MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 3 धातु एवं अधातु

MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 3 धातु एवं अधातु

MP Board Class 10th Science Chapter 3 पाठान्तर्गत प्रश्नोत्तर

प्रश्न श्रृंखला-1 # पृष्ठ संख्या 45

प्रश्न 1.
ऐसी धातु का उदाहरण दीजिए जो –
(i) कमरे के ताप पर द्रव होती है।
(ii) चाकू से आसानी से काटी जा सकती है।
(iii) ऊष्मा की सबसे अच्छी चालक होती है।
(iv) ऊष्मा की कुचालक होती है।
उत्तर:
(i) पारद (मर्करी)
(ii) सोडियम
(ii) सिल्वर एवं कॉपर
(iv) लेड एवं मर्करी

प्रश्न 2.
‘आघातवर्थ्य’ तथा ‘तन्य’ का अर्थ बताइए।
उत्तर:
आघातवर्ध्य: “वे धातुएँ जो पीटने पर पतली चादर की तरह फैल जाती हैं, आघातवर्ध्य कहलाती हैं।
तन्य: वे धातुएँ जिनके तार खींचे जा सकते हैं, तन्य कहलाती हैं।

प्रश्न श्रृंखला-2 # पृष्ठ संख्या 51

प्रश्न 1.
सोडियम को कैरोसीन में डुबोकर क्यों रखा जाता है?
उत्तर:
सोडियम धातु वायुमण्डल की नमी (आर्द्रता) के प्रति अतिक्रियाशील होती है। इसलिए इसे कैरोसीन में डुबोकर रखा जाता है, ताकि यह नमी के सम्पर्क में न आए।

प्रश्न 2.
निम्न अभिक्रियाओं के लिए समीकरण लिखिए –

  1. भाप के साथ आयरन।
  2. जल के साथ कैल्सियम तथा पोटैशियम।

उत्तर:
1. 3Fe + 4H2O → Fe3O4 + 4H2
2. Ca + 2H2O → Ca(OH)2 + H2
2K + 2H2O → 2KOH + H2

प्रश्न 3.
A, B, C एवं D चार धातुओं के नमूनों को लेकर एक – एक करके निम्न विलयन में डाला गया। इसमें प्राप्त परिणाम को निम्न प्रकार से सारणीबद्ध किया गया है –
MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 3 धातु एवं अधातु 1
इस सारणी का उपयोग करके धातु A, B, C एवं D के सम्बन्ध में निम्न प्रश्नों के उत्तर दीजिए –

  1. सबसे अधिक अभिक्रियाशील धातु कौन – सी है?
  2. धातु B को कॉपर (II) सल्फेट के विलयन में डाला जाए तो क्या होगा?
  3. धातु A, B, C एवं D को क्रियाशीलता के घटते हुए क्रम में लिखिए।

उत्तर:

  1. सबसे अधिक क्रियाशील धातु: ‘B’ है।
  2. जब धातु B को कॉपर (II) सल्फेट के नीले विलयन में डाला जाता है तो विलयन का रंग उड़ जाता है तथा धातु ‘B’ पर एक भूरे रंग की कॉपर की परत चढ़ जाती है तथा BSO4 का रंगहीन विलयन प्राप्त होता है।
  3. क्रियाशीलता के घटते क्रम में: B > A > C > D

प्रश्न 4.
अभिक्रियाशील धातु को तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल में डाला जाता है, तो कौन – सी गैस निकलती है? आयरन के साथ तनु H2SO4 की रासायनिक अभिक्रिया लिखिए।
उत्तर:
जब अभिक्रियाशील धातु को तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल में डाला जाता है तो हाइड्रोजन गैस निकलती है।

आयरन के साथ तनु H2SO4 की अभिक्रिया:
जब आयरन के साथ तनु H2SO4 की अभिक्रिया करायी जाती है तो आयरन सल्फेट (फेरस सल्फेट) का हरा विलयन प्राप्त होता है और हाइड्रोजन गैस निकलती है।
Fe + dil. H2SO4 → FeSO4 + H2

MP Board Solutions

प्रश्न 5.
जिंक को आयरन (II) सल्फेट के विलयन में डालने से क्या होता है? इसकी रासायनिक अभिक्रिया लिखिए।
उत्तर:
आयरन (II) सल्फेट विलयन का रंग उड़ जाता है तथा रंगहीन जिंक सल्फेट का विलयन बनता है तथा जिंक पर आयरन की परत चढ़ जाती है।
Zn + FeSO4 → ZnSO4 + Fe

प्रश्न शृंखला-3 # पृष्ठ संख्या 54

प्रश्न 1.

  1. सोडियम, ऑक्सीजन एवं मैग्नीशियम के लिए इलेक्ट्रॉन बिन्दु संरचना लिखिए।
  2. इलेक्ट्रॉन के स्थानान्तरण के द्वारा Na2O एवं MgO का निर्माण दर्शाइए।
  3. इन यौगिकों में कौन – से आयन उपस्थित हैं?

उत्तर:
1. सोडियम, ऑक्सीजन एवं मैग्नीशियम की इलेक्ट्रॉन बिन्दु संरचना:
MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 3 धातु एवं अधातु 2
2.
MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 3 धातु एवं अधातु 3
3. Na2O में 2Na+ आयन एवं एक O2- आयन है।
MgO में एक Mg2+ आयन एवं एक O2- आयन है।

प्रश्न 2.
आयनिक यौगिकों के उच्च गलनांक क्यों होते हैं? (2019)
उत्तर:
चूँकि प्रबल अन्तर:
आयनिक आकर्षण को तोड़ने के लिए ऊर्जा की पर्याप्त मात्रा की आवश्यकता होती है। इसलिए आयनिक यौगिकों के उच्च गलनांक होते हैं।

प्रश्न शृंखला-4 # पृष्ठ संख्या 59

प्रश्न 1.
निम्न पदों की परिभाषा दीजिए –

  1. खनिज।
  2. अयस्क (2019)।
  3. गेंग (2019)।

उत्तर:

  1. खनिज: “पृथ्वी से प्राप्त वे प्राकृतिक पदार्थ, जिनमें धातुएँ या उनके यौगिक किसी न किसी रूप में समाहित होते हैं, खनिज कहलाते हैं।”
  2. अयस्क: “ऐसे खनिज जिनसे धातुओं का आसानी से तथा लाभदायक तरीके से निष्कर्षण किया जा सकता है, अयस्क कहलाते हैं।”
  3. गेंग: “अयस्क में उपस्थित व्यर्थ पदार्थ (रेत, मिट्टी आदि) गेंग कहलाते हैं”।

प्रश्न 2.
दो धातुओं के नाम बताइए जो प्रकृति में मुक्त अवस्था में पाई जाती हैं।
उत्तर:

  1. सोना।
  2. चाँदी।

प्रश्न 3.
धातु को उसके ऑक्साइड से प्राप्त करने के लिए किस रासायनिक प्रक्रम का उपयोग किया जाता है?
उत्तर:
अपचयन का।

प्रश्न शृंखला-5 # पृष्ठ संख्या 61

प्रश्न 1.
जिंक, मैग्नीशियम एवं कॉपर के धात्विक ऑक्साइडों को अग्र धातुओं के साथ गर्म किया गया –

धातुधातु जिंकमैग्नीशियमकॉपर
जिंक ऑक्साइड
मैग्नीशियम ऑक्साइड
कॉपर ऑक्साइड

किस स्थिति में विस्थापन अभिक्रिया घटित होगी?
उत्तर:
जब कॉपर ऑक्साइड मैग्नीशियम के साथ गर्म किया जाता है तो विस्थापन होगा।

प्रश्न 2.
कौन – सी धातु आसानी से संक्षारित नहीं होती है?
उत्तर:
गोल्ड (सोना)।

प्रश्न 3.
मिश्रातु क्या होते हैं?
उत्तर:
मिश्रातु:
“दो या दो से अधिक धातुओं के समांगी मिश्रण को मिश्रातु कहते हैं।”

MP Board Class 10th Science Chapter 3 पाठान्त अभ्यास के प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
निम्नलिखित में कौन – सा युगल विस्थापन अभिक्रिया प्रदर्शित करता है?
(a) NaCl विलयन एवं कॉपर धातु।
(b) MgCl2 विलयन एवं ऐलुमिनियम धातु।
(c) FeSO4 विलयन एवं सिल्वर धातु।
(d) AgNO3 विलयन एवं कॉपर धातु।
उत्तर:
(d) AgNO3 विलयन एवं कॉपर धातु।

प्रश्न 2.
लोहे के फ्राइंग पैन (Frying pan) को जंग से बचाने के लिए निम्नलिखित में से कौन – सी विधि उपयुक्त है?
(a) ग्रीस लगाकर।
(b) पेंट लगाकर।
(c) जिंक की परत चढ़ाकर।
(d) ये सभी।
उत्तर:
(c) जिंक की परत चढ़ाकर।

प्रश्न 3.
कोई धातु ऑक्सीजन के साथ अभिक्रिया कर उच्च गलनांक वाला यौगिक निर्मित करती है। यह यौगिक जल में विलेय है। यह तत्व क्या हो सकता है?
(a) कैल्सियम।
(b) कार्बन।
(c) सिलिकन।
(d) लोहा।
उत्तर:
(a) कैल्सियम।

प्रश्न 4.
खाद्य पदार्थों के डिब्बों पर जिंक के बजाय टिन का लेप होता है, क्योंकि?
(a) टिन की अपेक्षा जिंक महँगा है।
(b) टिन की अपेक्षा जिंक का गलनांक अधिक है।
(c) टिन की अपेक्षा जिंक अधिक अभिक्रियाशील है।
(d) टिन की अपेक्षा जिंक कम अभिक्रियाशील है।
उत्तर:
(c) टिन की अपेक्षा जिंक अधिक अभिक्रियाशील है।

प्रश्न 5.
आपको एक हथौड़ा, बैटरी, बल्ब, तार एवं स्विच दिया गया है –
(a) इनका उपयोग कर धातुओं एवं अधातुओं के नमूनों के बीच आप विभेद कैसे कर सकते हैं?
(b) धातुओं और अधातुओं में विभेदन के लिए इन परीक्षणों की उपयोगिताओं का आकलन कीजिए।
उत्तर:
(a) (i) हम दिए गए हथौड़े से दिए हुए नमूनों पर प्रहार करेंगे अगर वे टुकड़े – टुकड़े होकर बिखर गए तो अधातु तथा यदि चादर की तरह फैल गए तो धातु है।
(ii) बैटरी, बल्ब, स्विच को तार के माध्यम से श्रेणीक्रम में जोड़कर दोनों नमूनों में होकर विद्युत् धारा प्रवाहित करेंगे। विद्युत् धारा जिस नमूने में होकर प्रवाहित हो जाती है अर्थात् बल्ब जल जाता है वह धातु है अन्यथा अधातु।
(b) उपर्युक्त परीक्षण एकदम विश्वस्त नहीं है, क्योंकि कुछ धातुएँ भंगुर होती हैं तथा ग्रेफाइट अधातु होते हुए भी विद्युत् धारा की सुचालक होती है।

MP Board Solutions

प्रश्न 6.
उभयधर्मी ऑक्साइड क्या होते हैं? दो उभयधर्मी ऑक्साइडों का उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
उभयधर्मी ऑक्साइड:
“जो ऑक्साइड अम्लीय एवं क्षारकीय दोनों गुणों को प्रदर्शित करते हैं, वे उभयधर्मी ऑक्साइड कहलाते हैं।”
अथवा
“जो ऑक्साइड अम्लों एवं क्षारों, दोनों से अभिक्रिया करके लवण एवं जल बनाते हैं, वे उभयधर्मी ऑक्साइड कहलाते हैं।”
उदाहरण:

  1. ऐलुमिनियम ऑक्साइड (Al2O3)।
  2. जिंक ऑक्साइड (ZnO)।

प्रश्न 7.
दो धातुओं के नाम बताइए जो तनु अम्ल से हाइड्रोजन को विस्थापित कर देंगी तथा दो धातुएँ जो ऐसा नहीं कर सकतीं।
उत्तर:
तनु अम्लों से हाइड्रोजन विस्थापित करने वाली धातुएँ –

  1. मैग्नीशियम (Mg)।
  2. जिंक (Zn)।

तनु अम्लों से हाइड्रोजन विस्थापित नहीं कर सकने वाली धातुएँ –

  1. कॉपर (Cu)।
  2. सिल्वर (Ag)।

प्रश्न 8.
किसी धातु M के विद्युत् अपघटनी परिष्करण में आप ऐनोड, कैथोड एवं विद्युत् अपघटन किसे बनाएँगे?
उत्तर:
कैथोड – शुद्ध M धातु, ऐनोड – अशुद्ध M धातु एवं विद्युत् अपघट्य – धातु M के किसी विलेय यौगिक का जलीय विलयन।

प्रश्न 9.
प्रत्यूष ने सल्फर चूर्ण को स्पैचुला में लेकर गर्म किया। संलग्न आकृति के अनुसार एक परखनली को उल्टा करके उसने उत्सर्जित गैस को एकत्रित किया
(a) गैस की क्रिया क्या होगी?
(i) सूखे लिटमस पत्र पर? सल्फर पाउडर
(ii) आदें लिटमस पत्र पर?
(b) ऊपर की अभिक्रियाओं के लिए संतुलित रासायनिक अभिक्रिया लिखिए।
उत्तर:
MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 3 धातु एवं अधातु 4
(a)
(i) सूखे लिटमस पत्र पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता।
(ii) आर्द्र नीले लिटमस को लाल कर देती है, क्योंकि एकत्रित गैस सल्फर डाइऑक्साइड है जो पानी से क्रिया करके सल्फ्यूरिक अम्ल बनाती है।
(b)
MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 3 धातु एवं अधातु 5

प्रश्न 10.
लोहे को जंग से बचाने के लिए दो तरीके बताइए। (2019)
उत्तर:
लोहे को जंग से बचाने के दो तरीके:

  1. यशदलेपन – लोहे पर जस्ते की परत चढ़ा देते हैं।
  2. क्रोमियम लेपन – लोहे पर क्रोमियम की परत चढ़ा देते हैं।

प्रश्न 11.
ऑक्सीजन के साथ संयुक्त होकर अधातुएँ कैसा ऑक्साइड बनाती हैं? (2019)
उत्तर:
ऑक्सीजन अधातुओं से संयुक्त होकर प्रायः अम्लीय ऑक्साइड बनाती हैं, लेकिन कुछ ऑक्साइड उदासीन भी होते हैं।

प्रश्न 12.
कारण बताइए –

  1. प्लेटिनम, सोना एवं चाँदी का उपयोग आभूषण बनाने के लिए किया जाता है। (2019)
  2. सोडियम, पोटैशियम एवं लीथियम को तेल के अन्दर संग्रहीत किया जाता है।
  3. ऐलुमिनियम अत्यन्त अभिक्रियाशील धातु है, फिर भी इसका उपयोगखाना बनाने में किया जाता है।
  4. निष्कर्षण प्रक्रम में कार्बोनेट एवं सल्फाइड अयस्क को ऑक्साइड में परिवर्तित किया जाता है।

उत्तर:

  1. प्लेटिनम, सोना एवं चाँदी अत्यन्त ही क्षीण क्रियाशील होती हैं तथा इनका संक्षारण नहीं होता इसलिए इनका उपयोग आभूषण बनाने के लिए किया जाता है।
  2. सोडियम, पोटैशियम एवं लीथियम अतिक्रियाशील धातुएँ हैं और वायुमण्डल की आर्द्रता (नमी) से भी क्रिया कर सकती हैं। इसलिए इन्हें बचाने के लिए इनको तेल के अन्दर संग्रहीत किया जाता है ताकि ये नमी के सम्पर्क में न आएँ।
  3. ऐलुमिनियम ऊष्मा की अच्छी चालक है तथा इसका गलनांक उच्च होता है। यह खौलते जल से भी अभिक्रिया नहीं करती तथा हल्के अम्लों से भी नहीं। इनकी क्रियाशीलता क्षारों के प्रति अधिक होती है जो खाना बनाने में प्रयुक्त नहीं होते। इसलिए अत्यन्त अभिक्रियाशील होते हुए भी इनका उपयोग खाना बनाने वाले बर्तनों को बनाने में किया जाता है।
  4. कार्बोनेट एवं सल्फाइड अयस्कों को निष्कर्षण प्रक्रम में ऑक्साइड में परिवर्तित किया जाता है क्योंकि ऑक्साइडों का अपचयन करके धातु आसानी से निष्कर्षित की जा सकती है।

प्रश्न 13.
आपने ताँबे के मलीन बर्तनों को नींबू या इमली के रस से साफ करते अवश्य देखा होगा। यह खट्टे पदार्थ बर्तन को साफ करने में क्यों प्रभावी हैं?
उत्तर:
ताँबे के बर्तनों के ऊपर क्षारकीय ऑक्साइडों की परत जम जाने के कारण वे मलीन हो जाते हैं। नींबू, इमली या अन्य खट्टे पदार्थों में हल्का अम्ल होता है जो क्षारकीय परत से अभिक्रिया करके उसे उदासीन कर देता है और हटा देता है जिससे ताँबे के बर्तन चमकने लगते हैं। इसलिए खट्टे पदार्थ बर्तन को साफ करने में प्रभावी हैं।

प्रश्न 14.
रासायनिक गुणधर्म के आधार पर धातुओं एवं अधातुओं में विभेद कीजिए। (2019)
उत्तर:
रासायनिक गुणधर्मों के आधार पर धातुओं एवं अधातुओं में विभेद –
MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 3 धातु एवं अधातु 6

प्रश्न 15.
एक व्यक्ति प्रत्येक घर में सुनार बनकर जाता है। उसने पुराने एवं मलीन सोने के आभूषणों में पहले जैसी चमक पैदा करने का ढोंग रचाया। कोई संदेह किए बिना ही एक महिला अपने सोने के कंगन उसे देती है, जिसे वह एक विशेष विलयन में डाल देता है। कंगन नए की तरह चमकने लगते हैं, लेकिन उनका वजन अत्यन्त कम हो जाता है। वह महिला बहुत दुखी होती है तथा तर्क-वितर्क के पश्चात् उस व्यक्ति को झुकना पड़ता है। एक जासूस की तरह क्या आप उस विलयन की प्रकृति के बारे में बता सकते हैं?
उत्तर:
हाँ, बता सकते हैं। वह विलयन एक तीव्र विलायक है जो सोने को अपने अन्दर घोल लेता है। इसका नाम अम्लराज (ऐक्वा रेजिया) कहलाता है।

प्रश्न 16.
गर्म जल का टैंक बनाने में ताँबे का उपयोग होता है, परन्तु इस्पात (लोहे की मिश्रातु) का नहीं। इसका कारण बताइए।
उत्तर:
ताँबा इस्पात (लोहे की एक मिश्रातु) से कहीं अधिक ऊष्मा का चालक होता है। इसलिए गर्म पानी का टैंक बनाने में ताँबे का उपयोग होता है, परन्तु इस्पात (लोहे का एक मिश्रातु) का नहीं।

MP Board Class 10th Science Chapter 3 परीक्षोपयोगी अतिरिक्त प्रश्नोत्तर

MP Board Class 10th Science Chapter 3 वस्तुनिष्ठ प्रश्न

बहुविकल्पीय प्रश्न

प्रश्न 1.
निम्न में कौन – सा गुण प्रायः धातुओं द्वारा प्रदर्शित नहीं किया जाता?
(a) विद्युत् संचालन।
(b) ध्वानिक प्रकृति।
(c) चमकहीनता।
(d) तन्यता।
उत्तर:
(c) चमकहीनता।
प्रश्न 2.
पतले तारों में धातुओं के खींचे जा सकने की क्षमता कहलाती है –
(a) तन्यता।
(b) आघातवर्ध्यता।
(c) ध्वानिकता।
(d) चालकता।
उत्तर:
(a) तन्यता।

प्रश्न 3.
ऐलुमिनियम का प्रयोग खाना बनाने के बर्तन बनाने में होता है। ऐलुमिनियम का निम्न में से कौन – सा गुण इसके उपयुक्त है?
(i) ऊष्मा की प्रचालकता।
(ii) विद्युत् की सुचालकता।
(iii) तन्यता।
(iv) उच्च गलनांक।
(a) (i) एवं (ii)।
(b) (i) एवं (iii)।
(c) (ii) एवं (iii)।
(d) (i) एवं (iv)।
उत्तर:
(d) (i) एवं (iv)।

प्रश्न 4.
निम्नलिखित में से कौन – सी धातु ठंडे एवं गर्म जल में अभिक्रिया नहीं करती है?
(a) Na
(b) Ca
(c) Mg
(d) Fe
उत्तर:
(d) Fe

प्रश्न 5.
निम्नलिखित में से आयरन के कौन से ऑक्साइड आयरन का स्टीम के साथ लम्बी अभिक्रिया के फलस्वरूप प्राप्त होंगे?
(a) FeO
(b) Fe2O3
(c) Fe3O4
(d) Fe2O3 ta Fe3O4
उत्तर:
(c) Fe3O4

प्रश्न 6.
जब कैल्सियम की अभिक्रिया जल में होती है तो क्या होता है?
(i) यह जल से अभिक्रिया नहीं करती।
(ii) यह जल से तीव्रता से अभिक्रिया करती है।
(iii) यह जल से कम तीव्रता से अभिक्रिया करती है।
(iv) हाइड्रोजन के बनने वाले बुलबुले कैल्सियम की सतह पर चिपक जाते हैं।
(a) (i) एवं (iv)।
(b) (ii) एवं (iii)।
(c) (i) एवं (ii)।
(d) (iii) एवं (iv)।
उत्तर:
(d) (iii) एवं (iv)।

प्रश्न 7.
सामान्यतः धातुएँ अम्लों से अभिक्रिया करके लवण एवं हाइड्रोजन गैस देती हैं। निम्नलिखित में से कौन – सा अम्ल धातुओं से अभिक्रिया करके हाइड्रोजन गैस नहीं देता (Mn एवं Mg को छोड़कर) –
(a) H2SO4
(b) HCl
(c) HNO3
(d) ये सभी।
उत्तर:
(c) HNO3

प्रश्न 8.
अम्लराज (ऐक्वा रेजिया) का संघटन है?
(a) तनु HCl: सान्द्र HNO3 = 3 : 1
(b) सान्द्र HCl: तनु HNO3 = 3 : 1
(c) सान्द्र HCl: सान्द्र HNO3 = 3 : 1
(d) तनु HCl: तनु HNO3 = 3 : 1
उत्तर:
(c) सान्द्र HCl: सान्द्र HNO3 = 3 : 1

प्रश्न 9.
निम्न में कौन आयनिक यौगिक नहीं है?
(i) KCl
(ii) HCl
(iii) CCl4
(iv) NaCl
(a) (i) एवं (ii)।
(b) (ii) एवं (iii)।
(c) (iii) एवं (iv)।
(d) (i) एवं (iii)।
उत्तर:
(b) (ii) एवं (iii)

प्रश्न 10.
निम्न में से किस गुण का प्रदर्शन सामान्यतः आयनिक यौगिकों द्वारा नहीं किया जाता है?
(a) जल में विलेयता।
(b) ठोस अवस्था में विद्युत् चालकता।
(c) उच्च गलनांक एवं क्वथनांक।
(d) पिघली अवस्था में विद्युत् चालकता।
उत्तर:
(b) ठोस अवस्था में विद्युत् चालकता

प्रश्न 11.
निम्नलिखित में कौन-सी धातु प्रकृति में स्वतन्त्र अवस्था में मिलती है?
(i) Cu
(ii) Au
(iii) Zn
(iv) Ag
(a) (i) एवं (ii)।
(b) (ii) एवं (iii)।
(c) (ii) एवं (iv)।
(d) (iii) एवं (iv)।
उत्तर:
(c) (ii) एवं (iv)।

प्रश्न 12.
धातुओं का निष्कर्षण अनेक विधियों से होता है। निम्न में से किन धातुओं का निष्कर्षण विद्युत् निष्कर्षण से होता है?
(i) Au
(ii) Cu
(iii) Na
(iv) K
(a) (i) एवं (ii)
(b) (i) एवं (iii)
(c) (ii) एवं (iii)
(d) (iii) एवं (iv)
उत्तर:
(a) (i) एवं (ii)

प्रश्न 13.
वायु में अधिक समय तक खुला छोड़ देने पर चाँदी की वस्तुएँ काली पड़ जाती हैं। यह निम्न बनने के कारण होता है –
(a) Ag3N
(b) Ag2O
(c) Ag2S
(d) Ag3N
उत्तर:
(c) Ag2S

प्रश्न 14.
यशदलेपन, लोहे को जंग लगने से बचाने के लिए उस पर निम्न की परत चढ़ाने की प्रक्रिया है।
(a) गेलियम।
(b) ऐलुमिनियम।
(c) जिंक।
(d) चाँदी।
उत्तर:
(c) जिंक।

प्रश्न 15.
स्टेनलेस स्टील हमारे जीवन के लिए अत्यन्त उपयोगी है। स्टेनलेस स्टील में आयरन के साथ मिला होता है –
(a) Ni एवं Cr
(b) Cu एवं Cr
(c) Ni एवं Cu
(d) Cu एवं Au
उत्तर:
(a) Ni एवं Cr

प्रश्न 16.
यदि कॉपर को वायु में खुला छोड़ दिया जाता है तो धीरे – धीरे यह अपनी ब्राउन चमकीली सतह को खोता जाता है और उस पर एक हरी परत जमती जाती है जो निम्न के बनने के कारण होती है –
(a) CuSO4
(b) CuCO3
(c) Cu(NO3)2
(d) CuO
उत्तर:
(b) CuCO3

प्रश्न 17.
प्रायः धातुएँ ठोस होती हैं। निम्न में कौन धातु कमरे के ताप पर दव अवस्था में पायी जाती है?
(a) Na
(b) Fe
(c) Cr
(d) Hg
उत्तर:
(d) Hg

प्रश्न 18.
निम्न में कौन – सी धातुएँ उनके क्लोराइडों के पिघली अवस्था में विद्युत् अपघटन से प्राप्त होती है?
(i) Na
(ii) Ca
(iii) Fe
(iv) Cu
(a) (i) एवं (iv)।
(b) (iii) एवं (iv)।
(c) (i) एवं (iii)।
(d) (i) एवं (ii)।
उत्तर:
(d) (i) एवं (ii)।

प्रश्न 19.
सामान्यतः अधातुएँ चमकहीन होती हैं, लेकिन निम्नलिखित में से कौन – सी अधातु में चमक
होती है?
(a) सल्फर।
(b) ऑक्सीजन।
(c) नाइट्रोजन।
(d) आयोडीन।
उत्तर:
(d) आयोडीन।

प्रश्न 20.
निम्नलिखित चार धातुओं में से कौन – सी धातु अपने विलयन में से अन्य तीन धातुओं से विस्थापित होगी?
(a) Mg
(b) Ag
(c) Zn
(d) Cu
उत्तर:
(b) Ag

प्रश्न 21.
सान्द्र HCl, सान्द्र HNO3 एवं सान्द्र HCl तथा सान्द्र HNO3 के 3:1 के अनुपात वाले मिश्रण में से प्रत्येक से 2 ml लेकर तीन अलग – अलग परखनलियों क्रमश: A, B एवं C में डाला फिर एक धातु का टुकड़ा प्रत्येक परखनली में डाला तो हम देखते हैं कि परखनली A एवं परखनली B में कोई परिवर्तन नहीं हुआ लेकिन धातु परखनली C में घुल गई तो वह धातु हो सकती है –
(a) Al
(b) Au
(c) Cu
(d) Pt
उत्तर:
(b) Au

प्रश्न 22.
एक मिश्रातु है –
(a) एक तत्व।
(b) एक यौगिक।
(c) एक समांग मिश्रण।
(d) एक विषमांग मिश्रण।
उत्तर:
(c) एक समांग मिश्रण

प्रश्न 23.
एक इलेक्ट्रोलाइटिक सेल में होता है –
(a) धनावेशित कैथोड।
(b) ऋणावेशित एनोड।
(c) धनावेशित ऐनोड।
(d) ऋणावेशित कैथोड।
उत्तर:
(b) ऋणावेशित एनोड

प्रश्न 24.
जिंक के इलेक्ट्रोलाइटिक शोधन में यह होता है –
(a) कैथोड पर एकत्रित
(b) ऐनोड पर एकत्रित
(c) कैथोड एवं ऐनोड दोनों पर एकत्रित
(d) विलयन में रहता है।
उत्तर:
(a) कैथोड पर एकत्रित

प्रश्न 25.
एक तत्व A मुलायम है और चाकू से काटा जा सकता है। यह वायु के प्रति अतिक्रियाशील है और यह हवा में खुला नहीं रखा जा सकता। यह जल से बहुत तीव्र अभिक्रिया करता है। निम्नलिखित में से उस तत्व A की पहचान कीजिए –
(a) Mg
(b) Na
(c) P
(d) Ca
उत्तर:
(b) Na

प्रश्न 26.
मिश्रातु एक धातु एवं दूसरी धातु अथवा अधातु के समांगी मिश्रण होते हैं। निम्न में कौन मिश्रातु में एक अधातु अवयव होता है?
(a) पीतल।
(b) कॉपर।
(c) अमलगम।
(d) स्टील।
उत्तर:
(d) स्टील।

प्रश्न 27.
मैग्नीशियम धातु के लिए निम्न में कौन – सा कथन असत्य है?
(a) यह ऑक्सीजन में चमकदार सफेद ज्वाला के साथ जलता है।
(b) यह ठंडे जल के साथ क्रिया करके मैग्नीशियम ऑक्साइड बनाता है और हाइड्रोजन गैस निकालता है।
(c) यह गर्म जल के साथ अभिक्रिया करके मैग्नीशियम हाइड्रॉक्साइड बनाता है और हाइड्रोजन गैस देता है।
(d) यह जलवाष्प से अभिक्रिया करके मैग्नीशियम हाइड्रॉक्साइड बनाता है और हाइड्रोजन गैस देता है।
उत्तर:
(b) यह ठंडे जल के साथ क्रिया करके मैग्नीशियम ऑक्साइड बनाता है और हाइड्रोजन गैस निकालता है।

प्रश्न 28.
निम्न मिश्रातुओं में से किसमें मरकरी (पारा) एक अवयव की तरह होता है?
(a) स्टेनलेस स्टील।
(b) एल्नीको।
(c) सोल्डर।
(d) जिंक अमलगम।
उत्तर:
(d) जिंक अमलगम।

प्रश्न 29.
X एवं Y के मध्य अभिक्रिया के फलस्वरूप एक यौगिक Z बनता है। X इलेक्ट्रॉन खोता है तथा Y इलेक्ट्रॉन ग्रहण करता है। निम्नलिखित में कौन – सा गुण Z प्रदर्शित नहीं करता है?
(a) उच्च गलनांक।
(b) निम्न गलनांक।
(c) गलित अवस्था में विद्युत् चालन।
(d) ठोस अवस्था में प्राप्ति।
उत्तर:
(b) निम्न गलनांक।

प्रश्न 30.
तीन तत्वों X, Y एवं 2 के इलेक्ट्रॉनिक विन्यास निम्न हैं – X → 2, 8, Y → 2, 8, 7 एवं Z → 2, 8, 2. निम्न में कौन – सा कथन सत्य है?
(a) X एक धातु है।
(b) Y एक धातु है।
(c) Z एक अधातु है।
(d) Y अधातु तथा Z धातु है।
उत्तर:
(d) Y अधातु तथा Z धातु है।

प्रश्न 31.
यद्यपि धातुएँ क्षारकीय ऑक्साइड बनाती हैं, लेकिन निम्नलिखित में कौन-सी धातु उभयधर्मी ऑक्साइड बनाती है?
(a) Na
(b) Ca
(c) Al
(d) Cu
उत्तर:
(c) Al

प्रश्न 32.
सामान्यतः अधातुएँ विद्युत् की अचालक होती हैं, लेकिन निम्नलिखित में कौन विद्युत् की सुचालक है?
(a) हीरा।
(b) ग्रेफाइट।
(c) सल्फर।
(d) फुलैरिन।
उत्तर:
(b) ग्रेफाइट।

प्रश्न 33.
विद्युत् तारों पर एक अचालक पदार्थ की परत चढ़ी होती है। सामान्यतः इसके लिए प्रयुक्त पदार्थ होता है –
(a) सल्फर।
(b) ग्रेफाइट।
(c) PVC।
(d) इनमें से कोई नहीं।
उत्तर:
(c) PVC।

प्रश्न 34.
निम्न में से कौन अधातु द्रव होती है?
(a) कार्बन।
(b) ब्रोमीन।
(c) फॉस्फोरस।
(d) सल्फर।
उत्तर:
(b) ब्रोमीन।

प्रश्न 35.
निम्न में से कौन रासायनिक अभिक्रिया करेगा?
(a) MgSO4 + Fe
(b) ZnSO4 + Fe
(c) MgSO4 + Pb
(d) CuSO4 + Fe
उत्तर:
(d) CuSO4 + Fe

रिक्त स्थानों की पूर्ति

  1. धातुएँ प्रायः ऊष्मा एवं विद्युत की …………. होती हैं।
  2. आघातवर्ध्यनीयता एवं तन्यता ………….. का प्रमुख गुण है।
  3. भंगुरता प्रायः …….. का प्रमुख गुण है।
  4. अधातुएँ प्रायः विद्युत् की ………….. होती हैं।
  5. …… का उपयोग थर्मामीटर एवं बैरोमीटर में किया जाता है।

उत्तर:

  1. सुचालक।
  2. धातुओं।
  3. अधातुओं।
  4. अचालक।
  5. पारा (मर्करी)।

जोड़ी बनाइए
MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 3 धातु एवं अधातु 7
उत्तर:

  1. → (c)
  2. → (d)
  3. → (e)
  4. → (a)
  5. → (b)

सत्य/असत्य कथन

  1. सोडियम अतिक्रियाशील धातु है।
  2. दो अधातुओं के समांग मिश्रण को मिश्रातु कहते हैं।
  3. धातुओं के ऑक्साइड प्रायः क्षारकीय प्रकृति के होते हैं।
  4. स्टैनलैस स्टील में ताँबा मिला होता है।
  5. अधातुओं के ऑक्साइड प्रायः अम्लीय प्रकृति के होते हैं।

उत्तर:

  1. सत्य।
  2. असत्य।
  3. सत्य।
  4. असत्य।
  5. सत्य।

एक शब्द/वाक्य में उत्तर

  1. जो धातुएँ कठोर सतह से टकराने पर ध्वनि उत्पन्न करती हैं, उन्हें क्या कहते हैं?
  2. धातुओं की सतह चमकदार होती है, यह गुण क्या कहलाता है?
  3. पारे की मिश्रातु क्या कहलाती है?
  4. अयस्कों में उपस्थित मिट्टी एवं रेत की अशुद्धियाँ क्या कहलाती हैं?
  5. जब कोई तत्व प्रकृति में विभिन्न रूपों में पाया जाता है तो इस गुण को क्या कहते हैं?

उत्तर:

  1. ध्वानिक (सोनोरस)।
  2. धात्विक चमक।
  3. अमलगम।
  4. गेंग।
  5. अपररूपता।

MP Board Class 10th Science Chapter 3 अति लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
ध्वानिक (सोनोरस) किन्हें कहते हैं? उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
ध्वानिक (सोनोरस):”वे धातुएँ किसी कठोर सतह से टकराती हैं, तो वे ध्वनि करती हैं। उन धातुओं को ध्वानिक (सोनोरस) कहते हैं।
उदाहरण: मंदिर के घंटों एवं स्कूल की घंटी का धातु।

प्रश्न 2.
‘भर्जन’ से क्या समझते हो?
उत्तर:
भर्जन:
“सल्फाइड अयस्क को वायु की उपस्थिति में अधिक ताप पर गर्म करने से वह सम्बन्धित धातु के ऑक्साइड में परिवर्तित हो जाती है। इस प्रक्रिया को भर्जन कहते हैं”।

प्रश्न 3.
‘निस्तापन’ में क्या समझते हो?
उत्तर:
निस्तापन:
“कार्बोनेट अयस्कों को वायु की सीमित मात्रा में उच्च ताप पर गर्म करने पर वह सम्बन्धित धातु के ऑक्साइड में परिवर्तित हो जाता है। इस प्रक्रिया को निस्तापन कहते हैं”।

MP Board Solutions

प्रश्न 4.
‘ऐनोड पंक’ किसे कहते हैं?
उत्तर:
ऐनोड पंक:
“जब धातुओं का विद्युत् अपघटनी परिष्करण (शोधन) किया जाता है तो अशुद्ध ऐनोड विद्युत् अपघटय में घुल जाता है तथा उसमें उपस्थित अविलेय अशुद्धियाँ ऐनोड की तली में एकत्रित हो जाती हैं, जिसे ऐनोड पंक कहते हैं।”

प्रश्न 5.
‘सक्रियता श्रेणी’ से क्या समझते हो?
उत्तर:
सक्रियता श्रेणी:
“वह सूची जिसमें धातुओं को उनकी क्रियाशीलता के अवरोही क्रम में व्यवस्थित किया जाता है, सक्रियता श्रेणी कहलाती है।”

प्रश्न 6.
अपररूपता से क्या समझते हो? कार्बन के दो प्रमुख अपररूपों के नाम लिखिए।
उत्तर:
अपररूपता:
“जब कोई तत्व प्रकृति में विभिन्न रूपों में मिलता है जिनके भौतिक गुणों में भिन्नता होती है, लेकिन रासायनिक गुण समान होते हैं, तो उनको उस तत्व के अपररूप एवं उनके इस गुण को अपररूपता कहते हैं”।

कार्बन के प्रमुख अपररूप:

  1. ग्रेफाइट।
  2. डायमण्ड (हीरा)।

प्रश्न 7.
यशदलेपन से क्या समझते हो?
उत्तर:
यशदलेपन:
“लोहा एवं इस्पात को जंग लगने (संक्षारण) से बचाने के लिए उस पर जिंक (जस्ते) की परत चढ़ा दी जाती है। इस प्रक्रिया को यशदलेपन कहते हैं”।

प्रश्न 8.
अमंलगम क्या होता है?
उत्तर:
अमलगम:
“जब किसी धातु जैसे जस्ता आदि पर पारे का लेप कर दिया जाता है तो वह धातु पारे से मिलकर पारे की मिश्रातु बनाती है, जिसे अमलगम कहते हैं।”

प्रश्न 9.
थर्मिट अभिक्रिया किन्हें कहते हैं?
उत्तर:
थर्मिट अभिक्रियाएँ:
“वे धातु विस्थापन अभिक्रियाएँ जिनमें अत्यधिक ऊष्मा उत्पन्न होती है जिससे विस्थापित धातु गलित अवस्था में प्राप्त होती है, थर्मिट अभिक्रियाएँ कहलाती हैं”।

प्रश्न 10.
अयस्कों से धातुओं के निष्कर्षण की प्रक्रिया में उनके सल्फाइड एवं कार्बोनेट अयस्कों को धातुओं के ऑक्साइड में क्यों परिवर्तित करना चाहिए?
उत्तर:
धातुओं के सल्फाइड एवं कार्बोनेटों की अपेक्षा उनके ऑक्साइड से धातुएँ अपचयन द्वारा प्राप्त करना अधिक आसान है।

प्रश्न 11.
सामान्यतः जब धातुएँ खनिज अम्लों से अभिक्रिया करती हैं तो हाइड्रोजन गैस निकलती है, लेकिन Mn एवं Mg को छोड़कर अन्य धातुएँ जब NHO3 से अभिक्रिया करती हैं तो हाइड्रोजन गैस उत्पन्न क्यों नहीं होती है?
उत्तर:
चूँकि HNO3 एक प्रबल ऑक्सीकारक है। इसलिए यह हाइड्रोजन गैस को जल में उपचयित कर देता है और इस कारण वह Mn एवं Mg को छोड़कर अन्य किसी धातु से अभिक्रिया करके हाइड्रोजन गैस नहीं देता।

MP Board Solutions

प्रश्न 12.
एक अधातु तत्व X दो रूपों Y एवं Z में प्राप्त होती है। इनमें Y कठोरतम तत्व है और Z एक विद्युत् का सुचालक है। X, Y एवं Z की पहचान कीजिए।
उत्तर:
X → कार्बन, Y = हीरा (डायमण्ड) एवं Z → ग्रेफाइट है।

प्रश्न 13.
सोल्डर मिश्रातु के अवयव (घटक) कौन – कौन से हैं? सोल्डर का कौन – सा गुण इसे बिजली के तारों की वेल्डिंग करने के योग्य बनाता है?
उत्तर:
सोल्डर मिश्रातु के घटक लेड एवं टिन हैं। सोल्डर मिश्रातु का निम्न गलनांक इसे इलेक्ट्रिक तार की वेल्डिंग के योग्य बनाता है।

प्रश्न 14.
एक तत्व A, A2O3 ऑक्साइड बनाता है जोकि स्वभाव (प्रकृति) से अम्लीय है। A की पहचान धातु एवं अधातु के रूप में कीजिए।
उत्तर:
चूँकि तत्व A का ऑक्साइड प्रकृति से अम्लीय है। इसलिए तत्व A एक अधातु तत्व होगा।

प्रश्न 15.
जब ऐलुमिनियम पाउडर MnO2 के साथ गर्म किया जाता है तो निम्न अभिक्रिया होती है –
3MnO2(s) + 3Al(s) → 3Mn(l) + 2Al2O3(l) + ऊष्मा

  1. क्या ऐलुमिनियम का अपचयन हो रहा है?
  2. क्या MnO2 का उपचयन हो रहा है?

उत्तर:

  1. नहीं, ऐलुमिनियम का उपचयन हो रहा है, क्योंकि ऑक्सीजन संयुक्त हो रही है।
  2. नहीं, MnO2 का अपचयन हो रहा है, क्योंकि ऑक्सीजन की हानि हो रही है।

प्रश्न 16.
ऊष्मा की सुचालक एवं कुचालक प्रत्येक प्रकार की धातुओं के दो – दो उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
ऊष्मा की सुचालक धातुएँ: Ag एवं Cu.
ऊष्मा की कुचालक धातुएँ: Pb एवं Hg.

MP Board Class 10th Science Chapter 3 लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
इकबाल ने एक चमकीले द्विसंयोजी तत्व M की सोडियम हाइड्रॉक्साइड के साथ अभिक्रिया करायी, उसने अभिकारक मिश्रण में अभिक्रिया के समय बुलबुले उठते प्रेक्षित किए। उसने जब इस तत्व की अभिक्रिया हाइड्रोक्लोरिक अम्ल से करायी, तब भी वह प्रेक्षित किया जो पहले किया। उत्पन्न गैस की वह पहचान कैसे करें ? बताइए। दोनों अभिक्रियाओं के लिए रासायनिक समीकरण भी लिखिए।
उत्तर:
वह गैस हाइड्रोजन हो सकती है जिसकी पहचान के लिए जब जलती तीली उसके पास लाते हैं तो वह फक-फक की ध्वनि के साथ जलती है।
M + 2NaOH → Na2MO2 + H2(g)
M + 2HCl → MCl + H2(g) वह तत्व M एक धातु तत्व है।

प्रश्न 2.
धातु निष्कर्षण की प्रक्रिया के समय शुद्ध धातु प्राप्त करने के लिए इलेक्ट्रोलाइटिक शोधन की प्रक्रिया को अपनाया जाता है –

  1. सिल्वर धातु के शोधन में ऐनोड एवं कैथोड किस पदार्थ के बने होते हैं?
  2. एक उपयुक्त इलेक्ट्रोलाइट (विद्युत् अपघट्य) बताइए।
  3. इस इलेक्ट्रोलाइटिक सेल में विद्युत् धारा प्रवाहित करने पर हमको शुद्ध सिल्वर कहाँ प्राप्त होगी?

उत्तर:

  1. ऐनोड – अशुद्ध सिल्वर, कैथोड – शुद्ध सिल्वर।
  2. विद्युत् अपघट्य – किसी सिल्वर लवण का विलयन; जैसे – AgNO3 एवं AgCl2 इत्यादि।
  3. हम कैथोड पर शुद्ध सिल्वर धातु प्राप्त करेंगे।

प्रश्न 3.
एक यौगिक X एवं ऐलुमिनियम का प्रयोग रेल लाइनों को जोड़ने के काम में लाया जाता है।

  1. यौगिक X की पहचान कीजिए।
  2. इस अभिक्रिया का नाम लिखिए।
  3. इस अभिक्रिया का रासायनिक समीकरण लिखिए।

उत्तर:

  1. यौगिक X है – आयरन (III) ऑक्साइड, Fe2O3
  2. अभिक्रिया का नाम हैं – थर्मिट अभिक्रिया
  3. Fe2O3 + 2Al → 2Fe + Al2O3

प्रश्न 4.
जब कोई धातु X ठण्डे जल से अभिक्रिया करती है तो यह एक क्षारकीय लवण Y देता है जिसका अणुसूत्र XOH (अणु द्रव्यमान = 40) एवं एक गैस Z निकालता है जो आसानी से आग को पकड़ लेती है। X, Yएवं Z की पहचान कीजिए तथा होने वाली अभिक्रियाओं के रासायनिक समीकरण भी लिखिए।
उत्तर:
X → Na, Y → NaOH एवं Z → H2
2Na + 2H2O → 2NaOH + H2 + ऊष्मा

प्रश्न 5.
एक धातु A जो थर्मिट प्रक्रिया में प्रयुक्त होती है, जब ऑक्सीजन के साथ गर्म की जाती है तो एक ऑक्साइड B बनाती है जो उभयधर्मी प्रकृति का है। A एवं B की पहचान कीजिए। ऑक्साइड B की HCl एवं NaOH के साथ अभिक्रियाओं के रासायनिक समीकरण भी लिखिए।
उत्तर:
A → ऐलुमिनियम (Al)
B → ऐलुमिनियम ऑक्साइड (Al2O3) है।
Al2O3 + 6HCl → 2AlCl3 + 2H2O
Al2O3 + 2NaOH → 2NaAlO2 + H2O

MP Board Solutions

प्रश्न 6.
एक धातु जो कमरे के ताप पर द्रव अवस्था में रहती है, इसके सल्फाइड को ऑक्सीजन की उपस्थिति में गर्म करके प्राप्त की जाती है। इस धातु एवं इसके अयस्क की पहचान कीजिए तथा होने वाली अभिक्रिया का रासायनिक समीकरण लिखिए।
उत्तर:
सक्रियता श्रेणी में निम्न सक्रियता वाली धातुओं को उनके ऑक्साइड एवं सल्फाइड अयस्कों को गर्म करके प्राप्त की जा सकती है और केवल एक ही धातु मरकरी (Hg) कमरे ताप पर द्रव अवस्था में होती है। अतः अभीष्ट धातु मरकरी (Hg) है। यह अयस्क सिनेबार (HgS) को ऑक्सीजन की उपस्थिति में गर्म करके प्राप्त की जा सकती है।
रासायनिक अभिक्रिया का समीकरण:
MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 3 धातु एवं अधातु 8

प्रश्न 7.
निम्नलिखित जोड़ों के संयोजन से बनने वाले यौगिकों के अणु सूत्र लिखिए –

  1. Mg एवं N2
  2. Li एवं O2
  3. AI एवं Cl2
  4. K एवं O2

उत्तर:

  1. Mg3N2
  2. Li2O
  3. AlCl3
  4. K2O

प्रश्न 8.
क्या होता है, जबकि –
(a) ZnCO3 को ऑक्सीजन की अनुपस्थिति में गर्म किया जाता है।
(b) Cu2O एवं Cu2S के एक मिश्रण को गर्म किया जाता है। रासायनिक समीकरण भी लिखिए।
उत्तर:
(a) जब ZnCO3 को ऑक्सीजन की अनुपस्थिति में गर्म किया जाता है तो निस्तापन की प्रक्रिया द्वारा ZnO बनता है और CO2 गैस निकल जाती है।
MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 3 धातु एवं अधातु 9
(b) जब Cu2O एवं Cu2S के मिश्रण को गर्म किया जाता है तो SO2 गैस निकल जाती है तथा कॉपर धातु (Cu) प्राप्त होती है।
MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 3 धातु एवं अधातु 10

प्रश्न 9.
एक अधातु तत्व A हमारे भोजन का एक महत्वपूर्ण अवयव (घटक) है। यह दो ऑक्साइड B एवं C बनाता है। ऑक्साइड B विषाक्त है तथा C वैश्विक ऊष्मता का कारक है –
(a) A, B एवं C की पहचान कीजिए।
(b) अधातु A आवर्त तालिका के किस समूह का तत्व है?
उत्तर-हमारे भोजन का महत्वपूर्ण घटक अधातु तत्व कार्बन (C) होता है तथा कार्बन दो ऑक्साइड CO एवं CO2 बनाता है जिनमें CO विषाक्त एवं CO2 वैश्विक ऊष्मता का कारक होता है। अतः
(a) A → कार्बन (C)
B → कार्बन मोनोक्साइड (CO)
C → कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) है।

(b) कार्बन अधातु तत्व आवर्त तालिका (सारणी) के समूह 14 का तत्व है।

प्रश्न 10.
कमरे के ताप पर द्रव अवस्था में रहने वाली एक धातु एवं एक अधातु का नाम लिखिए तथा ऐसी दो धातुओं के भी नाम लिखिए जिनका गलनांक 310 K (37°C) से कम है।
उत्तर:
द्रव धातु – मरकरी (Hg)।
द्रव अधातु – ब्रोमीन (Br)।
310 K (37°C) से कम गलनांक वाली दो धातुएँ हैं –

  1. सीजियम (Cs)।
  2. गैलियम (Ga)।

प्रश्न 11.
एक तत्व A जल से अभिक्रिया करके एक यौगिक B बनाता है जोकि सफेदी करने के काम आता है। यौगिक B गर्म करने पर एक ऑक्साइड C बनाता है जो पानी से अभिक्रिया करके पुनः B बनाता है। A, B एवं C की पहचान कीजिए एवं अभिक्रियाओं के रासायनिक समीकरण लिखिए।
उत्तर:
चूँकि B सफेदी करने के काम आता है और सफेदी करने में बुझा चूना [Ca(OH2)] प्रयुक्त होता है अत: B बुझा चूना [Ca(OH)2] है चूँकि तत्व कैल्सियम की जल से अभिक्रिया के फलस्वरूप हमको बुझा चूना मिलता है अतः तत्व A कैल्सियम धातु (Ca) है।
चूँकि B बुझा चूना [Ca(OH)2] गर्म करने पर कैल्सियम ऑक्साइड [CaO] देता है अत: C कैल्सियम ऑक्साइड [CaO] है, जो पानी से अभिक्रिया करके पुनः B बुझा चूना [Ca(OH)2] बनाता है।
MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 3 धातु एवं अधातु 11

प्रश्न 12.
एक क्षारीय धातु A जल में अभिक्रिया करके एक यौगिक B (अणु – द्रव्यमान = 40) देती है जब यौगिक B की अभिक्रिया ऐलुमिनियम ऑक्साइड के साथ होती है तो विलेय यौगिक C बनता है। A, B एवं C की पहचान कीजिए एवं अभिक्रियाओं के समीकरण दीजिए।
उत्तर:
क्षारीय धातु A सोडियम (Na) हो सकता है जो जल में अभिक्रिया करके सोडियम हाइड्रॉक्साइड (NaOH) यौगिक B बनाता है जिसका अणु – द्रव्यमान 40 है जब सोडियम हाइड्रॉक्साइड (NaOH) ऐलुमिनियम ऑक्साइड (Al2O3) से अभिक्रिया करता है तो विलेय लवण C सोडियम ऐलुमिनेट (NaAlO2) बनाता है। इस प्रकार –
A → सोडियम (Na), B → सोडियम हाइड्रॉक्साइड (NaOH) एवं C → सोडियम ऐलुमिनेट (NaAlO2) है।
2Na + 2H2O → 2NaOH + H2(g)
Al2O3 + 2NaOH → 2NaAlO2 + H2O

प्रश्न 13.
जिंक को उसके अयस्क से निष्कर्षण में होने वाली अभिक्रियाओं के समीकरण लिखिए –
(a) जब जिंक अयस्क का भर्जन किया जाता है।
(b) जब जिंक अयस्क का निस्तापन किया जाता है।
उत्तर:
MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 3 धातु एवं अधातु 12

प्रश्न 14.
एक धातु M अम्लों से अभिक्रिया करके हाइड्रोजन गैस नहीं देती है, लेकिन ऑक्सीजन से अभिक्रिया करके काला पदार्थ बनाती है। उस धातु M की एवं उस काले उत्पाद की पहचान कीजिए एवं ऑक्सीजन के साथ उस धातु की अभिक्रिया को समझाइए।
उत्तर:
चूँकि कॉपर अम्लों से अभिक्रिया करके कभी भी हाइड्रोजन गैस नहीं देती तथा ऑक्सीजन से अभिक्रिया करके काला पदार्थ कॉपर ऑक्साइड (CuO) बनाती है अतः
M= कॉपर धातु (Cu) है तथा काला पदार्थ कॉपर ऑक्साइड (CuO) है।
अभिक्रिया का समीकरण:
MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 3 धातु एवं अधातु 13

प्रश्न 15.
कॉपर सल्फेट (CuSO4) का एक विलयन लोहे के बर्तन में रखा गया। कुछ दिन बाद लोहे के बर्तन में अनेक छेद पाए गए। सक्रियता के आधार पर इसके कारण की व्याख्या कीजिए तथा अभिक्रिया का रासायनिक समीकरण लिखिए।
उत्तर:
चूँकि सक्रियता श्रेणी में लोहे (आयरन), ताँबे के ऊपर आता है अर्थात् लोहे की सक्रियता ताँबे से अधिक है। इसलिए लोहा (आयरन Fe) कॉपर सल्फेट के विलयन से कॉपर को विस्थापित करके आयरन सल्फेट बनाता है जो विलेय है। इसलिए विलयन में घुल जाता है और बर्तन में छेद हो जाते हैं। अभिक्रिया का समीकरण
Fe(s) + CuSO4(aq) → FeSO4(aq) + Cu(s)

प्रश्न 16.
तीन धातुओं X, Y एवं Z में से X ठण्डे पानी से अभिक्रिया करती है। Y गर्म पानी के साथ तथा Z केवल जलवाष्प के साथ अभिक्रिया करती है। X, Y एवंz की पहचान कीजिए एवं उनको बढ़ती हुई सक्रियता के क्रम में व्यवस्थित कीजिए।
उत्तर:
चूँकि X ठण्डे पानी से अभिक्रिया करती है। इसलिए X कोई क्षार धातु Na या K है। चूंकि Y गर्म पानी के साथ अभिक्रिया करती है। इसलिए Y कोई क्षारीय मृदा धातु Mg या Ca है।
चूँकि Z जलवाष्प से अभिक्रिया करती है अत: Z = आयरन (Fe) है।
सक्रियता के आरोही क्रम में –
Z < Y < X अर्थात् Fe < Mg या Ca < Na या K

MP Board Class 10th Science Chapter 3 दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
एक अधातु A जो वायुमण्डल का सबसे बड़ा घटक है, जब यह हाइड्रोजन (H2) के साथ 1 : 3 के अनुपात में Fe उत्प्रेरक की उपस्थिति में गर्म किया जाता है तो गैस B बनाता है। जब इसे ऑक्सीजन के साथ गर्म करने पर यह एक ऑक्साइड C देता है। यदि यह ऑक्साइड जल में हवा की उपस्थिति में प्रवाहित किया जाता है तो यह एक अम्ल D बनाता है जो एक प्रबल ऑक्सीकारक की तरह कार्य करता है।
(a) A, B, C एवं D की पहचान कीजिए।
(b) यह अधातु आवर्त तालिका के किस समूह का तत्व है?
उत्तर:
चूँकि वायुमण्डल का सबसे बड़ा घटक नाइट्रोजन (N) है जो एक अधातु A है और यह आयरन (Fe) उत्प्रेरक की उपस्थिति में हाइड्रोजन के साथ 1 : 3 के अनुपात में गर्म करने पर एक गैस (B) देता है, जो अमोनिया (NH3) है। नाइट्रोजन गैस ऑक्सीजन के साथ गर्म करने पर एक ऑक्साइड (C) देती है जो नाइट्रिक ऑक्साइड (NO) है। यह ऑक्साइड हवा की उपस्थिति में जल में प्रवाहित किया जाता है तो यह एक प्रबल ऑक्सीकारक (उपचायक) अम्ल (D) देती है जो नाइट्रिक अम्ल (HNO3) है, अतः
(a) A → (N2), B → (NH3), C → (NO), D → (HNO3)
(b) अधातु तत्व A अर्थात् नाइट्रोजन (N) आवर्त सारणी के समूह-15 का तत्व है।

प्रश्न 2.
निम्न एवं मध्यम सक्रियता वाली धातुओं को उनके सम्बन्धित सल्फाइड अयस्कों से निष्कर्षण की प्रक्रिया के चरण लिखिए।
उत्तर:
MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 3 धातु एवं अधातु 14

प्रश्न 3.
निम्नलिखित की व्याख्या कीजिए –

  1. ऐलुमिनियम (Al) की सक्रियता घटती जाती है यदि इसको HNO3 में डुबाया जाता है।
  2. कार्बन, सोडियम या मैग्नीशियम के ऑक्साइड को अपचयित नहीं कर सकता।
  3. सोडियम क्लोराइड NaCl ठोस अवस्था में विद्युत् का सुचालक नहीं होता, जबकि गलित अवस्था में अथवा जलीय विलयन में यह विद्युत् प्रवाहित करता है।
  4. आयरन की वस्तुएँ यशदीकृत की जाती हैं।
  5. धातुएँ जैसे Na, K, Ca एवं Mg कभी भी प्रकृति में स्वतन्त्र अवस्था में प्राप्त नहीं होती हैं।

उत्तर:

  1. HNO3 एक उपचायक (ऑक्सीकारक) है जब इसमें ऐलुमिनियम को डुबाया जाता है तो ऐलुमिनियम ऑक्साइड बनता है जिसकी परत ऐलुमिनियम पर चढ़ जाती है और इसके कारण ऐलुमिनियम की सक्रियता घटती जाती है।
  2. सोडियम (Na) या मैग्नीशियम (Mg) कार्बन (C) की अपेक्षा अधिक क्रियाशील है। इसलिए कार्बन सोडियम या मैग्नीशियम के ऑक्साइड को अपचयित नहीं कर पाता।
  3. ठोस अवस्था में सोडियम क्लोराइड आयनित नहीं होता, जबकि गलित अवस्था में अथवा जलीय विलयन में Na+ एवं Cl आयनों में आयनित हो जाता है। इन आयनों की उपस्थिति के कारण यह विद्युत् धारा को प्रवाहित कर देता है, जबकि ठोस अवस्था में नहीं कर पाता।
  4. आयरन अपने सम्पर्क में आने वाली वायु, नमी (आर्द्रता) एवं अम्लों से संक्षारित हो जाता है। इस कारण इसकी बनी वस्तुओं पर यशदीकरण द्वारा जिंक की परत चढ़ा दी जाती है जो इसे संक्षारित होने से रोकता है।
  5. चूँकि धातुएँ जैसे Na, K, Ca एवं Mg अत्यधिक क्रियाशील होती हैं। इसलिए ये प्रकृति में स्वतन्त्र अवस्था में प्राप्त नहीं होती हैं।

प्रश्न 4.
(1) कॉपर को उसके अयस्क से निष्कर्षण के निम्न चरण दिए गए हैं इनकी अभिक्रियाएँ लिखिए –
(a) कॉपर (I) सल्फाइड का भर्जन।
(b) कॉपर (I) ऑक्साइड का कॉपर (I) सल्फाइड के साथ अपचयन।
(c) विद्युत् अपघटनी शोधन।
(2) एक स्वच्छ नामांकित चित्र कॉपर के विद्युत् अपघटनी शोधन का बनाइए।
उत्तर:
(1) विभिन्न चरणों की रासायनिक अभिक्रियाएँ:
(a) कॉपर के सल्फाइड (Cu2S) अयस्क के भर्जन से SO2 गैस निकल जाती है तथा Cu2O प्राप्त होता है।
MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 3 धातु एवं अधातु 15
(b) Cu2O का Cu2S के साथ गर्म करके अपचयन द्वारा कॉपर (Cu) प्राप्त होता है तथा SO2 गैस निकलती है।
MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 3 धातु एवं अधातु 16
(c) विद्युत् अपघटनी शोधन में हमको कैथोड पर शुद्ध कॉपर धातु (Cu) प्राप्त होता है।
MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 3 धातु एवं अधातु 17
(2) विद्युत् अपघटनी शोधन का चित्र:
MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 3 धातु एवं अधातु 19

प्रश्न 5.
एक तत्व (A) सुनहरी पीली ज्वाला के साथ वायु में जलता है। यह दूसरे तत्व (B) से जिसका परमाणु क्रमांक 17 है, अभिक्रिया करता है और उत्पाद C बनाता है। उत्पाद C का जलीय विलयन विद्युत् अपघटन की अभिक्रिया में यौगिक D देता है तथा हाइड्रोजन गैस निकालता है। A, B, C, एवं D की पहचान कीजिए। अभिक्रियाओं के रासायनिक समीकरण भी लिखिए।
उत्तर:
धातु सोडियम सुनहरी पीली ज्वाला के साथ जलता है अतः (A) सोडियम (Na) है। परमाणु क्रमांक 17 वाला तत्व (B) क्लोरीन (Cl) है। सोडियम (Na) एवं क्लोरीन (Cl) परस्पर अभिक्रिया करके उत्पाद सोडियम क्लोराइड (NaCl) बनाता है। अतः (C) सोडियम क्लोराइड (NaCl) है। NaCl का जलीय विलयन विद्युत् अपघटन के फलस्वरूप यौगिक सोडियम हाइड्रॉक्साइड (NaOH) बनाता है। अतः (D) सोडियम हाइड्रॉक्साइड (NaOH) है।
अतः (A) → (Na), (B) → (Cl), (C) → (NaCl) एवं (D) → (NaOH)
रासायनिक समीकरण:
MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 3 धातु एवं अधातु 19

प्रश्न 6.
दो अयस्क (A) एवं (B) लिए गए। गर्म करने पर अयस्क (A) कार्बन डाइऑक्साइड (CO) देता है, जबकि अयस्क (B) सल्फर डाइऑक्साइड (SO2) देता है। आप उनको धातुओं में बदलने के लिए क्या चरण अपनाएंगे?
उत्तर:
चूँकि अयस्क (A) गर्म करने पर कार्बन डाइऑक्साइड गैस (CO2) देता है अत: यह धातु का कार्बोनेट अयस्क (MCO3) है। अयस्क MCO3 जिसका निस्तापन करने पर ऑक्साइड MO देता है तथा कार्बन डाइऑक्साइड गैस (CO2) निकलती है।
MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 3 धातु एवं अधातु 20
धातु ऑक्साइड (MO) कार्बन के साथ अपचयित होकर धातु (M) देता है।
MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 3 धातु एवं अधातु 21
इस प्रकार अयस्क (A) से धातु (M) प्राप्त हो जाती है।
चूँकि अयस्क (B) गर्म करने पर सल्फर डाइऑक्साइड (SO2) गैस देता है अतः यह धातु का सल्फाइड अयस्क (MS) है जो ऑक्सीजन की उपस्थिति में भर्जन करने पर ऑक्साइड (MO) देता है तथा सल्फर डाइऑक्साइड गैस (SO2) निकलती है –
2MS + 3O2 → 2MO + 2SO2
धातु ऑक्साइड (MO) कार्बन (C) के साथ गर्म करने पर अपचयित होकर धातु (M) देता है।
MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 3 धातु एवं अधातु 22
इस प्रकार अयस्क (B) से धातु (M) प्राप्त होती है।

MP Board Class 10th Science Solutions

MP Board Class 8th Maths Solutions Chapter 1 Rational Numbers Ex 1.1

MP Board Class 8th Maths Solutions Chapter 1 Rational Numbers Ex 1.1

Mp Board Class 8 Maths Chapter 1 Question 1.
Using appropriate properties, find.
Mp Board Class 8 Math Solution
Solution:
Mp Board Class 8 Subject Maths
Mp Board Class 8th Maths Solutions

Mp Board Class 8th Maths Chapter 1 Question 2.
Write the additive inverse of each of the following
Mp Board Class 8 Maths Solution
Solution:
Mp Board Solution Class 8th Maths
Class 8 Maths Chapter 1 English Medium MP Board

(iv) We have given \(\frac{2}{-9}\)
Multiplying numerator and denominator by -1, we get \(\frac{2}{-9}\)
The additive inverse of \(\frac{2}{-9}\) is \(\frac{2}{9}\)
Class 8 Maths Solution Mp Board

(v) We have \(\frac{19}{-6}\)
Multiplying numerator and denominator by -1, we get \(\frac{-19}{6}\)
Mp Board Class 8 Maths Chapter 1

MP Board Class 8th Maths Solutions Chapter 1 Rational Numbers Ex 1.1

Class 8 Maths Chapter 1 Mp Board Question 3.
Verify that -(-x) = x for
(i) x = \(\frac{11}{15}\)
(ii) x = \(-\frac{13}{17}\)
Solution:
Mp Board Class 8th Maths Chapter 1

Mp Board Solution Class 8 Maths Chapter 1 Question 4.
Find the multiplicative inverse of the following.
Class 8 Maths Chapter 1 Mp Board
Solution:
(i) We have given, -13
The multiplicative inverse of -13 is \(\left(\frac{-1}{13}\right)\)
Mp Board Solution Class 8 Maths Chapter 1

(ii) We have given, \(\frac{-13}{19}\)
The multiplicative inverse of is \(\frac{-13}{19}\) is \(\frac{-19}{13}\)
MP Board Class 8th Maths Chapter 1 Rational Numbers Ex 1.1 12

(iii) We have given, \(\frac{1}{5}\)
The multiplicative inverse of \(\frac{1}{5}\) is 5.
∵ \(\frac{1}{5} \times 5=1\)

(iv) We have given, \(\frac{-5}{8} \times \frac{-3}{7}\)
The multiplicative inverse of
Mp Board Class 8 Maths Solutions English Medium

(v) We have given, \(-1 \times \frac{-2}{5}\)
The multiplicative inverse of
Mp Board Class 8th Maths Solutions English Medium

(vi) We have given, -1.
The multiplicative inverse of -1 is -1.
∵ (-1) × (-1) = 1.

Mp Board Class 8 Maths Solutions English Medium Question 5.
Name the property under multiplication used in each of the following.
Maths Class 8 Mp Board English Medium Solution
Solution:
(i) We have given, \(\frac{-4}{5} \times 1=1 \times \frac{-4}{5}=\frac{-4}{5}\)
i.e., 1 is the multiplicative identity. Thus, it is a identity property under multiplication
(ii) We have given, \(\frac{-13}{17} \times \frac{-2}{7}=\frac{-2}{7} \times \frac{-13}{17}\), which shows the commutativity.
Thus, it is a commutative property under multiplication.
(iii) We have given \(\frac{-19}{29} \times \frac{29}{-19}=1\), which shows that \(\frac{29}{-19}\) is a multiplicative inverse of \(\left(\frac{-19}{29}\right)\)
Thus, it is a inverse property under multiplication.

MP Board Class 8th Maths Solutions Chapter 1 Rational Numbers Ex 1.1

Mp Board Class 8th Maths Solutions English Medium Question 6.
Multiply \(\frac{6}{13}\) by the reciprocal of \(\frac{-7}{16}\).
Solution:
Mp Board Solution Class 8 Maths

Maths Class 8 Mp Board English Medium Solution Question 7.
Tell what property allows you to compute \(\frac{1}{3} \times\left(6 \times \frac{4}{3}\right) \text { as }\left(\frac{1}{3} \times 6\right) \times \frac{4}{3}\)
Solution:
Mp Board Solution Class 8 Math
Above property is associativity.
[ ∵ a × (b × c) = (a × b) × c]

MP Board Class 8th Maths Solutions Chapter 1 Rational Numbers Ex 1.1

Mp Board Solution Class 8 Maths Question 8.
Is \(\frac{8}{9}\) the multiplicative inverse of \(-1 \frac{1}{8}\) ? Why or why not?
Solution:
We have given a fraction \(\frac{8}{9}\) and \(-1 \frac{1}{8}=\frac{-9}{8}\)
No, \(\frac{-9}{8}\) is not a multiplicative inverse of \(\frac{8}{9}\) because \(\frac{8}{9} \times\left(\frac{-9}{8}\right)=-1 \neq 1\)

Mp Board Solution Class 8 Math Question 9.
Is 0.3 the multiplicative inverse of \(3 \frac{1}{3}\) ? Why or why not?
Solution:
MP Board Class 8th Maths Chapter 1 Rational Numbers Ex 1.1 18

MP Board Class 8th Maths Solutions Chapter 1 Rational Numbers Ex 1.1

Mp Board 8th Class Maths Book Solutions Question 10.
Write.
(i) The rational number that does not have a reciprocal.
(ii) The rational numbers that are equal to their reciprocals.
(iii) The rational number that is equal to its negative.
Solution:
(i) 0 is the rational number, which does not have a reciprocal.
(ii) 1 and (-1) are the rational numbers, that are equal to their reciprocals.
(iii) 0 is the rational number that is equal to its negative.

MP Board Class 8th Maths Solutions Chapter 1 Rational Numbers Ex 1.1

Class 8 Mp Board Maths Solution Question 11.
Fill in the blanks.
(i) Zero has …… reciprocal.
(ii) The numbers …… and ……. are their own reciprocals.
(iii) The reciprocals of -5 is ……
(iv) Reciprocal of \(\frac{1}{x}\), where x ≠ 0 is ……
(v) The product of two rational numbers is always a ……
(vi) The reciprocal of positive rational number is …….
Solution:
(i) Zero has no reciprocal.
(ii) The numbers 1 and -1 are their own reciprocals.
(iii) The reciprocal of -5 is \(\frac{-1}{5}\) .
(iv) Reciprocal of \(\frac{1}{x}\), where x ≠ 0 is x.
(v) The product of two rational numbers is always a rational number.
(vi) The reciprocal of positive rational number is positive.

MP Board Class 8th Maths Solutions

MP Board Class 10th Maths Solutions Chapter 6 Triangles Ex 6.2

In this article, we will share MP Board Class 10th Maths Book Solutions Chapter 6 Triangles Ex 6.2 Pdf, These solutions are solved subject experts from the latest edition books.

MP Board Class 10th Maths Solutions Chapter 6 Triangles Ex 6.2

Question 1.
In figures (i) and (ii), DE || SC. Find EC in (i) and AD in (ii).
MP Board Class 10th Maths Solutions Chapter 6 Triangles Ex 6.2 1
Solution:
(i) Since DE || BC [Given]
∴ Using the Basic proportionality theorem,
We have \(\frac{A D}{D B}=\frac{A E}{E C}\)
Since, AD = 1.5 cm, DB = 3 cm and AE = 1 cm,
∴ \(\frac{1.5 \mathrm{cm}}{3 \mathrm{cm}}=\frac{1 \mathrm{cm}}{E C}\)
By cross-multiplication, we have
EC × 1.5 = 1 × 3
⇒ EC = \(\frac{1 \times 3}{1.5}=\frac{1 \times 3 \times 10}{15}\)
EC = 2 cm
(ii) In ∆ABC, DE || BC
Using the Basic proportionality theorem,
MP Board Class 10th Maths Solutions Chapter 6 Triangles Ex 6.2 2
∴ AD = 2.4 cm.

Question 2.
E and F are points on the sides PQ and PR respectively of a ∆PQR. For each of the following cases, state whether EF || QR;
(i) PE = 3.9 cm, EQ = 3 cm, PF = 3.6 cm and FR = 2.4 cm
(ii) PE = 4 cm, QE = 4.5 cm, PF = 8 cm and RF = 9cm
(iii) PQ = 1.28 cm, PR = 2.56 cm, PE = 0.18 cm and PF = 0.36 cm
Solution:
(i) We have, PE = 3.9 cm, EQ = 3 cm, PF = 3.6 cm and FR = 2.4 cm
MP Board Class 10th Maths Solutions Chapter 6 Triangles Ex 6.2 3
⇒ EF is not parallel to QR.
(ii) We have, PE = 4 cm, QE = 4.5 cm PF = 8 cm and RF = 9 cm
MP Board Class 10th Maths Solutions Chapter 6 Triangles Ex 6.2 4
MP Board Class 10th Maths Solutions Chapter 6 Triangles Ex 6.2 5
⇒ EF is parallel to QR.

MP Board Class 10th Maths Solutions Chapter 6 Triangles Ex 6.2

Question 3.
In the figure, if LM || CB and LN || CD, prove that \(\frac{A M}{A B}=\frac{A N}{A D}\)
MP Board Class 10th Maths Solutions Chapter 6 Triangles Ex 6.2 6
Solution:
In ∆ABC, LM || CB [given]
∴ Using the Basic proportionality theorem, we have
MP Board Class 10th Maths Solutions Chapter 6 Triangles Ex 6.2 7
MP Board Class 10th Maths Solutions Chapter 6 Triangles Ex 6.2 8

Question 4.
In the figure, DE || ACand DF || AE.
Prove that \(\frac{B F}{F E}=\frac{B E}{E C}\)
MP Board Class 10th Maths Solutions Chapter 6 Triangles Ex 6.2 9
Solution:
In ∆ABC
∵ DE || AC [given]
Using the basic proportionality theorem, we have
MP Board Class 10th Maths Solutions Chapter 6 Triangles Ex 6.2 10

Question 5.
In the figure, DE || OQ and DF || OR. Show that EF || QR.
MP Board Class 10th Maths Solutions Chapter 6 Triangles Ex 6.2 11
Solution:
In ∆PQO,
∵ DE || OQ [given]
∴ Using the Basic proportionality theorem, we have
\(\frac{P E}{E Q}=\frac{P D}{D O}\) …………… (1)
Again, in ∆POR, DF || OR [given]
∴ Using the Basic proportionality theorem, we have
MP Board Class 10th Maths Solutions Chapter 6 Triangles Ex 6.2 12
Now, in ∆PQR,
∵ E and F are two distinct points on PQ and PR respectively and \(\frac{P E}{E Q}=\frac{P F}{F R}\),
i.e., E and F divide the two sides PQ and PR of ∆PQR in the same ratio.
∴ By converse of Basic proportionality theorem, EF || QR.

Question 6.
In the figure A, B and C are points on OP, OQ and OR respectively such that AB || PQ and AC || PR. Show that BC || QR.
MP Board Class 10th Maths Solutions Chapter 6 Triangles Ex 6.2 13
Solution:
In ∆PQR, O is a point and OP, OQ and OR are joined. We have points A, B and C on OP, OQ and OR respectively such that AB || PQ and AC || PR.
Now, in ∆OPQ,
∵ AB || PQ [Given]
Using the Basic proportionality theorem, we have
MP Board Class 10th Maths Solutions Chapter 6 Triangles Ex 6.2 14
i.e., B and C divide the sides OQ and OR of ∆OQR in the same ratio.
By converse of Basic proportionality theorem, BC || QR.

MP Board Class 10th Maths Solutions Chapter 6 Triangles Ex 6.2

Question 7.
Using Basic proportionality theorem, prove that a line drawn through the mid-point of one side of a triangle parallel to another side bisects the third side. A
Solution:
We have ∆ABC, in which D is the midpoint of AB and E is a point on AC such that DE || BC.
MP Board Class 10th Maths Solutions Chapter 6 Triangles Ex 6.2 15
∵ DE || BC [given]
∴ Using the Basic proportionality theorem, we get
MP Board Class 10th Maths Solutions Chapter 6 Triangles Ex 6.2 16
⇒ E is the mid point of AC. Hence, it is proved that a line through the midpoint of one side of a triangle parallel to another side bisects the third side.

Question 8.
Using converse of basic proportionality theorem, prove that the line joining the mid-points of any two sides of a triangle is parallel to the third side.
Solution:
We have ∆ABC, in which D and E are the mid-points of sides AB and AC respectively.
MP Board Class 10th Maths Solutions Chapter 6 Triangles Ex 6.2 17
∴ AD = DB ……………. (1)
and AE = EC ………….. (2)
From (1) and (2), we have
\(\frac{A D}{D B}\) = 1 and \(\frac{A E}{E C}\) = 1
⇒ \(\frac{A D}{D B}=\frac{A E}{E C}\)
⇒ DE || BC (By converse proportionality theorem).

MP Board Class 10th Maths Solutions Chapter 6 Triangles Ex 6.2

Question 9.
ABCD is a trapezium in which AB || DC and its diagonals intersect each other at the point O. Show that \(\frac{A O}{B O}=\frac{C O}{D O}\).
Solution:
We have, a trapezium ABCD such that AB || DC. The diagonals AC and BD intersect each other at O.
MP Board Class 10th Maths Solutions Chapter 6 Triangles Ex 6.2 18
Let us draw OE parallel to either AB or DC.
In ∆ADC
OE || DC [By construction]
∴ Using the Basic proportionality theorem, we get
\(\frac{A E}{E D}=\frac{A O}{C O}\) …………. (1)
In ∆ABD
OE || AB [By construction]
∴ Using the Basic proportionality theorem, we get
MP Board Class 10th Maths Solutions Chapter 6 Triangles Ex 6.2 19

Question 10.
The diagonals of a quadrilateral ABCD intersect each other at the point O such that \(\frac{A O}{B O}=\frac{C O}{D O}\). Show that ABCD is a trapezium.
Solution:
It is given that \(\frac{A O}{B O}=\frac{C O}{D O}\)
From \(\frac{A O}{B O}=\frac{C O}{D O}\), we have \(\frac{A O}{C O}=\frac{B O}{D O}\)
Let us draw OE such that OE || BA
In ∆ADB, OE || AB [By construction]
MP Board Class 10th Maths Solutions Chapter 6 Triangles Ex 6.2 20
i.e., the points O and E divide the sides AC and AD of ∆ADC respectively in the same ratio.
∴ Using the converse of Basic proportionality theorem, we get OE || DC and OE || AB
⇒ AB || DC
⇒ ABCD is a trapezium.

MP Board Class 7th Hindi Sugam Bharti Solutions Chapter 7 सिक्के की आत्मकथा

MP Board Class 7th Hindi Sugam Bharti Solutions Chapter 7 सिक्के की आत्मकथा

MP Board Class 7th Hindi Sugam Bharti Chapter 7 प्रश्न-अभ्यास

वस्तुनिष्ठ प्रश्न

Mp Board Class 7th Hindi Chapter 7 प्रश्न 1.
(क) जोड़ी बनाइए
1. आर्थिक = (क) यात्रा
2. विश्राम = (ख) समय
3. प्राचीन = (ग) उन्नति
4. अनंत = (घ) भवन
उत्तर
1. (ग), 2. (घ), 3. (ख), 4. (क)

Sikke Ki Atmakatha In Hindi MP Board प्रश्न (ख)
दिए गए शब्दों में से उपयुक्त शब्द चुनकर रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
1. टकसाल की चहल-पहल मुझे …… वातावरण का अनुभव हुआ। (नवीन/प्राचीन)
2. कई मशीनों की गड़गड़ाहट वातावरण में ………. लगी। (चुभने गूंजने)
3. उसरा अनक प्रकार का …………… मिली हुई थी। (धातुएँ/वस्तुएँ)
4. मनुष्य की ……………. उन्नति के बाद मेरी यात्र की गति बढ़ गई है। (मानसिक/आर्थिक)
उत्तर
1. नवीन
2. गूंजने
3. धातुएँ
4. आर्थिक

MP Board Class 7th Hindi Sugam Bharti Chapter 7 अति लघु उत्तरीय प्रश्न

Class 7th Hindi Chapter 7 Question Answer MP Board प्रश्न 2.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में दीजिए

(क)
सिक्के को पाकर मनुष्य कैसा महूसस करता है?
उत्तर-सिक्के को पाकर मनुष्य आनंद से खिल उठता है।

(ख)
धरती की सतह के अंदर सिक्के का रूप कैसा था?
उत्तर
धरती की सतह के अंदर सिक्का अयस्क के रुप था।

(ग)
टकसाल किसे कहते हैं? .
उत्तर
टकसाल में धातु को पिघलाकर सिक्कों के रुप में ढाला जाता है।

(घ)
सिक्के के विश्राम की जगह कौन-सी है?
उत्तर
प्राचीन समय में सिक्के सोने, चाँदी, ताँबे तथा अन्य धातुओं के मिश्रण से बनते थे।

Class 7th Hindi Chapter 7 Question Answer MP Board प्रश्न 3.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर तीन से पाँच वाक्य में दीजिए

(क)
धरती की सतह से टकसाल तक सिक्के की यात्रा कैसी थी?
उत्तर
जमीन की सतह के नीचे धातु अयस्के के रुप में पाई जाती है। खोजकर्ता अपनी रोशनीयुक्त टोपी पहने उन अयस्कों के टुकड़े-टुकड़े किए तथा अपनी प्रयोगशाला में मशीनों द्वारा पीटा। भट्ठियों में डालकर इस अशुद्ध धातु को शुद्ध किया जाता है। यह धातु टकसाल में जाकर फिर से गर्म की जाती है तथा सिक्कों के रुप में ढाली जाती है।

(ख)
स्वतंत्रता के पश्चात् सिक्के के रूप में क्या परिवर्तन हुआ?
उत्तर
आजादी के बाद के वातावरण में सिक्कों का मान बढ़ा। इसके एक ओर अशोक चिह तथा दूसरी ओर इसका मूल्य व जन्म वर्ष अंकित किया गया। वास्तव में सिक्का समाज के प्रत्येक वर्ग के पास रहकर समाज में सबको समान सेवाएं दे रहा है इसीलिए सब लोग मेरा आदर करते हैं।

(ग)
अल्पबचत की आवश्यकता क्यों है?
उत्तर
भविष्य में होने वाली आर्थिक कठिनाइयों का अंदाजा लगावा मुश्किल है, इसलिए हमें अपनी वर्तमान आय का एक हिस्सा गुल्लक में रखना चाहिए अर्थात अल्पबचत करनी चाहिए ताकि भावी आर्थिक संकट का मुकाबला कर सके।

(घ)
कागज के नोट की तुलना में सिक्का अधिक समय तक अपनी सेवाएँ क्यों देता है?
उत्तर
कागज के नोट की तुलना में सिक्का अधिक समय तक अपनी सेवाएँ इसलिए देता है क्योंकि सिक्का धातु का बनता और धातु कागज की तुलना में अधिक उपयोगी है। इसीलिए सिक्के का अस्तित्व अभी तक बना हुआ है।

(ङ)
सक्कों की कमी क्यों हो जाती है?
उत्तर
सिक्कों की गति के साथ-साथ मुद्रा की अन्य विधियों का चलन बढ़ा है। सिक्कों की इस गति के कारण तथा टकसाल में और अधिक सिक्कों के न बनने से इसकी कमी कभी-कभी समस्या बन जाती है।

भाषा की बात

Class 7th MP Board  प्रश्न 4.
निम्नलिखित शब्दों का शुद्ध उच्चारण कीजिए
गड़गड़ाहट, अयस्क, प्रजातंत्र, अस्तित्व
उत्तर
छात्र स्वयं करें।

भाषा भारती कक्षा 7 MP Board प्रश्न 5.
निम्नलिखित शब्दों की वर्तनी शुद्ध कीजिए
चिन्ह, अत्यधिक, जनम, कष्ट, मनुश्य
उत्तर
अशुद्ध वर्तनी – शुद्ध वर्तनी
चिन्ह – चिह
अत्याधिक – अत्यधिक
जनम – जन्म
कष्ट – कष्ट
मनुश्य – मनुष्य

भाषा भारती कक्षा 7 हिंदी विशिष्ट MP Board प्रश्न 6.
निम्नलिखित शब्दों के विलोम शब्द कीजिए
नवीन, सम्मान, कैद, अपना, भारी,
उत्तर
शब्द
विलोम नवीन = प्राचीन सम्मान = अपमान कैद = आजाद अपना = पराया भारी = हल्का

सिक्के की आत्मकथा पाठ का परिचय प्रस्तुत

1. पाठ में लेखक ने सिक्के के महत्त्व को बड़ी सुगमता से दर्शाया है। सिक्के के प्रारंभिक रूप धातु से लेकर उसके सिक्के के रुप में ढलने की प्रक्रिया बताई गई है। प्रारंभ में सिक्कों में कई धातुओं का मिश्रण होता था। सिक्कों की विश्वसनीयता और पहचान के लिए प्राचीन समय से ही राजाओं ने इसके एक और अपने राज्य की मुद्रा तथा दूसरी ओर मुल्य अंकित कर ढाला। सोने, चाँदी तथा ताँबे के सबसे अधिक सिक्के बने। एक राजा ने अपनी पहचान चमड़े के रूप में चलाकर अर्जित की। आजादी के बाद सिक्के के एक ओर अशोक चिह्न तथा दूसरी ओर मूल्य व जन्म वर्ष अंकित किया गया। आज विनिमय, बचत, बैंकिग तथा अन्य कई सुविधाओं से लोग ओतप्रोत हैं। इस तरह सिक्कों का महत्त्व सदियों तक चलता रहेगा।

सिक्के की आत्मकथा संदर्भ-प्रसंग सहित व्याख्या

1. मैं पहले इस …. बाहर ले आए।

शब्दार्थ-मनमोहक = मन को लुभाने वाला; अयस्क = कच्ची धातुः पदचाप = पैरों की आवाज।

संदर्भ-प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी पाठ्य-पुस्तक ‘सुगम भारती’ (हिंदी सामान्य) भाग-7 के पाठ-7 ‘सिक्के की आत्मकथा’ से ली गई हैं।

प्रसंग-इसमें धातु को अयस्क के रुप में निकाला जाता है।

व्याख्या-धातु सदियों से धरती की सतह में अयस्क के रुप में विद्यमान थी। इसका कोई प्रत्यक्ष रुप नहीं था। किंतु खोजकर्ताओं और उनकी वेशभूषा सर्वथा भिन्न थी। उनकी टोपी पर से प्रकाश चमक रहा था। . विशेष-अयस्क की पहचान की चर्चा की गई है।

2. मुझमें अनेक………चलाकर अर्जित की।। (पृ. 36)

शब्दार्थ – धधकती = तेजी से जलती; टकसाल = सिक्के ढालने का स्थान; अत्यधिक = बहुत अधिक;
वैभव = ऐश्वर्य; अर्जित = हासिल करना।

संदर्भ – पूर्ववत्। प्रंसग-इमसें अयस्क से धातु अलग करने के बारे में बताया गया है।

व्याख्या-जब अयस्क को देखा गया तो पता चला कि उसमें कई अशुद्धियाँ मिली है अतः अशुद्ध धातु को भट्टी में झोंका गया तथा उसे शुद्ध किया और टकसाल |पहुँचाया गया। टकसाल में धातु को दोबारा गर्म किया गया और वह पिघल गई। इस तरल को गोल-मोल सांचों में डाल दिया गया तथा अनेक सिक्के बना लिए गए। सिक्कों की पहचान के लिए प्राचीन समय से ही राजाओं ने इसके एक ओर अपने राज्य की मुद्रा तथा दूसरी ओरा इसका मूल्य अंकित कर ढाला! एक राजा ने तो अपनी पहचान चमड़े के रुप में मुझे चलाकर अर्जित की।

विशेष – इसमें धातु को सिक्के में बदलने तक को दर्शाया गया है।

MP Board Class 7th Hindi Solutions

MP Board Class 8th Maths Solutions Chapter 8 Comparing Quantities Ex 8.1

MP Board Class 8th Maths Solutions Chapter 8 Comparing Quantities Ex 8.1

Question 1.
Find the ratio of the following.
(a) Speed of a cycle 15 km per hour to the speed of scooter 30 km per hour.
(b) 5 m to 10 km.
(c) 50 paise to ₹ 5.
Solution:
(a) The ratio is 15 km/hr : 30 km/hr or 1 : 2.
(b) The ratio is 5 m : 10 km
or 5 m : 10 × 10 m (∵ 1 km = 103 m)
or 1 : 2000.
(c) The ratio is 50 paise : ₹ 5
or 50 paise : 500 paise
( ∵ ₹1 = 100 paise)
or 1 : 10.

MP Board Solutions

The Percentage Difference Calculator the percent difference between one number and another number.

Question 2.
Convert the following ratios to percentages.
(a) 3 : 4
(b) 2 : 3
Solution:
To convert a ratio to its percentage counterpart, we multiply it by 100.
Thus,
(a) Ratio = 3 : 4
and percentage = \(\frac{3}{4}\) × 100 = 75 %
Ratio = 2 : 3
and percentage = \(\frac{2}{3}\) × 100 = 66\(\frac{2}{3}\) %

Question 3.
72% of 25 students are good in mathematics. How many are not good in mathematics?
Solution:
We have, 72% of 25 students are good in Mathematics.
∴ percentage of students not good in Mathematics = 100% – 72% = 28%
Also, total number of students = 25
Hence, the number of students not good in
Mathematics = \(\frac{28}{100} \times 25=7\)

MP Board Solutions

To convert CGPA to percentage, multiply the CGPA with 9.5 to get the overall indicative percentage.

Question 4.
A football team won 10 matches out of the total number of matches they played. If their win
percentage was 40, then how many matches did they play in all?
Solution:
Number of matches won by football
team = 10
Win % = 40
Let total number of matches = t
MP Board Class 8th Maths Solutions Chapter 8 Comparing Quantities Ex 8.1 1
or t = 25
∴ They played 25 matches in all.

MP Board Solutions

Question 5.
If Chameli had ₹ 600 left after spending 75% of her money, how much did she have in the beginning?
Solution:
Money left with Chameli = ₹ 600 % of money she spent = 75 %
% of money left = 100% – 75% = 25%
Let total money in the beginning be x.
∴ 25 % of x = ₹ 600
MP Board Class 8th Maths Solutions Chapter 8 Comparing Quantities Ex 8.1 2
MP Board Solutions

Question 6.
If 60% people in a city like cricket, 30% like football and the remaining like other games, then what percent of the people like other games? If the total number of people are 50 lakh, find the exact number who like each type of game.
Solution:
In the city,
People who like cricket = 60%
People who like football = 30%
People who like other games = 100% – (60 + 30) % = 10 %
Total population = 50 lakh
MP Board Class 8th Maths Solutions Chapter 8 Comparing Quantities Ex 8.1 3

MP Board Class 8th Maths Solutions

MP Board Class 7th Hindi Sugam Bharti Solutions Chapter 23 मुस्कानः एक औषधि

MP Board Class 7th Hindi Sugam Bharti Solutions Chapter 23 मुस्कानः एक औषधि

MP Board Class 7th Hindi Sugam Bharti Chapter 23 प्रश्न-अभ्यास

वस्तुनिष्ठ प्रश्न

Mp Board Class 7th Hindi Chapter 23 प्रश्न 1.
(क) सही जोड़ी बनाइए
1. व्यक्तित्व – (क) आंतरिक
2. बाह्य – (ख) आकर्षक
3. शूल – (ग) बगीचा
4. बाग – (घ) फूल
उत्तर-
1. (ख)
2. (क)
3. (घ)
4. (ग)

Mp Board Solution Class 7 प्रश्न (ख)
दिए गए शब्दों में से सही शब्द चुनकर रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
1. मुस्कराने व हँसने का………..में बहुत अधिक महत्त्व है। (जीवन/प्राण)
2. साइकिल चलाना या तैरना…………जाता है। (पढ़ा/सीखा)
3. हँसने वाला व्यक्ति शारीरिक और…..दृष्टि से स्वस्थ होता है। (मानसिक/आर्थिक)
4. हँसना केवल मनुष्य को ही दिया हुआ ईश्वर का ………….. है। (अभिशाप/वरदान)
उत्तर-
1. जीवन,
2. सीखा,
3. मानसिक
4. वरदान।

MP Board Class 7th Hindi Sugam Bharti Chapter 23 अति लघु उत्तरीय प्रश्न

Mp Aushadhi MP Board  प्रश्न 2.
निम्नलिखित प्रश्नों के एक-एक वाक्य में उत्तर लिखिए

(क) व्यक्तित्व में चमक कैसे आती है?
उत्तर-
मुस्कान से व्यक्तित्व में चमक आती है।

(ख) हँसमुख व्यक्ति कैसा होता है?
उत्तर-
हँसमुख चेहरे वाले व्यक्ति का असर अनूठा होता है।

(ग) हरबर्ट सैम्युअल का क्या कथन है?
उत्तर-
हरबर्ट सैम्युअल का कहना है-‘यह दुनिया दर्पण की तरह है, आप गुस्सा करेंगे, तो यह आप हर गुस्सा करेगी। आप इस पर मुस्कराएँगे, तो वह आप पर मुस्कराएगी।

(घ) लेखक ने कला की संज्ञा किसको दी है?
उत्तर-
हल्की-फुल्की बातों से मुस्कराहट के साथ दूसरों के मन में खुशी पैदा करना भी एक कला है।

MP Board Class 7th Hindi Sugam Bharti Chapter 23 लघु उत्तरीय प्रश्न

7 क्लास हिंदी बुक MP Board प्रश्न 3.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर तीन से पाँच वाक्य में लिखिए

(क) मुस्कान को किस प्रकार का हथियार बताया गया है?
उत्तर-
मुस्कान एक ऐसा हथियार है जिसका निशाना खाली नहीं जाता। यह सदा सुखद होता है। मुस्कान के साथ आपकी दुनिया सदा रोशन रहती है।

(ख) हँसी का औषधि क्यों कहा गया है?
उत्तर-
जब तक आप अंदर से खुशी महसूस नहीं करते तब तक बाहरी हँसी हँसना मुश्किल होता है। कहा जाता है कि हंसी एक औषधि है। हँसने से दुख-दर्द दूर हो जाते हैं।

(ग) बच्चों की हँसी किस प्रकार की होती है?
उत्तर-
बच्चों की हँसी निश्छल एवं खिली धूप सी सुहावनी होती है। उनकी किलकारी घर के वातावरण को महका देती है। उनकी हंसी में निर्मलता होती है। मन-मोहक हँसी से खिलखिलाते बच्चों का मुख कितना सुंदर लगता है। बच्चे की हँसी का बहुत असर होता है।

(घ) मोनालिसा की खुशी का राज़ क्या था? वैज्ञानिकों ने इस विषय में क्या तर्क दिए हैं?
उत्तर-
मोनालिसा की खुशी का राज उसकी मुस्कान में था। वैज्ञानिकों की खोज के अनुसार उसकी हँसी 83 प्रतिशत, 9 प्रतिशत दुख और 6 प्रतिशत हिस्सा भय का था। उसमें 2 प्रतिशत आशंका भी थी।

(ङ) हँसी को दौलत और खज़ाने की संज्ञा क्यों दी गई है?
उत्तर-
हँसी एक दौलत है, हँसी एक खजाना है। जिसके पास यह खजाना होता है, उसके पास किसी बात की कमी नहीं होती है। हँसना ही जीतना है। घृणा, द्वेष, वैमनस्य और शत्रुता पर हास्य और प्रेम की विजय होती है। अतः बाग बगीचों में ठहाका लगाकर हँसो और जब भी अवसर मिले जी भरकर हँसते रहो।

भाषा की बात

औषधि का वाक्य MP Board प्रश्न 4.
निम्नलिखित शब्दों को शुद्ध उच्चारण कीजिए
हँसी, व्यक्तित्व, बाह्य, औषधि, प्रकृति, नैसर्गिक, संस्कृति
उत्तर-
छात्र स्वयं करें।

प्रश्न 5.
निम्नलिखित शब्दों की वर्तनी शुद्ध कीजिए- आकरषण, हसमुख, परिस्थति, स्वास्थ्य, बैमनस्य, दोलत।
उत्तर-
शब्द शुद्ध वर्तनी शब्द. शुद्ध वर्तनी आकरषण – आकर्षण हसमुख – हँसमुख परिस्थती – परिस्थति स्वास्थ्य – स्वास्थ्य सम्पत्ति – संपत्ति दोलत – दौलत

प्रश्न 6.
निम्नलिखित शब्दों में से उपसर्ग और प्रत्यय छाँटिए
मुस्कराहट, आंतरिक, सुखद, शारीरिक, मानसिक, अक्षय, अनुसार, कोमलता, निर्मला, अतिरिक्त, लोकप्रियता
उत्तर-
उपसर्ग प्रत्यय उपसर्ग प्रत्यय आंतरिक मुस्करा हटसुखद शारीरिक अक्षय मानसिक अनुसार कोमलता संस्थान निर्मलता अतिरिक्त लोकप्रियता

प्रश्न 7.
निम्नलिखित शब्दों को वाक्यों में प्रयोग कीजिए-
व्यक्तित्व, परिधान, औषधि, शूल, फूल, वरदान, नैसर्गिक, निश्छल
उत्तर-
शब्द – वाक्य
व्यक्तित्व -हँसमुख, व्यक्तित्व, जीवन के तनावों से कभी नहीं घबराता।
परिधान -हँसमुख चेहरे और अच्छे परिधान से व्यक्तित्व में आकर्षण उत्पन्न होता है।
औषधि -आयुर्वेदिक औषधि मेरे लिए रामबाण सिद्ध हुई।
शूल -जिंदगी एक शूल भी है।
फूल -बिना फूलों के बाग की कल्पना नहीं की जा सकती।
वरदान -विज्ञान की देन मनुष्य के लिए वरदान से कम नहीं।
नैसर्गिक – नैसर्गिक हंसी स्वास्थ के लिए लाभदायक होती है।
निश्छल – बच्चों की किलकारी में निश्छलता होती है।

प्रश्न 8.
निम्नलिखित में उपयुक्त विराम चिह्नों का यथास्थान प्रयोग कीजिए-
डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद भारत के प्रथम राष्ट्रपति थे पंडित जवाहर लाल नेहरू स्वतंत्र भारत के प्रथम प्रधान मंथी थे जो महान होते हैं वे अपने माता पिता का सदैव सम्मान करते हैं उनमें राष्ट्रभक्ति की भावना कूट कूट कर भरी रहती है।
उत्तर-
डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद भारत के प्रथम राष्ट्रपति थे। पंडित जवाहर लाल नेहरू स्वंतत्र भारत के प्रथम प्रधान मंत्री थे। जो महान होते हैं वे अपने माता पिता का सदैव सम्मान करते हैं। उनमें राष्ट्रभक्ति की भावना कूट कूट कर भरी रहती है।

मुस्कानः एक औषधि पाठ का परिचय

मुस्कान से व्यक्ति किसी को भी आकर्षित कर सकता है। मुस्कराने से व्यक्ति में चमक आती है। इससे आत्म-विश्वास बढ़ता है। बाहरी सुंदरता के साथ आंतरिक सुंदरता पर भी ध्यान देना चाहिए। मुस्कान से दुनिया हमेशा रोशन रहती है। आपके व्यक्तित्व में सुंदर कपड़ों से अधिक महत्त्व मुस्कान का होता है। यदि आप हँसते हुए उत्तर देते हैं तो उसका प्रभाव अधिक पड़ता है। हँसमुख व्यक्ति के सबसे रिश्ते अच्छे होते हैं। मुस्कराना भी सीखा जा सकता है। जब तक आप अंदर से खुशी अनुभव नहीं करते तब तक बाहरी हँसी हँसना मुश्किल होता है। हँसी एक औषधि है। कुछ लो गंभीर रहते हैं। ऐसे लोग ढलती उम्र के लगने लगते है। हँसने वाला व्यक्ति शरीरिक और मानसिक दृष्टि से स्वस्थ होता है। हँसने से खून की गति बढ़ जाती है। पशु-पक्षियों को हँसने का वरदान प्राप्त नहीं होता और इंसान इसका लाभ नहीं उठाता। हरबर्ट सैम्युअल के अनुसार-दुनिया दर्पण की तरह है, आप हँसेगे तो दुनिया आपके साथ हँसेगी । हँसकर बाल टालना भी एक कला है। घृणा, द्वेष, वैमनस्य और शत्रुता पर हास्य और प्रेम की विजय होती है।

मुस्कानः एक औषधि संदर्भ-प्रसंग सहित व्याख्या

1. आप अच्छे से अच्छे ……………………….. दिन होता है। (पृ. 132-133)

शब्दार्थ-रौनक = चमक, आभा = तेज, असर = प्रभाव, उल्लासमय = खुशीभरा, कृत्रिम = नकली, स्फूर्त = चुस्त,

संदर्भ-प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी पाठ्य-पुस्तक ‘सुगम भारती’ (हिंदी सामान्य) भाग-7 के पाठ-23 ‘मुस्कान एक औषधि’ से ली गई हैं। इसके रचयिता डॉ. भीमराव शास्त्री हैं।

प्रसंग-इसमें गंभीर व्यक्तियों के बारे में बताया गया है। . व्याख्या-लेखक के अनुसार यदि हम अच्छे और मंहगें कपड़े पहन लें और मुस्कराए नहीं तो जीवन नीरस हो जाता है इसलिए हमें हँसते रहना चाहिए। हंसमुख व्यक्ति के अपने घर-परिवार के समाज के लोगों के साथ आपनी संबंध अच्छे होते हैं। जिस तरह बाकि कलाएँ सीखीं जा सकती हैं उसी तरह हँसना भी सीखा जा सकता है। यह देह एक रत्न है, उसे हँस-मुस्कराकर चमकाकर रखें। जो गंभीर रहते हैं इनका चेहरा कृत्रिम-सा लगता है। इससे व्यक्ति बूढ़ा लगने लगता है। हँसने वाला व्यक्ति शारीरिक और मानसिक दृष्टि से स्वस्थ होता है।

विशेष-

  • भाषा सरल एवं प्रवाहमय है।
  • हंसी के महत्त्व को दर्शाया गया है।

2. जीवन में हँसी ………………………..कर हँसते रहों। (पृ. 134)

शब्दार्थ-परिवेश = माहौल, आशंका = संदेह, सहजता = आसानी।

संदर्भ-पूर्ववत प्रसंग : इसमें हँसी का महत्त्व बताया गया है।

व्याख्या: हँसी जैसी संपत्ति, हँसी जैसी दौलत जिसके पास है, उसके पास किसी बात की कटौती नहीं होती है। मुस्कराने से आत्मविश्वास बढ़ता है। हँसने से व्यक्तित्व की सुंदरता बढ़ जाती है। हँसने से उदासी कौसों दूर चली जाती है। वैज्ञानिकों के अनुसार उसकी हंसी में 83 प्रतिशत खुशी, 9 प्रतिशत दुख और 6 प्रतिशत हिस्सा भय का था। उसमें 2 प्रतिशत आशंका भी थी। हँसी से सारे दिन का बोझ हल्का लगने लगता है। इससे उदासी का साया हट जाता है और कार्य में आसानी उत्पन्न हो जाती है। ठहाका लगाने से तनाव दूर हो जाते हैं। मुस्कराने से घृणा, द्वेष, वैमस्य और शत्रुता पर हास्य और प्रेम की विजय होती है।

विशेष-

  • भाषा सरल एवं प्रवाहमय है।
  • हंसी के महत्त्व को दर्शाया गया है।

MP Board Class 7th Hindi Solutions

MP Board Class 10th Hindi Vasanti Solutions Chapter 17 गोश्रीनगर से श्रीनगर

In this article, we will share MP Board Class 10th Hindi Book Solutions Chapter 17 गोश्रीनगर से श्रीनगर (डॉ. एन.ई. विश्वनाथ अय्यर) Pdf, These solutions are solved subject experts from latest edition books.

MP Board Class 10th Hindi Vasanti Solutions Chapter 17 गोश्रीनगर से श्रीनगर (डॉ. एन.ई. विश्वनाथ अय्यर)

गोश्रीनगर से श्रीनगर पाठ्य-पुस्तक के प्रश्नोत्तर

गोश्रीनगर से श्रीनगर लघु-उत्तरीय प्रश्नोत्तर

Class 10th Hindi Mp Board Solution प्रश्न 1.
भारत के उत्तरी और दक्षिणी छोरों के नाम लिखिए।
उत्तर-भारत के उत्तरी और दक्षिणी छोर हैं-कन्याकुमारी और हिमालय।

10th Hindi Lesson Kashmiri Seb In Hindi प्रश्न 2.
कश्मीर प्रत्येक भारतीय को क्यों लुभाता है? ।
उत्तर
‘अगर कही स्वर्ग है तो वह यहीं है। इसलिए कश्मीर प्रत्येक भारतीय को लुभाता है।

Mp Board Solution Class 10 Hindi प्रश्न 3.
कन्याकुमारी और गोश्रीनगर (कोचीन) भारत के किन राज्यों में स्थित है?
उत्तर
कन्याकुमारी और गोश्रीनगर (कोचीन) तमिलनाडु और केरल राज्यों में है।

10th Hindi Kashmiri Seb Question Answer प्रश्न 4.
श्रीनगर के सबसे ऊँचे स्थान का नाम बताइए।
उत्तर
श्रीनगर के सबसे ऊँचे स्थान का नाम-शंकराचार्य पहाड़ी।

Hindi Class 10 Mp Board Solution प्रश्न 5.
कांगड़ी का उपयोग कश्मीरी क्यों करते हैं?
उत्तर
कांगड़ी का उपयोग कश्मीरी ठण्ड से बचने के लिए करते हैं।

 गोश्रीनगर से श्रीनगर दीर्घ-उत्तरीय प्रश्नोत्तर

Hindi Mp Board Class 10 प्रश्न 1.
कश्मीर के बारे में पौराणिक और ऐतिहासिक कौन-सी बातें कही गई हैं।
उत्तर
कश्मीर के बारे में पौराणिक बातें महाभारत काल की हैं। इतिहासकाल में अशोक ने कश्मीर में अनेक बौद्ध-विहार व स्तूप बनवाए।

Class 10 Hindi Chapter 17 प्रश्न 2.
‘कश्मीरी जंगल में मंगल करते है।’ उक्त पंक्ति को समझाइए।
उत्तर
‘कश्मीरी जंगल में मंगल करते हैं।’ अर्थात् कश्मीरी किसी प्रकार की कठिनाई की परवाह न करते हुए प्रकृति का जी भरकर आनन्द लेते हैं।

Chapter 17 Hindi Class 10 Mp Board प्रश्न 3.
लेखक ने डल झील को कश्मीर की शान क्यों कहा है?
उत्तर
लेखक ने डल झील को कश्मीर का शान कहा है, क्योंकि वह अनेक प्रकार के आनंद का मुख्य केंद्र है।

Class 10 Hindi Mp Board Solution प्रश्न 4.
‘पृथ्वी पर अगर कहीं स्वर्ग है, तो वह यहीं है’ इस कथन का भाव स्पष्ट करिए।
उत्तर
‘पृथ्वी पर अगर कहीं स्वर्ग है तो वह यहीं है’ इस कथन का भाव यह है कि कश्मीर की सुंदरता संसार में सबसे अधिक है। उसके सुख और आनंद के सामने और कहीं सभी सुख-आनंद फीके जान पड़ते हैं। वह तो स्वर्ग के समान ही है।

Mp Board Solution Class 10th Hindi प्रश्न 5.
‘कश्मीर की मिट्टी में ही प्यार-मुहब्बत की महक है।’ इस कवन को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर
‘कश्मीर की मिट्टी में ही प्यार-मुहब्बत की महक है।’ उपर्युक्त कथन के द्वारा लेखक ने यह कहना चाहा है कि कश्मीरवासियों में अपनापन है। एकता है, भाईचारा है, प्यार-दुलार है। एक-दूसरे के सुख-दुख समझने की भावना है। सहानुभूति और सद्भाव है।

गोश्रीनगर से श्रीनगर भाषा-अनुशीलन

Class 10th Mp Board Solution Hindi प्रश्न 1.
संधि-विच्छेद कर संधि का नाम लिखिए
हिमालय, दुर्गम, जगतगुरु, प्रामाणिक।
उत्तर
Mp Board Solution Hindi Class 10th

Mp Board Solution Hindi Class 10th प्रश्न 2.
निम्नलिखित शब्दों के विलोम शब्द लिखिए
विशाल, संतुष्ट, कठोर, दुर्गम, प्रत्यक्ष।
उत्तर
शब्द – विलोम शब्द
विशाल – लघु
संतुष्ट – असंतुष्ट
कठोर – कोमल
दुर्गम – सुगम
प्रत्यक्ष – अप्रत्यक्ष।

प्रश्न 3.
निम्नलिखित शब्दों के पर्यायवाची शब्द लिखिए
भूमि, पहाड़, अभिलाषा, प्रेम, कृषक।
उत्तर
भूमि – जमीन, धरती
पहाड़ – पर्वत, भूधर
अभिलाषा – इच्छा, चाह
प्रेम – स्नेह, प्यार
कृषक – किसान, खेतिहर।

प्रश्न 4.
निम्नलिखित वाक्यांशों के लिए एक शब्द लिखिए
जहाँ पहुँचना कठिन हो, जिसकी आवश्यकता न हो, जनमानस में प्रचलित घटना या कवा, पर्यटन करने वाला।
उत्तर
वाक्यांश – एक शब्द
जहाँ पहुँचना कठिन हो| – दुर्गम
जिसकी आवश्यकता न हो – अनावश्यक
जनमानस में प्रचलित घटना या कथा – जनश्रुति
पर्यटन करने वाला – पर्यटक।

प्रश्न 5.
वाक्यों में प्रयोग कीजिए
जंगल में मंगल, ईद का चाँद होना, दिल लुभाना, चेहरा खिलना।
उत्तर
वाक्यांश – वाक्य-प्रयोग
जंगल में मंगल – कश्मीरी जंगल में मंगल मनाते हैं।
ईद का चाँद होना – विदेश मित्र तो ईद का चाँद होते हैं।
दिल लुभाना – उसने अपनी योग्यता से सबके दिल को लुभा लिया।
चेहरा खिलना – लाटरी निकलने पर भिखारी का चेहरा खिल उठा।

गोश्रीनगर से श्रीनगर  योग्यता-विस्तार

प्रश्न 1. प्रदेश के प्रर्यटन स्थलों के चित्रों का संकलन कीजिए।
प्रश्न 2. किसी भी पर्वतीय पर्यटन स्थल पर जाते समय आप क्या-क्या तैयारी करेंगे? बताइए।
प्रश्न 3. क्या आप कभी पर्यटन के लिए गए हैं। यदि हाँ तो उसके संबंध में स्मृति के आधार पर अपने विचारों को क्रमबद्ध कीजिए।
उत्तर
उपर्युक्त प्रश्नों को छात्र/छात्रा अपने अध्यापक/अध्यापिका की सहायता से हल करें।

 गोश्रीनगर से श्रीनगर परीक्षोपयोगी अतिरिक्त प्रश्नोत्तर

अर्थग्रहण संबंधी प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
‘गोश्रीनगर से श्रीनगर’ यात्रा-वृत्तांत का प्रतिपाय स्पष्ट कीजिए।
उत्तर
‘गोश्रीनगर से श्रीनगर’ यात्रा-वृत्तांत डॉ. एन.ई. विश्वनाथ अय्यर लिखित एक रोचक और ज्ञानवर्द्धक यात्रा-वृत्तांत है। इस यात्रा-वृत्तांत में लेखक ने भारत के एक विशाल छोर गोश्रीनगर (कोचीन) से श्रीनगर तक की मनोहारी तथा रोमांचक यात्रा का वर्णन किया है। यात्रा के दौरान हिमालय का पर्वतीय सौंदर्य, छोटे-बडे. हरे मैदान, डल झील के शिकारे तथा प्राकृतिक मनोहारी दृश्य पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। इस अवर्णनीय, अद्वितीय और अद्भुत आनंद का स्वयं अनुभव करके ही जाना जा सकता है। अपने साथ के यात्रियों के आत्मीय व्यवहार का सहज-स्वाभाविक वर्णन प्रस्तुत यात्रा-वृत्तांत को और अधिक प्रभावशाली बनाता है।

प्रश्न 2.
कोचीन से श्रीनगर लेखक कैसे पहुँचा?
उत्तर
कोचीन से श्रीनगर लेखक रेल और बस के द्वारा पहुँचा। पहले वह कोचीन से रेल द्वारा अनेक प्रदेशों से गुजरता हुआ जम्मू पहुँचा। इसके बाद वह वहाँ से बस के द्वारा श्रीनगर पहुँचा।

प्रश्न 3.
श्री शंकराचार्य पहाड़ी की क्या विशेषताएँ हैं?
उत्तर
श्री शंकराचार्य पहाड़ी श्रीनगर का सबसे ऊँचा स्थान है। यह मठ बहुत पराना है और जनश्रुति के अनुसार, यहाँ का मंदिर पाण्डव वंश के राजाओं का बनाया हुआ है। यहाँ शिवजी और शंकराचार्य की मूर्तियाँ हैं और मंदिर तक पहुँचने के लिए सीढ़ियाँ चढ़नी पड़ती हैं। पहले सड़क से पैदल ही मंदिर तक पहुँच सकते थे। अब मोटर से भी जाया जा सकता है। इस ऊँचे पहाड़ पर खड़े होकर श्रीनगर का काफी बड़ा हिस्सा दिखाई देता है।

प्रश्न 4.
निम्नलिखित कथनों के लिए दिए गए विकल्पों में से सही विकल्प का चयन कीजिए।
1. विशाल भारत के छोर हैं
1. दो
2. चार
3. पाँच
4. तीन
उत्तर
1. दो

2. कोचीन है
1. मद्रास में
2. आंध्र-प्रदेश में
3. केरल में
4. कश्मीर में।
उत्तर
3. केरल में

3. कश्मीर की राजधानी है
1. जम्मू
2. जम्मू तवी
3. कोचीन
4. श्रीनगर।
उत्तर
4. श्रीनगर।

4. पृथ्वी पर कहीं स्वर्ग है तो वह है
1. कोचीन में
2. कश्मीर में
3. मैसूर में
4. जम्मू में।
उत्तर
2. कश्मीर में

5. घाटी में पहले थी
1. नदी
2. झील
3. खाईं
4. हरियाली।
उत्तर
(2) झील।

प्रश्न 5.
रिक्त स्थानों की पूर्ति दिए गए विकल्पों में से उचित शब्दों के चयन से कीजिए।
1. कन्याकुमारी की सागर-तरंगें अपने मंद हास से हमें ………….. करती हैं। (भ्रमित, चकित)
2. पृथ्वी पर अगर कहीं स्वर्ग है, तो वह ………….. है। (वहीं. यहीं)
3. महाभारत काल से ही कश्मीर-शासकों की …………… मिलती हैं। (गाथाएँ, कथाएँ)
4. प्रभाती पवन में …………… भरी शीतलता थी। (घुटनभरी, चुभनभरी)
5. डल झील …………….. का मुख्य केन्द्र है। (जम्मू, कश्मीर)
उत्तर
1. चकित
2. वहीं
3. गाथाएँ
4. चुभन भरी
5. कश्मीर।

प्रश्न 6.
सही जोड़ी मिलाकर लिखिए।
सबद – दिवाकर वर्मा
कालिदास की समालोचना – उषा वर्मा
वैदेही बनवास – कबीरदास
तुम्हारी विरासत – महावीर प्रसाद द्विवेदी
आस्था के स्वर – हरिऔध।
उत्तर
सबद- कबीरदास
कालिदास की समालोचना – महावीर प्रसाद द्विवेदी
वैदेही वनवास – हरिऔध
तुम्हारी विरासत – उषा वर्मा
आस्था के स्वर – दिवाकर वर्मा।

प्रश्न 7.
निम्नलिखित वाक्य सत्य हैं या असत्य? वाक्य के आगे लिखिए।
1. सम्राट ललितादित्य, साहित्यकार और कला-प्रेमी थे।
2. कोट्टायम से तक्कड़ी का रास्ता पहाडी नहीं है।
3. लेखक जलपान-विश्राम से पहले कुछ देर चहलकदमी करता रहा।
4. कांजीगुंड से श्रीनगर की समतल नहीं थी।
5. कश्मीर में कई बोलियाँ हैं।
उत्तर
1. सत्य
2. असत्य
3. सत्य
4. असत्य
5. सत्य।

प्रश्न 8.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक शब्द में दीजिए
1. घाटी में पहले कौन-सी झील थी? ।
2. कश्मीर में अनेक बौद्ध विहार और स्तूप किसने बनवाए थे? … 3. लेखक बनिहाल रेस्ट हाउस के सामने शाम को कब पहुँचा?
4. कांजीगुंड से श्रीनगर कितने घण्टे में पहुँचा?
5. नए शिकारे का मल्लाह कौन था?
उत्तर
1. सतीसर
2. सम्राट अशोक ने
3. साढ़े चार बजे
4. दो
5. युसूफ

 गोश्रीनगर से श्रीनगर लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
लेखक कहाँ से कहाँ के लिए रवाना हो गया?
उत्तर
लेखक गोश्रीनगर (कोचीन) से श्रीनगर के लिए रवाना हो गया।

प्रश्न 2.
किसी ने यहाँ तक क्या कहा है?
उत्तर
किसी ने यहाँ तक कहा है कि पृथ्वी पर अगर कहीं स्वर्ग है, तो वह यहीं है।

प्रश्न 3.
कश्मीर की प्रकृति ने प्रदान किए हैं?
उत्तर
कश्मीर की प्रकृति ने जिस प्रकार मिठास और मोहक रंग सेब और केसर में भर दिए हैं, उसी प्रकार की मिठास और रंग यहाँ के किशोर और किशोरियों को दिल खोलकर प्रदान किए हैं।

गोश्रीनगर से श्रीनगर लेखक-परिचय

जीवन-परिचय-आधुनिक हिन्दी रचनाकारों में विशेष रूप से दक्षिण भारतीय हिन्दी साहित्यकारों में डॉ. एन. ई. विश्वनाथ अय्यर का अधिक सम्मानजनक स्थान है। आप अपनी आरंभिक और उच्चस्तरीय शिक्षा समाप्त करके अध्यापन करने लगे। इस सिलसिले में आप केरल विश्वविद्यालय के विभिन्न महाविद्यालयों में अध्यापन के बाद केरल विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग में प्राध्यापक और विभागाध्यक्ष रहे। आप कोचीन विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग के प्रथम आचार्य और विभागाध्यक्ष के साथ-साथ भाषा संकाय के डीन भी रहे।

रचनाएँ-डॉ. एन. ई. विश्वनाथ अय्यर की निम्नलिखित रचनाएँ हैंललित निबंध-‘उठता चाँद’, ‘डूबता सूरज’, ‘फूल और काँटे’। आलोचना-‘आधुनिक हिन्दी काव्य’, ‘मलयालम काव्य’

भाषा-शैली-डॉ. एन.ई. विश्वनाथ अय्यर का साहित्य विविध भाषा-शैली का है। इसलिए उसमें अंग्रेजी, मलयालम, तमिल और हिन्दी के शब्दों से भरपूर है।

आपकी शैली वर्णनात्मक-गवेषणात्मक है। कहीं-कहीं वह सरल और सुबोध भी है।

साहित्य में स्थान-डॉ. एन.ई. विश्वनाथ अय्यर का हिन्दी साहित्य में सुपरिचत स्थान है। दक्षिण भारत के हिन्दी रचनाकारों में विशेष रूप आप उल्लेखनीय हैं। दक्षिण के ‘अनेक विश्व-विद्यालयों से संबंद्ध रहते हुए आपने कई राज्य स्तर एवं राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार प्राप्त किए हैं।

 गोश्रीनगर से श्रीनगर  यात्रा वृत्तान्त का सारांश

इस यात्रा वृत्तान्त में लेखक ने गो श्रीनगर (कोचीन) से भी श्रीनगर तक की रोमांचक यात्रा का वर्णन किया है। लेखक के अनुसार-विशाल भारत के दो छोर-कन्याकुमारी और हिमालय हैं। यात्रा-साहित्य में इन दोनों के प्रति जिज्ञासा होती है। कश्मीर सबको लुभाता है। कहा भी गया है कि पृथ्वी पर अगर कहीं स्वर्ग है तो वह यहाँ है। लेखक कोचीन से श्रीनगर रेल द्वारा अनेक प्रदेशों से गुजरता हुआ पहुँचा। वह जम्मू के पर्वतीय नगर से श्री नगर बस द्वारा पहुँच गया। रास्ते में उसने देखा कि किस तरह लोग कठोर प्रकृति से संघर्ष, समझौता और प्रेम करके दुर्गम ऊँचे पर्वतीय प्रदेश में भी कृषि करके जीवन बिताते हैं। इंजीनियरों की अद्भुत प्रतिमा, अदम्य साहस और शक्ति से इस दुर्गम पर्वत को सुगम बना दिया था। लेखक इससे दो घण्टे में अपने साथियों के साथ बस द्वारा श्रीनगर पहुँच गया। यहाँ का सारा वातावरण उसे मोहने लगा था। उसने देखा कि श्री शंकराचार्य पहाड़ी श्रीनगर का सबसे ऊँचा स्थान है। यह मठ बहुत
पुराना है। यहाँ शिव जी और शंकराचार्य दोनों की मर्तियाँ हैं। श्रीनगर के डल झील. तैरते बाग और उनके चारों ओर की पहाड़ियों के निराले दृश्य बड़े ही मनोहारी हैं। नए शिकारे का मल्लाह किशोर था, जिसके हाथ बड़ी फुरती से चप्पू पर चल रहे थे। लेखक के साथी भी उसका साथ दे रहे थे। उस मल्लाह के गले से मौज में सुरीली आवाज आ रही थी। ठेठ कश्मीरी लोकगीत और ठेठ देहाती कण्ठ। दो-चार पंक्तियों को बार-बार दुहरा रहा था-कश्मीर की मिट्टी में ही प्यार-मुहब्बत की महक है।

 गोश्रीनगर से श्रीनगर संदर्भ-प्रसंग सहित व्याख्या

(1) छोटी-छोटी जरूरी चीजें सारे देश को कैसे एकतामय कर देती हैं। खोजने पर केरल का बना साबुन भी शायद मिल जाता। बस अब तेज चाल से जवाहर-सुरंग की ओर बढ़ी। इस पथ को पार करते हुए पुलकित हुए बिना नहीं रह सकते। इंजीनियरों की अद्भुत प्रतिभा, अदम्य साहस और कार्य-शक्ति ने इस दुर्गम पर्वत में विशाल सुरंग-पच बनाकर कश्मीर और शेष भारत का पथ पूरे वर्ष भर चलने लायक बना दिया। प्रकाश-धारा बहाती, सीटी बजाती, बस सुरंग पथ से आगे बढ़ रही थी। रोमांचकारी दृश्य था। मानव शक्ति से यंत्र शक्ति की श्रेष्ठता को मानते हुए हम आगे बढ़ रहे थे।

शब्दार्व-पव-रास्ता। पुलकित-प्रसन्न। दुर्गम-कठिन। लायक-योग्य।

संदर्भ-प्रस्तुत गद्यांश हमारी पाठ्य-पुस्तक ‘हिंदी सामान्य’ 10वीं में संकलित लेखक डॉ. एन.ई. विश्वनाथ अय्यर लिखित यात्रा-वृत्तान्त ‘गोश्रीनगर से श्रीनगर’ से है।

प्रसंग-प्रस्तुत गद्यांश में लेखक ने कश्मीर के लिए की गई अपनी यात्रा के अनुभव का उल्लेख करते हुए कहा है कि

व्याख्या-न केवल बड़ी-बड़ी चीजें ही अपितु छोटी-सी-छोटी जरूरत की चीजें भी पूरे देश की एकता को कायम रखने में सहायक होती हैं। श्रीनगर में इस दृष्टि से केरल में बना हुआ साबुन ढूँढ़ने पर जरूर मिल जाता। बस की रफ्तार बढ़ी और जवाहर-सुरंग को पार कर गई। इससे उसे अपने साथियों के साथ अधिक आनंद आया। उसने यह अनुभव किया इस दुर्गम पथ को सुगम बनाने में इंजीनियरों की अदभत प्रतिभा, अदम्य साहस और महान कार्य-शक्ति निश्चय ही सराहनीय है। उसका ही यह सुफल है कि कश्मीर भारत के दूसरे भाग से हमेशा के लिए जड़े रहने योग्य बन गया है। बस सरंग पथ से प्रकाशधारा बहाती हुई और सीटी बजाती हुई आगे बढ़ रही थी। उस समय का दृश्य रोमांचकारी हो चला था। उस समय वह अपने साथियों के साथ मानव-शक्ति में यंत्र-शक्ति को श्रेष्ठता की स्वीकारते हुए बस से आगे बढ़ते जा रहा था।

विशेष-

  1. कश्मीर के दुर्गम स्थानों का उल्लेख है।
  2. यह अंश ज्ञानवर्द्धक है।

अर्थग्रहण संबंधी प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
कौन-सी चीजें क्या कर देती हैं? उत्तर-छोटी-छोटी जरूरत की चीजें देश को एकतामय कर देती हैं।

प्रश्न 2.
क्यों रोमांचकारी दृश्य था?
उत्तर
रोमांचकारी दृश्य इसलिए था कि दुर्गम पर्वतीय प्रदेश को सुगम बनाने का अद्भुत और बेजोड़ कार्य इंजीनियरों द्वारा किया गया था। दूसरी बात यह कि बस प्रकाश-धारा बहाती और सीटी बजाती हुई सुरंग पथ से आगे बढ़ रही थी।

विषय-वस्तु पर आधारित प्रश्नोत्तर

प्रश्न
उपर्युक्त गयांश का आशय स्पष्ट कीजिए।
उत्तर
उपर्युक्त गद्यांश के द्वारा लेखक ने आज के यांत्रिक युग का महत्वांकन करना चाहा है। इस संदर्भ में लेखक ने यह सुस्पष्ट करने का प्रयास किया है कि मानव-शक्ति से यांत्रिक शक्ति बहुत ही अधिक है। फिर मानवी-शक्ति के बिना यांत्रिक शक्ति का कोई उपयोग नहीं हो सकता है।

MP Board Class 6th Maths Solutions Chapter 3 Playing With Numbers Ex 3.2

MP Board Class 6th Maths Solutions Chapter 3 Playing With Numbers Ex 3.2

Question 1.
What is the sum of any two
(a) Odd numbers?
(b) Even numbers?
Solution:
(a) The sum of any two odd numbers is an even number.
As like, 1 + 3 = 4, 3 + 5 = 8

(b) The sum of any two even numbers is an even number.
As like, 2 + 4 = 6, 6 + 8 = 14

MP Board Class 6th Maths Solutions Chapter 3 Playing With Numbers Ex 3.2

Question 2.
State whether the following statements are True or False:
(a) The sum of three odd numbers is even.
(b) The sum of two odd numbers and one even number is even.
(c) The product of three odd numbers is odd.
(d) If an even number is divided by 2, the quotient is always odd.
(e) All prime numbers are odd.
(f) Prime numbers do not have any factors.
(g) Sum of two prime numbers is always even.
(h) 2 is the only even prime number.
(i) All even numbers are composite numbers.
(j) The product of two even numbers is always even.
Solution:
(a) False
Since, sum of two odd numbers is even and sum of one odd number and one even number is always odd.
(b) True
Since, sum of two odd numbers is even and sum of two even numbers is always even.
(c) True
(d) False
If an even number is divided by 2, then the quotient is either odd or even.
(e) False
Since, prime number 2 is even.
(f) False
Factors of prime numbers are 1 and the number itself.
(g) False
Sum of two prime numbers is either even or odd.
(h) True
(i) False
Since, even number 2 is prime i.e., not composite.
(j) True

Question 3.
The numbers 13 and 31 are prime numbers. Both these numbers have same digits 1 and 3. Find such pairs of prime numbers upto 100.
Solution:
Pairs of prime numbers having same digits upto 100 are 17 and 71; 37 and 73; 79 and 97

MP Board Class 6th Maths Solutions Chapter 3 Playing With Numbers Ex 3.2

Question 4.
Write down separately the prime and composite numbers less than 20.
Solution:
Prime numbers less than 20 are 2, 3, 5, 7, 11, 13, 17, 19
Composite numbers less than 20 are 4, 6, 8, 9, 10, 12, 14, 15, 16, 18

GCF calculator helps you find the biggest number that can divide two integers, calculate factors and the greatest common factor of two positive integers.

Question 5.
What is the greatest prime number between 1 and 10?
Solution:
The greatest prime number between 1 and 10 is 7.

MP Board Class 6th Maths Solutions Chapter 3 Playing With Numbers Ex 3.2

Question 6.
Express the following as the sum of two odd primes.
(a) 44
(b) 36
(c) 24
(d) 18
Solution:
(a) 44 = 3 + 41
(b) 36 = 5 + 31
(c) 24 = 7 + 17
(d) 18 = 7 + 11

Question 7.
Give, three pairs of prime numbers whose difference is 2.
[Remark: Two prime numbers whose difference is 2 are called twin primes].
Solution:
Three pairs of prime numbers whose difference is 2 are 3 and 5; 5 and 7; 11 and 13.

MP Board Class 6th Maths Solutions Chapter 3 Playing With Numbers Ex 3.2

Question 8.
Which of the following numbers are prime?
(a) 23
(b) 51
(c) 37
(d) 26
Solution:
23 and 37 are prime numbers and 51 and 26 are composite numbers.
Thus, numbers in option (a) and (c) are prime.

Question 9.
Write seven consecutive composite numbers less than 100 so that there is no prime number between them.
Solution:
Seven consecutive composite numbers less than 100 are 90, 91, 92, 93, 94, 95, 96

MP Board Class 6th Maths Solutions Chapter 3 Playing With Numbers Ex 3.2

Question 10.
Express each of the following numbers as the sum of three odd primes:
(a) 21
(b) 31
(c) 53
(d) 61
Solution:
(a) 21 = 3 + 7 + 11
(b) 31 = 3 + 11 + 17
(c) 53 = 13 + 17 + 23
(d) 61 = 13 + 19 + 29

MP Board Class 6th Maths Solutions Chapter 3 Playing With Numbers Ex 3.2

Question 11.
Write five pairs of prime numbers less than 20 whose sum is divisible by 5.
(Hint :3 + 7 = 10)
Solution:
Since, 2 + 3 = 5; 7 + 13 = 20; 3 + 17 = 20; 2 + 13 = 15; 5 + 5 = 10 and 5, 10, 15, 20 all are
divisible by 5.
So, five pairs of prime numbers less than 20 whose sum is divisible by 5 are 2, 3; 2, 13; 3, 17; 7, 13; 5, 5.

Question 12.
Fill in the blanks:
(a) A number which has only two factors is called a ___.
(b) A number which has more than two factors is called a ___.
(c) 1 is neither ___ nor ___.
(d) The smallest prime number is ___.
(e) The smallest composite number is ___.
(f) The smallest even number is ___.
Solution:
(a) Prime number
(b) Composite number
(c) Prime number, composite number
(d) 2
(e) 4
(f) 2

MP Board Class 6th Maths Solutions

MP Board Class 10th Hindi Vasanti Solutions Chapter 3 मीरा के पद

In this article, we will share MP Board Class 10th Hindi Book Solutions Chapter 3 मीरा के पद (मीराबाई) Pdf, These solutions are solved subject experts from latest edition books.

MP Board Class 10th Hindi Vasanti Solutions Chapter 3 मीरा के पद (मीराबाई)

मीरा के पद पाठ्य-पुस्तक के प्रश्नोत्तर

मीरा के पद लघु-उत्तरीय प्रश्नोत्तर

मीरा के पद कक्षा 10 Solutions MP Board प्रश्न 1.
‘फागुन के चार दिन’ से क्या आशय है?
उत्तर-
‘फागुन के चार दिन’ से आशय बहुत कम रह जाने से है।

Class 10 Hindi Chapter 3 Mp Board प्रश्न 2.
होली में अंबर कैसा हो गया है?
उत्तर-
होली में अंबर उड़ते हुए गुलाल से लाल हो गया है।

मीरा के पद Question Answer MP Board  प्रश्न 3.
मीरा के प्रभु कौन हैं?
उत्तर-
मीरा के प्रभु गिरिधरनागर श्रीकृष्ण हैं।

वासंती हिंदी सामान्य कक्षा 10 Chapter 3 MP Board प्रश्न 4.
मीरा को अमोलक धन किसकी कृपा से मिला है?
उत्तर-
मीरा को अमोलक धन उसके सद्गुरु की कृपा से मिला है।

मीरा के पद दीर्घ-उत्तरीय प्रश्नोत्तर

Mp Board Class 10th Hindi Chapter 3  प्रश्न 1.
होली के आनंद में संगीत के साज कैसे बजते हैं?
उत्तर-
होली के आनंद में संगीत के साज करताल के ही समान बजते हैं। वे बिना सुर के ही बजते हैं। इस प्रकार अनहद की झंकार होने लगती है।

मीरा के पद कक्षा 10 Pdf MP Board प्रश्न 2.
मीरा ने ‘राम रतनधन’ को अमोलक क्यों कहा है?
उत्तर-
मीरा ने ‘राम रतनधन को अमोलक कहा है। यह इसलिए कि इससे सभी प्रकार के सांसारिक बंधन समाप्त हो गए हैं। दूसरी बात यह है कि इसे न तो चोर चुरा सकता है और न यह खर्च करने पर घटती है। यह तो खर्च करने पर बढ़ता ही जाता है।

मीरा पाठ के प्रश्न उत्तर MP Board प्रश्न 3.
‘सत की नाव खेवटिया सद्गुरु’ इस पंक्ति का भाव स्पष्ट कीजिए।
उत्तर-
‘सत की नाव खेवटिया सद्गुरु’ पंक्ति के द्वारा कवियित्री मीराबाई ने यह भाव व्यक्त करना चाहा है कि सद्गुरु की कृपा ईश्वर के समान अद्वितीय होती है। वह सर्वसमर्थ और दया का सागर होता है।

मीरा के पद भाषा-अनुशीलन

Mp Board Class 10 Hindi Book Solution प्रश्न 1.
निम्नलिखित शब्दों के तत्सम रूप लिखिए
फागुन, होरी, संतोख, किरपा, हरखि, जस
उत्तर-
शब्द

मीरा के पद अर्थ सहित Class 10 MP Board प्रश्न 2.
पर्यायवाची शब्द लिखिए
अंबर, जग, सागर, कमल।
उत्तर-

Vasanti Hindi Book Class 10 Solutions Mp Board प्रश्न 3.
विलोम शब्द लिखिए
यश, आकाश, सुर, दिन,
उत्तर-

मीरा के पद योग्यता विस्तार

Class 10 Hindi Book Vasanti MP Board प्रश्न 1.
मीराबाई के अन्य पदों को खोजकर उनका कक्षा में सस्वर वाचन कीजिए।
प्रश्न 2. मीराबाई के जीवन से जुड़ी घटनाओं को खोजकर अपनी पुस्तिका में लिखिए।
प्रश्न 3. शिक्षक की सहायता से छत्तीस रागों में से कुछ प्रमुख रागों की सूची बनाइये।
उत्तर-
उपर्युक्त प्रश्नों को छात्र/छात्रा अपने अध्यापक/अध्यापिका की सहायता से हल करें।

मीरा के पद परीक्षोपयोगी अतिरिक्त प्रश्नोत्तर

मीरा के पद अर्थग्रहण संबंधी प्रश्नोत्तर

Class 10th Mp Board Hindi Solution MP Board प्रश्न (क)
अब मन से होली खेल लेना चाहिए। ऐसा कवियित्री ने क्यों कहा है?
उत्तर-
अब मन से होली खेल लेना चाहिए। ऐसा कवियित्री ने इसलिए कहा है कि शायद ऐसा अवसर फिर नहीं मिलेगा।

Class 10th Hindi Meera Ke Pad Question Answer MP Board प्रश्न (ख)
कवियित्री की लोक-लज्जा कब दूर हो गई?
उत्तर-
कवियित्री की लोक-लज्जा तब दूर हुई, जब उसने आनंदमय रस में भीग कर अपने हृदय रूपी घड़े के पट को खोल दिया।

प्रश्न (ग)
1. कवियित्री का प्रियतम कौन है?
उत्तर-
कवियित्री का प्रियतम निर्गुण ब्रह्म श्रीकृष्ण हैं।

2. रिक्त स्थानों की पूर्ति दिए गए विकल्पों में से उचित शब्द के चयन से कीजिए।

1. फागुन के दिन …………… हैं। (दो, चार)
2. होली खेलत समय बिना करताल के ………………. बज रहे हैं। (ढोल, पखावज)
3. सारा आकाश लाल हो गया है …………… से। (रंग, गुलाल)
4. कवियित्री को अमोलक उसके …………… ने उसे दी। (गुरु, प्रियतम)
5. कवियित्री के स्वामी …………. हैं। (राम, गिरिधरनागर)
उत्तर-
1. चार,
2. पखावज,
3. गुलाल,
4. गुरु,
5. गिरिधरनागर

प्रश्न 3.
दिए गए कथनों के लिए सही विकल्प चुनकर लिखिए।
1. अब आ गए हैं
(क) जाड़े के दिन,
(ख) बहार के दिन,
(ग) फागुन के दिन
(घ) छुट्टी के दिन।
उत्तर-
(ग) फागुन के दिन

2. राग बज रहे हैं
(क) पखावज,
(ख) अनहद,
(ग) झनकार
(घ) छत्तीस।
उत्तर-
(घ) छत्तीस।

3. होली के रंग में रंग गए हैं’
(क) शरीर के रोंगटे,
(ख) गुलाल,
(ग) केशर,
(घ) घर-द्वार।
उत्तर-
(क) शरीर के रोंगटे,

4. राम रूपी रत्न है
(क) मूल्यवान,
(ख) बहुमूल्य,
(ग) अमूल्य,
(घ) असाधारण।
उत्तर-
(ग) अमूल्य,

5. सत्यरूपी नाव के नाविक हैं
(क) भक्त,
(ख) ईश्वर,
(ग) सज्जन,
(घ) सद्गुरु।
उत्तर-
(घ) सद्गुरु।

प्रश्न 4.
सही जोड़ी का मिलान कीजिए।

प्रश्न 5.
निम्नलिखित कथन सत्य हैं अथवा असत्य? वाक्य के आगे लिखिए
1. मीराबाई रीतिकाल की हैं।
2. मीरा श्रीकृष्ण की उपासिका थीं।
3. श्रीकृष्ण को गिरिधरनागर कहा जाता है।
4. सद्गुरु ईश्वर से छोटा है।
5. मीरा ने लोकलाज का परित्याग नहीं किया था।
उत्तर-
1. असत्य,
2. सत्य,
3. सत्य,
4. असत्य,
5. असत्य।

प्रश्न 6.
एक शब्द में उत्तर दीजिए।
1. होली कैसे खेलनी चाहिए?
2. आकाश में क्या उड़ रहा है?
3. यूँघट के पट खोल देने पर क्या समाप्त हो गए?
4. सत्य की नाव का नाविक कौन है?
5. गिरिधर नागर कौन है?
उत्तर-
1. मन से,
2. गुलाल,
3. लोकलाज,
4. सद्गुरु,
5. श्रीकृष्ण।

मीरा के पद लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर

प्रश्न (क)
‘फागुन के दिन चार हैं। इसका क्या आशय है?
उत्तर-
‘फागुन के दिन चार है। इसका आशय है-अब बहुत कम दिन रह गए हैं।

प्रश्न (ख)
कवियित्री ने अपनी पिचकारी में क्या भर लिये हैं?
उत्तर-
कवियित्री ने अपनी पिचकारी में शील और संतोष रूपी केशर के घोल भर लिये हैं।

प्रश्न (ग) कवियित्री भवसागर से कैसे पार हो गई?
उत्तर-
सत्य की नाव सद्गुरु के खेवे जाने पर कवियित्री भवसागर से पार हो गई।

मीरा के पद कवयित्री-परिचय

जीवन-परिचय-मीराबाई का भक्तिकाल के काव्यधारा के रचनाकारों में लोकप्रिय स्थान है। उनका जन्म राजस्थान के जोधपुर के कुड़की गाँव में सन् 1503 में हुआ था। उनके माता-पिता का निधन उनके बचपन में ही हो गया। उनका विवाह चित्तौड़ के महाराणा सांगा के ज्येष्ठ पुत्र भोजराज के साथ हुआ था। लेकिन एक साल बाद ही उनके पति का देहांत हो गया। इससे वे संसार से विरक्त हो गईं। फलस्वरूप वे कुल-मर्यादा को छोड़कर भक्त-जीवन को अपनाने लगीं। वे ब्रज की तीर्थ-यात्रा करती हुई वृंदावन में रूप गोस्वामी से मिलकर द्वारिका चली गयीं। वहीं पर उनकी कृष्णोपासना शुरू हुई। फिर वे विरह के पदों की रचना करने लगीं। उनका निधन सत्तर वर्ष की आयु में सन् 1573 के आस-पास हो गया।

रचनाएँ-मीराबाई की रचनाएँ निम्नलिखित हैं

  1. गीत गोविंद का टीका,
  2. नरशी जी की टीका,
  3. फुटकर पद,
  4. राग-सोरठा-संग्रह,
  5. राग-गोविंद,
  6. मीरा की मल्हार,
  7. वर्षा गीत और
  8. मीरा की पदावली।

भाव-पक्ष-मीराबाई की भक्ति-भावना की विविधता है। उनकी भक्ति-भावना दोनों ही प्रकार की है- निर्गुण और सगुण। उनकी निर्गुण भक्ति-भावना निर्गुण संतों की भक्ति-भावना से प्रभावित है। इससे यह स्पष्ट हो जाता है कि मीरा ने स्वयं को अपने निर्गुण आराध्य के प्रति इतना अधिक समर्पित कर दिया है कि स्वयं उनकी कोई इच्छा नहीं रह गई। मीराबाई के भाव-पक्ष की दूसरी विशेषता है उनकी सगुण भक्ति-भावना। इसके लिए उन्होंने भक्ति के नौ सोपानों को भरपूर अपनाया है। भक्ति के नौ सोपान हैं-श्रवण, कीर्तन, स्मरण, पद-सेवा, अर्चन, वंदन, दास्य, सख्य और आत्म-निवेदन।

भक्ति के प्रति मीरा का माधुर्य भाव है। वह अत्यंत सहज, स्वाभाविक और मार्मिक है। इसके लिए वे सभी प्रकार के लोक-लाज को छोड़कर नारी स्वभाव के अनुसार भक्ति-भाव प्रकट करती हैं।

कला-पक्ष-मीराबाई का कला-पक्ष विविध है। उसमें स्वाभाविकता है। उनकी पदावली भारतीय भाषाओं और बोलियों की है। उनमें राजस्थानी, गुजराती, ब्रज आदि प्रमुख हैं। मीराबाई की रस-योजना मुख्य रूप से शृंगार है। शृंगार के दोनों रूपों-संयोग और वियोग को उन्होंने पूरा-पूरा स्थान दिया है। कलापक्षीय विशेषताओं में छंद योजना का भी महत्त्व है। इसके लिए मीराबाई ने दोहा, सवैया आदि छंदों को अपनाया है। अलंकारों के प्रयोग में भी मीराबाई सावधान हैं। अनुप्रास, उपमा, रूपक, उत्प्रेक्षा आदि उनके प्रिय अलंकार हैं।

साहित्य में स्थान-मीराबाई का कृष्ण भक्ति काव्यधारा की कवयित्रियों में सर्वोच्च स्थान है। उनकी वेदना की फड़क अनुपम है। उनका साहित्य भक्तिकालीन रचनाधारा की एक अमूल्य धरोहर है। उनकी वेदना इतनी सजीव है कि यदि उन्हें करुणा या वेदना की सजीव प्रतिमा माना जाए, तो अनुचित नहीं होगा।

मीरा के पद  पदों के सार

मीराबाई विरचित पहला पद ‘फागुन के दिन बलिहार रे’ में सरस भावों का प्रवाह है। ये प्रवाह कवयित्री का अपने प्रियतम श्रीकृष्ण के प्रति है। इसके द्वारा कवयित्री ने अपने प्रिय परमात्मा के मिलन के क्षणों को अत्यधिक प्रसन्नता के भावों के साथ व्यक्त करना चाहा है। इसके लिए उसने फागुन में खेली जाने वाली होली के रूप-दृश्य को चित्रित किया है। इसके माध्यम से कवयित्री ने दर्शाया है कि होली में जिस तरह का राग-रंग मनाया जाता है-वैसा ही राग-रंग भक्त के भीतर अपने इष्ट के प्रति अनहद नाद की झनकार, शील और संतोष की केशर और प्रेम की पिचकारी होती है।

मीराबाई विरचित दूसरे पद ‘पायो जी …… जस गायो’ में कवयित्री ने अपने सद्गुरु के दिए हुए राम-नाम को रतन-धन कहकर उसे अमूल्यवान कहा है। यह तो मानों उसके जन्म-जन्म की पूँजी है। इसे न तो चोर चुरा सकता है और न यह खर्च ही होती है। यह तो खर्च करने पर बढ़ती ही जाती है। दूसरे शब्दों में उसका अपने इष्टदेव श्रीकृष्ण के प्रति है, वह कभी भी समाप्त नहीं होता है। उसका सद्गुरु तो सत की नाव का खेवनहार है। उससे वह संसार रूपी समुद्र से पार हो जाएगी।

मीरा के पद  संदर्भ-प्रसंग सहित व्याख्या

1. फागुन के दिन चार रे, होरी खेल मना रे।
बिनि करताल पखावज बाजै, अणहद की झणकार रे।
बिनि सुर राग छतीतूं गावै, रोम-रोम रंग सार रे।
सील संतोख की केसर घोली, प्रेम प्रीति पिचकार रे।
उड़त गुलाल लाल भयो अंबर, बरसत रंग अपार रे।
घूघट के पट खोल दिये हैं, लोक लाज सब डार रे।
होरी खेरी पीव घर आये, सोई प्यारी प्रिय प्यार रे।
मीराँ के प्रभु गिरधर नागर, चरण कंवल बलिहार रे॥

शब्दार्थ-अणहद अनहद। बिनि बिना। छतीसू छत्तीस। संतोख संतोष। पिचकार=पिचकारी। अंबर आकाश। डार छोड़ दिए। खेरी खेल। पीव=प्रियतम। प्यार प्यारा। कवल-कमल। बलिहार-बलिहारी।

संदर्भ-प्रस्तुत पद हमारी पाठ्य-पुस्तक ‘हिंदी सामान्य’ में संकलित मीराबाई विरचित ‘मीरा के पद’ से है।

प्रसंग-इस पद में मीराबाई ने अपने प्रियतम निर्गुण ब्रह्म के साथ होली खेलने का उल्लेख करते हुए कहा है कि

व्याख्या-अब फाल्गुन के दिन आ गए हैं, ये दिन बहुत नहीं रह गए हैं। अब तो ये चार दिन हैं। इसलिए अब मन से होली खेल लेना चाहिए। अन्यथा फिर अवसर न मिलेगा। भाव यह है कि समय अनुसार ही खुशियों को प्रकट किया जा सकता है। होली खेलते समय बिना करताल के ही पखावज बाजे बजने लगते हैं। अनहद की झनकार होने लगती है। बिना सुर अर्थात् स्वर के छत्तीसों राग बज रहे हैं। शरीर के प्रत्येक रोंगटे इस होली के रंग में रंग गए हैं। शील व संतोष रूपी केशर को घोल करके मैंने प्रेम और प्रीति की पिचकारी में इन्हें भर लिया है। इस प्रकार से होली खेलने से सारा आकाश उड़ते हुए गुलाल से लाल हो गया। इसमें विविध प्रकार के प्रेममय रंगों की वृष्टि होने लगी। हृदयरूपी घड़े के पट को मैंने खोल दिया, क्योंकि इस आनंदमय रस में जब मैं भीग गई तो मुझे किसी प्रकार की लोक-लज्जा नहीं अर्थात् मैंने सभी प्रकार की लोक-लज्जा का परित्याग कर दिया था। इस होली के खेल लेने के बाद मैं अपने प्राण-प्यारे के घर आई, तब हम दोनों प्राणरूप से परस्पर प्रिय-प्रिया के रूप में पहले की तरह आनंदमग्न हो गए। मीराबाई कह रही हैं कि कमलवत् चरणों वाले गिरिधरनागर अपने प्राण-प्यारे श्रीकृष्ण के चरणों पर मैं इस तरह बलि जा रही हूँ।

कहने का भाव यह है कि जीवात्मा परमात्मा से मिलने के लिए जब प्रेमपूर्वक प्राणवत् समर्पित हो जाती है, तब उसे परमात्मा का साक्षात्कार अवश्य होता है। वह उसमें लीन होकर अत्यंत आनंद की अनुभूति करती है। फिर उसे इस संसार में आने की कोई आवश्यकता नहीं है।

विशेष-
1. भाषा-राजस्थानी शब्दों की है।
2. शैली चित्रात्मक है।
3. आध्यात्मिक चिंतनधारा है।

सौंदर्य-बोध पर आधारित प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
उपर्युक्त पद का भाव-सौंदर्य स्पष्ट कीजिए।
उत्तर-
उपर्युक्त पद का भाव-सौंदर्य जीवात्मा का परमात्मा से प्रेमपूर्वक और प्राणवत् समर्पित होने का है। जीवात्मा का परमात्मा से मिलने का फागुनी उल्लास देखते. ही बन पा रहा है। इसके माध्यम से कवयित्री का अपने इष्टदेव श्रीकृष्ण के प्रति सोल्लास समर्पित और अनन्य होने के भाव निश्चय ही सराहनीय और हृदयस्पर्शी है।

प्रश्न 2.
मन से क्यों होली खेल लेना चाहिए?
उत्तर-
मन से होली खेल लेना चाहिए। यह इसलिए कि शायद फिर कभी यह मौका न मिले।

प्रश्न 3.
लोकलाज का परित्याग करने के लिए कवयित्री ने क्या किया?
उत्तर-
लोकलाज का परित्याग करने के लिए कवयित्री ने अपने हृदयरूपी घड़े के पट को खोल दिया।

शिल्प-सौंदर्य

प्रश्न 1.
उपर्युक्त पद के शिल्प-सौंदर्य को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर-
उपर्युक्त पद का शिल्प-सौंदर्य मिश्रित शब्दों से परिपुष्ट है। संयोग शृंगार से भरा हुआ यह पद चित्रमयी शैली से अधिक रोचक बन गया है। अनुप्रास, पुनरुक्ति प्रकाश, स्वभावोक्ति, रूपक आदि अलंकारों से अलंकृत होने के कारण इस पद का प्रभाव बहुत बड़ा है। बिंब और प्रतीक यथास्थान हैं, जो भावों के अनुसार हैं। इस पद की छंद योजना सरल और सहज रूप में होने से अधिक बोधपूर्ण है।।

प्रश्न 2.
‘उड़त गुलाल, लाल भयो अंबर, बरसत रंग अपार रे। उपर्युक्त पंक्तियों के आधार पर बताइए कि कवयित्री ने किसका चित्रण किया है?
उत्तर-
‘उड़त गुलाल, लाल भयो अंबर, बरसत रंग अपार रे।’
उपर्युक्त पंक्तियों के आधार पर कवयित्री ने होली खेलने के वातावरण का चित्रण किया है।

प्रश्न 3.
होरी खेरी पीव घर आवे, सोई प्यारी प्रिय प्यार रे।
मीरा के प्रभु गिरधर नागर, चरण कँवल बलिहार रे॥
उपर्युक्त पंक्तियों में अलंकारों को लिखिए।
उत्तर-

  1. होरी खेरी, प्यारी प्रिय प्यार, गिरधर नागर-अनुप्रास अलंकार
  2. चरण कँवल-रूपक अलंकार।

विषय-वस्तु पर आधारित प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
उपर्युक्त पद का प्रतिपाद्य स्पष्ट कीजिए।
उत्तर-
उपर्युक्त पद में कवियित्री मीराबाई ने अपने अनन्य आराध्य देव श्रीकृष्ण के प्रति सोल्लासपूर्वक अपनी भक्ति-भावना प्रकट की है। उन्होंने अपने सर्वप्रिय परमात्मा श्रीकृष्ण के मिलन के क्षणों को परम प्रसन्न क्षणों के रूप में चित्रित किया है। इसे उन्होंने फागुन में खेली जाने वाली होली के रूप में व्यक्त किया है। इस प्रकार होली के राग-रंग की तरह उन्होंने अपनी भक्ति-भावना को भी अनहद नाद की झनकार शील और संतोष की केशर और प्रेम की पिचकारी के माध्यम से प्रकट किया है। इस तरह पूरा पद आध्यात्मिक भावों से लबालब भरा हुआ है।

प्रश्न 2.
होली कब खेली जाती है?
उत्तर-
होली फागुन के माह में खेली जाती है।

प्रश्न 3.
होली खेलने के बाद क्या हुआ?
उत्तर-
होली खेलने के बाद कवयित्री अपने प्राण प्यारे के घर आई। फिर दोनों आनंदमग्न हो गए।

2. पायो जी मैं तो राम रतन धन पायो।
वस्तु अमोलक दी मेरे सद्गुरु, करि किरपा अपनायो।
जनम-जनम की पूँजी पाई, जग में सबे खोवायौ।
खरचे नहिं कोई चोर न लवे, दिन-दिन बढ़त सवायौ।
सत की नाव खेवटिया सद्गुरु, भव सागर तरि आयो।
मीराँ के प्रभु गिरधर नागर, हरखि-हरखि जस गायौ।।

शब्दार्थ-रतन रत्न। अमोलक-अमूल्य या बहुमूल्य। खोवायो खो दिया। सत=सत्य। खेवटिया खेने वाला। भव-सागर संसार सागर। तरि तर जावे या पार हो जावे। हरखि-हरखि प्रसन्न-प्रसन्न होकर। जस यश।

संदर्भ-पूर्ववत्।

प्रसंग-इस पद में मीराबाई ने राम की प्राप्ति को एक अनमोल रत्न के रूप में प्राप्त होने के प्रभाव का उल्लेख करते हुए कहा है कि

व्याख्या-मुझे राम रूपी रत्न का धन मिल गया है। यह बहुमूल्य वस्तु हमारे गुरु ने कृपा करके मुझे दी है जिसे मैंने तन-मन से ग्रहण कर लिया है। यह वह संपत्ति है जिसके लिए मैं जन्म-जन्मांतरों से लालायित थी और वह अब मुझे मिल गई है। इस पूँजी को प्राप्त कर लेने पर संसार की सभी वस्तुएँ-सांसारिक बंधन-नष्ट हो गए हैं। यह ऐसी पूँजी है जो खर्च करने पर कम नहीं होती और जिसे चोर नहीं चुरा सकता, बल्कि प्रतिदिन सवाई होती रहती है। मेरी सत्य की नाव है, जिसका खेने वाला (नाविक) सद्गुरु है, इसीलिए मैं इस भवसागर से पार हो गई हूँ। मीरा कहती है कि मेरे स्वामी तो गिरधरनागर हैं, जिनका मैं हर्ष-हर्ष करके यश गाती हूँ।

विशेष-
1. इस पद की भाषा ब्रजभाषा है। ‘म्हारे’ प्रयोग केवल राजस्थानी का है।
2. भावात्मक शैली है।
3. रूपक अलंकार है।

सौंदर्य-बोध पर आधारित प्रश्नोत्तर

(क) भाव-सौंदर्य

प्रश्न 1.
उपर्युक्त पद के भाव-सौंदर्य पर प्रकाश डालिए।
उत्तर-
उपर्युक्त पद की भाव-योजना प्रेरक रूप में है। सदगुरु को बेजोड़ उपकारी के रूप में प्रस्तुत करके उसके व्यक्तित्व और प्रभाव को ईश्वर के समकक्ष लाने का प्रयास किया गया है। इससे कवियित्री के द्वारा गुरु-मन किए जाने की सच्चरित्रता प्रकट हो रही है। इसके साथ ही कवियित्री द्वारा अपने स्वामी श्रीकृष्ण के प्रति सहर्ष समर्पण के भाव अधिक मोहक और आकर्षक हैं।

प्रश्न 2.
कवियित्री को किससे क्या मिला है?
उत्तर-
कवियित्री को उसके सद्गुरु से रामरूपी अमूल्य रत्न-धन मिला है।

प्रश्न 3.
सद्गुरु का स्वरूप कैसा है?
उत्तर-
सद्गुरु का स्वरूप भवसागर से पार लगाने वाला ईश्वर के समान है।

(ख) शिल्प-सौंदर्य

प्रश्न 1.
उपर्युक्त पद के शिल्प-सौंदर्य पर प्रकाश डालिए।
उत्तर-
उपर्युक्त पद का शिल्प-सौंदर्य भाव, भाषा-शैली, बिम्ब, प्रतीक, योजना आदि विधानों से मंडित है। पूरे पद की भाषा ब्रजभाषा की प्रधानता लिये हुए है। इससे प्रस्तुत हुई शब्द-योजना सरल, सहज और प्रवाहमयी हो गयी है। तुकान्त शब्दावली से लय और संगीत का सुंदर मेल हुआ है। भावात्मक शैली और भक्ति रस का संचार इस पद को और अधिक रोचक बना रहे हैं।

प्रश्न 2.
‘जनम-जनम की पूँजी पाई, जग में सवै खवायो।’ उपर्युक्त पंक्तियों में प्रयुक्त अलंकार छाँटिए।
उत्तर-
‘जनम-जनम’ में पुनरुक्ति प्रकाश अलंकार।

विषय-वस्तु पर आधारित प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
उपर्युक्त पद का प्रतिपाद्य स्पष्ट कीजिए।
उत्तर-
उपर्युक्त पद में कवियित्री ने राम-नाम की महिमा का गायन किया है। सद्गुरु की कृपा से राम रूपी रत्न प्राप्त हुआ है। अब इसे व्यर्थ में नहीं खोया जा सकता है। इसे चोर नहीं चुरा सकते हैं। यह खर्च नहीं होता है बल्कि और बढ़ता जाता है अर्थात् कृष्ण के प्रति किया जाने वाला प्रेम कभी समाप्त नहीं होता। पद में सद्गुरु की महिमा का भी उल्लेख किया गया है।

प्रश्न 2.
उपर्युक्त पद में किसका यशगान किया गया है और क्यों?
उत्तर-
उपर्युक्त पद में कवियित्री मीराबाई द्वारा श्रीकृष्ण का यशगान किया गया है। यह इसलिए कि श्रीकृष्ण उसके इष्टदेव हैं।

प्रश्न 3.
रामरूपी रत्न-धन की क्या विशेषताएँ हैं?
उत्तर-
रामरूपी रत्न-धन की निम्नलिखित विशेषताएँ हैं

  1. इसको प्राप्त कर लेने पर संसार के सभी प्रकार के बंधन समाप्त हो गए
  2. यह खर्च करने पर घटता नहीं, अपितु बढ़ता ही है। 3. इसे चोर नहीं चुरा सकता है।

MP Board Class 9th Sanskrit व्याकरण शब्द रूप

MP Board Class 9th Sanskrit व्याकरण शब्द रूप

संस्कृत में तीन लिंग होते हैं-पुल्लिंग, स्त्रीलिंग और नपुंसकलिंग। ये लिंग सदा अर्थ के अनुसार नहीं होते अपितु पहले से ही निश्चिय हैं।

उदाहरणार्थ-
पत्नी, अर्थ में ‘भार्या’ शब्द स्त्रीलिंग है तो उसी अर्थ में ‘दार’ शब्द पुल्लिंग और ‘कलत्र’ शब्द नपुंसकलिंग है। यद्यपि तीनों का अर्थ एक ही है तो भी उनके लिंग भिन्न हैं। ऐसे ही ‘काय’ और ‘देह’ शब्द पुल्लिंग हैं किन्तु ‘शरीर’ शब्द नपुंसकलिंग है।

संस्कृत में सात विभक्तियां होती हैं। (प्रथमा से सप्तमी तक)। प्रत्येक विभक्ति में तीन वचन होने के कारण प्रत्येक शब्द के इक्कीस रूप बनते हैं। इसके अतिरिक्त एक वचन में सम्बोधन के रूप भिन्न होते हैं। तीनों वचनों में मूल शब्द से चिह्न जोड़े जाते हैं। विभक्ति चिह्रों को सुप् भी कहते हैं। जिस शब्द के आगे कोई विभक्ति चिह्न लगा रहता है उसे सुबन्त या पद कहते हैं। नीचे कुछ महत्त्वपूर्ण शब्दों के रूप दिए जाते हैं।

अकारान्त पुल्लिंग शब्द
MP Board Class 9th Sanskrit व्याकरण शब्द रूप img-1
MP Board Class 9th Sanskrit व्याकरण शब्द रूप img-2

टिप्पणी-जिन शब्दों का उच्चारण करने पर अन्त में ‘अ’ की ध्वनि आती है। वे आकारान्त शब्द कहलाते हैं।

अकारान्त पुल्लिंग शब्दों जैसे देव, नर, नृप, बालक, विद्यालय आदि के रूप राम शब्द की तरह चलते हैं।

इकारान्त पुल्लिंग शब्द
MP Board Class 9th Sanskrit व्याकरण शब्द रूप img-3
MP Board Class 9th Sanskrit व्याकरण शब्द रूप img-4

टिप्पणी-जिन शब्दों का उच्चारण करने पर अन्त में ‘इ’ की ध्वनि आती है, उन्हें इकारान्त शब्द कहते हैं। इकारान्त पुल्लिंग शब्दों, जैसे-कवि, कपि, गिरि, आदि के रूप रवि शब्द की तरह चलेंगे।

उकारान्त पुल्लिंग शब्द
MP Board Class 9th Sanskrit व्याकरण शब्द रूप img-5

टिप्पणी-जिन शब्दों के अन्त में ‘उ’ की ध्वनि आती है वे उकारान्त शब्द कहलाते हैं। उकारान्त पुल्लिंग शब्दों जैसे-साधु, शिशु आदि के रूप भानु शब्द की तरह चलते हैं।

ऋकारान्त पुल्लिंग शब्द
MP Board Class 9th Sanskrit व्याकरण शब्द रूप img-6
MP Board Class 9th Sanskrit व्याकरण शब्द रूप img-7

नकारान्त पुल्लिंग शब्द
MP Board Class 9th Sanskrit व्याकरण शब्द रूप img-8
MP Board Class 9th Sanskrit व्याकरण शब्द रूप img-9
MP Board Class 9th Sanskrit व्याकरण शब्द रूप img-10

स्त्रीलिंग शब्द
MP Board Class 9th Sanskrit व्याकरण शब्द रूप img-11
MP Board Class 9th Sanskrit व्याकरण शब्द रूप img-12

टिप्पणी-इसी प्रकार रमा, बालिका, प्रभा आदि आकारान्त स्त्रीलिंग शब्दों के रूप चलेंगे।
MP Board Class 9th Sanskrit व्याकरण शब्द रूप img-13
MP Board Class 9th Sanskrit व्याकरण शब्द रूप img-14

इलन्त स्त्रीलिंग वाच = वाणी
MP Board Class 9th Sanskrit व्याकरण शब्द रूप img-15
MP Board Class 9th Sanskrit व्याकरण शब्द रूप img-16

दिश = दिशा
MP Board Class 9th Sanskrit व्याकरण शब्द रूप img-17

ऋकारान्त मातृ (माता)
MP Board Class 9th Sanskrit व्याकरण शब्द रूप img-18

नपुंसकलिंग शब्द
MP Board Class 9th Sanskrit व्याकरण शब्द रूप img-19

इकारान्त नपुंसकलिंग
MP Board Class 9th Sanskrit व्याकरण शब्द रूप img-20

उकारान्त नपुंसकलिंग
MP Board Class 9th Sanskrit व्याकरण शब्द रूप img-21

सकारान्त नपुंसकलिंग
MP Board Class 9th Sanskrit व्याकरण शब्द रूप img-22

तकारान्त नपुंसकलिंग
MP Board Class 9th Sanskrit व्याकरण शब्द रूप img-23
MP Board Class 9th Sanskrit व्याकरण शब्द रूप img-24

सर्वनाम शब्द रूप
MP Board Class 9th Sanskrit व्याकरण शब्द रूप img-25
MP Board Class 9th Sanskrit व्याकरण शब्द रूप img-26
MP Board Class 9th Sanskrit व्याकरण शब्द रूप img-27
MP Board Class 9th Sanskrit व्याकरण शब्द रूप img-28
MP Board Class 9th Sanskrit व्याकरण शब्द रूप img-29
MP Board Class 9th Sanskrit व्याकरण शब्द रूप img-30
MP Board Class 9th Sanskrit व्याकरण शब्द रूप img-31

संख्यावाचक शब्दों के रूप
‘एक’ (केवल एकवचन में)
MP Board Class 9th Sanskrit व्याकरण शब्द रूप img-32

द्वि (दो) (द्वि शब्दों के रूप केवल द्विवचन में तीनों लिंगों में होते हैं। नंपुसकलिंग तथा स्त्रीलिंग के रूप एक से ही होते हैं।)
MP Board Class 9th Sanskrit व्याकरण शब्द रूप img-33
MP Board Class 9th Sanskrit व्याकरण शब्द रूप img-34

पञ्चन शब्द के आगे के संख्यावाचक शब्दों के रूप तीनों लिंगों में समान होते हैं।
MP Board Class 9th Sanskrit व्याकरण शब्द रूप img-35

संख्यावाचक शब्द
MP Board Class 9th Sanskrit व्याकरण शब्द रूप img-36

इनमें एक केवल एकवचन में वि द्विचन में तथा शेष अष्टादशन तक बहुवचन में होते हैं। उसके बाद की संख्याएं में आती हैं। यदि द्विवचन में आई तो उनके दूने का बोध होगा और बहुवचन में कई गुने का।
यथा-शते = दो सौ। शतानि = कई सौ।

MP Board Class 9th Sanskrit Solutions