history, starting with my wedding, continuing through the births of both sons, buying a home, family gatherings and vacations. When my sons were little, they loved to pose. They waved, danced, climbed trees, batted balls, hung upside down from the jungle gym and did anything for a picture. But when they reached adolescence, picture-taking changed into something they barely tolerated. Their bodies were growing at haphazard speeds. Reluctantly they stood with us or with their grandparents at birthday celebrations and smiled weakly at the camera for as short a time as possible.

2. I am the chronicler of our photographs. I select those to be framed and arrange the others in albums. The process is addictive, and as the shelves that hold our albums become fuller and fuller, I wonder what will become of them. Will anyone look at these photographs in future years? If my sons look at them, what will they think of us and of themselves? One bright afternoon, I took some photographs of my father with my husband as they fished on a lake near our vacation house. As my sons and I sat on the shore and watched them row away, I picked the camera up and photographed the beautiful lake surrounded by green trees. The two men I loved gradually grew smaller until all I could see were my father’s red shirt, and the tan and blue caps on their heads.

3. My father died a week later, and suddenly those photos became priceless to me. I wept when I pasted them in our album. I wept again afterwards when I saw my younger son looking at them. It was a few days before he went away to college. He had taken all our albums down from the bookshelves in the den and spread them out on the carpet. It had been a very long time since I had seen him doing this. Once he stopped posing for pictures, he seemed to lose interest in looking at them. But now he was on the verge of leaving home. This was his special time to look ahead and look back. I stood for a moment in the hall by the den, and then tiptoed away. I didn’t take a photo of my son that afternoon, but I will remember how he looked for as long as I live. Some pictures, I learned, don’t have to be taken with a camera.

Special English Class 10 Mp Board Solution Questions:
(a) Give a word similar in meaning to ‘marriage’.
(b) Give a word oppositie in meaning to ‘adolescence’.
(c) I picked the camera up and photographed the beautiful horse. (Say True or False)
(d) Give noun form of ‘entire’.
(e) What does the narrator talk about here?
(f) What did the narrator learn at last?
Answers:
(a) wedding
(b) maturity
(c) False
(d) entirety
(e) The narrator talks about his habit of photography.
(f) At last the narrator learned that some pictures don’t have to be taken with a camera.

Passage-9

1. Why is it that there are very few women players in our orchestras? If one could reply flatly—sex discrimination: they don’t want women in orchestras—that would be a definite answer. But one can’t say that. As a matter of fact there are, if not many, a few women playing today in symphony orchestras. Nevertheless, it is true that male orchestral players are in an overwhelming majority. Why is that? I’m afraid, there is no one to answer. There are physical reasons why women don’t perform well on certain instruments. The average woman is not likely to possess sufficient lung power and sheer muscular strength to play the tuba just as an average woman’s hands are not likely to be large enough to finger a double bass satisfactorily. But what about the other instruments?

2. I think social and family pressures have been very strong in keeping women out of orchestras. Think of the prejudice that existed half a century ago against the so-called ‘nice’ girls going on stage. The stage was won out for the simple reason that it had to have women to play feminine roles in plays and operas, and was willing to offer a young woman more money than she could make in any other profession. Moreover, on stage, she was appearing as an individual, as a centre of attraction. This was gratifying to both her and her family. To this day, while the average parents are reconciled to seeing their daughter become an opera singer or concert artist, they don’t like the idea of seeing her submerging her personality to become the member of a chorus of the orchestra.

Special English Class 10 Mp Board Book Pdf Questions:
(a) The word similar in meaning to ‘a group of musicians’ is
(i) orchestra
(ii) chorus
(iii) stage

(b) As a matter of fact there are absolutely no women playing today in symphony. (Say True or False)

(c) The meaning of ‘majority’ is
(i) very few in number,
(ii) dozen,
(iii) maximum in number

(d) What is the prime reason for a few number of women in orchestras? ‘
(e) What is the genetic deficiency in women for singing?
(f) What are the reasons according to the narrator that keep women away from orchestras?
Answers:
(a) (i) orchestra
(b) False.
(c) (iii) maximum in number.
(d) Sex discrimination.
(e) The average woman is not likely to possess sufficient lung power and sheer musculer strength to play certain instrument like tuba at double bass.
(f) The narrator thinks social and family pressures have been responsible for keeping women awav from orchestras.

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MP Board Class 10th English The Rainbow Solutions Chapter 21 Gitanjali

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MP Board Class 10th English The Rainbow Solutions Chapter 21 Gitanjali (Rabindranath Tagore)

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Gitanjali Textbook Exercises

Gitanjali Vocabulary

I. Distinguish between the following pairs of words:
new – recent
little – a little
through – thorough
together – to gather
current – currant
voyage – journey
infinite – the infinite
Answer:
New—(Not existing before) She has got a new job.
Recent—(Which happened a short while ago): Mobile phones are a recent invention.
Little—(Not sufficient). There is little milk in the jug.
A little—(a small but sufficient quantity). A little milk is left in the kitchen to make two cups’ of tea. .
Through—(from one side to another). The cow ran through the field and damaged the crops.
Thorough—(perfect, complete). My father has thorough knowledge of current affairs.
Together—(unitedly) All our guests to the wedding came together.
To gather—(To bring to one place). A crowd gathered at the site of the accident.
Current—(happening at present). I am well aware of the current events in the country.
Currant—(sweet dried grape). Are you eating the currant bun?
Voyage—(journey by water). I made voyage in the river in a boat.
Journey—(a travel) A journey by bus is comfortable.
Infinite—(very great) You need infinite patience for this job.
The Infinite—(God) I believe in the mercy of the Infinite alone.

II. Find out from a dictionary, if you don’t know, what the following words and phrases mean:
little heart, at heart, by heart, heart and soul, take something to heart.
Answer:
Little heart—the individual soul (jivatama).
At heart—in one’s real nature.
By heart—from memory.
Heart and soul—great energy and enthusiasm.
Take something to heart—to be much affected or upset by something.

III. Practise saying the following words with the correct stress and pronunciation.
pleasure, voyage, July, ages, diverse
Gitanjali Questions And Answers MP Board

Comprehension

A. Answer the following questions in about 25 words.

Gitanjali Questions And Answers MP Board Question 1.
Explain: thou has made me endless, such is thy pleasure. This frail vessel thou emptiest again and again, and fillest it ever with fresh life.
Answer:
The individual soul is a part of Supreme Brahman. The soul never dies. It is endless. The body is like a fragile vessel which is subject to decay and death. But the soul is immortal. It assumes the next body and fills it with fresh life. Here the poet refers to ‘transmigration of soul’.

Class 10 English Chapter 21 Gitanjali MP Board Question 2.
What does “this little flute of a reed” stand for, and who carries it over hills and dales and breathes through it eternally new melodies?
Answer:
‘This little flute of reed’ refers to the human body. The will power of the Supreme Power carries the human body everywhere (high and low). Through this body the jivatama breathes new tunes.

Gitanjali Poem Questions And Answers MP Board Question 3.
What does the poet mean by “utterance ineffable” and how is it born in his heart?
Answer:
The human body utters unique tunes. The human body is only a frame of bones and flesh. It can do nothing on its own. When the soul enters the body it gets activated. It becomes operative. The heart starts beating and words/tunes gush forth from the body.

Gitanjali Poem 21 Summary MP Board Question 4.
With what wish does the poet conclude the songs of Geetanjali?
Answer:
The poet wishes to sing songs in honour of immanence and glory of God. His last wish is that he should wander here and there throughout the span of his life. In the end, he (the jivatama) should return to his eternal home (the feet of God) with reverence. This means he longs for emancipation from the snares of births and deaths.

Gitanjali 50 Questions And Answers Pdf MP Board Question 5.
What images does the poet use to express his final voyage to his eternal abode in the last verse of Geetanjali?
Answer:
In the last verse of Geetanjali the poet uses the image of a flock of cranes. The birds keep singing the whole day but they wish to return to their mountain nests at night. In the same manner the poet wishes that he should sing songs in praise of the Almighty and seek permanent refuge in God’s feet (the eternal home).

B. Answer the following questions in about 50 words.

Class 10 Hindi Chapter 21 Mp Board Question 1.
“Geetanjali begins in the statement: ‘Thou hast made me endless, such is thy pleasure’; it ends with the Jeeva’s voyage to its eternal abode. The wheel has come full circle”. Explain.
Answer:
God has made the soul endless. It is his sport as well as sweet will. One who is born must die, and one who is dead must be reborn. After birth, till death the jivatama has to pass through several stages according to the life span of the human body. The wheel comes to full circle. The soul is transmigrated from one physical structure to another. The individual soul goes on its journey until it reaches its eternal home and finally rests there. That is the stage of renunciation and liberation from the snares of births and deaths.

Gitanjali Question And Answers MP Board Question 2.
“Tagore uses images from Indian mythology and the world of nature to express his longing for reunion with God.” Explain.
Answer:
There is a myth that God causes deaths and births of human beings with His own will and pleasure again and again. He carries the people high and low and makes them sing the desired tunes. Man seeks boundless joy when he is touched by God’s hand. God ever showers His blessings on man. Man longs to bow with awe at God’s feet as the heavy rain clouds touch the earth. He wishes to sing different tunes in honour of God out of devotion. He loves to end his journey in the eternal home (feet of God) as the cranes desire to return to their mountain nests at night.

Speaking Skill

1.Perform the pair-activity given below. Your friend will ask you the question and you answer in the pattern suggested in the example.
Example:
Vicky—Shall we go then?
You—No, they haven’t finished eating yet.

Mp Board Class 10th Hindi Chapter 21 Question 1.
Vicky—Have you done the crossword?
You—No, (I/gave up/try)
Answer:
Vicky—Have you done the crossword?
You—No, I have given up trying it.

Gitanjali 50 Questions And Answers MP Board Question 2.
Vicky—Do you like football?
You—(I/enjoy/watch/it/on TV)
Answer:
Vicky—Do you like football?
You—I enjoy watching football on TV.

Gitanjali 50 Poem Questions And Answers MP Board Question 3.
Vicky—There is a story here in the paper about a 110-year-old.
You—Good Lord (I/can/not/imagine/be) so old.
Answer:
Vicky—There is a story here in the paper about a 110-year- old.
You—Good Lord I cannot imagine any body being so old.

Mp Board Solution Class 10 English Question 4.
Vicky—Whose idea was it to invite all these people?
You—I am not sure someone (suggest/have/a party).
Now, you question and let your friend answer the questions in the given pattern.
Answer:
Vicky—Whose idea was it to invite all these people?
You—I am not sure someone suggested to have a party.

Writing Skill

Gitanjali Poem 10 Summary MP Board Question 1.
How do you feel after you pray to God? Write your feelings. (50 words)
Answer:
We pray to God to -thank Him for all His blessings- and to seek His further blessings for success in our life. We pray to God to make us able, capable and sincere in life. We wish that God should give us strength to labour hard and to succeed in our struggle.

Prayers are an unfailing means of achieving success in life. Praying to God and sitting idle is not the real prayer. After praying to God I feel strong and energetic. I feel that God is there to support me. I feel free from tension and anxiety. My mind feels cool and fresh. It makes me pure hearted, selfless and devoted.

Gitanjali Poem 1 Summary MP Board Question 2.
Migratory birds fly back to their mountain nests after the winter season. Describe a homing flock of migratory birds and its flight. (150 words)
Answer:
Millions of birds have disappeared from our environment due to man’s greed to make quick profit. Birds also desire to live. Travelling is one of the greatest mysteries of bird life. Birds travel from northern regions of Asia, Europe and Australia to the southern warmer lands every year during autumn and early winter. A flock of swallows was making its return journey again during spring and early summer.

Their migration speed was from 48 to 64 km. an hour. Their flight was delayed by bad weather. They faced many dangers and hardships while travelling long distances through the air over hills, forests, plains and large stretches of water. Once a strong storm arose and drove them far out of course. Most of them were blown right out to sea and were drowned in the wild waves. The bright lights attracted and confused them at night. They could not fly at their fastest. Still the lucky survivors flew back to their mountain nests after the winter season.

Think It Over

Question 1.
Count your blessings, not your troubles. We are so focused on complaining about things we don’t have that we lose sight of the things we have. There is a lot to be thankful for. Think and pen the blessings you are thankful for to God.
Answer:
I live in a joint family. My grandparents are alive. My parents, uncles/cousins all live together in our own house. This is a rare thing in the present day world. My father has a good source of income. I study in a public school. I am healthy and wise. I have good looks and talent. I have good neighbours and helpful relatives. We have land, fixed deposit and our own conveyance. I am thankful to God for all these blessings.

Question 2.
Prayers are always answered. The answers may be ‘yes’ or W. It can also be an ‘alternative’ too. If your wish comes true it is good. If it is God’s wish it is even better. Ponder.
Answer:
For self-attempt.

Things To Do

Question 1.
People of all places do pray. They word their prayers in enumerable ways. Collect prayers and write them in your project- book. Underline the lines of the prayers you liked the most and write why you consider them the best.
Answer:
Classroom activity.

Gitanjali Additional Important Questions

A. Read the extract and answer the questions that follow:
1. Thou hast made me endless, such is thy pleasure. This frail vessel thou emptiest again and again, and fillest it ever with fresh life.This little flute of a reed thou hast carried over hills and dales, and hast
breathed through it melodies eternally new. (Page 176)

Questions:
(a) The above lines have been taken from the poem
(i) Gitanjali
(ii) All the World’s a Stage
(iii) To the Cuckoo
(iv) Bridge Builder
Answer:
(i) Gitanjali

(b) The one word used for ‘sweet songs’ in the extract is
(i) pleasure
(ii) Melodies
(iii) fresh
(iv) dales
Answer:
(ii) Melodies

(c) What is the human body compared to?
Answer:
The human life is compared to a fragile vessel.

2. In one salutation to thee, my God, let all my senses spread out and touch this world at thy feet Like a rain-cloud of July hung low.with its burden of unshed shoxoers let all my mind bend down at thy door in one salutation to thee. (Page 177)

Questions:
(a) The poet of these lines is
(i) John Keats
(ii) Robert Frost
(iii) Rabindranath Tagore
(iv) William Shakespeare
Answer:
(iii) Rabindranath Tagore

(b) The one word used for ‘something loaded’ in the extract is
(i) burden
(ii) mind
(iii) showers
(iv) door
Answer:
(i) burden

(c)What is the cloud burdened with?
Answer:
The cloud is burdened with rain water.

I. Match the following:
1. The main theme of – (a) subject to births and deaths.
2. Tagore sings of the- (b) his jivatama should attain salvation.
3. God has made the soul – (c) Geetanjali is devotional.
4. The human body is – (d) immortal.
5. The poet wishes that – (e) immanence and glory of God.
Answer:
1. (c), 2. (e), 3. (d), 4. (a), 5. (b).

II. Pick up the correct choice:
(i) ‘Gitanjali’ is written by:
(a) Rabindranath Tagore
(b) Swami Sivananda
(c) Swami Vivekananda
(d) Swami R.K. Paramhansa.
Answer:
(a) Rabindranath Tagore

Choose the correct word:

(ii) (a) Thou hast made me ……………….. (infinite/endless).
(b) The ……………….. (infinite/eternal) gifts come to me only on the small hands.
(c) Let all my ………………. (organs/senses) spread out and touch this world at thy feet.
(d) Let all my life take its ………………… (journey/voyage) to its eternal home.
Answer:
(a) endless
(b) infinite
(c) senses
(d) voyage.

III. Write ‘True’ or ‘false’ :
1. The Gitanjali poems are characterized by a variety of subject matter.
2. The Gitanjali songs are mainly poems of ‘bhakti’.
3. The body is lifeless like the little flute of a reed.
4. The body can sing eternal songs without the soul.
5. The soul aspires to return to its eternal home.
Answer:

  1. True
  2. True
  3. True
  4. False
  5. True.

IV. Fill in the following blanks:
1. ……………. hast made me endless.
2. God empties the ……………. vessel to fill it ever with fresh life.
3. Geetanjali contains songs of the immanence and ……………. of God.
4. The body (flute) utters unique things at the immortal touch of ……………… hands.
5. The poet prays that his jivatama should seek refuge in its ………………home.
Answer:

  1. Thou
  2. frail
  3. glory
  4. God’s
  5. eternal.

B. Short Answer Type Questions (In about 25 words)

Question 1.
How does the soul persist when the body perishes?
Ans.
Bodies appear and disappear but the changeless soul remains forever. As the soul experiences childhood, youth and old age in the body, he also passes on to another body. The same entity is retained while the soul migrates from one body to another.

Question 2.
How is the physical existence just like non-existence?
Answer:
Our bodies were not existent in the distant past. They will not be in the distant future. Though, they are in existence now, their existence is equal to non-existence. The seers of truth behold the body and the pleasure and pain associated with it as unreal.

Question 3.
What is the nature of the soul?
Answer:
The soul is another term for existence. It is real. It means awareness of pure consciousness. It remains untouched by time, space and causation. States of mind do not affect Atman. It is not subject to modification. It is ever itself.

Question 4.
Which modifications are undergone by the body? How is the Atman different from the body?
Answer:
The body is constituted of elements. It undergoes six kinds of modifications (changes). They are to be born, to exist, to grow, to change, to decay and to perish. The Atman is unborn, eternal, constant and ancient. It is not killed when the body is slain.

C. Long Answer Type Question (In about 50 words)

Question 1.
Define God.
Answer:
In His absolute state, God is beyond the ken of mind and speech. He is indefinable. He is Sat (Reality or Existence), Chit (knowledge) and Anandam (Bliss). He is not affected by time, space or causation. The individual souls (Jivatmans) are the manifestations of the Reality (The Paramatman). God is life. Souls (Existence) have emanated from God. A man of devotion is attracted towards God as iron is attracted towards a magnet. God is love. Love of God leads to knowledge of Him. God is light. In a nutshell, God is life, light and love.

Gitanjali Introduction

Tagore’s Gitanjali is devotional in its theme. It is pure poetry where the poet sings of the immanence and glory of God.

Gitanjali Summary in English

[I]

Oh God! You have made me endless. My soul assumes different forms. My body is like a little flute. You have filled it with different tunes and carry it high and low. Whenever your hand touches the reed it starts giving joyful tunes. You have been showering gifts on my little hands since ages and continue pouring them even now. Still there is room for more gifts

[II]

May my body and mind touch your feet in greeting like a rain cloud bowing down on earth with the weight of water. May all my songs sing your praise! May my entire life return to its eternal home in salutation as the flock of birds fly all around but return to their mountain nests at night.

Gitanjali Summary in Hindi

[I]

हे ईश्वर! आपने मुझे अनन्त बना दिया है। मेरी आत्मा भिन्न-भिन्न रूप स्वीकार करती है। मेरा शरीर एक छोटी बांसुरी की तरह है। आप इसे भिन्न-भिन्न धुनों से भरते रहते हैं। और इसे ऊपर और नीचे ले जाते रहते हो, जब भी आप का हाथ नरसल को छूता है तो यह मधुर ध्वनि देना प्रारम्भ करता है। आप युगों से मेरे छोटे हाथों के ऊपर उपहार उड़ेलते रहे हो और अब भी उड़ेलते जा रहे हो। फिर भी अभी तक उस उपहार लेने हेतु उनके अन्दर स्थान बाकी है।

[II]

मेरी इच्छा है कि मेरा शरीर और मस्तिष्क आपके चरणों को प्रणाम करें तथा झुककर छुएं जिस प्रकार वर्षा से भरा हुआ बादल, पानी के भार से नीचे झुक जाता है और पृथ्वी को छूता है। मेरी इच्छा है कि मेरे सारे गीत आपका गुणगान करें। मेरी इच्छा है कि मेरा संपूर्ण जीवन आपके सम्मान में अपने अनन्त घर में लौट जाए जिस प्रकार पक्षियों का झुण्ड इधर-उधर विचरने के पश्चात् रात को अपने पर्वतीय घोंसले में लौट जाता है।

Gitanjali Word Meanings
Class 10 English Chapter 21 Gitanjali MP Board

Some Important Pronunciations
Gitanjali Poem Questions And Answers MP Board

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MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 1 रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण

MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 1 रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण

MP Board Class 10th Science Chapter 1 पाठान्तर्गत प्रश्नोत्तर

प्रश्न श्रृंखला-1 # पृष्ठ संख्या 6

रासायनिक अभिक्रिया एवं समीकरण क्लास 10th MP Board प्रश्न 1.
वायु में जलाने से पूर्व मैग्नीशियम रिबन को साफ क्यों किया जाता है?
उत्तर:
मैग्नीशियम रिबन के ऊपर एक धुंधली मैग्नीशियम ऑक्साइड, आरक्षक परत जम जाती है उसे हटाने के लिए वायु में जलाने से पूर्व मैग्नेशियम रिबन को साफ किया जाता है क्योंकि यह आरक्षी परत मैग्नीशियम को ऑक्सीजन से क्रिया करने से रोकती है।

रासायनिक अभिक्रिया एवं समीकरण क्लास 10th MP Board प्रश्न 2.
निम्नलिखित रासायनिक अभिक्रियाओं के लिए संतुलित समीकरण लिखिए –

  1. हाइड्रोजन + क्लोरीन → हाइड्रोजन क्लोराइड।
  2. बेरियम क्लोराइड + ऐलुमिनियम सल्फेट → बेरियम सल्फेट + ऐलुमिनियम क्लोराइड।
  3. सोडियम + जल → सोडियम हाइड्रॉक्साइड + हाइड्रोजन।

उत्तर:

  1. H2 + Cl2 → 2HCl
  2. 3BaCl + Al2(SO4)3 → 3BaSO4 + 2AlCl3
  3. 2Na + 2H2O → 2NaOH + H2

रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण MP Board प्रश्न 3.
निम्नलिखित अभिक्रियाओं के लिए उनकी अवस्था के संकेतों के साथ संतुलित रासायनिक समीकरण लिखिए –

  1. जल में बेरियम क्लोराइड तथा सोडियम सल्फेट के विलयन अभिक्रिया करके सोडियम क्लोराइड का विलयन तथा अघुलनशील बेरियम सल्फेट का अवक्षेप बनाता है।
  2. सोडियम हाइड्रॉक्साइड का विलयन (जल में) हाइड्रोक्लोरिक अम्ल के विलयन (जल में) से अभिक्रिया करके सोडियम क्लोराइड का विलयन तथा जल बनाते हैं।

उत्तर:

  1. BaCl2(aq) + Na2(SO4)(aq) → 2NaCl(aq) + BaSO4(s)
  2. NaOH(aq) + HCl(aq) → NaCl(aq) + H2O(l)

प्रश्न श्रृंखला-2 # पृष्ठ संख्या 11

अध्याय 1 रासायनिक अभिक्रिया एवं समीकरण MP Board प्रश्न 1.
किसी पदार्थ ‘X’ के विलयन का उपयोग सफेदी करने के लिए होता है।

  1. पदार्थ ‘X’ का नाम तथा इसका सूत्र लिखिए।
  2. 1 में लिखे पदार्थ ‘X’ की जल के साथ अभिक्रिया लिखिए।

उत्तर:

  1. पदार्थ ‘X’ का नाम: कैल्सियम ऑक्साइड एवं पदार्थ ‘X’ का सूत्र: CaO
  2. CaO + H2O → Ca(OH)2 + ऊष्मा।

रासायनिक अभिक्रिया एवं समीकरण के प्रश्न उत्तर MP Board प्रश्न 2.
क्रियाकलाप 1.7 में एक परखनली में एकत्रित गैस की मात्रा दूसरी में दोगुनी क्यों है? उस गैस का नाम बताइए।
उत्तर:
क्रियाकलाप 1.7 में जल का विद्युत् अपघटन होकर हाइड्रोजन एवं ऑक्सीजन गैसें बनती हैं और दो अणु जल से 2 अणु हाइड्रोजन तथा 1 अणु ऑक्सीजन बनते हैं। इसलिए एक गैस (हाइड्रोजन) दूसरी गैस (ऑक्सीजन) से दोगुनी है। उस गैस का नाम हाइड्रोजन है।

प्रश्न श्रृंखला-3 # पृष्ठ संख्या 15

रासायनिक अभिक्रिया एवं समीकरण MP Board प्रश्न 1.
जब लोहे की कील को कॉपर सल्फेट के विलयन में डुबोया जाता है तो विलयन का रंग क्यों बदल जाता है?
उत्तर:
जब लोहे की कील को कॉपर सल्फेट के नीले घोल में डुबोया जाता है तो लोहा कॉपर सल्फेट के घोल से कॉपर को विस्थापित करके फेरस सल्फेट का हरा विलयन बनाता है। इस कारण विलयन का रंग बदल जाता है।
रासायनिक अभिक्रिया एवं समीकरण क्लास 10th MP Board

रासायनिक अभिक्रिया एवं समीकरण प्रश्न उत्तर MP Board प्रश्न 2.
क्रियाकलाप 1.10 से भिन्न द्वि – विस्थापन अभिक्रिया का एक उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
जब सिल्वर नाइट्रेट के विलयन में सोडियम क्लोराइड का विलयन मिलाते हैं तो द्वि – विस्थापन अभिक्रिया द्वारा सिल्वर क्लोराइड का सफेद अवक्षेप तथा सोडियम नाइट्रेट का विलयन बनता है।
AgNO3(aq) + NaCl(aq) → AgCl(s) + NaNO3(aq)

रासायनिक अभिक्रिया एवं समीकरण क्लास 10 वीं MP Board प्रश्न 3.
निम्नलिखित अभिक्रियाओं में उपचयित एवं अपचयित पदार्थों की पहचान कीजिए –

  1. 4Na(s) + O2(g) → 2Na2O(s)
  2. CuO(s) + H2(g) → Cu(s) + H2O(l)

उत्तर:

  1. Na = उपचयित एवं O2 = अपचयित
  2. CuO = अपचयित एवं H2 = उपचयित

MP Board Class 10th Science Chapter 1 पाठान्त प्रश्नोत्तर

रासायनिक अभिक्रिया एवं समीकरण कक्षा 10 MP Board प्रश्न 1.
नीचे दी गई अभिक्रिया के सम्बन्ध में कौन – सा कथन असत्य है
2PbO(s) + C(s) → 2Pb(s) + CO2(g)
(a) सीसा अपचयित हो रहा है।
(b) कार्बन डाइऑक्साइड उपचयित हो रही है।
(c) कार्बन उपचयित हो रहा है।
(d) लेड ऑक्साइड अपचयित हो रहा है।

  1. (a) एवं (b)
  2. (a) एवं (c)
  3. (a), (b) एवं (c)
  4. सभी

उत्तर:
1. (a) एवं (b)

रासायनिक अभिक्रिया एवं समीकरण के प्रश्न उत्तर Pdf MP Board प्रश्न 2.
Fe2O3 + 2Al → Al2O3 +2Fe
ऊपर दी गयी अभिक्रिया किस प्रकार की है?
(a) संयोजन अभिक्रिया।
(b) द्वि – विस्थापन अभिक्रिया।
(c) वियोजन अभिक्रिया।
(d) विस्थापन अभिक्रिया।
उत्तर:
(d) विस्थापन अभिक्रिया।

Rasayanik Abhikriya Avn Samikaran Question Answer MP Board प्रश्न 3.
लोह चूर्ण पर तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल डालने से क्या होता है? सही उत्तर पर निशान लगाइए।
(a) हाइड्रोजन गैस एवं आयरन क्लोराइड बनता है।
(b) क्लोरीन गैस एवं आयरन हाइड्रॉक्साइड बनता है।
(c) कोई अभिक्रिया नहीं होती।
(d) आयरन लवण एवं जल बनता है।
उत्तर:
(a) हाइड्रोजन गैस एवं आयरन क्लोराइड बनता है।

Mp Board Class 10 Science Solution प्रश्न 4.
संतुलित रासायनिक समीकरण क्या है? रासायनिक समीकरण को संतुलित करना क्यों आवश्यक है?
उत्तर:
संतुलित रासायनिक समीकरण:
“जिस रासायनिक समीकरण में अभिकारकों एवं उत्पादों के कुल द्रव्यमान समान हों अर्थात् अभिक्रिया के पहले एवं उसके पश्चात् प्रत्येक तत्व के परमाणुओं की संख्या समान हो तो वह समीकरण संतुलित रासायनिक समीकरण कहलाता है।”
द्रव्यमान संरक्षण के नियम के परिपालन के लिए रासायनिक समीकरण को संतुलित करना आवश्यक है।

Rasayanik Abhikriya Avam Samikaran Class 10th Question Answer MP Board प्रश्न 5.
निम्नलिखित कथनों को रासायनिक समीकरण के रूप में परिवर्तित कर उन्हें सन्तुलित कीजिए –

  1. नाइट्रोजन, हाइड्रोजन गैस से संयोग करके अमोनिया बनाता है।
  2. हाइड्रोजन सल्फाइड गैस का वायु में दहन होने पर जल एवं सल्फर डाइऑक्साइड बनता है।
  3. ऐलुमिनियम सल्फेट के साथ अभिक्रिया करके बेरियम क्लोराइड, ऐलुमिनियम क्लोराइड एवं बेरियम सल्फेट का अवक्षेप देता है।
  4. पोटैशियम धातु जल के साथ अभिक्रिया करके पोटैशियम हाइड्रॉक्साइड एवं हाइड्रोजन गैस देती है।

उत्तर:

  1. N2 + 3H2 → 2NH3
  2. 2H2S + 3O2 → 2H2O + 2SO2
  3. Al2 (SO4)3 + 3BaCl2 → 2AlCl3 + 3BaSO4
  4. 2K + 2H2O → 2KOH + H2

प्रश्न 6.
निम्नलिखित समीकरणों को सन्तुलित कीजिए –

  1. HNO3 + Ca(OH)2 → Ca(NO3)2 + H2O
  2. NaOH + H2SO4 → Na2SO4 + H2O
  3. NaCl + AgNO3 →AgCl+ NaNO3
  4. BaCl2 + H2SO4 → BaSO4 + HCl

उत्तर:

  1. 2HNO3(aq) + Ca(OH)2(aq) → Ca(NO3)2(aq) + 2H2O(l)
  2. 2NaOH(aq) + H2SO4(aq) → Na2SO4(aq) + 2H2O(l)
  3. NaCl(aq) + AgNO3(aq) AgCl(s) + NaNO3(aq)
  4. BaCl2(aq) + H2SO4(aq) → BaSO4(s) + 2HCl(aq)

प्रश्न 7.
निम्नलिखित अभिक्रियाओं के लिए संतुलित रासायनिक समीकरण लिखिए –

  1. कैल्सियम हाइड्रॉक्साइड + कार्बन डाइऑक्साइड → कैल्सियम कार्बोनेट + जल
  2. जिंक + सिल्वर नाइट्रेट → जिंक नाइट्रेट + सिल्वर
  3. ऐलुमिनियम + कॉपर क्लोराइड → ऐलुमिनियम क्लोराइड + कॉपर
  4. बेरियम क्लोराइड + पोटैशियम सल्फेट → बेरियम सल्फेट + पोटैशियम क्लोराइड।

उत्तर:

  1. Ca(OH)2(aq) + CO2(g) → CaCO3(s) + H2O(l)
  2. Zn(s) + 2Ag (NO3)(aq) → Zn(NO3)2(aq) + 2Ag(s)
  3. 2Al(s) + 3CuCl2(aq) → 2AlCl3(aq) + 3Cu(s)
  4. BaCl2(aq) + K2SO4(aq) → BaSO4(s) + 2KCl(aq)

प्रश्न 8.
निम्नलिखित अभिक्रियाओं के लिए संतुलित रासायनिक समीकरण लिखिए एवं प्रत्येक अभिक्रिया का प्रकार बताइए –

  1. पोटैशियम ब्रोमाइड(aq) + बेरियम आयोडाइड(aq) → पोटैशियम आयोडाइड(aq) + बेरियम ब्रोमाइड(s)
  2. जिंक कार्बोनेट(s) → जिंक ऑक्साइड(s) + कार्बन डाइऑक्साइड(g)
  3. हाइड्रोजन(g) + क्लोरीन(g) → हाइड्रोजन क्लोराइड(g)
  4. मैग्नीशियम(s) + हाइड्रोक्लोरिक अम्ल(aq) मैग्नीशियम क्लोराइड(aq) + हाइड्रोजन(g)

उत्तर:

  1. 2KBr(aq) + BaI2(aq) → 2KI(aq) + BaBr2(s)
    अभिक्रिया का प्रकार – द्वि – विस्थापन अभिक्रिया।
  2. ZnCO3(s) → ZnO(s) + CO2(g)
    अभिक्रिया का प्रकार – वियोजन (अपघटन) अभिक्रिया।
  3. H2(g) + Cl2(g) → 2HCl(g)
    अभिक्रिया का प्रकार – संयोजन अभिक्रिया।
  4. Mg(s) + 2HCl(aq) → MgCl2(aq) + H2(g)
    अभिक्रिया का प्रकार – विस्थापन अभिक्रिया।

प्रश्न 9.
ऊष्माक्षेपी एवं ऊष्माशोषी अभिक्रिया का क्या अर्थ है? उदाहरण दीजिए। (2019)
उत्तर:

  1. ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया:
    “जिस रासायनिक अभिक्रिया में उत्पादों के साथ ऊष्मा भी निकलती है, वह ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया कहलाती है।”
    उदाहरण:
    CH4(g) + 2O2(g) → CO2(g) + 2H2O(g) + ऊर्जा (ऊष्मा)
  2. ऊष्माशोषी अभिक्रिया:
    “जिस रासायनिक अभिक्रिया में ऊष्मा (ऊर्जा) का अवशोषण होता है वह ऊष्माशोषी अभिक्रिया कहलाती है।”
    उदाहरण:
    2Pb(NO3)2(s) \(\underrightarrow { heat } \) 2Pb(O)(s) + 4NO2(g) + O2(g)

प्रश्न 10.
श्वसन को ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया क्यों कहते हैं? वर्णन कीजिए।
उत्तर:
श्वसन एक मंद दहन ऑक्सीकरण की अभिक्रिया है जिसमें कार्बन डाइऑक्साइड, जलवाष्प एवं ATP के रूप में ऊष्मा (ऊर्जा) निकलती है। इसलिए इसे ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया कहते हैं।

प्रश्न 11.
वियोजन अभिक्रिया को संयोजन अभिक्रिया के विपरीत क्यों कहा जाता है? इन अभिक्रियाओं के लिए समीकरण लिखिए।
उत्तर:
वियोजन अभिक्रिया में एकल अभिकर्मक टूट कर दो या दो से अधिक उत्पाद बनते हैं, जबकि संयोजन में दो या दो से अधिक अभिकर्मक संयुक्त होकर एकल उत्पाद बनाते हैं।
समीकरण – वियोजन:
रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण MP Board
संयोजन: 2Mg(s) + O2(g) → 2MgO(s)

प्रश्न 12.
उन वियोजन अभिक्रियाओं के एक – एक समीकरण दीजिए जिनमें ऊष्मा, प्रकाश एवं विद्युत् के रूप में ऊर्जा प्रदान की जाती है।
उत्तर:
अध्याय 1 रासायनिक अभिक्रिया एवं समीकरण MP Board

प्रश्न 13.
विस्थापन एवं द्वि – विस्थापन अभिक्रियाओं में क्या अन्तर है? इन अभिक्रियाओं के समीकरण लिखिए।
उत्तर:
विस्थापन अभिक्रिया में एक तत्व दूसरे तत्व को उसके लवण से पृथक् करके उसका स्थान स्वयं ग्रहण कर लेता है, जबकि द्वि – विस्थापन में अभिकारकों के बीच आयनों का आदान – प्रदान होता है।
समीकरण – विस्थापन: Fe(s) + CuSO4(aq) → FeSO4(aq) + Cu(s)
द्वि – विस्थापन: Na2SO4(aq) + BaCl2(aq) → 2NaCl(aq) + BaSO4(s)

प्रश्न 14.
सिल्वर के शोधन में सिल्वर नाइट्रेट के विलयन से सिल्वर प्राप्त करने के लिए कॉपर धातु द्वारा विस्थापन किया जाता है। इस प्रक्रिया के लिए अभिक्रिया लिखिए।
उत्तर:
2AgNO3(aq) + Cu(s) → Cu(NO3)2 (aq) + 2Ag(s)

प्रश्न 15.
अवक्षेपण अभिक्रिया से आप क्या समझते हैं? उदाहरण देकर समझाइए।
उत्तर:
अवक्षेपण:
“जब दो अभिकारक (क्रियाकारक) विलयन आपस में अभिक्रिया करके अविलेय ठोस उत्पाद बनाते हैं तो उस विलयन में उस ठोस के कण अवक्षेपित हो जाते हैं इस क्रिया को अवक्षेपण कहते हैं।”
उदाहरण:
रासायनिक अभिक्रिया एवं समीकरण के प्रश्न उत्तर MP Board

प्रश्न 16.
ऑक्सीजन के योग या ह्रास के आधार पर निम्नलिखित पदों की व्याख्या कीजिए। प्रत्येक के लिए दो उदाहरण दीजिए –

  1. उपचयन।
  2. अपचयन।

उत्तर:
1. उपचयन:
जब किसी पदार्थ से ऑक्सीजन का संयोग होता है तो उस पदार्थ का उपचयन होता है। अर्थात् किसी पदार्थ (तत्व या यौगिक) एवं ऑक्सीजन के योग की अभिक्रिया उपचयन कहलाती है।

उदाहरण:
(i) रासायनिक अभिक्रिया एवं समीकरण MP Board
(ii) C + O2 → CO2

उपर्युक्त उदाहरणों में Cu एवं C का उपचयन हो रहा है।

2. अपचयन:
“जब किसी पदार्थ (ऑक्साइड) से ऑक्सीजन का ह्रास होता है तब उस पदार्थ का अपचयन होता है और यह O2 ह्रास की अभिक्रिया अपचयन कहलाती है।

उदाहरण:
(i) MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 1 रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण 6
(Ii) ZnO + C → Zn + CO

उपर्युक्त उदाहरणों में CuO एवं ZnO का अपचयन हो रहा है।

प्रश्न 17.
एक भूरे रंग का चमकदार तत्व ‘X’ को वायु की उपस्थिति में गर्म करने पर वह काले रंग का हो जाता है। इस तत्व ‘X’ एवं उस काले रंग के यौगिक का नाम बताइए।
उत्तर:
तत्व ‘X’ का नाम: कॉपर (Cu) काले रंग के यौगिक का नाम: कॉपर ऑक्साइड (CuO).

प्रश्न 18. (2019)
लोहे की वस्तुओं को हम पेंट क्यों करते हैं?
उत्तर:
लोहे की वस्तुओं को संक्षारण से बचाने के लिए हम उनको पेंट करते हैं जिससे वे नमी के सम्पर्क में न आएँ।

प्रश्न 19.
तेल एवं वसा युक्त पदार्थों को नाइट्रोजन से प्रभावित क्यों किया जाता है?
उत्तर:
तेल एवं वसा युक्त खाद्य सामग्री वायु या ऑक्सीजन के सम्पर्क में अधिक समय तक रहने पर उपचयित होकर अपना स्वाद एवं गंध बदल कर विकृतगंधी हो जाते हैं इसलिए इन्हें नाइट्रोजन जैसे कम सक्रिय गैसों से प्रभावित किया जाता है।

प्रश्न 20.
निम्नलिखित पदों का वर्णन कीजिए तथा प्रत्येक का एक – एक उदाहरण दीजिए। (2019)

  1. संक्षारण।
  2. विकृतगंधिता।

उत्तर:

  1. संक्षारण:
    “जब लोहे या लोहे जैसे पदार्थों से बनी वस्तुएँ अपने आस – पास अम्ल, आर्द्रता (नमी) आदि के सम्पर्क में आती हैं तब ये संक्षारित होती हैं। इस प्रक्रिया को संक्षारण कहते हैं।
    उदाहरण: लोहे पर जंग लगना अर्थात् उस पर लाल – भूरी परत जमना।
  2. विकृतगंधिता:
    “तेल या वसा युक्त खाद्य पदार्थ उपचयित होकर अपना स्वाद एवं गंध को बदल देते हैं, यह घटना विकृतगंधिता कहलाती है।”
    उदाहरण:
    तेल या वसा में तले हुए खाद्य पदार्थ; जैसे – नमकीन, चिप्स आदि लम्बे समय तक रखने पर उनका स्वाद एवं गंध अप्रिय हो जाती हैं।

MP Board Class 10th Science Chapter 1 परीक्षोपयोगी अतिरिक्त प्रश्नोत्तर

MP Board Class 10th Science Chapter 1 वस्तुनिष्ठ प्रश्न

बहुविकल्पीय प्रश्न

प्रश्न 1.
निम्न में कौन भौतिक परिवर्तन नहीं है ?
(a) खौलते पानी से जलवाष्प बनना
(b) बर्फ का पिघलकर जल बनना
(c) नमक का पानी में घुलना
(d) L.P.G. का दहन
उत्तर:
(d) L.P.G. का दहन

प्रश्न 2.
निम्न अभिक्रिया एक उदाहरण है –
4NH3(g) + 5O2(g) → 4NO(g) + 6H2O(g)
(i) विस्थापन अभिक्रिया
(ii) संयोजन अभिक्रिया
(iii) उपापचय अभिक्रिया
(iv) उदासीनीकरण अभिक्रिया
(a) (i) एवं (iv)
(b) (ii) एवं (iii)
(c) (i) एवं (iii)
(d) (iii) एवं (iv)
उत्तर:
(c) (i) एवं (iii)

प्रश्न 3.
दी हुई निम्न अभिक्रिया के संदर्भ में निम्न में से से सत्य कथन हैं?
3Fe(s) + 4H2O(g) → Fe3O4(s) + 4H2(g)
(i) लोह धातु उपचयित हो रही है।
(ii) जल का अपचयन हो रहा है।
(iii) जल अपचायक का कार्य कर रहा है।
(iv) जल उपचायक का कार्य कर रहा है।
(a) (i), (ii) एवं (iii)
(b) (iii) एवं (iv)
(c) (i), (ii) एवं (iv)
(d) (ii) एवं (iv)
उत्तर:
(c) (i), (ii) एवं (iv)

प्रश्न 4.
निम्नलिखित में कौन ऊष्माक्षेपी अभिक्रियाएँ हैं?
(i) जल की बिना बुझे चूने से अभिक्रिया
(ii) किसी अम्ल का तनुकरण
(iii) जल का वाष्पीकरण
(iv) कपूर के क्रिस्टल्स का ऊर्ध्वपातन
(a) (i) एवं (ii)
(b) (ii) एवं (iii)
(c) (i) एवं (iv)
(d) (iii) एवं (iv)
उत्तर:
(a) (i) एवं (ii)

प्रश्न 5.
तीन बीकरों पर क्रमशः A, B एवं C अंकित हैं। प्रत्येक में 25 ml जल लिया गया है। थोड़ी – थोड़ी मात्रा में NaOH, निर्जल CuSO4 एवं NaCl क्रमश: A, B एवं C में मिलाया गया है। बीकर A एवं B में रखे विलयनों के ताप में वृद्धि जबकि बीकर C में रखे विलयन के ताप में कमी प्रेक्षित की गई। निम्न में सत्य कथन है –
(i) बीकर A एवं B में ऊष्माशोषी प्रक्रम घटित हुआ है।
(ii) बीकर A एवं B में ऊष्माक्षेपी प्रक्रम घटित हुआ है।
(iii) बीकर C में ऊष्माक्षेपी प्रक्रम घटित हुआ है।
(iv) बीकर D में ऊष्माशोषी प्रक्रम घटित हुआ है।
(a) केवल (i)
(b) केवल (ii)
(c) (i) एवं (iv)
(d) (ii) एवं (iii)
उत्तर:
(c) (i) एवं (iv)

प्रश्न 6.
एक अम्लीय पोटैशियम परमैंगनेट विलयन युक्त बीकर में धीरे – धीरे तनु फेरस सल्फेट का विलयन मिलाया जाता है तो हल्का जामुनी रंग हल्का पड़ता है और अन्त में गायब हो जाता है। उक्त प्रेक्षण के लिए निम्न में कौन – सा कथन सत्य है?
(a) KMnO4 उपचायक है यह FeSO4 का उपचयन कर देता है।
(b) FeSO4 उपचायक है यह KMnO4 का उपचयन कर देता है।
(c) रंग तो तनुता के कारण गायब होता है, यहाँ कोई अभिक्रिया नहीं हुई
(d) KMnO4 एक अस्थायी यौगिक है जो FeSO4 की उपस्थिति में रंगहीन यौगिकों में विखण्डित हो जाता है।
उत्तर:
(a) KMnO4 उपचायक है यह FeSO4 का उपचयन कर देता है।

प्रश्न 7.
निम्नलिखित में कौन द्वि – विस्थापन अभिक्रियाएँ हैं ?
(i) Pb + CuCl2 → PbCl2 + Cu
(ii) Na2SO4 + BaCl2 → BaSO4 + 2NaCl
(iii) C + O2 → CO2
(iv) CH4 + 2O2 → CO2 +2H2O
(a) (i) एवं (iv)
(b) केवल (ii)
(c) (i) एवं (ii)
(d) (iii) एवं (iv)
उत्तर:
(b) केवल (ii)

प्रश्न 8.
निम्न में कौन – सा कथन सत्य है ? देर समय तक सिल्वर क्लोराइड को सूर्य के प्रकाश में रखने पर वह काला पड़ जाता है, क्योंकि?
(i) सिल्वर क्लोराइड के विखण्डन से सिल्वर बनता है।
(ii) सिल्वर क्लोराइड का ऊर्ध्वपातन हो जाता है।
(iii) सिल्वर क्लोराइड से क्लोरीन गैस का अपघटन होता है।
(iv) सिल्वर क्लोराइड का उपचयन हो जाता है।
(a) केवल (i)
(b) (i) एवं (iii)
(c) (ii) एवं (iii)
(d) केवल (iv)
उत्तर:
(a) केवल (i)

प्रश्न 9.
ठोस कैल्सियम ऑक्साइड जल के साथ बहुत तीव्रता से अभिक्रिया करके कैल्सियम हाइड्रॉक्साइड बनाता है और ऊष्मा निकलती है। यह प्रक्रिया चूने का बुझना कहलाती है। कैल्सिमय हाइड्रॉक्साइड जल में घुलकर विलयन बनाता है जिसे चूने का पानी कहते हैं। निम्न में कौन-सा कथन सत्य है, चूने के बुझने एवं विलयन के निर्माण के सन्दर्भ में –
(i) यह एक ऊष्माशोषी अभिक्रिया है।
(ii) यह एक ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया है।
(iii) परिणामी विलयन का pH मान 7 से अधिक होगा।
(iv) परिणामी विलयन का pH मान 7 से कम होगा।
(a) (i) एवं (ii)
(b) (ii) एवं (iii)
(c) (i) एवं (iv)
(d) (iii) एवं (iv)
उत्तर:
(b) (ii) एवं (iii)

प्रश्न 10.
बेरियम क्लोराइड अमोनियम सल्फेट से अभिक्रिया करके बेरियम सल्फेट एवं अमोनियम क्लोराइड बनाता है। निम्नलिखित में से कौन – से कथन अभिक्रिया के प्रकार को सही प्रकार प्रदर्शित करते हैं?
(i) विस्थापन अभिक्रिया।
(i) अवक्षेपण अभिक्रिया।
(iii) संयोजन अभिक्रिया।
(iv) द्वि – विस्थापन अभिक्रिया।
(a) केवल (i)
(b) केवल (ii)
(c) केवल (iv)
(d) (ii) एवं (iv)
उत्तर:
(d) (ii) एवं (iv)

प्रश्न 11.
जल का विद्युत् अपघटन एक विघटन (अपघटन) अभिक्रिया है। हाइड्रोजन एवं ऑक्सीजन के निकलने में मोल अनुपात होगा –
(a) 1:1
(b) 2 : 1
(c) 4:1
(d) 1 : 2
उत्तर:
(b) 2 : 1

प्रश्न 12.
निम्नलिखित प्रक्रियाओं में कौन ऊष्माशोषी है?
(i) सल्फ्यूरिक अम्ल का तनुकरण।
(ii) शुष्क बर्फ का ऊर्ध्वपातन।
(iii) जलवाष्प का संघनन।
(iv) जल का वाष्पीकरण।
(a) (i) एवं (iii)
(b) केवल (ii)
(c) केवल (iii)
(d) (ii) एवं (iv)
उत्तर:
(d) (ii) एवं (iv)

प्रश्न 13.
जलीय पोटैशियम आयोडाइड एवं जलीय लेड नाइट्रेट विलयनों के मध्य द्वि – विस्थापन की अभिक्रिया में लेड आयोडाइड का पीला अवक्षेप बनता है, लेकिन इस क्रिया के सम्पादन हेतु लेड नाइट्रेट उपलब्ध नहीं है तो इसके स्थान पर निम्नलिखित में से कौन प्रयुक्त किया जा सकता है?
(a) अविलेय लेड सल्फेट
(b) लेड ऐसीटेट
(c) अमोनियम नाइट्रेट
(d) पोटैशियम सल्फेट
उत्तर:
(b) लेड ऐसीटेट

प्रश्न 14.
निम्न में से कौन – सी गैस तेल के ताजे नमूने को लम्बे समय तक रखने के लिए प्रयुक्त की जा सकती है?
(a) कार्बन डाइऑक्साइड या ऑक्सीजन
(b) नाइट्रोजन या ऑक्सीजन
(c) कार्बन डाइऑक्साइड या हीलियम
(d) हीलियम या नाइट्रोजन
उत्तर:
(d) हीलियम या नाइट्रोजन

प्रश्न 15.
प्रयोगशाला में ऑक्सीजन गैस बनाने के लिए निम्न अभिक्रिया प्रयोग की जाती है –
MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 1 रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण 7
निम्न में कौन – सा कथन इस अभिक्रिया के सन्दर्भ में सत्य है –
(a) यह एक ऊष्माशोषी प्रकृति की अपघटन अभिक्रिया है।
(b) यह एक संयोजन अभिक्रिया है।
(c) यह एक ऊष्माक्षेपी प्रकृति की अपघटन अभिक्रिया है।
(d) यह एक ऊष्माक्षेपी प्रकाश – रसायन अपघटन की अभिक्रिया है।
उत्तर:
(a) यह एक ऊष्माशोषी प्रकृति की अपघटन अभिक्रिया है।

प्रश्न 16.
निम्न में कौन प्रक्रिया रासायनिक अभिक्रिया है ?
(a) एक गैस सिलेण्डर में उच्च दाब पर ऑक्सीजन गैस को संग्रह करना
(b) वायु का द्रवीकरण
(c) चाइना डिश में पेट्रोल को खुले में रखना
(d) ताँबे के तार को हवा की उपस्थिति में उच्च ताप पर गर्म करना।
उत्तर:
(d) ताँबे के तार को हवा की उपस्थिति में उच्च ताप पर गर्म करना।

प्रश्न 17.
निम्नलिखित रासायनिक समीकरणों में कौन से संक्षिप्त रूप क्रियाकारक (अभिकारक) एवं उत्पादों की सही भौतिक अवस्था को प्रदर्शित करते हैं?
(a) 2H2(l) + O2(l) → 2H2O(g)
(b) 2H2(g) + O2(l) → 2H2O(l)
(c) 2H2(g) + O2(g) → 2H2O(l)
(d) 2H2(g) + O2(g) → 2H2O(g)
उत्तर:
(d) 2H2(g) + O2(g) → 2H2O(g)

प्रश्न 18.
निम्नलिखित में कौन संयोजी अभिक्रिया है?
MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 1 रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण 8
(a) (i) एवं (iii)
(b) (iii) एवं (iv)
(c) (ii) एवं (iv)
(d) (ii) एवं (iii)
उत्तर:
(d) (ii) एवं (iii)

रिक्त स्थानों की पूर्ति

1. किसी रासायनिक अभिक्रिया का समीकरण के रूप में प्रतीकात्मक निरूपण ……….” कहलाता है।
2. ऐसी अभिक्रियाएँ जिनमें दो या दो से अधिक अभिकारक संयुक्त होकर एकल उत्पाद का निर्माण करते हैं ……….. कहलाती हैं।
3. जब किसी अभिक्रिया में एकल अभिकर्मक टूट कर दो या दो से अधिक छोटे – छोटे उत्पादों में विभक्त होता है। तब वह अभिक्रिया ………” कहलाती है।
4. जब एक अभिकर्मक तत्व दूसरे अभिकर्मक यौगिक में से दूसरे तत्व को विस्थापित करके स्वयं उसका स्थान ग्रहण कर लेता है तब वह अभिक्रिया …..” कहलाती है।
5. वे अभिक्रियाएँ जिनमें अभिकारकों के बीच आयनों का आदान प्रदान होता है ……..” कहलाती हैं।
6. वे अभिक्रियाएँ जिनमें उत्पाद के साथ – साथ ऊष्मा भी उत्पन्न होती है उन्हें ………” अभिक्रियाएँ कहते हैं। (2019)
उत्तर:

  1. रासायनिक समीकरण।
  2. संयोजन अभिक्रियाएँ।
  3. अपघटन (वियोजन) अभिक्रिया।
  4. विस्थापन अभिक्रिया।
  5. द्वि – विस्थापन अभिक्रियाएँ।
  6. ऊष्माक्षेपी।

जोड़ी बनाइए
MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 1 रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण 9
उत्तर:

  1. → (c)
  2. → (d)
  3. → (e)
  4. → (a)
  5. → (b)

सत्य/असत्य कथन

  1. सल्फ्यूरिक अम्ल का तनुकरण ऊष्माशोषी अभिक्रिया है।
  2. MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 1 रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण 10
  3. अमोनियम क्लोराइड को जल में घोलने पर विलयन ठंडा हो जाना, ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया है।
  4. MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 1 रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण 11
  5. जो पदार्थ ऑक्सीकृत (उपचयित) हो जाते हैं वे ऑक्सीकारक (उपचायक) कहलाते हैं।

उत्तर:

  1. असत्य।
  2. सत्य।
  3. असत्य।
  4. सत्य।
  5. असत्य।

एक शब्द/वाक्य में उत्तर

  1. जब किसी यौगिक से ऑक्सीजन संयुक्त होती है तब यह अभिक्रिया क्या कहलाती है?
  2. जब किसी यौगिक से ऑक्सीजन की क्षति होती है तब यह अभिक्रिया क्या कहलाती है?
  3. दो विलयनों को मिलाने पर एक अविलेय पदार्थ बनता है उस अभिक्रिया को क्या कहेंगे?
  4. जिस अभिक्रिया में उपचयन एवं अपचयन दोनों होते हैं, वह अंभिक्रिया क्या कहलाती है?
  5. लोहे पर जंग लगना किस प्रकार की अभिक्रिया है?

उत्तर:

  1. उपचयन
  2. अपचयन
  3. अवक्षेपण
  4. उपापचयन या रेडॉक्स अभिक्रिया
  5. संक्षारण

MP Board Class 10th Science Chapter 1 अति लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
रासायनिक समीकरण से क्या समझते हो? किसी सन्तुलित समीकरण का उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
रासायनिक समीकरण:
“किसी रासायनिक अभिक्रिया को समीकरण के रूप में उसके अभिकारक एवं उत्पादों का प्रतीकात्मक निरूपण रासायनिक समीकरण कहलाता है।”
उदाहरण: (सोडियम हाइड्रॉक्साइड) + (हाइड्रोक्लोरिक अम्ल) → (सोडियम क्लोराइड) + (जल)
NaOH(aq) + HCl(aq) → NaCl(aq) +H2O(l)

प्रश्न 2.
संयोजन अभिक्रिया को उदाहरण सहित समझाइए।
उत्तर:
संयोजन अभिक्रियाएँ:
“वे रासायनिक अभिक्रियाएँ, जिनमें दो या दो से अधिक तत्व या यौगिक संयुक्त होकर एकल उत्पाद बनाते हैं, संयोजन अभिक्रियाएँ कहलाती हैं।”
उदाहरण:
NH3(g) + HCl(g) → NH4Cl(g)

प्रश्न 3.
अपघटन या वियोजन से क्या समझते हो? उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
अपघटन या वियोजन:
“वे रासायनिक अभिक्रियाएँ जिनमें एक अभिकारक टूट कर दो या दो से अधिक छोटे उत्पादों में विखण्डित होता है, अपघटन या वियोजन अभिक्रियाएँ कहलाती हैं।”
उदाहरण:
MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 1 रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण 12

प्रश्न 4.
विस्थापन अभिक्रियाएँ किन्हें कहते हैं? उदाहरण दीजिए। (2019)
उत्तर:
विस्थापन अभिक्रियाएँ:
“वे अभिक्रियाएँ जिनमें एक अभिकर्मक तत्व दूसरे अभिकर्मक यौगिक में से दूसरे तत्व को विस्थापित करके स्वयं उसका स्थान ग्रहण कर लेता है, विस्थापन अभिक्रियाएँ कहलाती हैं।
उदाहरण:
Fe(s) + CuSO4(aq) → FeSO4(aq) + Cu(s)

प्रश्न 5.
द्वि – विस्थापन अभिक्रियाएँ किन्हें कहते हैं? उदाहरण दीजिए। (2019)
उत्तर:
द्वि – विस्थापन अभिक्रियाएँ:
“वे अभिक्रियाएँ जिनमें अभिकारकों के बीच आयनों का आदान – प्रदान होता है, द्वि – विस्थापन अभिक्रियाएँ कहलाती हैं।
उदाहरण:
BaCl2(aq) + Na2SO4(aq) → BaSO4(s) + 2NaCl(aq)

प्रश्न 6.
उपापचयन रेडॉक्स) अभिक्रियाओं से क्या समझते हो? उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
उपापचयन (रेडॉक्स) अभिक्रियाएँ:
वे अभिक्रियाएँ जिनमें एक अभिकारक का उपचयन होता है तथा दूसरे का अपचयन, उपापचयन (रेडॉक्स) अभिक्रियाएँ कहलाती हैं।
उदाहरण:
Fe2O3(s) + 3CO(g) → 2Fe(s) + 3CO2(g)
यहाँ CO का उपचयन एवं Fe2O3 का अपचयन हो रहा है।

प्रश्न 7.
जब पोटैशियम क्लोराइड का विलयन सिल्वर नाइट्रेट के विलयन में मिलाया जाता है, तो एक अविलेय सफेद पदार्थ बनता है। इसमें होने वाली रासायनिक अभिक्रिया का समीकरण लिखिए तथा अभिक्रिया का प्रकार बताइए।
उत्तर:
KCl(aq) + AgNO3(aq) → KNO3(aq) + AgCl(s)
अभिक्रिया द्वि – विस्थापन एवं अवक्षेपण की है।

प्रश्न 8.
फेरस सल्फेट गर्म करने पर अपघटित होकर एक रंगहीन जलते गन्धक की सी गंध वाली गैस निकालता है। रासायनिक अभिक्रिया का समीकरण लिखिए तथा उसका प्रकार बताइए।
उत्तर:
2FeSO4(s) → Fe2O3(s) + SO2(g) SO3(g)
यह अभिक्रिया ऊष्मीय अपघटन की है।

प्रश्न 9.
जुगुनू (Fire – Flies) रात्रि में क्यों चमकते हैं?
उत्तर:
जुगनू के अन्दर एक प्रोटीन होता है जो एक एन्जाइम की उपस्थिति में वायु से ऑक्सीकृत हो जाता है। यह एक रासायनिक अभिक्रिया है जिसमें दृश्यप्रकाश उत्पन्न होता है इसलिए रात्रि में जुगुनू चमकते हैं।

प्रश्न 10.
पौधे पर लटके अंगूरों का किण्वन नहीं होता लेकिन पेड़ से तोड़ने के बाद इनका किण्वन हो सकता है। किन स्थितियों में उनका किण्वन होता है? क्या यह एक रासायनिक परिवर्तन है या भौतिक ?
उत्तर:
जब अंगर पौधे पर लटके होते हैं तब वे जीवित होते हैं तथा अपनी प्रतिरोधक क्षमता के कारण किण्वन से अपनी सुरक्षा कर सकते हैं लेकिन जब वे पौधे से अलग हो जाते हैं तो बैक्टीरिया पनपने लगते हैं तथा अवायवीय स्थिति में वे किण्वित हो जाते हैं। यह एक रासायनिक अभिक्रिया है।

प्रश्न 11.
पदार्थ x समूह 2 के तत्व का ऑक्साइड है जो सीमेण्ट उद्योग में प्रयुक्त होता है। यह पदार्थ हड्डियों में भी उपस्थित होता है। जब इसकी अभिक्रिया जल से होती है तो यह एक विलयन बनाता है जो लाल लिटमस को नीला कर देता है। X की पहचान कीजिए तथा होने वाली अभिक्रिया का समीकरण लिखिए।
उत्तर:
पदार्थ X कैल्सियम ऑक्साइड (CaO) है।
CaO(s) + H2O(l) → Ca(OH)2(aq)

प्रश्न 12.
हम सिल्वर क्लोराइड को गहरे ब्राउन रंग की बोतलों में क्यों रखते हैं?
उत्तर:
सिल्वर क्लोराइड सौर प्रकाश में निम्न अभिक्रिया के अनुसार अपघटित हो जाता है –
2AgCl(s) → 2Ag(s) + Cl2(g) इसलिए सिल्वर क्लोराइड को गहरे ब्राउन रंग की बोतलों में रखा जाता है।

MP Board Class 10th Science Chapter 1 लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
निम्न अभिक्रियाओं में अज्ञात x एवं y ज्ञात कीजिए –

  1. Pb(NO3)2(aq) + 2KI(aq) → PbI2(x) + 2KNO3(y)
  2. Cu(s) + 2AgNO3(aq) → Cu(NO3)2(aq) + x(s)
  3. Zn(s) + H2SO4(aq) → ZnSO4(x) + H2(y)
  4. CaCO3(s) \(\underrightarrow { x } \) CaO(s) + CO2(g)

उत्तर:

  1. x = (s), y = (aq)
  2. x = 2Ag
  3. x = (aq), y = (g)
  4. x = Heat

प्रश्न 2.
निम्न में कौन परिवर्तन ऊष्माक्षेपी और कौन ऊष्माशोषी है –

  1. फेरस सल्फेट का अपघटन।
  2. सल्फ्यूरिक अम्ल का तनुकरण।
  3. सोडियम हाइड्रॉक्साइड को जल में घोलना।
  4. अमोनियम क्लारोइड को जल में घोलना।

उत्तर:

  1. ऊष्माशोषी।
  2. ऊष्माक्षेपी।
  3. ऊष्माक्षेपी।
  4. ऊष्माशोषी।

प्रश्न 3.
निम्न अभिक्रियाओं में अपचायक पहचानिए –

  1. 4NH3 + 5O2 → 4NO + 6H2O
  2. H2O+ F2 → HF + HOF
  3. Fe2O3 +3CO → 2Fe + 3CO2
  4. 2H2 + O2 → 2H2O

उत्तर:

  1. NH3
  2. H2O क्योंकि F2, HF में अपचयित हो रही है।
  3. CO
  4. H2

प्रश्न 4.
निम्न अभिक्रियाओं में उपचायक पहचानिए –

  1. Pb3O4 + 8HCl → 3PbCl2 + Cl2 + 4H2O
  2. 2Mg + O2 → 2MgO
  3. CuSO4 + Zn → Cu + ZnSO4
  4. V2O5 + 5Ca → 2V + 5CaO
  5. 3Fe + 4H2O → Fe3O4 + 4H2
  6. CuO + H2 → Cu + H2O

उत्तर:

  1. Pb3O4
  2. O2
  3. CuSO4
  4. V2O5
  5. H2O
  6. CuO

प्रश्न 5.
निम्न अभिक्रियाओं के लिए सन्तुलित रासायनिक समीकरण लिखिए –

  1. सोडियम कार्बोनेट समान मोलर सान्द्रता के हाइड्रोक्लोरिक अम्ल से अभिक्रिया करके सोडियम क्लोराइड एवं सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट देता है।
  2. सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट हाइड्रोक्लोरिक अम्ल से अभिक्रिया करके सोडियम क्लोराइड एवं जल देता है तथा कार्बन डाइऑक्साइड गैस निकालता है।
  3. कॉपर सल्फेट पोटैशियम आयोडाइड से अभिक्रिया करके क्यूप्रस आयोडाइड (Cu2I2) का अवक्षेप देता है और पोटैशियम सल्फेट बनाने के साथ आयोडीन गैस निकालता है।

उत्तर:

  1. Na2CO3(aq) + HCl(aq) → NaCl(aq) + NaHCO3(aq)
  2. NaHCO3 (aq) + HCl (aq) → NaCl (aq) + H2O(l) + CO2(g)
  3. 2CuSO4(aq) + 4Kl(aq) → Cu2I2(s) + 2K2SO4(aq) + I2(g)

प्रश्न 6.
निम्न में कौन – सा भौतिक परिवर्तन तथा कौन – सा रासायनिक परिवर्तन हैं?

  1. पेट्रोल का वाष्पीकरण।
  2. LPG का दहन।
  3. किसी लोहे की छड़ को रक्त तप्त करना।
  4. दूध का दही जमना।
  5. ठोस अमोनियम क्लोराइड का ऊर्ध्वपातन।

उत्तर:

  1. भौतिक परिवर्तन।
  2. रासायनिक परिवर्तन।
  3. भौतिक परिवर्तन।
  4. रासायनिक परिवर्तन।
  5. भौतिक परिवर्तन।

प्रश्न 7.
कुछ धातुओं की तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल के साथ अभिक्रिया के समय निम्न प्रेक्षण लिये गये

  1. सिल्वर धातु ने कोई परिवर्तन प्रदर्शित नहीं किया।
  2. जब ऐलुमिनियम के साथ अभिक्रिया की गयी तो प्रतिकारी मिश्रण का तापक्रम बढ़ जाता है।
  3. सोडियम धातु के साथ अभिक्रिया तीव्र विस्फोटक होती है।
  4. जब लेड से अभिक्रिया होती है तो बुलबुलों के साथ गैस निकलती है।

उचित कारण देते हुए उक्त प्रेक्षणों को समझाइए।

उत्तर:

  1. सिल्वर धातु तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल से कोई क्रिया नहीं करती है।
  2. अभिक्रिया ऊष्माक्षेपी होने के कारण तापक्रम बढ़ता है।
  3. अभिक्रिया अति विस्फोट इसलिए है क्योंकि यह अति ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया है।
  4. जब लेड की अभिक्रिया तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल से होती है तो बुलबुलों के साथ हाइड्रोजन गैस निकलती है।

प्रश्न 8.
मैग्नीशियम की रिबन जब ऑक्सीजन में जलाई जाती है तो रोशनी के साथ सफेद यौगिक X बनाती है। अब यदि जलती हुई रिबन को नाइट्रोजन के जार में ले जाते हैं तो यह जलती रहती है और एक यौगिक Y बनाती है।

  1. X एवं Y के रासायनिक सूत्र लिखिए।
  2. जब X का जल में विलयन बनाया जाता है तो होने वाली अभिक्रिया का सन्तुलित रासायनिक समीकरण लिखिए।

उत्तर:

  1. X का रासायनिक सूत्र: MgO
    एवं Y का रासायनिक सूत्र: Mg3N2
  2. MgO(s) + H2O(l) → Mg(OH)2(aq)

प्रश्न 9.
सिल्वर की बनी वस्तुएँ अधिक समय तक खुली छोड़ दी जाती हैं तो प्रायः काली पड़ जाती हैं लेकिन जब ये काली वस्तुएँ टूथपेस्ट के साथ रगड़ी जाती हैं तो पुन: चमकने लगती हैं।

  1. सिल्वर की बनी वस्तुएँ जब अधिक समय तक खुली छोड़ी जाती हैं तो काली क्यों पड़ जाती हैं? इस परिघटना का नाम लिखिए।
  2. बनने वाले काले पदार्थ का नाम लिखिए तथा होने वाली अभिक्रिया का रासायनिक समीकरण दीजिए।

उत्तर:

  1. सिल्वर जैसी धातुएँ जब अधिक समय तक खुली रखी जाती हैं तो ये नमी (आर्द्रता), अम्ल, ऑक्सीजन एवं अन्य गैसों के सम्पर्क से संक्षारित होने लगती हैं। इस परिघटना को संक्षारण कहते हैं।
  2. वायु में उपस्थित H2S गैस से अभिक्रिया करके सिल्वर धातु सिल्वर सल्फाइड (Ag2S) काला यौगिक बनाती है।
    2Ag(s) + H2S(g) → Ag2S(s) + H2(g)

MP Board Class 10th Science Chapter 1 दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
निम्न रासायनिक अभिक्रियाओं के सन्तुलित समीकरण लिखिए तथा प्रत्येक स्थिति में अभिक्रिया का प्रकार बताइए
(a) नाइट्रोजन गैस, हाइड्रोजन गैस के साथ उत्प्रेरक की उपस्थिति में 773K तापक्रम पर अभिक्रिया करके अमोनिया गैस बनाती है।
(b) सोडियम हाइड्रॉक्साइड विलयन, ऐसीटिक एसिड से अभिक्रिया करके सोडियम ऐसीटेट एवं जल बनाता है।
(c) एथेनॉल को एथेनॉइक अम्ल के साथ सान्द्र H2SO5 की उपस्थिति में गर्म किया जाता है तो एथिल ऐसीटेट बनता है।
(d) एथीन को ऑक्सीजन की उपस्थिति में जलाया जाता है तो कार्बन डाइऑक्साइड एवं जल बनता है तथा ऊष्मा एवं प्रकाश उत्पन्न होता है।
उत्तर:
MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 1 रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण 13

प्रश्न 2.
निम्नलिखित अभिक्रियाओं के लिए सन्तुलित समीकरण लिखिए तथा अभिक्रिया का प्रकार भी बताइए

  1. थर्मिट – अभिक्रिया में आयरन (III) ऑक्साइड ऐलुमिनियम से अभिक्रिया करके पिघला हुआ आयरन एवं ऐलुमिनियम ऑक्साइड देता है।
  2. मैग्नेशियम रिबन नाइट्रोजन के वायुमण्डल में जलता है और ठोस मैग्नीशियम नाइट्राइड बनाता है।
  3. जब पोटैशियम आयोडाइड के जलीय विलयन में क्लोरीन गैस प्रवाहित की जाती है तो पोटैशियम क्लोराइड का विलयन एवं ठोस आयोडीन बनती है।
  4. एथेनॉल को हवा में जलाने पर कार्बन डाइऑक्साइड एवं जल बनता है तथा ऊष्मा निकलती है।

उत्तर:

  1. Fe2O3(s) + 2Al(s) Al2O3(s) + 2Fe(l) + ऊष्मा
    अभिक्रिया – विस्थापन एवं उपापचयन अभिक्रिया।
  2. 2Mg(s) + N2(g) → Mg2N2(s)
    अभिक्रिया – संयोजन अभिक्रिया।
  3. 2KI(aq) + Cl2(g) → 2KCl(aq) + 2I(s)
    अभिक्रिया – विस्थापन अभिक्रिया।
  4. C2H5OH(l) + 3O2(g) → 2CO2(g) + 3H2O(I) + ऊष्मा
    अभिक्रिया – उपापचयन एवं ज्वलन अभिक्रिया।

प्रश्न 3.
निम्न अभिक्रियाओं में से प्रत्येक के लिए सन्तुलित समीकरण लिखिए एवं उनका वर्गीकरण भी कीजिए –

  1. लेड ऐसीटेट का विलयन, तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल से अभिक्रिया करके लेड क्लोराइड एवं ऐसीटिक एसिड का विलयन बनाता है।
  2. शुद्ध एथेनॉल में सोडियम धातु डालने पर सोडियम एथॉक्साइड एवं हाइड्रोजन गैस बनती है।
  3. आयरन (III) ऑक्साइड कार्बन मोनोऑक्साइड के साथ गर्म करने पर ठोस आयरन बनता है तथा कार्बन डाइऑक्साइड गैस निकलती है।
  4. हाइड्रोजन सल्फाइड गैस ऑक्सीजन से अभिक्रिया करके ठोस सल्फर एवं द्रव जल बनता है।

उत्तर:

  1. Pb (CH3COO)2(aq) + 2HCl(aq) → PbCl2(s) + CH3COOH(aq)
    अभिक्रिया – द्वि – विस्थापन अभिक्रिया।
  2. 2Na(s) + 2C2H5OH(l) → 2C2H5ONa + H2(g)
    अभिक्रिया – द्वि – विस्थापन अभिक्रिया।
  3. Fe2O3(s) + 3CO(g) → 2Fe(s) + 3CO2(g)
    अभिक्रिया – उपापचयन अभिक्रिया।
  4. 2H2S(g) + O2(g) → 2S(s) + 2H2O(l)
    अभिक्रिया – उपायचयन अभिक्रिया।

प्रश्न 4.
निम्न रासायनिक अभिक्रियाओं को सन्तुलित कीजिए तथा अभिक्रियाओं का प्रकार बताइए –
MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 1 रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण 14
उत्तर:
MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 1 रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण 15

प्रश्न 5.
कॉपर (II) नाइट्रेट के नीले रंग के चूर्ण को एक क्वथन नली में गर्म करने पर काला कॉपर ऑक्साइड, ऑक्सीजन गैस एवं ब्राउन गैस X प्राप्त होती है।

  1. इस अभिक्रिया का एक सन्तुलित समीकरण लिखिए।
  2. ब्राउन गैस X की पहचान कीजिए।
  3. अभिक्रिया के प्रकार की पहचान कीजिए।
  4. गैस X के जलीय विलयन का pH परिसर (सीमा) क्या होगी?

उत्तर:

    1. अभिक्रिया का सन्तुलित समीकरण
      MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 1 रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण 16
    2. अभिक्रिया में निकलने वाली ब्राउन गैस नाइट्रोजन डाइऑक्साइड (NO2) है।
    3. यह अभिक्रिया अपघटन अभिक्रिया है।
      चूँकि NO2 एक अधातु ऑक्साइड है। इसलिए इसका जलीय विलयन अम्लीय होगा। अतः इसके pH मान का परिसर 7 से कम होगा।

प्रश्न 6.
निम्न गैसों की पहचान के लिए परीक्षण दीजिए –

  1. CO2
  2. SO2
  3. O2
  4. H2

उत्तर:
1. CO2 का परीक्षण:
जब CO2 गैस को चूने के पानी में प्रवाहित करते हैं तो अविलेय कैल्सियम कार्बोनेट बनने से चूने का पानी दूधिया हो जाता है और अधिकता में प्रवाहित करने पर विलेय कैल्सियम हाइड्रोजन कार्बोनेट बनने के कारण दूधिया रंग गायब हो जाता है।
MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 1 रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण 17
2. SO2 का परीक्षण:
जब SO2 गैस को अम्लीय पोटैशियम परमैगनेट विलयन में प्रवाहित किया जाता है तो उसका जामुनी रंग उड़ जाता है।
MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 1 रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण 18
3. O2 का परीक्षण:
जब हम ऑक्सीजन के जार के पास जलती तीली या मोमबत्ती लाते हैं तो वह और तेजी से जलने लगती है क्योंकि ऑक्सीजन जलने में सहायक होती है।
4. H2 का परीक्षण: जब हम जलती हुई तीली हाइड्रोजन के जार के पास लाते हैं तो वह फक – फक की आवाज के साथ जलती है।

प्रश्न 7.
क्या होता है जबकि –

  1.  जिंक धातु का एक टुकड़ा कॉपर सल्फेट के विलयन में डालते हैं?
  2. ऐलुमिनियम धातु का एक टुकड़ा तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल में डाला जाता है।
  3. सिल्वर धातु का एक टुकड़ा कॉपर सल्फेट विलयन में डाला जाता है। यदि अभिक्रिया होती है तो उसका सन्तुलित रासायनिक समीकरण भी लिखिए।

उत्तर:
1. जब हम जिंक धातु का टुकड़ा कॉपर सल्फेट के नीले विलयन में डालते हैं तो विलयन का रंग उड़ जाता है क्योंकि जिंक कॉपर का विस्थापन करके रंगहीन जिंक सल्फेट का विलयन बनाती है।
MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 1 रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण 19
2. जब ऐलुमिनियम धातु का कोई टुकड़ा तनु हाइड्रोक्लोरिक एसिड में डालते हैं तो ऐलुमिनियम अम्ल से हाइड्रोजन गैस को विस्थापित कर देती है तथा ऐलुमिनियम क्लोराइड का रंगहीन विलयन बनाती है।
MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 1 रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण 20
3. जब सिल्वर धातु के एक टुकड़े को कॉपर सल्फेट के विलयन में डाला जाता है तो कोई भी अभिक्रिया नहीं होती।
Ag(s) + CuSO4(aq) → कोई अभिक्रिया नहीं।

प्रश्न 8.
क्या होता है जबकि दानेदार जिंक की अभिक्रिया निम्न के तनु विलयनों के साथ की जाती है – H2SO4, HCl, HNO3, NaCl एवं NaOH.
यदि अभिक्रिया होती है तो उसका रासायनिक समीकरण भी लिखिए।
उत्तर:
दानेदार जिंक की अभिक्रियाएँ –
MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 1 रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण 21

प्रश्न 9.
सोडियम सल्फाइट के जलीय विलयन में एक बूंद बेरियम क्लोराइड विलयन की मिलाने पर सफेद अवक्षेप प्राप्त होता है।

  1. होने वाली अभिक्रिया का सन्तुलित समीकरण लिखिए।
  2. इस अवक्षेपण अभिक्रिया के लिए दूसरा नाम क्या दिया जा सकता है?
  3. अभिक्रिया मिश्रण में तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल मिलाने पर सफेद अवक्षेप गायब हो जाता है, क्यों?

उत्तर:
1. संतुलित रासायनिक समीकरण:
MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 1 रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण 22
2. इस अवक्षेपण अभिक्रिया का दूसरा नाम द्वि – विस्थापन है।

3. तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल बेरियम सल्फाइट का अपघटन करके सल्फर डाइऑक्साइड (SO2) गैस देता है जिसकी गंध जलते गंधक की तरह है।
MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 1 रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण 23
चूँकि BaCl2 जल में विलेय है इसलिए अवक्षेप गायब हो जाता है।

प्रश्न 10.
आपको दो बर्तन उपलब्ध हैं एक कॉपर का बना तथा दूसरा ऐलुमिनियम का बना। आपको तनु HCl, तनु HNO3, ZnCl2 के विलयन एवं जल (H2O) भी उपलब्ध हैं। इन विलयनों को ऊपर के किस बर्तन में रखा जा सकता है?
उत्तर:
(1) जब विभिन्न विलयनों को कॉपर के बर्तन में रखा जाता है तो –

  1.  तनु HCl:
    तनु HCl से कॉपर कोई अभिक्रिया नहीं करता है। इसलिए कॉपर के बर्तन में तनु HCl विलयन को रखा जा सकता है।
  2. तनु HNO3:
    तनु HNO3 कॉपर बर्तन से क्रिया करता है। इसलिए कॉपर के बर्तन में तनु HNO3 विलयन नहीं रखा जा सकता।
  3. तनु ZnCl2 विलयन:
    तनु ZnCl2 से कॉपर कोई अभिक्रिया नहीं करता। इसलिए कॉपर के बर्तन में तनु ZnCl2 विलयन रखा जा सकता है।
  4. H2O (जल):
    जल, कॉपर में अभिक्रिया नहीं करता। इसलिए कॉपर के बर्तन में जल रखा जा सकता है।

(2) जब विभिन्न विलयनों को ऐलुमिनियम के बर्तन में रखा जाता है तो –

  1. तनु HCl:
    तनु HCl से ऐलुमिनियम अभिक्रिया करके लवण बनाता है तथा हाइड्रोजन गैस निकालता है। इसलिए तनु HCl को ऐलुमिनियम के बर्तन में नहीं रख सकते।
  2. तनु HNO3:
    ऐलुमिनियम तनु HNO3 से अपचयित हो जाता है। इसलिए तनु HNO3 को ऐलुमिनियम के बर्तन में नहीं रख सकते।
  3. तनु ZnCl2 विलयन:
    ऐलुमिनियम ZnCl2 विलयन के साथ अभिक्रिया करता है। इसलिए ZnCl2 के विलयन को ऐलुमिनियम के बर्तन में नहीं रख सकते।
  4. H2O (जल): गर्म या ठंडा जल ऐलुमिनियम से अभिक्रिया नहीं करता। इसलिए जल को ऐलुमिनियम के बर्तन में रख सकते हैं।

MP Board Class 10th Science Solutions

MP Board Class 10th Social Science Solutions Chapter 13 भारतीय प्रजातन्त्र की कार्यप्रणाली

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MP Board Class 10th Social Science Solutions Chapter 13 भारतीय प्रजातन्त्र की कार्यप्रणाली

MP Board Class 10th Social Science Chapter 13 पाठान्त अभ्यास

MP Board Class 10th Social Science Chapter 13 वस्तुनिष्ठ प्रश्न

सही विकल्प चुनकर लिखिए

Mp Board Class 10th Social Science Chapter 13 प्रश्न 1.
मध्य प्रदेश की विधानसभा की सदस्य संख्या कितनी है ? (2009, 12)
(i) 320
(ii) 270
(iii) 250
(iv) 230
उत्तर:
(iv) 230

भारतीय प्रजातंत्र की कार्यप्रणाली MP Board प्रश्न 2.
राज्य सभा के सदस्यों को नामजद करने का अधिकार किसे है ?
(i) राष्ट्रपति को
(ii) प्रधानमन्त्री को
(iii) राज्यपाल को
(iv) सर्वोच्च न्यायालय को।
उत्तर:
(i) राष्ट्रपति को

Bhartiya Prajatantra Ki Karyapranali MP Board प्रश्न 3.
राज्य में अध्यादेश जारी करने का अधिकार इनमें से किसे है ?
(i) राज्यपाल
(ii) गृह मन्त्री
(iii) मुख्यमन्त्री
(iv) राष्ट्रपति
उत्तर:
(i) राज्यपाल

Bhartiya Prajatantra Ki Karyapranali In English MP Board प्रश्न 4.
किसी राज्य का राज्यपाल किसका अनिवार्य अंग रहता है ?
(i) संसद
(ii) विधान सभा
(iii) न्यायपालिका
(iv) राज्य सभा।
उत्तर:
(ii) विधान सभा

MP Board Class 10th Social Science Chapter 13 अति लघु उत्तरीय प्रश्न

Class 10th Social Science Chapter 13 MP Board प्रश्न 1.
सर्वोच्च न्यायालय (उच्चतम न्यायालय) के न्यायाधीश किस आयु में सेवानिवृत्त होते हैं ? (2009, 11)
उत्तर:
सर्वाच्च न्यायालय के न्यायाधीश 65 वर्ष की आयु तक अपने पद पर कार्य कर सकते हैं।

Class 10 Social Science Chapter 13 Mp Board प्रश्न 2.
लोकसभा की सदस्य संख्या मध्य प्रदेश में कितनी है ?(2011)
उत्तर:
लोकसभा में मध्य प्रदेश से 19 सदस्य निर्वाचित होकर जाते हैं।

Chapter 13 Social Science Class 10 MP Board प्रश्न 3.
लोकसभा के अध्यक्ष का चुनाव कौन करता है ? (2013)
उत्तर:
लोकसभा सदस्य।

MP Board Class 10th Social Science Chapter 13 लघु उत्तरीय प्रश्न

Social Science Class 10 Chapter 13 MP Board प्रश्न 1.
लोकसभा के सदस्य की योग्यताएँ लिखिए। (2009)
उत्तर:
लोकसभा सदस्य की योग्यताएँ – लोकसभा सदस्य के लिए निर्धारित योग्यताएँ निम्न प्रकार हैं –

  1. वह भारत का नागरिक हो।
  2. उसकी आयु 25 वर्ष या उससे अधिक हो।
  3. वह केन्द्र या प्रान्त सरकारों ने अधीन किसी लाभ के पद पर न हो।
  4. उसे किसी सक्षम न्यायालय में पागल या दिवालिया घोषित न किया हो।
  5. उसे संसद के किसी कानून द्वारा चुनाव लड़ने के अयोग्य घोषित न किया गया हो।

Class 10 Social Science Chapter 13 MP Board प्रश्न 2.
जिला पंचायत के कार्य लिखिए। (2009, 13)
उत्तर:
जिला पंचायत के कार्य-जिला पंचायत के प्रमुख कार्य निम्नलिखित हैं –

  1. जिले की आन्तरिक जनपद पंचायतों तथा ग्राम पंचायतों पर नियन्त्रण रखना तथा उनका मार्गदर्शन करना।
  2. जनपद पंचायत की योजनाओं का उचित ढंग से समन्वय करना।
  3. जिले की उन योजनाओं को जो दो अथवा अनेक जनपद पंचायतों के अन्तर्गत विचाराधीन हैं उन्हें व्यावहारिक रूप देना।
  4. प्रमुख प्रयोजनों के लिए पंचायतों द्वारा की गयी अनुदान की माँग को राज्य सरकार तक पहुँचाना।
  5. राज्य सरकार द्वारा दिए गए कार्यों को व्यावहारिक रूप देना।
  6. परिवार कल्याण, बाल-कल्याण तथा खेलकूद व विकास सम्बन्धी क्रियाकलापों में राज्य सरकारों को सलाह देना।

Mp Board Class 10th Hindi Chapter 13 प्रश्न 3.
प्रधानमन्त्री के कार्य लिखिए। (2009, 13)
उत्तर:
प्रधानमन्त्री के प्रमुख कार्य अग्रलिखित हैं –

  1. प्रधानमन्त्री का सर्वप्रथम कार्य मन्त्रिपरिषद् का गठन करना होता है।
  2. मन्त्रियों के बीच विभागों का वितरण।
  3. मन्त्रिपरिषद् की बैठकों की अध्यक्षता करना।
  4. मन्त्रियों के विभागों तथा कार्यों की देख-भाल करना।
  5. प्रधानमन्त्री, राष्ट्रपति तथा मन्त्रिमण्डल के बीच कड़ी का काम करता है।
  6. विदेशों के साथ सम्बन्धों की स्थापना, सन्धियाँ तथा समझौते करना प्रधानमन्त्री का ही उत्तरदायित्व है।
  7. राष्ट्रपति के संकटकालीन अधिकारों का प्रयोग करना।

Mp Board Solution Class 10 Social Science प्रश्न 4.
राज्यसभा के कार्य लिखिए। (2011)
उत्तर:
राज्यसभा के कार्य –

  1. राज्यसभा को लोकसभा के समान विधि निर्माण की शक्ति प्राप्त है।
  2. राज्यसभा के सदस्य प्रश्न पूछकर, सार्वजनिक महत्त्व के विषयों पर बहस करके मन्त्रिमण्डल पर नियन्त्रण रखते हैं।
  3. राज्यसभा के सदस्य राष्ट्रपति तथा उपराष्ट्रपति के चुनाव में भाग लेते हैं।
  4. राष्ट्रपति उपराष्ट्रपति, उच्च न्यायपालिका तथा उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीशों के विरुद्ध महाभियोग लगाने तथा उन्हें हटाने का प्रस्ताव पारित करने का अधिकार ।
  5. राष्ट्रपति द्वारा जारी की गयी आपातकालीन उद्घोषणा का राज्यसभा द्वारा भी स्वीकृत किया जाना आवश्यक है।

Mp Board Class 10th Social Science Solution In English प्रश्न 5.
राज्यपाल के चार कार्य लिखिए। (2010,11,15)
उत्तर:
राज्यपाल के कार्य-राज्यपाल के प्रमुख कार्य निमनलिखित हैं –

  1. राज्यपाल विधानसभा के बहुमत दल के नेता को मुख्यमन्त्री बनाता है।
  2. मुख्यमंत्री के परामर्श के आधार पर वह अन्य मंत्रियों की नियुक्ति करता है।
  3. राज्य के महाधिवक्ता तथा राज्य लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष तथा उपाध्यक्ष की नियुक्ति भी राज्यपाल करता है।
  4. विधानमण्डल द्वारा पारित कोई भी विधेयक राज्यपाल के हस्ताक्षर के बिना कानून का रूप नहीं ले सकता।
  5. राज्यपाल अधीनस्थ न्यायालयों के न्यायाधीशों की नियुक्ति करता है।
  6. राज्यपाल राज्य विधानमण्डल के अधिवेशन बुलाता है और उनका सत्रावसान करता है।
  7. मुख्यमन्त्री के परामर्श से वह विधानसभा भंग भी कर सकता है।

MP Board Class 10th Social Science Chapter 13 दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

Bhartiya Praja Tantra Ki Karyapranali MP Board प्रश्न 1.
संघात्मक शासन की विशेषताओं का वर्णन कीजिए। (2009, 16)
उत्तर:
संघात्मक शासन प्रणाली का आशय

शासन की वह प्रणाली जिसमें शासन की शक्ति संविधान द्वारा केन्द्रीय सरकार अर्थात् संघ की सरकार और प्रान्तीय अर्थात् राज्य सरकारों के मध्य विभाजित कर दी जाती है। दोनों सरकारों की शक्ति का स्रोत संविधान होता है। संविधान सर्वोच्च होता है। संविधान संशोधन की प्रक्रिया प्रायः कठोर होती है और न्यायपालिका की सर्वोच्चता अनिवार्य होती है। संविधान का लिखित एवं कठोर होना आवश्यक है। शासन की यह प्रणाली संघात्मक शासन प्रणाली होती है।

संविधान में भारत को ‘राज्यों का संघ’ कहा गया है। संघात्मक शासन के लक्षण भारतीय संविधान में मौजूद हैं। संघात्मक पद्धति में संघ और राज्य संविधान द्वारा उन्हें सौंपे गये अधिकारों (शक्तियों) का पालन अपनी-अपनी सीमा में करते हैं। भारतीय शासन प्रणाली के संघात्मक लक्षण निम्नलिखित हैं –

(1) लिखित तथा कठोर संविधान – भारत का संविधान लिखित एवं कठोर है। इस दृष्टि से भारत का संविधान संघात्मक है।

(2) शक्तियों का विभाजन – भारत में केन्द्र व राज्यों के बीच संविधान द्वारा शक्तियों का विभाजन स्पष्ट रूप से किया गया है। भारत में केन्द्र तथा राज्यों के बीच शक्तियों का विभाजन तीन सूचियों के अन्तर्गत किया गया है –

  1. संघ सूची
  2. राज्य सूची
  3. समवर्ती सूची।

(3) न्यायपालिका की स्वतन्त्रता – संघात्मक शासन के लिए न्यायपालिका का स्वतन्त्र होना भी अनिवार्य है। भारत में सर्वोच्च न्यायालय इस आवश्यकता की पूर्ति करता है। संविधान की रक्षा का भार इसी पर है।

(4) दुहरा प्रतिनिधित्व – दोहरा प्रतिनिधित्व संघीय शासन की प्रमुख विशेषता है। भारत में संसद का निम्न सदन (लोकसभा) नागरिकों का प्रतिनिधित्व करता है और उच्च सदन (राज्य सभा) राज्यों का प्रतिनिधित्व करता है। अतः भारत में संघीय सरकार की व्यवस्था की गयी है।

(5) दोहरी सरकारें – भारत में संघ और राज्य दोनों में सरकार होती है। संघ में कार्यपालिका होती है जिसमें राष्ट्रपति और प्रधानमन्त्री के नेतृत्व में मन्त्रिपरिषद् है तथा जनप्रतिनिधियों की व्यवस्थापिका (संसद) है। इसी प्रकार राज्यों में कार्यपालिका और व्यवस्थापिका है जिसमें राज्यपाल और मुख्यमन्त्री के नेतृत्व में मन्त्रिपरिषद् तथा जनप्रतिनिधियों की विधानसभा है। यह व्यवस्था दोहरी शासन प्रणाली कहलाती है।

हिंदी में 10 वीं कक्षा विज्ञान अध्याय 13 MP Board प्रश्न 2.
केन्द्र व राज्य सरकार के मध्य प्रशासनिक शक्तियों का विभाजन किस प्रकार किया गया है ? समझाइए।
उत्तर:
केन्द्र व राज्य सरकार के मध्य प्रशासनिक शक्तियों का विभाजन

भारतीय संघात्मक प्रणाली में संघात्मक व्यवस्था के अनेक लक्षण हैं फिर भी उसमें कुछ लक्षण संघ को शक्तिशाली बनाते हैं। शक्ति विभाजन से यह स्पष्ट है जहाँ महत्त्वपूर्ण विषयों पर तो उसे शक्तियाँ दी गई हैं, साथ ही समवर्ती सूची के विषयों पर भी उसके द्वारा बनाये गये कानूनों की प्रधानता दी जाती है। इसके अतिरिक्त जिन विषयों का उल्लेख इन सूचियों में नहीं किया गया है वे सब विषय संघ सरकार को सौंपे गये हैं। संघ की ये शक्तियाँ अवशिष्ट शक्तियों के नाम से जानी जाती हैं।

संविधान के कुछ ऐसे प्रावधान हैं जिनके द्वारा संघ सरकार राज्यों पर नियन्त्रण एवं प्रभाव रखती है।

(1) राज्य सरकारों को निर्देश – राष्ट्रीय महत्त्व के विषयों में केन्द्र सरकार राज्य सरकारों को निर्देश देती है। इन निर्देशों का पालन राज्यों द्वारा किया जाता है। राष्ट्रीय सुरक्षा, विदेशों से राजनयिक सम्पर्क आदि इस श्रेणी में आते हैं।

(2) संघीय कार्यों को राज्य सरकारों को सौंपना – संघीय कार्यपालिका कुछ कार्य राज्य सरकारों को सौंप सकती है। किसी अन्तर्राष्ट्रीय सन्धि या समझौते के पालन के लिए संघ राज्यों को आदेश दे सकता है। रेलवे मार्गों की सुरक्षा आदि विषयों से सम्बन्धित ऐसे ही आदेश दिए जा सकते हैं।

(3) आर्थिक सहायता – राज्य सरकारों को जो राशि करों से प्राप्त होती है वह अपर्याप्त होती है। आय के महत्वपूर्ण साधन केन्द्र के पास हैं। केन्द्र सरकार राज्यों को समय-समय पर अनुदान देती है।

(4) संसद के अधिकार – संसद को यह अधिकार है कि वह कानून बनाकर एक राज्य को विभाजित कर दे या दो राज्यों या उनके भागों को मिलाकर एक नये राज्य का गठन कर दे। इस प्रकार किसी राज्य का क्षेत्र बढ़ाने, घटाने उसकी सीमाओं में परिवर्तन करने का अधिकार संसद को प्राप्त है।

(5) अखिल भारतीय सेवाएँ – भारत में कुछ सेवाएँ अखिल भारतीय सेवाएँ हैं; जैसे-आई. ए. एस. (भारतीय प्रशासनिक सेवा), आई. पी. एस. (भारतीय पुलिस सेवा) आदि इन सेवाओं में चयन संघीय लोक सेवा आयोग करता है। इन पदों की सेवा शर्तों का निर्धारण केन्द्रीय सरकार करती है।

(6) राज्य सची में वर्णित विषयों पर कानून बनाना – राज्यों को यह अधिकार है कि वह राज्य सूची के विषयों पर कानून बना सके तथा प्रशासन कर सके, परन्तु राज्यों का यह अधिकार अन्तिम नहीं है। निम्न परिस्थितियों में संसद, राज्य सूची के विषयों पर कानून बना सकती है

  1. राज्यसभा द्वारा किसी प्रान्तीय सूची के विषय को राष्ट्रीय महत्व का विषय घोषित करने पर।
  2. राष्ट्रपति द्वारा आपातकाल की घोषणा किए जाने पर।
  3. राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू होने पर राष्ट्रपति के द्वारा राज्य की विधायनी शक्ति संसद को सौंपने पर।
  4. यदि राज्य विधानमण्डल स्वयं इस आशय का प्रस्ताव पारित कर दे कि किसी विषय विशेष पर संसद कानून बनाए।

भारतीय संविधान के उपर्युक्त लक्षण यह स्पष्ट करते हैं कि संघ सरकार अधिक शक्तिशाली है।

प्रश्न 3.
संसद में विधेयक पारित होने की प्रक्रिया का वर्णन कीजिए। (2018)
अथवा
साधारण विधेयक और वित्त विधेयक में क्या अन्तर है ? (2012)
[संकेत – ‘साधारण विधेयक’ शीर्षक देखें।]
उत्तर:
कानून बनाने के लिए विधेयक संसद में प्रस्तुत किए जाते हैं। विधेयक दो प्रकार के होते हैं I. साधारण विधेयक, II. धन विधेयक।

I. साधारण विधेयक-साधारण विधेयक संसद के किसी भी सदन में प्रस्तुत किए जा सकते हैं किन्तु वित्त विधेयक राष्ट्रपति की अनुमति से लोकसभा में ही प्रस्तुत किए जा सकते हैं।

विधेयक पारित होने की प्रक्रिया
संसद में एक साधारण विधेयक को पास होने के लिए निम्नलिखित अवस्थाओं से गुजरना पड़ता है –

(1) प्रथम वाचन या विधेयक का प्रस्तुतीकरण – संसद का कोई भी सदस्य एक माह की पूर्व सूचना पर लोकसभा/राज्यसभा अध्यक्ष की अनुमति मिलने पर विधेयक को प्रस्तुत करता है। प्रथम वाचन के समय केवल शीर्षक को पढ़कर सुनाया जाता है। साधारणतः प्रथम वाचन पर कोई वाद-विवाद नहीं होता अर्थात् विधेयक का प्रस्तुतीकरण प्रथम वाचन है।

(2) दूसरा वाचन – दूसरा वाचन शुरू होने के पूर्व विधेयक की प्रतियाँ सभी सदस्यों को वितरित की जाती हैं। इस स्तर पर विधेयक के प्रत्येक अनुच्छेद पर विस्तार से विचार नहीं होता केवल मूल अवधारणा पर विचार होता है। इस अवसर पर कोई संशोधन भी प्रस्तुत नहीं किया जाता। यदि आवश्यक समझा जाता है तो विधेयक को संयुक्त प्रवर समिति को भेजा जाता है।

(3) समिति स्तर – सदन में दूसरे वाचन में पास होने के पश्चात् बिल को विस्तृत विचार-विमर्श के लिए बिल से सम्बन्धित समिति के पास भेज दिया जाता है। बिल पर विचार करने के पश्चात् समिति अपनी रिपोर्ट तैयार करती है, जो सदन के पास भेज दी जाती है।

(4) प्रतिवेदन स्तर – समिति प्रतिवेदन तथा समिति द्वारा विधेयक में जो संशोधन किया जाता है उसकी प्रतियाँ सदन के सदस्यों को दी जाती हैं। सदन में विधेयक पर चर्चा होती है। सदस्य अपनी ओर से संशोधन प्रस्ताव प्रस्तुत कर सकते हैं। संशोधन से सम्बन्धित प्रत्येक धारा पर विचार-विमर्श तथा वाद-विवाद होता है। अन्त में विधेयक पर मतदान होता है। यदि मतदान उपरान्त विधेयक को स्वीकार कर लिया जाता है तो यह चरण पूर्ण हो जाता है।

(5) तृतीय वाचन – प्रतिवेदन स्तर के उपरान्त विधेयक पारित होने की व्यवस्था अन्तिम अवस्था या तृतीय वाचन कहलाता है। उस स्तर पर विधेयक की प्रत्येक धारा पर विचार न होकर मूल भावना पर विचार होता है। इस अवस्था में विधेयक में कोई परिवर्तन नहीं होता। यदि विधेयक को सदन पारित कर देता है तो सदन के अध्यक्ष या सभापति के हस्ताक्षर से विधेयक को प्रमाणित कर उसे दूसरे सदन में भेज दिया जाता है।

(6) विधेयक का दूसरे सदन में जाना – किसी भी एक सदन में जब विधेयक स्वीकृत हो जाता है तो उसे दूसरे सदन में भेजा जाता है। दूसरे सदन में विधेयक उपर्युक्त प्रक्रिया से ही गुजरता है।

(7) राष्ट्रपति की स्वीकृति – संसद के दोनों सदनों में जब विधेयक पारित हो जाता है तब उसे राष्ट्रपति की स्वीकृति हेतु भेजा जाता है। राष्ट्रपति की स्वीकृति के उपरान्त वह विधेयक कानून बन जाता है, तब उसे सरकारी गजट में प्रकाशित कर दिया जाता है।

II.धन विधेयक – आय-व्यय से सम्बन्धित सभी विधेयक धन विधेयक कहे जाते हैं। व्यवहार में केवल मन्त्री ही लोकसभा में धन विधेयक प्रस्तुत करते हैं। धन विधेयक सर्वप्रथम लोकसभा में प्रस्तुत किये जाते हैं। लोकसभा द्वारा पारित होने पर धन विधेयक राज्यसभा में प्रस्तुत किये जाते हैं। राज्यसभा को 14 दिन के अन्दर धन विधेयक पर अपना विचार प्रकट करने का अधिकार होता है। यदि राज्यसभा इस अवधि में अपना विचार प्रस्तुत नहीं करती तो वह धन विधेयक दोनों सदनों द्वारा पारित मान लिया जाता है और उसे राष्ट्रपति की स्वीकृति के लिए भेज दिया जाता है। राष्ट्रपति द्वारा हस्ताक्षर किये जाने पर कानून बन जाता है।

प्रश्न 4.
राष्ट्रपति के संकटकालीन अधिकारों का वर्णन कीजिए। (2010, 14)
अथवा
राष्ट्रपति की संकटकालीन शक्तियों का वर्णन कीजिए। (2009)
उत्तर:
राष्ट्रपति के संकटकालीन अधिकार
संकट का सामना करने के लिए राष्ट्रपति को संकटकालीन अधिकार दिये गये हैं। संकटकाल की घोषणा निम्नलिखित परिस्थितियों में की जा सकती है –

(1) देश में बाह्य आक्रमण, देश में होने वाले सशस्त्र विद्रोह, राज्यों में संवैधानिक व्यवस्था विफल होने पर या वित्तीय संकट आने पर राष्ट्रपति आपातकाल लागू कर सकते हैं। मन्त्रिमण्डल की सलाह पर ही राष्ट्रपति आपातकाल की घोषणा कर सकते हैं-ऐसी किसी भी घोषणा पर दो माह के भीतर संसद के दोनों सदनों की पुष्टि आवश्यक है। इस अवस्था में संसद को सम्पूर्ण भारत या उसके किसी भाग के लिए विधि निर्माण का अधिकार प्राप्त हो जाता है। संघ सरकार ऐसी स्थिति में राज्य सरकारों को आवश्यक आदेश दे सकती है।

(2) राज्यपाल के प्रतिवेदन से या अन्य तरीके से राष्ट्रपति को यदि विश्वास हो जाता है कि किसी राज्य का प्रशासन, संविधान के प्रावधानों के अनुसार नहीं चल पा रहा है, तब राष्ट्रपति केन्द्रीय मन्त्रिमण्डल की स्वीकृति से राज्यों में राष्ट्रपति शासन लागू कर सकते हैं। ऐसी अधिसूचना पर दो माह के भीतर संसद के दोनों सदनों की पुष्टि आवश्यक है। घोषणा अवधि में सम्बन्धित राज्य का सम्पूर्ण या आंशिक शासन राष्ट्रपति के हाथ में आ जाता है। राज्य के शासन संचालन का अधिकार वह राज्यपाल को सौंप सकता है। इस अवधि में प्रान्तों की विधि निर्माण की शक्ति संसद को प्राप्त हो जाती है। इस अवधि में राज्यपाल उच्च न्यायालयों की शक्ति को छोड़कर राज्य की सम्पूर्ण प्रशासकीय शक्तियों का प्रयोग कर सकता है।

(3) जब राष्ट्रपति को यह विश्वास हो जाता है कि देश में गम्भीर आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है तो वह आर्थिक आपातकाल लागू कर सकता है।

प्रश्न 5.
मन्त्रिपरिषद के कार्यों का वर्णन कीजिए। (2017)
उत्तर:
मन्त्रिपरिषद् के कार्य

सर जॉन मेरिएट का कहना है, “मन्त्रिपरिषद् वह धुरी है जिस पर प्रशासन का चक्र घूमता है।” मन्त्रिपरिषद् के कार्यों की विवेचना हम निम्न प्रकार कर सकते हैं –

  1. नीति निर्धारित करना – देश की आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक, वैदेशिक आदि समस्याओं का हल करने के लिए मन्त्रिपरिषद् समस्त पहलुओं पर विचार करके नीति निर्धारित करती है।
  2. नियुक्ति सम्बन्धी कार्य – देश के भीतर एवं बाह्य महत्त्वपूर्ण पदों पर की जाने वाली महत्त्वपूर्ण नियुक्तियाँ; जैसे-राजदूत, राज्यपाल, विभिन्न आयोगों के सदस्य एवं अध्यक्ष, महान्यायवादी आदि की नियुक्ति मन्त्रिमण्डल द्वारा की जाती है।
  3. विधायी कार्य – यद्यपि कानून बनाने का कार्य संसद का है, लेकिन हमारे देश में संसदीय प्रणाली है। इसलिए मन्त्रिपरिषद् तथा संसद का घनिष्ठ सम्बन्ध रहता है। संसद में कानून बनाने के लिए जितने विधेयक प्रस्तुत किये जाते हैं, उनमें लगभग सभी का प्रारूप मन्त्रिपरिषद् तैयार करता है।
  4. विदेशों से सम्बन्धित कार्य – विदेश नीति का निर्धारण मन्त्रिपरिषद करता है। अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर सन्धियाँ तथा समझौते करना, दूसरे राष्ट्रों के साथ राजनयिक सम्बन्धों की स्थापना करना, उनको मान्यता देने आदि का कार्य करता है। युद्ध तथा शान्ति का निर्णय करने का कार्य भी मन्त्रिपरिषद् का ही है।
  5. वित्त सम्बन्धी कार्य – देश के आय-व्यय पर मन्त्रिमण्डल का नियन्त्रण रहता है। वित्तमन्त्री बजट तैयार करता है, मन्त्रिमण्डल में प्रस्तुत करता है। मन्त्रिमण्डल की स्वीकृति के बाद उसे सदन में प्रस्तुत करता है। यदि बजट को लोकसभा स्वीकृति नहीं देती तो सम्पूर्ण मन्त्रिमण्डल को त्यागपत्र देना होता है।
  6. राष्ट्रपति को परामर्श – मन्त्रिपरिषद् समय-समय पर राष्ट्रपति को परामर्श देता है। राष्ट्रपति मन्त्रिमण्डल की सलाह को मानने के लिए बाध्य है।

उपरोक्त विवरण से स्पष्ट है कि मन्त्रिमण्डल ही देश की वास्तविक कार्यपालिका है।

प्रश्न 6.
सर्वोच्च न्यायालय की शक्तियों का वर्णन कीजिए। (2018)
उत्तर:
सर्वोच्च न्यायालय की शक्तियाँ

भारत के सर्वोच्च न्यायालय की शक्तियाँ निम्नानुसार हैं –

(1) प्रारम्भिक क्षेत्राधिकार-ऐसे विवाद जो देश के अन्य न्यायालयों में नहीं जाते केवल सर्वोच्च न्यायालय में ही प्रस्तुत होते हैं।

(i) राज्यों के मध्य विवाद

  1. जब केन्द्रीय सरकार तथा एक राज्य या अधिक राज्यों के मध्य विवाद हो।
  2. जिस विवाद में एक ओर केन्द्रीय सरकार तथा दूसरी ओर एक या कुछ राज्य हों। केन्द्रीय सरकार तथा एक राज्य या अधिक राज्यों के मध्य विवाद हो।
  3. यदि विवाद दो राज्यों के मध्य हो।

(ii) मौलिक अधिकारों से सम्बन्धित विवाद
नागरिकों के मौलिक अधिकारों की रक्षा के लिए सर्वोच्च न्यायालय को समुचित कार्यवाही करने की शक्ति प्राप्त है।

(2) अपीलीय क्षेत्राधिकार – सर्वोच्च न्यायालय भारत का अन्तिम अपीलीय न्यायालय है। सर्वोच्च न्यायालय के अपील सम्बन्धी क्षेत्राधिकार को तीन भागों में बाँटा जा सकता है

  1. संवैधानिक अपील – यदि किसी मामले में संविधान की व्याख्या का प्रश्न निहित है, तो उसकी अपील सर्वोच्च न्यायालय में की जा सकती है।
  2. दीवानी अपीलें – सर्वोच्च न्यायालय में उस दीवानी मुकदमे की अपील की जा सकती है। जब वही उच्च न्यायालय यह प्रमाणित कर दे कि मुकदमा सर्वोच्च न्यायालय में अपील के योग्य है।
  3. फौजदारी की अपीलें – सर्वोच्च न्यायालय में निम्नलिखित फौजदारी की अपीलें की जा सकती हैं

(क) यदि उच्च न्यायालय ने निम्न न्यायालय के निर्णय को बदलकर किसी व्यक्ति को मृत्यु-दण्ड, आजन्म कारावास या 10 वर्ष का कारावास का दण्ड दिया हो।
(ख) यदि उच्च न्यायालय इस प्रकार का प्रमाणपत्र दे दे कि यह मामला उच्चतम न्यायालय में अपील करने योग्य है।
(ग) यदि उच्च न्यायालय ने किसी मुकदमे को अपने पास मँगाकर किसी व्यक्ति को दण्ड दिया हो।

(3) परामर्शदात्री क्षेत्राधिकार-संविधान की धारा 143 के अनुसार यदि राष्ट्रपति किसी संवैधानिक या कानूनी प्रश्न पर सर्वोच्च न्यायालय से परामर्श लेना चाहे तो राष्ट्रपति को परामर्श दे सकता है।

(4) न्यायिक पुनरावलोकन सम्बन्धी क्षेत्राधिकार-सर्वोच्च न्यायालय को न्यायिक पुनर्निरीक्षण का अधिकार भी प्राप्त है। इस अधिकार के प्रयोग से वह संसद या राज्य विधान-मण्डल द्वारा पारित किये गये किसी भी ऐसे कानून को अवैध घोषित कर सकता है जो संविधान के विरुद्ध हो। संविधान की व्याख्या करने का अन्तिम अधिकार सर्वोच्च न्यायालय के पास है। इस प्रकार संघीय शासन व्यवस्था में सर्वोच्च न्यायालय की महत्त्वपूर्ण भूमिका है।

(5) अभिलेख न्यायालय-उच्चतम न्यायालय देश का सबसे बड़ा न्यायालय है। यह अभिलेख न्यायालय के रूप में कार्य करता है। इसका अर्थ यह है कि इसके निर्णयों का रिकॉर्ड रखा जाता है तथा अन्य वैसे मुकदमे आने पर उनका हवाला दिया जाता है। अभिलेख न्यायालय के दो अर्थ हैं –

  1. इस न्यायालय के निर्णय सब जगह साक्षी के रूप में स्वीकार किये जाएँगे और इन्हें भी किसी भी न्यायालय में प्रस्तुत किये जाने पर उनकी प्रामाणिकता के विषय में प्रश्न नहीं उठाया जाएगा।
  2. इस न्यायालय के द्वारा ‘न्यायालय अवमानना’ के लिए किसी भी प्रकार का दण्ड दिया जा सकता है।

(6) अन्य कार्य-सर्वोच्च न्यायालय उपरोक्त अधिकारों के अतिरिक्त निम्न कार्य भी करता है –

  1. अपने अधीनस्थ न्यायालयों का निरीक्षण एवं जाँच।
  2. अपने तथा अपने अधीनस्थ कर्मचारियों व अधिकारियों की सेवा शर्तों का निर्धारण।
  3. न्यायालय की अवमानना करने वाले किसी भी व्यक्ति को दण्डित करने की शक्ति।

सर्वोच्च न्यायालय के कार्य एवं व्यवहार से हमारे देश में लोकतन्त्र की जड़ें मजबूत हुई हैं तथा नागरिकों के मौलिक अधिकार सुरक्षित हुए हैं।

प्रश्न 7.
पंचायती राज व्यवस्था को समझाते हुए स्थानीय संस्थाओं के कार्यों का वर्णन कीजिए। (2017)
उत्तर:
पंचायती राज्य व्यवस्था

भारत के समस्त ग्रामीण प्रदेशों में सफाई व्यवस्था, प्रकाश व्यवस्था, जल व्यवस्था तथा स्वास्थ्य सेवाओं आदि की व्यवस्था करने के लिए ग्राम पंचायतों की व्यवस्था की गई है। यदि गाँव छोटे हैं तो वहाँ दो या दो से अधिक गाँवों को मिलाकर पंचायत बनती है। ग्राम पंचायतों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों के निवासी अपने गाँवों का प्रबन्ध स्वयं करते हैं। गाँव के लिए यह व्यवस्था पंचायत राज व्यवस्था के नाम से विख्यात है। गांधी जी पंचायती राज व्यवस्था के बड़े पक्षधर थे। उनका मत था कि जब तक भारत के ग्रामों में जीवन का आधार लोकतान्त्रिक नहीं होगा तब तक भारत में वास्तविक प्रजातन्त्र की स्थापना नहीं होगी। देश के विभिन्न राज्यों में स्थानीय शासन की स्थापना उन राज्यों के विधानमण्डलों द्वारा निर्मित कानूनों के अनुसार की गई है। इस कारण सभी राज्यों के स्थानीय शासन समान न होकर भिन्न-भिन्न प्रकार के हैं। मध्य प्रदेश में पंचायती राज व्यवस्था का ढाँचा निम्न प्रकार का है –

  1. ग्रामों के लिए ग्राम सभा और ग्राम पंचायत।
  2. प्रत्येक विकास खण्ड के लिए जनपद पंचायत।
  3. प्रत्येक जिले के लिए जिला पंचायत।

इस प्रकार पंचायतों के तीन स्तर हैं।

स्थानीय संस्थाओं के कार्य
नगर पंचायत, नगर पालिका और नगर निगम के कार्य समान ही हैं। तीनों संस्थाएँ अपने-अपने क्षेत्र में निम्नलिखित कार्य करती हैं –

  1. आवश्यकता के अनुसार सड़कें बनवाना तथा उनकी मरम्मत व सफाई की व्यवस्था करना।
  2. सार्वजनिक सड़कों तथा भवनों के लिए प्रकाश की व्यवस्था करना।
  3. मकानों में आग लगने पर उन्हें बुझाने की व्यवस्था करना।
  4. असुविधाजनक या खतरनाक भवनों को हटाना।
  5. आपत्तिजनक या समाज विरोधी व्यापार का विनिमयन करना।
  6. नगर की स्वच्छता की व्यवस्था करना।
  7. संक्रामक रोगों पर नियन्त्रण रखना।
  8. कांजी हाउस खोलना तथा उनका प्रबन्ध करना।
  9. जन्म-मृत्यु तथा विवाह का पंजीयन करना।

स्थानीय शहरी विकास नागरिकों को अनेक प्रकार की सुविधाएँ देता है। यह नागरिकों की स्थानीय आवश्यकताओं को पूरा करते हैं।

MP Board Class 10th Social Science Chapter 13 अन्य परीक्षोपयोगी प्रश्न

MP Board Class 10th Social Science Chapter 13 वस्तुनिष्ठ प्रश्न

बहु-विकल्पीय प्रश्न

प्रश्न 1.
लोकसभा में सदस्यों की अधिकतम संख्या है (2009)
(i) 538
(ii) 540
(iii) 545
(iv) 552
उत्तर:
(iv) 552

प्रश्न 2.
राज्यसभा की सदस्य संख्या है (2009)
(i) 300
(ii) 275
(iii) 250
(iv) 350
उत्तर:
(iii) 250

प्रश्न 3.
राज्यसभा की सदस्यता के लिए न्यूनतम आयु है -(2009)
(i) 21 वर्ष
(ii) 25 वर्ष
(iii) 30 वर्ष
(iv) 35 वर्ष
उत्तर:
(iii) 30 वर्ष

प्रश्न 4.
राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए न्यूनतम आयु सीमा है (2009)
(i) 45 वर्ष
(ii) 35 वर्ष
(iii) 40 वर्ष
(iv) 21 वर्ष
उत्तर:
(ii) 35 वर्ष

प्रश्न 5.
वित्त विधेयक का निर्णय करता है -(2009)
(i) वित्त मन्त्री
(ii) प्रधानमन्त्री
(iii) लोकसभा अध्यक्ष
(iv) राष्ट्रपति।
उत्तर:
(iv) राष्ट्रपति।

रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए

  1. संसदीय शासन प्रणाली में राष्ट्रपति …………………… का शासक होता है। (2012)
  2. संसद के दो सदन हैं …………………… और ……………………। (2012)
  3. लोक सभा में बहुमत दल के नेता को …………………… कहते हैं। (2018)
  4. सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश …………………… की आयु तक अपने पद पर कार्य कर सकते हैं।
  5. स्थानीय प्रशासन की सबसे छोटी इकाई …………………… है।

उत्तर:

  1. नाममात्र
  2. लोकसभा और राज्य सभा
  3. प्रधानमत्री
  4. 65 वर्ष
  5. ग्राम पंचायत।

सत्य/असत्य

प्रश्न 1.
सर्वोच्च न्यायालय में एक मुख्य न्यायाधीश एवं 30 अन्य न्यायाधीश होते हैं।
उत्तर:
सत्य

प्रश्न 2.
धन विधेयक केवल लोकसभा में ही प्रस्तुत होता है।
उत्तर:
सत्य

प्रश्न 3.
भारत के मुख्य न्यायाधीश की नियुक्ति प्रधानमन्त्री करते हैं।
उत्तर:
असत्य

प्रश्न 4.
पंचायत का कार्यकाल सात वर्ष का होता है।
उत्तर:
असत्य

प्रश्न 5.
प्रधानमन्त्री की सलाह पर राष्ट्रपति लोकसभा को कभी भी भंग कर सकता है।
उत्तर:
सत्य

प्रश्न 6.
राज्यसभा के सदस्यों की अधिकतम संख्या 250 है।
उत्तर:
सत्य

प्रश्न 7.
लोकसभा को उच्च सदन कहा जाता है।
उत्तर:
असत्य

जोड़ी मिलाइए
MP Board Class 10th Social Science Solutions Chapter 13 भारतीय प्रजातन्त्र की कार्यप्रणाली 1
उत्तर:

  1. → (ख)
  2. → (घ)
  3. → (ङ)
  4. → (ग)
  5. → (क)

एक शब्द/वाक्य में उत्तर

प्रश्न 1.
लोकसभा की सदस्यता के लिए न्यूनतम आयु क्या है ? (2009, 17)
उत्तर:
25 वर्ष

प्रश्न 2.
भारत में मौलिक अधिकारों का संरक्षक कौन है ? (2014)
उत्तर:
सर्वोच्च न्यायालय

प्रश्न 3.
लोकसभा में सदस्य संख्या कितनी है ? (2011)
उत्तर:
552

प्रश्न 4.
सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश की सेवानिवृत्ति आयु क्या है ? (2009, 11)
उत्तर:
65 वर्ष

प्रश्न 5.
राज्यपाल को पद की शपथ कौन दिलाता है ? (2012)
उत्तर:
उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश

प्रश्न 6.
राज्यसभा सदस्य के निर्वाचन के लिए न्यूनतम आयु कितनी है ? (2012)
उत्तर:
30 वर्ष

प्रश्न 7.
मध्य प्रदेश की विधानसभा की सदस्य संख्या क्या है ? (2011)
उत्तर:
230

प्रश्न 8.
राज्य की कार्यपालिका का प्रधान कौन होता है ? (2009)
उत्तर:
मुख्यमंत्री

प्रश्न 9.
नगरपालिका और नगर निगम के विभिन्न क्षेत्रों के निर्वाचित प्रतिनिधि को क्या कहते हैं ? (2014)
उत्तर:
पार्षद।

MP Board Class 10th Social Science Chapter 13 अति लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
केन्द्रीय मन्त्रिपरिषद् में किन-किन स्तर के मन्त्री होते हैं ?
उत्तर:
केन्द्रीय मंत्रिपरिषद् में तीन प्रकार के मन्त्री होते हैं –

  1. कैबिनेट मन्त्री
  2. राज्यमन्त्री
  3. उपमन्त्री।

प्रश्न 2.
किस प्रक्रिया के द्वारा सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश को पदच्युत किया जा सकता है ?
उत्तर:
संसद के प्रत्येक सदन की समस्त संख्या के बहुमत द्वारा तथा उपस्थित और मतदान करने वाले सदस्यों के कम-से-कम दो-तिहाई बहुमत द्वारा सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के विरुद्ध उसे दुराचारी होने का प्रस्ताव पारित होने पर राष्ट्रपति द्वारा उसे उसके पद से अपदस्थ किया जा सकता है। अभी तक महाभियोग लगाकर किसी भी न्यायाधीश को नहीं हटाया गया है।

MP Board Class 10th Social Science Chapter 13 लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
राज्यपाल की नियुक्ति किस प्रकार होती है ? राज्यपाल पद की योग्यताएँ बताइए।
उत्तर:
राज्यपाल की नियुक्ति भारत के राष्ट्रपति द्वारा की जाती है। व्यवहार में राज्यपाल की नियुक्ति संघीय मन्त्रिपरिषद् की सलाह पर राष्ट्रपति करते हैं। राज्यपाल की अनुपस्थिति में राज्य के उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश राज्यपाल का पद संभालते हैं।

राज्यपाल पद की योग्यताएँ –

  1. वह भारत का नागरिक हो।
  2. उसकी आयु 35 वर्ष पूरी हो चुकी है।
  3. वह संघ या राज्य में कहीं लाभ के पद पर न हो।
  4. वह संसद या राज्य विधानमण्डल का सदस्य न हो।

प्रश्न 2.
राज्यपाल की प्रमुख विधायी शक्तियाँ लिखिए। (2009)
उत्तर:
राज्यपाल की प्रमुख विधायी शक्तियाँ –

  1. राज्यपाल विधानसभा का अनिवार्य अंग होता है। वह विधानसभा की बैठकों को बुलाता है, बैठकों को स्थगित करता है तथा उन्हें विसर्जित करता है। मुख्यमन्त्री के परामर्श पर विधासभा को भंग कर सकता है। आवश्यकतानुसार विधानमण्डलों को अपना सन्देश भेज सकता है।
  2. विधान मण्डलों द्वारा स्वीकृति विधेयकों पर राज्यपाल की स्वीकृति अनिवार्य है। वित्त विधेयकों के अतिरिक्त राज्यपाल विधानसभा द्वारा पारित विधेयकों को पुनः विचार के लिए वापस भेज सकता है।
  3. जब विधानसभा का अधिवेशन न चल रहा हो तो राज्यपाल अध्यादेश जारी कर सकता है।
  4. जब राज्यपाल को यह अनुभव होता है कि राज्य का प्रशासन संवैधानिक प्रावधानों के अनुसार चलना सम्भव नहीं हो रहा हो तब वह राज्य में संविधान तंत्र की विफलता की सूचना राष्ट्रपति को देता है। राज्यपाल पोर्ट के आधार पर ही राष्ट्रपति राज्य में संकटकाल लागू करता है। ऐसी स्थिति में वह राष्ट्रपति के प्रतिनिधि के रूप में कार्य करता है।

प्रश्न 3.
व्यवस्थापिका के कोई पाँच कार्य लिखिए। (2016)
उत्तर:
व्यवस्थापिका के प्रमुख कार्य निम्न हैं –

  1. कानून निर्माण-देश के शासन को संचालित करने के लिए कानूनों के निर्माण का कार्य व्यवस्थापिका करती है।
  2. संविधान संशोधन आवश्यकतानुसार संविधान में व्यवस्थापिका आवश्यक संशोधन करने का कार्य करती है।
  3. प्रशासनिक कार्य-व्यवस्थापिका कार्यपालिका पर नियन्त्रण करने का महत्वपूर्ण कार्य करती है।
  4. राज्य व शासन की नीति का निर्धारण-राज्य को दिशा देने एवं नीति-निर्धारण का कार्य व्यवस्थापिका करती है।
  5. वित्त सम्बन्धी कार्य-सरकार द्वारा निर्धारित करों को लगाने और करों को कम या समाप्त करने तथा शासन के व्ययों को स्वीकृति प्रदान करने का कार्य व्यवस्थापिका द्वारा किया जाता है।

प्रश्न 4.
कार्यपालिका क्या है ? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
कार्यपालिका – कार्यपालिका सरकार का दूसरा महत्वपूर्ण अंग है। सरकार के समस्त अंगों की कार्यकुशलता के लिए अन्तिम रूप से कार्यपालिका ही उत्तरदायी है। हमारे देश में संघीय व्यवस्था होने के कारण कार्यपालिका के दो स्वरूप हैं-सम्पूर्ण देश का शासन चलाने के लिए केन्द्रीय कार्यपालिका होती है जबकि राज्यों का शासन चलाने के लिए प्रान्तीय कार्यपालिका होती है। केन्द्रीय कार्यपालिका में राष्ट्रपति प्रधानमन्त्री तथा मन्त्रिपरिषद् सम्मिलित हैं। भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद तथा प्रथम प्रधानमन्त्री पण्डित जवाहरलाल नेहरू थे।

प्रश्न 5.
लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव कैसे किया जाता है ? उसकी शक्तियों का वर्णन कीजिए।
अथवा
लोकसभा अध्यक्ष के कार्य लिखिए। (2009, 12, 15)
उत्तर:
लोकसभा अपने सदस्यों में से एक अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का निर्वाचन करती है।

कार्य और शक्तियाँ –

  1. अध्यक्ष के द्वारा लोकसभा की सभी बैठकों की अध्यक्षता की जाती है और अध्यक्ष होने के नाते उसके द्वारा सदन में शान्ति व्यवस्था और अनुशासन बनाये रखने का कार्य किया जाता है।
  2. लोकसभा का समसत कार्यक्रम और कार्यवाही अध्यक्ष के द्वारा ही निश्चित की जाती है। वह सदन के नेता के परामर्श से विभिन्न विषयों के सम्बन्ध में वाद-विवाद का समय निश्चित करता है।
  3. अध्यक्ष ही यह निश्चय करता है कि कोई विधेयक वित्त विधेयक है या नहीं।
  4. संसद और राष्ट्रपति के बीच सारा पत्र व्यवहार उसके द्वारा ही होता है।
  5. कार्यपालिका व शासन की अन्य सत्ताओं से सदन के सदस्यों के अधिकारों की रक्षा का कार्य अध्यक्ष के द्वारा ही किया जाता है।

इस प्रकार लोकसभा के अध्यक्ष की शक्तियाँ काफी विस्तृत हैं। वस्तुतः वह सदन की शक्ति, प्रतिष्ठा तथा गौरव का प्रतीक होता है।

प्रश्न 6.
राष्ट्रपति पद के लिए निर्धारित योग्यताएँ बताइए एवं उसका कार्यकाल क्या है ?
उत्तर:
राष्ट्रपति पद के लिए निर्धारित योग्यताएँ निम्न प्रकार हैं –

  1. वह भारत का नागरिक हो।
  2. उसकी आयु 35 वर्ष से कम न हो।
  3. उसमें वे सभी योग्यताएँ हों, जो लोकसभा के सदस्यों के लिए निर्धारित की गई हैं।
  4. वह केन्द्र सरकार या राज्य सरकार के अधीन आर्थिक लाभ वाले पद पर कार्य न करता हो

कार्यकाल – राष्ट्रपति का कार्यकाल 5 वर्ष निश्चित किया गया है।

प्रश्न 7.
भारत के राष्ट्रपति की कार्यपालिका शक्तियाँ लिखिए।
उत्तर:
भारत के राष्ट्रपति की कार्यपालिका सम्बन्धी शक्तियाँ निम्न प्रकार हैं –

  1. राष्ट्रपति प्रधानमन्त्री की नियुक्ति करता है तथा उसके परामर्श पर अन्य मन्त्रियों को नियुक्त करता है।
  2. राष्ट्रपति सर्वोच्च न्यायालय के अधिकारियों व कर्मचारियों की नियुक्त तथा नियन्त्रक व महालेखा परीक्षक की शक्तियों से सम्बन्धित नियमों का निर्माण करता है।
  3. राज्यों के राज्यपाल, सर्वोच्च न्यायालय एवं उच्च न्यायालय के न्यायाधीश, संघ लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष एवं सदस्य, विदेशों के लिए राजदूतों आदि की नियुक्ति वही करता है।
  4. अन्तर्राष्ट्रीय क्षेत्र में वह अपने देश का प्रतिनिधित्व करता है।
  5. वह भारत की जल, थल और वायु तीनों प्रकार की सेनाओं का प्रधान सेनापति होता है। उसी के नाम से युद्ध या युद्धबन्दी की घोषणा होती है।
  6. राष्ट्रपति यह देखता है कि राज्यों का शासन प्रबन्ध संविधान के अनुसार चल रहा है या नहीं।

प्रश्न 8.
भारत के राष्ट्रपति की विधायी शक्तियाँ क्या हैं ?
उत्तर:
भारत के राष्ट्रपति की विधायी शक्तियाँ निम्न प्रकार हैं –

  1. राष्ट्रपति संसद के अधिवेशन को बुलाता है और अधिवेशन समाप्ति की घोषणा करता है।
  2. राष्ट्रपति को राज्यसभा के 12 सदस्यों को मनोनीत करने का अधिकार है।
  3. संसद द्वारा पास किया गया विधेयक राष्ट्रपति के हस्ताक्षरों से कानून बनता है।
  4. अध्यादेश जारी करके आवश्यकता पड़ने पर संसद का अधिवेशन बुलाता है।
  5. राष्ट्रपति को लोकसभा भंग करने का अधिकार है लेकिन इस अधिकार का प्रयोग राष्ट्रपति प्रधानमन्त्री की सलाह से करता है।

प्रश्न 9.
मुख्यमन्त्री के कोई पाँच कार्य लिखिए। (2016)
उत्तर:
मुख्यमन्त्री के प्रमुख कार्य निम्नलिखित हैं –

  1. मुख्यमन्त्री का कार्य मन्त्रिपरिषद् का गठन करना होता है।
  2. मन्त्रियों के बीच विभागों का वितरण करता है।
  3. मुख्यमन्त्री ही मन्त्रिपरिषद् की बैठकों की अध्यक्षता करता है।
  4. आवश्यकता पड़ने पर मन्त्रियों को उनके विभाग से सम्बन्धित कार्य के लिए निर्देश दे सकता है।
  5. मुख्यमन्त्री राज्यपाल एवं मन्त्रिपरिषद् के बीच की कड़ी के रूप में कार्य करता है। वह मन्त्रिपरिषद् के निर्णयों के सम्बन्ध में राज्यपाल को सूचना देता है।

प्रश्न 10.
प्रधानमन्त्री शासन का केन्द्रबिन्दु है। स्पष्ट कीजिए।
अथवा
प्रधानमन्त्री के पद का महत्व लिखिए।
उत्तर:
भारत में प्रधानमन्त्री का पद विशेष महत्त्व का होता है। वह प्रशासनिक व्यवस्था का आधार होता है। वह मन्त्रिमण्डल का अध्यक्ष, राष्ट्रपति का प्रमुख परामर्शदाता तथा लोकसभा का नेता होता है। मन्त्रिमण्डल के सदस्यों की नियुक्ति भी राष्ट्रपति द्वारा प्रधानमन्त्री की सिफारिश के अनुसार की जाती है। वह अपने मन्त्रिमण्डल के सहयोग से राष्ट्र की प्रशासनिक तथा आर्थिक नीतियों का निर्माण करता है। वह शासन के विभिन्न विभागों में समन्वय स्थापित करता है। अन्तर्राष्ट्रीय क्षेत्र में प्रधानमन्त्री राष्ट्र का नेतृत्व करता है। इस प्रकार संसद, देश तथा विदेश में प्रधानमन्त्री शासन-सम्बन्धी नीति का प्रमुख अधिकृत प्रवक्ता होता है।

प्रश्न 11.
प्रधानमन्त्री और मन्त्रिपरिषद के आपसी सम्बन्धों की चर्चा कीजिए।
उत्तर:

  1. प्रधानमन्त्री, मन्त्रिपरिषद् की बैठकों की अध्यक्षता करता है और मन्त्रिमण्डल की समस्त कार्यविधि पर उसका पूर्ण नियन्त्रण होता है।
  2. मन्त्रिपरिषद् के सदस्यों में विभागों का वितरण प्रधानमन्त्री के द्वारा ही किया जाता है।
  3. प्रधानमन्त्री मन्त्रियों के विभागों में परिवर्तन कर सकता है और उनसे त्यागपत्र की माँग कर सकता है।

प्रश्न 12.
‘केन्द्रीय मन्त्रिपरिषद्’ का गठन किस तरह किया जाता है ?
उत्तर:
लोकसभा के बहुमत दल वाले नेता को राष्ट्रपति प्रधानमन्त्री नियुक्त करता है और प्रधानमन्त्री की सलाह से अन्य मन्त्रियों को नियुक्त करता है। राष्ट्रपति के लिए यह आवश्यक है कि वह लोकसभा के बहुमत प्राप्त दल के नेता को ही प्रधानमन्त्री चुने। अन्य मन्त्रियों के चुनाव में भी राष्ट्रपति प्रधानमन्त्री का परामर्श मानने के लिए बाध्य है। संविधान में यह निश्चित नहीं किया गया है कि मन्त्रिमण्डल में कितने मन्त्री होंगे। इनकी संख्या आवश्यकतानुसार प्रधानमन्त्री निश्चित करता है। प्रत्येक मन्त्री को प्रायः एक या अधिक विभागों का अध्यक्ष बनाया जाता है।

प्रश्न 13.
सामूहिक उत्तरदायित्व से क्या आशय है ?
अथवा
“मन्त्रिपरिषद् एक साथ तैरती है और एक साथ डूबती है।” इस कथन का सत्यापन कीजिए।
उत्तर:
संयुक्त उत्तरदायित्व से आशय यह है कि मन्त्री अपने कार्यों के लिए संसद के प्रति सामूहिक रूप से उत्तरदायी हैं। मन्त्रिमण्डल द्वारा लिया गया कोई भी निर्णय समस्त मन्त्रिमण्डल का निर्णय माना जाता है और संसद यदि किसी एक भी मन्त्री या प्रधानमन्त्री के विरुद्ध अविश्वास का प्रस्ताव पास कर दे तो सम्पूर्ण मन्त्रिमण्डल को अपना त्याग-पत्र देना पड़ता है। भारत में मन्त्रिपरिषद् केवल लोकसभा के प्रति सामूहिक रूप से उत्तरदायी है।

प्रश्न 14.
उच्चतम न्यायालय गठन किस तरह होता है ? समझाइए।
उत्तर:
उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीशों की नियुक्त राष्ट्रपति करता है। मुख्य न्यायाधीश की नियुक्ति में वह उच्चतम न्यायालय एवं उच्च न्यायालयों के न्यायाधीशों से परामर्श ले सकता है। अन्य न्यायाधीशों की नियुक्ति करते समय राष्ट्रपति उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश का परामर्श लेता है। इस समय उच्चतम न्यायालय में एक मुख्य न्यायाधीश तथा 30 अन्य न्यायाधीश हैं।

प्रश्न 15.
सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के लिए क्या योग्यताएँ होनी चाहिए ?
उत्तर:
सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश की योग्यताएँ-सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के लिए निम्न योग्यताएँ होनी चाहिए

  1. वह भारत का नागरिक हो।
  2. वह किसी उच्च न्यायालय या दो या दो से अधिक न्यायालयों में लगातार कम-से -कम 5 वर्ष तक न्यायाधीश के रूप में कार्य कर चुका हो अथवा किसी एक या एक से अधिक उच्च न्यायालय में कम-से-कम 10 वर्ष अधिवक्ता रह चुका हो।
  3. राष्ट्रपति की दृष्टि में वह कोई उत्कृष्ट विधिवेत्ता हो।

प्रश्न 16.
किस प्रक्रिया के द्वारा सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश को पदच्युत किया जा सकता है ?
उत्तर:
संसद के प्रत्येक सदन की समस्त संख्या के बहुमत द्वारा तथा उपस्थित और मतदान करने वाले सदस्यों के कम-से-कम दो-तिहाई बहुमत द्वारा सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के विरुद्ध उसे दुराचारी होने का प्रस्ताव पारित होने पर राष्ट्रपति द्वारा उसे उसके पद से अपदस्थ किया जा सकता है। अभी तक महाभियोग लगाकर किसी भी न्यायाधीश को नहीं हटाया गया है।

प्रश्न 17.
राज्य की विधानसभा की रचना का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
राज्य की विधानसभा विधानमण्डल का निम्न सदन है। इसके सदस्यों का चुनाव प्रत्यक्ष निर्वाचन द्वारा सम्पन्न होता है। राज्य के सभी स्त्री-पुरुषों को जिनकी आयु 18 वर्ष या इससे अधिक है, मतदान करने का अधिकार होता है।

कार्यकाल – राज्य विधानसभा का कार्यकाल पाँच वर्ष का होता है परन्तु इस अवधि से पूर्व भी राज्यपाल द्वारा इसे भंग किया जा सकता है।

सदस्य संख्या – भारतीय संविधान के अनुसार किसी भी राज्य की विधानसभा में 500 से अधिक तथा 60 से कम सदस्य नहीं हो सकते हैं।

सदस्यों की योग्यताएँ

  1. वह भारत का नागरिक हो।
  2. कम से कम 25 वर्ष की आयु का हो।
  3. वह सरकार के अधीन लाभ के पद पर न हो।
  4. वह संसद द्वारा निर्धारित योग्यताएँ पूरी करता हो।

प्रश्न 18.
ग्राम पंचायत के कोई पाँच कार्य लिखिए।
उत्तर:
ग्राम पंचायत के निम्नलिखित पाँच कार्य हैं –

  1. गाँवों में सफाई की व्यवस्था करना तथा सड़कों, कुओं, तालाबों आदि का निर्माण करना।
  2. ग्रामीण सड़कों पर प्रकाश की व्यवस्था करना।
  3. सड़कों के किनारे नालियों का निर्माण करना।
  4. मृत्यु और जन्म का लेखा रखना।
  5. संक्रामक रोगों की रोकथाम की व्यवस्था करना।

प्रश्न 19.
जिला पंचायत का गठन कैसे होता है ?
उत्तर:
जिला पंचायत का गठन राज्य सरकार अधिसूचना द्वारा करती है। इस अधिसूचना द्वारा सम्पूर्ण जिले को इतनी संख्या में विभाजित किया जाता है कि प्रत्येक निर्वाचन क्षेत्र की जनसंख्या यथासम्भव 50,000 हो। एक निर्वाचन क्षेत्र से एक सदस्य निर्वाचित किया जाता है। किसी भी जिला पंचायत के सदस्यों की संख्या कम-से-कम 10 और अधिक-से-अधिक 35 हो सकती है। जिला पंचायतों में अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति के लिए उनके जिले में स्थान जनसंख्या के अनुपात में आरक्षित रखे जाएँगे।

प्रत्येक जिला पंचायत का निर्माण निम्नलिखित सदस्यों से मिलकर होता है –

  1. निर्वाचन क्षेत्र से चुने गये सदस्य।
  2. जिला सहकारी बैंक तथा विकास बैंक का अध्यक्ष।
  3. लोकसभा के वे समस्त सदस्य जो संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करते हैं जो पूर्णरूप में या अल्परूप में जिले का भाग है।
  4. मध्य प्रदेश राज्यसभा से निर्वाचित राज्यसभा के वे समस्त सदस्य जिनका नाम उस जिले में किसी भी ग्राम पंचायत की मतदाता सूची में हो।
  5. राज्य विधानसभा के वे सदस्य जो उस जिले से चुने गये हों।

MP Board Class 10th Social Science Chapter 13 दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
लोकसभा की किन्हीं पाँच शक्तियों का वर्णन कीजिए। (2014)
उत्तर:
लोकसभा की शक्तियाँ निम्न प्रकार हैं –
(1) विधायी शक्ति – लोकसभा का प्रमुख कार्य विधि निर्माण है। संविधान के अनुसार विधि निर्माण में लोकसभा एवं राज्यसभा की शक्तियाँ बराबर हैं परन्तु व्यवहार में लोकसभा ज्यादा शक्तिशाली है। साधारण रूप से समस्त महत्वपूर्ण विधेयक लोकसभा में ही प्रस्तुत किए जाते हैं।

(2) कार्यपालिका पर नियन्त्रण – संविधान के अनुसार मन्त्रिमण्डल लोकसभा के प्रति उत्तरदायी है। मन्त्रिमण्डल तब तक ही क्रियाशील रह सकता है जब तक लोकसभा का उसमें विश्वास है। लोकसभा के सदस्य मंत्रियों से प्रश्न पूछकर, शासकीय नीतियों पर कार्यस्थगन प्रस्ताव तथा अविश्वास प्रस्ताव रखकर सरकार पर नियन्त्रण रखते हैं।

(3) वित्तीय शक्ति – संविधान के द्वारा वित्तीय मामलों में लोकसभा को शक्तिशाली बनाया गया है। वित्त विधेयक लोकसभा में ही पारित किए जाते हैं- यद्यपि वित्त विधेयक लोकसभा से पारित होने के बाद राज्यसभा में जाते हैं किन्तु राज्यसभा के द्वारा धन विधेयको पर 14 दिनों के अन्दर स्वीकृति देनी होती है।

(4) संविधान में संशोधन – लोकसभा राज्यसभा के साथ मिलकर संविधान में संशोधन कर सकती है।

(5) विविध कार्य – लोकसभा राष्ट्रपति पर महाभियोग भी लगा सकती है, उपराष्ट्रपति को पद से हटाने के लिए राज्यसभा के पारित प्रस्ताव पर चर्चा करती है, उच्च एवं उच्चतम न्यायालयों के न्यायाधीशों के विरुद्ध महाभियोग प्रस्तावों पर चर्चा करती है। राष्ट्रपति द्वारा लगाए गए संकटकाल की पुष्टि एक माह के भीतर लोकसभा द्वारा होना अनिवार्य है। अन्यथा ऐसी घोषणा अपने आप निरस्त हो जायेगी।

प्रश्न 2.
उच्च न्यायालय की रचना का संक्षिप्त विवेचन कीजिए।
अथवा
उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों की नियुक्ति किस प्रकार होती है ?
उत्तर:
प्रत्येक राज्य में एक उच्च न्यायालय होता है जिसके अधीन अन्य न्यायालय कार्य करते हैं, परन्तु संसद दो से अधिक राज्यों के लिए भी एक ही उच्च न्यायालय की स्थापन कर सकती है। उच्च न्यायालय के मुख्य तथा कुछ अन्य न्यायाधीश होते हैं, जिनकी नियुक्ति राष्ट्रपति द्वारा की जाती है।

नियुक्ति – उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश की नियुक्ति करते समय राष्ट्रपति सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश तथा राज्य के राज्यपाल से सलाह लेता है। अन्य न्यायाधीशों की नियुक्ति करते समय वह सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश तथा राज्यपाल के अतिरिक्त राज्य के मुख्य न्यायाधीश से भी सलाह लेता है।

योग्यताएँ – उच्च न्यायालय का न्यायाधीश बनने के लिए भारत का नागरिक होना आवश्यक है। इसके अतिरिक्त वह कम-से-कम दस वर्ष तक किसी अधीनस्थ न्यायालय में न्यायाधीश के रूप में कार्य कर चुका हो अथवा कम-से-कम दस वर्ष तक उच्च न्यायालय में अधिवक्ता के रूप में कार्य कर चुका हो।

कार्यकाल – उच्च न्यायालय के न्यायाधीश 62 वर्ष की आयु होने पर अवकाश ग्रहण कर सकते हैं। उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों का कार्यकाल 62 वर्ष की आयु तक ही निश्चित किया गया है।

प्रश्न 3.
उच्च न्यायालय के क्षेत्राधिकार का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
उच्च न्यायालय प्रत्येक राज्य का उच्चतम न्यायालय होता है। अन्य शब्दों में, प्रत्येक राज्य में वहाँ की न्यायपालिका के शिखर पर एक उच्च न्यायालय की व्यवस्था है। उच्च न्यायालय के क्षेत्राधिकार को निम्नलिखित श्रेणियों में विभाजित किया जा सकता है –

  1. आरम्भिक क्षेत्राधिकार
  2. अपील सम्बन्धी क्षेत्राधिकार
  3. प्रशासकीय क्षेत्राधिकार

(1) आरम्भिक क्षेत्राधिकार – आरम्भिक क्षेत्राधिकारों में निम्नलिखित तथ्य आते हैं –

  1. संविधान की व्याख्या करना।
  2. नागरिकों के अधिकारों के सुरक्षा सम्बन्धी मामले। यदि कोई अधिकारी या सरकारी संस्था नागरिकों के मौलिक अधिकारों का अपहरण करता है, तो उच्च न्यायालय उसके विरुद्ध लेख जारी कर सकता है; जैसे-परमादेश, अधिकार पृच्छा आदि
  3. कम्पनी कानून से सम्बन्धित मामले उच्च न्यायालय में आरम्भ किये जा सकते हैं।
  4. वसीयत, विवाह-विच्छेद आदि के मामले भी उच्च न्यायालय सुनता है।

(2) अपील सम्बन्धी क्षेत्राधिकार – उच्च न्यायालय अपने अधीन न्यायालयों के निर्णयों की अपीलें सुनता है। इसमें दीवानी, फौजदारी तथा राजस्व सम्बन्धी सभी प्रकार के मुकदमे हो सकते हैं। फौजदारी मुकदमों में सत्र न्यायालय द्वारा दिये गये मृत्युदण्ड आदेश पर उच्च न्यायालय की पुष्टि आवश्यक है।

(3) प्रशासकीय क्षेत्राधिकार – प्रशासकीय अधिकार के अन्तर्गत राज्यपाल, उच्च न्यायालय के परामर्श से ही जिला न्यायाधीश की नियुक्ति करता है। इसके अतिरिक्त उच्च न्यायालय को अपने अधीन न्यायालयों का निरीक्षण करने तथा उनको नियन्त्रण में रखने का भी अधिकार है। यदि अधीन न्यायालय में कोई ऐसा अभियोग चल रहा है, जिसमें भारतीय संविधान की व्याख्या का मामला निहित हो, तो ऐसे मुकदमे को उच्च न्यायालय अपने पास मँगा सकता है।

MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 6 Life Processes

MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 6 Life Processes

MP Board Class 10th Science Chapter 6 Intext Questions

Class 10th Science Chapter 6 Intext Questions Page No. 95

Mp Board Class 10th Science Chapter 6 Question 1.
Why is diffusion insufficient to meet the oxygen requirements of multi cellular organisms like humans?
Answer:
Diffusion is insufficient to meet the oxygen requirement of multicellular organisms like humans because multicellular organisms have complex body designs. Moreover, all their cells may not be in direct contact with the surrounding environment.

Mp Board Class 10 Science Chapter 6 Question 2.
What criteria do we use to decide whether something is alive?
Answer:
We tend to think of some sort of movement, either growth-related or not, as common evidence for being alive.

Mp Board Solution Class 10 Question 3.
What are outside raw materials used for by an organism?
Answer:
Food, water and oxygen are outside raw materials mostly used by an organism. Depending on the complexity of the organism its requirement varies from organism to organism.

Class 10 Science Chapter 6 Mp Board Question 4.
What processes would you consider essential for maintaining life?
Answer:
Nutrition, Respiration, Transportation of materials into the body and Excretion are the processes we consider essential for maintaining life.

Class 10th Science Chapter 6 Intext Questions Page No. 101

Mp Board Class 10th Social Science Chapter 6 Question 1.
What are the differences between autotrophic nutrition and heterotrophic nutrition?
Answer:

Autotrophic Nutrition Heterotrophic Nutrition
It is the process by which autotrophs take in substances from the outside and convert them into stored forms of energy. This mate­rial is taken in the form of carbon dioxide and water which is converted into carbohydrates in the presence of sunlight and chlorophyll This involves the intake of complex material prepared by other convert organisms
Chlorophyll is necessary. Chlorophyll is absent.

Life Processes Class 10 Solutions MP Board Question 2.
Where do plants get each of the raw materials required for photosynthesis?
Answer:
The following raw materials are required for photosynthesis:

  • The CO2 enters from the atmosphere through stomata.
  • Water is absorbed from the soil by the plant roots.
  • Sunlight, an important component for manufacture food, is absorbed by the chlorophyll and other green parts of the plants.

Science Chapter 6 Class 10 MP Board Question 3.
What is the role of the acid in our stomach?
Answer:

  1. The hydrochloric acid reacts an acidic medium which facilitates the action of the enzyme pepsin.
  2. Acid in the stomach kills micro organisms.

Mp Board Solution Class 10th  Question 4.
What is the function of digestive enzymes?
Answer:
Digestive enzymes such as amylase, lipase, pepsin, trypsin etc. help in the breaking down of complex food particles into simpler ones. These simple particles can be easily absorbed by the blood and thus, transported to all the cells of the body.

Mp Board Solution.Com Class 10 Question 5.
How is the small intestine designed to absorb digested food?
Answer:
The small intestine is designed in such a way that the digested end products are easily absorbed into the body. The innermost lining of the small intestine has many finger-like foldings called villi which increase the surface area for absorption. The villi are richly supplied with blood capillaries and a large lymph vessel which takes the absorbed food to all the cells of the body.

Class 10th Science Chapter 6 Intext Questions Page No. 105

Class 10 Chapter 6 Science MP Board Question 1.
What advantage over an aquatic organism does a terrestrial organism have with regard to obtaining oxygen for respiration?
Answer:
Terrestrial organisms take up oxygen from the atmosphere whereas aquatic animals need to utilize oxygen present in the water. Air contains more O2 as compared to water. Since, the content of O2 in air is high, the terrestrial animals do not have to breathe faster to get more oxygen. Therefore, unlike aquatic animals, terrestrial animals do not show various adaptations for better gaseous exchange.

Class 10 Science Chapter 6 Exercise Question Answer MP Board Question 2.
What are the different ways in which glucose is oxidised to provide energy in various organisms?
Answer:
Glucose is first broken down in the cell cytoplasm into a three carbon molecules called pyruvate. Pyruvate is further broken down by different ways to provide energy. The breakdown of glucose by different pathways can be illustrated as follows,
Class 10th Science Chapter 6 Question Answer MP Board
Break-down of glucose by various pathways.
In yeast and human muscle cells, the breakdown of pyruvate occurs in the absence of oxygen whereas in mitochondria, the breakdown of pyruvate occurs in the presence of oxygen.

Life Processes Class 10 Short Notes MP Board Question 3.
How is oxygen and carbon dioxide transported in human beings?
Answer:
In human beings, respiratory pigments take up oxygen from the air in the lungs and carry it to tissues which are deficient in oxygen before releasing it. The respiratory pigment is haemoglobin which has a very high affinity for oxygen. This pigment is present in the red blood corpuscles. Carbon dioxide is more soluble in water than oxygen is and hence is mostly transport the dissolved from in our blood.

Mp Board Solution Class 10 Science Question 4.
How are the lungs designed in human beings to maximize the area for exchange of gases?
Answer:
Within the lungs, the passage divides into smaller and smaller tubes which finally terminate in ballon like structures which are called alveoli. The alveoli provide a surface where the exchange of gases can take place.

Class 10th Science Chapter 6 Intext Questions Page No. 110

Class 10th Science Chapter 6 Question Answer MP Board Question 1.
What are the components of the transport system in human beings? What are the functions of these components?
Answer:
The components of the transport system in human beings are the heart, blood and blood vessels and lymph:

  • Heart pumps oxygenated blood throughout the body. It takes deoxygenated blood from the various body parts and sends this impure blood to the lungs for oxygenation.
  • Being a fluid connective tissue, blood helps in the transport of oxygen, nutrients, CO2 and nitrogenous wastes.
  • The blood vessels (arteries, veins and capillaries) carry blood either away from the heart to various organs or from various organs, back to the heart.

10th Class Mp Board Solution Question 2.
Why is it necessary to separate oxygenated and deoxygenated blood in mammals and birds?
Answer:
Because mammals and birds require more energy. Hence there must be separation of oxygenated blood and deoxygenated blood. By this these organisms get sufficient oxygen and helps to maintain their body temperature.

Question 3.
What are the components of the transport system in highly organised plants?
Answer:
Xylem and Phloem are the two main types of conducting tissues. In highly organised plants, xylem conducts water and minerals obtained from the soil (via roots) to the rest of the plant. Phloem transports food materials from the leaves to different parts of the plant body.

Question 4.
How are water and minerals transported in plants?
Answer:
In xylem tissue, vessels and tracheids of the roots, stems and leaves are inter connected to form a continuous system of water conducting channels reaching all parts of the plant. At the roots, cells in contact with the soil actively take up ions. This creates a difference in the concentration of these ions between the root and the soil. Water therefore moves into the root from the soil to eliminate this difference. This means that there is steady movement of water into root xylem, creating a column of water that is steadily pushed upwards.

Question 5.
How is food transported in plants?
Answer:
The transport of soluble products of photosynthesis is called translocation and it occurs in the part of the vascular tissue known as phloem. Besides the products of photosynthesis, the phloem transports amino acids and other substances. These substances are specially delivered to the storage organs of roots, fruits and seeds and to growing organs. The translocation of food and other substances takes place in the sieve tubes with the help of adjacent companion cells both in upward and downward directions.

Class 10th Science Chapter 6 Intext Questions Page No. 112

Question 1.
Describe the structure and functioning of nephrons.
Answer:
Nephrons are the basic units of kidneys. Each kidney possesses large number of nephrons, approximately 1-1.5 million. The main components of the nephron are glomerulus, Bowman’s capsule and a long renal tubule.

Structure of a nephron:
Mp Board Solution Class 10 Science
Structure of a nephron

Functioning of a nephron:

  • The blood with metabolic waste enters the kidney through the renal artery, which branches into many capillaries associated with glomerulus.
  • The water and solute are drained to the nephron at Bowman’s capsule.
  • In the proximal tubule, some substances such as amino acids, glucose and salts are selectively reabsorbed and unwanted molecules are added in the urine.
  • The filtrate then moves down into the loop of Henle, where more water is absorbed. The amount of water reabsorbed depends on how much excess water is present in the body and on, how much of dissolved waste is to be excreted.
  • From here, the filtrate moves into the distal tubule and finally reach to the collecting duct Collecting duct collects urine from many nephrons.
  • The urine formed in each kidney enters a long tube called ureter. From ureter, it gets transported to the urinary bladder and then into the urethra.

Question 2.
What are the methods used by plants to get rid of excretory products?
Answer:
Plants can get rid of excess water by transpiration. For other wastes, plants use the fact that many of their tissues consist of dead cells, and that they can even lose some parts such as leaves. Many plant waste products are stored incellular vacuoles waste products may be stored in leaves that fall off. Other waste products are stored as resins and gums especially in old xylem. Plants also excrete some waste substances into the soil around them.

Question 3.
How is the amount of urine produced regulated?
Answer:
The amount of urine produced depends on the amount of excess water and dissolved wastes present in the body. Some other factors such as habitat of an organism and hormone such as Antidiuretic hormone (ADH) also regulates the amount of urine produced.

MP Board Class 10th Science Chapter 6 NCERT Textbook Exercises

Question 1.
The kidneys in human beings are a part of the system for:
(a) nutrition
(b) respiration
(c) excretion
(d) transportation
Answer:
(c) In human beings, the kidneys are a part of the system for excretion.

Question 2.
The xylem in plants are responsible for:
(a) transport of water
(b) transport of food
(c) transport of amino acids
(d) transport of oxygen
Answer:
(a) In a plant, the xylem is responsible for transport of water.

Question 3.
The autotrophic mode of nutrition requires:
(a) carbon dioxide and water
(b) chlorophyll
(c) sunlight
(d) all of the above.
Answer:
(d) The autotrophic mode of nutrition requires carbon dioxide, water, chlorophyll and sunlight, all the four components.

Question 4.
The breakdown of pyruvate to give carbon dioxide, water and energy takes place in:
(a) cytoplasm
(b) mitochondria
(c) chloroplast
(d) nucleus
Answer:
(b) The breakdown of pyruvate to give carbon dioxide, water and energy takes place in mitochondria.

Question 5.
How are fats digested in our bodies? Where does this process take place?
Answer:
Fats are present in the intestine in the form of large globules which makes it difficult for enzymes to act on them. Bile salts break them down into smaller globules increasing the efficiency of enzyme action. The enzymes present in the wall of the small intestine converts fats into fatty acids and glycerol.

Question 6.
What is the role of saliva in the digestion of food?
Answer:
Saliva is secreted by the salivary Glands, located around tongue. It moistens the food for easy swallowing. It contains a digestive enzyme – amyjase, which breaks down bulky starch into sugar. So, sometimes it is advised to consume less water during a meal.

Question 7.
What are the necessary conditions for autotrophic nutrition and what are its by-products?
Answer:
Autotrophic nutrition is accomplished by the process of photosynthesis. Carbon dioxide, water, chlorophyll pigment and sunlight are the necessary conditions required for autotrophiq nutrition. Carbohydrates (food) and 02 are the by-products of photosynthesis.

Question 8.
What are the differences between aerobic and anaerobic respiration? Name some organisms that use the anaerobic mode of respiration.
Answer:

               Aerobic respiration Anaerobic respiration
i) This take place in presence of oxygen No oxygen is
ii) It takes place in cytoplasm and mitochondria. it takes place only in cytoplasm
iii) By this process more energy is released. Less energy is released by this process.

Question 9.

How are the alveoli designed to maximise the exchange of gases?
Answer:
The alveoli are the small hollow structures present in the lungs. The walls of the alveoli consist of extensive network of blood vessels. Each lung contains 300-350 million alveoli, making it a total of approximately 700 millions in both the lungs. The alveolar surface when spread out covers about 80m2 area. This large surface area makes the gaseous exchange more efficient in alveoli and capillaries.

Question 10.
What would be the consequences of a deficiency of haemoglobin in our bodies?
Answer:
Haemoglobin is the respiratory pigment that transports oxygen to the body cells for cellular respiration. Therefore, deficiency of haemoglobin in blood can affect the oxygen supplying capacity of blood. This can lead to deficiency of oxygen in the body cells. It can also lead to a disease called anemia.

Question 11.
Describe double circulation in human beings. Why is it necessary?
Answer:
Oxygen rich-blood from the lungs comes to the thin walled upper chamber of the heart on the left, the left atrium. The left atrium relaxes when it is collecting this blood. It then contracts while the next chamber, the left ventricle, relaxes, so that the blood is transferred to it. When the muscular left ventricle contracts in its turn, the blood is pumped out to th body. De-oxygenated blood comes from the body to the upper chamber on the right, the right atrium, as it relaxes. As the right atrium contracts, the corresponding lower chamber, the right ventricle, dilates. This transfer blood to the right ventricle, which in turn pumps it to the lungs for oxygenation.

Blood goes through the heart twice during each cycle in other vertebrates. This is known as double circulation. The separation of the right side and the left side of the heart is useful to keep oxygenated and deoxygenated blood from mixing.

Importance of double circulation:

The separation of oxygenated and de-oxygenated blood allows a more efficient supply of oxygen to every single cells. This efficient system of oxygen supply is very useful in warm-blooded animals such as human beings. As we know, warm-blooded animals have to maintain a constant body temperature. Thus, the circulatory system of humans becomes more efficient because of the double circulation.
Life Processes Class 10 Short Notes MP Board
Schematic sectional view of the human heart.

Question 12.
What are the differences between the transport of materials in xylem and phloem?
Answer:
(i) Xylem tissue helps in the transport of water and minerals.

  • Phloem tissue helps in the transport of food.

(ii) Water is transported upwards from roots to all other plant parts.

  • Food is transported in both upward and downward directions. Transport in xylem occurs with the help of simple physical forces such as transpiration pull.

(iii) Transport of water and minerals do not require energy in the form of ATP.

  • Transport of food in phloem requires energy in the form of ATP.

Question 13.
Compare the functioning of alveoli in the lungs and nephrons in the kidneys with respect to their structure and functioning.
Answer:
Structure of Alveoli

  1. Alveoli are tiny balloon-like structures present inside the lungs.
  2. The walls of the alveoli are one cell thick and it contains an extensive network of blood capillaries.

Functions:

  1. The exchange of O2 and CO2 takes place between the blood of the capillaries that surround the alveoli and the gases present in the alveoli.
  2. Alveoli are the site of gaseous exchange.

Structure Nephrons

  1. Nephrons are tubular structures present inside the kidneys.
  2. Nephrons are made of glomerulus, bowman’s capsule, and a long renal tube. It also contains a cluster of thin walled capillaries.

Functions:

(i) The blood enters the kidneys through the renal artery which branches into many capillaries in the glomerulus. The water and solute are transferred to the nephron at Bowman’s capsule. Then, the filtrate moves through the proximal tubule and then down into the loop of henle. From henle’s loop, filtrate passes into the distal tubule and then to the collecting duct. The collecting duct collects the urine from many nephrons and passes it to the ureter. During the ’ flow of filtrate some substances such as glucose, amino acid and water are selectively re-absorbed.

MP Board Class 10th Science Chapter 6 Additional Questions

MP Board Class 10th Science Chapter 6 Multiple Choice Questions

Question 1.
Which out of the following can prepare their own food:
(a) Carnivores
(b) Omnivores
(c) Herbivores
(d) Autotrophs
Answer:
(d) Autotrophs

Question 2.
Which of the following type includes plant as majority of its population?
(a) Carnivores
(b) Omnivores
(c) Herbivores
(d) Autotrophs
Answer:
(d) Autotrophs

Question 3.
Which of the given organisms can feed on plants and animals as well?
(a) Carnivores
(b) Omnivores
(c) Herbivores
(d) Autotrophs
Answer:
(b) Omnivores

Question 4.
Amylase is secreated by:
(a) Pancreas
(b) Stomach
(c) Small intestine
(d) Oesophagus
Answer:
(a) Pancreas

Question 5.
of the following metal is associated with chlorophyll?
(a) Aluminium
(b) Iron
(c) Potassium
(d) Calcium
Answer:
(b) Iron

Question 6.
Which of the following metals are helpful for cellular level transport?
(a) AI – Zn
(b) Fe
(c) Na – K
(d) Calcium
Answer:
(c) Na – K

Question 7.
Where does water get absorbed in body?
(a) Stomach
(b) Food canal
(c) Large intestine
(d) Small intestine
Answer:
(c) Large intestine

Question 8.
The lungs in human beings helps in:
(a) Excretion
(b) Nutrition
(c) Respiration
(d) Transportation
Answer:
(c) Respiration

Question 9.
The liver in human beings helps in:
(a) Excretion
(b) Digestion
(c) Respiration
(d) Transportation
Answer:
(b) Digestion

Question 10.
Bile is originated from in human digestive system.
(a) Pancreas
(b) Liver
(c) Kidney
(d) Stomach
Answer:
(b) Liver

Question 11.
Villi are find inside
(a) Brain
(b) Stomach
(c) Small intestine
(d) Oesophagus
Ans.
(c) Small intestine

Question 12.
The decomposition of carbohydrate is a process of:
(a) Esterification
(b) Hydrogenation
(c) Oxidation
(d) Emulsification
Answer:
(c) Oxidation

Question 13.
Which one of the following organism use air dissolved in water for respiration?
(a) Amoeba
(b) Sheep
(c) Lion
(d) Leech
Answer:
(a) Amoeba

Question 14.
Energy is released and stored in the form of ATP during:
(a) Excretion
(b) Nutrition
(c) Respiration
(d) Transportation
Answer:
(c) Respiration

Question 15.
Nephron are unit of kidney, it works for:
(a) Nutrition
(b) Respiration
(c) Excretion
(d) Transportation
Answer:
(c) Excretion

Question 16.
The phloem in plants are responsible for:
(a) Transport of water
(b) Transport of food
(c) Transport of amino acids
(d) Transport of oxygen
Answer:
(b) Transport of food

Question 17.
The autotrophic mode of nutrition requires:
(а) Carbon dioxide and water
(b) Chlorophyll and sunlight
(c) Carbohydrate
(d) (a) and (b)
Answer:
(d) (a) and (b)

Question 18.
Energy generated during cellular level of metabolism is stored in:
(a) Cytoplasm
(b) Mitochondria
(c) Chloroplast
(d) Nucleus
Answer:
(b) Mitochondria

Question 19.
During expiration, the lungs are:
(a) Arched
(b) Flattened s
(c) Perforated
(d) None of these
Answer:
(a) Arched

Question 20.
The correct pathway of blood in double circulatory system is:
(a) atria → ventricles → arteries → veins
(b) atria → veins → arteries
(c) veins → arteries → atria
(d) veins → ventricles → atria → arteries
Answer:
(a) atria → ventricles → arteries → veins

MP Board Class 10th Science Chapter 6 Very Short Answer Type Questions

Question 1.
Name one process which cannot be seen in non living things in comparison to living beings.
Answer:
Reproduction.

Question 2.
Najne two pigments which absorb sunlight.
Answer:
Carotenoids and chlorophyll.

Question 3.
Which life process synthesise chemical energy and turn it into heat energy?
Answer:
Nutrition and respiration.

Question 4.
Name some carbohydrate rich food.
Answer:
Rice and wheat.

Question 5.
Name raw material required for photosynthesis.
Answer:
Carbon dioxide, water, chlorophyll rich living cell, sunlight.

Question 6.
In which form, the food is stored in leaves?
Answer:
Starch.

Question 7.
What is the colour of iodine-starch complex?
Answer:
Blue-Purple.

Question 8.
During blood circulation in humans, in one cycle how many times blood moves to heart?
Answer:
Two times.

Question 9.
How many chambers do a human heart have?
Answer:
Four.

Question 10.
What is the term for process of taking food in the body?
Answer:
Ingestion.

Question 11.
Which gland secretes amylase enzyme?
Answer:
Salivary gland.

Question 12.
What is the function of large intestine during digestion?
Answer:
Absorption of water.

Question 13.
How do aquatic plants and animal get oxygen for photosynthesis?
Answer:
Aquatic plants and animals obtain oxygen through the process of diffusion.

Question 14.
Where does light reaction and dark reaction of photosynthesis occur?
Answer:
In the grana thylakoids of chloroplasts, light reaction occurs while dark reaction occur in the stroma of chloroplasts.

Question 15.
Which wavelength of light is best absorbed by chlorophyll?
Answer:
Red colour wavelength.

Question 16.
Which products formed during light reaction in photosynthesis process are used by dark reaction?
Answer:
NADPH and ATP.

Question 17.
What is the function of thylakoid membranes in chloroplast?
Answer:
It provides large surface area for light absorption.

Question 18.
Write down the full form of the following:

(a) ATP
(b) NADP

Answer:

(a) ATP : Adenosine triphosphate.
(b) NADP : Nicotinamide adenine dinucleotide phosphate.

Question 19.
Define excretion.
Answer:
Excretion is a biological process by which an organism gets rid of metabolic toxic wastes from its body.

Question 20.
Name the toxic wastes obtained as by products of metabolism.
Answer:
These wastes are nitrogenous materials i.e., ammonia, urea and uric acid, carbon dioxide, inorganic salts, excess of water.

Question 21.
What is osmoregulation?
Answer:
It is a process that maintains the amount of water and ionic balance in the body.

Question 22.
Where urea is formed in humans?
Answer:
Urea is made in the liver via the ornithine cycle by combining the ammonia made by deamination with carbon dioxide made from respiration.

Question 23.
What are the major excretory products of plants?
Answer:
Oxygen, water, carbon dioxide, latex, gums, resins, excessive salts, calcium oxalate and other toxic substances are excretory organs of plants.

Question 24.
Name the excretory organs of earthworm.
Answer:
Nephridia.

MP Board Class 10th Science Chapter 6 Short Answer Type Questions

Question 1.
What is gout? How it affects life?
Answer:
In humans, the high concentrations of uric acid in the blood cause uric acid crystals to precipitate in the kidneys and joints. This can cause huge pain and swelling in the joints, particularly in the big toes and disturb the movement of body. .

Question 2.
List the excretory system organs in human beings.
Answer:
The excretory system in humans consists of:

  • a pair of kidneys
  • a pair of ureter
  • a urinary bladder
  • a urethra

Question 3.
Explain unit of kidney.
Answer:
Nephron is the structural and functional unit of kidney. Each kidney of the pair contains millions of nephrons.

Question 4.
Which organ in human beings is related to homeostasis?
Answer:
Kidney is also concerned with homeostasis since, it carries out osmoregulation of body fluids and controls the pH of the blood.

Question 5.
How does excretion takes place in segmented worms, like earthworms?
Answer:
Segmented worms, such as earthworms, produce urea that is excreted through long tubules called nephridia.

Question 6.
What are the excretory organs of insects like grasshoppers?
Answer:
Malpighian tubules.

Question 7.
Why does uric acid is the best nitrogenous waste product for insects, reptiles and birds?
Answer:
Uric acid has low solubility and does conserve water in insects, reptiles and birds.

Question 8.
Name the two possible treatments during chronic renal (kidney) failure.
Answer:
Hemodialysis and kidney transplant.

Question 9.
What is the main excretory product in Amoeba and jellyfish?
Answer:
Ammonia (NH3).

Question 10.
What are the two main functions of kidneys?
Answer:
The two main functions of kidneys are:

  1. To remove toxic metabolic waste products (for example, urea, uric acid, ammonia, salts etc.) from the blood.
  2. To regulate the blood pH, blood water and salt content, blood osmotic pressure, blood pressure (homeostasis).

Question 11.
Why is photosynthesis important to the global world?
Answer:

(a) In photosynthesis, solar energy (sunlight) is converted to chemical energy and is stored in plants as starch.
(b) Plants also store excess sugar by synthesis of starch.
(c) Heterotrophs, including humans, may completely or partially consume plants for fuel and raw materials.
(d) Photosynthesis is responsible for the presence of oxygen in our atmosphere.
(e) Each year, photosynthesis synthesizes approx. 160 billion metric tons of carbohydrate.

MP Board Class 10th Science Chapter 6 Long Answer Type Questions

Question 1.
What is photosynthesis? Explain in detail.
Answer:
The process by which green plants make their own food from carbon- dioxide and water in the presence of sunlight and chlorophyll is called photosynthesis.

During this process, oxygen gas is released. This process can be represented as:
Class 10 Science Chapter 6 Exercise Question Answer MP Board
The green plants convert energy of sunlight into chemical energy by making glucose.

The extra glucose formed changes into starch which is stored in leaves. The oxygen released comes from the water.

Question 2.
(a) Define translocation.
Answer:
Transportation of food from photosynthetic parts of the plant to the non-green part of the plant through phloem is known as translocation.

(b) Name the correct substrates for the following enzymes.
(i) Trypsin
(ii) Amylase
(iii) Pepsin
(iv) Lipase
Answer:

S.No. Enzyme Substrate
(i) Trypsin Proteins (Peptides)
(ii) Amylase Starch
(iii) Pepsin Proteins
(iv) Lipase Emulsified fats

Question 3.
What are the important events that occur during photosynthesis process?
Answer:
The following events occur during this process:

(a) Absorption of light energy by chlorophyll.
(b) Conversion of light energy to chemical energy and splitting of water molecules into hydrogen and oxygen. (Light reaction)
(c) Reduction of carbon dioxide to carbohydrates. (Dark reaction by Calvin cycle)

Question 4.
Mention the conditions necessary for photosynthesis. Also, mention the process involved in each of these steps.
Answer:

  1. Sunlight: Chlorophyll of the leaves of the plant trap sunlight and converts them into chemical energy during photosynthesis. Plant utilizes visible light only which is made up of 7 colours and green . colour is least absorbed (it reflects green the most – that’s why the leaves appear green).
  2. Chlorophyll: Chlorophyll is a green pigment mainly present in the leaves of the plant. There are many types of chlorophyll named a, b, c, d, e and bacteria – chlorophyll. Chlorophyll ‘a’ and chlorophyll ‘b’ are most abundantly present in the nature.
  3. Carbon Dioxide: Plants take carbon dioxide through stomata to make glucose (food for the plants).
  4. Water: Water is absorbed by the roots of the plants through osmosis. Through xylem, water is transported to all parts of the plant.

MP Board Class 10th Science Chapter 6 Textbook Activities

Class 10 Science Activity 6.1 Page No. 96

  1. Take a potted plant with variegated leaves – for example, money plant or crotons.
  2. Keep the plant in a dark room for three days so that all the starch gets used up.
  3. Now keep the plant in sunlight for about six hours.
  4. Pluck a leaf from the plant. Mark the green areas in it and trace them on a sheet of paper.
  5. Dip the leaf in boiling water for a few minutes.
  6. After this, immerse it in a beaker containing alcohol.
  7. Carefully place the above beaker in a water-bath and heat till the alcohol begins to boil.
  8. What happens to the colour of the leaf? What is the colour of the solution?
  9. Now dip the leaf in a dilute solution of iodine for a few minutes,
  10. Take out the leaf and rinse off the iodine solution.
  11. Observe the colour of the leaf and compare this with the tracing of the leaf done in the beginning Fig. 6.4.
  12. What can you conclude about the presence of starch in various areas of the leaf?

Class 10 Chapter 6 Science MP Board

Observations:

  1. The green coloured leaf become colourless. The solution of alcohol becomes green in colour as chlorophyll of leaf gets dissolved it upon immersing.
  2. leaf On dipping in iodine solution, green areas of leaf turns dark blue whereas colourless part of leaf show no formation of starch.

Class 10 Science Activity 6.2 Page No. 97

  1. Take two healthy potted plants which are nearly the same size.
  2. Keep them in a dark room for three days.
  3. Now place each plant on separate glass plates. Place a watch-glass containing potassium hydroxide by the side of one of the plants. The potassium hydroxide is used to absorb carbon dioxide.
  4. Cover both plants with separate bell-jars as shown in Fig. 6.5.

Mp Board Solution.Com Class 10

  1. Use vaseline to seal the bottom of the jars to the glass plates so that the set-up is air-tight.
  2. Keep the plants in sunlight for about two hours.
  3. Pluck a leaf from each plant and check for the presence of starch as in the above activity.
  4. Do both the leaves show the presence of the same amount of starch?
  5. What can you conclude from this activity?

Observations:

  1. No. both leaves do not show the presence of the same amount of starch as starch is produced during the process of photosynthesis utilizing sunlight, chlorophyll and CO2 In first set up, availability of CO2, will be less as potassium hydroxide present absorbs CO2, In the second set up, leaves will have more amount of starch.
  2. From this activity, we can conclude that amount of carbon dioxide affects the process and outcome of photosynthesis.

Class 10 Science Activity 6.3 Page No. 99

  1. Take 1 mL starch solution (1%) in two test tubes (A and B).
  2. Add 1 mL saliva to test tube A and leave both test tubes undisturbed for 20-30 minutes.
  3. Now add a few drops of dilute iodine solution to the test tubes.
  4. In which test tube do you observe a colour change?
  5. What does this indicate about the presence or absence of starch in the two test tubes?
  6. What does this tell us about the action of saliva on starch.

Observations:

  1. The colour change is observed in test tube B, showing presence of starch. Whereas test tube A will show no colour change as saliva present converts sugar into starch.
  2. This tells us about the action of salivary amylase enzymes present in starch. The salivary amylase acts on starch and breakdown into sugar.
    Mp Board Solution Class 10th

Class 10 Science Activity 6.4 Page No. 101

  1. Take some freshly prepared lime water in a test tube.
  2. Blow air through this lime water.
  3. Note how long it takes for the lime water to turn milky.
  4. Use a syringe or pichkari to pass air through some fresh lime water taken in another test tube Fig. 6.6.

Science Chapter 6 Class 10 MP Board

  1. Note how long it takes for this lime water to turn milky.
  2. What does this tell us about the amount of carbon dioxide in the air that we breathe out?

Observations:

  1. Immediately, on blowing air in turns milky,
  2. On using syringe / pichkari, much time is taken as amount of CO2 entering now is restricted.
  3. It Shows, the air we breathe out contains higher amount of CO2.

Class 10 Science Activity 6.5 Page No. 101

  1. Take some fruit juice or sugar solution and add some yeast to this. Take this mixture in a test tube fitted with a one-holed cork.
  2. Fit the cork with a bent glass tube. Dip the free end of the glass tube into a test tube containing freshly prepared lime water.
  3. What change is observed in the lime water arid how long does it take, for this change to occur?
  4. What’does this tell us about the pradabts of fermentation?

Observations:

  1. Lime water turns milky as CO2 produced gets mixed with yeast, sugar and afeohol,
  2. The products of fermentation.are-CO2 and alcohol.

Class 10 Science Activity 6.6 Page No. 103

  1. Observe fish in an aquarium. They open and close their mouths and the gill-slits (or the operculum which covers the gill-slits) behind their eyes also open and close. Are the timings of the opening and closing of the mouth and gill-slits coordinated In some mariner?
  2. Count the number of times the fish opens and closes its mouth in a minute.
  3. Compare this to the number of times you breathe in and out in a minute.

Observations:

  1. Yes, the timings of opening and closing of mouth and gill slits are coordinated. They open and close alternatively.
  2. In dissolved water, availability of oxygen is less so fish breathes at higher rate.

Class 10 Science Activity 6.7 Page No. 105

  1. Visit a health centre in your locality and find out what is the normal range of haemoglobin content in human beings.
  2. Is it the same for children and adults?
  3. Is there any difference In the haemoglobin levels for men and women?
  4. Visit a veterinary clinic in your locality. Find out what is the normal range of haemoglobin content in an animal like the buffalo or cow.
  5. Is this content different in calves, male and female animals?
  6. Compare the difference seen in male and female human beings and animals.
  7. How would the difference. If any, be explained?

Observations:

  1. The normal haemoglobin content for human male is 13.8-17.2 g/ decilitre and for female is 12.1 – 15.1 g/dl.
  2. No. it is not same for children and adults.
  3. Male has higher level of Hb level as compared to females.
  4. Normal buffalo or low Hb level is 10.4-16.4 g/dl.
  5. Yes, Hb content in calves is higher than male and female animals.

Class 10 Science Activity 6.8 Page No. 109

  1. Take two small pots of approximately the same size and having the same amount of soil. One should have a plant in it. Place a stick of the same height as the plant in the other pot.
  2. Cover the soil in both pots with a plastic sheet so that moisture cannot escape by evaporation.
  3. Cover both sets, one with the plant and the other with the stick, with plastic sheets and place in bright sunlight for half an hour.
  4. Do you observe any difference in the two cases?

Observations:

  1. Yes, water droplets can be seen on the plastic sheet covering the pot with plant. This is due to condensation of water vapours released during transpiration.

MP Board Class 10th Science Solutions

MP Board Class 10th Sanskrit Solutions Chapter 8 सद्वृत्तम्

MP Board Class 10th Sanskrit Solutions Durva Chapter 8 सद्वृत्तम्(गद्यम्) (चरकसंहितातः)

MP Board Class 10th Sanskrit Chapter 8 पाठ्यपुस्तक के प्रश्न

कक्षा 10 संस्कृत पाठ 8 MP Board प्रश्न 1.
एकपदेन उत्तरं लिखत-(एक पद में उत्तर लिखिए)।
(क) आत्महिताय किम् अनुष्ठेयम्? (अपने हित के लिए क्या करना चाहिए?)
उत्तर:
सद्वृत्तम। (सज्जनों का आचरण)

(ख) किं न रोचयेत्? (किसमें रुचि नहीं होनी चाहिए?)
उत्तर:
वैरं। (वैरभाव)

You can download MP Board 10th sanskrit solution to help you to revise complete syllabus and score more marks in your examinations.

(ग) कुत्र न आरोहेत? (कहाँ नहीं चढ़ना चाहिए?)
उत्तर:
द्रुमम्। (पेड़ पर)

(घ) कान् न विघट्टयेत्? (किसको नहीं किटकिटाना चाहिए?)
उत्तर:
दन्तान्। (दाँतों को)

(ङ) कदा दधि न भुञ्जीत? (दही कब नहीं खानी चाहिए?)
उत्तर:
नक्तम्। (रात में)

 

Class 10 Sanskrit Chapter 8 MP Board प्रश्न 2.
एकवाक्येन उत्तरं लिखत-(एक वाक्य में उत्तर लिखिए-)
(क) कान् न वादयेत्? (किसको नहीं बजाना चाहिए?)
उत्तर:
नखान् न वादयेत्। (नाखून नहीं बजाने चाहिए।)

(ख) कैः न विरुध्येत्? (किसके द्वारा (साथ) विरोध नहीं होना चाहिए।)
उत्तर:
उत्तमैः न विरूध्येत्। (महापुरुषों द्वारा (के साथ) विरोध नहीं किया जाना चाहिए।)

(ग) कं न भिन्द्यात्? (किसे नहीं तोड़ना चाहिए?)
उत्तर:
नियमं न भिन्द्यात्। (नियम नहीं तोड़ना चाहिए।)

(घ) कं न अतिपातयेत्? (क्या व्यर्थ नहीं करना चाहिए?)
उत्तर:
कार्यकालं न अतिपातयेत्। (काम का समय व्यर्थ नहीं करना चाहिए।)

(ङ) के न अनुवसेत्? (किसको नहीं रहना चाहिए?)
उत्तर:
शोकं न अनुवसेत्। (शोक नहीं रहना चाहिए।)

Sanskrit Class 10 Chapter 8 Mp Board प्रश्न 3.
अधोलिखितप्रश्नानाम् उत्तराणि लिखत-(नीचे लिखे प्रश्नों के उत्तर लिखिए.-)
(क) सद्वृत्तेन मानवः किं सम्पादयति? (सवृति से मनुष्य क्या प्राप्त करता है?)
उत्तर:
सद्वृत्तेन मानवः आरोग्यम् इन्द्रियविजयं च संपादयति। (सद्वृत्ति से मनुष्य आरोग्य-लाभ और इन्द्रियों पर विजय प्राप्त करता है।)

(ख) कथं न अध्ययनम् अभ्यस्येत्? (अध्ययन कैसे नहीं करना चाहिए?)
उत्तर:
नातिमात्रं न तान्तं न विस्वरं नानवस्थितपदं नातिद्रुतं न विलन्बितं। नातिक्लीचं नात्युच्चैः नातिनीचैः स्वरैः अध्ययनमभ्यस्येत।

(न अधिक मात्रा से युक्त, न रुक्ष स्वर, न स्वर रहित, न पाठ का अनियमित पाठ, न ज्यादा तेज, न ज्यादा धीरे, न ज्यादा ऊँचा और न ज्यादा नीचे स्वर में अध्ययन करना चाहिए।)

(ग) अन्नं कथं न आददीत? (अन्न कैसे नहीं लेना खाना चाहिए?)
उत्तर:
न अस्नातः नोपहतवासा न अजपित्वा न आहुत्वा देवताभ्यः नाभिरूप्य पितृभ्यः नादत्वा गुरुभ्य: नातिथिभ्यः न उपाश्रितेभ्य न अप्रक्षालितपाणि पादवदनः नाशुद्धमुखः नोदङ्मुखः न विमना न पात्रीष्वमेध्यासुन कुत्सयन् न कुत्सितं न प्रतिकूलोपहितम् अन्नम् आददीत।

(स्नान न किए हुए को, बिना शुद्ध वस्त्र धारण किए हुए को, बिना जपे हुए व बिना बुलाए हुए देवताओं से, बिना भोजन कराये पितरों से, बिना दिए गुरु से, न अतिथि से, न आश्रित से, न बिना हाथ-पैर-मुँह धोये हुए से, बिना मुँह शुद्ध किए हुए से, बिना उत्तर दिशा में मुख किए हुए से, अपवित्र मन वाले से, बिना पात्र पवित्र किए हए में, न निन्दा करते हुए से, न निन्दित से और प्रतिकूल पुरुष के द्वारा दिया गया अन्न नहीं लेना चाहिए (खाना)।)

Mp Board Class 10 Sanskrit Chapter 8 प्रश्न 4.
प्रदत्तशब्दैः रिक्तस्थानानि पूरयत? (नीचे दिए शब्दों से रिक्त स्थान भरिए-)
(नादेशे, नातिसमयं, पापेऽपि, विवृणुयात्, गवां)
(क) न ……………. पापी स्यात्।
(ख) न नक्तं ……………. चरेत्।
(ग) ……………. जह्यात्।
(घ) न ……………. दण्डमुद्यच्छेत्।
(ङ) न गुह्यं …………….।
उत्तर:
(क) पापेऽपि
(ख) नादेशे
(ग) नातिसमयं
(घ) गवां
(ङ) विवृणुयात्

Class 10th Sanskrit Chapter 8 MP Board प्रश्न 5.
यथायोग्यं योजयत-(उचित क्रम से जोड़िए-)
Sanskrit 10th Class Mp Board
उत्तर:
(क) 4
(ख) 5
(ग) 1
(घ) 2
(ङ) 3

Class 10th Mp Board Sanskrit Chapter 8 प्रश्न 6.
शुद्धवाक्यानां समक्षम् ‘आम्’ अशुद्धवाक्यानां समक्षम् ‘न’ इति लिखत-(शुद्ध वाक्यों के सामने ‘आम्’ तथा अशुद्ध वाक्यों के सामने ‘न’ लिखिए-)
(क) देवगोगुरुवृद्धसिद्धाचार्यानर्चयेत्।
(ख) एकः शून्यगृहम् अनुप्रविशत्।
(ग) अस्नातः अन्नम् आददीत।
(घ) सर्वकालविचारो न भवेत् !
(ङ) चञ्चलं मनः न अनुभ्रामयेत्
उत्तर:
(क) आम्
(ख) न
(ग) न
(घ) न
(ङ) आम्

Sanskrit Class 10 Chapter 8 Solutions प्रश्न 7.
निम्नलिखितशब्दानां मूलशब्दं विभक्तिं वचनं च लिखत
(नीचे लिखे शब्दों के मूलशब्द विभक्ति और वचन लिखिए-)
Chapter 8 Class 10 Sanskrit
उत्तर:
Mp Board Class 8 Sanskrit Chapter 10

Class 10 Sanskrit Chapter 8 Question Answer प्रश्न 8.
क्रियापदानां धातुं लकारं च पृथक् कुरुत (क्रियापदों के धातु और लकार अलग कीजिए)
Chapter 8 Sanskrit Class 10
उत्तर:
Sanskrit Chapter 8 Class 10 Solutions

Sanskrit Class 10 Chapter 8 प्रश्न 9.
अधोलिखितपदानां सन्धिविच्छेदं कृत्वा सन्धिनाम लिखत
(नीचे लिखे पदों के सन्धि-विच्छेद करके सन्धि का नाम लिखिए)
Mp Board Class 10 Sanskrit Solution
उत्तर:
Mp Board Solution Class 10

Class 10 Sanskrit Chapter 8 Solutions प्रश्न 10.
विपरीतार्थिशब्दान् लिखत-(विपरीत शब्द लिखिए-)
यथा – गुरुः – शिष्यः
(क) पिता
(ख) प्रतिकूलम
(ग) पापम्
(घ) दोषः
(ङ) सिद्धिः
उत्तर:
(क) माता
(ग) पुण्यम्
(ङ) असिद्धिः
(ख) अनुकूलम्
(घ) गुणः योग्यताविस्तारः

स्वास्थ्यहिताय उपदेशयुक्ताः अन्याः रचनाः पठत।
(स्वास्थ्य हित के लिए उपदेश युक्त अन्य रचनाएँ पढ़ो।)

पाठे आगताः शिक्षाः आचरणीयाः। (पाठ से मिली शिक्षा का आचरण करो।)

सद्वृत्तम् पाठ का सार

प्रस्तुत पाठ में ‘आयुर्वेद’ पर आधारित ‘चरक संहिता’ से लिया गया है, जिसमें स्वास्थ्य संबंधी बातें बताई गई हैं कि स्वस्थ किस प्रकार रहा जा सकता है। इस पाठ में व्यक्ति को स्वस्थ व नीरोगी रहने के लिए क्या करना चाहिए और क्या नहीं, यह बताया गया है।

सद्वृत्तम् पाठ का अनुवाद

1. आत्महितं चिकीर्षता सर्वेण सर्वं सर्वदा स्मृतिमास्थाय सद्वृत्तमनुष्ठेयम्। तद्धि सद्वृतम् अनुतिष्ठन् मानवः युगपत् अर्थद्वयं सम्पादयति आरोग्यम् इन्द्रियविजयं च। तत् यथा-देवगोगुरुवृद्धसिद्धाचार्यानर्चयेत्। नानृतं ब्रूयात्। नान्यस्वमाददीत। न वैरं रोचयेत्। न कुर्यात् पापम्। न पापेऽपि पापी स्यात्। नान्यदोषान् ब्रूयात्। नान्यरहस्यमागमयेत्। न द्रुममारोहेत्। न जलोग्रवेगमवगाहेत्। नौच्चैर्हसेत्। न अनावृतमुखो जृम्भां क्षवयुं हास्यं वा प्रवर्तयेत्। न दन्तान् विघट्टयेत्। न नखान् वादयेत्। न एकः शून्यगृहं न च अटवीमनुप्रविशेत्। नोत्तमैर्विरुध्येत्। न अवरानुपासीत्। न साहसातिस्वप्नप्रजागरस्नानपानान्यासेवेत। न अस्नातः नोपहतवासा न अजपित्वा न आहुत्वा देवताभ्यो नानिरूप्य पितृभ्यो नादत्वा गुरुभ्यो नातिथिभ्यो नोपाश्रितेभ्यो नाप्रक्षालितपागिपादवदनः नाशुद्धमुखः नोदङ्मुखःन विमना न पात्रीष्वमेध्यासुन कुत्सयन्न कुत्सित न प्रतिकूलोपहितम् अन्नमाददीत। न नक्तं दधि भुजीत।

शब्दार्थाः :
चिकीर्षता-चाहने वालों के द्वारा-By those who desire; सद्वृत्तम-अच्छा आचरण-good conduct; अनुष्ठेयम्-व्यवहार करना चाहिए-should behave; युगपत्-एकसाथ-jointly; नानृतम् (न + अनृतम्)-झूठ नहीं-Not falsehood (a lie); स्वम्-धन-wealth; अगमयेत्-जानने का प्रयत्न करना चाहिए-should try to know; अवगाहेत्-उतरना (जाना) चाहिए-dive, plunge; अनावृत्तमुख-मुख खोलने हुए-with open mouth; सवरान्-नीचों के-of the mean; नोपहतवासा-बिना शुद्ध वस्त्र धारण किए-without wearing clean clothes; नानिरुप्य-भोजन कराये बिना-without feeding; नादत्त्वा-बिना दिए-withoutgiving;प्रक्षालित-धोये हुए-washed; क्षवयुम्-छींक को-sneeze; नोदङ्मुखः-बिना उत्तर दिशा को मुख किए-without facing north; पात्रीष्वमेध्यासु-गन्दे । अपवित्र पात्रों में-in dirty and impure utensils; कुत्सयन्-निन्दा करते हुए-condemning;कुत्सित्-निन्दित-cursed; आददीत-नहीं लेना चाहिए-should not beaccepted; नक्तम्-रात में-atnight; भुज्जीत-खाना चाहिए-should beeaten.

अनुवाद :
अपने हित को चाहने वाले सब लोगों के द्वारा हमेशा स्मृति पूर्वक सज्जनों का आचरण करना चाहिए। तब ही अच्छा आचरण करने वाले मनुष्य एकसाथ दो अर्थ निकलते हैं-आरोग्य लाभ और इन्द्रिय विजय। तो जिस प्रकार देवता गाय, गुरु, वृद्ध तथा सिद्धाचार्यों की अर्चना (पूजा) करनी चाहिए। झूठ नहीं बोलना चाहिए। दूसरे का धन नहीं लेना चाहिए। न वैर में रुचि होनी चाहिए। न पाप करना चाहिए। न पाप में भी पापी (भागी) होना चाहिए। दूसरों के दोषों को नहीं बोलना चाहिए। न दूसरों के रहस्य को जानना चाहिए। न पेड़ पर चढ़ना चाहिए। न तेज बहाव वाले जल में उतरना/जाना चाहिए। न जोर से हंसना चाहिए। न मुँह खोल कर जंभाई को, छींक को और हँसी को करना चाहिए। न दाँत किटकिटाने चाहिएं। न नाखून बजाने चाहिए। न किसी खाली घर में और न वन प्रदेश में अकेले जाना चाहिए। न महापुरुषों के द्वारा विरोध किया जाना चाहिए। न नीचों के पास बैठना चाहिए। न अधिक श्रम, अधिक सोना व जागना, स्नान करना चाहिए।

न बिना स्नान किए हुए को, न बिना शुद्ध वस्त्र धारण किए हुए को, न बिना जप किए, बिना बुलाए हुए देवताओं को, भोजन कराये बिना पितरों को, बिना दिए गुरु को, न अतिथियों, न आश्रित को, बिना हाथ-पैर व मुँह धोए हुए को, बिना मुख को शुद्ध किए, बिना मुख को उत्तर दिशा में किए, बिना मन को पवित्र किए, बिना पात्रों को पवित्र किए, न निन्दा करते हुए को, न निन्दित को, न प्रतिकूल पुरुष के द्वारा दिया अन्न लेना चाहिए। न रात को दही खानी चाहिए।

English : Act nobly-To achieve physical strength and control over senses-worship gods, cows, teachers, aged and saintly persons-Avoid telling lies grabbing other’s wealth, envy, sins, exposing others’ faults and weaknesses,-climbing trees, plunge in fast flowing water-laughing loudly, sneezing-chattering yawning, going alone in dreary and isolated places-company of mean-feed gods, manes, guests and dependent with pure mind-avoid eating curd at night.

2. न स्त्रियमवजानीत। न सन्ध्ययो मुखाद्गुरोर्नावपतितं नातिमात्रं न तान्तं न विस्वरं नानवस्थितपदं नातिद्रुतं न विलम्बितं नातितीबं नात्युच्चै तिनीचैः स्वरैः अध्ययनमभ्यस्यते। नातिसमयं जह्यात्। न नियम भिन्द्यात्। न नक्तं नादेशे चरेत्। न सन्ध्यास्वभ्यवहारस्वप्नसेवी स्यात्। न बालवृद्धलुब्धमूर्खक्लिष्टैः सह सख्यं कुर्यात्। न गुह्यं विवृणुयात्। न कञ्चिदवजानीयत्। न गवां दण्डमुद्यच्छेत्। न वृद्धान् न गुरुन् न गणान् न नृपान वाऽधिक्षिपेत् न चाति ब्रूयात्। न बान्धवानुरक्तकृच्छ्रद्वितीयगुह्यज्ञान् बहिष्कुर्यात्।

शब्दार्थाः :
अवजानीत-अपमान करें-insult; नावपतितम्-हीन वर्ण युक्त वाक्य-with less syllables; नातिमात्रम्-अधिक वर्ण या मात्रा युक्त वाक्य-a sentence with more syllables; तान्तम्-रुक्ष स्वर-rude voice; विस्वरम्-स्वर रहित-without tune, अनवस्थितपदम्-पद का अनियमित पाठ-irregular study of a verse; अतिद्रुतम्-ज्यादा जल्दी-too fast; अतिक्लीबम्-अत्यन्त धीरे-too slow; जह्यात्-नष्ट करे, जप करे, छोड़े-waste, leave; नादेशे-अपरिचित स्थान पर-unknown place; अभ्यवहारभोजन-food; स्वप्नसेवी-शयन करने वाला-a dreamer; सख्यं-मित्रता-friendship; गुह्मम्-गुप्त बातों को-secrets;अधिक्षिपेत्-दोषारोपण करे-accusation; कृच्छूद्वितीय-आपत्ति काल में सहायक-helpful in adversity.

अनुवाद :
न स्त्री का अपमान करे। सन्ध्या समय में गुरु के मुख से हीन वर्ण युक्त वाक्य न निकले, न अधिक वर्ण युक्त वाक्य, न रुक्ष स्वर, न स्वर रहित, न पद का अनियमित पाठ हो, न ज्यादा जल्दी, न देर से, न अत्यन्त धीरे, न ज्यादा जोर से (ऊँचा), न ज्यादा नीचे स्वर में अध्ययन का अभ्यास करना चाहिए। न अधिक समय छोड़े (टाले) या नष्ट करे। न नियम भंग करने चाहिए। रात में अपरिचित स्थान में नहीं जाना चाहिए। न संध्या समय में भोजन तथा शयन करना चाहिए। बालक, वृद्ध, लोभी, मूर्ख तथा क्लेश करने वालों से मित्रता नहीं करनी चाहिए। न गुप्त बातों का व्याख्यान करना चाहिए। न किसी का अपमान करना चाहिए। न गाय को डण्डे से पीटना चाहिए। वृद्धों, बड़ों, गणों न राजा पर दोषारोपण नहीं करना चाहिए और न अधिक बोलना चाहिए। बन्धुओं का प्रिय व आपत्ति में सहायक की गुप्त बात बाहर नहीं करनी चाहिए।

English :
Avoid insulting others-irregular and vague studiesstudying loudly or mildly, meditating long-going unknown place at night-feeding and sleeping at sunset–accusing elderly-people exposing help extended in adversity.

3. नाधीरो नात्युच्छ्रितसत्वः। नाविश्रब्धस्वजनः नैकः सुखी न दुःखशीलाचारोपचारः न सर्वविश्रम्भी न सर्वाभिशङ्की न सर्वकालविचारी स्यात्। न कार्यकालमतिपातयेत्। न चञ्चलं मनोऽनुभ्रामयेत्। नचातिदीर्घसूत्री स्यात्। न क्रोधहर्षावनुविदध्यात्। न शोकमनुवसेत्। न सिद्धात्सेकं गच्छेत् नासिद्धौ दैन्यम्। नापवादमनुस्मरेत्। ब्रह्मचर्यज्ञानदानमैत्रीकारुण्य हर्षापेक्षाप्रशमपरश्च स्यात् इति।।
स्वस्थवृत्तं यथोद्दिष्टं यः सम्यगनतिष्ठति।
स समाः शतमव्याधिरायुषा न वियुज्यते।।

शब्दार्थाः :
उच्छ्रितसत्वः-उद्धत स्वभाव वाला-arrogant; विश्रब्धः-धैर्ययुक्त-being contented, patiently; सर्वविश्रम्भी-सब पर विश्वास करने वाला-relying on all; दीर्घसूत्री-अधिक विलंब से कार्य करने वाला-delaying; सिद्धावुत्सेकम्-कार्य के सिद्ध हो जाने पर उत्सुक-curious on completionof work;प्रशमपरः-शान्तिपरक-peaceful; समाः-वर्ष-year.

अनुवाद :
न अधैर्य वाला, न अधिक उद्धत स्वभाव वाला होना चाहिए, न अपने लोगों को असंतुष्ट करना चाहिए, न अकेले सुखी, न दुख में शीलता का व्यवहार, न सब पर विश्वास करने वाला, न सब पर शक करने वाला, न हर समय सोचने वाला होना चाहिए। न कार्य के समय को व्यर्थ करना चाहिए। न चञ्चल मन के साथ घूमना चाहिए। न अधिक दीर्घसूत्री होना चाहिए। न क्रोध और हर्ष का पता चलने देना चाहिए। न शोक करते रहना चाहिए। न कार्य सिद्ध होने पर उत्सुक होना चाहिए, न असिद्ध होने पर दुरखी। न निन्दा को याद करना चाहिए। ब्रह्मचर्य, ज्ञान, दान, मैत्री, कारुण्य, हर्ष, उपेक्षा और शान्तिपरक होना चाहिए।

जो ऐसे उपदेशित स्वस्थ आचरण करता है वह ठीक (स्वस्थ) रहता है। वह सौ वर्षों तक नीरोगी व दीर्घायु रहता है।

English :
Avoid impatience and arrogance-dissatisfaction with own people-enjoying or suffering all alone-trusting or distrusting all :-whiling away the time meant for work-delaying tactics-fickle mindedness-openness toanger or joy-Elation or completion of a job –
Be wise and self Controlled
Such conduct bestows health and long life.

MP Board Class 10th Sanskrit Solutions

MP Board Class 10th Hindi Navneet Solutions पद्य Chapter 8 कल्याण की राह

MP Board Class 10th Hindi Navneet Solutions पद्य Chapter 8 कल्याण की राह

कल्याण की राह अभ्यास

बोध प्रश्न

कल्याण की राह अति लघु उत्तरीय प्रश्न 

प्रश्न 1.
चलने के पूर्व बटोही को क्या करना चाहिए?
उत्तर:
चलने के पूर्व बटोही को बाट (मार्ग) की भली-भाँति पहचान कर लेनी चाहिए।

प्रश्न 2.
कवि के अनुसार व्यक्ति को किस रास्ते पर चलना चाहिए?
उत्तर:
कवि के अनुसार व्यक्ति को उसी रास्ते पर चलना चाहिए, जिसको उसने अच्छी तरह समझ और देख लिया हो।

प्रश्न 3.
प्रत्येक सफल राहगीर क्या लेकर आगे बढ़ा है?
उत्तर:
प्रत्येक सफल राहगीर एक निश्चित उद्देश्य तथा अपनी राह में आने वाले संकटों का सामना करने का विश्वास लेकर आगे बढ़ा है तभी उसे सफलता मिली है।

प्रश्न 4.
नरेश मेहता अपनी कविता में किसके साथ चलने की बात कह रहे हैं?
उत्तर:
नरेश मेहता अपनी कविता में संघर्ष करते हुए सूरज के संग-संग चलते रहने की बात कह रहे हैं।

प्रश्न 5.
नदियाँ आगे चलकर किस रूप में परिवर्तित हो जाती हैं?
उत्तर:
नदियाँ आगे चलकर समुद्र में परिवर्तित हो जाती हैं।

प्रश्न 6.
कवि ने रुकने को किसका प्रतीक माना है?
उत्तर:
कवि ने रुकने को मरण का प्रतीक माना है।

कल्याण की राह लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
स्वप्न पर मुग्ध न होने की राय कवि क्यों देता
उत्तर:
स्वप्न पर मुग्ध न होने की राय कवि इसलिए देता है कि इससे मनुष्य सच्चाई से दूर हो जाता है और ये स्वप्न उसे कहीं का नहीं रहने देते। वह इन्हीं पर विचरण करता हुआ जग और जीवन से अलग-थलग हो जाता है।

प्रश्न 2.
कवि ने जीवन पथ में क्या-क्या अनिश्चित माना है?
उत्तर:
कवि ने जीवन पथ में निम्न बातों को अनिश्चित माना है-किस जगह पर हमें नदी, पर्वत और गुफाएँ मिलेंगी, किस जगह पर हमें बाग, जंगल मिलेंगे, किस जगह हमारी यात्रा खत्म हो जायेगी और कब हमें फूल मिलेंगे और कब काँटे।

प्रश्न 3.
कवि के अनुसार जीवन पथ के यात्री को पथ की पहचान क्यों आवश्यक है?
उत्तर:
कवि हरिवंशराय बच्चन मानते हैं कि मानव को जीवन का मार्ग सोच-विचार कर अपनाना चाहिए। जीवन में महान बनने का निश्चित लक्ष्य लेकर, उसी के अनुरूप जीवन पथ अपनाना आवश्यक है। जीवन पथ का चयन महापुरुषों की जीवनियों के आधार पर निश्चित किया जा सकता है। जीवन पथ निश्चित कर उसमें अच्छे-बुरे का द्वन्द्व नितान्त अनुचित है क्योंकि हर सफल पंथी दृढ़ विश्वास के सहारे ही मार्ग पर चलता जाता है। महान जीवन जीने का भाव आते ही तन-मन में उत्साह भर जाता है। उस समय सही जीवन पथ की पहचान न हुई तो असफलता हाथ लग सकती है। अतः जीवन पथ के यात्री को जीवन पथ की पहचान होना आवश्यक है।

प्रश्न 4.
कवि के अनुसार क्षितिज के उस पार कौन बैठा है और क्यों?
उत्तर:
कवि के अनुसार क्षितिज के उस पार श्रृंगार किये हुए लक्ष्मी बैठी हैं और वह इसलिए बैठी हैं कि कोई पुरुषार्थी आये और अपने परिश्रम से उन्हें प्राप्त कर ले।

प्रश्न 5.
मानव जिस ओर गया, उधर क्या-क्या हुआ?
उत्तर:
मानव जिस ओर गया, उधर नगर बस गये और तीर्थ बन गये।

प्रश्न 6.
‘चरैवेति’कविता में कविने लोगों को क्या-क्या सलाह दी है?
उत्तर:
‘चरैवेति’ कविता में कवि ने लोगों को सलाह दी है कि उन्हें जीवन में कहीं भी रुकना नहीं चाहिए। जिस प्रकार सूरज दिन-रात चलता रहता है, उसी तरह उनको भी दिन-रात चलते रहना चाहिए। मानव ने निरन्तर चलकर ही नगर एवं तीर्थों का निर्माण किया है। जहाँ चलना थम जाता है वहीं मृत्यु आ जाती है। अतः निरन्तर चलते रहो।

कल्याण की राह दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
चलने से पूर्व बटोही को कवि किन-किन बातों के लिए आगाह कर रहा है?
उत्तर:
चलने से पूर्व बटोही को कवि आगाह कर रहा है कि हे बटोही! तू चलने से पूर्व अपने पथ की पहचान कर ले। बटोही के क्रियाकलापों और चेष्टाओं की कहानी किसी पुस्तक में छपी नहीं मिलती है। इस मार्ग पर अनगिनत राही चले, पर अधिकांश का कोई पता नहीं है पर हाँ कुछ अनौखे रास्तागीर हुए हैं जिन्होंने अपने पग चिन्हों को मार्ग पर छोड़ा है और हम लोग उन्हीं पर चल रहे हैं।

प्रश्न 2.
स्वप्न और यथार्थ में सन्तुलन किस तरह आवश्यक है? स्पष्ट करें।
उत्तर:
कवि कहता है कि हमेशा स्वप्न पर ही तुम मुग्ध मत हो जाओ; जीवन में जो सत्य है उसे भी जान लो। संसार के पथ में यदि स्वप्न दो की संख्या में हैं तो सत्य दो सौ की संख्या में हैं। अत: स्वप्न के साथ ही साथ सत्य को भी जान लो। स्वप्न देखना बुरा नहीं है, हर आदमी अपनी उमर एवं समय के अनुसार इन्हें देखता है लेकिन कोरे स्वप्न से जीवन में काम नहीं चलता है। हमें सत्य का भी सहारा लेना पड़ता।

प्रश्न 3.
‘चरैवेति जन गरबा’ कविता का मूल आशय क्या है?
उत्तर:
‘चरैवेति जन गरबा’ कविता का मूल आशय यह है कि हमें जीवन में कभी भी रुकना नहीं चाहिए। जिस प्रकार सूरज दिन-रात चलता रहता है, उसी प्रकार हमको भी दिन-रात काम में लगे रहना चाहिए। मानव ने निरन्तर चलकर ही संसार में नये और भव्य नगरों का निर्माण किया है, उसी ने नये-नये तीर्थों का निर्माण किया है। जहाँ चलना थम जाता है, वहीं मृत्यु आ जाती है। अतः निरन्तर चलते रहो।।

प्रश्न 4.
युग के संग-संग चलने की सीख कवि क्यों दे रहा है?
उत्तर:
युग के संग-संग चलने की सीख कवि इसलिए दे रहा है कि जो व्यक्ति परिवर्तित युग के साथ कदम-से-कदम मिलाकर नहीं चलेगा, वह संसार की इस दौड़ में पिछड़ जायेगा। नयी सभ्यता के सामने उसके पैर जम नहीं पायेंगे। अतः कवि युग के साथ-साथ चलने की सीख दे रहा है।

प्रश्न 5.
निम्नलिखित अवतरणों की सप्रसंग व्याख्या कीजिए
(क) रास्ते का एक काँटा …………. सीख का सम्मान कर ले।
उत्तर:
कविवर बच्चन कहते हैं कि हमें स्वर्ग के सपने आते हैं, इससे हमारे नेत्रों के कोने में एक विशेष प्रकार की चमक आ जाती है। हमारे पैरों में पंख लग जाते हैं अर्थात् हम कल्पना लोक में विचरण करने लग जाते हैं और हमारी स्वच्छन्द छाती ललकने लगती है। रास्ते में पड़ा हुआ एक भी काँटा हमारे पाँव के दिल को चीर देता है। जब खून की दो बूंद गिरती हैं तो उसमें एक दुनिया डूब जाती है।

आगे कवि कहता है कि चाहे हमारी आँखों में स्वर्ग के सपने हों पर हमारे पैर पृथ्वी पर ही टिके रहने चाहिए कहने का भाव यह है कि हमें जीवन के यथार्थ का भी ज्ञान होना चाहिए। काँटों की इस अनोखी शिक्षा का, हे मानव! तू सम्मान कर ले। हे रास्तागीर! रास्तों पर चलने से पूर्व रास्ते की भली-भाँति पहचान कर ले।

(ख) रुकने का नाम मरण …………. संग-संग चलते चलो।
उत्तर:
कविवर नरेश मेहता कहते हैं कि निरन्तर बहने वाली नदियों ने ही अपने पानी द्वारा सागर का निर्माण किया है। बादलों ने ही उमड़-घुमड़ कर धरती को फलवती बना दिया है। रुकना मृत्यु है, पीछे सब पत्थर पड़े मिलेंगे यदि आगे बढ़ोगे तो देवयान मिलेंगे। अतः युग (समय) के साथ ही साथ चलते रहो।

कल्याण की राह काव्य सौन्दर्य

प्रश्न 1.
वक्रोक्ति अलंकार की परिभाषा किसी अन्य उदाहरण सहित समझाइए।
उत्तर:
वक्रोक्ति अलंकार :
जहाँ पर ध्वनि द्वारा कथित का भिन्न अर्थ ग्रहण किया जाए, वहाँ वक्रोक्ति अलंकार होता है।

उदाहरण :
“को तुम हो? इत आये कहाँ? घनश्याम हो तो कितहुँ बरसो।
चितचोर कहावत है हमतौ, तहँ जाहु जहाँ घन है सरसौ।”

यहाँ कृष्ण तथा राधा का सुन्दर परिहास के माध्यम से वक्रोक्ति अलंकार को व्यक्त किया गया है।

कल्याण की राह महत्त्वपूर्ण वस्तुनिष्ठ प्रश्न

कल्याण की राह बहु-विकल्पीय प्रश्न

प्रश्न 1.
चलने से पूर्व बटोही को क्या करना चाहिए?
(क) नगर देखना
(ख) गाँव निर्धारित करना
(ग) राहगीर को देखना
(घ) मार्ग निर्धारित करना।
उत्तर:
(घ) मार्ग निर्धारित करना।

प्रश्न 2.
नदियाँ आगे चलकर किस रूप में परिवर्तित हो जाती हैं?
(क) बाँध
(ख) सागर
(ग) बालू
(घ) इनमें से कोई नहीं।
उत्तर:
(ख) सागर

प्रश्न 3.
कवि ने रुकने को किसका प्रतीक माना है?
(क) गति का
(ख) रुग्णावस्था का
(ग) जीवन का
(घ) मृत्यु का।
उत्तर:
(घ) मृत्यु का।

प्रश्न 4.
‘चरैवेति जनगरबा’ कविता में कवि ने लोगों को क्या-क्या सलाह दी है?
(क) सूरज की भाँति प्रकाशित हो
(ख) नदी के प्रवाह की भाँति सतत् चलो
(ग) चन्द्रमा व तारे की भाँति गति करो
(घ) उपर्युक्त सभी।
उत्तर:
(घ) उपर्युक्त सभी।

रिक्त स्थानों की पूर्ति

  1. ‘पथ की पहचान’ कविता के रचयिता ………… हैं।
  2. जीवन में उचित लक्ष्य का निर्धारण कर …………… पर अग्रसर होने पर ही सफलता मिलती
  3. पूर्व चलने के बटोही पथ की …………….. कर ले।
  4. रास्ते का एक काँटा पाँव का …………….. चीर देता।

उत्तर:

  1. श्री हरिवंशराय बच्चन
  2. जीवन-पथ
  3. पहचान
  4. दिल।

सत्य/असत्य

  1. ‘इसकी कहानी पुस्तकों में छापी गयी’ ऐसा ‘पथ की पहचान’ में है।
  2. ‘खोल इसका अर्थ, पंथी पंथ का अनुमान कर ले’ पंक्ति श्री हरिवंशराय बच्चन की – कविता की है।
  3. कवि ने सपनों पर मुग्ध होने के लिए उत्साहित किया है।
  4. ‘क्षितिज पर श्रृंगार किये लक्ष्मी बैठी’ पंक्ति ‘चरैवेति जन गरबा’ कविता की है।
  5. नदियाँ आगे चलकर सागर में परिवर्तित हो जाती हैं। (2015)

उत्तर:

  1. असत्य
  2. सत्य
  3. असत्य
  4. सत्य
  5. सत्य।

सही जोड़ी मिलाइए

MP Board Class 10th Hindi Navneet Solutions पद्य Chapter 8 कल्याण की राह img-1
उत्तर:
1. → (ख)
2. → (ग)
3. → (घ)
4. → (क)

एक शब्द/वाक्य में उत्तर

  1. चलने से पूर्व बटोही को क्या करना चाहिए? (2013, 15)
  2. जीवन का कल्याणमय पथ किस प्रकार प्राप्त किया जा सकता है?
  3. भारत छोड़ो आन्दोलन में कौन सक्रिय रहे?
  4. धरती को प्रकाश और ऋतुओं को नया शृंगार कौन प्रदान करता है?

उत्तर:

  1. पथ की पहचान
  2. सतत् कर्म द्वारा
  3. नरेश मेहता
  4. सूरज।

पथ की पहचान भाव सारांश

‘पथ की पहचान’ कविता के रचयिता हरिवंशराय बच्चन का कथन है कि जीवन यात्रा के समान है। इसीलिए पथ का उचित ज्ञान आवश्यक है। एक बार उचित मार्ग चुनने के पश्चात् दृढ़तापूर्वक आगे बढ़ना चाहिए।

मानव को सुख-दुःख में समान भाव से रहना चाहिए क्योंकि प्रत्येक व्यक्ति के सपने होते हैं और ये सपने तभी पूर्ण होते हैं जब व्यक्ति अपने कर्मपथ की बाधाओं को कुचलता हुआ अपने उद्देश्य की प्राप्ति में दृढ़ता से लगा रहे।

व्यक्ति यदि असमंजस की स्थिति में बार-बार मार्ग बदलता है तो वह अपने लक्ष्य को पूरा नहीं कर पाता। यदि अपने लक्ष्य में सफलता प्राप्त करनी है तो अपने मार्ग के काँटों को अर्थात् विषमताओं को दूर करते हुए आगे बढ़ो। सफलता अवश्य तुम्हारे चरण चूमेगी। तः मानव को अपना पथ सोच-समझकर निर्धारित करना चाहिए।

पथ की पहचान संदर्भ-प्रसंगसहित व्याख्या

(1) पूर्व चलने के बटोही
बाट की पहचान कर ले।
पुस्तकों में है नहीं छापी
गयी इनकी कहानी,
हाल इनका ज्ञात होता
हैन औरों की जुबानी।
अनगिनत राही गए इस
राह से, उनका पता क्या,
पर गए कुछ लोग इस पर
छोड़ पैरों की निशानी,
यह निशानी मूक होकर
भी बहुत कुछ बोलती है,
खोल इसका अर्थ, पंथी
पंथ का अनुमान कर ले।
पूर्व चलने के बटोही
बाट की पहचान कर ले।

शब्दार्थ :
बटोही = पथिक, रास्तागीर। बाट = रास्ता। औरों की जुबानी = औरों के कहने से। राही = पथिक। मूक = गूंगी। पंथी = रास्तागीर।

सन्दर्भ :
प्रस्तुत पंक्तियाँ पथ की पहचान’ शीर्षक कविता से ली गई हैं। इसके रचनाकार श्री हरिवंशराय बच्चन हैं।

प्रसंग :
कवि इसमें यह सन्देश देता है कि कोई भी कार्य करने से पहले उसके बारे में भली-भाँति जानकारी कर लेनी चाहिए।

व्याख्या :
कविवर हरिवंशराय बच्चन कहते हैं कि हे रास्तागीर! जिस रास्ते पर तुम चलना चाह रहे हो, उस रास्ते की भली-भाँति पहचान कर लो। इसकी कहानी किसी भी पुस्तक में नहीं छापी गयी है और न ही इसके बारे में किसी अन्य व्यक्ति से कोई जानकारी प्राप्त हो सकती है। इस मार्ग से, जिस पर तू चलना चाह रहा है, अनगिनत राही जा चुके हैं, पर आज तक उनका कोई अता-पता नहीं है, लेकिन कुछ ऐसे भी महान् पुरुष इस मार्ग से गये हैं, जहाँ उन्होंने अपने चरणों की अमिट छाप छोड़ी है। यद्यपि उनके चरणों की यह छाप मूक अर्थात् गूंगी है, लेकिन इसके बावजूद वह बहुत कुछ बोलती है। अतः हे पंथी! इस मूक निशानी का अर्थ तू भली-भाँति समझ ले और फिर उससे अपने पंथ का अनुमान लगा ले। हे राहगीर! चलने से पूर्व अपने मार्ग की पहचान कर ले।

विशेष :

  1. कवि ने सोच-समझकर किसी कार्य को करने को कहा है।
  2. कविता में लाक्षणिकता है।
  3. अनुप्रास की छटा।

(2) यह बुरा है या कि अच्छा,
व्यर्थ दिन इस पर बिताना,
अब असम्भव, छोड़ यह पथ
दूसरे पर पग बढ़ाना,
तू इसे अच्छा समझ,
यात्रा सरल इससे बनेगी,
सोच मत केवल तुझे ही,
यह पड़ा मन में बिठाना,
हर सफल पंथी,
यही विश्वास ले इस पर बढ़ा है।
तू इसी पर आज अपने
चित्त का अवधान कर ले।
पूर्व चलने के बटोही
बाट की पहचान कर ले।

शब्दार्थ :
व्यर्थ = बेकार में। पग बढ़ाना = दूसरा कार्य। शुरू करना। पंथी = राहगीर। अवधान = दृढ़ निश्चय।

सन्दर्भ एवं प्रसंग :
पूर्ववत्।।

व्याख्या :
कविवर बच्चन कहते हैं कि जो व्यक्ति शंकालु होते हैं और बार-बार यह सोचते रहते हैं कि यह अच्छा है या बुरा है और इसी सोच में बेकार में अपना समय बर्बाद किया करते हैं। किसी पहली बात को असम्भव बताकर दूसरे नये काम में लग जाया करते हैं।

कवि कहता है कि किसी भी कार्य को आरम्भ करने से पूर्व उसे अच्छी तरह समझ लो, ऐसा करने से आपकी यात्रा सरल एवं सफल हो जायेगी। तू यह मत सोच कि केवल तेरा ही इन संकटों से पाला पड़ा है बल्कि हर सफल पंथी की यही कहानी रही है और वह इसी विश्वास को लेकर उस पर आगे बढ़ा है। अतः खूब सोच-विचार कर तू अपना दृढ़ निश्चय इस पर कर ले। हे रास्तागीर! मार्ग पर चलने से पूर्व मार्ग की भली-भाँति। जाँच-पड़ताल कर ले।

विशेष :

  1. कवि ने कहा है कि किसी भी काम को अपने। हाथ में लेने से पूर्व भली-भाँति सोच-समझ लो, पर जब उस पर चल पड़ो तो फिर उसमें आने वाली विपत्तियों से मत डरो।
  2. अनुप्रास की छटा।

(3) है अनिश्चित किस जगह पर,
सरित, गिरि, गह्वर मिलेंगे,
है अनिश्चित किस जगह पर,
बाग, वन, सुन्दर मिलेंगे।
किस जगह यात्रा खत्म हो
जाएगी, यह भी अनिश्चित,
है अनिश्चित कब सुमन, कब
कंटकों के शर मिलेंगे,
कौन सहसा छूट जाएंगे,
मिलेंगे कौन सहसा,
आ पड़े कुछ भी, रुकेगा
तू न, ऐसी आन कर ले।
पूर्व चलने के, बटोही
बाट की पहचान कर ले।

शब्दार्थ :
सरित = नदी। गिरि – पर्वत। गह्वर = गुफाएँ। वन = जंगल। सुमन = फूल। कंटकों = काँटों के। शर = बाण। आन = प्रतिज्ञा।

सन्दर्भ एवं प्रसंग :
पूर्ववत्।

व्याख्या :
कविवर बच्चन कहते हैं कि जब हम किसी मार्ग पर चल निकलते हैं तो कहाँ हमें नदी, पर्वत और गुफाएँ मिलेंगी, यह सब अनिश्चित है। इसी प्रकार कहाँ हमें बाग, जंगल और सुन्दर स्थान मिलेंगे, यह भी अनिश्चित है। साथ ही हमारी यात्रा कहाँ खत्म हो जायेगी, यह भी अनिश्चित है। यह भी अनिश्चित है कि हमें कब तो सुमन मिलेंगे और कब हमें काँटों के बाण मिलेंगे। साथ ही कौन हमारे साथ चलते-चलते हमसे अलग हो जायेगा और कौन नया मिल जायेगा। अतः तू ऐसी प्रतिज्ञा कर ले कि चाहे जो भी परिस्थिति हो, तू अपने मार्ग पर चलते रहने से रुकेगा नहीं। हे राहगीर! चलने से पहले अपनी राह की भली-भाँति पहचान कर ले।

विशेष :

  1. कवि का सन्देश है कि किसी भी कार्य के करने में हमें अनेकानेक विपरीत स्थितियाँ मिलेंगी पर हमारा ध्येय इनकी चिन्ता न कर निरन्तर आगे बढ़ते रहना है।
  2. अनुप्रास की छटा।

(4) कौन कहता है कि स्वप्नों,
को न आने दे हृदय में,
देखते सब हैं इन्हें
अपनी उमर, अपने समय में.
और तू कर यत्न भी तो
मिल नहीं सकती सफलता,
ये उदय होते, लिए कुछ
ध्येय नयनों के निलय में
किंतु जग के पंथ पर यदि
स्वप्न दो तो सत्य दो सौ,
स्वप्न पर ही मुग्ध मत हो,
सत्य का भी ज्ञान कर ले।
पूर्व चलने के, बटोही
बाट की पहचान कर ले।

शब्दार्थ :
नयनों = नेत्रों के। निलय = घर में। जग = संसार। मुग्ध = मोहित।

सन्दर्भ एवं प्रसंग :
पूर्ववत्।

व्याख्या :
कविवर बच्चन कहते हैं कि यह कौन व्यक्ति कहता है कि जीवन में कभी भी स्वप्न मत आने दो। अरे भाई ये स्वप्न तो अपनी उमर और अपने समय के अनुसार सभी देखते हैं। इसके साथ ही कवि यह भी कहता है कि हे मनुष्य! तू हजारों यत्न कर ले लेकन सफलता तुझे तब भी नहीं मिलेगी।

आगे कवि कहता है कि ये स्वप्न जब भी उदय होते हैं तो वे कोई-न-कोई लक्ष्य अपने नेत्रों में समाये रहते हैं, परन्तु हे राहगीर! इस जीवन के पथ पर यदि थोड़े से सपने हैं तो सैकड़ों सत्य (संघर्ष, विपदाएँ) भी हैं। अकेले स्वप्न पर ही हे मनुष्य! तू मोहित मत हो जा। सपने के साथ ही साथ जीवन के सत्य की भी तू पहचान कर ले। हे राहगीर! राह पर चलने से पूर्व अपने राह की पहचान कर ले।

‘विशेष :

  1. कवि स्वप्न देखना बुरा नहीं मानता है, पर वह यह कहना चाहता है कि स्वप्न के साथ ही साथ सत्यता का भी ज्ञान कर लेना चाहिए।
  2. अनुप्रास की छटा।

(5) स्वप्न आता स्वर्ग:का; द्रग
कोरकों में दीप्ति आती,
पंख लग जाते पगों को
ललकती उन्मुक्त छाती,
रास्ते का एक काँटा
पाँव का दिल चीर देता,
रक्त की दो बूंद गिरती
एक दुनिया डूब जाती,
आँख में ही स्वर्ग लेकिन
पाँव पृथ्वी पर टिके हों,
कंटकों की इस अनोखी
सीख का सम्मान कर ले।
पूर्व चलने के, बटोही
बाट की पहचान कर ले।

शब्दार्थ :
दृग = नेत्र। कोरकों = कोनों में। दीप्ति = चमक। पगों = पैरों में। उन्मुक्त = पूरी तरह मुक्त। अनोखी = विचित्र। सीख = शिक्षा।

सन्दर्भ एवं प्रसंग :
पूर्ववत्।

व्याख्या :
कविवर बच्चन कहते हैं कि हमें स्वर्ग के सपने आते हैं, इससे हमारे नेत्रों के कोने में एक विशेष प्रकार की चमक आ जाती है। हमारे पैरों में पंख लग जाते हैं अर्थात् हम कल्पना लोक में विचरण करने लग जाते हैं और हमारी स्वच्छन्द छाती ललकने लगती है। रास्ते में पड़ा हुआ एक भी काँटा हमारे पाँव के दिल को चीर देता है। जब खून की दो बूंद गिरती हैं तो उसमें एक दुनिया डूब जाती है।

आगे कवि कहता है कि चाहे हमारी आँखों में स्वर्ग के सपने हों पर हमारे पैर पृथ्वी पर ही टिके रहने चाहिए कहने का भाव यह है कि हमें जीवन के यथार्थ का भी ज्ञान होना चाहिए। काँटों की इस अनोखी शिक्षा का, हे मानव! तू सम्मान कर ले। हे रास्तागीर! रास्तों पर चलने से पूर्व रास्ते की भली-भाँति पहचान कर ले।

विशेष :

  1. कवि स्वप्न देखना बुरा नहीं मानता, पर यथार्थ की भी हमें जानकारी होनी चाहिए इसी पर कवि जोर देता है।
  2. अनुप्रास की छटा।

चरैवेति-जन गरबा भाव सारांश

नरेश मेहता ने अपनी कविता ‘चरैवेति जनगरबा’ में मानव को निरन्तर चलने की प्रेरणा दी कवि का कथन है कि सूर्य निरन्तर चलता है। चन्द्रमा भी रात्रि में गति करता है। नित्य प्रति ऋतु परिवर्तन भी होता है, तारे आसमान में गति करते हैं।

जिस भाँति प्रकृति निरन्तर चलती है, उसी भाँति मानव को निरन्तर चलते रहना चाहिए। कवि का कथन है कि आज मनुष्य स्वतन्त्र है, अतः मानव योनि में जन्म लेने के कारण व्यक्ति को कर्म करते रहना चाहिए।

यदि व्यक्ति कर्म में रत रहेगा तो लक्ष्मी उससे दूर नहीं रहेगी,क्योंकि परिश्रम करने वाला व्यक्ति ही संसार में सुख-सम्पदा का स्वामी बनता है। कवि ने कहा है कि प्रत्येक व्यक्ति को आगे बढ़ते रहना चाहिए। पीछे मुड़कर नहीं देखना चाहिए। कर्म करते रहना ही सच्चा तीर्थस्थल है।

मनुष्य को युग परिवर्तन के साथ-साथ प्राचीन रूढ़ियों का परित्याग करके नवीन समय का स्वागत करने को तैयार रहना चाहिए।

चरैवेति-जन गरबा संदर्भ-प्रसंगसहित व्याख्या

(1) चलते चलो, चलते चलो।
सूरज के संग-संग चलते चलो, चलते चलो॥
तम के जो बन्दी थे
सूरज ने मुक्त किये
किरनों से गगन पोंछ
धरती को रंग दिये
सूरज को विजय मिली, ऋतुओं की रात हुई
कह दो इन तारों से चन्दा के संग-संग चलते चलो॥

शब्दार्थ :
तम = अन्धकार। मुक्त = स्वतन्त्र।

सन्दर्भ :
प्रस्तुत कविता ‘चैरवेति-जन गरबा’ शीर्षक से ली गई है। इसके कवि श्री नरेश मेहता हैं।

प्रसंग :
कवि इस अवतरण में मनुष्यों को सदैव चलते रहने का सन्देश देना चाहता है।

व्याख्या :
कविवर नरेश मेहता कहते हैं कि हे मनुष्यो! जीवन में तुम सदैव चलते चलो, रुको मत। जिस प्रकार सूरज रात दिन, वर्ष भर चलता ही रहता है, वह थकता नहीं है, इसी प्रकार तुम भी जीवन भर चलते रहो, रुको मत। आगे कवि कहता है कि जो अन्धकार के बन्दी थे, उन्हें सूरज ने मुक्त कर दिया है तथा अपनी किरणों से सूरज ने आकाश को पोंछ कर धरती को नये-नये रंग दे दिये हैं। आज सूरज को जीत मिल गई है और ऋतुओं की रात हो गयी है। इन तारों से कह दो कि वे चन्दा के साथ-साथ सदैव चलते रहें।

विशेष :

  1. कवि ने जीवन की सार्थकता निरन्तर चलते रहने में बताई है।
  2. अनुप्रास की छटा।

(2) रत्नमयी वसुधा पर
चलने को चरण दिये
बैठी उस क्षितिज पार
लक्ष्मी, श्रृंगार किये।
आज तुम्हें मुक्ति मिली, कौन तुम्हें दास कहे
स्वामी तुम ऋतुओं के, संवत् के संग-संग चलते चलो!!

शब्दार्थ :
रलमयी = रत्नों से भरी हुई। वसुधा = पृथ्वी। संवत् = वर्ष।

सन्दर्भ एवं प्रसंग :
पूर्ववत्।

व्याख्या :
कविवर नरेश मेहता कहते हैं कि ईश्वर ने कृपा करके रत्नों की भण्डार इस पृथ्वी पर चलने के लिए तुम्हें चरण प्रदान किये हैं। क्षितिज के दूसरी ओर लक्ष्मी शृंगार किये बैठी है। कहने का अर्थ यह है कि लक्ष्मी को प्राप्त करना चाहते हो, तो जीवन में पुरुषार्थ करो।

आज तुम स्वतन्त्र हो, तुम्हें दास कहने की किसमें हिम्मत। है। तुम सभी ऋतुओं के स्वामी हो। अतः संवत्सर के साथ-साथ निरन्तर चलते रहो, रुको मत।

विशेष :

  1. कवि ने मानव को सदैव प्रयत्न करते रहने का सन्देश दिया है।
  2. अनुप्रास की छटा।

(3) नदियों ने चलकर ही
सागर का रूप लिया
मेघों ने चलकर ही
धरती को गर्भ दिया
रुकने का मरण नाम, पीछे सब प्रस्तर है।
आगे है देवयान, युग केही संग-संग चलते चलो!!

शब्दार्थ :
प्रस्तर = पत्थर देवयान = देवताओं का वाहन।

सन्दर्भ एवं प्रसंग :
पूर्ववत्।।

व्याख्या :
कविवर नरेश मेहता कहते हैं कि निरन्तर बहने वाली नदियों ने ही अपने पानी द्वारा सागर का निर्माण किया है। बादलों ने ही उमड़-घुमड़ कर धरती को फलवती बना दिया है। रुकना मृत्यु है, पीछे सब पत्थर पड़े मिलेंगे यदि आगे बढ़ोगे तो देवयान मिलेंगे। अतः युग (समय) के साथ ही साथ चलते रहो।

विशेष :

  1. कवि ने निरन्तर आगे बढ़ने का सन्देश दिया
  2. अनुप्रास की छटा।

(4) मानव जिस ओर गया
नगर बसे, तीर्थ बने
तुमसे है कौन बड़ा
गगन सिन्धु मित्र बने
भूमा का भोगो सुख, नदियों का सोम पियो।
त्यागो सब जीर्ण बसन, नूतन के संग-संग चलते चलो!!

शब्दार्थ :
भूमा = पृथ्वी। जीर्ण बसन = पुराने वस्त्र। नूतन = नवीन।

सन्दर्भ एवं प्रसंग :
पूर्ववत्।

व्याख्या :
कविवर नरेश मेहता कहते हैं कि मानव ने जिस तरफ भी अपने चरण बढ़ाये वहीं नगरों एवं तीर्थों का निर्माण होने लगा। कवि मानव के महत्व को बताते हुए कहता है कि हे मनुष्य! तुमसे कोई भी बड़ा नहीं है। आकाश और समुद्र तक तुम्हारे मित्र बन बन गये हैं। अतः हे मनुष्यो! इस पृथ्वी का सुख भोगो, नदियों के सोम रस का पान करो, सभी पुराने वस्त्रों को त्याग दो और फिर नये वस्त्रों के साथ-साथ चलते चलो।

विशेष :

  1. मानव के महत्व को कवि ने बताया है।
  2. अनुप्रास की छटा।

MP Board Class 10th Hindi Solutions

MP Board Class 10th Sanskrit Solutions Chapter 20 विदिशा

MP Board Class 10th Sanskrit Solutions Durva Chapter 20 विदिशा (पत्रम्) (विदिशादिशातः)

MP Board Class 10th Sanskrit Chapter 20 अभ्यास प्रश्न

Mp Board Class 10th Sanskrit Chapter 20 प्रश्न 1.
एकपदेन उत्तरं लिखत-(एक पद में उत्तर लिखिए)।
(क) विद्यालयस्य शैक्षणिक भ्रमणदलं कुत्र गतवान्? (विद्यालय का शैक्षणिक भ्रमण दल कहाँ गया?)
उत्तर:
विदिशानगरीम् (विदिशा नगरी में)

(ख) पूर्वस्मिन् काले विदिशानगर्याः किं नाम आसीत्? (पहले विदिशा नगरी का क्या नाम था?)
उत्तर:
भेलसा (भेलसा)

(ग) ‘सुबाहुः कस्य पुत्रः आसीत्? (‘सुवाहु’ किसका पुत्र था?)
उत्तर:
शत्रुघ्नस्य (शत्रुघ्न का)।

(घ) विदिशानगरी कस्याः नद्यास्तटे वर्तते? (विदिशा नगरी किस नदी के तट पर है?)
उत्तर:
वेत्रवत्याः (वेत्रवती के)

(ङ) कस्य नृपस्य शासनकाले ‘हेलिओडोरस-स्तम्भः’ निर्मितः आसीत?) (किस राजा के शासनकाल में हेलिओडोरस स्तम्भ बना था?)
उत्तर:
काशीपुत्रभागभद्रस्य (काशीपुत्र भागभद्र के)

कक्षा 10 संस्कृत पाठ 20 MP Board प्रश्न 2.
एकवाक्येन उत्तरं लिखत- (एक वाक्य में उत्तर लिखिए-)
(क) विदिशानगरी कस्मिन् प्रदेशे स्थिता विद्यते? (निदिशा नगरी किस प्रदेश में स्थित है?)
उत्तर:
गिदिशा नगरी मध्यप्रदेशे स्थिता विद्यते। (विदिशा नगरी मध्यप्रदेश में स्थित है।)

(ख) विदिशानगरी कस्य देशस्य राजधानी आसीत? (विदिशा नगरी किस देश की राजधानी थी?)
उत्तर:
विदिशानगरी दशार्णदेशस्य राजधानी आसीत्। (विदिशा नगरी दशार्णदेश की राजधानी थी।)

(ग) विदिशामध्ये किं नाम स्मारको वर्तते?। (विदिशा के बीच में किस नाम का स्मारक है?)
उत्तर:
विदिशामध्ये ‘लोहाङ्गी’ नामः स्मारकः वर्तते।) (विदिशा के बीच में ‘लोहाङ्गी’ नाम स्मारक है।)

(घ) दुर्गाभ्यन्तरे किं स्थितम् अस्ति? (किले के बीच में क्या स्थित है?)
उत्तर:
दुर्गाभ्यन्तरे ‘बीजामण्डलम्’ स्थितम् अस्ति। (किले के बीच में ‘बीजामण्डल’ स्थित है।)

(ङ) श्रीवैष्णवधर्मस्य दीक्षां कः ग्रहीतवान्? (श्री वैष्णधर्म की दीक्षा किसने ली?)
उत्तर:
श्रीवैष्णवधर्मस्य दीक्षां हेलिओडोरसः ग्रहीतवान्। (श्रीवैष्णव धर्म की दीक्षा हेलिओडोरस ने ली।)

Mp Board Class 10 Sanskrit Chapter 20 प्रश्न 3.
अधोलिखितप्रश्नानाम् उत्तराणि लिखत-(नीचे लिखे प्रश्नों के उत्तर लिखिए-)
(क) ‘भेलसा’ नाम्नेयं नगरी कथं प्रसिद्धा? (‘भेलसा’ नाम से यह नगरी क्यों प्रसिद्ध थी?)
उत्तर:
‘भेलसा’ नाम्नेयं नगरी प्रसिद्धा यतोहि सूर्यदेवतायाः मन्दिरस्य ‘भेल्लस्वामिनः’ इति लोकख्यातिः एव। (‘भेलसा’ नाम से यह नगरी प्रसिद्ध थी क्योंकि सूर्य देवता के मन्दिर की ‘भेल्लस्वामी’ ऐसी संसार में ख्याति थी।)

(ख) गुप्तकालस्य प्रसिद्धिः केन नाम्ना अस्ति? (गुप्तकाल की प्रसिद्धि किस के नाम से है?)
उत्तर:
गुप्तकालस्य प्रसिद्धिः ‘रामगुप्तेन’ नाम्ना अस्ति। (गुप्तकाल की प्रसिद्धि ‘रामगुप्त’ नाम से हुई।)

(ग) विदिशानगर्याः काः प्रतिमाः दर्शनीयाः सन्ति? (विदिशा नगरी में कौन-सी मूर्तियाँ दर्शनीय हैं?)
उत्तर:
विदिशानगर्याः ब्रह्मा विष्णोः शिवस्य, गणेशस्य, अर्धनारीश्वरस्य प्रतिमाः दर्शनीयाः सन्ति। (विदिशा नगरी की ब्रह्मा, विष्णु, शिव, गणेश, और अर्धनारीश्वर की प्रतिमाएँ दर्शनीय हैं।)

Class 10 Sanskrit Chapter 20  प्रश्न 4.
प्रदत्तशब्दैः रिक्तस्थानानि पूयरत-(दिए शब्दों से रिक्त स्थान भरिए-)
(उदारभावनाम्, पुरातनकालादेव, कुशल, ग्रहीतवान्, द्रष्टुम)
(क) अत्र …………. तत्राप्यस्तु।
(ख) वयं सर्वे पुरातत्त्वसङ्ग्रहालयं …………. अगच्छाम।
(ग) श्रीवैष्णवधर्मस्य दीक्षा ………….।
(घ) हिन्दुधर्मं प्रति तस्य …………. संसूचयति।
(ङ) नगर्याः स्थिति …………. विद्यते।
उत्तर:
(क) कुशलं
(ख) द्रष्टुम्
(ग) ग्रहीतवान्
(घ) उदारभावनाम्
(ङ) पुरातनकालादेव।

Sanskrit Class 10 Chapter 20 Mp Board प्रश्न 5.
यथायोग्यं योजयत-(उचित क्रम से जोड़िए-)
Mp Board Class 10th Sanskrit Chapter 20
उत्तर:
(क) 3
(ख) 5
(ग) 1
(घ) 2
(ङ) 4

Class 10th Sanskrit Chapter 20 MP Board प्रश्न 6.
निम्नलिखितक्रियापदानां धातुं, लकारं, पुरुषं, वचनं च लिखत
(नीचे लिखे क्रियापदों के धातु, लकार, पुरुष और वचन लिखिए-)
कक्षा 10 संस्कृत पाठ 20 MP Board
उत्तर:
Mp Board Class 10 Sanskrit Chapter 20

Class 10 Sanskrit Mp Board MP Board प्रश्न 7.
अधोलिखितपदानां सन्धिविच्छेदं कृत्वा सन्धिनाम लिखत
(नीचे लिखे पदों के सन्धिविच्छेद कर सन्धि का नाम लिखिए-)
Class 10 Sanskrit Chapter 20
उत्तर:
Sanskrit Class 10 Chapter 20 Mp Board

Mp Board Class 10th Sanskrit Solution प्रश्न 8.
अधोलिखितसमस्तपदानां विग्रहं कृत्वा समासनाम लिखत
(नीचे लिखे समस्त पदों के विग्रह कर समास का नाम लिखिए-)
Class 10th Sanskrit Chapter 20 MP Board
उत्तर:
Class 10 Sanskrit Mp Board MP Board

Mp Board Class 10 Sanskrit Solution प्रश्न 9.
उदाहरणानुसारं पर्यायशब्दान् लिखत
(उदाहरण के अनुसार पर्यायवाची शब्द लिखिए-)
यथा- राजानः नृपाः
(क) पादाः
(ख) शिक्षकस्य
(ग) समुद्रः
(घ) मन्दिरस्य
(ङ) समीपे
उत्तर:
(क) पादाः – चरणाः
(ख) शिक्षकस्य – अध्यापकत्य
(ग) समुद्रः – जलधिः
(घ) मन्दिरस्य – देवालयस्य
(ङ) समीपे – निकटे

Mp Board Solution Class 10 Sanskrit प्रश्न 10.
रेखांकितपदानि आधृत्य प्रश्ननिर्माणं कुरुत (रेखांकित पदों के आधार पर प्रश्न बनाइए-)
(क) अहमपि तत्र अगच्छम्। (मैं भी वहाँ गया।)।
उत्तर:
अहमपि कुत्र अगच्छम्? (मैं भी कहाँ गया?)

(ख) इयं नगरी पौराणिकी वर्तते। (यह नगरी पौराणिक है।)
उत्तर:
का नगरी पौराणिकी वर्तते? (कौन-सी नगरी पौराणिक है?)

(ग) अत्र पुरातत्त्वसङ्ग्रहालयो विद्यते। (यहाँ पुरातत्त्व सङ्ग्रहालय है।)
उत्तर:
अत्र कः विद्यते? (यहाँ क्या है?)

(घ) नद्याः तटे स्तम्भः अस्ति। (नदी के तट पर स्तम्भ है।)
उत्तर:
कस्याः तटे स्तम्भः अस्ति? (किसके तट पर स्तम्भ है?)

(ङ) साञ्चीनगरे बौद्धसम्प्रदायस्य स्तूपो वर्तते।। (साञ्ची नगर में बौद्धसम्प्रदाय का स्तूप है।)
उत्तर:
साञ्ची नगरे कस्य स्तूपो वर्तते? (साञ्ची नगर में किसका स्तूप है?)

Class 10th Sanskrit Mp Board योग्यताविस्तार –

विदिशानगर्याः समीपस्थदर्शनीयस्थलानाञ्च मानचित्रं विद्धत।
विदिशा नगरी और उसके पास के दर्शनीय स्थल मानचित्र पर दिखाओ।

आत्मनः पितृव्यस्य कृते सवकीययात्रावृत्तान्तमवलम्ब्य पत्रं लिखत।
अपने पिता के लिए अपनी यात्रा का वृतान्त बताने के लिए पत्र लिखो।

विदिशा पाठ का सार

प्रस्तुत पाठ में पत्रलेखन की पद्धति के विषय में बताया गया है। पत्र लिखने की विधि बताते हुए उन्होंने मध्यप्रदेश की नगरी ‘विदिशा’ का वर्णन किया। इस पत्र में पिता को पत्र लिखकर ‘विदिशा’ नगरी इतिहास, उसके दर्शनीय स्थल तथा उसकी अन्य विशेषताओं को बताया गया है।

विदिशा पाठ का अनुवाद

शासकीयउच्चतरमाध्यमिक विद्यालयः
सिंगरौलीनगरम् (मध्यप्रदेशः)
31-01-2008

पूज्यपादाः पितृचरणाः!
सश्रद्धमभिवादये!!

अत्र कुशलं तत्राऽस्तु। पितृवर्य। विदितं त्यादिदंयत् ममस्वाध्यायः सुष्टुतया प्रचलति। विगते सप्ताहेऽस्माकं विद्यालयस्य शैक्षणिक भ्रमणदलं विदिशानगरी गतवानासीदिति। तेन दलेन सह अहमपि तत्रागच्छम्।

मध्यप्रदेशस्थानगरीयं पौराणिकी ऐतिहासिकी च वर्तते। विदिशा पूर्वस्मिन् काले ‘भेलसा’ इति नाम्ना सुविख्याता आसीत्। एतस्य कारणं सूर्यदेवतायाः मन्दिरस्य ‘भेल्लस्वामिनः’ इति लोकख्यातिरेव। पुरा विदिशानगरी समुन्नतमेकं वाणिज्यिकं केन्द्रमासीत्। योगदर्शनस्य प्रणेता व्याकरणमहाभाष्यस्य कर्ता महर्षिः पतञ्जलिः सम्राट अशोकोऽपि विदिशया सह सम्बद्धौ आस्ताम्।

शब्दार्थाः :
पूज्यपादाः-पूजनीय चरणों वाले-respectable; सश्रद्धम्-श्रद्धासहितrevered, venerable; विदितम्-ज्ञात-may be known; सुष्टुतया-ठीक प्रकार सेproperly; समुन्नतम्-उन्नति को प्राप्त-prominent.

अनुवाद :

शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय
सिंगरौली नगर (मध्यप्रदेश)
31-01-2008

पूज्य चरणों वाले पिता जी!
श्रद्धासहित अभिवादन करता हूँ!!

यहाँ कुशल है, वहाँ भी हो। पिताश्री! यह जानिए कि मेरी पढ़ाई अब यहाँ ठीक प्रकार से चल रही है। पिछले सप्ताह हमारे विद्यालय का शैक्षणिक भ्रमणदल विदिशा नगरी गया था। उस दल के साथ मैं भी वहाँ गया।

मध्यप्रदेश में स्थित यह नगरी पौराणिक और ऐतिहासिक है। पुराने समय में विदिशा ‘भेलसा’ नाम से प्रसिद्ध थी। इसके कारण सूर्य देवता के मन्दिर की ‘भेल्लस्वामी’ ऐसी लोगों में प्रसिद्धि हुई। पहले विदिशा नगरी एक उन्नत वाणिज्यिक केन्द्र था। योगदर्शन के प्रणेता और व्याकरण के महाभाष्य के कर्त्ता महर्षि पतञ्जलि और सम्राट अशोक भी विदिशा से ही सम्बद्ध हैं।

English :
Educational tour to Vidisha-old and historical city-Previously known as ‘Bhelsa’-Temple of sungod-Trade centre in the past Maharishi Patanjali and emperor Ashoka were also related to Vidisha.

2. पौराणिकी कथानुरूपं हैहयवंशीयाः राजानो अत्र राज्यं प्रकुर्वन्ति स्म। आदिकविना वाल्मीकिना प्रणीतेन रामायणेन विज्ञायते यत् त्रेतायुगे शत्रुघ्नेन स्वकीयं पुत्रं ‘सुबाहु’ नामानम् अत्रत्यः शासकरूपेणाभिषिच्य प्रदेशममुं स्वायत्तीकृतमासीत्। कविकुलगुरुः कालिदासः गीतिकाव्ये मेघदूते पूर्वमेघे नगरीमिमां दशार्णदेशस्य राजधानीत्वेन अवर्णयत्।

सर्वप्रथमं वयं सर्वे पुरातत्त्वसङ्ग्रहालयं द्रष्टुमगच्छाम। तत्र कलात्मिकानां पाषाणप्रतिमानाम् अद्वितीयः सङ्ग्रहोः विद्यते। ‘बेसनगर’ मित्याख्यस्य स्थलस्योत्खनने समुपलब्धाऽपि सामग्री वर्ततेऽत्रैव। अत्र यक्षस्य, ग्यारसपुरस्य शालभञ्जिकायाः सदाशिवस्य (त्रिमुखिनः शिवस्य) चाप्रतिमाः प्रतिमाः सङ्ग्रहीताः सन्ति। नगर्याः मध्ये ‘लोहागी’ स्मारको विद्यते। अन्न संरक्षितः शुङ्गकालीनः शीर्षस्तम्भस्यावशेषः कलात्मकदृष्ट्या अपूर्वः।

शब्दार्थाः :
प्रणीतेन-रचे गए के द्वारा-by composed; विज्ञायते-जाना जाता है-is known; अभिषिच्य-अभिषेक करके – on coronating/enthroning; अमुम्-इसको-him; स्वायत्तीकृतम्-अपने अधीन कर लिया-subjugated; उत्खनने-खोदने में-on digging.

अनुवाद :
पौराणिक कथा के अनुसार हैहयवंश के राजा यहाँ राज्य करते थे। आदिकवि वाल्मीकि द्वारा रचित रामायण के द्वारा ज्ञात होता है कि त्रेतायुग में शत्रुध्न के द्वारा अपने पुत्र ‘सुबाहु’ नाम को यहीं राज्याभिषेक करके इस प्रदेश को अपने अधीन कर लिया था। कविकुलगुरु कालिदास के गीतिकाव्य मेघदूत के ‘पूर्वमेघ में इस नगरी को दशार्ण देश की राजधानी के रूप में वर्णित किया।

सबसे पहले हम सब पुरातत्त्व सङ्ग्रहालय देखने गए। वहाँ पत्थर की कलात्मक प्रतिमाओं का अद्वितीय (अनोखा) सङ्ग्रह है। ‘बेसनगर’ इस स्थल के खोदने में उपलब्ध सामग्री भी यहीं है। यहाँ यक्ष की ग्यारसपुर के शाल भञ्जिका की और सदाशिव की (तीन मुँह वाले शिव की) अनोखी प्रतिमाएँ इकट्ठी की गई हैं। नगरी के बीच में ‘लोहाङ्गी’ स्मारक है। यहाँ शुङ्गकालीन शीर्ष स्तम्भ के अवशेष संरक्षित हैं, जो कलात्मक दृष्टि से अपूर्व है।

English :
Kings of Haihaidynasty ruled in Vidisha. Shatrughana had coronated his son Subahu here and subjugated this region. Kalidas described Visdisha as capital of Dasharna country.

Saw collection of stone effigies in museum. Lohuingi memorialRelics of top pillar of the age of Shangas preserved here-artistically unique.

3. अस्याः उत्तरपश्चिमदिशि दुर्गाभ्यन्तरे स्थितमस्ति ‘बीजामण्डलम्’। चर्चिकादेव्याः मन्दिरमिदं विजयदेव्याः अपराभिधेयेन विजयमन्दिरमिति नाम्ना लोके प्रसिद्धिमगात्।

वेत्रवत्याः वामतटे क्रोशमेकं दूरं वर्तते ‘हेलिओडोरस-स्तम्भ’ इति। इयं तु शुङ्गनृपतेः काशीपुत्रभागभद्रस्य शासनकाले विनिर्मिता वास्तुकृतिरस्ति। स्तम्भोपरि समुत्कीर्णेन लेखेन ज्ञायते यत् तक्षशिला वास्तव्यस्य दियस्य पुत्रो हेलिओडोरस नामा यवनाधिपतेः अन्तलिकितस्य राजदूतत्वेन वैदेशिको भवन्नपि श्रीवैष्णवधर्मस्य दीक्षा ग्रहीतवान्। अत्रत्यो गरुडशीर्षस्तम्भो हिन्दुधर्मं प्रति तस्योदारभावनां संसूचयति।
वेत्रवत्याः समीपे विंशतिसङ्ख्याकाः गुहाः सन्ति; याः सर्वाः “उदयगिरिगुहा” नाम्ना प्रख्याताः वर्तन्ते। इमाः सर्वाः स्वर्णयुगस्य गुप्तकालस्य माहात्म्यगाथां प्रगायन्ति।

शब्दार्थाः :
दुर्गाभ्यन्तर-किले के बीच में-inside a fort; अपराभिधेयेन-दूसरे नाम से-with other name; अगात्-प्राप्त हो गया-became; क्रोशम्-एक कोस-one mile; गहाः-गुफाएँ-Caves; समुत्कीर्णेन-खुदे हुए के द्वारा-through digging.

अनुवाद :
इसके उत्तर पश्चिम दिशा में किले के बीच में ‘बीजामण्डल’ स्थित है। चर्चिका देवी का यह मन्दिर विजय देवी के दूसरे नाम ‘विजयमन्दिर’ से संसार में प्रसिद्ध हुआ।

वेत्रवती (बेतवा नदी) के बाएँ तट पर एक कोस दूर ‘हेलिओडोरस-स्तम्भ’ है। यह तो शुङ्ग राजा काशी पुत्र भागभद्र के शासनकाल में बनाई गई वास्तुकृति है। इस स्तम्भ के ऊपर खुदे हुए लेख से ज्ञात होता है कि तक्षशिला में वास्तव्य दिय को पुत्र ‘हेलिओडोरस’ नामक, यवन राजा ने अन्तलिकित के राजदूत के रूप में विदेशी होते हुए भी श्री वैष्णव धर्म की दीक्षा प्राप्त की। यहाँ से गरुड़शीर्ष स्तम्भ हिन्दू धर्म के प्रति उसकी उदार भावना की सूचना मिलती है।

वेत्रवती के पास 20 की संख्या में गुफाएँ हैं, जो सब ‘उदयगिरि गुफा’ नाम से प्रसिद्ध हैं। ये सारी गुफाएँ स्वर्णयुग गुप्तकाल की महात्म्यगाथा गाते हैं।

English :
Bijamandal-temple of goddess charchika is located in a fort-also known as ‘Vijaya Temple’.

Heliodus pillar on the bank of Vetravati river-raised in the rule of Shunga king-A Muslim king got initiated in Vaishnava religionThe Garuda Shirsha pillar speaks high of his generous feelingsUdayagiri caves located near Vetravati-speak high of Gupta age.

4. विदिशातः किञ्चिद् दूरस्थे चितौरियानामके ग्रामे नवम्याः दशम्याश्च शताब्याः परमारकालीनाः ब्रह्मणः, विष्णोः, शिवस्य, गणेशस्यार्द्धनारीश्वरस्य प्रतिमाः दर्शनीयाः सन्ति।

कालक्रमेणात्र जैन-बौद्धसम्प्रदाययोः विकासोऽपिसमभवत्। विशेषरूपेण, गुत्पकाले चतुर्थ्यां शताब्यां रामगुप्ताधिशासिते जैनतीर्थङ्कराणां मूर्तिनिर्माणं, तथा च तासां प्रतिष्ठापनं गोलक्यान्त्यायाः सुपुत्रस्य चेलुक्षमणस्य, तच्छिष्यस्याचार्यसlसेनस्य च प्रेरणया कारितम् आसीत्। निकटमेव साञ्चीनगरे बौद्वसम्प्रदायस्य स्तूपो वर्तते।

अन्ते चे, सर्वेभ्यः ज्येष्ठेभ्यः सादरं प्रणामाः। अनुजेभ्यः हार्दिकः स्नेह। मित्रेभ्यः शुभाकाङ्क्षां प्रकटीकरोमि।

भवदीयः पुत्रः
मूदुलः

शब्दार्थाः :

प्रतिष्ठापनम्-प्रतिष्ठित करना-establishing; कारितम्- करवाया-got done; स्तूपः-बौद्धभिक्षु का निवास स्थान-lodging of a Buddhistic mendicant; आकाङ्क्षा-कामना-desire, longing.

अनुवाद :
विदिशा से कुछ दूर स्थित चितौरिया नामक गाँव में नवीं-दसवीं शताब्दी के परमारकालीन ब्रह्मा, विष्णु, शिव, गणेश, अर्द्धनारीश्वर की मूर्तियाँ देखने योग्य हैं।

काल के क्रम से यहाँ जैन और बौद्ध सम्प्रदाय का भी बहुत विकास हुआ। विशेषरूप से, गुप्तकाल में चौथी शताब्दी के रामगुप्त के शासन में जैन तीर्थङ्करों की मूर्ति बनाना, और उनको प्रतिष्ठित करना गोलक्यान्त्या के सुपुत्र चेलुक्षमण के और उनके शिष्य आचार्य सर्ग्यसेन की प्रेरणा से करवाया था। पास ही साञ्ची नगर में बौद्ध सम्प्रदाय के स्तूप हैं।

और अन्त में, सभी बड़ों को सादर प्रणाम। सभी छोटों को हार्दिक स्नेह। मित्रों के लिए शुभकामना प्रकट करता हूँ।

आपका पुत्र
मृदुल

English :
The village named Chittori is famous for effigies of Brahma, Vishnu, Shiv, Ganesh and Ardhanareeshwar.

Spread of Jainism and Buddhism-Effigies of Jain ‘Tirathankaras’ established during the rule of Ramgupta of Gupta period-pillars of Buddhistic sect found in Sanchi town.

MP Board Class 10th Sanskrit Solutions