MP Board Class 8th Sanskrit Solutions Chapter 18 सत्कर्म एव धर्मः

MP Board Class 8th Sanskrit Solutions Surbhi Chapter 18 सत्कर्म एव धर्मः

MP Board Class 8th Sanskrit Chapter 18 अभ्यासः

Class 8 Sanskrit Chapter 18 Mp Board प्रश्न 1.
एकपदेन उत्तरं लिखत(एक शब्द में उत्तर लिखो-)
(क) विक्रमादित्यः नगरभ्रमणसमये किं दृष्टवान्? (विक्रमादित्य ने नगर भ्रमण के समय क्या देखा?)
उत्तर:
रुग्णम्। (रोगी को)

(ख) विक्रमादित्यः महामन्त्रिणि राज्यभारं समर्प्य कुत्र अगच्छत्? (विक्रमादित्य महामन्त्री पर राज्यभार को समर्पित करके कहाँ गये?)
उत्तर:
वनम्। (वन में)

(ग) महात्मा कस्य समीपे तपस्यारतः आसीत्? (महात्मा किसके पास तपस्यारत थे?)
उत्तर:
विक्रमादित्यस्य। (विक्रमादित्य के)

(घ) महात्मा योगबलेन तत्र कस्य दृश्यं दर्शितवान्? (महात्मा ने योग के बल से वहाँ किसका दृश्य दिखाया?)
उत्तर:
यमलोकस्य। (यमलोक का)

(ङ) कर्मणां लेखनं कस्य पार्वे अस्ति? (कर्मों का लेखा किसके पास है?)
उत्तर:
चित्रगुप्तस्य। (चित्रगुप्त के)

(च) श्रेष्ठाचरणस्य प्रतिज्ञां कृत्वा विक्रमादित्यः कुत्रः आगतवान्? (श्रेष्ठ आचरण की प्रतिज्ञा करके विक्रमादित्य कहाँ आये?)
उत्तर:
उज्जयिनीम्। (उज्जयिनी में)

Mp Board Class 8 Sanskrit Chapter 18 प्रश्न 2.
एकवाक्येन उत्तरं लिखत(एक वाक्य में उत्तर लिखो-)
(क) महात्मा विक्रमादित्यं किम् उपदिष्टवान्? (महात्मा ने विक्रमादित्य को क्या उपदेश दिया?)
उत्तर:
महात्मा विक्रमादित्यं उपदिष्टवान् यत्-“राजन्! भवान् तु यथानीति राजधर्मस्य पालनं करोतु। धर्मानुकूलं शासनम् अपि धर्म एव भवति” इति। (महात्मा ने विक्रमादित्य को उपदेश दिया कि-“हे राजन्! आप तो नीति के अनुसार राजधर्म का पालन करो। धर्म के अनुसार शासन भी धर्म ही होता है।)

(ख) कर्म-तपस्योः कः भेदः? (कर्म और तपस्या में क्या भेद है?)
उत्तर:
कर्मणः स्थानम् भिन्नम् परं तपस्या स्वर्गप्राप्तेः साधनम्।” इति कर्म-तपस्ययोः भेदः। (“कर्म का स्थान भिन्न है परन्तु तपस्या स्वर्ग प्राप्ति का साधन है।” ऐसा कर्म और तपस्या का भेद है।)

(ग) विक्रमादित्यः अन्ते किं ज्ञातवान्? (विक्रमादित्य ने अन्त में क्या जाना?)
उत्तर:
विक्रमादित्यः अन्ते ज्ञातवान् यद्-‘सदाचारः एव तपस्या, सत्कर्म एव धर्म’ इति। (विक्रमादित्य ने अन्त में यह जाना कि-“सदाचार ही तपस्या है, सत्कर्म ही धर्म है”।)

(घ) विक्रमादित्यः लोके कथं प्रसिद्धः? (विक्रमादित्य संसार में कैसे प्रसिद्ध हैं?)
उत्तर:
विक्रमादित्यः लोके सत्कर्मणा एव प्रसिद्धः। (विक्रमादित्य संसार में सत्कर्म से ही प्रसिद्धः हैं।)

(ङ) विक्रमादित्यस्य ध्येयवाक्यं किम् आसीत्? (विक्रमादित्य का ध्येय वाक्य क्या था?)
उत्तर:
विक्रमादित्यस्य ध्येयवाक्यं ‘सत्कर्म एव धर्मः’ इति आसीत्। (विक्रमादित्य का ध्येय वाक्य ‘सत्कर्म ही धर्म है’ यह था।)

(च) विक्रमादित्यस्य मनसि केन वैराग्यम् उद्भूतम्? (विक्रमादित्य के मन में किससे वैराग्य उत्पन्न हुआ?)
उत्तर:
विक्रमादित्यस्य मनसि रुग्णदर्शनेन वैराग्यम् उद्भूतम्। (विक्रमादित्य के मन में रोगी को देखने से वैराग्य उत्पन्न हुआ।)

(छ) “सत्कर्म एव धर्मः” कथायाः सारः कः? (“सत्कर्म ही धर्म है” कथा का सारांश क्या है?)
उत्तर:
अस्याः कथायाः सारः यत् ‘मनुष्यः उत्तमानि कर्माणि कृत्वा अपि परलोकं साधयितुम् शक्नोति’ इति। (इस कथा का सारांश है कि ‘मनुष्य अच्छे कार्य करके भी परलोक सिद्ध कर सकता है।)

Sanskrit Class 8 Chapter 18 Mp Board प्रश्न 3.
रिक्तस्थानानि पूरयत(रिक्त स्थान भरो-)
(क) विक्रमादित्यस्य समीपे एकः ……….. तपस्यारतः आसीत्। (महात्मा/दुरात्मा)
(ख) तपस्या ……… साधनम्। (स्वर्गप्राप्ते/राज्यप्राप्तेः)
(ग)यमराजः …………. आदिष्टवान्। (विक्रमादित्यम्/दूतेभ्यः)
(घ) वने सः कठिनां …………. आरब्धवान्। (दिनचर्यां/तपस्याम्)
(ङ) प्रजापालनं धर्म …….. अस्ति। (तपस्वीनाम्/राज्ञाम्)
उत्तर:
(क) महात्मा
(ख) स्वर्गप्राप्तेः
(ग) दूतेभ्यः
(घ) तपस्याम्
(ङ) राज्ञाम्।।

Class 8 Sanskrit Chapter 18 Mp Board प्रश्न 4.
उचितं मेलयत(उचित को मिलाओ-)
Class 8 Sanskrit Chapter 18 Mp Board
उत्तर:
(क) → (v)
(ख) → (iv)
(ग) → (ii)
(घ) → (iii)
(ङ) → (i)

Mp Board Class 8 Sanskrit Solution Chapter 18 प्रश्न 5.
नामोल्लेखपूर्वकं समासविग्रहं कुरुत(नाम का उल्लेख करते हुए समास विग्रह करो-)
(क) ध्येयवाक्यम्
(ख) तपस्यारतः
(ग) प्रजापालनम्
(घ) योगबलेन
(ङ) श्रेष्ठाचरणेन।
उत्तर:
Mp Board Class 8 Sanskrit Chapter 18

Sanskrit Chapter 18 Class 8 Mp Board प्रश्न 6.
नामोल्लेखपूर्वकं सन्धिविच्छेदं कुरुत(नामे का उल्लेख करते हुए सन्धि विच्छेद करो-)
(क) धर्मानुकूलम्
(ख) नेति
(ग) सदाचारः
(घ) अद्यापि
(ङ) विक्रमादित्यः।
उत्तर:
Sanskrit Class 8 Chapter 18 Mp Board

Chapter 18 Sanskrit Class 8 Mp Board प्रश्न 7.
रेखाङ्कितशब्दानाम् आधारेण प्रश्ननिर्माणं कुरुत (रेखांकित शब्दों के आधार पर प्रश्न निर्माण करो-)
(क) विक्रमः अवदत्। (विक्रम बोला।)
उत्तर:
कः अवदत्? (कौन बोला?)

(ख) तपस्या तु महात्मनां कर्म इति। (तपस्या तो महात्माओं का काम है।)
उत्तर:
तपस्या तु केषाम् कर्म इति? (तपस्या तो किनका काम है?

(ग) तत्रैव यमलोकस्य दृश्यं दर्शितवान्। (वहीं यमलोक का दृश्य दिखाया?)
उत्तर:
कुत्र यमलोकस्य दृश्यं दर्शितवान्? (कहाँ यमलोक का दृश्य दिखाया?)

(घ) यमराजः दूतान् पृच्छति? (यमराज दूतों से पूछते हैं।)
उत्तर:
यमराजः कान् पृच्छति? (यमराज ने किनसे पूछा?)

(ङ) राज्ञः धर्म प्रजापालनम्। (राजा का धर्म प्रजा का पालन है।)
उत्तर:
कस्य धर्मः प्रजापालनम्? (किसका धर्म प्रजा का पालन है?)

सत्कर्म एव धर्मः हिन्दी अनुवाद

एकदा विक्रमादित्यः नगरभ्रमणसमये एकम् मरणासन्नं रुग्णं दृष्टवान्। तस्य दर्शनेन मनसि उद्भूतम्। अतः मायामोहमयं संसारं ज्ञात्वा सः महामन्त्रिणि राज्यभारं समर्प्य वनम् अगच्छत्।

Mp Board Class 8 Sanskrit Solution अनुवाद :
एक बार विक्रमादित्य ने नगर में भ्रमण के समय एक मरणासन्न (मरने के निकट) रोगी को देखा। उसको देखने से मन में वैराग्य उत्पन्न हुआ। इसलिए माया मोह से भरे संसार को जानकर वह महामन्त्री को राज्यभार सौंपकर वन चले गये।

वने सः कठिना तपस्याम् आरब्धवान्। तस्य समीपे एव एकः महात्मा अपि तपस्यारतः आसीत्। महात्मा तम् अवदत्, “राजन्! भवान् तु यथानीति राजधर्मस्य पालनं करोतु। धर्मानुकूलं शासनम् अपि धर्म एव भवति” इति स महात्मा विक्रमादित्यम् उपदिष्टवान्। विक्रमः अवदत्-“नहि महात्मन्! तपसा एव परलोकः साध्यते, कर्मणा नेति।” महात्मा अवदत्, “राजन! राज्ञः धर्मः प्रजापालनं, शासनम् एव अस्ति तपस्या तु महात्मानां कर्म इति।” इत्युक्त्वा महात्मा राजानाम् पृष्टवन्-कर्म-तपस्ययोः कः भेदः?

Samas Vigrah In Sanskrit Class 8 अनुवाद :
वन में उन्होंने कठिन तपस्या आरम्भ कर दी। उनके पास में एक महात्मा भी तपस्यारत (तपस्या में लगे) थे। महात्मा ने उनसे कहा, “हे राजन्! आप तो नीति के अनुसार राजधर्म का पालन करो। धर्म के अनुकूल शासन भी धर्म ही होता है।” इस प्रकार उस महात्मा ने विक्रमादित्य को उपदेश दिया। विक्रम ने कहा-“नहीं महात्मन्! तपस्या से ही परलोक प्राप्त होता है, कर्म से नहीं।” महात्मा ने कहा, “हे राजन्! राजा का धर्म प्रजा का पालन और शासन ही है, तपस्या तो महात्माओं का काम है।” ऐसा कहकर महात्मा ने राजा से पूछा-कर्म और तपस्या में क्या भेद है?

राजा अवदत्-कर्मणः स्थानम् भिन्नम् परं तपस्या स्वर्गप्राप्तेः साधनम्। एतच्छ्रुत्वा महात्मा हसन् अवदत्-“राजन् ! मनुष्यः उत्तमानि कर्माणि कृत्वा अपि परलोकं साधयितुम् शक्नोति।” अनन्तरम् महात्मा योगबलेन तत्रैव यमलोकस्य दृश्यं विक्रमं दर्शितवान्। दृश्ये यमराजः दूतान् पृच्छति-“एतस्य कर्म कीदृशम् ?” एकः दूतः अवदत्-“कर्मणां लेखनं तु चित्रगुप्तस्य पार्वे अस्ति।” क्षणं विचार्य यमराजः दूतान् आदिष्टवान् यत्-“यदि एतस्य कर्माणि उत्तमानि सन्ति तर्हि स्वर्गस्य द्वारम् उद्घाटयतु यदि कर्माणि अधमानि, तदा बलात् नरके पातयतु।”

संस्कृत कक्षा 8 Mp Board अनुवाद :
राजा ने कहा-कर्म का स्थान भिन्न है परन्तु तपस्या स्वर्ग प्राप्ति का साधन है। ऐसा सुनकर महात्मा हँसते हुए बोले-“हे राजन्! मनुष्य अच्छे कर्म करके भी परलोक सिद्ध कर सकता है।” इसके बाद महात्मा ने योग के बल से वहीं यमलोक का दृश्य विक्रम को दिखाया। दृश्य में यमराज दूतों से पूछ रहे हैं-“इसका कर्म कैसा है? एक दूत ने कहा-“कर्मों का लेखा तो चित्रगुप्त के पास है।” कुछ देर विचार करके यमराज ने दूतों को आदेश दिया कि-यदि इसके कर्म अच्छे हैं तो स्वर्ग का द्वार खोल दो यदि कर्म बुरे हैं तो जबरदस्ती नरक में डाल दो।”

इदं दृश्यं दृष्ट्वा विक्रमः ज्ञातवान् यद्-‘सदाचारः एव तपस्या, सत्कर्म एव धर्म’ इति। अनन्तरं सः तम् महात्मानम् प्रणम्य, श्रेष्ठाचरणस्य प्रतिज्ञां कृत्वा राजधानीम् उज्जयिनीम् आगतवान्। आगत्य धर्मानुकूलंनीतिपूर्वकम् प्रजापालनपुरस्सरं शासनं कृतवान्। सः अद्यापि लोके सत्कर्मणा एव प्रसिद्धः। तस्य जीवनस्य ध्येयवाक्यम् आसीत्-‘सत्कर्म एव धर्मः।’

8 वीं कक्षा संस्कृत गाइड 2021 Mp Board अनुवाद :
इस दृश्य को देखकर विक्रम जान गये कि-“सदाचार (अच्छा व्यवहार) ही तपस्या है और सत्कर्म (अच्छे कर्म) ही धर्म।” इसके बाद वह उन महात्मा को प्रणाम करके, श्रेष्ठ आचरण की प्रतिज्ञा करके राजधानी उज्जयिनी आ गये। आकर धर्म के अनुसार नीतिपूर्वक प्रजा पालन को प्रमुखता देते हुए शासन किया। वह आज भी संसार में अच्छे कर्म से ही प्रसिद्ध हैं। उनके जीवन का ध्येय वाक्य था-‘सत्कर्म ही धर्म है।’

सत्कर्म एव धर्मः शब्दार्थाः

बलात् = बलपूर्वक। साधयितुम् = सिद्ध करने लिए। पार्वे = पास में। प्रजापालनपुरस्सरम् = प्रजापालन को प्रमुखता देते हुए। मरणासन्न = मरने के निकट। उद्भूतम् = उत्पन्न हुआ। पातयतु = गिराओ। एतच्छ्रुत्वा = ऐसा सुनकर।

MP Board Class 8th Sanskrit Solutions

MP Board Class 8th Special English Solutions Chapter 8 English is Amazing

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MP Board Class 8th Special English Solutions Chapter 8 English is Amazing (Poem)

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English is Amazing Textual Exercise

Word Power

(A) Read the words given in the box :
English Is Amazing Summary MP Board Chapter 8

Now classify them in the following table :

Mp Board Class 8 English Chapter 8

(B) Complete the following sentences by choosing the right word from the words given in the brackets :

  1. A knife is ………………. (difficult, dangerous).
  2. It was raining heavily ………………. (because, so) we did not go for the picnic.
  3. An iron ball will ………………. (sink,float) into the water.
  4. People did not have computer in ………………… (old, ancient) times.
  5. The girl had a blue belt around her ………………. (waste/waist)

Answer:

  1. dangerous
  2. so
  3. sink
  4. ancient
  5. waist

Comprehension

(A) Choose the correct answer :

Summary Of English Is Amazing Class 8 MP Board Question 1.
The poem speaks about
(a) geese and cows
(b) why English spelling is so difficult to learn.
(c) a child reading a book.
(d) a box.
Answer:
(b) why English spelling is so difficult to learn.

Mp Board Class 8 English Chapter 8 Question 2.
The poet is complaining
(a) that making plurals in English is very easy.
(b) that there are feminine pro nouns.
(c) that English is a tricky language.
(d) that making plurals in English is difficult.
Answer:
(c) that English is a trickey language.

English Is Amazing Summary MP Board Chapter 8 Question 3.
Which two difficult areas of English are discussed in the poem?
(a) nouns and adjectives
(b) clauses and prepositions
(c) nouns and pronouns
(d) verbs and adverbs.
Answer:
(c) nouns and pronouns

English Is The Trickiest Language True Or False Question 4.
The feminine pronouns are :
(a) he, his and him.
(b) she, shis and shim.
(c) she, her and hers.
(d) he, she and it.
Answer:
(c) she, her and hers.

(B) Read the poem and mark the following statements as true or false :

  1. The plural of cow may also be kine.
  2. English is called an easy language.
  3. Making plurals in English is easy.
  4. The singular form of feet is foot.
  5. English is the trickiest language.

Answers:

  1. true
  2. false
  3. false
  4. false
  5. true

Let’s Read

Read the following passage :

The mother tongue is the first language that the child learns and picks up from the people around him. A foreign language is a language that one uses for a limited purpose. The mother tongue comes in a natural way, whereas a foreign language is learned so that one may be able to write and speak it. A language is learned with its structure, grammar and vocabulary. The mother tongue may have a different sentence structure. Often the method of translation is adopted for easy understanding of a foreign language. This is the main fault area of learning a foreign language. This may not be the right approach. So instead of learning a foreign language through translation one should know the way it really goes. The exposure to a language is the most important factor in learning.

Now answer the following questions :

Summary Of Poem English Is Amazing Class 8 Question 1.
Which is the first language that a child learns?
Answer:
The mother tongue is the first language that a child learns.

Class 8 English Chapter 8 English Is Amazing Question 2.
What is the purpose of a foreign language?
Answer:
A foreign language is used for a limited purpose. It is learned so that one may be able to write and speak it.

English Is Amazing Summary Class 8 MP Board Question 3.
How is the language learned?
Answer:
The language is learned with its structure, grammar and vocabulary.

English Is Amazing Poem MP Board Question 4.
Which method is ofter adopted to learn a foreign language?
Answer:
The method of translation is adopted for easy understanding of a foreign language.

Mp Board Solution Class 8 English Question 5.
Which is the most important factor in learning a language?
Answer:
The exposure to a language is the most important factor in learning.

Let’s Write

(A) Here is a list of the likes and dislikes. Choose the five things you like and five things you dislike.
Summary Of English Is Amazing Class 8 MP Board
Answer:
I am Mona. I study in class VIII. I like cleaning my room, doing homework, reading story books, brushing my teeth and eating green vegetables, but the things I dislike watching television, going to cinema, studying mathematics, going to cinema and eating chocolates.

English is Amazing Word Meanings

Page-72: fowl – a bird that is kept for its meat and eggs – बाज। Moose – an ell (a large deer) of North America – उत्तर अमेरिका का एक बड़ा हिरण। Vow – make a serious promise- शपथ लेना। Lone – alone, without any other people or things – अकेला। Trickiest – difficult to do or deal with – क्लिष्ट।

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MP Board Class 7th General English Chapter 1 The Rainbow

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MP Board Class 7th General English Solutions Chapter 1 The Rainbow

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The Rainbow Textual Exercise

Listen and Repeat (सुनो और दुहराओ)

(A) You have read the poem. Find out which lines end with similar sounds.
(तुमने कविता पढ़ ली है। उन पंक्तियों को ढूढ़ों जो समान स्वर से समाप्त हुईं हैं।)
Answer:
Seas – These
Please – Trees – these

(B) Listen to the sentences given below carefully and then choose the words that rhyme and write them in the table given.
(नीचे लिखे वाक्यों को ध्यानपूर्वक सुनो और तब समान तुक (ध्वनि) वाले शब्दों को दी गई सारिणी में लिखो।)

  1. I like to bake a birthday cake.
  2. Once a king learnt how to sing.
  3. A cat sat on a mat.
  4. The little boy danced with joy.
  5. A hen wrote with a pen.
  6. The frog sat on a log.

Answer:
कक्षा 7 की इंग्लिश की किताब MP Board

Comprehension (बोध प्रश्न)

Choose the correct option (सही विकल्प चुनो।) :

The Rainbow Class 7 MP Board Question 1.
What do you think the poem is about ?
(व्हॉट डू यू थिंक द पोऍम इज़ अबाउट?)
कविता किसके बारे में है, तुम क्या सोचते हो?
The poem is about –
(द पोऍम् इज़ अबाउट)
कविता बारे में है –
(a) clouds (क्लाउड्स) बादल
(b) bridges (ब्रिजिज़) पुल
(c) rainbow (रेनबो) इन्द्रधनुष
Answer:
(d) rainbow (रेनबो) इन्द्रधनुष।

Mp Board Class 7th English Chapter 1 Question 2.
Where do boats and ships sail ?
(व्हेयर डू बोट्स एण्ड शिप्स सेल् ?)
नावें व जहाज कहाँ तैरते हैं ?
The Rainbow Poem In Hindi MP Board
Answer:
(c) Boats sail on river.
(बोट्स सेल ऑन रिवर।)
नावें नदी में तैरती हैं।
(b) Ships sail on sea.
(शिप्स सेल ऑन सी।)
जहाज समुद्र में यात्रा करते हैं।

Class 7 English Chapter 1 The Rainbow MP Board Question 3.
The rainbow makes a bridge
(द रेनबो मेक्स् अ ब्रिज)
इन्द्रधनुष पुल बनाता है –
(a) Over trains
(ओवर ट्रेन्स्) रेलगाड़ियों पर।
(b) From the earth to the sky
(फ्रॉम द अर्थ टू द स्काय) पृथ्वी से आसमान तक।
(c) Over tall buildings
(ओवर टॉल बिल्डिंग्स) ऊँची इमारतों के ऊपर।
Answer:
(b) From the earth to the sky.
(फ्राम् दॉ अर्थ टू द स्काय) पृथ्वी से आसमान तक।

Lesson 1 The Rainbow MP Board Question 4.
The prettiest bridge is –
(द प्रिटिऐस्ट् ब्रिज इज़) –
सबसे सुन्दर पुल है –
(a) made by clouds.
(मेड बाइ क्लाउड्स)
बादलों द्वारा बनाया गया।
(b) made by a rainbow.
(मेड बाइ अ रेनबो)
इन्द्रधनुष द्वारा बनाया गया
(c) made over rivers.
(मेड ओवर रिवर्स)
नदियों पर बना हुआ।
Answer:
(b) Made by a rainbow.
(मेड बाइ अ रेनबो)
इन्द्रधनुष द्वारा बनाया गया।

(v) The rainbow is the
(द रेनबो इज़ द) –
इन्द्रधनुष है –
(a) Prettier (प्रिटिअ) काफी सुन्दर
(b) pretty (प्रिटि) सुन्दर
(c) prettiest (प्रिटिऐस्ट्) सबसे सुन्दर
Answer:
(b) prettiest (प्रिटिऐस्ट्) सबसे सुन्दर।

Word Power (शब्द सामर्थ्य)

(A) Pick the odd word out and encircle it :
(भिन्न शब्द को छाँटो और इसके चारों ओर गोला करें।)
Answer:
Mp Board Class 7th English

(B) Use the following words appropriately in the sentences given below :
(नीचे दिये शब्दों का उचित प्रयोग नीचे दिये गये वाक्यों में करे)
(pretty, pleases, rainbow, clouds, sail)

  1. Ships ……………… on seas
  2. I saw a ……………… in the sky yesterday.
  3. ……………… are often seen in the sky in the rainy season.
  4. Namrata is a ……………… girl.
  5. Natural beauty always ……………… me.

Answer:

  1. sail
  2. rainbow
  3. Clouds
  4. pretty
  5. pleases

कक्षा 7 की अंग्रेजी की किताब MP Board 4.
Grammar in Use (व्याकरण का प्रयोग ) :
Make sentences using the adjectives given below :
(नीचे दिये विशेषणों से वाक्य बनाओ।)
Example – Shubhra is pretty. Her sister is prettier than her.

  1. great – greater
  2. wise – wiser
  3. bright – brighter
  4. fresh – fresher
  5. high – higher

Answer:

  1. Jawaharlal Nehru was great. Mahatma Gandhi was greater than him.
  2. Ram is wise. His brother is wiser than him.
  3. This lamp is bright. That lamp is brighter than this.
  4. This bread is fresh. That bread is fresher than this one.
  5. These mountains are high. Mt. Everest is higher than these.

Let’s Talk (आवो बात करें)

कक्षा 7 इंग्लिश MP Board Chapter 1 (A)
Ask your friends the following questions and find answers. In which season is a rainbow often seen in the sky ? How many colours are there in a rainbow ?
(अपने मित्र से निम्न प्रश्न पूछे तथा उनके उत्तर खोजें। किस ऋतु में इन्द्रधनुष आकाश में अक्सर दिखाई देता है? इन्द्रधनुष में कितने रंग होते हैं ?)
Answer:
You will get the answers as, the rainbow is often seen in the rainy season in the sky. There are seven colours in a rainbow.

(B) Work in pairs or groups of four and match the two columns :
(चार के जोड़े या समूह में कार्य करें और दोनों कॉलमों का मिलान करें)
7th Class English Book Rainbow MP Board
Answer:

  1. → (b)
  2. → (C)
  3. → (e)
  4. → (a)
  5. → (d)

Let’s Write (आओ लिखें)

Write a paragraph on ‘rainbow’ using the words given below :
(नीचे दिये गये शब्दों का प्रयोग करते हुए इन्द्रधनुष पर एक अनुच्छेद लिखें।)
(rainbow, sky, rainy season, clouds, beautiful, pretty, colours, violet, indigo, blue.)
Answer:
A rainbow is seen in the sky in rainy season. Clouds that sail across the sky are pretty but rainbow is even prettier than these. It consists of seven beautiful colours like violet, indigo, blue, green, yellow, orange and red.

Let’s Do It (आओ इसे करें)

Draw a picture of a rainbow and colour it. Also write the names of the colours you have used.
(इन्द्रधनुष का एक चित्र बनाएँ और रंग भरें। रंगों के नाम भी लिखें जो तुमने प्रयोग किये हैं।)
Answer:
Students should themselves draw a picture of rainbow and colour it.
(विद्यार्थी स्वयं इन्द्रधनुष का चित्र बनाएँ और इसमें रंग भरें।)

Names of the colours :

  1. Violet
  2. Indigo
  3. Blue
  4. Green
  5. Yellow
  6. Orange
  7. Red

Pronunciation & Translation

Boats sail on the rivers,
And ships sail on the seas;
But clouds that sail across the sky
Are prettier far than these.

(बोट्स सेल ऑन द रिवर्स,
एण्ड शिप्स सेल ऑन द सीज;
बट क्लाउड्स दैट सेल अक्रॉस द स्काई
आर प्रिटिअ फार दैन दीज)

अनुवाद – नावें नदी पर तैरती हैं,
और जहाज समुद्र पर तैरते हैं;
परन्तु बादल जो आकाश में तैरते हैं,
वे उनसे कहीं अधिक सुन्दर हैं।

There are bridges on the rivers,
As pretty as you please,
But the bow that bridges heaven,
And overtops the trees,
And builds a road from earth to sky,
Is prettier far than these.
…. Christina Georgina Rossetti

(देयर आर ब्रिजेज ऑन द रिवर्स,
एज प्रिटि एज यू प्लीज,
बट द बो दैट ब्रिजिज़ हेवन
एण्ड ओवरटॉप्स द ट्रीज,
एण्ड बिल्ड्स अ रोड फ्रॉम अर्थ टू स्काई,
इज प्रिटिअ फार दैन दीज.)
क्राइस्टिना जॉर्जीना रोसेटी

अनुवाद – “नदियों पर पुल होते हैं;
इतने सुन्दर जो तुम्हें अच्छे लगते हैं,
लेकिन इन्द्रधनुष जो आकाश पर पुल बनाता है,
और पेड़ों के ऊपर से जाता है,
और पृथ्वी से आसमान तक एक रास्ता बनाता है,
इनसे कहीं अधिक सुन्दर हैं।

The Rainbow Word Meanings

Boats (बोट्स)-नावें; Sail (सेल्)-जल पर यात्रा करना; Rivers (रिवर्स)-नदियाँ; Seas (सीज़)- समुद्र; Clouds (क्लाउड्स)-बादल; Across (एक्रॉस)-आर-पार; Bridges (ब्रिजिज़) पुल; Heaven (हैव्न्)-स्वर्ग; Overtops (ओवरटॉप्स्)-शिखर के ऊपर चढ़ जाना; Earth (अर्थ)-पृथ्वी; Pretty (प्रिटि)-सुन्दर; Please (प्लीज) -खुश होना; Bow (बो)-कमान (धनुष); Trees (ट्रीज़)-पेड़; Builds (बिल्ड्स् )-निर्माण करना; Road (रोड)-रास्ता।

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MP Board Class 12th Economics Important Questions Unit 2 उपभोक्ता व्यवहार एवं माँग

MP Board Class 12th Economics Important Questions Unit 2 उपभोक्ता व्यवहार एवं माँग

उपभोक्ता व्यवहार एवं माँग Important Questions

उपभोक्ता व्यवहार एवं माँग वस्तुनिष्ठ प्रश्न

प्रश्न 1.
सही विकल्प चुनकर लिखिए –

प्रश्न (a)
उपभोक्ता का संतुलन होता है –
(a) MUx = Px
(b) MUx > Px
(c) MUx < Px
(d) MUx ÷ Px
उत्तर:
(a) MUx = Px

प्रश्न (b)
मार्शल ने सम – सीमांत उपयोगिता नियम का कथन दिया है –
(a) वस्तु के संबंध में
(b) मुद्रा के संबंध में
(c) उपर्युक्त दोनों के संबंध में
(d) उपर्युक्त में से कोई नहीं।
उत्तर:
(a) वस्तु के संबंध में

प्रश्न (c)
बजट रेखा को कितने अनधिमान वक्र स्पर्श करते हुए हो सकते हैं –
(a) एक
(b) दो
(c) अनेक
(d) तटस्थता मानचित्र के आधार पर निर्भर करता है।
उत्तर:
(a) एक

प्रश्न (d)
तटस्थता वक्रों का प्रयोग सर्वप्रथम 1881 में किया गया था –
(a) एजवर्थ द्वारा
(b) पेरिटो द्वारा
(c) मेयर्स द्वारा
(d) हिक्स द्वारा।
उत्तर:
(a) एजवर्थ द्वारा

प्रश्न (e)
एक वस्तु की माँग के बारे में कोई भी वक्तव्य पूर्ण माना जाता है, जब उसमें निम्नलिखित का जिक्र हो –
(a) वस्तु की कीमत
(b) वस्तु की माँग
(c) समय अवधि
(d) उपर्युक्त सभी।
उत्तर:
(d) उपर्युक्त सभी।

प्रश्न (f)
यदि वस्तु की कीमत गिरने से, वस्तु की माँग बढ़ती है, तो दोनों वस्तुएँ परस्पर हैं –
(a) प्रतिस्थापी
(b) पूरक
(c) संबंधित नहीं
(d) प्रतियोगी।
उत्तर:
(b) पूरक

प्रश्न (g)
व्यय विधि द्वारा एक वस्तु की माँग को बेलोच उस स्थिति में कहा जाता है, जब यदि –
(a) वस्तु की कीमत गिरती है तो इस पर व्यय बढ़ता है
(b) वस्तु की कीमत गिरती है तो इस पर व्यय घटता है
(c) वस्तु की कीमत गिरती है तो इस पर व्यय वही रहता है
(d) वस्तु की कीमत बढ़ती है तो इस पर व्यय घटता है।
उत्तर:
(b) वस्तु की कीमत गिरती है तो इस पर व्यय घटता है

प्रश्न 2.
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए –

  1. उपभोक्ता एक …………………… व्यक्ति होता है।
  2. यदि प्रतिस्थापन वस्तु की कीमत में वृद्धि होता है, तो वस्तु की माँग वक्र …………………… खिसक जाता है।
  3. उपयोगिता ह्रास नियम का प्रतिपादन ……………………. ने किया था।
  4. मार्शल के अनुसार उपयोगिता को ……………………. रूपी पैमाने से मापा जा सकता है।
  5. तटस्थता वक्र पर उपभोक्ता को ……………………….. संतुष्टि की प्राप्ति होती है।
  6. कार तथा पेट्रोल …………………………… वस्तुएँ हैं।
  7. मूल्य व माँग में …………………………… संबंध होता है।
  8. उपभोक्ता संतुलन वह स्थिति होती है जिसमें उपभोक्ता ……………………………. संतुष्टि प्राप्त करता है।

उत्तर:

  1. विवेकशील
  2. दायीं ओर
  3. गोसेन
  4. मुद्रा
  5. समान
  6. पूरक
  7. विपरीत
  8. अधिकतम।

प्रश्न 3.
सत्य/असत्य का चयन कीजिए –

  1. उपयोगिता एक आत्मनिष्ठ धारणा है।
  2. दो वस्तुओं की कीमत का अनुपात बजट रेखा के ढाल को मापता है।
  3. माँग वक्र सामान्यतः धनात्मक ढाल वाला होता है।
  4. बजट समुच्चय उन सभी बंडलों का संग्रह है, जिन्हें एक उपभोक्ता अपनी आय से बाजार कीमत पर क्रय करती है।
  5. वस्तु के माँग की लोच एवं वस्तु पर होने वाले व्यय में घनिष्ठ संबंध होता है।

उत्तर:

  1. सत्य
  2. सत्य
  3. असत्य
  4. सत्य
  5. सत्य।

प्रश्न 4.
सही जोड़ी बनाइए –
MP Board Class 12th Economics Important Questions Unit 2 उपभोक्ता व्यवहार एवं माँग img 1
उत्तर:

  1. (b)
  2. (d)
  3. (a)
  4. (e)
  5. (c).

प्रश्न 5.
एक शब्द/वाक्य में उत्तर दीजिए –

  1. कौन – सा वक्र उद्गम की ओर उन्नतोदर होता है?
  2. किस स्तर के बाद सीमान्त उपयोगिता तथा कुल उपयोगिता घटने लगती है?
  3. उपभोक्ता को प्राप्त होने वाली उपयोगिता के अधिकतमीकरण का बिन्दु क्या कहलाता है?
  4. विलासिता की वस्तुओं की माँग की लोच किस प्रकार की होती है?
  5. उत्पादन के साधनों की माँग किस प्रकार की होती है?

उत्तर:

  1. तटस्थता वक्र
  2. शून्य स्तर पर
  3. उपभोक्ता संतुलन
  4. अत्यधिक लोचदार
  5. व्युत्पन्न माँग।

उपभोक्ता व्यवहार एवं माँग अति लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
माँग का नियम क्या है?
उत्तर:
माँग के नियम का अर्थ:
माँग का नियम यह बतलाता है कि मूल्य और वस्तु की माँगी गयी मात्रा में विपरीत संबंध होता है दूसरे शब्दों में वस्तु की कीमत में वृद्धि होने पर माँग घट जाती है तथा वस्तु की कीमत में कमी आने पर माँग बढ़ जाती है।

प्रश्न 2.
पूरक वस्तुएँ क्या हैं?
उत्तर:
पूरक वस्तुएँ वे वस्तुएँ हैं जिनका उपयोग एक साथ किया जाता है, जैसे – डबलरोटी व मक्खन, कार व पेट्रोल, पेन व स्याही इत्यादि। अगर इनमें से किसी भी एक वस्तु की कीमत में वृद्धि हो जाती है तो इसके फलस्वरूप दूसरी वस्तु की माँग घट जाएगी।

प्रश्न 3.
माँग की लोच क्या है?
उत्तर:
माँग की लोच का अर्थ – माँग की लोच मूल्य एवं माँगी गयी मात्रा के बीच पारस्परिक संबंध की मात्रा को बताती है। माँग की लोच वह दर है जो मूल्य में परिवर्तन के साथ वस्तु की माँगी जाने वाली मात्रा में परिवर्तन को बताती है।

प्रश्न 4.
अधिक लोचदार माँग से क्या आशय है?
उत्तर:
जब किसी वस्तु की माँगी गयी मात्रा में परिवर्तन, उसके मूल्य में परिवर्तन की तुलना में अधिक अनुपात में होता है, तो उस वस्तु की माँग की लोच अधिक लोचदार होती है।

प्रश्न 5.
पूर्णतया बेलोचदार माँग किसे कहते हैं?
उत्तर:
जब किसी वस्तु के मूल्य में बहुत अधिक परिवर्तन होने पर भी उसकी माँग में कोई परिवर्तन नहीं होता तो उसे पूर्णतया बेलोचदार माँग (Ep = 0) कहते हैं।

प्रश्न 6.
माँग और आवश्यकता में अन्तर स्पष्ट कीजिए।(कोई दो)?
उत्तर:
माँग और आवश्यकता में अन्तर –
MP Board Class 12th Economics Important Questions Unit 2 उपभोक्ता व्यवहार एवं माँग img 2

प्रश्न 7.
मांग की कीमत लोच किसे कहते हैं?
उत्तर:
माँग की कीमत लोच, किसी वस्तु के मूल्य में परिवर्तन के कारण उसकी माँगी गयी मात्रा में परिवर्तन की दर बताती है।
MP Board Class 12th Economics Important Questions Unit 2 उपभोक्ता व्यवहार एवं माँग img a

प्रश्न 8.
स्थानापन्न वस्तुएँ क्या हैं?
उत्तर:
यह वह वस्तुएँ हैं जिनका प्रयोग एक – दूसरे के बदले में किया जाता है। उदाहरण के लिए चाय और कॉफी, कॉमप्लान और बोर्नविटा एक – दूसरे के स्थानापन्न वस्तुएँ हैं । एक वस्तु के मूल्य में वृद्धि होने से दूसरी वस्तु सस्ती हो जाती है। इससे दूसरी वस्तु की माँग बढ़ जाती है।

प्रश्न 9.
उपभोक्ता संतुलन से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:
जब उपभोक्ता को अपनी आय से अधिकतम संतुष्टि प्राप्त हो रही हो तो संतुलन से आशय उपभोक्ता को आय की तुलना में प्राप्त अधिकतम संतुष्टि से है। जिस बिन्दु पर कीमत रेखा तटस्थता वक्त को स्पर्श करती है वही बिन्दु संतुलन बिन्दु कहलाता है।

प्रश्न 10.
आय स्तर बढ़ने तथा घटने से माँग की लोच पर क्या प्रभाव पड़ता है?
उत्तर:
आय का स्तर बढ़ने से माँग बढ़ जाती है तथा आय का स्तर घटने से माँग में कमी आ जाती है।

प्रश्न 11.
उपभोक्ता बजट समूह (सेट) से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:
उपभोक्ता द्वारा अपनी आय से प्रचलित बाजार मूल्य पर दो वस्तुओं के उन सभी बंडलों को क्रय करने की क्षमता ही बजट (सेट) समूह कहलाता है। इस प्रकार बजट सेट उन सभी बंडलों का समूह होता है जिन्हें वर्तमान बाजार कीमतों पर कोई उपभोक्ता खरीद सकता है।

प्रश्न 12.
बजट रेखा किसे कहते हैं?
उत्तर:
बजट रेखा का आशय उस रेखा से है जिस पर उपभोक्ता अपनी संपूर्ण आय को सभी बंडलों पर व्यय कर देता है। संक्षेप में यह रेखा उन सभी बंडलों का प्रतिनिधित्व करती है जिन पर उपभोक्ता की संपूर्ण आय, व्यय हो जाती है। इसके अंतर्गत वे सभी बंडल आते हैं जिनकी कीमत उपभोक्ता की आय के ठीक बराबर होती है।

प्रश्न 13.
उदासीनता वक्र क्या है?
उत्तर:
उदासीनता अथवा तटस्थता अथवा अनधिमान वक्र वह है जिसके विभिन्न बिन्दु दो वस्तुओं के ऐसे संयोगों को दर्शाते हैं, जो उपभोक्ता को समान संतुष्टि प्रदान करते हैं।

प्रश्न 14.
बाजार माँग वक्र किसे कहते हैं?
उत्तर:
बाजार माँग वक्र बाजार में सभी उपभोक्ताओं की माँग को वस्तु की कीमत के विभिन्न स्तरों पर समग्र दृष्टि से देखकर माँग को प्रदर्शित करता है।

प्रश्न 15.
शून्य माँग की लोच से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:
जब कीमत में परिवर्तन होने पर माँग में कोई परिवर्तन नहीं होता है, तो उसे शून्य माँग की लोच अथवा पूर्णतया बेलोचदार माँग कहते हैं।

प्रश्न 16.
बाजार माँग वक्र किसे कहते हैं?
उत्तर:
बाजार माँग वक्र अन्य बातें समान रहने पर विभिन्न कीमतों पर उपभोक्ता द्वारा एक वस्तु की खरीदी गई मात्रा को दर्शाता है।

प्रश्न 17.
गिफिन वस्तुएँ क्या होती हैं? अथवा अर्थशास्त्र में घटिया वस्तु का क्या अर्थ है?
उत्तर:
घटिया वस्तु वह वस्तु होती है जिनकी माँग उपभोक्ता की आय बढ़ने से घट जाती है तथा आय में कमी आने पर इन वस्तुओं की माँग बढ़ जाती है, जैसे गुड़ व मोटा वस्त्र आदि।

प्रश्न 18.
कीमत प्रभाव किसे कहते हैं?
उत्तर:
वस्तुओं की कीमतों में परिवर्तन के फलस्वरूप क्रयशक्ति में परिवर्तन के कारण वस्तुओं की इष्टतम मात्रा में जो परिवर्तन होता है, उसे कीमत प्रभाव कहते हैं।

प्रश्न 19.
“एकदिष्ट अधिमान’ से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:
एकदिष्ट अधिमान – उपभोक्ता किन्हीं दो बंडलों में से उस बंडल को अधिमान देता है, जिसमें इन वस्तुओं में से कम – से – कम एक वस्तु की अधिक मात्रा हो और दूसरे बंडल की तुलना में दूसरी वस्तु की भी कम मात्रा न हो, अधिमानों के इस प्रकार को एकदिष्ट अधिमान कहा जाता है।

प्रश्न 20.
सामान्य वस्तु से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:
वे वस्तुएँ सामान्य वस्तुएँ कहलाती हैं जिनकी माँग उपभोक्ता की आय बढ़ने पर बढ़ती है तथा आय घटने पर कम हो जाती है।

प्रश्न 21.
पूरकों को परिभाषित कीजिए। ऐसी दो वस्तुओं के उदाहरण दीजिए, जो एक – दूसरे के पूरक हैं?
उत्तर:
पूरक वस्तुएँ – ऐसी वस्तुएँ जिनका उपयोग एक – दूसरे के साथ पूरक के रूप में किया जाता है। दूसरे शब्दों में, वे वस्तुएँ जिनका उपयोग एक साथ किया जाता है एवं एक – दूसरे के अभाव में जिनका उपभोग नहीं किया जा सकता पूरक वस्तुएँ कहलाती हैं।
उदाहरण:

  1. कार व पेट्रोल
  2. पेन व स्याही।

प्रश्न 22.
माँग वक्र D(p) = 10 – 3p को लीजिए। कीमत \(\frac{5}{3}\) पर लोच क्या है?
उत्तर:
q = a – bp
दिया हुआ समीकरण q = 10 – 3p
यहाँ a = 10, b = 3, p = \(\frac{5}{3}\) है।
अतः
eD = \(\frac{ – bp}{a – bp}\)
= – (3 x \(\frac{5}{3}\)) ÷ (10 – 3 x \(\frac{5}{3}\))
= – (5) ÷ (10 – 5) = -5 ÷ 5 = -1
अत:
कीमत लोच (eD) = – 1 है।

प्रश्न 23.
माँग के नियम तथा माँग की लोच में अन्तर लिखिए? (कोई दो)?
उत्तर:
माँग के नियम और माँग की लोच में अन्तर –
MP Board Class 12th Economics Important Questions Unit 2 उपभोक्ता व्यवहार एवं माँग img 3

प्रश्न 24.
आय माँग का क्या आशय है?
उत्तर:
आय माँग से तात्पर्य, वस्तुओं एवं सेवाओं के उन विभिन्न मात्राओं से है जो अन्य बातें समान होने पर उपभोक्ता एक निश्चित समय में आय के विभिन्न स्तरों पर खरीदने को तैयार रहता है, अर्थात् आय बढ़ने से माँग बढ़ती है तथा आय घटने से माँग घटती है।

प्रश्न 25.
माँग की आय लोच की परिभाषा दीजिये?
उत्तर:
माँग की आय लोच, उपभोक्ता की आय में थोड़े से परिवर्तन के फलस्वरूप वस्तु की माँगी गई मात्रा में परिवर्तन के अंश को बताती है। वाटसन के शब्दों में – “माँग की आय लोच, आय के प्रतिशत परिवर्तन से माँगी गई मात्रा के प्रतिशत का अनुपात है।”

प्रश्न 26.
माँग की आड़ी लोच से आपका क्या आशय है?
उत्तर:
वस्तु की माँग में अन्य संबंधित वस्तुओं के मूल्यों में होने वाले परिवर्तनों का प्रभाव पड़ता है। उदा. के लिये चाय की कीमत में होने वाले परिवर्तनों का कॉफी की माँग पर प्रभाव पड़ता है। अतः “माँग की आड़ी लोच एक वस्तु के मूल्य में परिवर्तन के फलस्वरूप दूसरी वस्तु की माँगी गई मात्रा में परिवर्तन की दर को बताती है।” स्थानापन्न वस्तुओं की माँग की आड़ी लोच धनात्मक होती तो पूरक वस्तुओं की माँग की आड़ी लोच ऋणात्मक होती है।

उपभोक्ता व्यवहार एवं माँग लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
उपयोगिता का क्या अर्थ है? परिभाषा द्वारा समझाइए?
उत्तर:
दैनिक जीवन में हम विभिन्न वस्तु का उपयोग करते हैं और जिससे हमारी आवश्यकता की पूर्ति होती है या हमें सन्तुष्टि मिलती है। अर्थशास्त्र की भाषा में किसी वस्तु के जिस गुण से मानवीय आवश्यकताओं की सन्तुष्टि होती है उसे उपयोगिता कहते हैं। प्रो. बाघ के अनुसार – मानवीय आवश्यकताओं को सन्तुष्ट करने की क्षमता ही उपयोगिता है।”

प्रश्न 2.
उपयोगिता की विशेषताओं का वर्णन कीजिए?
उत्तर:
उपयोगिता की प्रमुख विशेषताएँ निम्नलिखित हैं –

1. उपयोगिता व्यक्तिगत होती है:
उपयोगिता व्यक्ति से सम्बन्धित होती है। एक वस्तु, एक व्यक्ति के लिए उपयोगी हो सकती है, दूसरे के लिए नहीं। इसके अतिरिक्त एक ही वस्तु की उपयोगिता भिन्न – भिन्न व्यक्तियों के लिए भिन्न – भिन्न हो सकती है।

2. उपयोगिता मनोवैज्ञानिक धारणा है:
उपयोगिता को भावनात्मक रूप से अनुभव किया जा सकता है। इसका कोई भौतिक रूप नहीं होता है। यह मनुष्य की मानसिक संरचना पर निर्भर करती है।

3. उपयोगिता आवश्यकता की तीव्रता पर निर्भर करती है:
उपयोगिता आवश्यकता की तीव्रता पर निर्भर करती है। इसीलिए उपयोगिता को तीव्र इच्छा भी कहते हैं। जैसे – भूखे व्यक्ति को भोजन की आवश्यकता अधिक हो सकती है, पर जो संतृप्त रूप से भोजन कर चुका हो उसे भोजन की आवश्यकता नहीं रह जाती है।

प्रश्न 3.
उपयोगिता के विभिन्न प्रकारों को लिखिए?
उत्तर:
उपयोगिता प्रमुख रूप से तीन प्रकार की होती है –

1. कुल उपयोगिता:
उपभोक्ता द्वारा उपभोग की जाने वाली वस्तु की सभी इकाइयों से प्राप्त उपयोगिता के सम्पूर्ण योग को कुल उपयोगिता कहते हैं।

2. औसत उपयोगिता:
उपभोक्ता द्वारा उपभोग की जाने वाली वस्तु की कुल उपयोगिता में वस्तु की कुल इकाइयों की संख्या से भाग देने से जो भागफल आता है, उसे औसत उपयोगिता कहते हैं।

3. सीमान्त उपयोगिता:
किसी वस्तु की एक अतिरिक्त इकाई के उपभोग से प्राप्त अतिरिक्त उपयोगिता को सीमांत उपयोगिता कहते हैं।

प्रश्न 4.
सीमान्त उपयोगिता को प्रभावित करने वाले तत्व कौन – से हैं?
उत्तर:

1. सीमान्त उपयोगिता अग्र तत्व से प्रभावित होती है:
वस्तु की मात्रा – व्यक्ति के पास वस्तु अधिक मात्रा में है, तो उनकी सीमान्त उपयोगिता कम तथा। वस्तु कम मात्रा में है, तो वस्तु की सीमान्त उपयोगिता अधिक होती है।

2. स्थानापन्न वस्तुएँ:
(किसी वस्तु की स्थानापन्न वस्तु होने की दशा में वस्तु की सीमान्त उपयोगिता कम होती है। जैसे चाय के स्थान पर कॉफी का प्रयोग और जिन वस्तुओं की कोई स्थानापन्न वस्तु नहीं होती, उनकी सीमान्त उपयोगिता अधिक होती है।

3. व्यक्ति की आय:
व्यक्ति की आय अधिक होने पर भी वस्तुओं की सीमान्त उपयोगिता कम होती है तेथा व्यक्ति की आय कम होने पर वस्तु की सीमान्त उपयोगिता अधिक होती है।

प्रश्न 5.
उपभोक्ता संतुलन की मान्यताएँ लिखिए?
उत्तर:
उपभोक्ता संतुलन की प्रमुख मान्यताएँ निम्न प्रकार है –

1. अधिकतम संतुष्टि की प्राप्ति:
उपभोक्ता संतुलन की पहली मान्यता यह है कि उपभोक्ता एक विवेकशील प्राणी है और वह दो वस्तुओं को खरीदकर अपनी अधिकतम संतुष्टि को प्राप्त कर लेता है।

2. विश्लेषण के दौरान उपभोक्ता की रुचि एवं आदत में कोई परिवर्तन नहीं:
यह मान्यता है कि एक उपभोक्ता संतुलन की स्थिति के विश्लेषण के दौरान अपनी रुचियों एवं आदतों में समानता पाता है अर्थात् इन दोनों तथ्यों में कोई परिवर्तन दृष्टिगोचर नहीं होता है।

3. बाजार में पूर्ण प्रतियोगिता की दशा विद्यमान:
ऐसी मान्यता है कि बाजार में पूर्ण प्रतियोगिता की दशा विद्यमान:
होती है अर्थात् क्रेता एवं विक्रेता में पूर्ण एवं स्वतंत्र प्रतिस्पर्धा के साथ बाजार मूल्यों का उपभोक्ता को ज्ञान होता है।

4. वस्तुओं के मूल्यों में परिवर्तन का अभाव:
उपभोक्ता संतुलन की एक मान्यता यह भी है कि वस्तुओं की कीमतों में कोई परिवर्तन नहीं होता है अर्थात् मूल्यों में परिवर्तन का अभाव दृष्टिगोचर होता है।

5. तटस्थता मानचित्रों की जानकारी:
एक उपभोक्ता को तटस्थता वक्रों एवं मानचित्रों की पूर्ण जानकारी होती है, इस विश्लेषण की सहायता से वह दो विभिन्न संयोगों से समान संतुष्टि प्राप्त कर सकता है। इन्हीं वक्रों की सहायता से वह वस्तु विशेष की कितनी मात्रा को खरीदेगा यह निश्चित करता है।

प्रश्न 6.
सीमान्त उपयोगिता ह्रास नियम के तीन महत्व बताइए?
उत्तर:
सीमान्त उपयोगिता ह्रास नियम के महत्व –

1. माँग के नियम का आधार:
यह नियम बताता है कि माँग वक्र बायें से दायें क्यों झुका होता है? एक व्यक्ति जैसे – जैसे किसी वस्तु का अधिकाधिक उपभोग करता है, वैसे – वैसे उस वस्तु से मिलने वाली उपयोगिता कम होती जाती है।

2. उपभोक्ता की बचत में महत्व:
यह नियम बताता है कि एक उपभोक्ता किसी वस्तु को उस बिन्दु तक क्रय करता है, जहाँ पर उस वस्तु की सीमांत उपयोगिता उसके मूल्य के बराबर होती है।

3. सम – सीमांत उपयोगिता नियम का आधार:
चूँकि प्रत्येक व्यक्ति अपनी सीमित आय से अधिकतम संतुष्टि चाहता है, अत: इसके लिए सम-सीमांत उपयोगिता नियम की सहायता ली जाती है, किन्तु सम – सीमांत उपयोगिता नियम स्वयं सीमान्त उपयोगिता ह्रास नियम पर आधारित है।

प्रश्न 7.
सीमान्त उपयोगिता ह्रास नियम के दोष लिखिए?
उत्तर:
सीमान्त उपयोगिता ह्रास नियम के प्रमुख दोष निम्नांकित हैं –

1. उपयोगिता का मापन कठिन:
आलोचकों के अनुसार सीमांत उपयोगिता ह्रास नियम के अन्तर्गत उपयोगिता को मापनीय माना गया है, जबकि उपयोगिता मानसिक स्थिति का आभास है जिसको मापना कठिन है।

2. व्यक्तिगत विचारों एवं विवेक को अधिक महत्व:
सीमांत उपयोगिता ह्रास नियम में व्यक्तिगत विचारों को अधिक महत्व दिया गया है, जो उचित नहीं है। व्यक्ति सदैव विवेक से कार्य नहीं करता, बल्कि वह सामाजिक रीति – रिवाज, फैशन एवं मन के उमंग के बहाव में वस्तुएँ खरीदता और उनका उपभोग करता है।

3. उपयोगिता पूरक एवं स्थानापन्न वस्तु पर भी निर्भर:
उपयोगिता वस्तु की मात्रा के अतिरिक्त उसकी पूरक एवं स्थानापन्न वस्तु पर भी निर्भर करती है, लेकिन नियम इसके प्रभाव की उपेक्षा करता है।

4. मुद्रा की सीमांत उपयोगिता स्थिर नहीं:
आलोचकों के अनुसार मुद्रा की सीमांत उपयोगिता स्थिर नहीं रहती है।

5. आवश्यकता की पूर्ण संतुष्टि संभव नहीं:
आवश्यकता विशेष की पूर्ण संतुष्टि की मान्यता ही गलत है। उपभोग की अवधि लम्बी होने पर मानवीय आवश्यकता की पूर्ण संतुष्टि संभव नहीं हो पाती।

6. यह नियम सूक्ष्मता प्रधान है:
सीमांत उपयोगिता ह्रास नियम, नियम सूक्ष्मता प्रधान है, क्योंकि इसमें व्यक्तिगत उपयोगिता का ही अध्ययन किया जाता है।

प्रश्न 8.
माँग के आवश्यक तत्वों की व्याख्या कीजिये?
उत्तर:
माँग के आवश्यक तत्व निम्नलिखित हैं –

1. वस्तु की इच्छा का होना:
माँग के लिये किसी भी वस्तु को प्राप्त करने की इच्छा होना चाहिए। जब तक किसी भी वस्तु को पाने की लालसा नहीं होगी वह माँग में नहीं बदल सकती।

2. क्रय करने के लिये पर्याप्त साधन या धन:
वस्तु को प्राप्त करने के लिये उपभोक्ता के पास पर्याप्त धन होना चाहिये। तभी वह उसे क्रय कर सकता है।

3. व्यय करने की तत्परता:
उपभोक्ता उस वस्तु को क्रय करने के लिये उस पर व्यय करने को तत्पर रहना चाहिये।

4. निश्चित मूल्य पर प्रस्तुतीकरण:
माँग को एक निश्चित मूल्य पर.व्यक्त कर प्रस्तुत किया जाना चाहिये क्योंकि निश्चित मूल्य पर प्रदर्शित एवं माँगी गई मात्रा ही माँग कहलाती है।

5. निश्चित समय एवं संदर्भ पर प्रस्तुतीकरण:
माँग को निश्चित समय एवं संदर्भ पर व्यक्त कर प्रस्तुत किया जाना चाहिये क्योंकि एक निश्चित अवधि एवं समय पर निश्चित मूल्य पर वस्तु की मात्रा का माँगा जाना माँग के आवश्यक तत्वों में से एक है। इस प्रकार प्रभावोत्पादक इच्छा आवश्यकता कहलाती है एवं निश्चित अवधि पर निश्चित मूल्य पर वस्तु की माँगी जाने वाली मात्रा माँग कहलाती है|

प्रश्न 9.
सीमांत उपयोगिता एवं कुल उपयोगिता में अन्तर स्पष्ट कीजिए?
उत्तर:
सीमान्त उपयोगिता एवं कुल उपयोगिता में अन्तर –
MP Board Class 12th Economics Important Questions Unit 2 उपभोक्ता व्यवहार एवं माँग img 4

प्रश्न 10.
बजट रेखा की प्रवणता नीचे की ओर क्यों होती है? समझाइए?
उत्तर:
बजट रेखा की प्रवणता नीचे की ओर इसलिए होती है क्योंकि बजट रेखा पर स्थित प्रत्येक बिन्दु एक ऐसे बंडल को दर्शाता है जिस पर उपभोक्ता की पूरी आय व्यय हो जाती है। ऐसी दशा में यदि उपभोक्ता वस्तु 1 – 2 इकाई अधिक लेना चाहता है तब वह ऐसा तभी कर सकता है जब वह वस्तु दूसरी वस्तु की कुछ मात्रा छोड़ दे। वस्तु 1 की मात्रा कम किए बिना वह वस्तु 2 की मात्रा को बढ़ा नहीं सकता है। वस्तु 1 की एक अतिरिक्त इकाई पाने के लिए उसे वस्तु 2 की कितनी इकाई छोड़नी पड़ेगी यह दो वस्तुओं की कीमत पर निर्भर करेगा।

प्रश्न 11.
उपयोगिता ह्रास नियम के तीन अपवाद बताइए?
उत्तर:
उपयोगिता ह्रास नियम के प्रमुख अपवाद निम्नलिखित हैं –

1. दुर्लभ एवं अप्राप्य वस्तुओं के संग्रह परलागून होना:
दुर्लभ एवं अप्राप्य वस्तुओं के संग्रह पर उपयोगिता ह्रास नियम लागू नहीं होता क्योंकि इन वस्तुओं के उत्तरोतर इकाइयों से अधिक उपयोगिता का अनुभव होता है।

2. मादक पदार्थ के उपभोग में इस नियम का लागू न होना:
यदि कोई व्यक्ति शराब का उपभोग करता है तो उसे हर एक प्याले से प्राप्त होने वाली उपयोगिता बढ़ती जाती है तथा वह एक के बाद एक नये प्याले शराब को पीने की इच्छा करता है।

3. वस्तु की छोटी इकाइयों पर लागू न होना:
यदि उपभोग की जाने वाली वस्तु की इकाइयाँ अत्यन्त छोटी हों तो लगातार इकाइयों के व्यवहार से उपयोगिता अधिक मिलेगी। जैसे किसी प्यासे को एक चम्मच पानी दिया जाये तो ऐसी स्थिति में दूसरे व तीसरे चम्मच से प्यासे को प्राप्त होने वाली उपयोगिता क्रमशः बढ़ती जायेगी।

प्रश्न 12.
एक उपभोक्ता दो वस्तुओं का उपभोग करने के लिए इच्छुक है? दोनों वस्तुओं की कीमत क्रमशः 4 रु. तथा 5 रु. हैं। उपभोक्ता की आय 20 रु. है निम्न को ज्ञात कीजिए?

  1. बजट रेखा समीकरण लिखिए
  2. उपभोक्ता यदि अपनी संपूर्ण आय को वस्तु 1 पर व्यय कर देता है तो वह उसकी कितनी मात्रा का उपभोग कर सकता है?
  3. यदि वह अपनी संपूर्ण आय वस्तु 2 परव्यय कर दे तो वह उसकी कितनी मात्रा का उपभोग कर सकता है?
  4. बजट रेखा की प्रवणता क्या होगी?

उत्तर:

1. बजट रेखा समीकरण निम्न प्रकार होगा
PxQx + PyQy ≤ Y, 4Qy ≤ 20

2. यदि वह अपनी संपूर्ण आय वस्तु 1 पर व्यय कर देता है तो Q y= 0 y होगा इसे बजट समीकरण में अनुण्यन्सित करने पर,
4Q x + 4(0) = 20, 4Q x= 20

3. यदि वह अपनी संपूर्ण आय वस्तु 2 पर व्यय कर देता है तो
Qx = O होगा इसे बजट समीकरण में अनुण्यन्सित करने पर,
4(0) + 5Qy = 20,
SQy = 20
Q y = \(\frac{20}{5}\),
= 4 इकाई

4. बजट रेखा की प्रवणता (Gradient of BudgetLine)
Gradient of Budget Line = \(\frac{- px}{py}\)
= \(\frac{- 4}{5}\)
= – 0.8.
इसे इस चित्र से अधिक स्पष्ट किया जा सकता है।
MP Board Class 12th Economics Important Questions Unit 2 उपभोक्ता व्यवहार एवं माँग img 5

प्रश्न 13.
यदि उपभोक्ता की आय बढ़कर 40 रुपये हो जाती है, परन्तु कीमत अपरिवर्तित रहती है तो बजट रेखा में क्या परिवर्तन नई बजट रेखा होता है?
उत्तर:
यदि आय 20 रुपये से बढ़कर 40 रुपये हो जाती है तो – उपभोक्ता की बजट रेखा ऊपर की ओर खिसक जाएगी उपभोक्ता अब पहले की तुलना में वस्तु की अधिक इकाइयों का उपभोग कर सकेगा। क्योंकि वस्तु की कीमत में कोई परिवर्तन नहीं होता है।

अत:
आय में परिवर्तन के फलस्वरूप बजट रेखा में हुए परिवर्तन को पार्श्व रेखा चित्र के माध्यम से समझा जा सकता है।
MP Board Class 12th Economics Important Questions Unit 2 उपभोक्ता व्यवहार एवं माँग img 6

प्रश्न 14.
यदि वस्तु 2 की कीमत में एक रुपये की गिरावट। आ जाए परन्तु वस्तु 1 की कीमत में तथा उपभोक्ता की आय में कोई परिवर्तन नहीं हो, तो बजट रेखा में क्या परिवर्तन आएगा?
उत्तर:
यदि वस्तु 2 की कीमत में एक रुपये की गिरावट आ जाए तथा वस्तु 1 की कीमत तथा आय में कोई परिवर्तन न होने पर बजट रेखा की प्रवणता में कमी आ जाएगी क्योंकि अब उपभोक्ता वस्तु 2 की अधिक मात्रा उपभोग कर सकता है, इसे हम पाव रेखाचित्र द्वारा वस्तु 2 दर्शा सकते हैं।
MP Board Class 12th Economics Important Questions Unit 2 उपभोक्ता व्यवहार एवं माँग img 7

प्रश्न 15.
मान लीजिए कि कोई उपभोक्ता अपनी पूरी आय का व्यय करके वस्तु 1 की 6 इकाइयाँ तथा वस्तु 2 की 8 इकाइयाँ खरीद सकता है। दोनों वस्तुओं की कीमतें क्रमशः 6 रुपए तथा 8 रुपए हैं। उपभोक्ता की आय कितनी है?
उत्तर:
उपभोक्ता के बजट सेट के द्वारा उपभोक्ता की आय निम्न प्रकार से ज्ञात की जा सकती है –
वस्तु 1 की कीमत = ₹ 6
वस्तु 1 की इकाइयाँ = 6
वस्तु 2 की कीमत =₹ 8
वस्तु 2 की इकाइयाँ = 8
बजट सेट = C1 X1 + C2 = X2 = I
6 x 6 + 8 x 8 = I
36 + 64 = I
100 = I
अतः उपभोक्ता की आय (I) = ₹ 100 है।

प्रश्न 16.
एक वस्तु की माँग पर विचार करें।4 रुपये की कीमत पर इस वस्तु की 25 इकाइयों की माँग है। मान लीजिए वस्तु की कीमत बढ़कर 5 रुपये हो जाती है तथा परिणामस्वरूप वस्तु की माँग घटकर 20 इकाइयाँ हो जाती हैं, कीमत लोच की गणना कीजिए?
उत्तर:
e D = MP Board Class 12th Economics Important Questions Unit 2 उपभोक्ता व्यवहार एवं माँग img 8
MP Board Class 12th Economics Important Questions Unit 2 उपभोक्ता व्यवहार एवं माँग img 10

प्रश्न 17.
माँग वक्र की मान्यताओं को लिखिए?
उत्तर:
माँग वक्र की मान्यताएँ – माँग वक्र की प्रमुख मान्यताएँ निम्नांकित हैं –

  1. उपभोक्ता की आय, रुचि, स्वभाव आदि में किसी प्रकार का परिवर्तन नहीं होना चाहिए।
  2. जिन सम्बन्धित वस्तुओं के उपभोग में उपभोक्ता रुचि रख सकता है, उन वस्तुओं की कीमतें भी स्थिर मान ली जाती हैं।
  3. कीमत तथा माँग के पारस्परिक सम्बन्ध में निरन्तरता एवं अति सूक्ष्म परिवर्तनों का होना मान लिया जाता है।
  4. माँग वक्र एक स्थिर स्थिति को बताता है, इस प्रकार यह किसी समय विशेष में माँग परिवर्तनों को नहीं बताता है।
  5. वस्तु को छोटी – छोटी इकाइयों में बाँटा जा सकता है, जिसके कारण माँग में सूक्ष्म परिवर्तन सम्भव है।
  6. बाजार में पूर्ण प्रतियोगिता पायी जाती है।
  7. कोई भी उपभोक्ता व्यक्तिगत रूप से किसी वस्तु के मूल्य को प्रभावित करने की स्थिति में नहीं होता, बल्कि उसे बाजार में प्रचलित मूल्यों पर ही अपनी माँग को समायोजित करना पड़ता है।

प्रश्न 18.
मान लीजिए किसी वस्तु की माँग की कीमत लोच – 0.2 है, यदि वस्तु की कीमत में 5% की वृद्धि होती है, तो वस्तु के लिए माँग में कितनी प्रतिशत कमी आएगी?
उत्तर:
MP Board Class 12th Economics Important Questions Unit 2 उपभोक्ता व्यवहार एवं माँग img b
वस्तु के लिए माँग में प्रतिशत परिवर्तन = 5 x – 0.2 = – 1
अतः
वस्तु की माँग में एक प्रतिशत की कमी आएगी।

उपभोक्ता व्यवहार एवं माँग दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
माँग के नियम के लागू होने के पाँच कारण लिखिए?
अथवा
माँग वक्र का ढाल नीचे की ओर क्यों होता है?
उत्तर:
माँग के नियम के लागू होने के पाँच कारण निम्नांकित हैं

1. सीमांत उपयोगिता ह्रास नियम:
माँग का नियम सीमांत उपयोगिता ह्रास नियम पर आधारित है। सीमांत उपयोगिता ह्रास नियम के कारण उपभोक्ता कम कीमत पर वस्तु की अधिक माँग और अधिक कीमत पर वस्तु की कम माँग करता है।

2. मूल्य – प्रभाव:
वस्तु के मूल्य में कमी या वृद्धि होने से उस वस्तु की माँग में वृद्धि या कमी होती है। इसके कारण माँग वक्र बाँयें से दाँयें नीचे की ओर गिरता है।

3. आय प्रभाव:
कीमत में कमी के कारण उपभोक्ता की वास्तविक आय में वृद्धि हो जाती है। अत: वह कम कीमत पर अधिक मात्रा में वस्तु क्रय करता है। ऊँची कीमत होने पर वास्तविक आय में कमी हो जायेगी। इसलिए वह कम मात्रा में वस्तु क्रय करेगा।

4. प्रतिस्थापन प्रभाव:
जब किसी वस्तु की कीमत में कमी आती है, तो वह अन्य वस्तुओं के मुकाबले में सस्ती हो जाती है। इसके कारण उपभोक्ता अन्य वस्तुओं के स्थान पर इस सस्ती वस्तु को खरीदना पसंद करेगा।

5. वस्तु के वैकल्पिक प्रयोग:
वस्तुओं के वैकल्पिक प्रयोग होने के कारण भी वस्तु की कीमत घटने पर उस वस्तु की विभिन्न प्रयोगों में माँग बढ़ जाती है तथा वस्तु की कीमत में वृद्धि होने पर माँग घट जाती है।

प्रश्न 2.
माँग के नियम के कोई पाँच अपवादों को लिखिए?
उत्तर:
माँग के नियम के प्रमुख अपवाद निम्नांकित हैं

1. गिफिन वस्तुएँ:
ऐसी वस्तु की कीमत कम हो जाये, तो उपभोक्ता उस वस्तु की ही माँग घटा देता है। और उससे जो धनराशि उसके पास बच जाती है, उसको श्रेष्ठ वस्तु पर खर्च कर देता है। इसे गिफिन का विरोधाभास कहा जाता है।

2. अज्ञानता प्रभाव:
अज्ञानता के कारण भी वस्तु के मूल्यों में बढ़ोत्तरी होने पर उसकी माँग बढ़ जाती है और मूल्यों में कमी होने पर वस्तु की माँग कम हो जाती है।

3. वस्तु की दुर्लभता:
यदि उपभोक्ता को किसी वस्तु के भविष्य में दुर्लभ हो जाने की आशंका है, तो कीमत के बढ़ जाने पर भी उनकी माँग बढ़ जायेगी, जैसे – खाड़ी युद्ध के कारण तेल व खाद्यान्नों के सम्बन्ध में यह बात सिद्ध हो चुकी है।

4. रुचि व फैशन में परिवर्तन:
उपभोक्ताओं की रुचि तथा फैशन में परिवर्तन के फलस्वरूप वस्तुओं की माँग में भी परिवर्तन हो जाता है। जिस वस्तु का फैशन नहीं रहता, उसकी कीमत कम होने पर भी माँग नहीं बढ़ती है।

5. अनिवार्यताएं:
अनिवार्य आवश्यकता की वस्तुओं के मूल्य में वृद्धि होने के बावजूद भी इनकी माँग कम नहीं होती है। अत: ऐसी दशा में माँग का नियम लागू नहीं होता।

प्रश्न 3.
माँग की लोच को प्रभावित करने वाले कोई पाँच तत्व लिखिए?
उत्तर:
माँग की लोच को प्रभावित करने वाले प्रमुख तत्व निम्नलिखित हैं –

1. स्थानापन्न वस्तुएँ:
जिन वस्तुओं की अनेक स्थानापन्न वस्तुएँ होती हैं, उनकी माँग अधिक लोचदार होती है और जिन वस्तुओं की स्थानापन्न वस्तुएँ नहीं होतीं, उन वस्तुओं की माँग बेलोचदार होती है।

2. व्यय राशि का अनुपात:
जिन वस्तुओं पर आय का अधिकांश भाग खर्च किया जाता है, उन वस्तुओं की माँग की लोच लोचदार होगी और जिन वस्तुओं पर आय का थोड़ा – सा भाग व्यय होता है, उन वस्तुओं की माँग बेलोचदार होगी।

3. वस्तु का स्वभाव:
जो वस्तुएँ जीवन के लिए अनिवार्य होती हैं, उन वस्तुओं की माँग बेलोचदार होती हैं। आरामदायक वस्तुओं की लोचदार तथा विलासिता की वस्तुओं की माँग अधिक लोचदार होती हैं।

4. वस्तु के उपभोग को स्थगित करने की सम्भावना:
जिन वस्तुओं के उपभोग को थोड़े समय के लिए टाला जा सकता है, उन वस्तुओं की माँग लोचदार होती है, जबकि उन वस्तुओं की माँग बेलोचदार होती है, जिनके उपभोग को स्थगित नहीं किया जा सकता है।

5. वस्तु के वैकल्पिक प्रयोग:
यदि किसी वस्तु के एक से अनेक उपयोग हो सकते हैं, तो उसकी माँग लोचदार होगी, जैसे – बिजली।

प्रश 4.
माँग को प्रभावित करने वाले कोई पाँच तत्व लिखिए?
उत्तर:
माँग को प्रभावित करने वाले प्रमुख तत्व निम्नांकित हैं –

1. उपभोक्ता की आय:
माँग को प्रभावित करने वाली प्रमुख बात उपभोक्ता की आय है। आय के बढ़ने से क्रय – शक्ति बढ़ती है। अतः क्रय-शक्ति के बढ़ने – घटने पर माँग बढ़ती – घटती है।

2. धन का वितरण:
धन के वितरण का भी माँग पर प्रभाव पड़ता है। यदि धन का वितरण समान है, तो माँग बढ़ेगी। अन्यथा माँग में कमी हो जायेगी।

3. उपभोक्ता की रुचि:
माँग पर उपभोक्ताओं की रुचि का भी प्रभाव पड़ता है। जिन वस्तुओं के उपभोग के प्रति उपभोक्ताओं की रुचि बढ़ेगी या जिन वस्तुओं का फैशन बढ़ेगा, उन वस्तुओं की माँग उत्तरोत्तर बढ़ेगी।

4. भौगोलिक वातावरण:
भौगोलिक वातावरण विशेषकर जलवायु का प्रभाव माँग पर पड़ता है। जैसे – गर्मियों की अपेक्षा जाड़ों में गर्म कपड़े, गर्म खाना, गर्म पेय आदि की माँग का बढ़ना।

5. वस्तुओं का मूल्य:
जब किसी वस्तु के मूल्य में कमी आती है, तब उस वस्तु की माँग में वृद्धि होती है और मूल्य के बढ़ने पर माँग घटती है।

प्रश्न 5.
माँग की कीमत लोच के प्रकार समझाइए?
उत्तर:
माँग की कीमत लोच के प्रमुख प्रकार निम्नांकित हैं –

1. पूर्णतया लोचदार माँग:
किसी वस्तु के मूल्य में कोई परिवर्तन न होने पर भी वस्तु की माँग में भारी परिवर्तन हो जाये, तो ऐसी वस्तु माँग को पूर्णतया लोचदार माँग कहते हैं। अत: माँग की लोच अनंत होती है। जैसे – वस्तु की कीमत में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है, लेकिन उसकी माँग में 10% की वृद्धि या 10% की कमी हुई है, तो माँग की लोच का गणितीय परिणाम अनंत होगा।

2. अधिक लोचदार माँग:
जब किसी वस्तु की माँगी गयी मात्रा में परिवर्तन, उसके मूल्य में परिवर्तन की तुलना में अधिक अनुपात में होता है, तब उस वस्तु की माँग की लोच अधिक लोचदार होती है। उदाहरण के लिए, किसी वस्तु की कीमत में 10% की कमी आने पर उस वस्तु की माँग में 20% की वृद्धि हो जाती है, तो ऐसी वस्तु की माँग की लोच, अधिक लोचदार अर्थात् Ep होगी।

3. लोचदार माँग:
जब किसी वस्तु की माँग में परिवर्तन ठीक उसी अनुपात में होता है जिस अनुपात में मूल्य में परिवर्तन होता है, तब ऐसी वस्तु की माँग लोचदार माँग कहलाती है। उदाहरण के लिए, किसी वस्तु के मूल्य में 25% की वृद्धि होने पर वस्तु की माँग में 25% की कमी हो जाती है तो माँग की लोच, लोचदार कही जायेगी। आरामदायक आवश्यकता की वस्तुओं की माँग लोचदार होती है।

4. बेलोचदार माँग:
जिस अनुपात में मूल्य में परिवर्तन होता है उसकी तुलना में वस्तु की माँग में कम अनुपात में परिवर्तन होता है, तो वस्तु की माँग बेलोचदार कहलाती है। उदाहरण के लिए, यदि वस्तु की मूल्य में 25% वृद्धि होने पर वस्तु की माँग में केवल 5% की कमी आती है, तो माँग में बेलोचदार या लोचदार इकाई से कम (Ep < 1) होगी। अनिवार्य आवश्यकता की वस्तुओं की माँग बेलोचदार होती है।

5. पूर्णतया बेलोचदार माँग:
जब किसी वस्तु के मूल्य में बहुत अधिक परिवर्तन होने पर भी उसकी माँग में कोई परिवर्तन नहीं होता, तब ऐसी वस्तु की माँग को पूर्णतया बेलोचदार माँग कहते हैं। इस प्रकार की वस्तु की माँग की लोच शून्य के बराबर (Ep = 0) होती है। ऐसी वस्तु की माँग रेखा आधार पर एक लम्ब के समान होती है।

प्रश्न 6.
माँग के नियम को उदाहरण व रेखाचित्र की सहायता से स्पष्ट कीजिए?
उत्तर:
माँग का नियम वस्तु के मूल्य और माँग के संबंध को स्पष्ट करता है। किसी वस्तु के मूल्य में वृद्धि होने पर उसकी माँग कम एवं किसी वस्तु के मूल्य में कमी होने पर उसकी माँग बढ़ जाती है।
उदाहरण द्वारा स्पष्टीकरण –
MP Board Class 12th Economics Important Questions Unit 2 उपभोक्ता व्यवहार एवं माँग img 13

उपर्युक्त सारणी से स्पष्ट है कि जैसे – जैसे वस्तु के मूल्य में वृद्धि होती जाती है, वैसे – वैसे उसकी माँग कम हो जाती है।
अतः स्पष्ट है कि वस्तु के मूल्य व वस्तु की माँग में विपरीत संबंध होता है। जब वस्तु का मूल्य ₹ 1 प्रति इकाई होता है तो वस्तु, की 80 इकाइयों की माँग की जाती है। वस्तु का मूल्य बढ़ने पर। (क्रमश: 2, 3, 4, 5) उसकी माँग भी (क्रमश: 70, 60, 50, 40) कम हो जाती है।

चित्र द्वारा स्पष्टीकरण:
रेखाचित्र से स्पष्ट है कि DD माँग रेखा ऊपर से नीचे की ओर गिरती हई होती है, जो स्पष्ट करती माँग है कि वस्तु की कीमत के बढ़ने पर उसकी माँग कम होती जाती है।
MP Board Class 12th Economics Important Questions Unit 2 उपभोक्ता व्यवहार एवं माँग img 14

प्रश्न 7.
क्रमागत (ह्रासमान) सीमांत उपयोगिता नियम की सचित्र व्याख्या अनुसूची की सहायता से कीजिए?
उत्तर:
यह सर्वविदित है कि उपभोक्ता ‘स्व – हित’ की भावना से प्रेरित होकर ही अपने सीमित साधनों से अपनी असीमित. आवश्यकताओं की संतुष्टि करने का प्रयास करता है और समय – समय पर इन असीमित आवश्यकताओं में से कुछ आवश्यकताओं को पूरा कर लेता है, जैसे – भूख लगने पर खाना खाकर, प्यास लगने पर पानी पीकर वह इन आवश्यकताओं को संतुष्ट करता है। इस प्रकार हम देखते हैं कि किसी वस्तु की उत्तरोत्तर इकाइयों के निरन्तर उपभोग से उससे प्राप्त उपयोगिता क्रमशः घटती जाती है। इस प्रवृत्ति को अर्थशास्त्र में ‘उपयोगिता ह्रास नियम’ कहते हैं।
उपयोगिता ह्रास नियम को तालिका एवं रेखाचित्र की सहायता से समझा जा सकता है –
तालिका द्वारा स्पष्टीकरण –
MP Board Class 12th Economics Important Questions Unit 2 उपभोक्ता व्यवहार एवं माँग img 15
उपर्युक्त तालिका से स्पष्ट है कि जैसे – जैसे रोटी की इकाइयाँ बढ़ती जाती हैं, उनसे प्राप्त होने वाली सीमांत उपयोगिता क्रमश: घटती जाती है। छठवीं रोटी के उपभोग करने पर उसे शून्य उपयोगिता प्राप्त हो रही है। अतः रोटी के खाने पर उपभोक्ता की भूख पूरी तरह से तृप्त हो गयी है, इसलिये इसे पूर्ण संतुष्टि का बिन्दु भी कहते हैं। सातवीं एवं आठवीं रोटी के उपभोग से ऋणात्मक सीमांत उपयोगिता प्राप्त हो रही है। यद्यपि उपभोक्ता की कुल उपयोगिता 5 इकाई तक बढ़ रही है, किन्तु कुल उपयोगिता घटती हुई दर से बढ़ रही है। छठवीं रोटी के उपभोग करने पर कुल उपयोगिता अधिकतम हो गई है तथा सातवीं एवं आठवीं रोटी का उपभोग करने पर कुल उपयोगिता क्रमशः घटती जा रही है।

रेखाचित्र द्वारा स्पष्टीकरण:

प्रस्तुत चित्र में, OX आधार रेखा पर रोटी की इकाइयाँ तथा OY लम्ब रेखा पर सीमांत उपयोगिता को दिखाया गया है। रेखाचित्र से स्पष्ट है कि पहली रोटी की इकाई से 10, दूसरी से 8 तीसरी से 6, चौथी से 4, पाँचवीं से 2, छठवीं से 0 और सातवीं रोटी की इकाई से -2 (ऋणात्मक) उपयोगिता मिलती है।
MP Board Class 12th Economics Important Questions Unit 2 उपभोक्ता व्यवहार एवं माँग img 16

प्रश्न 8.
गिफिन विरोधाभास क्या है?
उत्तर:
साधारणतया वस्तु की कीमत में वृद्धि होने से वस्तु की माँग कम होने लगती है इसीलिये माँग एवं मूल्य में विपरीत संबंध के कारण माँग वक्र बायें से दाहिने नीचे की ओर गिरता हुआ दिखाई देता है। लेकिन कुछ दशाएँ ऐसी भी होती हैं जब माँग वक्र नीचे की ओर झुकने के बजाय ऊपर उठता है। गिफिन विरोधाभास वस्तुओं पर भी यह माँग का नियम लागू नहीं होता है।

सर रॉबर्ट गिफिन:
ने निम्न या निकृष्ट वस्तुओं को गिफिन वस्तुओं की संज्ञा दी है। उनका मत है कि एक उपभोक्ता अपनी आय का एक बड़ा भाग घटिया किस्म की वस्तुओं पर व्यय करता है अतएव उस वस्तु की कीमत में कमी आ जाने पर भी उपभोक्ता वस्तु की अधिक इकाइयों को खरीदने के स्थान पर श्रेष्ठ वस्तुओं को क्रय करने पर व्यय करता है। उदाहरण के लिये, गेहूँ की तुलना में ज्वार – बाजरा एक निम्न श्रेणी की वस्तु है। एक निर्धन श्रमिक अपनी आय का एक भाग ज्वार – बाजरे पर व्यय करता है किन्तु बाजरे की कीमत कम हो जाने के बाद भी वह श्रमिक अधिक बाजरा खरीदने के स्थान पर श्रेष्ठ किस्म की वस्तु अर्थात् गेहूँ पर खर्च करने लगेगा, जिससे बाजार में ज्वार-बाजरे की माँग कम हो जावेगी। यही गिफिन विरोधाभास कहलाता है।

प्रश्न 9.
उपभोक्ता के संतुलन की सचित्र व्याख्या कीजिए?
उत्तर:
एक उपभोक्ता संतुलन की स्थिति में अधिकतम संतुष्टि तब प्राप्त होगा जबकि निम्न शर्ते पूरी हों –

1. तटस्थता वक्र की कीमत रेखा को स्पर्श करना – उपभोक्ता के संतुलन के लिए पहली शर्त यह है कि तटस्थता वक्र जिस बिन्दु के ऊपर कीमत रेखा को Y स्पर्श करेगा, वही संतुलन बिन्दु होगा। इस बिन्दु पर । उपभोक्ता को सबसे अधिक संतुष्टि मिलेगी। इसे पार्श्व रेखाचित्र के माध्यम से स्पष्ट किया जा सकता है।

रेखाचित्र में AB कीमत रेखा है तथा IC1, IC2, IC3, ये तीन तटस्थता वक्र हैं। ये वक्र X और Y वस्तु के है संयोग को प्रदर्शित कर रहे हैं। IC, तथा IC, तटस्थता । वक्र कीमत रेखा के क्रमशः ऊपर – नीचे हैं अर्थात् एक उपभोक्ता की सीमित आय है और एक उपभोक्ता अपनी सीमित आय से क्रय नहीं कर सकता और IC1 कम संतुष्टि को व्यक्त करता है, लेकिन IC2, वक्र एक ऐसा वक्र है जो P बिन्दु पर कीमत रेखा को स्पर्श करता है।
वस्तुत: P बिन्दु उपभोक्ता का संतुलन बिन्दु होगा।

2. कीमत रेखा का ढाल तटस्थता वक्र के ढाल के समान हों:
उपर्युक्त चित्र में P बिन्दु पर कीमत तथा तटस्थता वक्र पर ढाल एकसमान या एक बराबर है।

3. सीमान्त प्रतिस्थापन की दर घटती हुई हो:
उपभोक्ता के संतुलन के लिए यह आवश्यक है कि X और Y के लिए सीमान्त प्रतिस्थापन की दर घटती हुई तथा तटस्थता वक्र मूलबिन्दु के प्रति उन्नतोदर हो।
MP Board Class 12th Economics Important Questions Unit 2 उपभोक्ता व्यवहार एवं माँग img 17

प्रश्न 10.
तटस्थता वक्र क्या है? इसकी विशेषताएँ बताइये?
उत्तर:
तटस्थता वक्र दो वस्तुओं के ऐसे संयोगों को दर्शाती हैं। जिनसे उपभोक्ता को एक समान संतुष्टि प्राप्त होती है। इस वक्र की सहायता से एक उपभोक्ता संयोगों से समान संतुष्टि प्राप्त करता है।
विशेषताएँ –

  1. तटस्थता वक्र बाएँ से दाहिने ओर ढालू होता है।
  2. यह वक्र मूल बिन्दु के उन्नतोदर होता है।
  3. यह वक्र उपभोक्ता को प्राप्त समान संतुष्टि की माप है।
  4. किसी उच्च तटस्थता वक्र में उच्च संतुष्टि के स्तर को। दर्शाने की क्षमता होती है।
  5. दो तटस्थता वक्रों का न तो स्पर्श हो सकता है और न ही वे एक – दूसरे को विच्छेदित कर सकते हैं।
  6. तटस्थता वक्र दो वस्तुओं के संयोग पर ही बन सकता है।

MP Board Class 12th Economics Important Questions Unit 2 उपभोक्ता व्यवहार एवं माँग img 18

प्रश्न 11.
तटस्थता मानचित्र क्या है?
उत्तर:
तटस्थता मानचित्र से अभिप्राय संतुष्टि के विभिन्न स्तरों पर संतुष्टि को प्रदर्शित करने वाले तटस्थता वक्रों को ही तटस्थता मानचित्र कहते हैं। यह मानचित्र तटस्थता वक्रों का एक समूह होता है जो । उपभोक्ता की दो वस्तुओं की संतुष्टि के विभिन्न स्तरों का एक चित्र प्रस्तुत करता है। ऐसा चित्र (वक्र) जो सबसे ऊँचाई पर होता है उसे तटस्थता मानचित्र कहते हैं जो सर्वाधिक संतुष्टि के स्तर को प्राप्त करता है।
MP Board Class 12th Economics Important Questions Unit 2 उपभोक्ता व्यवहार एवं माँग img 19

प्रश्न 12.
माँग वक्र पर संचलन तथा माँग वक्र में स्थानांतरण (खिसकाव)से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:
माँग वक्र पर संचलन से अभिप्राय वस्तु की अपनी कीमत में परिवर्तन के कारण माँगी गई मात्रा में परिवर्तन को प्रकट करता है। जबकि जब वस्तु की अपनी कीमत में कीमत के अतिरिक्त अन्य कारकों से माँग में परिवर्तन होता है तो इसे माँग वक्र में खिसकाव कहते हैं। दूसरे शब्दों में माँग वक्र पर संचलन का आशय माँग के विस्तार एवं माँग के संकुचन से है। माँग का विस्तार तब होता है जब वस्तु के मूल्य में कमी होने से वस्तु की माँगी गई मात्रा में वृद्धि होती है। माँग का संकुचन तब होता है जब वस्तु के मूल्य में वृद्धि होने पर वस्तु की माँगी गई मात्रा में कमी होती है।

माँग वक्र में खिसकाव (स्थानांतरण) से अभिप्राय माँग में वृद्धि अथवा कमी से है। कीमत के अतिरिक्त अन्य कारणों से वस्तु की माँग बढ़ जाती है तो माँग में वृद्धि कहते हैं। जब कीमत के अतिरिक्त किसी अन्य कारण से वस्तु की माँग कम हो जाती है तो उसे माँग में कमी कहते हैं । इन दोनों ही दशाओं को निम्न चित्रों की सहायता से अधिक स्पष्ट किया जा सकता ह –

MP Board Class 12th Economics Important Questions Unit 2 उपभोक्ता व्यवहार एवं माँग img 20

MP Board Class 12th Economics Important Questions

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The Wise Man-I Textual Exercises

Read and Learn (यहाआरयाद करो) :
Answer:
Do yourself. (विद्यार्थी स्वयं करें।)

Comprehension (बोध प्रश्न):
(A) Answer the questions given below:
(नीचे दिये प्रश्नों के उत्तर दीजिए)

Mp Board Class 7th English Chapter 2 Question 1.
Why did the horse trainer and his wife decide to sell the horse?
(व्हाय डिड द हॉर्स ट्रेनर एण्ड हिज़ वाइफ डिसाइड टू सेल् द हॉर्स ?)
अश्व – शिक्षक व उसकी पत्नी ने घोड़े को बेचने का फैसला क्यों किया?
Answer:
The horse trainer and bis wife decided to sell the horse because it ate a lot of fodder and it was expensive to feed it.
(द हॉर्स ट्रेनर एण्ड हिज़ वाइफ डिसाइडिड टू सैल् द हॉर्स बिकॉज़ इट ऐट अलॉट ऑफ फॉडर एण्ड इट वॉज़ ऐक्सपेंसिव टू फीड इट।)
अश्व – शिक्षक व उसकी पत्नी ने घोड़े को बेचने का फैसला इसलिए किया क्योंकि वह बहुत सारा चारा खाता था और उसका भरण-पोषण बहुत महँगा था।

Class 7 English Chapter 2 The Wise Man Mp Board Question 2.
Where did Bhola go to sell the horse ?
(व्हेअर डिड भोला गो टू सैल् द हॉर्स ?)
भोला घोड़ा बेचने कहाँ गया ?
Answer:
Bhola went to the market to sale the horse.
(भोला वेन्ट टू द मार्केट टू सेल द हॉर्स।)
भोला घोड़े को बेचने के लिए बाज़ार गया।

Mp Board Class 7th English Question 3.
Whom did he meet first?
(हम डिड ही मीट फट ?
वह सबसे पहले किससे मिला ?
Answer:
He first met a man with a donkey.
(ही फर्स्ट मेट अ मैन विद अ डौंकी।)
वह सबसे पहले एक आदमी से मिला जिसके पास गधा था।

Question 4.
Why did Bhola think of buying a sheep?
(व्हाय डिड भोला थिंक ऑफ बाइंग अ शीप ?)
भोला ने एक भेड़ खरीदने के बारे में क्यों सोचा?
Answer:
Bhola thought that his wife would like to have a sheep in place of a donkey. Therefore, he thought of buying a sheep
(भोला थॉट दैट हिज़ वाइफ वुड लाइक टू हैव अ शीप इन प्लेस ऑफ अ डौंकी। देअरफोर, ही थॉट ऑफ बाइंग अ शीप।)
भोला ने सोचा कि उसकी पत्नी गधे के बजाय भेड़ लेना चाहेगी। इसलिए उसने एक भेड़ खरीदने के बारे में सोचा।

Question 5.
What did the girl having green mangoes ask the horse trainer?
(व्हॉट डिड द गर्ल हैविंग ग्रीन मैंगोज़ आस्क द हॉर्स ट्रेनर ?)
हरे आमों वाली लड़की ने अश्व-शिक्षक से क्या पूछा ?
Answer:
The girl having green mangoes asked the horse trainer, whether his hen laid eggs.
(द गर्ल हैविंग ग्रीन मैंगोज़ आस्क्ड़ द हॉर्स ट्रेनर, व्हेदर हिज़ हैन लेड ऐग्स्।)
हरे आमों वाली लड़की ने अश्व-शिक्षक से पूछा कि क्या उसकी मुर्गी अण्डे देती है।

(B) Tick the correct answer true/false :
(सही उत्तर पर सत्य/असत्य का चिन्ह लगाइए)

1. Bhola’s wife was Asha. (भोलाज़ वाइफ वॉज़ आशा।)
2. Bhola spent little money for feeding his horse. (भोला स्पैन्ट लिट्ल मनी फॉर फीडिंग हिज़ हॉर्स।)
3. His wife loved to eat mango chutney. (हिज़ वाइफ लव्ड् टू ईट मैंगो चटनी।)
4. The girl had a basket full of green mangoes. (द गर्ल हैड अ बास्केट फुल ऑफ ग्रीन मैंगोज़)।
5. Bhola gave the sheep to the girl in exchange for her green mangoes. (भोला गेव द शीप टू द गर्ल इन ऐक्सचेन्ज फॉर हर ग्रीन मैंगोज़।)
Answer:
1. (F)
2. (T)
3. (T)
4. (T)
5. (F).

Word Power (शब्द सामर्थ)

(A) Write one word for these :
(इनके लिए एक शब्द लिखिए)

  1. One who trains a horse.
  2. One who looks after sheep.
  3. One who rides and controls an elephant.
  4. The person who controls wild animals in a circus.

Answers:

  1. Horse-trainer
  2. Shepherd
  3. Mahout
  4. Ring master.

(B) Match the two columns :
Mp Board Class 7th English Chapter 2
Answer:

  1. → (a)
  2. → (e)
  3. → (f)
  4. → (d)
  5. → (c)
  6. → (b)

Grammar in Use (व्याकरण का प्रयोग) :

(A) Combine the pairs of sentences given below using ‘who’ :
(‘हूँ’ का प्रयोग करते हुए निम्न वाक्यों को छोड़िये)

1. (a) The girl is wearing a red sweater.
(b) The girl is Sarita.
Answer:
The girl, who is waring a red sweater, is Sarita.

2. (a) The boy is wearing a blue cap.
(b) The boy is the tallest boy in the class.
Answer:
The boy, who is wearing a blue cap, is the tallest boy in the class.

3. (a) Seema studies in class VIII.
(b) Seema is the most brilliant student of the class.
Answer:
Seema, who studies in class VIII, is the most brilliant student of the class.

4. (a) John is a good story teller.
(b) John is telling an interesting story.
Answer:
John, who is a good story teller, is telling an interesting story..

5. (a) Gurmeet helps the boy.
(b) The boy is blind.
Answer:
Gurmeet helps the boy, who is blind.

Let’s Talk (आओ बात करें):

(i) Sit in groups of 4-5 and make a list of domestic animals and birds.
(चार-पाँच के समूह में बैठकर पालतू जानवरों और पक्षियों की सूची बनाइए)
Answer:
Domestic animals:
Cow
Dog
Rabbit
Mouse

Birds:
Pigeon
Parrot
Cat

(ii) Compare your lists and discuss about their usefulness.
(अपनी सूचियों का मिलान करें और इनकी उपयोगिता के बारे में चर्चा कीजिए।)
Answer:
On comparing the lists you may discuss about their following uses :

  1. Cow gives us milk which is used in making several food products like curd, ghee.
  2. Cow-dung is used in making dung cakes (kandas) which are used as fuel.
  3. Dog guards our house.
  4. It can detect thieves.
  5. They also keep a watch on the house.
  6. Cats eat rats and drive them away from the house.
  7. Parrot entertains us.

(iii) Ask the following questions and fill up the table :
(निम्नलिखित प्रश्नों को पूछिए और तालिका में भरिए)

  1. Which is most commonly seen bird in your neighbourhood ?
  2. How many birds visit your neighbourhood regularly?
  3. Do you know their names ? Write at least two.
  4. Which animals are seen near or in your home?
  5. How are these useful to you? Write two things.

Answer:
Class 7 English Chapter 2 The Wise Man Mp Board

Let’s Write (आओ लिखें):

(a) Write a paragraph using the group of words given below:
(निम्न शब्दों का प्रयोग करते हुए एक अनुच्छेद लिखिए)

  1. The horse trainer, market, sell, horse, buy, donkey.
  2. Bhola, exchange, donkey, sheep, hen.
  3. a girl, hen, buy, green, mango.

Answer:
The horse trainer, called Bhola took his horse to sell in the market. He first exchanged his horse for a donkey then he exchanged donkey for a sheep and then sheep for a hen. When he saw a girl selling green mangoes he exchanged his hen for the green mangoes as his wife loved to eat mango chutney. Thus, finally with green mangoes in exchange of a horse he went back to his way home.

(b) Write a paragraph about mangoes using the following clues :
(निम्न संकेतों का प्रयोग कर आम पर एक अनुच्छेद लिखिए)
shade, fruit, green, ripe, sweet, sour, jelly, jam, pickle, juice,
Answer:
A mango is a delicious fruit. It is sweet in taste. Its tree provides us shade. Unripe or raw mangoes are green in colour and sour in taste. Unripe mangoes are used in making pickle whereas ripe mangoes are used in making jelly, jam and juice.

Let’s Do It (आओ इसे करें) :

(A) Read the following sentences and rewrite them using ‘should should not:
(निम्नलिखित वाक्यों को पढ़िए और उन्हें ‘should’/ ‘should not’ का प्रयोग कर पुनः लिखिए)
Answer:
MP Board Class 7th General English Chapter 2 The Wise Man-I 3

(B) Now write more sentences using “We should do” and “We should not do”.
(अब ‘We should do’ और ‘We Should not’ का प्रयोग कर कुछ वाक्य लिखिए।)
Answer:
MP Board Class 7th General English Chapter 2 The Wise Man-I 4

Pronunciation & Translation

Once upon a time there lived a horse trainer in Bhopal who worked for the Nawab of Bhopal. His name was Bhola and his wife’s name was Shanti. When Bhola retired, the Nawab gave him a colt and some money. When the colt grew up to be a horse they felt that it ate a lot of fodder. So Shanti and Bhola decided to exchange it for something else. This is what happened after that.

(वन्स अपॉन अ टाइम देअर लिब्ड अहोर्स ट्रेनर इन भोपाल हू वर्ड फॉर द नवाब ऑफ भोपाल. हिज नेम वॉज भोला एण्ड हिज वाइफ्स नेम वॉज शांति. व्हेन भोला रिटायर्ड, द नवाब गेव हिम अ कोल्ट एण्ड सम मनी. व्हेन द कोल्ट ग्रियू अप टू बी अ होर्स दे फैल्ट दैट इट एट अ लॉट ऑफ फोडर. सो शान्ति एण्ड भोला डिसाइडेड टू एक्सचेंज़ इट फॉर समथिंग एल्स. दिस इज व्हाट हैपन्ड आफ्टर दैट।)

अनुवाद – एक समय भोपाल में एक घोड़ों को प्रशिक्षण देने वाला रहता जो भोपाल के नवाब के लिए काम करता था। उसका नाम भोला था और उसकी पत्नी का नाम शान्ति था। जब भोला सेवा से निवृत्त हो गया, नवाब ने उसे एक घोड़े का बच्चा और कुछ धन दिया। जब वह बच्चा बड़ा होकर घोड़ा बन गया उन्होंने महसूस किया कि वह बहुत-सा चारा खाता था।

अतः शान्ति और भोला ने उसे किसी अन्य वस्तु से बदलने का निश्चय किया। उसके बाद यह हुआ।
Shanti : It’s very expensive to feed this horse.
(शान्ति : इस वैरी एक्सपेंसिव टू फीड दिस होर्स।)
अनवाद – शान्ति : इस घोड़े को खिलाना बड़ा खर्चीला है।
Bhola : Yes, it eats like an elephant.
(भोला : यस. इट इंट्स लाइक एन ऐलीफेन्ट।)
अनवाद – भोला : हाँ, एक हाथी के समान खाता है।
Shanti : If we don’t sell it, we’ll become poor in a few days.
(शान्ति : इफ बी डॉन्ट सेल इट, वी विल बिकम पूअर इन अ फ्यू डेज।)
अनुवाद – शान्ति : यदि हम इसे नहीं बेचते हैं तो कुछ दिनों हम में गरीब हो जाएँगे।
Bhola : Oh, yes! Should I take this horse to the market and try to sell it ?
(भोला : ओ, यस! शुड आई टेक दिस होर्स टू द मार्केट एण्ड ट्राइ टू सेल इट?)
अनुवाद – भोला : ओ, हाँ, क्या मैं इस घोड़े को बाजार में ले जाकर बेचने की कोशिश करूँ?
Shanti : Yes, this is a right decision.
(शान्ति : यस, दिस इज अ राइट डिसीजन।)
अनुवाद-शान्ति : हाँ, यह एक सही निर्णय है।
Bhola : What would you like to exchange it for?
(भोला : व्हाट वुड यू लाइक टू एक्सचेंज इट फॉर ?)
अनुवाद – भोला : तुम इसके बदले में क्या लेना चाहोगी ?
Shanti : Just anything. This horse eats too much.
(शान्ति : जस्ट एनीथिंग. दिस होर्स ईट्स टू मच.)
अनुवाद – शान्ति : कुछ भी। यह घोड़ा बहुत अधिक खाता है।
Bhola : Do not be angry with me if I make a poor bargain.
(भोला : डू नॉट बी ऐंग्री विद मी इफ आडू मेक अ पूअर बारगेन।)
अनुवाद – भोला : मुझसे नाराज न होना ‘यदि मैं अच्छा मोल-भाव न कर पाऊँ।
Shanti : Have I ever complained to you?
(शान्ति : हैव आई एवर कम्पलेन्ड टू यू ?)
अनुवाद – शान्ति : क्या मैंने कभी तुमसे कोई शिकायत की है?
Bhola : No, never !
(भोला : नो, नैवर !)
अनुवाद – भोला : नहीं, कभी नहीं।
Shanti : You must leave at once otherwise it will be too late.
(शान्ति : यू मस्ट लीव ऐट वन्स अदरवाइज इट विल बी टू लेट।)
अनुवाद – शान्ति : तुम्हें तुरन्त चल देना चाहिए वरना काफी देर हो जाएगी।
(Bhola reaches the market. He sees a man with a donkey. He thinks a donkey to be more useful than a horse.)
(भोला रोचेज द मार्केट। ही सीज अ मैन विद अ डौंकी। ही थिक्स अ टू बी मोर यूजफुल दैन अ होर्स।)
अनुवाद – (भोला बाजार में पहुँचता है। वह एक आदमी को एक गधे के साथ देखता है। वह सोचता है कि एक गधा घोड़े से अधिक उपयोगी है।)
Bhola : Hello, gentleman, will you give me your donkey in exchange for this horse ?
(भोला : हेलो, जेन्टलमैन, विल यू गिव मी योर डंकी इन एक्सचेंज फॉर दिस होर्स.)
अनुवाद – भोला : नमस्ते महाशय, क्या आप इस घोड़े के बदले अपना गधा मुझे दोगे।
The man: Oh, why not? You can have my donkey in exchange for your horse.
(द मैन : ओह व्हाई नॉट? यू कैन हैव माइ डंकी इन एक्सचेंज फॉर योर होर्स।)
अनुवाद-आदमी : अरे, क्यो नहीं ? आप अपने घोड़े के बदले मेरा गधा ले सकते हो।
(Bhola took the donkey. He walked a few yards. He saw a woman with a sheep. He thought his wife would like to have a sheep in place of a donkey. So he went up to the lady.)
(भोला टुक द डंकी. ही वाक्ड अ फ्यू यार्ड्स ही सॉ अ वुमैन विद अ शीप। ही थॉट हिज वाइफ वुड लाइक टू हैव अ शीप इन प्लेस ऑफ अ डंकी। सो ही बँट अप टू द लेडी।)
अनुवाद – (भोला ने गधा ले लिया। वह कुछ दूर तक चला। उसने एक महिला एक भेड़ के साथ देखी। उसने सोचा कि उसकी पत्नी गधे के स्थान पर एक भेड़ रखना पसन्द करेगी। इसलिए वह महिला के पास गया।)
Bhola : Hello, pretty lady, would you like to give your sheep in exchange for this donkey?
(भोला : हेलो, प्रिटि लेडी, वुड यू लाइक टू गिप योर शीप इन एक्सचेंज फॉर दिस डंकी?)
अनुवाद – भोला : नमस्ते सुन्दर स्त्री, क्या आप इस गधे के बदले में अपनी भेड़ देना पसन्द करेंगी ?
The woman : Oh, with great pleasure. You can have my sheep in exchange for this donkey.
(द वुमैन : ओह, विद ग्रेट प्लेजर। यू कैन हैव माइ शीप इन एक्सचेंज फॉर दिस डंकी।)
अनुवाद – महिला : अरे, अत्यन्त प्रसन्नता से। आप इस गधे के बदले मेरी भेड़ ले सकते हो।
(While passing through a herd of cattle in the market, Bhola saw a boy carrying a hen. He thought that it would eat less than the sheep so he went up to the boy.),
(व्हाइल पासिंग धू अ हर्ड ऑफ कैटल इन द मार्केट, भोला साँ अ बॉय कैरिंग अ हैन। ही थॉट दैट इट वुड ईट लैस दैन द शीप सो ही वैन्ट अप टू द बॉय।) अनुवाद -बाजार में भेड़ों के झुण्ड से गुजरते हुए भोला ने एक लड़के को एक मुर्गी ले जाते हुए देखा। उसने सोचा कि यह भेड़ से कम खाएगी, अत: वह लड़के के पास गया।
Bhola : Hello, little angel, would you like to exchange your hen for my sheep?
(भोला : हेलो, लिटल एन्जल, वुड यू लाइक टू एक्सचेंज योर हैन फॉर माइ शीप?)
अनुवाद – भोला : कहिए, छोटे देवदूत, क्या तुम मेरी भेड़ को अपनी मुर्गी से बदलना पसन्द करोगे?
The boy (smiling) : Yes, you can take my hen in
exchange for your sheep.
(द बॉय (स्माइलिंग) : यस, यू कैन टेक माइ हैन इन एक्सचेंज फॉर योर शीप।)
अनुवाद – लड़का (मुस्कराते हुए) : हाँ, आप मेरी मुर्गी को अपनी भेड़ के बदले ले सकते हो।
Then Bhola met a girl carrying a basket of mangoes.
(दैन भोला मैट अ गर्ल कैरिंग अ बास्केट ऑफ मेन्गोज)
अनुवाद – तब भोला आमों की टोकरी को ले जाती हई एक लड़की से मिला।
Bhola : Hello, little fairy, what have you got in your basket?
(भोला : हैलो, लिटल फेयरी, व्हाट यू गॉट इन योर, बास्केट?)
अनुवाद – भोला : कहो, नन्ही परी, तुम्हारी टोकरी में क्या है?
The girl : Green mangoes.
(द गर्ल : ग्रीन मेंगोज।)
अनुवाद – लड़की-हरे आम।
Bhola : My wife loves to eat chutney and these mangoes will make delicious chutney. Will you give me your mangoes in exchange for my hen ?
(भोला : माइ वाइफ लब्ज टू ईट चटनी एण्ड दीज मेंगोज विल मेक डिलिश्यस चटनी। विल यू गिव मी योर मेंगोज इन एक्सचेंज फॉर माइ हैन ?)
अनुवाद – भोला : मेरी पत्नी को चटनी खाना पसन्द है और इन आमों से स्वादिष्ट चटनी बनेगी। क्या तुम मेरी मुर्गी के बदले अपने आम मुझे दोगी?
The girl: Does it lay eggs?
(द गर्ल : डज इट ले एग्स ?)
अनुवाद – लड़की : क्या यह अण्डे देती है ?
Bhola : Of course, it does.
(भोला : ऑफ कोर्स, इट डज.)
अनुवाद – भोला : बेशक, यह देती है।
The girl : Alright. You can have these mangoes and give the hen to me.
(द गर्ल : ऑलराइट यू कैन हैव दीज मेंगोज एण्ड गिवद हैन टू मी.)
अनुवाद – लड़की : ठीक है, आप ये आम ले सकते हो और मुझे मुर्गी दे सकते हो।
(Bhola took the mangoes and handed over the hen to the girl.)
(भोला टुक द मेंगोज एण्ड हैण्डेड ओवर द हैन टू द गर्ल।)
अनुवाद – भोला ने आम ले लिए और लड़की को मुर्गी दे दी।

The Wise Man-I Word Meanings

A lot of (अ लॉट ऑफ)-बहुत ज्यादा; At once (एट वन्स)-तत्काल, शीघ्र; Bargain (बार्गेन)-मोलभाव, सौदा; Certainly (सर्टेनली)- बेशक, निश्चित तौर पर; Colt (कॉल्ट)-घोड़े का बच्चा; Complain (कम्प्लेन)-शिकायत करना; Corner (कॉर्नर)-कोना; Decision (डिसिज़न) -निर्णय; Delicious (डिलिअस)-स्वादिष्ट; Donkey (डंकी)-गधा; Except (एक्सेप्ट)-सिवाय, अलावा; Exchange (एक्स्चें ज)-अदला-बदली; Expensive (एक्सपैन्सइव)-महँगा; Feed (फीड)-खिलाना; Fodder (फॉडर)-चारा; Gentleman (जैन्टलमैन)-सभ्य व्यक्ति; Gently (जैन्ट्ली )-धीमे से, हल्के से; Hello (हलो) -पुकारने का सम्बोधन; Passing through (पासिंग थू) -गुजरते हुए; Herd of cattle (हर्ड ऑफ कैट्ल)-पशुओं का समूह; Horse trainer (हॉर्स ट्रेनर)-साईस; Hurriedly (हरिड्ली )-शीघ्रता से; Hustle and bustle (हसल एण्ड बसल)-शोर-शराबा; Lay eggs (ले एग्स्)-अण्डे देना; Little fairy (लिट्ल फेयरी)-छोटी परी; Nodded (नॉडिड)-सर हिलाया; Once upon a time (वन्स अपॉन अ टाइम)-एक समय; Otherwise (अदरवाइज़)-वरना, नही तो; Politely (पोलाइट्ली )-विनम्रता से; Retired (रिटायर्ड)-सेवानिवृत्त; Right (राइट)-सही; Temptingly (टेम्पटिंगली)-ललचाकर; Useful (यूज़फुल)-उपयोगी।

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MP Board Class 8th Science Solutions Chapter 1 Crop Production and Management

MP Board Class 8th Science Solutions Chapter 1 Crop Production and Management

MP Board Class 8th Science Crop Production and Management NCERT Textbook Exercises

Mp Board Class 8 Science Chapter 1 Question 1.
Select the correct word from the follow¬ing list and fill in the blanks: float, water, crop, nutrients, preparation
(a) The same kind of plants grown and cultivated on a large scale at a place is called …………
(b) The first step before growing crops is of the soil.
(c) Damaged seeds would on top of the water.
(d) For growing a crop, sufficient sunlight and …………. and ……… from the soil are essential.
Answer:
(a) crop
(b) preparation
(c) float
(d) water, nutrients.

Mp Board Class 8 Science Solution Chapter 1 Question 2.
Match items in column ‘A’ with those in column ‘B.

AB
(i) Kharif crops(a) food for cattle
(ii) Rabi crops(b) urea and superphosphate
(iii) Chemical fertilizers(c) Animal excreta, cow dung, urine and plant waste
(iv) Organic manure(d) Wheat, gram, pea
(e) Paddy and maize

Answer:

AB
(i) Kharif crops(e) Paddy and maize
(ii) Rabi crops(d) Wheat, gram, pea
(iii) Chemical fertilizers(b) urea and superphosphate
(iv) Organic manure(c) Animal excreta, cow dung, urine and plant waste

Mp Board Class 8 Science Solution Question 3.
Gine two examples of each.
(a) Kharif crop
(b) Rabi crop.
Answer:
(a) Examples of Kharif crop – maize and paddy.
(b) Examples of rabi crop – wheat and mustard.

Mp Board Solution Class 8 Science Question 4.
Write a paragraph in your own words on each of the following:
(a) Preparation of soil
(b) Sowing
(c) Weeding
(d) Threshing
Answer:
(a) Preparation of soil: It is the first step before growing a crop. First task in the process is to turn the soil and loosen it. This allows the roots to penetrate deep in the soil. The process of loosening and turning of soil is called tilling or ploughing which is done by a plough. Ploughs are made of wood or iron. If the soil is very dry, it may need watering before ploughing. The plough hed fields may have big pieces of soil called crumbs. These crumbs are broken and the field is leveled for sowing and for irrigation.

(b) Sowing: It is the process of putting seeds in the soil. For this purpose, good quality seeds are selected which are clean, healthy, of good variety and give a high yield. Tools for sowing seeds are traditional tools shaped like funnel and a seed drill. An appropriate distance between the seeds is also important to avoid overcrowding of plants.

(c) Weeding: In a crop field many other undesirable plants may grow naturally along with the crop. These are called weeds. Weeds are to be removed to protect the crops. The process of removal of weeds is called weeding. If weeding is not done, the growth of the crop is adversely affected. Some weeds are poisonous for animals and human beings. Tilling before sowing of crops helps in uprooting and killing of weeds, which may then dry up and get mixed with the soil. The weeds must be removed before they produce flowers and seeds. They are removed either manually or by using weedicides.

(d) Threshing: When the crop mature, they are cut. This process is called harvesting. After harvesting the crops are threshed for removing grain seeds from the chaff. This is carried out with the help of a machine called combine, which is in fact a combined harvester and thresher.

Mp Board Class 8 Science Solution English Medium Question 5.
Explain how fertilizers are different from manure?
Answer:
Mp Board Class 8 Science Chapter 1

Mp Board 8th Class Science Solutions Question 6.
What is irrigation? Describe two methods of irrigation which conserve water?
Answer:
Irrigation means supply of water to plants at different intervals. It helps absorption of nutrient elements by the. plants from the soil. It is essential for i growth and elongation of the roots of crop plants. It is also essential for providing moisture for the germination of seeds. Water supplied to plants by irrigation provides hydrogen and oxygen. Irrigation is essential to increase 1 the number of aerial branches in crop plants which in turn will increase the yields also.

Modem methods of irrigation help us to use water economically. The main methods used are as follows:

(i) Sprinkler System: This system is more useful on the uneven land where sufficient water is not available. The perpendicular pipes/ having rotating nozzles on top, are joined to the main pipeline at regular intervals. When water is allowed to flow through the main pipe under pressure with the help of a pump, it escapes from the rotating nozzles.,It gets sprinkled on the crop as if it is raining. Sprinkler is very useful for sandy soil [Fig. 1.1(a)].
Mp Board Class 8 Science Solution Chapter 1

(ii) Drip System: In this system, the water falls drop by drop just at the position of the roots. So it is called drip system. It is the best technique for watering fruit plants, gardens and trees. The system provides water to plants drop by drop
Mp Board Class 8 Science Solution

[Fig 1.1(b)]. Water is not wasted at all. It is a boon in regions where availability of water is poor.

Mp Board Class 8th Science Solution Question 7.
If wheat is sown in the kharif season, what would happen? Discuss.
Answer:
Kharif crops need lot of rainfall, whereas wheat needs winter (cold) season and not heavy rainfall. So if wheat were sown in kharif season, the crop will damage due to heavy rainfall as well as collection of water in the fields.

Class 8 Science Chapter 1 Mp Board Question 8.
Explain how soil gets affected by the continuous plantation of crops in a field?
Answer:
Soil supplies mineral nutrients to the crop. The nutrients are essential for the proper growth of the crop. Continuous growing of crops makes the soil poorer in certain nutrients. To avoid this, a method of crop-rotation is adopted, which maintains the nutrients of the soil intact.

Mp Board Class 8 Science Solution In English Question 9.
What are weeds? How can we control them?
Answer:
Weeds are undesired plants which are grown among crop plants. They absorb water, nutrients etc., of the crop plants. Therefore, their removal from the field is a must. Farmers adopt many ways to remove weeds and control their growth.

  1. Ploughing (tilling) the field before sowing the crop helps in uprooting and destroying the weeds.
  2. The weeds may be removed manually before they produce flowers and seeds.
  3. Weeds can be controlled by spraying certain chemicals called weedicides. These weedicides do not damage the crops.

Mp Board Science Solution Class 8 Question 10.
Arrange the following boxes in proper order to make a flow chart of sugarcane crop production:
Mp Board Solution Class 8 Science
Answer:
Flow chart of sugarcane crop production is given below:
Mp Board Class 8 Science Solution English Medium

Mp Board Class 8th Subject Science Question 11.
Complete the following word puzzle with the help of clues given below:
Down:
1. Providing water to the crops.
2. Keeping crop grains for a long time under proper conditions.
5. Certain plants of the same kind grown on a large scale.
Mp Board 8th Class Science Solutions

Across:
3. A machine used for cutting the matured crops.
4. A rabi crop that is also one of the pulses.
6. A process of separating the grain from chaff.
Answer:
Mp Board Class 8th Science Solution

MP Board Class 8th Science Crop Production and Management NCERT Extended Learning – Activities and Projects

Class 8 Science Mp Board Solution Question 1.
Sow some seeds in the soil and arrange to water them by drip irrigation. Observe daily.
(i) Do you think it can save water?
(ii) Note the changes in the seed.
Answer:
(i) Yes, drip irrigation saves water as it does not allow the water to flow on sides and get wasted.
(ii) Seeds slowly get germinated.

Class 8 Mp Board Science Solution Question 2.
Collect different types of seeds and put them in small bags. Label them.
Answer:
Do yourself.
Class 8 Science Chapter 1 Mp Board

Mp Board Class 8 Social Science Solution Chapter 1 Question 3.
Collect picture of some agricultural machines and paste them in a file write their names and uses.
Answer:
Do yourself.
Mp Board Class 8 Science Solution In English

Mp Board Solution Class 8 Subject Science Question 4.
Project Work Visit a farm, nursery or a garden nearby. Gather information about:
(i) importance of seed selection.
(ii) method of irrigation.
(iii) effect of extreme cold and extreme » hot weather on the plants.
(iv) effect of continuous rain on the plants.
(v) fertilisers/manure used.
Answer:
Do yourself.
Mp Board Science Solution Class 8

MP Board Class 8th Science Crop Production and Management NCERT Intex Activities and Projects

Mp Board Class 8 Science Book Solutions Activity 1.3
Show the different sources of food.
MP Board Class 8th Science Solutions Chapter 1 Crop Production and Management 11

MP Board Class 8th Science Crop Production and Management NCERT Additional Important Questions

A. Short Answer Type Questions

Question 1.
Define agriculture.
Answer:
Agriculture is the branch of biology which deals with the production of plants and animals useful to man, involving soil cultivation, breeding and management of crops and livestock.

Question 2.
What is necessary to provide food for a large population?
Answer:
In order to provide food for a large population – regular production, proper management and distribution of food is necessary.

Question 3.
Define soil.
Answer:
The weathered superficial layer of the earth’s crust which is Capable of supporting life is known as soil.

Question 4.
What are the constituents of soil?
Answer:
Soil contains both living and decaying plants and animals and microbes and their remains as well as inorganic minerals.

Question 5.
How is humus beneficial for the growth of plants?
Answer:
Humus is rich in nutrients which are beneficial for plant growth. Being porous it also holds water and acts as a useful storage to serve in the dry months.

B. Long Answer Type Questions

Question 6.
What is the importance of microbes in the soil?
Answer:
Microbes play an important role in agriculture. Many microorganisms -act as decomposers. They break down or decompose dead leaves, animal’s remains and wastes in the simple compounds and form carbon, nitrogen and other chemicals. They are also important in forming humus.

Question 7.
How is Humus formed by microbes present in soil?
Answer:
Where there are dense layers of trees, the soil underneath them is dark coloured. It is made up of mixed organic material. This organic material is of partially or fully decomposed plant and animal remains and wastes. This is called Humus.

MP Board Class 8th Science Solutions

MP Board Class 8th Sanskrit Solutions Chapter 11 सुभाषितानि

MP Board Class 8th Sanskrit Solutions Surbhi Chapter 11 सुभाषितानि

MP Board Class 8th Sanskrit Chapter 11 अभ्यासः

Mp Board Class 8 Sanskrit Solution Chapter 11 प्रश्न 1.
एकपदेन उत्तरं लिखत (एक शब्द में उत्तर लिखो-)
(क) सम्पत्तौ विपत्तौ च केषाम् एकरूपता? (सुख और दुःख में किनकी एकरूपता होती है?)
उत्तर:
महताम्। (बड़े लोगों की)

(ख) अस्तसमये सूर्यस्य वर्णः कः भवति? (अस्त होते समय सूर्य का रंग कैसा होता है?)
उत्तर:
ताम्रः। (लाल)

(ग) नरत्वं दुर्लभं कुत्र? (मानव जन्म कहाँ कठिनता से प्राप्त होता है?)
उत्तर:
लोके। (संसार में)

(घ) केषां वसुधैवकुटुम्बकम्? (किनका सारा संसार परिवार होता है?)
उत्तर:
उदारचरितानाम्। (उदार हृदय वालों का)

(ङ) परार्थाय वृक्षाः कानि यच्छन्ति? (दूसरों के लिए वृक्ष क्या देते हैं?)
उत्तर:
फलानि। (फलों को)

Mp Board Class 8 Sanskrit Chapter 11 प्रश्न 2.
एकवाक्येन उत्तरं लिखत(एक वाक्य में उत्तर लिखो-)
(क) सूर्यस्य वर्णः ताम्रः कदा-कदा भवति?
उत्तर:
सूर्यस्य वर्णः ताम्रः उदयकाले अस्तकाले च भवति। (सूर्य का रंग लाल उदय होते समय और अस्त होते समय होता है।)

(ख) भारत्याः कोशः कस्मात् क्षयमायाति? (विद्या का खजाना कैसे घटता है?)
उत्तर:
भारत्याः कोशः सञ्चयात् क्षयमायाति। (विद्या का खजाना एकत्र करने पर घटता है।)

(ग) वृक्षाणां स्वभावः कीदृशः? (पेड़ों का स्वभाव कैसा होता है?)
उत्तर:
वृक्षाणां स्वभावः सत्पुरुष इव। (पेड़ों का स्वभाव सज्जन जैसा होता है।)

(घ) न्याय्यात्पथः पदमपि के न विचलन्ति? (न्याय के मार्ग से एक कदम भी कौन नहीं हटते हैं।)
उत्तर:
न्याय्यात्पथः पदमपि धीराः न विचलन्ति? (न्याय के मार्ग से एक कदम भी धीर नहीं हटते हैं।)

(ङ) लोके विद्या कीदृशी? (संसार में विद्या कैसे प्राप्त होती है?)
उत्तर:
लोके विद्या सुदुर्लभा अस्ति। (संसार में विद्या बहुत कठिनता से प्राप्त होती है।)

Class 8 Sanskrit Chapter 11 Mp Board प्रश्न 3.
सन्धिविच्छेदं कुरुत(सन्धि-विच्छेद करो-)
(क) कोशोऽयम्
(ख) यथेष्टम्
(ग) फलान्यपि
(घ) युगान्तरे।
उत्तर:
(क) कोशः + अयम्
(ख) यथा + इष्टम्
(ग) फलानि + अपि
(घ) युग + अन्तरे।

Mp Board Class 8th Sanskrit Chapter 11 प्रश्न 4.
श्लोकम् पूरयत(श्लोक पूरा करो-)
विना वेदं विना गीतां, विना रामायणी कथाम्।
विना कविं कालिदासं, भारतम् भारतं न हि॥

सुभाषितानि श्लोक अर्थ सहित Class 8 2021 MP Board प्रश्न 5.
उचितं मेलयत्(उचित को मिलाओ-)
Class 8th Sanskrit Mp Board
उत्तर:
(क) → (ii)
(ख) → (iii)
(ग) → (i)
(घ) → (v)
(ङ) → (iv)

Mp Board Class 8 Sanskrit Solution प्रश्न 6.
अधोलिखितैः शब्दैः वाक्यरचनां कुरुत (नीचे लिखे शब्दों से वाक्य रचना करो-)
(क) देवः
(ख) व्ययतः
(ग) द्रुमः
(घ) लक्ष्मीः
(ङ) फलानि।
उत्तर:
Sanskrit Mp Board Class 8

सुभाषितानि हिन्दी अनुवाद

परोक्षेकार्यहन्तारं प्रत्यक्षे प्रियवादिनम्।
वर्जयेत्तादृशं मित्रं विषकुम्भं पयोमुखम्॥1॥

Sanskrit Shlok Class 8 MP Board अनुवाद :
(पीठ) पीछे कार्य को नष्ट करने वाले और सामने प्रिय बोलने वाले मित्र को वैसे ही त्याग देना चाहिए, जिस प्रकार मुख (ऊपरी हिस्से) में दूध लगे किन्तु अन्दर विष भरे घड़े को त्याग देते हैं।

अपूर्वः कोऽपि कोशोऽयं विद्यते तव भारति।
व्ययतो वृद्धिमायाति क्षयमायाति सञ्चयात्॥2॥

अनुवाद :
हे (विद्या की देवी) सरस्वती! तुम्हारा यह (विद्या का) कोष (खजाना) कुछ अनोखा (अद्भुत) है। जो खर्च करने पर बढ़ता है और एकत्र करने पर घटता है। (अर्थात्। विद्या बाँटनी चाहिए।)

विना वेदं विना गीतां, विना रामायणीं कथाम्।
विना कविं कालिदासं, भारतं भारतं न हि॥3॥

Mp Board Solution Class 8 Sanskrit अनुवाद :
बिना वेदों के, बिना. श्रीमद् भगवत् गीता के बिना रामायणी कथा के, बिना कवि कालिदास के भारत (वास्तव में) भारत नहीं है। (अर्थात् इन सबके बिना भारत की कोई पहचान नहीं है।)

उदये सविता ताम्रस्ताम्र एवास्तमेति च।
सम्पत्तौ च विपत्तौ च, महतामेकरूपता॥4॥

सुभाषितानि श्लोक अर्थ सहित Class 8 MP Board अनुवाद :
सूर्य उदय होते समय लाल होता है और अस्त होते समय भी लाल होता है। उसी प्रकार महान् लोग सम्पत्ति (सुख) और विपत्ति (दुःख) में एक समान रहते हैं।

उद्यमं साहसं धैर्यं बुद्धिः शक्तिः पराक्रमः।
षडेते यत्र वर्तन्ते तत्र देवः सहायकः॥5॥

Subhasitani Sloka Class 8 MP Board अनुवाद :
उद्यम (परिश्रम), साहस (बल, हिम्मत), धैर्य, बुद्धि, शक्ति और पराक्रम, ये छह जहाँ पर होते हैं वहाँ भगवान् सहायक होते हैं।

नरत्वं दुर्लभं लोके, विद्या तत्र सुदुर्लभा।
कवित्वं दुर्लभं तत्र, शक्तिस्त्र सुदुर्लभा॥6॥

क्लास 8 संस्कृत चैप्टर 11 MP Board अनुवाद :
संसार में मानव जन्म (नरत्व) कठिनता से प्राप्त। होता है, (यदि मानव जन्म मिल भी जाये तो) उसमें विद्या (ज्ञान) बहुत कठिनता से प्राप्त होती है; (यदि विद्या मिल भी जाये तो) उसमें कवित्व (कविता करना) कठिनता से प्राप्त होता है, (यदि कवित्व मिल भी जाये तो) उसमें (कविता करने की ईश्वर प्रदत्त) शक्ति (क्षमता) बहुत कठिनता से प्राप्त होती है।

अयं निजः परोवेति गणना लघुचेतसाम्।
उदारचरितानां तु वसुधैवकुटुम्बकम्॥7॥

Mp Board Class 8 Sanskrit Solution Chapter 1 अनुवाद :
‘यह मेरा है, ‘यह उसका है’, ऐसी छोटे मन वालों की सोच होती है। उदार हृदय वालों के लिए तो सारा संसार ही परिवार होता है।

छायामन्यस्य कुर्वन्ति तिष्ठन्ति स्वयमातपे।
फलान्यपि परार्थाय वृक्षाः सत्पुरुषा इव॥8॥

कक्षा 8 संस्कृत पाठ 11 MP Board अनुवाद :
दूसरों के लिए छाया करते हैं और स्वयं धूप में खड़े रहते हैं। फल भी दूसरों के लिए होते हैं, इसलिए वृक्ष सज्जनों के समान होते हैं। (अर्थात् जैसे सज्जन दूसरों के लिए कष्ट सहन करके भी उपकार करते हैं, उसी प्रकार वृक्ष होते हैं।)

निन्दन्तु नीतिनिपुणाः यदि वा स्तुवन्तु
लक्ष्मीः समाविशतु, गच्छतु वा यथेष्टम्।
अद्यैव वा मरणामस्तु युगान्तरे वा
न्याय्यात्पथः प्रविचलन्ति पदं न धीराः॥9॥

सुभाषितानि श्लोक Class 8 MP Board अनुवाद :
धैर्यशील मनुष्यों की, नीति में कुशल विद्वान् निन्दा करें या प्रशंसा करें, इच्छानुसार सम्पत्ति आये अथवा दूर चली जाये (न आये), आज ही मृत्यु हो जाय या दूसरे युग में (बहुत दिनों के बाद) हो, परन्तु वे न्यायोचित मार्ग से एक पग भी विचलित नहीं होते हैं।

सुभाषितानि शब्दार्थाः

सम्पत्तौ = सम्पत्ति (सुख में)। एकरूपता = समानता। विपत्तौ = विपत्ति में। उदये = उदय होते समय में। महताम् = बड़ों का। सविता = सूर्य। ताम्रः = ताँबे के समान लाल। नरत्वम् = मानवता। परोक्षे = पीछे। दुर्लभम् = कठिनता से प्राप्त। वर्जयेत = रोके। कुटुम्बकम् = परिवार। क्षयमायाति = क्षीण होता है। लघुचेतसाम् = छोटे मन वाला। भारति = हे सरस्वती जी। उदारचरितानाम् = उदार हृदय वाला। निन्दन्तु = निन्दा करें। आतपे = धूप में। समाविशतु = अच्छे प्रकार से आये। परार्थाय = दूसरों के लिए। युगान्तरे = दूसरे युग में। सत्पुरुषाः = सज्जन व्यक्ति। यथेष्टम् = इच्छित को। स्तुवन्तु = स्तुति करें।

MP Board Class 8th Sanskrit Solutions

MP Board Class 10th Social Science Solutions Chapter 6 प्राकृतिक आपदाएँ एवं आपदा प्रबन्धन

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MP Board Class 10th Social Science Solutions Chapter 6 प्राकृतिक आपदाएँ एवं आपदा प्रबन्धन

MP Board Class 10th Social Science Chapter 6 पाठान्त अभ्यास

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MP Board Class 10th Social Science Chapter 6 वस्तुनिष्ठ प्रश्न

सही विकल्प चुनकर लिखिए

आपदा प्रबंधन के प्रश्न उत्तर Class 10th MP Board प्रश्न 1.
सर्वाधिक बाढ़ प्रभावित राज्य (2009)
(i) बिहार
(ii) पश्चिमी बंगाल
(iii) असम
(iv) उत्तर प्रदेश।
उत्तर:
(ii) पश्चिमी बंगाल

आपदा प्रबंधन के प्रश्न उत्तर MP Board Class 10th प्रश्न 2.
भूकम्प की दृष्टि से भारत का अत्यधिक प्रभावित क्षेत्र – (2009)
(i) कच्छ
(ii) अरावली पर्वत
(iii) उड़ीसा तट
(iv) गोवा।
उत्तर:
(i) कच्छ

आपदा प्रबंधन कक्षा 10 अध्याय 1 MP Board प्रश्न 3.
दिसम्बर 2004 में सुनामी से सबसे अधिक जनहानि हुई थी
(i) तमिलनाडु में
(ii) गुजरात में
(iii) केरल में
(iv) उड़ीसा में।
उत्तर:
(i) तमिलनाडु में

आपदा प्रबंधन के प्रश्न उत्तर Chapter 6 MP Board Class 10th प्रश्न 4.
विश्व स्तर पर पहला भू शिखर सम्मेलन आयोजित हुआ था (2017)
(i) जापान (याकोहामा)
(ii) भारत (बंगलूरु)
(iii) ब्राजील (रियोडिजेनिरो)
(iv) यू. एस. ए. (न्यूयार्क)।
उत्तर:
(iii) ब्राजील (रियोडिजेनिरो)

MP Board Class 10th Social Science Chapter 6 अति लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
भूस्खलन को रोकने के लिए पहाड़ी सड़कों के किनारे क्या किया जाता है ?
उत्तर:
पहाड़ी स्थानों पर सड़कों के किनारे भूस्खलन को रोकने हेतु बनायी गयी पुख्ता दीवारें बहुत ही महत्त्वपूर्ण सिद्ध होती हैं।

प्रश्न 2.
अचानक उत्पन्न होने वाली प्राकृतिक आपदाएँ कौन-कौनसी हैं ? (2014)
उत्तर:
अचानक उत्पन्न होने वाली आपदाएँ–भूकम्प, सुनामी लहरें, ज्वालामुखी विस्फोट, भूस्खलन, बाढ़, चक्रवात, हिम स्खलन, बादल फटना इत्यादि।

प्रश्न 3.
तटबाँध का निर्माण किन क्षेत्रों के लिए उपयुक्त माना जाता है ?
उत्तर:
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में तटबाँधों का निर्माण करके बाढ़ के प्रभाव को कम किया जा सकता है।

प्रश्न 4.
रिक्टर पैमाने पर क्या मापा जाता है ? (2013, 16)
उत्तर:
भूकम्प की मात्रा एवं तीव्रता।

MP Board Class 10th Social Science Chapter 6 लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
आपदाओं से क्या तात्पर्य है ?
उत्तर:
आपदा से आशय – आपदा एक मानवजनित या प्राकृतिक विपत्ति है जिससे निश्चित क्षेत्र में आजीविका तथा सम्पत्ति की हानि होती है, जिसकी परिणति मानवीय वेदना तथा कष्टों में होती है।

अतः वे समस्त घटनाएँ जो प्रकृति में व्यापक रूप से घटित होती हैं और मानव समुदाय को असुरक्षित एवं संकट में डालते हुए मानवीय दुर्बलताओं को दर्शाती हैं, आपदाएँ हैं। जैसे—भूकम्प, बाढ़, चक्रवात, सूखा, भूस्खलन, आग, आतंकवाद, नाभिकीय संकट, रासायनिक संकट, पर्यावरणीय संकट आदि।

प्रश्न 2.
सूखा एवं बाढ़ किसे कहते हैं ? लिखिए। (2011, 18)
उत्तर:
सूखा – सूखा एक प्रमुख आपदा है जो मानवीय चिन्ता का प्रमुख विषय रहा है। हमारे राष्ट्र में बहुत कम ऐसे क्षेत्र हैं, जहाँ सूखे की समस्या का सामना नहीं करना पड़ता है। किसी भी क्षेत्र में होने वाली सामान्य वर्षा में 25 प्रतिशत या उससे ज्यादा कमी होने पर उसे सूखे की स्थिति कहा जाता है। गम्भीर सूखे की स्थिति को हम तब कहते हैं जब या तो वर्षा में 50 प्रतिशत से अधिक की कमी हो या दो वर्षों तक निरन्तर वर्षा न हो।

सिंचाई आयोग की 1972 की रिपोर्ट के अनुसार देश के वे क्षेत्र जहाँ औसत वार्षिक वर्षा 75 सेमी. से कम हो, साथ ही कुल वार्षिक वर्षा में सामान्य से 25 प्रतिशत तक परिवर्तन हो, सूखाग्रस्त क्षेत्र कहा गया है।

बाढ़ – किसी बड़े भू-भाग में किन्हीं भी कारणों से हुआ जलभराव जिससे जन-धन की हानि होती है, बाढ़ कहलाती है। जलाशयों में पानी की वृद्धि होने या भारी वर्षा के कारण नदी के अपने किनारों को लाँघने या तेज हवाओं या चक्रवातों के कारण बाँधों के फटने से विशाल क्षेत्रों में अस्थायी रूप से पानी भरने से बाढ़ आती है।

प्रश्न 3.
भूस्खलन की आपदा से बचने के लिए प्रयुक्त तीन चरणों को लिखिए।
उत्तर:
भूस्खलन की आपदा से बचने के प्रमुख चरण निम्नलिखित हैं –
(1) आपदा संकट मानचित्रण – सर्वप्रथम आपदा संकट मानचित्रण करके भूस्खलन के क्षेत्रों का पता लगाना आवश्यक होता है। ऐसा करने से यह पता लग सकेगा कि बस्तियाँ बसाने के लिए कौन-कौनसे क्षेत्रों से बचा जाए।

(2) प्राकृतिक वनस्पति को बढ़ावा – पहाड़ी ढालों पर प्राकृतिक वनस्पति को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। वनस्पतिविहीन ऊपरी ढालों पर उपयुक्त प्रजातियों के वृक्षों को रोपित करके पुनः वनस्पति युक्त बनाया जाना आवश्यक है।

(3) मजबूत बुनियाद के नक्शे मजबूत बुनियाद के साथ नक्शे तैयार करके बनाए गए भवन भूमि की संचलन शक्ति को सहन कर लेते हैं। भूमि के नीचे बिछाए गये पाइप तथा केबल्स लचीले होने चाहिए ताकि वे भूस्खलन से उत्पन्न दबाव का सामना आसानी से कर सकें।

भूस्खलन को रोकने का सबसे सस्ता और प्रभावी तरीका है वनस्पति आच्छादन का विस्तार करना। ऐसा करने से मिट्टी की ऊपरी परत निचली परत के साथ जुड़ जाती है। अत्यधिक अपवाह और भूक्षरण को भी इससे रोका जा सकता है।

प्रश्न 4.
सुनामी से क्या आशय है ?
उत्तर:
सुनामी – भूकम्प और ज्वालामुखी से महासागरीय धरातल में अचानक हलचल उत्पन्न होती है और महासागरीय जल का अचानक विस्थापन होता है। परिणामस्वरूप समुद्री जल में उर्ध्वाधर ऊँची तरंगें पैदा होती हैं। इन्हें सुनामी या भूकम्पीय समुद्री लहरें कहा जाता है।

सामान्यतया प्रारम्भ में सिर्फ एक ऊर्ध्वाधर तरंग ही उत्पन्न होती है, परन्तु कालान्तर में जल-तरंगों की एक श्रृंखला बन जाती है। महासागर में जल तरंग की गति जल की गहराई पर निर्भर करती है। जल तरंग का गति उथले समुद्र में कम और गहरे समुद्र में ज्यादा होती है। गहरे समुद्र में सुनामी लहरों की लम्बाई अधिक होती है और ऊँचाई कम। उथले समुद्र में किनारों पर इन लहरों की ऊँचाई 15 मीटर या इससे अधिक हो सकती है। इससे तटीय क्षेत्र में भीषण विध्वंस होता है।

प्रश्न 5.
हिमालय और भारत के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में अधिक भूकम्प क्यों आते हैं?
उत्तर:
भू-संरचना की दृष्टि से हिमालय नवीन पर्वतीय श्रृंखला वाला क्षेत्र है। यह पर्वतीय क्षेत्र अभी भी अपने निर्माण की अवस्था में है इसलिए समस्त हिमालय क्षेत्र सक्रिय भूकम्पीय क्षेत्रों के अन्तर्गत है। यहाँ निरन्तर ही प्राचीन काल से अनेक विनाशकारी भूकम्प आते रहे हैं। भारतीय हिमालय के मध्यवर्ती भाग में स्थित विशाल मैदान भी भूकम्प प्रभावित क्षेत्र है। 1988 में बिहार में भारत-नेपाल सीमा पर अंजारिया में विनाशकारी भूकम्प आया था जिसका प्रभाव मधुबनी और दरभंगा पर पड़ा था।

प्रश्न 6.
पश्चिमी और मध्य भारत में सूखे ज्यादा क्यों पड़ते हैं ?
उत्तर:
सूखे का सबसे महत्वपूर्ण कारण वर्षा का कम होना तथा असमान वितरण है। पश्चिमी तथा मध्य भारत में वर्षा की अनिश्चितता रहती है। यहाँ वर्षा केवल वर्षा ऋतु में ही होती है। इसलिए इसकी मात्रा कम रहती है। कई बार मानसून पवनें निश्चित समय से पूर्व ही समाप्त हो जाती हैं जिससे पश्चिमी और मध्य भारत में सूखे ज्यादा पड़ते हैं।

प्रश्न 7.
भारत में सुनामी प्रभावित प्रमुख क्षेत्र कौन-से हैं ? (2009, 11)
उत्तर:
सुनामी आपदा के क्षेत्र – समुद्रतटीय क्षेत्र सुनामी आपदा के प्रभाव क्षेत्र हैं। सुनामी आपदा के क्षेत्रों में प्रमुखतया तमिलनाडु, केरल, आन्ध्र प्रदेश, पाण्डिचेरी और अण्डमान-निकोबार द्वीपसमूह आदि हैं।

प्रश्न 8.
प्राकृतिक आपदाओं के लिए वनों का विदोहन (या विनाश) उत्तरदायी है। क्या यह सच है ? समझाइए। (2009, 14)
उत्तर:
प्राकृतिक आपदाएँ वे समस्त घटनाएँ हैं जो प्रकृति में विस्तृत रूप से घटित होती हैं और जिनका प्रभाव विनाशकारी होता है; जैसे – सूखा, बाढ़, भूकम्प, भूस्खलन एवं सुनामी आदि। इन आपदाओं के लिए प्रमुख रूप से वनों का विदोहन उत्तरदायी है। वनों से ही मिट्टी को पोषण तत्व प्राप्त होते हैं, मृदा अपरदन से रक्षा होती है, वर्षा में वृद्धि होती है। वन विनाश से प्राकृतिक जल धाराओं का सूखना, वर्षा कम होने से भूमिगत जल स्तर का नीचा होना, नदियों के जल स्तर का गिरना जिससे सूखे की प्राकृतिक आपदा का सामना करना पड़ रहा है। इस प्रकार स्पष्ट है कि प्राकृतिक आपदाओं के लिए वनों का विनाश (विदोहन) उत्तरदायी है।

प्रश्न 9.
महामारी कैसे फैलती है ? स्पष्ट कीजिए। (2009, 13)
अथवा
महामारी आपदा से आप क्या समझते हैं ? इसके प्रमुख कारण लिखिए। (2009)
उत्तर:
महामारी को किसी ऐसे रोग या स्वास्थ्य सम्बन्धी अन्य घटना के रूप में परिभाषित किया जाता है जो असाधारण या अप्रत्याशित रूप से बड़े पैमाने पर फैल जाती है। महामारी या प्रकोप की स्थिति तब होती है जब किसी रोग विशेष से ग्रस्त मामलों की संख्या अनुमान से बहुत अधिक हो जाती है। कोई भी महामारी तेजी के साथ या अचानक फैल सकती है।

महामारी के प्रमुख कारण विषाणु, जीवाणु, प्रोटोजोआ अथवा कवक होते हैं। खाद्य पदार्थ एवं पेयजल का प्रदूषण, बारिश के मौसम में मच्छरों की वृद्धि, पर्यटक एवं प्रवासी लोगों की अत्यधिक भीड़ तथा वातावरण पर प्राकृतिक आपदाओं का प्रभाव भी महामारी का प्रकोप लाता है।

प्रश्न 10.
आपदा प्रबन्धन से क्या आशय है ? आपदा प्रबन्ध के मुख्य तत्व बताइए। (2009, 13, 15, 17)
अथवा
“आपदा प्रबन्धन का ज्ञान प्रत्येक विद्यार्थी को होना चाहिए।” क्यों ? (2010)
उत्तर:
आपदा प्रबन्धन का आशय – आपदा प्रबन्धन क्रियाकलापों की एक ऐसी श्रृंखला है जो आपदा से पहले और उसके बाद ही नहीं बल्कि एक दूसरे के समानान्तर भी चलती रहती है। यह व्यवस्था विस्तार और संकुचन मॉडल से भी अधिक है। इस व्यवस्था में यह मानकर चला जाता है कि आपदा सम्भावित समुदाय के भीतर आपदा की रोकथाम, उसके दुष्प्रभाव को कम करने, जवाबी कार्यवाही और सामान्य जीवन स्तर पर लौटने के लिए पर्याप्त उपाय होते हैं, तथापि विभिन्न घटक, संकट और समुदाय की असुरक्षा की सम्भावना के बीच सम्बन्ध के आधार पर विस्तारित तथा संकुचित होते रहते हैं। अर्थात् आपदा प्रबन्धन ऐसे क्रियाकलापों का एक समूह है जो आपदा के पूर्व या बाद की स्थिति के क्रम में न होकर एक-दूसरे के साथ-साथ चलती हैं।

आपदा प्रबन्धन के चार मुख्य तत्व निम्नलिखित हैं –

  1. पहले से तैयारी – इसके अन्तर्गत समुदाय को आपदा प्रभाव से निपटने के लिए पहले से तैयार रहना चाहिए।
  2. राहत एवं जवाबी कार्यवाही – आपदा से पहले, आपदा के दौरान और आपदा के तुरन्त बाद किए गए ऐसे उपाय जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि आपदा के प्रभाव कम से कम हों।
  3. सामान्य जीवन स्तर पर लौटना – ऐसे उपाय जो कि भौतिक आधारभूत सुविधाओं के पुनर्निर्माण तथा आर्थिक एवं भावनात्मक कल्याण की प्राप्ति में सहायक हों।
  4. रोकथाम और दुष्प्रभाव कम करने के लिए योजना – आपदाओं की गम्भीरता तथा उनके प्रभाव को कम करने के उपाय।

MP Board Class 10th Social Science Chapter 6 दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
बाढ़ आपदा के लिए उत्तरदायी कारकों का वर्णन करते हुए उसके नियन्त्रण के उपाय बताइए।
अथवा
बाढ़ नियन्त्रण के कोई चार उपाय लिखिए। (2016)
[संकेत : ‘बाढ़ नियन्त्रण के उपाय’ शीर्षक देखें।]
उत्तर:
बाढ़ के उत्तरदायी कारण

बाढ़ आपदा के लिए प्रमुख उत्तरदायी कारण निम्नलिखित हैं –

(1) बाँध, तट बाँध एवं बैराज का टूटना-भारत में तटबन्ध टूटने, बाँध टूटने और बैराज से अधिक पानी छोड़े जाने के कारण बाढ़ आती है जिसे ‘क्लेश फ्लड’ कहते हैं। अविवेकपूर्ण तरीके से तट बन्धों का निर्माण होने, पुराने व जीर्ण हो रहे बाँधों के कारण बाढ़ों का खतरा निरन्तर बना रहता है।

(2) नदियों में गाद की मात्रा बढ़ना-हिमालय क्षेत्र में बहने वाली नदियों में मिट्टी और गाद पानी के साथ बहकर मैदानों एवं समुद्र तटीय क्षेत्रों में जमा हो जाती है। एक अनुमान के अनुसार हिमालय से निकलने वाली गण्डक और सरयू नदियों से प्रतिवर्ष 10 लाख घन फुट मिट्टी जल के साथ बहकर उत्तर प्रदेश के मैदानों में जमा हो रही है। इससे नदियों का तल उठ रहा है और उनकी जल सतह ऊपर उठ रही है। अब प्रतिवर्ष इनकी ये धारा ही बाढ़ का रूप धारण कर रही है।

(3) भूस्खलन होना-पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन द्वारा नदी का मार्ग अवरुद्ध होने से जलाशय बन जाते हैं और फिर उनके अचानक टूटने से प्रलयकारी बातें आती हैं। हिमालय क्षेत्र में भूस्खलन एक आम क्रिया है।

(4) सडक और निर्माण कार्यों से जल निकासी में व्यवधान पर्वतीय क्षेत्रों में सड़कों के निर्माण, वन कटाई, अनियन्त्रित खनन से पहाड़ों की भूमि अस्थिर हो गई है। हिमालय क्षेत्र में एक किमी. लम्बी सड़क बनाने में औसतन 60,000 घन मीटर मलबा निकलता है। हिमालय क्षेत्र में लगभग 50,000 किमी. लम्बी सड़कों का निर्माण हो चुका है। सड़क निर्मित एकत्रित मलबा भी बाढ़ों को आमन्त्रित करता है।

इसके अतिरिक्त अन्य कारणों में नदियों पर निर्मित बाँधों में तल-छट भरना व पर्यावरण विनाश एवं मृदा अपरदन और निक्षेपण अधिक होना बाढ़ के लिए उत्तरदायी कारण हैं।

बाढ़ नियन्त्रण के उपाय

बाढ़ नियन्त्रण के लिए निम्नलिखित उपाय किये जा सकते हैं –

  1. नदियों के ऊपरी क्षेत्रों में अनेक जलाशय बनाये जा सकते हैं।
  2. सहायक नदियों व धाराओं पर अनेक छोटे-छोटे बाँधों का निर्माण किया जाना चाहिए जिससे मुख्य नदी में बाढ़ के खतरे को कम किया जा सके।
  3. नदियों के ऊपरी जल संग्रहण क्षेत्रों में सघन वृक्षारोपण किया जाना चाहिए।
  4. मैदानी क्षेत्रों में अनुपयुक्त भूमि पर जल संग्रहण किया जाना चाहिए।
  5. नदियों के किनारों की भूमि पर मानवीय बस्तियों के अतिक्रमण पर रोक लगाई जानी चाहिए।
  6. नदियों के जल ग्रहण क्षेत्रों में वन विनाश को नियन्त्रित करना चाहिए।
  7. पर्वतीय क्षेत्रों में सड़क निर्माण के समय विस्फोटकों का सीमित उपयोग कर भूस्खलन पर नियन्त्रण किया जाना चाहिए।

बाढ़ सम्भावित क्षेत्रों में किसी भी बड़े विकास कार्य की अनुमति नहीं देनी चाहिए। बाढ़ क्षेत्रों में भवनों का निर्माण मजबूत होना चाहिए।

प्रश्न 2.
भूकम्प आपदा का अर्थ बताते हुए भारत में भूकम्प प्रभावित क्षेत्रों का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
‘भूकम्प’ शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है, भू + कम्प; जहाँ भू का अर्थ पृथ्वी, कम्प का अर्थ काँपना है। जब पृथ्वी की सतह अचानक हिलती या कम्पित होती है, तो इसे भूकम्प कहते हैं। अर्थात् पृथ्वी के अन्दर अचानक हलचलों के कारण भूकम्प उत्पन्न होते हैं।

भूकम्प उत्पत्ति के कारण

इसके प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं –

  1. ज्वालामुखी उद्भेदन – भूकम्प की उत्पत्ति का एक मुख्य कारण ज्वालामुखी उद्गार है। जब तप्त एवं तरल लावा भूपटल की शैलों को तोड़कर वेग के साथ बाहर निकलता है, तो भूपटल वेग से काँप उठता है जिसके परिणामस्वरूप भूकम्प आते हैं।
  2. भू-असन्तुलन – भूगर्भ में भ्रंशों के सहारे उत्पन्न निर्बल क्षेत्र में शैलों का सन्तुलन बिगड़ जाता है। सन्तुलन बिगड़ने के कारण शैलों में कम्पन उत्पन्न होने लगता है और भूकम्प आ जाते हैं।
  3. प्लेट विवर्तनिकी – भू प्लेटों के किनारे जब एक-दूसरे से आपस में रगड़ते हैं तो उससे चट्टानों में भ्रंशन और चटकन द्वारा भूकम्प उत्पन्न होते हैं। प्रायद्वीपीय दक्षिणी भारत में प्लेट विवर्तनिकी भूकम्प आते हैं।

भारत में भूकम्प प्रभावित क्षेत्र

भूकम्प के विवरण एवं प्रभाव के आधार पर भारत को पाँच क्षेत्रों में बाँटा जाता है

  1. अत्यधिक प्रभावित क्षेत्र
  2. अत्यधिक खतरा प्रभावित क्षेत्र
  3. मध्यम प्रभावित क्षेत्र
  4. निम्न खतरा प्रभावित क्षेत्र, तथा
  5. सामान्य क्षेत्र।

देश में सबसे खतरा प्रभावित क्षेत्र हैं हिमालय, जिसके अन्तर्गत हिमाचल प्रदेश, उत्तराखण्ड, उत्तर बिहार तथा पूर्वोत्तर भारत शामिल हैं। इसके अतिरिक्त कच्छ भी अधिक खतरा प्रभावित क्षेत्र है। इसके अतिरिक्त कोंकण तट भी अधिक खतरा प्रभावित क्षेत्र है।

मध्य भारत, राजस्थान, महाराष्ट्र, कर्नाटक, उड़ीसा, तमिलनाडु, आन्ध्र प्रदेश, झारखण्ड तथा छत्तीसगढ़ भूकम्प से कम प्रभावित क्षेत्र हैं। देश के अन्य भाग मध्यम खतरा प्रभावित क्षेत्र के अन्तर्गत आते हैं।

प्रश्न 3.
सखा और बाढ़ में क्या सामान्य है ? किस प्रकार उचित योजना के द्वारा सुखे और बाढ़ की स्थितियों को नियन्त्रित किया जा सकता है ? विवेचना कीजिए।
अथवा
सूखा आपदा से निपटने के लिए कोई चार उपाय लिखिए। (2012)
[संकेत – सूखे के दुष्प्रभाव को कम करने के उपाय’ शीर्षक को देखें।]
उत्तर:
सूखा और बाढ़ में क्या सामान्य ? – भारत की विशालता और भौतिक विभिन्नता के कारण यहाँ बाढ़ एक सामान्य आपदा है। देश में वर्षा का 80 प्रतिशत से अधिक भाग मानसून द्वारा प्राप्त होता है। मानसूनी वर्षा की कमी या अधिकता क्रमशः सूखे या बाढ़ को जन्म देती है।

सूखे के दुष्प्रभाव को कम करने के उपाय

इस दिशा में निम्नलिखित कदम प्रभावशाली हो सकते हैं –

  1. सूखे पर नजर रखना – इसके अन्तर्गत वर्षा पर निरन्तर नजर रखना, पानी के संग्रह स्थलों में पानी की मात्रा पर नजर रखना तथा उपलब्ध जल की मात्रा की उसकी आवश्यक मात्रा से तुलना आदि को सम्मिलित किया जाता है।
  2. जल संरक्षण – इसमें घरों तथा कृषि क्षेत्रों में वर्षा के पानी को संचित किया जाता है। यह उपलब्ध पानी की मात्रा को बढ़ा देता है। जल संचय वर्षा के पानी को निचले क्षेत्र या तालाबों आदि में एकत्र करके या इसे पृथ्वी के अन्दर अवशोषित कराकर किया जाता है। इससे कृषि के लिए उपलब्ध पानी की मात्रा बढ़ जाती है।
  3. सिंचाई के साधनों को बढ़ाना – सिंचाई सुविधाओं का विस्तार, सूखे से असुरक्षा को कम करता है।
  4. वनारोपण – वनारोपण या वृक्ष लगाने का कार्य बड़े पैमाने पर किया जाना चाहिए जिससे वर्षा के पानी को व्यर्थ में बहने से रोका जा सके। वर्षा को आकर्षित किया जा सके।
  5. आजीविका योजना – सूखे के प्रभाव को कम करने के लिए खेती से हटकर रोजगार के अवसर बढ़ाना, सामुदायिक वनों से गैर काष्ठ वन उपज संग्रह करना, बकरी पालन, बढ़ईगीरी करना, आदि शामिल हैं।

प्रश्न 4.
सामान्य आपदाओं से क्या तात्पर्य है ? प्रमुख सामान्य आपदाओं का वर्गीकरण करते हुए उनके कारण, प्रभाव और बचाव के उपायों को स्पष्ट कीजिए।
अथवा
घरों में लगने वाली आग की रोकथाम की बुनियादी युक्तियाँ लिखिए। (2009)
अथवा
घर में आग से बचाव के कोई चार उपाय लिखिए। (2012, 16)
[संकेत : ‘आग से बचाव के उपाय’ शीर्षक देखें।]
उत्तर:
सामान्य आपदाएँ
सामान्य आपदाएँ वे घटनाएँ हैं जो दैनिक कार्यों के सम्पादन के दौरान घटित होती हैं एवं क्षति पहुँचाती हैं;
जैसे – आग, सड़क दुर्घटनाएँ, रेल एवं यातायात दुर्घटनाएँ, महामारी आदि।

(1) आग
आग अत्यन्त खतरनाक होती है। चक्रवात, भूकम्प, बाढ़ आदि सभी प्राकृतिक आपदाओं को मिलाकर जितने लोगों की मृत्यु होती है उससे कहीं अधिक लोग आग से जलकर मरते हैं।

आग लगने के कई कारण होते हैं बिजली के हीटर पर खाना पकाते समय होने वाली दुर्घटनाएँ, बिजली की वाइंडिंग क्षमता से अधिक भार, कमजोर वाइंडिंग, कूड़ा-करकट में लगी आग, आगजनी, बारूदी पदार्थ आदि।

आग से बचाव के उपाय –

  1. आग से बचाव के बुनियादी नियम और बाहर निकलने का रास्ता सदैव ध्यान में रखा जाये।
  2. घर के भीतर अत्यधिक ज्वलनशील पदार्थ न रखें।
  3. जब घर से बाहर जाएँ तो बिजली और गैस के सभी उपकरण बन्द करके जाएँ।
  4. घर में एक अग्निशमन यन्त्र अवश्य रखें और प्रयोग करना सीखें।
  5. बिजली के एक ही सॉकिट में बहुत सारे उपकरण न लगाएँ।
  6. आग लगने पर दमकल विभाग को बुलाएँ, उन्हें अपना पता तथा पानी की प्रकृति और स्थान की सूचना दें।

(2) सड़क दुर्घटनाएँ
सड़क व्यवस्था बेहतर सम्पर्क और सेवा के लिए बनाई जाती है। लेकिन वाहन चालकों की जल्दबाजी व लापरवाहियों के कारण सड़क दुर्घटनाओं की संख्या बढ़ती जा रही है, इसके प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं –

  1. यातायात नियमों का उल्लंघन।
  2. नशे की हालत में वाहन चलाना।
  3. तीव्र गति से गाड़ी चलाना।
  4. वाहनों तथा सड़कों के रख-रखाव में कमी।

बचाव के उपाय –

  1. वाहन तभी चलाएँ जब आप उसके लिए पर्याप्त सक्षम हों।
  2. वाहन चलाते समय मोबाइल पर बात न करें।
  3. दो पहिया वाहन सदैव हेलमेट पहनकर चलाएँ।
  4. अपने से अगली गाड़ी से आगे निकलने का अनावश्यक प्रयास न करें।
  5. सड़क से सम्बन्धित संकेतों का ज्ञान होना चाहिए तथा उनका पालन करना चाहिए।
  6. वाहन चलाते समय गति को अचानक तेज या कम न करें।
  7. सड़क को पार करते समय सड़क के दोनों तरफ देखें।

(3) रेल दुर्घटनाएँ
रेल दुर्घटनाएँ, रख-रखाव की कमी, मानवीय त्रुटि या तोड़-फोड़ की कार्यवाही के कारण पटरी से उतरने से होती हैं।

सुरक्षा के उपाय –

  1. रेल क्रॉसिंग पर सिग्नल और स्विंग बैरियर का ध्यान रखें, उनके नीचे से निकलने का प्रयास न करें।
  2. मानवरहित क्रॉसिंग पर वाहन से नीचे उतरकर दोनों ओर देखिए। रेलगाड़ी के दिखाई न देने पर ही लाइन पार कीजिए।
  3. रेल से यात्रा करते समय अपने साथ ज्वलनशील पदार्थ नहीं ले जाने चाहिए।
  4. रेलगाड़ी में सफर करते समय दरवाजे पर खड़े न हों और न ही बाहर की तरफ झुकें।
  5. आपातकालीन चेन को बिना आवश्यकता के न खींचें। आपातकालीन खिड़की का दुर्घटना के समय बाहर निकलने हेतु उपयोग न करें।

(4) हवाई दुर्घटनाएँ
हवाई यात्रा में यात्री की सुरक्षा अनेक कारकों से प्रभावित होती है। हवाई यात्रा निम्न स्थितियों में जोखिम पूर्ण हो जाती है; जैसे तकनीकी समस्या, आग, जहाज उतरने तथा उड़ने की अवस्थाएँ, पहाड़ी क्षेत्रों में आने वाले तूफान, अपहरण एवं बमो से आक्रमण।

सुरक्षा के उपाय –

  1. विमान चालक दल द्वारा सुरक्षा के सम्बन्ध में जो बातें बताई जाएँ उन पर ध्यान दें।
  2. सुरक्षा अनुदेश कार्ड को ध्यानपूर्वक पढ़ें।
  3. निकटतम आपातकालीन खिड़की का पता होना तथा आपातकाल के दौरान इसे खोलने की विधि का ज्ञान होना चाहिए।
  4. कुर्सी पर बैठते समय सुरक्षा पेटी को बाँधकर रखना चाहिए।

(5) महामारी आपदा
महामारियाँ रोग एवं मृत्यु के लिए जिम्मेदार होती हैं। महामारियों से समाज में विघटन होता है और आर्थिक हानि भी। महामारियों से ऐसे लोग अधिक प्रभावित होते हैं जो कुपोषित होते हैं या दूषित वातावरण में रहते हैं, जहाँ जलआपूर्ति घटिया होती है एवं जहाँ पर स्वास्थ्य सेवाओं की सुलभता नहीं होती, जिन व्यक्तियों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है वे महामारी से ज्यादा प्रभावित होते हैं। यदि किसी स्थान पर प्राकृतिक आपदा (ज्वालामुखी, बाढ़, चक्रवात, सुनामी) पहले आ चुकी हो तो महामारी का प्रकोप जीवन के लिए भयावह स्थितियाँ उत्पन्न कर देता है।

बचाव के उपाय –

  1. महामारी को नियन्त्रित करने हेतु स्वास्थ्य सेवाओं का राज्य स्तर से लेकर ग्राम स्तर तक विस्तारित किया जाना आवश्यक है। अत: राज्य, जिला, उपकेन्द्र तथा ग्राम स्तर पर स्वास्थ्य कर्मियों एवं नौं को पूर्व तैयारी एवं तालमेल बनाना आवश्यक होता है।
  2. महामारियों के घटने की आशंका किसी क्षेत्र में है तो जवाबी कार्यवाही के रूप में उसकी आकस्मिक कार्ययोजना तैयार की जानी चाहिए तथा नियमित निगरानी प्रणाली को बढ़ावा दिया जाना चाहिए।
  3. उपलब्ध दवाओं, टीकों, प्रयोगशाला इकाइयों, डॉक्टरों और सहयोगी स्टाफ की संख्या दर्शाने वाली सूची तैयार की जानी चाहिए जिससे आवश्यकता पड़ने पर उनका उपयोग सम्भव हो सके।
  4. महामारियों एवं उनके सुरक्षा उपायों पर आधारित प्रशिक्षण, सभी स्तरों पर कार्यरत् अधिकारियों एवं कर्मचारियों को दिया जाना चाहिए इससे क्षमता निर्माण के साथ बेहतर ढंग से आपात स्थिति में कार्य लिया जा सकता है।
  5. टीकाकरण द्वारा वैयक्तिक बचाव तथा दुष्प्रभाव को सीमित किया जा सकता है।
  6. संक्रमण के वाहकों को कई विधियों द्वारा नियन्त्रित किया जाना चाहिए;

जैसे –

  1. स्वच्छता अवस्थाएँ सुधारकर
  2. रोगाणुओं के प्रजनन स्थलों को नष्ट करके
  3. कूड़ा-करकट के उचित निस्तारण द्वारा, तथा
  4. जल स्रोतों को शुद्ध करके।

प्रश्न 5.
रासायनिक आपदाएँ क्या हैं ? प्रमुख रासायनिक आपदाओं के उदाहरण देते हुए रोकथाम के उपाय बताइए।
उत्तर:
रासायनिक आपदाएँ

औद्योगिक व रासायनिक आपदाएँ मानव प्रदत्त आपदाएँ हैं। इनकी शुरुआत बड़ी तेजी से बिना किसी चेतावनी के हो सकती है।

रासायनिक गैस रिसाव मानवीय गलती, प्रौद्योगिकी खराबी अथवा प्राकृतिक क्रियाकलापों से हो सकती है।

उदाहरण – रासायनिक गैस रिसाव (2-3 दिसम्बर, 1984) भोपाल में घटने वाली अभी तक की सबसे विनाशकारी औद्योगिक रासायनिक आपदा है। यह त्रासदी एक प्रौद्योगिकी घटना का परिणाम थी। इसमें हाइड्रोजन, साइनाइड तथा अन्य अभिकृत उत्पादों सहित 4-5 टन मिथाइलआइसोसाइनेट (एमआईसी) नामक अत्यन्त जहरीली गैस यूनियन कार्बाइड के कीटनाशक कारखाने से रात 12 बजे रिसी और हवा के साथ चारों तरफ फैल गई। सरकारी आँकड़ों के अनुसार इससे लगभग 3,600 लोग मरे और अनेक रोगग्रस्त हो गए।

रोकथाम के उपाय

  1. खतरनाक रसायनों के उपयोग, भण्डारण तथा बचाव के तरीके से सम्बन्धित जानकारी सरल भाषा में आम नागरिक तक पहुँचाना।
  2. रिहायशी क्षेत्रों को औद्योगिक क्षेत्रों से अलग एवं दूर रखा जाना चाहिए। औद्योगिक व आवासीय क्षेत्रों के मध्य हरित पट्टी होनी चाहिए।
  3. दुर्घटना की स्थिति का सामना करने की समझ विकसित करने हेतु समय-समय पर नकली अभ्यास (मॉकड्रिल) करना चाहिए।
  4. जहरीली पदार्थों के भण्डार की क्षमता सीमित होनी चाहिए।
  5. अग्निरोधी चेतावनी प्रणाली में सुधार करना चाहिए।
  6. उद्योग के लिए बीमा और सुरक्षा सम्बन्धी कानून सख्ती से लागू होने चाहिए।

प्रश्न 6.
भारत के रेखामानचित्र पर अपने रहने की स्थिति को बिन्दु के द्वारा दर्शाइए। उसमें भूकम्प प्रभावित मुख्य क्षेत्र, सूखा, बाढ़, भूस्खलन एवं सुनामी संभावित प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित संभावित क्षेत्रों को दर्शाइए।
उत्तर:
MP Board Class 10th Social Science Solutions Chapter 6 प्राकृतिक आपदाएँ एवं आपदा प्रबन्धन 1

प्रश्न 7.
आपदा प्रबन्धन पर एक लेख लिखिए। (2018)
उत्तर:
आपदा प्रबन्धन

आपदा प्राय: एक अनापेक्षित घटना है। यह ऐसी ताकतों से घटित होती है जो मनुष्य के नियन्त्रण में नहीं है। यह थोड़े समय में बिना चेतावनी के घटित होती है जिसकी वजह से मानव जीवन के क्रियाकलाप अवरुद्ध हो जाते हैं और बड़े पैमाने पर जान-माल की हानि होती है। आपदा पश्चात् रहने के स्थान, भोजन, कपड़ा, सामाजिक एवं चिकित्सा जैसी सहायता में बाहरी सहयोग की आवश्यकता पड़ती है।

लम्बे समय तक भौगोलिक साहित्य आपदाओं को प्राकृतिक बलों का परिणाम मानता रहा है और मानव को इनका अबोध एवं असहाय शिकार। परन्तु प्राकृतिक बल ही आपदाओं का एकमात्र कारक नहीं है। आपदाओं की उत्पत्ति का सम्बन्ध मानव क्रियाकलापों से भी है। कुछ मानवीय गतिविधियाँ तो प्रत्यक्ष रूप से इन आपदाओं के लिए उत्तरदायी हैं; जैसे…..भोपाल गैस त्रासदी, चेरनोबिल नाभिकीय आपदा, युद्ध, सी. एफ. सी. (क्लारोफ्लोरो कार्बन) गैसें वायुमण्डल में छोड़ना, ग्रीन हाउस गैसें, ध्वनि, वायु, जल, मिट्टी सम्बन्धी पर्यावरणीय प्रदूषण।

कुछ मानवीय गतिविधियाँ परोक्ष रूप से आपदाओं को बढ़ावा देती हैं; जैसे – वनों के विनाश से भूस्खलन और बाढ़। यह सर्वमान्य सत्य है कि पिछले कुछ वर्षों में मानवीकृत आपदाओं की संख्या और परिमाण दोनों में ही वृद्धि हुई। ऐसी घटनाओं से बचने के लिए प्रयत्न भी किए गए। इस सन्दर्भ में अब तक सफलता नाममात्र ही हाथ लगी, परन्तु इन मानवीकृत आपदाओं में से कुछ का निवारण सम्भव है। इसके विपरीत प्राकृतिक आपदाओं पर रोक लगाने की सम्भावना बहुत कम है। इसलिए सबसे अच्छा तरीका है इनके प्रभाव को कम करना और इनका प्रबन्ध करना। इस दिशा में विभिन्न स्तरों पर कई प्रकार के ठोस कदम उठाए गये हैं, जिसमें भारतीय राष्ट्रीय आपदा प्रबन्ध संस्थान की स्थापना, 1993 में रियोडिजेनिरो (ब्राजील) में भू शिखर सम्मेलन और मई, 1994 में याकोहोमा (जापान) में आपदा प्रबन्ध पर संगोष्ठी आदि प्रयास प्रमुख हैं।

आपदा प्रबन्धन की मुख्य बातें

आपदा प्रबन्धन चार बातों को महत्व देता है –

(1) पहले से तैयारी-इसके अन्तर्गत समुदाय को आपदा के प्रभाव से निपटने के लिए पहले से तैयार रहना चाहिए। इसके लिए जरूरी है –

  1. सामुदायिक जागरूकता और शिक्षा
  2. समुदाय, स्कूल, व्यक्ति के लिये आपदा प्रबन्धन योजनाएँ तैयार करना
  3. मॉक ड्रिल, प्रशिक्षण, अभ्यास
  4. सामग्री और मानवीय कौशल संशोधन दोनों प्रकार के संसाधनों की सूची
  5. समुचित चेतावनी प्रणाली
  6. पारस्परिक सहायता व्यवस्था
  7. असुरक्षित समूहों की पहचान करना।

(2) राहत कार्यवाही – इसके अन्तर्गत आवश्यक बातें हैं –

  1. आपात केन्द्र (नियन्त्रण कक्ष) को चालू करना
  2. आपदा प्रबन्ध योजनाओं को कार्यरूप देना
  3. स्थानीय समूहों की सहायता से सामुदायिक रसोई स्थापित करना
  4. संसाधन जुटाना
  5. वर्तमान स्थिति के अनुसार चेतावनी देना
  6. समुचित आश्रय और टॉयलेट की व्यवस्था करना
  7. रहने के लिए अस्थायी व्यवस्था करना
  8. प्रभावितों को ढूँढ़ने और उनका बचाव करने के लिए दल भेजना
  9. खोज एवं बचाव दल तैनात करना।

(3) सामान्य जीवन स्तर पर लौटना और पुनर्वास ऐसे उपाय जो कि भौतिक आधारभूत सुविधाओं के पुनर्निर्माण तथा आर्थिक एवं भावनात्मक कल्याण की प्राप्ति में सहायक हों –

  1. समुदाय को स्वास्थ्य और सुरक्षा उपायों की जानकारी देना
  2. जिनके परिजन बिछड़ गये हैं, उन्हें दिलासा देने का कार्यक्रम
  3. अनिवार्य सेवाओं सड़कों, संचार सम्पर्क की पुनः शुरुआत
  4. आश्रय/अस्थायी आवास सुलभ कराना
  5. निर्माण के लिए मलबे में से प्रयोग लायक सामग्री एकत्र करना
  6. आर्थिक सहायता उपलब्ध कराना
  7. रोजगार के अवसर ढूँढ़ना
  8. नये भवनों का पुनः निर्माण कराना।

(4) रोकथाम और दुष्प्रभाव को कम करने के लिए योजना – आपदाओं की गम्भीरता तथा उनके प्रभाव कम करने के उपाय –

  1. भूमि उपयोग की योजना तैयार करना
  2. जोखिम क्षेत्रों में बसावट को रोकना
  3. आपदा रोधी भवन बनाना
  4. आपदा घटने से भी पहले जोखिम को कम करने के तरीके तलाशना
  5. सामुदायिक जागरूकता और शिक्षा।

MP Board Class 10th Social Science Chapter 6 अन्य परीक्षोपयोगी प्रश्न

MP Board Class 10th Social Science Chapter 6 वस्तुनिष्ठ प्रश्न

बहु-विकल्पीय प्रश्न

प्रश्न 1.
भोपाल में रासायनिक गैस का रिसाव हुआ था
(i) दिसम्बर 1984
(ii) दिसम्बर 1987
(iii) दिसम्बर 1988
(iv) दिसम्बर 1990
उत्तर:
(i) दिसम्बर 1984

प्रश्न 2.
मानवजनित आपदा है (2012, 15)
(i) सूखा
(ii) बाढ़
(iii) भूस्ख लन
(iv) सड़क दुर्घटना।
उत्तर:
(iv) सड़क दुर्घटना।

प्रश्न 3.
निम्नलिखित में जैविक आपदा है
(i) बम विस्फोट
(ii) बर्ड फ्लू
(iii) ज्वालामुखी
(iv) सुनामी।
उत्तर:
(ii) बर्ड फ्लू

प्रश्न 4.
आपदा प्रबन्ध पर संगोष्ठी हुई थी
(i) यू. एस. ए. (शिकागो) में
(ii) जापान (याकोहामा) में
(iii) भारत (नई दिल्ली) में
(iv) सिंगापुर में।
उत्तर:
(ii) जापान (याकोहामा) में

रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए

  1. आपदा के कारण जीवन तथा सम्पत्ति की बड़े ……………….. होती है।
  2. भारत में तटीय ……………….. सर्वाधिक चक्रवात सम्भावित क्षेत्रों में से एक है। (2011)
  3. विश्व के समुद्र तटीय क्षेत्र ……………….. के प्रभाव क्षेत्र हैं।
  4. नदी के अतिरिक्त जल का आस-पास की भूमि पर फैल जाना ……………….. कहलाता है।

उत्तर:

  1. पैमाने पर हानि
  2. उड़ीसा
  3. सुनामी आपदा
  4. बाढ़।

सत्य/असत्य

प्रश्न 1.
आपदाओं के कारण होने वाले नुकसान को आपदा-प्रबन्धन के द्वारा कम किया जा सकता है। (2018)
अथवा
आपदा प्रबन्ध द्वारा आपदाओं से होने वाली हानि को कम किया जा सकता है। (2009)
उत्तर:
सत्य

प्रश्न 2.
खतरा = सकट × क्षमता / असुरक्षा
उत्तर:
असत्य

प्रश्न 3.
राजस्थान के शुष्क एवं अर्द्ध-शुष्क क्षेत्र जिनमें प्रति दो वर्ष में सूखा पड़ता है।
उत्तर:
सत्य

प्रश्न 4.
सड़क निर्मित एकत्रित मलबा भी बाढ़ों को नियन्त्रित करता है।
उत्तर:
असत्य

प्रश्न 5.
औद्योगिक व रासायनिक आपदाएँ मानवप्रदत्त आपदाएँ हैं।
उत्तर:
सत्य

जोड़ी मिलाइए
MP Board Class 10th Social Science Solutions Chapter 6 प्राकृतिक आपदाएँ एवं आपदा प्रबन्धन 2
उत्तर:

  1. → (घ)
  2. → (ङ)
  3. → (ख)
  4. → (ग)
  5. → (क)

एक शब्द/वाक्य में उत्तर

प्रश्न 1.
29 अक्टूबर, 1999 को एक भीषण-चक्रवात भारत के किस राज्य में आया था ?
उत्तर:
ओडिशा

प्रश्न 2.
देश में सर्वाधिक भूकम्प प्रभावित क्षेत्र कौन-सा है ? (2010)
उत्तर:
कच्छ

प्रश्न 3.
प्रदूषण, आग, गैस तथा अन्य रासायनिक पदार्थों का रिसना किस प्रकार का संकट है ?
उत्तर:
मानवकृत संकट

प्रश्न 4.
2004 सुनामी का अधिकेन्द्र कहाँ था ?
उत्तर:
सुमात्रा (इण्डोनेशिया)

प्रश्न 5.
भारत में 26 दिसम्बर, 2004 को आयी सुनामी से कितने लोगों को जान से हाथ धोना पड़ा था।
उत्तर:
3 लाख से अधिक।

MP Board Class 10th Social Science Chapter 6 अति लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
भूस्खलन क्या है ?
उत्तर:
गुरुत्वाकर्षण या अन्य कोई प्राकृतिक या मानवीय कारकों के प्रभावी होने के कारण शैलों के मलबे का तेजी से ढलानों पर से नीचे की ओर खिसकना भूस्खलन कहलाता है।

प्रश्न 2.
बाढ़ की पूर्व सूचना तथा चेतावनी कैसे दी जाती है ?
उत्तर:

  1. बाढ़ की पूर्व सूचना तथा चेतावनी केन्द्रीय जल आयोग द्वारा दी जाती है।
  2. देशभर में 132 केन्द्र बाढ़ की पूर्व सूचना तथा चेतावनी देते हैं।
  3. इन केन्द्रों से वर्ष भर में 6,000 से अधिक घोषणाएँ की जाती हैं।

प्रश्न 3.
बाढ़ों के उत्पन्न होने के प्रकार बताइए।
उत्तर:

  1. बाढ़ें धीरे-धीरे आती हैं। बाढ़ों के आने में घण्टों का समय लगता है।
  2. भारी वर्षा, बाँधों के टूटने, चक्रवात तथा समुद्री तूफान आदि के कारण बाढ़ें अचानक भी आती हैं।

प्रश्न 4.
ज्वार किस प्रकार सुनामी लहर उत्पन्न करते हैं ?
उत्तर:
यह अनुभव किया गया है कि ज्वार विवर्तनिक प्लेट पर दबाव डालते हैं जो कि प्लेट में हलचल उत्पन्न करता है। परिणामस्वरूप भूकम्प और ज्वालामुखी विस्फोट होते हैं। इनसे सुनामी उत्पन्न हो जाते हैं।

MP Board Class 10th Social Science Chapter 6 लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
आपदा के प्रभाव बताइए।
उत्तर:
आपदा के प्रभाव –

  1. आपदा समाज की सामान्य कार्यप्रणाली को बाधित करती है। इससे बहुत बड़ी संख्या में लोग प्रभावित होते हैं।
  2. आपदा के कारण जीवन तथा सम्पत्ति की बड़े पैमाने पर हानि होती है।
  3. आपदा समुदाय को प्रभावित करती है जिसमें क्षतिपूर्ति के लिए बाहरी सहायता की आवश्यकता होती है।
  4. सभी आपदाओं; जैसे – भूकम्प, बाढ़, चक्रवात, सूखा, भूस्खलन, आग, महामारी आदि के अपने विशिष्ट प्रभाव होते हैं।

प्रश्न 2.
‘आपदाएँ मानव जाति एवं पर्यावरण के लिए खतरा हैं।’ स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
आपदाएँ मानव जाति एवं पर्यावरण के लिए गम्भीर खतरा हैं। क्षति पहुँचाने की क्षमता के माप को खतरा कहते हैं। अत्यधिक असुरक्षा एवं संकट बड़े खतरे वाली आपदा से जुड़े होते हैं। यदि असुरक्षा या संकट बहुत कम हैं तो आपदा का खतरा भी बहुत कम होता है। संकट और असुरक्षा से आपदा का खतरा उत्पन्न होता है; जैसे – मृत्यु होना, चोट लगना, सम्पत्ति का नुकसान होना, आजीविका में कठिनाई उत्पन्न होना, आर्थिक गतिविधियों में बाधाएँ आना या वातावरण को क्षति पहुँचाना।
MP Board Class 10th Social Science Solutions Chapter 6 प्राकृतिक आपदाएँ एवं आपदा प्रबन्धन 3
आपदाएँ कठिनाई उत्पन्न करती हैं, विकास से प्राप्त लाभों को हानि पहुँचाती हैं और हम विकास के क्षेत्र में कई वर्ष पीछे खिसक जाते हैं।

प्रश्न 3.
भारत में आपदाओं या संकटों का वर्गीकरण किस प्रकार किया जा सकता है ? संक्षेप में स्पष्ट कीजिए।
अथवा
आपदा के प्रकारों का उल्लेख कीजिए। (2014)
अथवा
आपदाओं से क्या तात्पर्य है ? यह कितने प्रकार की होती हैं ? (2014)
[संकेत : ‘आपदा का आशय’ पाठान्त अभ्यास के प्रश्न 1 के उत्तर में देखें।]
उत्तर:
भारत में कई प्रकार के संकट देखे गए हैं, जो हमारे लिए व्यापक चिन्ता का कारण हैं। संकटों की सूची बहुत लम्बी है। इनका वर्गीकरण कई प्रकार से किया जाता है। आपदाओं या संकटों का वर्गीकरण निम्नानुसार है –

  1. आकस्मिक संकट – भूकम्प, सुनामी लहरें, ज्वालामुखी विस्फोट, भूस्खलन, बाढ़, चक्रवात, हिमस्खलन, मेघ विस्फोट इत्यादि। अर्थात् ऐसे संकट अचानक उत्पन्न होते हैं।
  2. संकट जो धीरे – धीरे प्रकट होते हैं सूखा, ओले, पर्यावरण अवक्रमण, मरुस्थलीकरण इत्यादि।
  3. औद्योगिक/प्रौद्योगिक दुर्घटनाएँ – प्रणालीगत खराबी, आग, विस्फोट, रासायनिक रिसाव इत्यादि।
  4. महामारी – जल/खाद्य आधारित रोग, संक्रामक रोग इत्यादि।
  5. युद्ध।

प्रश्न 4. प्राकृतिक आपदाएँ व मानवकृत आपदाएँ क्या हैं ? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
प्राकृतिक आपदाएँ – सूखा, बाढ़, भूकम्प, भूस्खलन एवं सुनामी। वे समस्त घटनाएँ हैं जो प्रकृति में विस्तृत रूप से घटित होती हैं और जिनका प्रभाव विनाशकारी होता है।
मानवकृत आपदाएँ – आणविक, जैविक एवं रासायनिक बम विस्फोट, प्राकृतिक आपदाएँ या संकट। मानवकृत आपदाएँ वे संकट हैं जो मानवीय महत्वाकांक्षा व प्रयासों से सम्बन्धित हैं तथा इनके प्रभाव विनाशकारी होते हैं।

प्रश्न 5.
सूखा आपदा के लिए प्रमुख उत्तरदायी कारक कौन-कौनसे हैं ?
उत्तर:
सूखा आपदा के लिए उत्तरदायी कारक-सूखा एक प्राकृतिक आपदा है। सूखे की स्थिति हेतु मुख्य उत्तरदायी कारक निम्नलिखित हैं –

  1. भूमि प्रबन्धन की उपेक्षा हो।
  2. सिंचाई के पारम्परिक स्रोतों; जैसे – तालाब, कुआँ और टंकी की उपेक्षा।
  3. सामुदायिक वनों का विनाश।
  4. वन विनाश से प्राकृतिक जलधाराओं का सूखना, वर्षा कम होने से भूमिगत जल स्तर का नीचे जाना, नदियों के जल स्तर का गिरना।
  5. अनिश्चित क्षेत्रों में अर्थव्यवस्था का अस्त-व्यस्त होना।
  6. फसल चक्र में तीव्र परिवर्तन।
  7. वातावरण के आपसी सम्बन्ध टूटने से कृषि उद्योग एवं घरेलू कार्य में पानी की माँग में अभूतपूर्व वृद्धि।
  8. जल संसाधनों के दोहन की दोषपूर्ण व्यवस्था।

प्रश्न 6.
भारत में सूखा प्रभावित प्रमुख क्षेत्र कौनसे हैं ?
उत्तर:
भारत में सूखा आपदा प्रभावित क्षेत्र–भारत में सूखा आपदा से प्रभावित क्षेत्र प्रमुखतया निम्नलिखित हैं –

  1. राजस्थान क्षेत्र – राजस्थान के शुष्क एवं अर्द्ध-शुष्क क्षेत्र जिनमें प्रति दो वर्षों में सूखा पड़ता है।
  2. गुजरात, पंजाब, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, रायलसीमा और तेलंगाना क्षेत्र में लगभग तीन वर्षों में सूखा पड़ता है।
  3. पूर्वी उत्तर प्रदेश, दक्षिणी कर्नाटक तथा विदर्भ क्षेत्र में औसतन चार वर्षों में सूखा पड़ता है।
  4. पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तटीय आन्ध्र प्रदेश, मध्य महाराष्ट्र, केरल, बिहार और उड़ीसा में औसतन प्रति पाँच वर्षों में सूखा पड़ता है।

प्रश्न 7.
बाढ़ के प्रभावों को स्पष्ट कीजिए। (2017)
उत्तर:
बाढ़ के प्रभाव बाढ़ एक विनाशकारी आपदा है। मानव जीवन को बाढ़ निम्नलिखित प्रकार से प्रभावित करती है –

  1. सम्पत्ति की हानि – तेज गति से बहने वाले पानी के कारण भवनों को हानि पहुँचती है। कमजोर नींव के ऊपर बने भवन बाढ़ के कारण ढह जाते हैं। जान-माल को खतरा हो जाता है।
  2. मृत्यु तथा जनस्वास्थ्य – बाढ़ में डूबने से लोगों और मवेशियों की मृत्यु हो जाती है। महामारी, अतिसार, विषाणु संक्रमण तथा मलेरिया जैसे रोगों का फैलाव आम बात है।
  3. जल आपूर्ति में व्यवधान – बाढ़ के कारण पीने का पानी दूषित हो जाता है, जिससे पीने के स्वच्छ पानी का अभाव हो जाता है।
  4. फसलें एवं खाद्य आपूर्ति – अचानक आने वाली बाढ़ों से फसलें तथा भण्डारित अनाज खराब हो जाते हैं।
  5. मृदा संरचना में परिवर्तन – बाढ़ से मृदा के गुण बदल जाते हैं। ऊपरी सतह के अपरदन के कारण मृदा कम उपजाऊ हो जाती है। समुद्री जल के कारण भूमि लवणीय हो जाने का खतरा उत्पन्न हो जाता है।

प्रश्न 8.
भूकम्प के प्रभाव बताइए।
उत्तर:
भूकम्प के प्रभाव – भूकम्प से बड़े पैमाने पर हानि होती है। यदि यह अधिक जनसंख्या घनत्व वाले क्षेत्र में आता है तो जान-माल की भारी क्षति होती है। संचार और यातायात के साधन नष्ट हो जाते हैं, उद्योग एवं विकास के कार्य में बाधा पहुँचती है। रास्ते अवरुद्ध होने से लोगों की सहायता करने में बाधाएँ आती हैं। इसके प्रमुख प्रभाव निम्नलिखित हैं –

  1. भौतिक हानि
  2. मानव एवं जीव-जन्तु की मृत्यु
  3. जनस्वास्थ्य पर प्रभाव
  4. जल आपूर्ति प्रभावित
  5. परिवहन नेटवर्क में बाधा, तथा
  6. विद्युत आपूर्ति और संचार सेवा में बाधा।

प्रश्न 9.
भूकम्प के दुष्प्रभाव को कम करने के उपाय बताइए।
उत्तर:
भूकम्प के दुष्प्रभाव को कम करने के लिए निम्न उपाय करने चाहिए –

  1. भूकम्प प्रभावित क्षेत्रों में भवनों का डिजाइन व वास्तुकला इन्जीनियरी के सहयोग से होना चाहिए। भवन निर्माण से पहले मिट्टी की किस्म का विश्लेषण कराना उपयुक्त होता है। नरम मिट्टी के ऊपर मकान नहीं बनाए जाने चाहिए। मुलायम मिट्टी पर निर्माण कार्य करने के लिए भवन डिजाइन में सुरक्षा उपाय अपनाये जाने चाहिए।
  2. भारतीय मानक ब्यूरो ने भूकम्परोधी इमारतों के निर्माण सम्बन्धी नियम तथा दिशा-निर्देश जारी किए हैं। हम सभी को उनका पूर्णरूप से पालन करना चाहिए।
  3. अस्पतालों, विद्यालयों तथा दमकल केन्द्र का निर्माण भूकम्प से सुरक्षा को ध्यान में रखकर किया जाना चाहिए।
  4. वास्तुकारों, बिल्डरों, ठेकेदारों, डिजाइनरों, सरकारी अधिकारियों, समान मालिकों के लिए संवेदीकरण और प्रशिक्षण कार्यक्रमों के द्वारा जागरूकता विकसित की जानी चाहिए।

प्रश्न 10.
भारत में भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
भूस्खलन के क्षेत्र – भारत में भूस्खलन आपदा के प्रमुख क्षेत्र हैं –

(1) अत्यधिक प्रवण क्षेत्र-अस्थिर हिमालय पर्वत की युवा शृंखलाएँ, अण्डमान और निकोबार, पश्चिमी घाट और नीलगिरि के अधिक वर्षा वाले क्षेत्र, उत्तर पूर्वी क्षेत्र, भूकम्प प्रभावी क्षेत्र और अत्यधिक मानव क्रियाकलाप वाले क्षेत्रों को जिनमें सड़क और बाँध निर्माण आदि शामिल हैं, अत्यधिक भूस्खलन वाले क्षेत्रों में रखे जाते हैं।

(2) अधिक सुमेद्यता क्षेत्र-अधिक प्रवण क्षेत्र अत्यधिक प्रवण क्षेत्रों से मिले हैं। हिमालय क्षेत्र के सारे राज्य और उत्तरी पूर्वी भाग (असम राज्य को छोड़कर) इस क्षेत्र में शामिल हैं।

(3) मध्यम और कम सुमेद्यता क्षेत्र-हिमालय के कम वृष्टि वाले क्षेत्र, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश में स्फीति अरावली पहाड़ियों के कम वर्षा वाले क्षेत्र, पश्चिमी व पूर्वी घाट, दक्कन पठार के वृष्टि छाया क्षेत्र ऐसे इलाके हैं जहाँ कभी-कभी भूस्खलन होता है। इनके अलावा झारखण्ड, उड़ीसा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, आन्ध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, गोवा और केरल में खदानें और भूमि धंसने से भूस्खलन होता रहता है।

MP Board Class 10th Social Science Chapter 6 दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
सुनामी आपदा के कारण व इसके प्रभाव बताइए।
अथवा
सुनामी किसे कहते हैं ? इसके मुख्य कारणों का विवरण दीजिए।
[संकेत : सुनामी का आशय-पाठान्त अभ्यास के लघु उत्तरीय प्रश्न 4 का उत्तर देखें।]
उत्तर:
सुनामी आपदा के कारण

समुद्री जल कभी भी शान्त नहीं रहता है। समुद्री जल में हलचल होना स्वाभाविक है। भूकम्प और ज्वालामुखी का समुद्री क्षेत्रों में आना ही सुनामी आपदा का प्रमुख कारण है। जब समुद्री क्षेत्रों के धरातल में अचानक ज्वालामुखी या भूकम्प के उद्भेदन की क्रिया होती है तो समुद्री जल में गतिशीलता बढ़ती है जिसके कारण समुद्री जल में ऊँची तरंगें उत्पन्न होती हैं जो जल हानि और सम्पदा विनाश का कारण बनती हैं।

सुनामी आपदा के प्रभाव

समुद्री तट पर पहुँचने के पश्चात् सुनामी तरंगें अत्यधिक मात्रा में ऊर्जा छोड़ती हैं। इससे समुद्र का जल तेजी से तटीय क्षेत्रों में घुस जाता है तथा बन्दरगाहों, शहरों, कस्बों, अनेक प्रकार के ढाँचों, इमारतों और बस्तियों को हानि पहुँचाता है। समुद्र तट पर जनसंख्या का सघन बसाव होता है और ये क्षेत्र बहुत-सी मानव गतिविधियों के केन्द्र होते हैं। यहाँ दूसरी प्राकृतिक आपदाओं की तुलना में सुनामी अधिक हानि पहुँचाती है। दिसम्बर 2004 में आई सुनामी लहरों से 5,00,000 लोग अकाल मृत्यु का शिकार हुए। दूसरी प्राकृतिक आपदाओं की तुलना में सुनामी के प्रभाव को कम करना कठिन है। किसी अकेले देश या सरकार के लिए सुनामी जैसी आपदा से निपटना भी आसान नहीं है। अतः इसके लिए अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के प्रयास आवश्यक हो जाते हैं। अकेले, भारत में 26 दिसम्बर, 2004 को आयी सुनामी से तीन लाख से अधिक लोगों को जान से हाथ धोना पड़ा था।

बचाव के उपाय – सुनामी चेतावनी यन्त्र विकसित करके समुद्र तटीय क्षेत्रों में मछुआरों एवं समुद्री पोतों की रक्षा की जा सकती है।

MP Board Class 8th Special English Solutions Chapter 1 Don’t Quit

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MP Board Class 8th Special English Solutions Chapter 1 Don’t Quit

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Don’t Quit Textual Exercise

Word Power

(A) Match the following :
Class 8 English Chapter 1 Mp Board
Answer:
tint – colour, queer – strange, uphill – difficult, trudging – walking wearily.

(B) Arrange the jumbled letters into meaningful words.
ufdns f _ _ _ _
utiq q _ _ _
tdbe d _ _ _
ikcts s _ _ _ _ _
Answer:
funds,quit,debt,sticks

Comprehension

(A) Answer these questions :

Class 8 English Chapter 1 Don’t Quit Question 1.
“When the road you’re trudging seems all uphill”. What do you mean by ‘trudging’ here ?
Answer:
Trudging means walking wearily.

Don’t Quit Poem Question And Answers Question 2.
When should we take rest ?
Answer:
When we feel that we are under heavy pressure, we should take rest for a while.

Don’t Quit Poem Question Answer Pdf Question 3.
When do we learn that our life is strange ?
Answer:
When we come through the twists and turns of the life we learn that it is strange.

Mp Board Class 8 English Chapter 1 Question 4.
What should we do when our pace seems slow ?
Answer:
We should not give up even if our pace seems slow.

Class 8 English Chapter 1 Don’t Quit Question Answer Question 5.
How can we get success ?
Answer:
We can get success by fighting with all the difficulties that come in our life now and then.

Don’t Quit Class 8 MP Board Question 6.
What should we do ‘when things seem worst’?
Answer:
When things seem worst, we have to stick to them. We must not quit.

Class 8th English Chapter 1 Don’t Quit MP Board Question 7.
Is it possible that nearly situated goal may appear far ? If yes, then when and why ?
Answer:
Yes, it is possible when we are confused and full of doubts.

Dont Quit Poem Class 8 MP Board Question 8.
Which lines of the poem do you like most and why?
Answer:
Life is queer with its twists and turns,

As everyone of us sometimes learns.

I like the above lines of the poem most because they are based on the realities of life. Our life is full of ups and downs and we learn a lot while going through them.

(B) Work with a partner and choose the correct answers :

Dont Quit Poem Question Answer MP Board Question 1.
When things go wrong –
(a) we should take rest.
(b) we should quit
(c) we shouldn’t quit.
Answer:
(c) we shouldn’t quit.

Don’t Quit Poem Question And Answers Class 7 Questions 2.
The moral of the poem is –
(a) we should face the difficulties of life.
(b) we should enjoy our success only.
(c) we should run away from the difficulties of life.
Answer:
(a) we should face the difficulties of life.

Let’s Read

Read the poem and answer the questions based on it :

“Live like a lotus, with water all around To help those that are needy, when God makes you sound

Live to be humble and polite
Give a problem manly fight
With a will firm as a rock,
Never treat it as a mock.”

  1. How should we live?
  2. Who should we help?
  3. How can we get over our problems?
  4. What should be our will like?
  5. What should never be treated as a mock and why?

Answer:

  1. We should live like a lotus with water all around.
  2. We should help to the needy.
  3. We can get over our problems by fighting with them manly.
  4. Our will should be as firm as a rock.
  5. Our will should never be treated as a mock because it is the will to do or achieve something that brings differ ence in our life.

Let’s Write

(A) Match the lines under column (A) with the lines under column (B) and write them below :
Class 8 English Chapter 1 Don't Quit Summary
Answer:

  • When things go wrong as they sometime will.
  • Rest if you must but don’t you quit.
  • As everyone of us sometimes learns.
  • Success is failure turned inside out.

Don’t Quit Word Meanings

Page: Trudge – walk slowly – धीरे धीरे चलना। Uphill – difficult – मुशिकल। Sigh – later and let out a long deep breath – आह भरना। A bit – a little – थोड़ा सा। Quit – leave one’s job/ school, stop doing something – छोड़ देना। Queer – strange – विचित्र। Give up – leave – छोड़ देना। Pace – speed – गति। Tint – a slight trace of a colour – हल्का रंग। Stick to – continue to do something – जारी रखना। Hit – blow – प्रहार।

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MP Board Class 8th Social Science Solutions Chapter 16 South America-Economic Features

MP Board Class 8th Social Science Solutions Chapter 16 South America-Economic Features

MP Board Class 8th Social Science Chapter 16 Text Book Exercise

Choose the correct option of the following.

Mp Board Class 8 Social Science Solution Chapter 16 Question 1.
Quinine medition is made of –
(a) Chickil tree
(b) Sin kana tree
(c) Neem tree
(d) Date tree
Answer:
(b) Sinkana tree

Mp Board Class 8 Social Science Chapter 16 Question 2.
Balparizo harbor is
(a) In Chile
(b) In Brazil
(c) In Surinam
(d) In Peru
Answer:
(a) In Chile

In South America Hindi Is Spoken In Mp Board Question 3.
Total number of countries in South America is:
(a) 20
(b) 18
(c) 15
(d) 12
Answer:
(c) 15

Fill in the blanks:

  1.  In South America ………… is the largest producer of Copper.
  2.  In South America ………… is the largest producer of Banana.
  3.  The largest Sugarcane in world is produced in ………… .
  4.  ……….. and are main food grains of South America.
  5.  In South America Hindi is spoken in ……….. .

Answer:

  1.  Chile
  2.  Ecuador
  3.  Brazil
  4.  Wheat and Maize
  5.  Surinam.

MP Board Class 8th Social Science Chapter 16 Very Short Answer Type Questions

Class 8 Social Science Chapter 16 Mp Board Question 1.
What are cash crops? Write with examples?
Answer:
Cash Crops:
Besides food grain, such grains which provide cash income are called cash crops. These are also called trade crops.
For example:
Coffee, Sugarcane, Coco and Banana. Besides these cotton, tobacco, rubber, fruits and potato are other cash crops.

Social Science Class 8 Chapter 16 Mp Board Question 2.
Write the four major maize producing nations of South America?
Answer:
Major maize producing nation of South America are Brazil, Argentina, Bolivia, Ecuador and Paraguay. Brazil has third place in the world in maize production and Argentina stands fourth.

Mp Board Class 8 Science Chapter 16 Question 3.
What is the utility of Car nova tree in South America?
Answer:
The wax is derived from the date tree of Car nova specie in Brazil which is used in shoe polish, furniture polish and in candle making.

Mp Board Class 8 Science Solution Chapter 16 Question 4.
Which four languages are spoken most in South America?
Answer:
The people of South America continent speak Portuguese, German, Spanish, Italian and English languages. In Surinam Hindi is spoken.

MP Board Class 8th Social Science Chapter 16 Short Answer Type Questions

Question 1.
Write the specialty of fishery in South America?
Answer:
The South American continent having coasts all around have immense deposits of fishes. Fishes are found in big quantity on the coasts of Pacific Ocean in the west. Fishing is a developed industry in Peru.

Peru is the leading and big fish producing country in the world. The one fifty production of fish of the world is met from South America continent. Having no consumption of so much fishes here, these are exported to foreign countries. Besides sea coasts, fishes are also caught from rivers also.

Question 2.
Mention about two major crops in South America?
Answer:
Wheat and Maize are the important cereals of the South America. Wheat is produced in the temperate climate. Argentina and Chile are the major wheat producers. Maize is produced in hot climate and areas that get sufficient rains.

Brazil and Argentina are the major maize producers. The maize is the basically South American crop which later on reached in other countries of the world. Brazil has third place in the world in maize production and Argentina stands fourth.

Question 3.
What are the specialties of the South American population?
Answer:
Total population of the continent is 37 crore, 18 lakh. Half of population live in Brazil. The average density is 21 persons per square Km. The dense populated areas in the coastal regions, most people live in villages.

The rich are less than poor labor class. There are people of American, Indian, Black and European species in the continent. The mix species made of these species also more. The Mastigo species made of Indians and Europeans are in large number. Others are Mulatto’s and Zambos.

MP Board Class 8th Social Science Solutions Chapter 16 Long Answer Type Questions

Question 1.
Describe the forest and forest industry of South America?
Answer:
The Amazon Basin has tropical forest of hard woods. Several kinds of woods are found at one place in these forests, labor and time both are needed and carrying of woods costs more expenses. Wax from Car nova species in Brazil which is used for shoe polish, furniture polish and in candle making.

From the bark of Sinkona tree Quinine is made. Chewing Gum is mode from Chikil tree. The Amazon Basin is producer of rubber tree.

The central Chile’s Mediterranean evergreen forests have trees of Oak, Wall nut, Chestnut, Fig and there are light wood forest which are used in furniture making. Pine and Birch trees are found in South Chile.

Question 2.
Describe the major minerals of South America?
Answer:
South America has different sorts of minerals deposits. Huge raw iron deposits are in Brazil and iron is produced in Chile, Peru and Venezuela.

Chile is the biggest producer and exporting country of copper in the world. Argentina, Brazil, Ecuador, Peru and Venezuela also produce Copper. Brazil is the fourth largest Bauxite producer in the world.

  • Coal: Argentina, Brazil, Columbia
  • Gold: Argentina, Chile, Brazil, Columbia, Ecuador
  • Silver: Peru, Argentina, Chile, Ecuador, Peru
  • Bauxite: Brazil, Argentina, Surinam, Guyana
  • Diamond: Guyana, Venezuela
  • Petroleum: Argentina, Venezuela, Chile, Brazil, Ecuador, Peru
  • Tin: Bolivia, Venezuela
  • Manganese: Brazil, Venezuela

Besides above minerals Lead, Zinc, Emerald, Uranium and Platinum are also produced.

Question 3.
Mention about cash crops in South America with the names of producing countries?
Answer:
Cash crops of South America are Coffee, Sugarcane, coco, banana,cotton, tobacco, rubber, fruits and potato. Brazil is called the coffee pot of the world for its largest production.

Mp Board Class 8 Social Science Solution Chapter 16

Question 4.
Write about the causes of less growth of transport and trade in South America?
Answer:
There is very little roads and railway lines in Andes Mountain range due to large tropical forests and high mountains. Same situation is in plateau and grassland regions. Having no land transports there is no growth of big industries.

The big and developed country Brazil has road and rail facilities only in eastern side and so there are big industries. Argentina has long rail routes. The other countries too have no transport facilities in this continent.

The trade has not developed due to the lack of transport. The coastal areas being the longest waterways are the important sources of trade. Barring Bolivia and Paraguay almost all the countries have useful ports.

Project Work:

Show the following on the outline map of South America-

  1. Wheat and maize producing countries
  2. Grasslands of cattle rearing
  3. Brasilia, Santiao, Lima and Quetto cities,
  4. Trans-Andean Rail route,
  5. Coffee, banana and sugarcane producing areas,
  6. Copper, bauxite, manganese producing areas,
  7.  Buenos Aires, Balparizo, Salvador, Rio DeJanerio and Montevideo harbors.

Mp Board Class 8 Social Science Chapter 16

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