MP Board Class 8th Science Solutions Chapter 9 जंतुओं में जनन

MP Board Class 8th Science Solutions Chapter 9 जंतुओं में जनन

MP Board Class 8th Science Chapter 9 पाठ के अन्तर्गत के प्रश्नोत्तर

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 100

प्रश्न 1.
आपने पाचन, परिसंचरण एवं श्वसन प्रक्रम के बारे में पढ़ा था। क्या आपको इनके विषय में याद है?
उत्तर:
हाँ, ये प्रक्रम प्रत्येक जीव की उत्तरजीविता के लिए आवश्यक हैं।

जनन की विधियाँ

प्रश्न 1.
क्या आपने विभिन्न जन्तुओं के बच्चों को देखा है? कुछ जन्तुओं के बच्चों के नाम निम्न सारणी में भरने का प्रयास कीजिए जैसा कि क्रम संख्या 1 एवं 5 में उदाहरण देकर दर्शाया गया है।
उत्तर:
MP Board Class 8th Science Solutions Chapter 9 जंतुओं में जनन 1

प्रश्न 2.
क्या आप बता सकते हैं कि चूजे और इल्ली (केटरपिलर) किस प्रकार जन्म लेते हैं?
उत्तर:
हाँ, चूजे और इल्ली लैंगिक जनन से जन्म लेते हैं और अण्डे देते हैं। इन्हें अण्डप्रजक जन्तु कहते हैं।

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प्रश्न 3.
बिलौटे और पिल्ले का जन्म किस प्रकार होता है?
उत्तर:
बिलौटे और पिल्ले का जन्म लैंगिक जनन के द्वारा होता है। ये शिशु के रूप में जन्म लेते हैं। इन्हें जरायुज जन्तु कहते हैं।

प्रश्न 4.
क्या आप सोचते हैं कि जन्म से पूर्व ये जीव वैसे ही दिखाई देते थे जैसे कि वह अब दिखाई देते हैं? आइए पता लगाते हैं?
उत्तर:
नहीं, हम ऐसा नहीं सोचते हैं।

लैंगिक जनन

प्रश्न 1.
आपको याद होगा कि लैंगिक जनन करने वाले पौधों में नर और मादा जननांग (भाग) होते हैं। क्या आप इन भागों के नाम बता सकते हैं?
उत्तर:
हाँ, पौधों में नर जननांग पुंकेसर तथा मादा जननांग स्त्रीकेसर होते हैं।

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 101

नर जनन अंग

प्रश्न 1.
क्या शुक्राणु एकल कोशिका जैसे प्रतीत होते हैं?
उत्तर:
हाँ, ये एकल कोशिका होते हैं।

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प्रश्न 2.
शुक्राणु में पूँछ किस काम आती है?
उत्तर:
शुक्राणु में पूँछ डिम्बवाहिनी में तैरने में सहायता करती है और निषेचन के लिए अण्डाणु तक पहुंचते हैं।

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 102

निषेचन

प्रश्न 1.
क्या आपको जानकारी थी कि एक युग्मनज नए व्यष्टि का प्रारम्भ है?
उत्तर:
हाँ, एक युग्मनज नए व्यष्टि का प्रारम्भ है।

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 103

क्रियाकलाप 9.1

प्रश्न 1.
अण्डों के रंग तथा साइज को नोट कीजिए।
उत्तर:
अण्डों का रंग हल्का सफेद होता है तथा साइज 1 सेमी कम से लेकर कुछ सेमी तक होता है।

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प्रश्न 2.
मछली और मेंढक एक साथ सैकड़ों अण्डे क्यों देते हैं जबकि मुर्गी एक समय में केवल एक अण्डा ही देती है।
उत्तर:
मछली और मेंढक सैकड़ों अण्डे देते हैं तथा लाखों शुक्राणु निर्मोचित करते हैं। इनमें से सारे अण्डों का निषेचन नहीं होता और वे नया जीव नहीं बन पाते। इसका कारण यह है कि अण्डे एवं शुक्राणु निरन्तर जल की गति, वायु एवं वर्षा से प्रभावित होते रहते हैं तथा जल में ऐसे भी जन्तु रहते हैं जो इन अण्डों का भोजन करते हैं।

अतः इनका सैकड़ों अण्डे देना आवश्यक है जिससे कि उनमें से कुछ में निषेचन की क्रिया हो सके। इसके अतिरिक्त ये अण्डे कवच से ढके नहीं होते तथा अपेक्षाकृत कोमल होते हैं। अतः इनकी सुरक्षा नहीं हो पाती जबकि मुर्गी के अण्डे कवच से ढके रहते हैं। जेली की एक परत अण्डों को एक साथ रखती है तथा इनकी सुरक्षा भी करती है।

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 104

प्रश्न 1.
एक एकल कोशिका किस प्रकार एक बड़ा जीव बन सकता है?
उत्तर:
निषेचन की प्रक्रिया में शुक्राणु और अण्डाणु संलयित होकर युग्मनज का निर्माण करते हैं। युग्मनज विकसित होकर भ्रूण में परिवर्तित होता है। गर्भाशय में भ्रूण का विकास होता है और धीरे-धीरे शारीरिक अंग, जैसे-हाथ, पैर, आँख, कान, नाक इत्यादि विकसित हो जाते हैं। यह अवस्था गर्भ कहलाती है। जब गर्भ का विकास पूर्ण हो जाता है तो शिशु के रूप में बड़ा जीव बन जाता है।

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 105

प्रश्न 1.
क्या मनुष्य और गाय की तरह मुर्गी भी बच्चों को जन्म देती है?
उत्तर:
नहीं, मनुष्य और गाय की तरह मुर्गी बच्चों को जन्म नहीं देती है।

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प्रश्न 2.
चूजे कैसे जन्म लेते हैं?
उत्तर:
निषेचन के बाद युग्मनज लगातार विभाजित होकर अण्डवाहिनी में नीचे की ओर बढ़ता रहता है और इस पर सुरक्षित परत चढ़ती जाती है और अन्त में एक कठोर सुरक्षित कवच अण्डे पर दिखाई देता है। कठोर कवच के पूर्ण रूप से बन जाने के बाद मुर्गी अण्डे का निर्मोचन करती है। लगभग 3 सप्ताह बाद अण्डे का चूजा बन जाता है। चूजे के पूर्ण रूप से विकसित होने के बाद कवच के प्रस्फुटन के बाद चूजा बाहर आता है।

प्रश्न 3.
आपने मुर्गी को ऊष्मायन के लिए अण्डों पर बैठे देखा होगा। क्या आप जानते हैं कि अण्डे के अन्दर चूजे का विकास उस अवधि में ही होता है?
उत्तर:
हाँ, हम जानते हैं कि अण्डे के अन्दर चूजे का विकास इस अवधि में ही होता है।

क्रियाकलाप 9.2

प्रश्न 1.
क्या आप इन सभी प्राणियों के अण्डे एकत्र कर पाए हैं? जिन अण्डों को आपने एकत्र किया है, उनके चित्र बनाइए।
उत्तर:
हाँ, हमने निम्नांकित अण्डे एकत्र किए हैं –
MP Board Class 8th Science Solutions Chapter 9 जंतुओं में जनन 1

प्रश्न 2.
क्या आप जरायुज एवं अण्डप्रजक जन्तुओं के कुछ अन्य उदाहरण दे सकते हैं?
उत्तर:
जरायुज जन्तु: गाय, घोड़ा, हाथी, गधा, बन्दर आदि।
अण्डप्रजक जन्तु: कबूतर, कौवा, मोर, डक, हंस आदि।

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 106

शिशु से वयस्क

प्रश्न 1.
क्या टैडपोल वयस्क मेंढक से भिन्न दिखाई नहीं देते?
उत्तर:
हाँ, टैडपोल वयस्क मेंढक से बिल्कुल भिन्न दिखाई देते हैं।

प्रश्न 2.
क्या आप सोच सकते हैं कि किसी दिन यह टैडपोल वयस्क मेंढक बन जायेंगे?
उत्तर:
हाँ, लगभग दो सप्ताह बाद ये टैडपोल बड़े होकर वयस्क मेंढक बन जायेंगे।

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प्रश्न 3.
फिर टैडपोल अथवा इल्ली का क्या होता है?
उत्तर:
टैडपोल कुछ परिवर्तनों के साथ रूपान्तरित होकर वयस्क बन जाता है, जो तैर सकता है और छलांग लगा सकता है। इल्ली की स्थिति में एक सुन्दर शलभ कोकून से बाहर आता है जो बाद में ये विकसित होकर रेशम के कीट बन जाते हैं। इनके शरीर का कायान्तरण हो जाता है।

प्रश्न 4.
जैसे-जैसे हम बड़े होते हैं, हम शरीर में किस प्रकार के परिवर्तन देखते हैं?
उत्तर:
जैसे-जैसे हम बड़े होते हैं हमारे शरीर के अंगों का रूपान्तरण होने लगता है। अंगों में कुछ विशेष परिवर्तन होने लगते हैं।

प्रश्न 5.
क्या आप सोचते हैं कि हमारा भी कायान्तरण होता है?
उत्तर:
हाँ, हमारा भी कायान्तरण होता है।

अलैंगिक जनन

प्रश्न 1.
अमीबा में जनन किस प्रकार होता है? क्या आप उनके प्रजनन करने के ढंग के विषय में जानते हैं?
उत्तर:
हाँ, हम उनके प्रजनन के ढंग के विषय में जानते हैं। अमीबा में अलैंगिक जनन होता है। अमीबा में द्विखण्डन विधि से प्रजनन होता है। इसमें पूर्ण विकसित एक कोशिकीय जीव अमीबा की कोशिका में जीवद्रव्य और केन्द्रक का विभाजन हो जाता है। इस प्रक्रिया में पहले केन्द्रक विभाजित होता है, फिर जीवद्रव्य विभाजित होता है, फिर दोनों भाग अलग-अलग होकर दो अमीबा को जन्म देते हैं।

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 107

क्रियाकलाप 9.3

प्रश्न 1.
जनक के शरीर से क्या कुछ उभरी हुई संरचनाएँ दिखाई देती हैं। इन उभरी हुई संरचनाओं की संख्या ज्ञात कीजिए। इनका साइज भी ज्ञात कीजिए। हाइड्रा का चित्र वैसा ही बनाइए जैसा आपको दिखाई देता है।
उत्तर:
हाँ, जनक के शरीर में उभरी हुई संरचनाएँ दिखाई देती हैं। इन्हें मुकुल कहते हैं। उभरी हुई संरचना एक है।
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MP Board Class 8th Science Chapter 9 पाठान्त अभ्यास के प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
सजीवों के लिए जनन क्यों महत्वपूर्ण है?
उत्तर:
सजीवों में जनन की प्रक्रिया उत्तरजीविता के लिए आवश्यक है। इससे एक जैसे जीवों में पीढ़ी-दर-पीढ़ी निरन्तरता बनी रहती है।

प्रश्न 2.
मनुष्य में निषेचन प्रक्रम को समझाइए।
उत्तर:
मनुष्य में जनन के प्रक्रम में सर्वप्रथम शुक्राणु और अण्डाणु का संलयन होता है। इस प्रक्रम में मादा के अण्डाणु और नर के शुक्राणु का संयोजन होता है। निषेचन के परिणामस्वरूप युग्मनज का निर्माण होता है। नई संतति में कुछ लक्षण माता से तथा कुछ लक्षण पिता से वंशानुगत होते हैं। यह निषेचन शरीर के अन्दर होता है। अतः इसे आन्तरिक निषेचन कहते हैं।

प्रश्न 3.
सर्वोचित उत्तर चुनिए –
(क) आन्तरिक निषेचन होता है –

  1. मादा के शरीर में।
  2. मादा के शरीर से बाहर।
  3. नर के शरीर में।
  4. नर के शरीर के बाहर।

(ख) एक टैडपोल जिस प्रक्रम द्वारा वयस्क में विकसित होता है, वह है –

  1. निषेचन।
  2. कायान्तरण।
  3. रोपण।
  4. मुकुलन।

(ग) एक युग्मनज में पाए जाने वाले केन्द्रकों की संख्या होती है –

  1. कोई नहीं।
  2. एक।
  3. दो।
  4. चार।

उत्तर:
(क) मादा के शरीर में।
(ख) कायान्तरण।
(ग) एक।

प्रश्न 4.
निम्न कथन सत्य (T) है अथवा असत्य (F), संकेतिक कीजिए –

  1. अंड प्रजक जन्तु विकसित शिशु को जन्म देते हैं।
  2. प्रत्येक शुक्राणु एक एकल कोशिका है।
  3. मेंढक में बाह्य निषेचन होता है।
  4. वह कोशिका जो मनुष्य में नए जीवन का प्रारम्भ है, युग्मक कहलाती है।
  5. निषेचन के पश्चात् दिया गया अण्डा एक एकल कोशिका है।
  6. अमीबा मुकुलन द्वारा जनन करता है।
  7. अलैंगिक जनन में भी निषेचन आवश्यक है।
  8. द्विखण्डन अलैंगिक जनन की एक विधि है।
  9. निषेचन के परिणामस्वरूप युग्मनज बनता है।
  10. भ्रूण एक एकल कोशिका का बना होता है।

उत्तर:

  1. असत्य।
  2. सत्य।
  3. सत्य।
  4. सत्य।
  5. सत्य।
  6. असत्य।
  7. असत्य।
  8. सत्य।
  9. सत्य।
  10. असत्य।

प्रश्न 5.
युग्मनज और गर्भ में दो भिन्नताएँ दीजिए।
उत्तर:
युग्मनज और गर्भ में भिन्नताएँ:

युग्मनज गर्भ
निषेचन के समय शुक्राणु और अण्डाणु संलयित होकर युग्मनज का निर्माण करते हैं। युग्मनज विकसित होकर भ्रूण में परिवर्धित होता है। भ्रूण की वह अवस्था जिसमें सभी शारीरिक भागों की पहचान हो सके गर्भ कहलाता है।
यह जनन प्रक्रिया के प्रथम चरण के परिणामस्वरूप बनता है। गर्भ का विकास पूरा होने पर माँ नवजात शिशु को जन्म देती है।

प्रश्न 6.
अलैंगिक जनन की परिभाषा लिखिए। जन्तुओं में अलैंगिक जनन की दो विधियों का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
वह जनन जिसमें केवल एक ही जनक नए जीव को जन्म देता है, अलैंगिक जनन कहलाता है। इसमें दो लिंगों की आवश्यकता नहीं होती।
अलैंगिक जनन की दो विधियाँ निम्नलिखित हैं –
(1) मुकलन:
वह जनन जिसमें जनक में एक या अधिक उभार विकसित होकर नए जीव को जन्म देते हैं, मुकुलन कहलाता है। जैसे – हाइड्रा में जनन।

(2) विखण्डन:
वह जनन जिसमें जीव विभाजित होकर दो संतति उत्पन्न करता है, द्विखण्डन कहलाता है। जैसे – अमीबा में जनन।

प्रश्न 7.
मादा के किस जनन अंग में भ्रूण का रोपण होता है?
उत्तर:
मादा के गर्भाशय में भ्रूण का रोपण होता है।

प्रश्न 8.
कायान्तरण किसे कहते हैं? उदाहरण लिखिए।
उत्तर:
लारवा का कुछ उग्र परिवर्तनों द्वारा वयस्क जन्तु में बदलने की प्रक्रिया कायान्तरण कहलाती है।

उदाहरण:
टैडपोल रूपान्तरित होकर वयस्क में बदल जाता है, जो तैर सकता है तथा छलांग लगा सकता है।

प्रश्न 9.
आन्तरिक निषेचन एवं बाह्य निषेचन में भेद कीजिए।
उत्तर”
आन्तरिक निषेचन तथा बाह्य निषेचन में भेद:

आन्तरिक निषेचन बाह्य निषेचन
वह निषेचन जो मादा के शरीर के अन्दर होता है आन्तरिक निषेचन कहलाता है। जैसे – मानव, मुर्गी, गाय, कुत्ता आदि में निषेचन। वह निषेचन जो शरीर के बाहर होता है, बाह्य निषेचन कहलाता है। जैसे – जलीय प्राणियों में निषेचन।

प्रश्न 10.
नीचे दिए गए संकेतों की सहायता से क्रॉस शब्द पहली को पूरा कीजिए।
बाईं से दाईं ओर:
1. यहाँ अण्डाणु उत्पादित होते हैं।
3. वृषण में उत्पादित होते हैं।
4. हाइड्रा का अलैंगिक जनन है।

ऊपर से नीचे की ओर:
1. यह मादा युग्मक है।
2. नर और मादा युग्मक का मिलना।
4. एक अण्ड प्रजक जन्तु।
उत्तर:
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MP Board Class 8th Science Solutions Chapter 8 कोशिका – संरचना एवं प्रकार्य

MP Board Class 8th Science Solutions Chapter 8 कोशिका – संरचना एवं प्रकार्य

MP Board Class 8th Science Chapter 8 पाठ के अन्तर्गत के प्रश्नोत्तर

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 90

प्रश्न 1.
सभी सजीव कुछ मूलभूत कार्य सम्पादित करते हैं। क्या आप इन कार्यों की सूची बना सकते हैं?
उत्तर:
सजीवों के मूलभूत कार्य हैं-वृद्धि और विकास, गति, पाचन, श्वसन, उत्सर्जन एवं प्रजनन आदि।

कोशिका

प्रश्न 1.
मुर्गी का अण्डा आसानी से दिखाई दे जाता है। क्या यह एकल कोशिका है अथवा कोशिकाओं का एक समूह?
उत्तर:
हाँ, यह एक एकल कोशिका है। यह आकार में बड़ा है, अतः इसे नग्न आँखों से देखा जा सकता है।

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 91

सजीवों में कोशिका की संख्या, आकृति

प्रश्न 1.
वैज्ञानिक किस प्रकार सजीव कोशिकाओं का प्रेक्षण एवं अध्ययन करते हैं?
उत्तर:
वैज्ञानिक सजीव कोशिकाओं का प्रेक्षण व अध्ययन सूक्ष्मदर्शी की सहायता से करते हैं तथा कोशिका की संरचना का अध्ययन अभिरंजक का उपयोग करके करते हैं।

कोशिकाओं की संख्या

प्रश्न 1.
क्या आप किसी लम्बे वृक्ष अथवा हाथी जैसे विशाल जन्तु के शरीर में पाई जाने वाली कोशिकाओं की संख्या का अनुमान लगा सकते हो?
उत्तर:
हाँ, इनकी संख्या अरबों-खरबों में हो सकती है।

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 92

कोशिका की आकृति

प्रश्न 1.
अमीबा की आकृति को आप किस प्रकार परिभाषित करेंगे?
उत्तर:
अमीबा की आकृति सुनिश्चित नहीं होती, यह अनियमित होती है। अमीबा अपनी आकृति बदलता रहता है।

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प्रश्न 2.
अपनी आकृति बदलने से अमीबा को क्या लाभ होता है?
उत्तर:
अमीबा की बदलती हुई आकृति उसे गति प्रदान करने एवं भोजन ग्रहण करने में सहायता करती है।

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 93

प्रश्न 1.
क्या आप अनुमान लगा सकते हैं कि कोशिका का कौन-सा भाग आकृति को प्रदान करता है?
उत्तर:
कोशिका के विभिन्न संघटक एक झिल्ली द्वारा परिबद्ध होते हैं। यह झिल्ली पौधों एवं जन्तुओं की कोशिकाओं को आकृति प्रदान करती है।

कोशिका का साइज क्रियाकलाप 8.2

प्रश्न – मुर्गी का एक अण्डा उबालिए। उसका छिलका अलग कीजिए। आप क्या देखते हैं?
उत्तर:
हम देखते हैं कि एक सफेद पदार्थ पीले भाग को घेरे हुए है। सफेद भाग एल्ब्यूमिन है जो उबालने पर ठोस में परिवर्तित हो जाता है। पीला भाग योक है, यह एक एकल कोशिका का भाग है।

प्रश्न 1.
क्या हाथी की कोशिकाएँ चूहे की कोशिकाओं से बड़ी होती हैं?
उत्तर:
नहीं, कोशिका के आकार का सम्बन्ध जन्तु के आकार से नहीं होता। कोशिका के साइज का सम्बन्ध उसके प्रकार्य से होता है।

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 94

कोशिका के भाग क्रियाकलाप 8.3

प्रश्न 1.
सूक्ष्मदर्शी के नीचे स्लाइड का प्रेक्षण कीजिए। इसका आरेख बनाकर नामांकित कीजिए। आप इसकी तुलना पुस्तक में दिये चित्र से कीजिए।
उत्तर:
प्याज की कोशिका की सीमा कोशिका झिल्ली द्वारा परिबद्ध होती है जो एक दृढ़ आवरण द्वारा आबद्ध होती है जिसे कोशिका भित्ति कहते हैं। कोशिका के केन्द्र में घनी एवं गोलाकार संरचना होती है जिसे केन्द्रक कहते हैं। केन्द्रक एवं कोशिका झिल्ली के मध्य जैली के समान कोशिकाद्रव्य पाया जाता है।
MP Board Class 8th Science Solutions Chapter 8 कोशिका - संरचना एवं प्रकार्य 1

प्रश्न 1.
मैं जानना चाहता हूँ कि पौधों को कोशिका भित्ति की आवश्यकता क्यों होती है?
उत्तर:
पौधों को कोशिका भित्ति की आवश्यकता इसलिए होती है क्योंकि यह कोशिका को दृढ़ता एवं आकार प्रदान करती है तथा यह पौधों की ताप में परिवर्तन, तीव्र गति से चलने वाली वायु, वायुमण्डलीय नमी आदि विभिन्न परिवर्तनों से पौधों की सुरक्षा करती है।

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प्रश्न 2.
पहेली ने बूझो से पूछा है कि क्या वह जन्तु कोशिका का भी प्रेक्षण कर सकता है?
उत्तर:
हाँ, वह जन्तु कोशिका भी प्रेक्षण कर सकता है।

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 95 केन्द्रक

प्रश्न 1.
पहेली जानना चाहती है कि क्या पौधों, जन्तु और जीवाणु की कोशिका में केन्द्रक की संरचना एक समान होती है?
उत्तर:
नहीं, पौधों, जन्तु और जीवाणु की कोशिका में केन्द्रक की संरचना एक समान नहीं होती। पौधों और जन्तुओं में केन्द्रक झिल्ली युक्त होते हैं। जीवाणु में केन्द्रक झिल्ली अनुपस्थित होती है।

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 96

पादप और जन्तु कोशिका की तुलना

प्रश्न 1.
पादप और जन्तु कोशिका की समानताओं और अन्तर को सूचीबद्ध करें।
उत्तर:
MP Board Class 8th Science Solutions Chapter 8 कोशिका - संरचना एवं प्रकार्य 2

MP Board Class 8th Science Chapter 8 पाठान्त अभ्यास के प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
निम्न कथन सत्य (T) हैं अथवा असत्य (F) –

  1. एककोशिक जीव में एक ही कोशिका होती है। (T/F)
  2. पेशी कोशिका शाखान्वित होती है। (T/F)
  3. किसी जीव की मूल संरचना अंग हैं। (T/F)
  4. अमीबा की आकृति अनियमित होती है। (T/F)

उत्तर:

  1. सत्य।
  2. असत्य।
  3. असत्य।
  4. सत्य।

प्रश्न 2.
मानव तन्त्रिका कोशिका का रेखाचित्र बनाइए। तन्त्रिका कोशिकाओं द्वारा क्या कार्य किया जाता है?
उत्तर:
मानव तन्त्रिका कोशिका –
MP Board Class 8th Science Solutions Chapter 8 कोशिका - संरचना एवं प्रकार्य 3
कार्य:
तन्त्रिका कोशिका सन्देश प्राप्त कर उनका स्थानान्तरण करती है जिसके द्वारा यह शरीर में नियन्त्रण तथा समन्वय करती है।

प्रश्न 3.
निम्न पर संक्षिप्त नोट लिखिए –

  1. कोशिकाद्रव्य।
  2. कोशिका का केन्द्रक।

उत्तर:
1. कोशिकाद्रव्य: यह एक जैली जैसा पदार्थ होता है जो कोशिका झिल्ली एवं केन्द्रक के बीच पाया जाता है।
2. कोशिका का केन्द्रक:
यह सामान्यतः कोशिका के मध्य में होता है तथा गोलाकार होता है, परन्तु पादप कोशिका में कभी-कभी यह परिधि की ओर होता है। यह कोशिकाद्रव्य से एक झिल्ली द्वारा अलग रहता है। केन्द्रक में छोटी सघन संरचना होती है जिसे केन्द्रिका या न्यूक्लिओलस कहते हैं। इसके अतिरिक्त केन्द्रक में धागे के समान संरचनाएँ होती हैं जो क्रोमोसोम या गुणसूत्र कहलाते हैं। ये जीन के धारक हैं तथा आनुवंशिक गुणों को अगली पीढ़ी में स्थानान्तरित करते हैं।

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प्रश्न 4.
कोशिका के किस भाग में कोशिकांग पाए जाते हैं?
उत्तर:
कोशिकांग कोशिकाद्रव्य में पाए जाते हैं।

प्रश्न 5.
पादप कोशिका एवं जन्तु कोशिका के रेखाचित्र बनाकर उनमें तीन अन्तर लिखिए।
उत्तर:
MP Board Class 8th Science Solutions Chapter 8 कोशिका - संरचना एवं प्रकार्य 4
पादप कोशिका एवं जन्तु कोशिका में अन्तर:

पादप कोशिका जन्तु कोशिका
इसमें कोशिका भित्ति पायी जाती है। इसमें कोशिका भित्ति नहीं पायी जाती है।
केन्द्रक झिल्ली अनुपस्थित होती है। केन्द्रक झिल्ली उपस्थित होती है।
प्लास्टिड पाया जाता है। प्लास्टिड नहीं पाया जाता है।

प्रश्न 6.
यूकैरियोट्स तथा प्रोकैरियोट्स में अन्तर लिखिए।
उत्तर:
यूकैरियोट्स तथा प्रोकैरियोट्स में अन्तर:

यूकैरियोट्स प्रोकैरियोट्स
इन जीवों की कोशिकाओं में झिल्ली युक्त सुसंगठित केन्द्रकं पाया जाता है। इन जीवों की कोशिकाओं में केन्द्रक पदार्थ केन्द्रक झिल्ली के बिना होता है।

प्रश्न 7.
कोशिका में क्रोमोसोम अथवा गुणसूत्र कहाँ पाए जाते हैं? इनका कार्य बताइए।
उत्तर:
कोशिका में क्रोमोसोम अथवा गुणसूत्र केन्द्रक में पाए जाते हैं। ये धागे के समान संरचनाएँ होती हैं। ये जीन के धारक हैं तथा आनुवंशिक गुणों अथवा लक्षणों को जनक से अगली पीढ़ी में स्थानान्तरित करते हैं। ये कोशिका विभाजन के समय ही दिखाई देते हैं।

प्रश्न 8.
“सजीवों में कोशिका मूलभूत संरचनात्मक इकाई है।” समझाइए।
उत्तर:
जिस प्रकार भवन निर्माण के लिए ईंटों का प्रयोग होता है, उसी प्रकार सजीव जगत के जीव भिन्न-भिन्न होते हुए भी कोशिकाओं के बने होते हैं। इसीलिए यह कहा जाता है कि कोशिका सजीवों की मूलभूत इकाई है। कोशिकाओं के आधार पर सजीवों को दो भागों में विभाजित किया जाता है –

  1. एककोशिक।
  2. बहुकोशिक।

बहुकोशिक सजीवों में विभिन्न कोशिकाएँ मिलकर ऊतक तथा विभिन्न ऊतक मिलकर अंगों का निर्माण करते हैं। विभिन्न कार्यों के लिए विभिन्न अंगों का उपयोग होता है। एककोशिक जीवों में सभी कार्य एक कोशिका द्वारा ही किए जाते हैं। अतः यह कहा जा सकता है कि कोशिका सजीवों की मूलभूत संरचनात्मक इकाई है।

प्रश्न 9.
बताइए कि क्लोरोप्लास्ट अथवा हरितलवक केवल पादप कोशिकाओं में ही क्यों पाए जाते हैं?
उत्तर:
हरितलवक केवल पादप कोशिकाओं में इसलिए पाए जाते हैं क्योंकि ये सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति में प्रकाश संश्लेषण की क्रिया की सहायता से अपना भोजन स्वयं बनाते उत्तरहैं जबकि जन्तु अपने भोजन के लिए अन्य जन्तुओं अथवा पौधों पर निर्भर रहते हैं।

प्रश्न 10.
बाईं से दाईं ओर:
4. यह कोशिकाद्रव्य से एक झिल्ली द्वारा अलग होता है।
3. कोशिकाद्रव्य के बीच रिक्त स्थान।
1. सजीवों की मूलभूत संरचनात्मक इकाई।

ऊपर से नीचे की ओर:
2. यह प्रकाश-संलेषण के लिए आवश्यक है।
1. कोशिका झिल्ली और केन्द्रिका झिल्ली के बीच पदार्थ।
MP Board Class 8th Science Solutions Chapter 8 कोशिका - संरचना एवं प्रकार्य 5

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MP Board Class 8th Science Solutions Chapter 7 पौधे एवं जंतुओं का संरक्षण

MP Board Class 8th Science Solutions Chapter 7 पौधे एवं जंतुओं का संरक्षण

MP Board Class 8th Science Chapter 7 पाठ के अन्तर्गत के प्रश्नोत्तर

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 77

प्रश्न 1.
राष्ट्रीय उद्यानों, वन्य जन्तु अभ्यारण्यों एवं जैवमण्डल संरक्षित क्षेत्रों को बनाने का क्या उद्देश्य है?
उत्तर:
राष्ट्रीय उद्यानों, वन्य जन्तु अभ्यारण्यों एवं जैवमण्डल संरक्षित क्षेत्रों को बनाने का उद्देश्य पौधों और जन्तुओं को संरक्षित एवं सुरक्षित क्षेत्र प्रदान करना है।

वनोन्मूलन

क्रियाकलाप 7.1

प्रश्न 1.
अपनी सूची में वनोन्मूलन के अन्य कारणों को लिखिए तथा इन्हें प्राकृतिक एवं मानव निर्मित में वर्गीकृत कीजिए।
उत्तर:
वनोन्मूलन के अन्य कारण निम्नलिखित हैं –

  1. मानव द्वारा वन्य जन्तुओं का शिकार-मानव निर्मित कारण।
  2. औषधियों के लिए पेड़-पौधों को काटना-मानव निर्मित कारण।
  3. बाढ़ आना-प्राकृतिक कारण।
  4. जंगलों में क्षेत्र को साफ करने के लिए आग लगानामानव निर्मित कारण।
  5. घरों एवं कारखानों का निर्माण-मानव निर्मित कारण।

वनोन्मूलन के परिणाम

प्रश्न 1.
वनोन्मूलन से एक ओर जहाँ वर्षा में कमी आती है तो दूसरी ओर बाढ़ आना कैसे सम्भव हो सकता है?
उत्तर:
वनोन्मूलन से वायुमण्डल में उपस्थित कार्बन डाइऑक्साइड का उपयोग कम होने लगता है जिससे वायुमण्डल में कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा बढ़ जाती है। अतः इसकी मात्रा में वृद्धि के परिणामस्वरूप विश्व उष्णन होता है। पृथ्वी के ताप में वृद्धि के कारण जल चक्र का सन्तुलन बिगड़ता है और वर्षा दर में कमी आती है। वनोन्मूलन से मृदा की जलधारण क्षमता कम हो जाती है। इससे वर्षा जल बाढ़ का रूप धारण कर लेता है।

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 78

प्रश्न 1.
वनों से हमें अनेक उत्पाद प्राप्त होते हैं। इन उत्पादों की सूची बनाइए। यदि हम वृक्षों की निरन्तर कटाई करते रहें तो क्या हमें उन उत्पादों की कमी का सामना करना पड़ेगा?
उत्तर:
वनों से प्राप्त उत्पाद:

  1. विभिन्न प्रकार के फल।
  2. अनेक प्रकार के औषधि वाले पेड़-पौधे।
  3. घर निर्माण हेतु लकड़ी।
  4. फर्नीचर बनाने के लिए लकड़ी।
  5. शहद आदि।

यदि हम वृक्षों की निरन्तर कटाई करते रहें तो हमें निश्चित रूप से इन उत्पादों की कमी का सामना करना पड़ेगा।

क्रियाकलाप 7.2

प्रश्न 1.
वनोन्मूलन से वन्य प्राणी जीवन भी प्रभावित होता है। कैसे? इन कारणों की सूची बनाकर अपनी कक्षा में उसकी चर्चा कीजिए।
उत्तर:
पेड़-पौधे और घास जानवरों के शरणागत स्थल होते हैं। यदि वनोन्मूलन निरन्तर जारी रहता है तो वन्य प्राणी जीवन प्रभावित होता है। उनको भोजन की प्राप्ति नहीं होगी और वे मर जाएँगे। इस स्थिति में वे कस्बों, गाँवों और शहरों की ओर आने के लिए मजबूर होंगे और जनजीवन को प्रभावित करेंगे। कानपुर, आगरा, देहली आदि शहरों में हजारों की संख्या में बन्दर वहाँ के रहने वाले मनुष्यों को परेशान करते हैं।

वन एवं वन्य प्राणियों का संरक्षण

प्रश्न 1.
वन एवं वन्य प्राणियों को किस प्रकार बचाया जा सकता है?
उत्तर:
वन्य एवं वन्य प्राणियों को वनों का पुनर्वननिरोपण करके और अनेक राष्ट्रीय उद्यान, अभ्यारण्य और जैवमण्डल आरक्षित करके बचाया जा सकता है।

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 79

जैमण्डल आरक्षण क्रियाकलाप 7.3.

प्रश्न 1.
अपने जिले, प्रदेश एवं देश के राष्ट्रीय उद्यानों, वन्य-जन्तु अभ्यारण्यों एवं जैवमण्डल आरक्षित क्षेत्रों की संख्या ज्ञात कीजिए। निम्न सारणी को भरिए। इन क्षेत्रों को अपने प्रदेश एवं भारत के रेखाचित्र में भी दर्शाइए।
MP Board Class 8th Science Solutions Chapter 7 पौधे एवं जंतुओं का संरक्षण 1
उत्तर:
MP Board Class 8th Science Solutions Chapter 7 पौधे एवं जंतुओं का संरक्षण 1-1

क्रियाकलाप 7.4

प्रश्न 1.
आपके अपने क्षेत्र में जैव विविधता को विक्षोभित करने वाले कारकों की सूची बनाइए। इनमें से कुछ क्रियाकलाप अनजाने में ही जैव विविधता में विक्षोभ उत्पन्न कर सकते हैं। मनुष्य की इन गतिविधियों की सूची बनाइए। इन्हें कैसे रोका जा सकता है? अपनी कक्षा में इसकी चर्चा कीजिए तथा उसकी संक्षिप्त रिपोर्ट अपनी कॉपी में नोट कीजिए।
उत्तर:
जैव विविधता को विक्षोभित करने वाले कारकों में मुख्य रूप से वन हैं। क्षेत्र की जैव विविधता निम्नलिखित क्रियाकलापों से विक्षोभित हो सकती है –

  1. औषधीय आवश्यकताओं के लिए पेड़-पौधों को काटना।
  2. अपने विभिन्न उद्देश्यों को पूरा करने के लिए जानवरों को मारना अथवा उनका शिकार करना।
  3. खेती करने के उद्देश्य से वनों में आग लगाना।
  4. मानव आवास के लिए वनों को समाप्त करना/आग लगाना।
  5. वनों में सड़कों का निर्माण करना।
  6. ये कुछ मानव क्रियाकलाप हैं जो जैव विविधता को विक्षोभित करते हैं।

पेड़-पौधे एवं जीव-जन्तु

क्रियाकलाप 7.5

प्रश्न 1.
अपने स्थानीय क्षेत्र के वनस्पतिजात और प्राणिजात की पहचान कर उनकी सूची बनाइए।
उत्तर:
वनस्पतिजात:
फर्न, आम, जामुन, साल, सागौन, अर्जुन, पीपल, कदम्ब, कीकर, बबूल आदि हमारे क्षेत्र के कुछ वनस्पतिजात हैं।

प्राणिजात:
हिरन, तेंदुआ, भेड़िया, चीतल, नील गाय, बार्किंग हिरण, जंगली कुत्ता इत्यादि हमारे क्षेत्र के कुछ प्राणिजात हैं।

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 81

विशेष क्षेत्री प्रजाति

MP Board Solutions

प्रश्न 1.
मैंने सुना है कि कुछ विशेष क्षेत्री स्पीशीज विलुप्त हो सकती हैं?
उत्तर:
हाँ, कुछ विशेष क्षेत्री स्पीशीज विलुप्त हो सकती हैं। यदि इनकी ठीक प्रकार से देखभाल नहीं की गई, तो वे विलुप्त हो जायेंगी।

क्रियाकलाप 7.6

प्रश्न 1.
जिस क्षेत्र में आप रहते हैं, यहाँ के विशेष क्षेत्री पौधों और जन्तुओं का पता लगाइए।
उत्तर:
विशेष क्षेत्री पौधे: साल, जामुन, जंगली आम, महुआ आदि।

विशेष क्षेत्री जन्तु: भारतीय विशाल गिलहरी, विसन आदि।

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 82

वन्य प्राणी अभ्यारण्य

प्रश्न 1.
चिड़ियाघर और वन्य प्राणी अभ्यारण्य में क्या अन्तर है?
उत्तर:
चिड़ियाघर और वन्य प्राणी अभ्यारण्य दोनों में ही जंगली जानवर किसी भी प्रकार के विक्षोभ से सुरक्षित रहते हैं। परन्तु वन्य प्राणी अभ्यारण्य में जन्तु प्राकृतिक आवास में रहते हैं और उन्हें प्राकृतिक रूप में उपलब्ध भोजन दिया जाता है। चिड़ियाघर में जन्तुओं को कृत्रिम आवास में रखा जाता है और उनको भोजन भी उनकी आवश्यकतानुसार ही दिया जाता है।

चिड़ियाघरों में बीमार जानवरों की देखभाल पशु-डाक्टरों द्वारा की जाती है लेकिन यह वनों में सम्भव नहीं है। कृत्रिम सुविधाएँ होने के बावजूद भी चिड़ियाघर में जन्तु स्वतन्त्र एवं अधिक आराम से नहीं रहते जबकि प्राकृतिक आवास में स्वतन्त्र एवं आराम से रहते हैं।

क्रियाकलाप 7.7

MP Board Solutions

प्रश्न 1.
क्या वे जन्तुओं के जीवन के लिए उपयुक्त हैं? क्या जन्तु प्राकृतिक आवास की अपेक्षा कृत्रिम आवास में रह सकते हैं? आपके विचार में जन्तु चिड़ियाघर में अधिक आराम से हैं अथवा प्राकृतिक आवास में?
उत्तर:
चिड़ियाघरों में लम्बी-लम्बी झाड़ियों लगाई जाती हैं। कृत्रिम तालाब व झीलें आदि भी बनाई जाती हैं। मौसम के अनुकूल जन्तुओं के लिए गर्मियों में कूलर तथा सर्दियों में हीटर की भी व्यवस्था की जाती है। अधिक मात्रा में फलों के वृक्ष भी लगाए जाते हैं। ये सुविधाएँ उचित हैं परन्तु वे जन्तुओं के जीवन के लिए काफी नहीं हैं।

हमारे विचार से जन्तु प्राकृतिक आवास की अपेक्षा कृत्रिम आवास में नहीं रह सकते। ये उपयुक्त नहीं है क्योंकि जंगली जन्तु जंगल में ही प्रसन्नतापूर्वक रहना पसन्द करते हैं। वे कृत्रिम व्यवस्था में नहीं रह सकते। वे चिड़ियाघर में रहने के बजाय प्राकृतिक आवास में ही आराम से रहते हैं।

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 83

राष्ट्रीय उद्यान

प्रश्न 1.
क्या इस वन में बाघ अभी भी पाए जाते हैं? मुझे उम्मीद है कि मैं बाघ देख सकता हूँ।
उत्तर:
हाँ, इस वन में बाघ अभी भी पाए जाते हैं। लेकिन इनकी संख्या दिन-प्रतिदिन कम होती जा रही है क्योंकि इनकी खाल और दाँतों के लिए शिकारी उनको मार देते हैं।

MP Board Solutions

प्रश्न 2.
क्या केवल बड़े जन्तुओं का ही विलुप्त होने का खतरा है?
उत्तर:
नहीं, केवल बड़े जन्तुओं के ही विलुप्त होने का खतरा नहीं है। छोटे जन्तुओं के भी विलुप्त होने की सम्भावना है।

प्रश्न 3.
मुझे आश्चर्य होगा यदि संकटापन्न स्पीशीज का कोई रिकॉर्ड भी हो।
उत्तर:
इसमें आश्चर्य की बात नहीं है। रेड डाटा पुस्तिका में संकटापन्न स्पीशीज का रिकॉर्ड रखा जाता है।

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 84

प्रवास

प्रश्न 1.
क्या होगा जब हमारे पासलकड़ी ही नहीं बचेगी? क्या लकड़ी का कोई विकल्प उपलब्ध है?
उत्तर:
जब हमारे पास लकड़ी नहीं बचेगी तो हमें कागज, फल, हर्बल दवाएँ आदि उपलब्ध नहीं कर सकेंगे। लकड़ी से कागज बनाया जाता है। हाँ, लकड़ी को सुरक्षित रखने का विकल्प है, हम कागज की बचत तथा उसका पुन: चक्रण करें।

कागज का पुनः चक्रण:

MP Board Solutions

प्रश्न 1.
क्या वनोन्मूलन का कोई स्थायी हल है?
उत्तर:
हाँ, वनोन्मूलन का स्थायी हल है। वह हल है पुनर्वननिरोपण। पुनर्वननिरोपण में हम काटे गए वृक्षों की कमी को पूरा करने के लिए नये वृक्षों का रोपण कर सकते हैं।

MP Board Class 8th Science Chapter 7 पाठान्त अभ्यास के प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
रिक्त स्थानों की उचित शब्दों द्वारा पूर्ति कीजिए –

  1. वह क्षेत्र जिसमें जन्तु अपने प्राकृतिक आवास में संरक्षित होते हैं ………… कहलाता है।
  2. किसी क्षेत्र विशेष में पाई जाने वाली स्पीशीज ……….. कहलाती है।
  3. प्रवासी पक्षी सुदूर क्षेत्रों से …………. परिवर्तन के कारण पलायन करते हैं।

उत्तर:

  1. अभ्यारण्य।
  2. विशेष क्षेत्री स्पीशीज।
  3. जलवायु।

प्रश्न 2.
निम्नलिखित में अन्तर स्पष्ट कीजिए –

  1. वन्य प्राणी उद्यान एवं जैवमण्डलीय आरक्षित क्षेत्र।
  2. चिड़ियाघर एवं अभ्यारण्य।
  3. संकटापन्न एवं विलुप्त स्पीशीज।
  4. वनस्पतिजात और प्राणिजात।

उत्तर:
1. वन्य प्राणी उद्यान एवं जैवमण्डलीय आरक्षित क्षेत्र में अन्तर:

वन्य प्राणी उद्यान

जैवमण्डलीय आरक्षित क्षेत्र

यह वन्य जन्तुओं के लिए आरक्षित क्षेत्र है, जहाँ वे स्वतन्त्र रूप से आवास एवं प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग कर सकते हैं।

ये वन्य जीवन, पौधों और जन्तु संसाधनों और उस क्षेत्र के आदिवासियों के पारस्परिक ढंग से जीवनयापन हेतु विशाल संरक्षित क्षेत्र हैं।

2. चिड़ियाघर और अभ्यारण्य में अन्तर:

चिड़ियाघर अभ्यारण्य
यह वह स्थान है जहाँ जन्तुओं का संरक्षण किया जाता है। यहाँ भी वन्य जन्तुओं का संरक्षण किया जाता है।
यहाँ वे कृत्रिम आवास में रहते हैं। यहाँ वे प्राकृतिक आवास में रहते हैं।
यहाँ जन्तुओं को तैयार किया हुआ भोजन दिया जाता है। यहाँ वे भोजन वनों से ही प्राप्त करते हैं।

3. संकटापन्न और विलुप्त स्पीशीज में अन्तर:

संकटापन्न स्पीशीज

विलुप्त स्पीशीज

ये ऐसी स्पीशीज है जिनकी संख्या एक निर्धारित स्तर से कम होती जा रही है।

ये ऐसी स्पीशीज हैं जो देखने को नहीं मिलती हैं।
ये विलुप्त हो सकती हैं। जैसे – बाघ।

ये विलुप्त हो चुकी हैं। जैसे – डायनासोर।

4. वनस्पतिजात और प्राणिजात में अन्तर:

वनस्पतिजात

प्राणिजात

किसी विशेष क्षेत्र में पाए जाने वाले पेड़-पौधे उस क्षेत्र के वनस्पतिजात कहलाते हैं। जैसे – साल, सागौन आदि पचमढ़ी जैव – मण्डल आरक्षित क्षेत्र के वनस्पतिजात हैं।

किसी विशेष क्षेत्र में पाए जाने वाले जीव – जन्तु उस क्षेत्र के प्राणिजात कहलाते हैं। जैसे – हिरण, चीतल आदि पचमढ़ी जैव – मण्डल आरक्षित क्षेत्र के प्राणिजात हैं।

MP Board Solutions

प्रश्न 3.
वनोन्मूलन का निम्न पर क्या प्रभाव पड़ता है, चर्चा कीजिए –

  1. वन्य प्राणी।
  2. पर्यावरण।
  3. गाँव (ग्रामीण क्षेत्र)।
  4. शहर (शहरी क्षेत्र)।
  5. पृथ्वी।
  6. अगली पीढ़ी।

उत्तर:
1. वन्य प्राणी:
वनोन्मूलन की वजह से वन्य प्राणियों के आश्रय स्थल समाप्त हो रहे हैं और खाद्य श्रृंखला भी प्रभावित हो रही है। वन्य प्राणियों को दूसरे स्थानों पर आश्रय लेना पड़ता है। इससे बहुत सी स्पीशीज संकटापन्न अथवा विलुप्त होने के कगार पर आ गई हैं।

2. पर्यावरण:
वनोन्मूलन से सबसे अधिक प्रभाव पर्यावरण पर पड़ता है। इससे पृथ्वी का ताप और प्रदूषण में वृद्धि होती है। वायुमण्डल में कार्बन डाइऑक्साइड में वृद्धि होती है तथा भौम जलस्तर भी नीचे गिर जाता है। इससे वर्षा और भूमि की उर्वरा शक्ति कम हो जाती है, इसके अतिरिक्त बाढ़ और सूखा की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। इसकी वजह से प्राकृतिक सन्तुलन बिगड़ जाता है।

3. गाँव (ग्रामीण क्षेत्र):
वनोन्मूलन के कारण बाढ़, सूखा तथा मरुस्थलीकरण जैसी प्राकृतिक आपदाओं की सम्भावना बढ़ जाती है तथा मिट्टी को उर्वरता भी कम हो जाती है। उसका प्रत्यक्ष रूप से प्रभाव किसानों पर पड़ता है। उनके ग्रामीण जीवन पर बुरा प्रभाव पड़ता है।

4. शहर (शहरी क्षेत्र):
वनोन्मूलन से शहरी क्षेत्र का प्रदूषण बढ़ता जा रहा है। शुद्ध हवा विलुप्त होती जा रही है। जिससे श्वसन रोग उत्पन्न हो रहे हैं। वनों के विलुप्त होने से कभी-कभी जंगली जानवर भी शहर में प्रवेश कर भयानक स्थिति उत्पन्न कर देते हैं।

5. पृथ्वी:
वनोन्मूलन से विश्व ऊष्णन हो रहा है जिससे बर्फीले पहाड़ों की बर्फ पिघलकर पृथ्वी को जल मग्न कर रही है जिससे कहीं-कहीं प्राकृतिक आपदाओं सूखा, बाढ़ आदि की सम्भावनाएँ बढ़ जाती हैं। पृथ्वी का प्राकृतिक सन्तुलन भी बिगड़ रहा है।

6. अगली पीढ़ी:
वनोन्मूलन की वजह से पृथ्वी पर प्रदूषण की समस्या, बहुत सारी स्पीशीज का विलुप्त होना, पृथ्वी का ताप बढ़ना आदि समस्याएँ उत्पन्न होने से अगली पीढ़ी का भविष्य अन्धकारमय होगा। पृथ्वी पर उनका जीवन अधिक लम्बे समय तक सम्भव न हो सकेगा।

MP Board Solutions

प्रश्न 4.
क्या होगा यदि –

  1. हम वृक्षों की कटाई करते रहें?
  2. किसी जन्तु का आवास बाधित हो?
  3. मिट्टी की ऊपरी परत अनावरित हो जाए?

उत्तर:

  1. हम वृक्षों की कटाई करते रहें तो धीरेधीरे वन्य प्राणी विलुप्त हो जायेंगे, वन्य पेड़-पौधे भी गायब हो जायेंगे। प्रदूषण का भी खतरा और अधिक हो जाएगा। प्राकृतिक आपदाओं में वृद्धि हो जायेगी तथा मनुष्य का जीवन अस्त-व्यस्त हो जाएगा।
  2. किसी जन्तु के आवास के बाधित होने से उसका संरक्षण तो सम्भव है परन्तु उसकी प्राकृतिक आदतों में परिवर्तन हो सकता है।
  3. मिट्टी की ऊपरी परत अनावरित होने से उसकी निचली परत दिखाई देने लगेगी और ह्यूमस भी मिट्टी से समाप्त हो जाएगी। इसका सीधा असर मिट्टी की उर्वरा शक्ति पर पड़ेगा। धीरे-धीरे उर्वर भूमि मरुस्थल में परिवर्तित हो जाएगी।

प्रश्न 5.
संक्षेप में उत्तर दीजिए –

  1. हमें जैव विविधता का संरक्षण क्यों करना चाहिए।
  2. संरक्षित वन भी वन्य जन्तुओं के लिए पूर्णरूप से सुरक्षित नहीं है, क्यों?
  3. कुछ आदिवासी वन (जंगल) पर निर्भर करते हैं। कैसे?
  4. वनोन्मूलन के कारक और उनके प्रभाव क्या हैं?
  5. रेड डाटा बुक क्या है?
  6. प्रवास से आप क्या समझते हैं?

उत्तर:

  1. जैव विविधता का संरक्षण हमें इसलिए करना चाहिए क्योंकि इससे पृथ्वी पर हमारा जीवन है। इससे पर्यावरण प्रभावित होगा। इसका कुप्रभाव हमारे जीवन पर पड़ेगा।
  2. संरक्षित वन वन्य जन्तुओं के लिए पूर्णरूप से इसलिए सुरक्षित नहीं हैं क्योंकि इनके आस-पास के क्षेत्रों में रहने वाले लोग उनका अतिक्रमण करके इन्हें नष्ट कर रहे हैं।
  3. कुछ आदिवासी वन (जंगल) पर निर्भर करते हैं। वे आज भी अपने भोजन के लिए जानवरों का शिकार करते हैं तथा पेड़ की छाल, जन्तुओं की खाल से बने हुए वस्त्र पहनते हैं।
  4. वनोन्मूलन के मुख्य कारक औद्योगीकरण, शहरीकरण, खेती के लिए भूमि, भीषण सूखा, वनों में अग्निकाण्ड आदि हैं।  वनोन्मूलन के कारण प्राकृतिक आपदाओं की सम्भावनाएँ बढ़ रही हैं। इसके अतिरिक्त प्रदूषण, विश्व ऊष्णन, भूमि की उर्वरता में कमी आदि से मनुष्य का जीवन संकटमय हो रहा है।
  5. रेड डाटा बुक एक ऐसी पुस्तक है जिसमें संकटापन्न स्पीशीज का रिकॉर्ड रहता है। पौधों, जन्तुओं और अन्य स्पीशीज के लिए अलग-अलग रेड डाटा पुस्तकें हैं।
  6. पक्षियों का एक क्षेत्र से सुदूर क्षेत्र में जाना उनका प्रवास कहलाता है। जलवायु में परिवर्तन होने के कारण प्रवासी पक्षी प्रत्येक वर्ष सुदूर क्षेत्रों में उड़कर जाते हैं। वे वहाँ अण्डे देने के लिए जाते हैं क्योंकि मूल आवास में बहुत अधिक शीत के कारण वह स्थान उनके जीवनयापन के लिए अनुकूल नहीं होता।

प्रश्न 6.
फैक्ट्रियों एवं आवास की माँग की आपूर्ति हेतु वनों की अनवरत कटाई हो रही है। क्या इन परियोजनाओं के लिए वृक्षों की कटाई न्यायसंगत है? उस पर चर्चा कीजिए तथा एक संक्षिप्त रिपोर्ट तैयार कीजिए।
उत्तर:
वर्तमान में जिस तेजी से जनसंख्या में वृद्धि हो रही है उसकी माँग की पर्ति के लिए फैक्ट्रियाँ और आवास भी उतना ही आवश्यक है। फैक्ट्रियों में उत्पादन अच्छी कोटि का, सस्ता एवं शीघ्र होता है तथा हजारों लोगों को रोजगार भी मिलता है। आवास मनुष्य की एक बुनियादी आवश्यकता है। इन आवश्यकताओं को पूरा.करने के लिए मनुष्य वनों को साफ करके भूमि तैयार करता है क्योंकि उनको वनों के अतिरिक्त कहीं खाली जगह उपलब्ध नहीं हो पाती।

दूसरी ओर वनों के साफ होने से वन्य प्राणियों का आश्रय स्थल समाप्त हो जाता है तथा आदिवासी जातियाँ भी विलुप्त होती जा रही हैं। इसके साथ ही जीवनयापन हेतु भूमि कम होती जा रही है। इन परियोजनाओं के लिए अन्य विकल्प ढूँढ़ना आवश्यक है। वनों की कटाई इनका विकल्प नहीं है।

प्रश्न 7.
अपने स्थानीय क्षेत्र में हरियाली बनाए रखने में आप किस प्रकार योगदान दे सकते हैं? अपने द्वारा की जाने वाली क्रियाओं की सूची बनाइए।
उत्तर:
अपने स्थानीय क्षेत्र में हरियाली बनाए रखने के लिए निम्न योगदान दे सकते हैं –

  1. आस-पास के क्षेत्रों में पेड़-पौधे लगाकर।
  2. जागरूकता अभियान चलाकर।
  3. वन महोत्सव का आयोजन करके।
  4. जन्म-दिवस, शादी आदि उत्सवों पर पौधे उपहार देकर।
  5. मनुष्यों को नर्सरी मुफ्त मिलने वाले पौधों के बारे में जानकारी देकर।
  6. आम जनता को वनों के महत्व के बारे में जानकारी देकर।
  7. इस कार्य के लिए हमें अपने मित्रों और पड़ोसियों का सहयोग भी लेना चाहिए।

प्रश्न 8.
वनोन्मूलन से वर्षा दर किस प्रकार कम हुई है? समझाइए।
उत्तर:
वनोन्मूलन से वृक्षों में कमी हुई है। इससे वृक्षों द्वारा कार्बन डाइऑक्साइड के उपयोग में भी कमी आयी है। इससे वायुमण्डल में इसकी मात्रा बढ़ गई क्योंकि कार्बन डाइऑक्साइड पृथ्वी द्वारा उत्सर्जित ऊष्मीय विकिरणों का प्रग्रहण कर लेती है। अतः इसकी मात्रा में वृद्धि के परिणामस्वरूप विश्व ऊष्णन होता है। पृथ्वी के ताप में वृद्धि के कारण जल चक्र का सन्तुलन बिगड़ गया है जिससे वर्षा दर में कमी हुई है।

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प्रश्न 9.
अपने राज्य के राष्ट्रीय उद्यानों के विषय में सूचना एकत्र कीजिए। भारत के रेखा मानचित्र में उनकी स्थिति दर्शाइए।
उत्तर:
मध्य प्रदेश के राष्ट्रीय उद्यान:

  1. बान्धवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान बान्धवगढ़, उमरिया शहडोल
  2. कान्हा राष्ट्रीय उद्यान, मंडला
  3. माधव राष्ट्रीय उद्यान, शिवपुरी
  4. पन्ना राष्ट्रीय उद्यान, छतरपुर
  5. बालाघाट राष्ट्रीय उद्यान, बालाघाट
  6. मंडला राष्ट्रीय उद्यान, मंडला
  7. संजय राष्ट्रीय उद्यान, बेलगाँव
  8. सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान, होशंगाबाद
  9. फॉसिल जीवाश्म राष्ट्रीय उद्यान, मंडला, डिंडोरी
  10. वन बिहार, भोपाल
  11. ओंकारेश्वर, खण्डवा
  12. डायनासोर जीवाश्म राष्ट्रीय उद्यान, धार।

MP Board Class 8th Science Solutions Chapter 7 पौधे एवं जंतुओं का संरक्षण 2
MP Board Class 8th Science Solutions Chapter 7 पौधे एवं जंतुओं का संरक्षण 3

प्रश्न 10.
हमें कागज की बचत क्यों करनी चाहिए? उन कार्यों की सूची बनाइए जिनके द्वारा आप कागज की बचत कर सकते हैं।
उत्तर:
हमें कागज की बचत वनों को बचाने के लिए करना चाहिए। हमें 1 टन कागज बनाने के लिए 17 पूर्णरूपेण विकसित वृक्षों की आवश्यकता होती है। कागज की बचत से वनों के साथ-साथ कागज के उत्पादन में प्रयुक्त जल, ऊर्जा व हानिकारक रसायनों की भी बचत होती है।
हम निम्न कार्यों के द्वारा कागज की बचत कर सकते हैं –

  1. कागज का पुनःचक्रण करके (लगभग 5 से 7 बार तक)।
  2. कागज का पुन:उपयोग करके।
  3. कागज का मितव्ययिता से उपयोग करके।
  4. कागज की बचत के लिए जन-जागरूकता अभियान चलाकर।
  5. कम्प्यूटर का उपयोग करके।

प्रश्न 11.
दी गई शब्द पहेली को पूरा कीजिए –
ऊपर से नीचे की ओर:
1. विलुप्त स्पीशीज की सूचना वाली पुस्तक।
2. पौधों, जन्तुओं एवं सूक्ष्मजीवों की किस्में एवं विभिन्नताएँ।

बाई से दाईं ओर:
2. पृथ्वी का वह भाग जिसमें सजीव पाए जाते हैं।
3. विलुप्त हुई स्पीशीज।
4. एक विशिष्ट आवास में पाई जाने वाली स्पीशीज।
MP Board Class 8th Science Solutions Chapter 7 पौधे एवं जंतुओं का संरक्षण 4

MP Board Class 8th Science Solutions

MP Board Class 8th Science Solutions Chapter 6 दहन और ज्वाला

MP Board Class 8th Science Solutions Chapter 6 दहन और ज्वाला

MP Board Class 8th Science Chapter 6 पाठ के अन्तर्गत के प्रश्नोत्तर

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 64

प्रश्न 1.
क्या आप अपने घरों में प्रयुक्त होने वाले कुछ ईंधनों के नाम बता सकते हैं?
उत्तर:
हाँ, हमारे घरों में प्रयुक्त होने वाले कुछ ईंधन गोबर के कण्डे, लकड़ी, कोयला, काष्ठ कोयला, मिट्टी का तेल, एलपीजी (LPG) आदि हैं।

प्रश्न 2.
व्यापार और उद्योगों में उपयोग होने वाले कुछ ईंधनों के नाम बताइए।
उत्तर:
व्यापार और उद्योगों में उपयोग होने वाले कुछ ईंधन: एलपीजी (LPG), कोयला, पेट्रोल, डीजल, नाभिकीय ईंधन आदि हैं।

MP Board Solutions

प्रश्न 3.
मोटर गाड़ियाँ चलाने में कौन-से ईंधन काम में आते हैं?
उत्तर:
मोटर गाड़ियाँ चलाने में पेट्रोल, डीजल, संपीडित प्राकृतिक गैस (CNG) और एलपीजी (LPG) काम में आते हैं।

प्रश्न 4.
मोमबत्ती के जलने और कोयले जैसे ईंधन के जलने में क्या अन्तर है?
उत्तर:
मोमबत्ती ज्वाला के साथ जलती है जबकि कोयला नहीं।

दहन क्या है?

प्रश्न 1.
काष्ठ कोयले के टुकड़े को संडासी से पकड़िये और एक मोमबत्ती अथवा बुसेन बर्नर की ज्वाला के निकट लाइए। आप क्या देखते हैं?
उत्तर:
हम देखते हैं कि काष्ठ कोयला वायु में जलता है और जलकर कार्बन डाइऑक्साइड, ऊष्मा और प्रकाश देता है।

MP Board Solutions

प्रश्न 2.
हमें बताया गया था कि भोजन हमारे शरीर के लिए ईंधन है।
उत्तर:
हाँ, यह ठीक है। हमारे शरीर में भोजन ऑक्सीजन से अभिक्रिया कर अपघटित होता है और ऊष्मा उत्पन्न होती है।

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 65

क्रियाकलाप 6.1

प्रश्न 1.
यदि पदार्थ जलता है तो इसे दाहा दिखाइए; अन्यथा उसे अदाह्य दिखाइए।
उत्तर:
MP Board Class 8th Science Solutions Chapter 6 दहन और ज्वाला 1

प्रश्न 2.
क्या आप कुछ और पदार्थों के नाम बता सकते हैं जो दाह्य हैं?
उत्तर:
हाँ, कपड़े, रबड़, प्लास्टिक, कोयला आदि दाह्य पदार्थ हैं।

क्रियाकलाप 6.2

प्रश्न 1.
देखिए ज्वाला को क्या होता है?
उत्तर:
जब वायु चिमनी में नीचे से प्रवेश करती है तो मोमबत्ती निर्बाध रूप से जलती है।

प्रश्न 2.
पुनः ज्वाला को देखिए।
उत्तर:
जब चिमनी में नीचे से वायु प्रवेश नहीं कर पाती तो ज्वाला में कम्पन होता है और धुआँ उत्पन्न होता है।

प्रश्न 3.
ज्वाला को पुनः देखिए। तीनों स्थितियों में क्या होता है? क्या ज्वाला कम्पन करती हुई बुझ जाती है? क्या यह कम्पन करती है और धुआँ देती है? क्या यह अप्रभावित जलती रहती है? क्या आप दहन प्रक्रम में वायु की भूमिका के बारे में कुछ निष्कर्ष निकाल सकते हैं?
उत्तर:
इस स्थिति में ज्वाला बुझ जाती है क्योंकि उसे वायु उपलब्ध नहीं हो पाती।

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 66

प्रश्न 1.
हमने पढ़ा है कि सूर्य अपनी ऊष्मा और प्रकाश स्वयं उत्पन्न करता है। क्या यह भी एक प्रकार का दहन है?
उत्तर:
सूर्य में ऊष्मा और प्रकाश नाभिकीय अभिक्रियाओं द्वारा उत्पन्न होते हैं। हाँ, यह भी एक प्रकार का दहन है।

क्रियाकलाप 6.3

प्रश्न 1.
देखिए क्या होता है? क्या कुछ समय बाद लकड़ी का कोयला जलना बन्द हो जाता है? क्या आप सोचते हैं कि यह जलना बन्द क्यों हो जाता है?
उत्तर
पहले तो कोयला जलता रहता है लेकिन जैसे ही इसके ऊपर एक काँच का जार अथवा प्लास्टिक का जार इसके ऊपर रखते हैं तो इसका जलना बन्द हो जाता है। कोयले के ऊपर जार रखने से वायु का प्रवाह रुक जाता है जो कि दहन के लिए आवश्यक है।

प्रश्न 2.
आपने सुना होगा कि जब किसी व्यक्ति के वस्त्र आग पकड़ लेते हैं तो आग बुझाने के लिए व्यक्ति को कम्बल से ढक देते हैं। क्या आप बता सकते हैं कि ऐसा क्यों करते हैं?
उत्तर:
ऐसा इसलिए करते हैं कि कम्बल से व्यक्ति को ढ़कने से उसके वस्त्रों को जलने के लिए ऑक्सीजन (वायु) नहीं मिल पाती इससे आग तुरन्त बुझ जाती है।

प्रश्न 3.
क्या एक माचिस की तीली अपने आप जल उठती है? यह किस प्रकार जलाई जाती है?
उत्तर:
नहीं, एक माचिस की तीली अपने आप नहीं जलती, इसे माचिस के बगल से रगड़कर जलाया जाता है।

प्रश्न 4.
आपको कागज के टुकड़े को जलाने का अनुभव अवश्य होगा। जब जलती हुई माचिस की तीली इसके पास लाते हैं तो क्या यह जल उठता है?
उत्तर:
हाँ, जब जलती हुई माचिस की तीली इसके पास लाते हैं तो यह जल उठता है।

MP Board Solutions

प्रश्न 5.
क्या आप लकड़ी के एक टुकड़े को जलती माचिस की तीली उसके पास लाकर जला सकते हैं?
उत्तर:
नहीं, क्योंकि लकड़ी का ज्वलन ताप अधिक है। इसे जलाने के लिए लकड़ी के टुकड़े को अधिक देर तक गरम करना पड़ेगा, जबकि जलती हुई माचिस की तीली बहुत जल्दी बुझ जाती है।

प्रश्न 6.
लकड़ी या कोयले को जलाने के लिए आपको कागज अथवा मिट्टी के तेल का उपयोग क्यों करना पड़ता है?
उत्तर:
क्योंकि लकड़ी अथवा कोयले का ज्वलनांक अधिक है। इन्हें जलने से पहले गर्म होने के लिए अधिक समय की आवश्यकता होती है। यही कारण है कि इन्हें जलाने के लिए कागज अथवा मिट्टी के तेल का उपयोग करना पड़ता है।

प्रश्न 7.
क्या आपने जंगल में लगने वाली आग के बारे में सुना है?
उत्तर:
हाँ, हमने गर्मी के मौसम में जंगल में लगने वाली आग के बारे में सुना है। गर्मी के मौसम में अधिक गर्मी पड़ने पर सूखी घास आग पकड़ लेती है। घास से आग पेड़ों में फैलती है और शीघ्र ही पूरा जंगल आग की चपेट में आ जाता है।

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 67

प्रश्न 1.
क्या ये अनुभव आपको बताते हैं कि विभिन्न पदार्थ विभिन्न ताप पर आग पकड़ते हैं?
उत्तर:
हाँ, ये हमें बताते हैं कि विभिन्न पदार्थ विभिन्न ताप पर आग पकड़ते हैं क्योंकि प्रत्येक पदार्थ का ज्वलन ताप स्थिर होता है।

प्रश्न 2.
क्या अब आप बता सकते हैं कि कमरे के ताप पर माचिस की तीली अपने आप आग क्यों नहीं पकड़ लेती? माचिस की तीली माचिस की डिबिया के बगल में रगड़ने पर ही क्यों जल जाती है?
उत्तर:
कोई भी दाह पदार्थ तब तक आग नहीं पकड़ सकता जब तक कि उसका ताप उसके ज्वलन ताप से कम रहता है। अतः जब माचिस की तीली को माचिस की डिब्बे के बगल में रगड़ते हैं, तो यह अपने ज्वलन ताप पर पहुँच जाती है और जलने लगती है।

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प्रश्न 3.
क्या आपने कभी भोजन पकाने वाले तेल को आग पकड़ते देखा है? जब तलने वाला बर्तन लम्बे समय तक जलते हुए स्टोव पर रखा रहता है?
उत्तर:
हाँ, यद्यपि भोजन पकाने वाला तेल कमरे के ताप पर आग नहीं पकड़ता है। परन्तु जब उसका ताप कमरे के ताप से अधिक हो जाता है तो यह आग पकड़ लेता है। यही कारण है कि जब तलने वाला बर्तन लम्बे समय तक जलते हुए स्टोव पर रखा रहता है तो वह अपने ज्वलन ताप पर पहुँच जाता है और आग पकड़ लेता है।

प्रश्न 4.
क्या मिट्टी के तेल का ज्वलन-ताप लकड़ी के ज्वलन ताप से कम है? क्या इसका अर्थ है कि मिट्टी के तेल के रखने में हमें विशेष सावधानी बरतनी होगी?
उत्तर:
हाँ, मिट्टी के तेल का ज्वलन ताप लकड़ी के ज्वलन ताप से कम है अतः मिट्टी के तेल के रखने में हमें विशेष सावधानी बरतनी होगी।

क्रियाकलाप 6.4

प्रश्न 1.
आप क्या देखते हैं?
उत्तर:
कागज का वह कप जिसमें पानी लिया गया है, नहीं जलता है जबकि दूसरा कप जल जाता है।

प्रश्न 2.
कागज के खाली कप का क्या होता है? जलयुक्त कागज के कप का क्या होता है? क्या इस कप का जल गर्म हो जाता है?
उत्तर:
जब खाली कप को गर्म किया जाता है तो वह कुछ क्षण में ही जलने लगता है लेकिन जलयुक्त कागज का कप नहीं जलता। हाँ, इस कप का जल गर्म हो जाता है।

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 68

प्रश्न 1.
क्या आप इस परिघटना का कोई स्पष्टीकरण सोच सकते हैं?
उत्तर:
हाँ, जब कागज के कप को ऊष्मा दी जाती है तो वह ऊष्मा चालन द्वारा जल में चली जाती है। अतः जल की उपस्थिति में ताप कागज के ज्वलन ताप तक नहीं पहुँच पाता इसलिए वह जलता नहीं है।

हम आग पर नियन्त्रण कैसे पाते हैं?

प्रश्न 1.
क्या आपके शहर/नगर में फायर ब्रिगेड स्टेशन है?
उत्तर:
हाँ, हमारे शहर में फायर ब्रिगेड स्टेशन है।

प्रश्न 2.
जब फायर ब्रिगेड आती है तो वह क्या करती है?
उत्तर:
वह आग के ऊपर जल की बौछार करती है।

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प्रश्न 3.
आग उत्पन्न करने के लिए तीन आवश्यकताएँ होती हैं। क्या आप इन आवश्यकताओं की सूची बना सकते हैं?
उत्तर:
हाँ, ये आवश्यकताएँ हैं – ईंधन, वायु (ऑक्सीजन) और ऊष्मा।

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 69

प्रश्न 1.
क्या आपको याद है कि जल तेल से भारी होता है?
उत्तर:
हाँ, जल तेल से भारी होता है। जल नीचे चला जाता है और तेल ऊपर तैरता रहता है।

प्रश्न 2.
हमें कार्बन डाइऑक्साइड की आपूर्ति कहाँ से मिलती है?
उत्तर:
हमें कार्बन डाइऑक्साइड की आपूर्ति सिलिण्डरों से प्राप्त होती है। सिलिण्डरों में यह उच्च दाब पर द्रव के रूप में भरी रहती है।

प्रश्न 3.
एलपीजी किस रूप में सिलिण्डरों में रखी जाती है?
उत्तर:
सिलिण्डरों में एलपीजी द्रव के रूप में रखी जाती है।

दहन के प्रकार

प्रश्न 1.
गैस स्टोव की घुण्डी (नॉब) घुमाकर गैस चालू कर दीजिए। आप क्या देखते हैं?
उत्तर:
हम देखते हैं कि गैस तेजी से जलती है तथा ऊष्मा और प्रकाश उत्पन्न करती है।

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या में 70

ज्वाला

प्रश्न 1.
एलपीजी ज्वाला का परीक्षण कीजिए। क्या आप ज्वाला का रंग बता सकते हैं? एक मोमबत्ती की ज्वाला का रंग कैसा होता है?
उत्तर:
हाँ, इसकी ज्वाला का रंग हल्का नीला (Bluish) होता है। मोमबत्ती की ज्वाला का रंग पीला (Yellowish) होता है।

प्रश्न 2.
अपने प्रेक्षण रिकॉर्ड करिए और सारणी में लिखिए कि पदार्थ ज्वाला देता है या नहीं?
उत्तर:
दहन पर ज्वाला देने वाले पदार्थ पदार्थ:
MP Board Class 8th Science Solutions Chapter 6 दहन और ज्वाला 2

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 71

ज्वाला की संरचना क्रियाकलाप 6.5

प्रश्न 1.
क्या वहाँ ज्वाला उत्पन्न होती है? यदि ऐसा है, तो वह क्या है जो ज्वाला उत्पन्न करता है?
उत्तर:
हाँ, मोमबत्ती का पिघला हुआ मोम धागे के सहारे ऊपर आता है और दहन के समय वाष्पित होकर ज्वाला उत्पन्न करता है।

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प्रश्न 2.
क्रियाकलाप 6.5 में, क्या काँच की नली से बाहर निकलने वाला मोम का वाष्प क्या ज्वाला उत्पन्न होने का कारण हो सकता है?
उत्तर”
हाँ, काँच की नली से बाहर निकलने वाला मोम का वाष्प ज्वाला उत्पन्न करने का कारण हो सकता है।

प्रश्न 3.
क्या यह दर्शाता है कि ज्वाला के अदीप्त क्षेत्र का ताप बहुत अधिक है?
उत्तर:
हाँ, यह दर्शाता है कि ज्वाला के अदीप्त क्षेत्र का ताप बहुत अधिक है।

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 71-72

प्रश्न 1.
सोने और चाँदी को पिघलाने के लिए सुनार धातु की फुकनी से ज्वाला के सबसे बाहरी भाग को उस पर फूंकते हैं। वे ज्वाला के सबसे बाहरी भाग का उपयोग क्यों करते हैं?
उत्तर:
वे ज्वाला के सबसे बाहरी भाग का उपयोग इसलिए करते हैं क्योंकि ज्वाला के सबसे बाहरी भाग का ताप सबसे अधिक होता है।

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 72

ईंधन क्या है?

प्रश्न 1.
जिन ईंधनों से आप परिचित हैं, उनकी सूची बनाइए। सारणी की भाँति इन्हें ठोस, द्रव और गैसीय ईंधनों में वर्गीकृत कीजिए।
उत्तर:
ईंधनों के प्रारूप:

ठोस ईंधन द्रव ईंधन गैसीय ईंधन
कोयला मिट्टी का तेल प्राकृतिक गैस
लकड़ी पेट्रोल एलपीजी
कपड़े (उपले) डीजल गोबर गैस

ईंधन क्षमता

प्रश्न 1.
यदि आपसे कहा जाए कि गोबर के उपले, कोयला और एलपीजी को जलाकर पानी की एक निश्चित मात्रा को उबालें, तो आप कौन-से ईंधन को चुनेंगे? इसका कारण बताइए। आप अपने माता-पिता की मदद ले सकते हैं। क्या ये ईंधन बराबर मात्रा में ऊष्मा उत्पन्न करते हैं?
उत्तर:
हम एलपीजी को चुनेंगे क्योंकि:

  1. यह आसानी से जलती है।
  2. यह आसानी से उपलब्ध हो जाती है और सस्ती है।
  3. यह उपले और कोयले की अपेक्षा अधिक ऊष्मा देती है।
  4. यह स्वच्छ ईंधन है। यह धुआँ और राख उत्पन्न नहीं करती।

नहीं, ये ईंधन की बराबर मात्रा में ऊष्मा उत्पन्न नहीं करते हैं।

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 73

ईंधन के दहन से हानिकारक उत्पाद प्राप्त होते हैं।

प्रश्न 1.
ओह! इसलिए हमें सलाह दी जाती है कि उस कमरे में कभी न सोयें जिसमें जलते व सुलगते कोयले की आग हो।
उत्तर:
जलते अथवा सुलगते कोयले से कार्बन मोनोक्साइड गैस निकलती है। यह अत्यन्त विषैली गैस है। इस गैस से कमरे में सो रहे व्यक्तियों की मृत्यु भी हो सकती है।

MP Board Class 8th Science Chapter 6 पाठान्त अभ्यास के प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
दहन की परिस्थितियों की सूची बनाइए।
उत्तर:
दहन के लिए परिस्थितियाँ हैं –

  1. वायु (ऑक्सीजन)।
  2. ईंधन।
  3. ऊष्मा (ईंधन का ताप ज्वलन ताप से अधिक करने हेतु)।

प्रश्न 2.
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए –

  1. लकड़ी और कोयला जलने से वायु का …….. होता है।
  2. घरों में काम करने वाला एक द्रव ईंधन ……….. है।
  3. जलना प्रारम्भ होने से पहले ईंधन को उसके ……….. तक गर्म करना आवश्यक है।
  4. तेल द्वारा उत्पन्न आग को ……… द्वारा नियन्त्रित नहीं किया जा सकता।

उत्तर:

  1. प्रदूषण।
  2. एलपीजी।
  3. ज्वलन ताप।
  4. जल।

प्रश्न 3.
समझाइए कि मोटर वाहनों में सीएनजी के उपयोग से हमारे शहरों का प्रदूषण किस प्रकार कम हुआ है?
उत्तर:
सीएनजी सल्फर और नाइट्रोजन के ऑक्साइडों का उत्पादन अल्प मात्रा में करती है। यह पेट्रोल और डीजल की अपेक्षा एक स्वच्छ ईंधन है। इससे हमारे शहरों का प्रदूषण कम हुआ है।

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प्रश्न 4.
ईंधन के रूप में एलपीजी और लकड़ी की तुलना कीजिए।
उत्तर:
एलपीजी लकड़ी की अपेक्षा आसानी से जलती है और अधिक ऊष्मा देती है। यह धुआँ और राख का उत्पादन नहीं करती। यह एक स्वच्छ ईंधन है। यह वायु को प्रदूषित नहीं करती जबकि लकड़ी वायु को प्रदूषित करती है।

प्रश्न 5.
कारण बताइए –

  1. विद्युत् उपकरण से सम्बद्ध आग पर नियन्त्रण पाने हेतु जल का उपयोग नहीं किया जाता।
  2. एलपीजी लकड़ी से अच्छा घरेलू ईंधन है।
  3. कागज स्वयं सरलता से आग पकड़ लेता है जबकि ऐलुमिनियम पाइप के चारों ओर लपेटा गया कागज का टुकड़ा आग नहीं पकड़ता।

उत्तर:

  1. जल विद्युत् का सुचालक है इससे आग बुझाने वाले व्यक्ति को करंट लग सकता है। इसलिए विद्युत् उपकरण से सम्बद्ध आग पर नियन्त्रण पाने हेतु जल का उपयोग नहीं किया जाता।
  2. एलपीजी लकड़ी की अपेक्षा अच्छा घरेलू ईंधन है। क्योंकि यह सस्ता और आसानी से उपलब्ध है। यह अधिक मात्रा में ऊष्मा उत्पन्न करता है। इससे हानिकारक गैसों का उत्पादन नहीं होता।
  3. क्योंकि कागज एक दाह्य पदार्थ है। यह आसानी से आग पकड़ लेता है। परन्तु जब इसे ऐलुमिनियम पाइप के चारों ओर लपेट कर ऊष्मा देते हैं तो ऊष्मा ऐलुमिनियम पाइप में प्रवाहित हो जाती है जिससे पाइप के चारों ओर लपेटे हुए कागज का ज्वलन ताप कम हो जाता है। यही कारण है कि ऐलुमिनियम पाइप पर लपेटा हुआ कागज का टुकड़ा आग नहीं पकड़ता।

प्रश्न 6.
मोमबत्ती की ज्वाला का चिह्नित चित्र बनाइए।
उत्तर:
MP Board Class 8th Science Solutions Chapter 6 दहन और ज्वाला 3

प्रश्न 7.
ईंधन के ऊष्मीय मान को किस मात्रक द्वारा प्रदर्शित किया जाता है?
उत्तर:
ईंधन के ऊष्मीय मान को किलोजूल प्रति किलोग्राम (k J/kg) मात्रक द्वारा प्रदर्शित किया जाता है।

प्रश्न 8.
समझाइए कि CO2 किस प्रकार आग को नियन्त्रित करती है?
उत्तर:
ऑक्सीजन से भारी होने के कारण CO2 आग को एक कम्बल की तरह लपेट लेती है। इससे ईंधन और ऑक्सीजन के बीच सम्पर्क टूट जाता है और आग पर नियन्त्रण हो जाता है।

प्रश्न 9.
हरी पत्तियों के ढेर को जलाना कठिन होता है परन्तु सूखी पत्तियों में आग आसानी से लग जाती है। समझाइए।
उत्तर:
हरी पत्तियों के ढेर को जलाना इसलिए कठिन होता है क्योंकि उनमें जल की मात्रा अधिक होती है। परन्तु सूखी पत्तियों में आग आसानी से इसलिए लग जाती है क्योंकि उनमें जल की मात्रा होती ही नहीं और होती भी है तो बहुत कम।

प्रश्न 10.
सोने और चाँदीको पिघलाने के लिए स्वर्णकार ज्वाला के किस क्षेत्र का उपयोग करते हैं और क्यों?
उत्तर:
सोने और चाँदी को पिघलाने के लिए स्वर्णकार धातु की फुकनी द्वारा ज्वाला के सबसे बाहरी क्षेत्र का उपयोग करते हैं। क्योंकि ज्वाला के सबसे बाहरी क्षेत्र का ताप सबसे अधिक होता है जो चाँदी और सोने को पिघलाने के लिए काफी है।

प्रश्न 11.
एक प्रयोग में 4.5 kg ईंधन का पूर्णतया दहन किया गया। उत्पन्न ऊष्मा का 1,80,000 kJ था। ईंधन का ऊष्मीय मान परिकलित कीजिए।
हल:
MP Board Class 8th Science Solutions Chapter 6 दहन और ज्वाला 4
प्रश्न 12.
क्या जंग लगने के प्रक्रम को दहन कहा जा सकता है? विवेचना कीजिए।
उत्तर:
हाँ, जंग लगने के प्रक्रम को दहन कहा जा सकता है क्योंकि यह दहन की मन्द प्रक्रिया है। जंग लगने की प्रक्रिया वायुमण्डल में आर्द्रता में उपस्थित ऑक्सीजन की उपस्थिति में होती है।

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प्रश्न 13.
आबिदा और रमेश ने एक प्रयोग किया जिसमें बीकर में रखे जल को गर्म किया गया। आबिदा ने बीकर को मोमबत्ती की ज्वाला के पीले आग के पास रखा। रमेश ने बीकर को ज्वाला के सबसे बाहरी भाग के पास रखा। किसका पानी कम समय में गर्म हो जाएगा।
उत्तर:
रमेश के बीकर का पानी कम समय में गर्म हो जाएगा क्योंकि ज्वाला का बाहरी भाग सबसे गर्म होता है और पीला भाग आंशिक दहन वाला और कम गर्म होता है।

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MP Board Class 8th Science Solutions Chapter 5 कोयला और पेट्रोलियम

MP Board Class 8th Science Solutions Chapter 5 कोयला और पेट्रोलियम

MP Board Class 8th Science Chapter 5 पाठ के अन्तर्गत के प्रश्नोत्तर

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 56

क्रियाकलाप 5.1

प्रश्न 1.
अपने दैनिक जीवन में उपयोग में लाये जाने वाले पदार्थों की एक सूची बनाइए और उनको प्राकृतिक तथा मानव निर्मित वर्गों में वर्गीकृत कीजिए –
उत्तर:
MP Board Class 8th Science Solutions Chapter 5 कोयला और पेट्रोलियम 1

प्रश्न 2.
क्या इस सूची में वायु, जल, मृदा और खनिज सम्मिलित हैं?
उत्तर:
हाँ, इस सूची में वायु, जल, मृदा और खनिज सम्मिलित हैं।

प्रश्न 3.
क्या हम अपने सभी प्राकृतिक संसाधनों का निरन्तर उपयोग कर सकते हैं?
उत्तर:
नहीं, हम अपने सभी प्राकृतिक संसाधनों का निरन्तर उपयोग नहीं कर सकते हैं। एक दिन वे समाप्त हो जायेंगे।

प्रश्न 4.
क्या वायु, जल और मृदा मानवीय क्रियाकलापों द्वारा समाप्त हो सकते हैं?
उत्तर:
नहीं, वायु, जल और मृदा मानवीय क्रियाकलापों द्वारा समाप्त नहीं हो सकते हैं।

प्रश्न 5.
क्या जल एक असीमित संसाधन है?
उत्तर:
हाँ, जल एक असीमित संसाधन है। लेकिन इसके असीमित दोहन से यह संकट उत्पन्न कर सकता है।

क्रियाकलाप 5.2

प्रश्न 1.
अब अन्तिम रूप से देखिए कि तीसरी पीढ़ी के सभी उपभोक्ताओं को खाने हेतु कुछ मिला या नहीं। यह भी देखिए कि क्या पात्रों में अब भी कुछ शेष बच गया है?
उत्तर:
हाँ, तीसरी पीढ़ी के उपभोक्ताओं को खाने हेतु कुछ मिला है, लेकिन उन्हें बहुत थोड़ी मात्रा में मिला है।’ नहीं, पात्रों में अब कुछ शेष नहीं बचा है।

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प्रश्न 2.
क्या किसी समूह की पहली पीढ़ी बहुत अधिक लालची है?
उत्तर:
हाँ, किसी समूह की पहली पीढ़ी बहुत अधिक लालची है।

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 57

प्रश्न 3.
कोयला हमें कहाँ से प्राप्त होता है और यह कैसे बनता है?
उत्तर:
कोयला हमें जमीन के अन्दर से प्राप्त होता है। बाढ़ जैसे प्राकृतिक प्रक्रमों के कारण वन मृदा के नीचे दब जाते हैं। इनके ऊपर मृदा जम जाने के कारण ये सम्पीडित हो जाते हैं। जैसे-जैसे ये गहरे होते जाते हैं उनका ताप भी बढ़ता जाता है। उच्च ताप व उच्च दाब के कारण पृथ्वी के अन्दर मृत पेड़-पौधे धीरे-धीरे कोयले में परिवर्तित हो जाते हैं। कोयले में मुख्य रूप से कार्बन होता है। यह प्रक्रम कार्बनीकरण कहलाता है।

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 59

पेट्रोलियम

प्रश्न 1.
क्या आप जानते हैं कि पेट्रोलियम कैसे बनता है?
उत्तर:
पेट्रोलियम का निर्माण समुद्र में रहने वाले जीवों से हुआ। जब ये जीव मृत हुए तो इनके शरीर समुद्र के तल में जाकर बैठ गए और फिर रेत तथा मिट्टी की तहों द्वारा ढक गए। लाखों वर्षों के बाद वायु की अनुपस्थिति, उच्च ताप और उच्च दाब के कारण मृत जीव पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस में परिवर्तित हो गए।

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प्रश्न 2.
पेट्रोलियम तेल और गैस की परत, जल की परत के ऊपर है। ऐसा क्यों है?
उत्तर:
पेट्रोलियम तेल और गैस जल से हल्के होते हैं, ये जल में मिश्रित नहीं होते। अतः ये जल की परत के ऊपर रहते हैं।

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 61

प्रश्न 1.
क्या प्रयोगशाला में मृत जीवों से पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस बनाई जा सकती है?
उत्तर:
नहीं, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस का बनना एक बहुत धीमा प्रक्रम है और इसके बनने की परिस्थितियाँ प्रयोगशाला में उत्पन्न नहीं की जा सकती। अतः इन्हें प्रयोगशाला में नहीं बनाया जा सकता।

MP Board Class 8th Science Chapter 5 पाठान्त अभ्यास के प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
सीएनजी और एलपीजी का ईंधन के रूप में उपयोग करने के क्या लाभ हैं?
उत्तर:
सीएनजी और एलपीजी उपयोग करने के लाभ:

  1. ये कम प्रदूषणकारी है।
  2. ये स्वच्छ ईंधन है।
  3. ये अन्य ईंधनों की अपेक्षा सस्ते हैं।
  4. ये आसानी से उपलब्ध हैं।
  5. इन्हें घरों और कारखानों में सीधा जलाया जा सकता है, जहाँ इनकी आपूर्ति पाइपों के द्वारा की जाती है।

प्रश्न 2.
पेट्रोलियम का कौन-सा उत्पाद सड़क निर्माण हेतु उपयोग में लाया जाता है?
उत्तर:
सड़क निर्माण हेतु पेट्रोलियम उत्पाद बिटुमिन उपयोग में लाया जाता है।

प्रश्न 3.
वर्णन कीजिए, मृत वनस्पति से कोयला किस प्रकार बनता है? यह प्रक्रम क्या कहलाता है?
उत्तर:
कोयला हमें जमीन के अन्दर से प्राप्त होता है। बाढ़ जैसे प्राकृतिक प्रक्रमों के कारण वन मृदा के नीचे दब जाते हैं। इनके ऊपर मृदा जम जाने के कारण ये सम्पीडित हो जाते हैं। जैसे-जैसे ये गहरे होते जाते हैं उनका ताप भी बढ़ता जाता है। उच्च ताप व उच्च दाब के कारण पृथ्वी के अन्दर मृत पेड़-पौधे धीरे-धीरे कोयले में परिवर्तित हो जाते हैं। कोयले में मुख्य रूप से कार्बन होता है। यह प्रक्रम कार्बनीकरण कहलाता है।

प्रश्न 4.
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए –

  1. …………. तथा ………… जीवाश्म ईंधन हैं।
  2. पेट्रोलियम के विभिन्न संघटकों को पृथक करने का प्रक्रम ………… कहलाता है।
  3. वाहनों के लिए सबसे कम प्रदूषक ईंधन ……..।

उत्तर:

  1. कोयला, पेट्रोलियम
  2. परिष्करण
  3. सीएनजी (Compressed Natural Gas-CNG)

प्रश्न 5.
निम्नलिखित कथनों के सामने सत्य/असत्य लिखिए –

  1. जीवाश्म ईंधन प्रयोगशाला में बनाए जा सकते हैं। (सत्य/असत्य)
  2. पेट्रोल की अपेक्षा सीएनजी अधिक प्रदूषक ईंधन (सत्य/असत्य)
  3. कोक, कार्बन का लगभग शुद्ध रूप है। (सत्य/असत्य)
  4. कोलतार विभिन्न पदार्थों का मिश्रण है। (सत्य/असत्य)
  5. मिट्टी का तेल एक जीवाश्म ईंधन नहीं है। (सत्य/असत्य)

उत्तर:

  1. असत्य।
  2. असत्य।
  3. सत्य।
  4. सत्य।
  5. असत्य।

प्रश्न 6.
समझाइए, जीवाश्म ईंधन समाप्त होने वाले प्राकृतिक संसाधन क्यों हैं?
उत्तर:
जीवाश्म ईंधन समाप्त होने वाले संसाधन हैं क्योंकि इनके बनने में मृतजीवों को ईंधन में परिवर्तित होने के लिए लाखों वर्ष लगते हैं और उपलब्ध भण्डार सीमित हैं। इसलिए जीवाश्म ईंधन समाप्त होने वाले प्राकृतिक संसाधन हैं।

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प्रश्न 7.
कोक के अभिलक्षणों और उपयोगों का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
कोक के अभिलक्षण: कोक एक कठोर, सरन्ध्र और काला पदार्थ है। यह कार्बन का लगभग शुद्ध रूप है।

कोक का उपयोग: कोक का उपयोग इस्पात के औद्योगिक निर्माण और बहुत से धातुओं के निष्कर्षण में किया जाता है।

प्रश्न 8.
पेट्रोलियम निर्माण के प्रक्रम को समझाइए।
उत्तर:
पेट्रोलियम का निर्माण समुद्र में रहने वाले जीवों से हुआ। जब ये जीव मृत हुए तो इनके शरीर समुद्र के तल में जाकर बैठ गए और फिर रेत तथा मिट्टी की तहों द्वारा ढक गए। लाखों वर्षों के बाद वायु की अनुपस्थिति, उच्च ताप और उच्च दाब के कारण मृत जीव पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस में परिवर्तित हो गए।

प्रश्न 9.
निम्नलिखित सारणी में 2004 से 2010 तक भारत में विद्युत् की कुल कमी को दिखाया गया है। इन आँकड़ों को ग्राफ द्वारा आलेखित करिए। वर्ष में कमी प्रतिशतता को Y-अक्ष पर तथा वर्ष को X-अक्ष पर आलेखित करिए।
MP Board Class 8th Science Solutions Chapter 5 कोयला और पेट्रोलियम 2
उत्तर:
MP Board Class 8th Science Solutions Chapter 5 कोयला और पेट्रोलियम 3

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MP Board Class 8th Science Solutions Chapter 4 पदार्थ: धातु और अधातु

MP Board Class 8th Science Solutions Chapter 4 पदार्थ: धातु और अधातु

MP Board Class 8th Science Chapter 4 पाठ के अन्तर्गत के प्रश्नोत्तर

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 44

प्रश्न 1.
पदार्थों की दिखावट और कठोरता के आधार पर सारणी पूर्ण कीजिए।
उत्तर:
MP Board Class 8th Science Solutions Chapter 4 पदार्थ धातु और अधातु 1

प्रश्न 2.
क्या आप उन पदार्थों के नाम बता सकते हैं जो धातु हैं?
उत्तर:
हाँ, आयरन (लोहा), ऐलुमिनियम, कॉपर (ताँबा) आदि धातुएँ हैं।

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प्रश्न 3.
क्या आपने लोहार को लोहे के टुकड़े अथवा लोहे से निर्मित वस्तु, जैसे-फावड़ा, बेलचा, कुल्हाड़ी आदि को पीटते हुए देखा है? क्या इन वस्तुओं के पीटने पर आप इनके आकार में कोई परिवर्तन पाते हैं? क्या कोयले के टुकड़े को पीटने पर भी वैसे ही परिवर्तन की अपेक्षा करते हैं?
उत्तर:
हाँ, हमने लोहार को लोहे के टुकड़े/लोहे से निर्मित वस्तु को पीटते हुए देखा है। हाँ, हम इन वस्तुओं के पीटने पर उनके आकार में परिवर्तन पाते हैं। कोयले के टुकड़े को पीटने पर हम वैसे ही परिवर्तन की अपेक्षा नहीं करते। यदि कोयले के टुकड़े को पीटा जाता है, तो उसके आकार में परिवर्तन नहीं होगा बल्कि उसके टुकड़े-टुकड़े हो जाएँगे।

क्रियाकलाप 4.1

प्रश्न 1.
अपने प्रेक्षणों को निम्नांकित सारणी में रिकॉर्ड करिए।
उत्तर:
सारणी: पदार्थों की आघातवर्धनीयता:

वस्तु/पदार्थ आकार में परिवर्तन (चपटा हो गया/टुकड़े हो गए)
लोहे की कील चपटी हो गई
कोयले का टुकड़ा टुकड़े हो गए
ऐलुमिनियम की तार चपटा हो गया
पेन्सिल लेड टुकड़े हो गए

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 45-46

प्रश्न 1.
क्या आप कोयला और पेन्सिल लेड जैसे पदार्थों को धातु कह सकते हैं?
उत्तर:
नहीं, हम इन्हें धातु नहीं कह सकते हैं।

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प्रश्न 2.
क्या आप बिना प्लास्टिक या लकड़ी के हत्थे वाले गर्म धातु के पात्र को, स्वयं को बिना आघात पहुँचाए पकड़ सकते हैं? शायद नहीं! क्यों?
उत्तर:
नहीं, हम बिना प्लास्टिक या लकड़ी के हत्थे वाले गर्म धातु के पात्र को बिना आघात (बिना जले) पहुँचाए नहीं
पकड़ सकते हैं। प्लास्टिक और लकड़ी ऊष्मा के कुचालक हैं। इनके लगे होने से गर्मी धातु के पात्र से हमारे हाथों तक नहीं आएगी इससे हमारे हाथ नहीं जलेंगे।

प्रश्न 3.
कुछ अनुभवों की सूची बनाने का प्रयास कीजिए जिसमें एक लकड़ी या प्लास्टिक का हत्था आपको घायल होने से बचाता है। इन अनुभवों के आधार पर आप लकड़ी, प्लास्टिक द्वारा ऊष्मा के चालन के विषय में क्या कह सकते हैं?
उत्तर:
केतली, तवा, फ्राई पेन इत्यादि। इस आधार पर हम कह सकते हैं कि धातुओं द्वारा ऊष्मा का चालन होता है तथा ऊष्मा की कुचालक वस्तुओं द्वारा ऊष्मा का चालन नहीं होता है।

प्रश्न 4.
आपने एक विद्युत् कमी को पेचकस से काम करते देखा होगा। उसका हत्था किस प्रकार का होता है? क्यों?
उत्तर:
पेचकस का हत्था प्लास्टिक का होता है क्योंकि यह विद्युत् का कुचालक है। इसमें होकर विद्युत् का प्रवाह उसके शरीर में नहीं होगा।

प्रश्न 5.
आप ऐलुमिनियम और ताँबे के तारों का उपयोग कहाँ देखते हैं? क्या आपने कोयले की तारें देखी हैं?
उत्तर:
हम ऐलुमिनियम और ताँबे के तारों का उपयोग घरेलू विद्युत् फिटिंग में देखते हैं, नहीं, हमने कोयले की तारें नहीं देखी हैं।

प्रश्न 6.
क्या आपने कभी लोहे की शीट/प्लेट, धातु का सिक्का और एक कोयले का टुकड़ा फर्श पर गिराकर उनसे उत्पन्न ध्वनि के अन्तर पर ध्यान दिया है? क्या आप उत्पन्न ध्वनियों में अन्तर पाते हैं?
उत्तर:
हाँ, उनसे उत्पन्न ध्वनि के अन्तर पर ध्यान दिया है। लोहे की शीट/प्लेट और धातु के सिक्के को जब फर्श पर गिराया जाता है तो वे निनाद ध्वनि (ringing sound) उत्पन्न करते हैं। लेकिन जब कोयले को फर्श पर गिराते हैं तो वह ध्वनि उत्पन्न नहीं करता। हाँ, हम उत्पन्न ध्वनियों में अन्तर पाते हैं।

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प्रश्न 7.
क्या आपने मन्दिरों में लकड़ी की घन्टियाँ देखी हैं? क्या आप इसका कारण बता सकते हैं?
उत्तर:
नहीं, हमने मन्दिरों में लकड़ी की घन्टियाँ नहीं देखी हैं क्योंकि ये निनाद ध्वनि (ringing sound) उत्पन्न नहीं करती हैं।

प्रश्न 8.
माना कि आपके पास दो समान दिखने वाले डिब्बे हैं, एक लकड़ी से निर्मित और दूसरा धातु से। क्या आप दोनों डिब्बों पर चोट करके बता सकते हैं कि कौन-सा डिब्बा धातु का बना हुआ है?
उत्तर:
हाँ, जब हम डिब्बों पर चोट करते हैं तो धातु के डिब्बे पर चोट मारने पर हमें गायन ध्वनि सुनाई पड़ती है जबकि लकड़ी के डिब्बे पर चोट मारने से हमें गायन ध्वनि सुनाई नहीं पड़ती है।

क्रियाकलाप 4.2

प्रश्न 1.
प्रेक्षण लीजिए और इन पदार्थों को सुचालकों और कुचालकों में वर्गीकृत करिए।
उत्तर:

पदार्थ सुचालक/कुचालक
लोहे की छड़/कील सुचालक
गन्धक कुचालक
कोयला कुचालक
ताँबे के तार सुचालक

धातुओं और अधातुओं के रासायनिक गुण

प्रश्न 1.
जंग लगने की अभिक्रिया का स्मरण करिए।
उत्तर:
आयरन में जंग तब लगता है जबकि वह वातावरण की वायु की नमी के सम्पर्क में आता है। अभिक्रिया –
MP Board Class 8th Science Solutions Chapter 4 पदार्थ धातु और अधातु 2
Fe3O4 आयरन पर जंग के रूप में रहता है।

प्रश्न 2.
आयरन और मैग्नीशियम की ऑक्सीजन के साथ अभिक्रियाओं को पूरा करिए।
आयरन (Fe) + ऑक्सीजन (O2) + जल (H2O)?
मैग्नीशियम (Mg) + ऑक्सीजन (O2) →?
उत्तर:
3Fe + O2 + 2H2O → Fe3O4 + 2H2
2Mg + O2 → 2MgO

क्रियाकलाप 4.3

प्रश्न 1.
आप क्या देखते हैं? विलयन अम्लीय है या क्षारीय?
उत्तर:
हम देखते हैं कि लाल लिटमस पत्र विलयन में डालने पर नीला हो जाता है। इससे निष्कर्ष निकलता है कि विलयन क्षारीय प्रकृति का है।

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 47

प्रश्न 1.
क्या कॉपर में भी जंगलगता है? मैंने कॉपर के बर्तनों की सतह पर हरा पदार्थ जमा हुआ देखा है।
उत्तर:
नहीं, कॉपर में जंग नहीं लगती है। कॉपर को नम वायु में खुला रखने पर उस पर एक हल्की हरी परत जम जाती है। यह हरा पदार्थ कॉपर हाइड्रॉक्साइड और कॉपर कार्बोनेट का मिश्रण होता है।
MP Board Class 8th Science Solutions Chapter 4 पदार्थ धातु और अधातु 3

प्रश्न 2.
विलयन अम्लीय है या क्षारीय? आप इसको किस प्रकार सुनिश्चित करेंगे?
उत्तर:
यदि विलयन में लाल लिटमस पेपर नीला हो जाता है, तो विलयन की प्रकृति क्षारीय है और यदि नीला लिटमस पेपर लाल हो जाए तो विलयन की प्रकृति अम्लीय होगी।

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 48

क्रियाकलाप 4.4

प्रश्न 1.
विलयन का परीक्षण क्रमशः लाल और नीले लिटमस पत्रों से कीजिए।
उत्तर:
अम्लों और क्षारों में धातु और अधातु:
MP Board Class 8th Science Solutions Chapter 4 पदार्थ धातु और अधातु 4

क्रियाकलाप 4.5

प्रश्न – आप क्या अनुभव करते हैं? क्या बीकर गर्म हो गया? विलयन का लाल और नीले लिटमस पत्रों से परीक्षण कीजिए। विलयन अम्लीय है या क्षारीय?
उत्तर:
हाँ, बीकर बहुत गर्म हो जाता है। विलयन क्षारीय है।

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 49

क्रियाकलाप 4.6

प्रश्न – निम्न सारणी को पूरा कीजिए।
उत्तर:
MP Board Class 8th Science Solutions Chapter 4 पदार्थ धातु और अधातु 5a

प्रश्न 1.
क्या धातु और अधातु अम्लों से भिन्न प्रकार से अभिक्रिया करते हैं? परखनलियों के मुँह के पास जलती हुई माचिस की तीली लाने पर कुछ में ‘पॉप’ ध्वनि क्यों उत्पन्न हुई थी?
उत्तर:
हाँ, धातु और अधातु अम्लों से भिन्न प्रकार से अभिक्रिया करती हैं। सामान्यतः अधातु अम्लों से अभिक्रिया नहीं करी परन्तु धातु अम्लों से अभिक्रिया करती हैं और हाइड्रोजन गैस उत्पन्न करती हैं जो परखनली के मुख पर जलती हुई माचिस की तीली लाने पर ‘पॉप’ ध्वनि के साथ जलती है।

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 50

प्रश्न 1.
‘पॉप’ ध्वनि क्या दर्शाती है?
उत्तर:
‘पॉप’ ध्वनि हाइड्रोजन की उपस्थिति दर्शाती है।

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 51

प्रश्न 1.
मैंने बीकर A और B में होने वाली अभिक्रियाओं को समझ लिया है। परन्तु मैं अभी भी भ्रमित हूँ कि बीकर C, D और E में कोई परिवर्तन क्यों नहीं हुआ?
उत्तर:
बीकर C में कॉपर, जिंक सल्फेट से जिंक को प्रतिस्थापित करने में सक्षम नहीं है क्योंकि जिंक कॉपर से अधिक अभिक्रियाशील है। बीकर D में कॉपर, आयरन सल्फेट से आयरन को प्रतिस्थापित करने में सक्षम नहीं है क्योंकि आयरन, कॉपर से अधिक अभिक्रियाशील है।

बीकर E में आयरन, जिंक सल्फेट से जिंक को प्रतिस्थापित करने में सक्षम नहीं है क्योंकि जिंक आयरन से अधिक अभिक्रियाशील है। यहाँ जिंक, आयरन और कॉपर से अधिक अभिक्रियाशीलहै तथा आयरन कॉपर से अधिक अभिक्रियाशील है। अतः बीकर C, D और E में कोई परिवर्तन नहीं हुआ।

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प्रश्न 2.
क्या आप जिंक, आयरन और कॉपर के मध्य अधिक अभिक्रियाशील से कम अभिक्रियाशील धातु के क्रम का अनुमान लगा सकते हैं?
उत्तर:
हाँ, अधिक अभिक्रियाशील से क्रम अभिक्रियाशील धातु का क्रम है –
Zn > Fe > Cu
धातु और अधातुओं के उपयोग

प्रश्न 3.
यहाँ कुछ रोचक उपयोग दिए जा रहे हैं। हमें विश्वास है कि आप उनका सही अनुमान लगा पायेंगे –

  1. अधातु जो हमारे जीवन के लिए आवश्यक है और जिसे सभी सजीव श्वसन के समय अन्दर लेते हैं।
  2. अधातु जिनका उपयोग उर्वरकों में पौधों की वृद्धि हेतु किया जाता है।
  3. अधातु जिसका उपयोग जल शुद्धिकरण प्रक्रम में किया जाता है।
  4. अधातु जिसका बैंगनी रंग का विलयन एंटीबायोटिक के रूप में घावों पर लगाया जाता है।
  5. पटाखों में प्रयुक्त होने वाले अधातु।

उत्तर:

  1. ऑक्सीजन।
  2. सल्फर, पोटैशियम, नाइट्रोजन।
  3. क्लोरीन।
  4. पोटैशियम परमैंगनेट।
  5. सल्फर, पोटैशियम।

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 52

प्रश्न 1.
मैंने सना है कि पौधों में मैग्नीशियम पाया जाता है। यह उनमें किस रूप में पाया जाता है?
उत्तर:
पौधों में मैग्नीशियम फलों और तरकारी के रूप में पाया जाता है।

प्रश्न 2.
डॉक्टर ने मेरे शरीर में आयरन की कमी बताई है। मेरे शरीर में आयरन कहाँ है?
उत्तर:
मेरे शरीर में आयरन लाल रक्त कणिकाओं में है।

MP Board Class 8th Science Chapter 4 पाठान्त अभ्यास के प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
निम्नलिखित में से किसको पीटकर पतली चादर में परिवर्तित किया जा सकता है?
(क) जिंक।
(ख) फॉस्फोरस।
(ग) सल्फर।
(घ) ऑक्सीजन।
उत्तर:
(क) जिंक को पीटकर पतली चादर में परिवर्तित किया जा सकता है।

प्रश्न 2.
निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सही है?
(क) सभी धातुएँ तन्य होती हैं।
(ख) सभी अधातुएँ तन्य होती हैं।
(ग) सामान्यतः धातुएँ तन्य होती हैं।
(घ) कुछ अधातुएँ तन्य होती हैं।
उत्तर:
(ग) सामान्यतः धातुएँ तन्य होती हैं।

प्रश्न 3.
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए –

  1. फॉस्फोरस बहुत ………. अधातु है।
  2. धातुएँ ऊष्मा और ………. की ………… होती हैं।
  3. आयरन, कॉपर की अपेक्षा ………. अभिक्रियाशील
  4. धातुएँ, अम्लों से अभिक्रिया कर ……… गैस बनाती हैं।

उत्तर:

  1. सक्रिय।
  2. विद्युत्, सुचालक।
  3. अधिक।
  4. हाइड्रोजन।

प्रश्न 4.
यदि कथन सही है तो “T” और यदि गलत है तो कोष्ठक में “F” लिखिए।

  1. सामान्यतः अधातु अम्ला स आभाक्रया करते है। ( )
  2. सोडियम बहुत अभिक्रियाशील धातु है। ( )
  3. कॉपर, जिंक सल्फेट के विलयन से जिंक विस्थापित करता है। ( )
  4. कोयले को खींचकर तारें प्राप्त की जा सकती हैं। ( )

उत्तर:

  1. ‘F’
  2. ‘T’
  3. ‘F’
  4. ‘F’

प्रश्न 5.
नीचे दी गई सारणी में गुणों की सूची दी गई है। इन गुणों के आधार पर धातुओं और अधातुओं में अन्तर कीजिए –
उत्तर:
MP Board Class 8th Science Solutions Chapter 4 पदार्थ धातु और अधातु 6

प्रश्न 6.
निम्नलिखित के कारण दीजिए –

  1. ऐलुमिनियम की पन्नी का उपयोग खाद्य सामग्री को लपेटने में किया जाता है।
  2. निमज्जन छड़ें (इमरशन रॉड) धात्विक पदार्थों से निर्मित होती हैं।
  3. कॉपर, जिंक को उसके लवण के विलयन से विस्थापित नहीं कर सकता।
  4. सोडियम और पोटैशियम को मिट्टी के तेल में रखा जाता है।

उत्तर:

  1. ऐलुमिनियम की पन्नी का उपयोग खाद्य सामग्री को लपेटने में इसलिए किया जाता है क्योंकि इसे आसानी से मोड़कर खाने को अच्छी तरह बन्द किया जा सकता है जिससे बाहरी वायु एवं संदूषक पदार्थों का भोजन पर कोई दुष्प्रभाव नहीं होता। इससे भोजन सुरक्षित एवं कुछ देर तक गर्म रहता है।
  2. निमज्जन छड़ें धातु से निर्मित होती हैं क्योंकि धातु विद्युत की सुचालक होती हैं और इनमें विद्युत् प्रवाह करने पर ये जल्दी गर्म हो जाती हैं।
  3. कॉपर, जिंक से कम अभिक्रियाशील हैं। अतः यह जिंक को उसके लवण के विलयन से विस्थापित नहीं कर सकता। केवल अधिक अभिक्रियाशील धातु ही कम अभिक्रियाशील धातु को विस्थापित कर सकती है।
  4. सोडियम और पोटैशियम अत्यधिक क्रियाशील धातुएँ हैं और ये ऑक्सीजन और जल के साथ अत्यन्त तीव्र अभिक्रिया करती हैं। अभिक्रिया में बहुत अधिक ऊष्मा उत्पन्न होती है। इसलिए इन्हें मिट्टी के तेल में रखा जाता है।

प्रश्न 7.
क्या आप नींबू के अचार को ऐलुमिनियम के पात्रों में रख सकते हैं? स्पष्ट करिए।
उत्तर:
नहीं, नींबू के अचार को हम ऐलुमिनियम के पात्रों में नहीं रख सकते क्योंकि जब हम कोई अचार आदि इसमें डालते हैं तो वह अभिक्रिया करता है और भोजन/अचार को विषाक्त बना देता है, जिसको खाने से मृत्यु तक हो सकती है।

प्रश्न 8.
नीचे दी गई सारणी के कॉलम-I में कुछ पदार्थ दिये गये हैं।
MP Board Class 8th Science Solutions Chapter 4 पदार्थ धातु और अधातु 7
उत्तर:

  1. → (d)
  2. → (e)
  3. → (c)
  4. → (f)
  5. → (b)
  6. → (a)

प्रश्न 9.
क्या होता है जब –

  1. तनु सल्फ्यूरिक अम्ल कॉपर प्लेट पर डाला जाता है?
  2. लोहे की कील, कॉपर सल्फेट के विलयन में रखी जाती है।
  3. सम्बन्धित अभिक्रियाओं के शब्द समीकरण लिखिए।

उत्तर:
1. जब तनु सल्फ्यूरिक अम्ल को कॉपर प्लेट पर डाला जाता है तो कॉपर सल्फेट बनता है व हाइड्रोजन गैस निकलती है।
MP Board Class 8th Science Solutions Chapter 4 पदार्थ धातु और अधातु 8

2. जब लोहे की कील कॉपर सल्फेट के विलयन में रखी जाती है तो लोहा कॉपर सल्फेट विलयन से कॉपर को विस्थापित कर देता है।
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प्रश्न 10.
सलोनी ने लकड़ी के कोयले का एक जलता हुआ टुकड़ा लिया और उससे उत्सर्जित होने वाली गैस को एक परखनली में इकट्ठा किया?

  1. वह गैस की प्रकृति कैसे ज्ञात करेगी?
  2. इस प्रक्रम में होने वाली सभी अभिक्रियाओं के शब्द समीकरण लिखिए।

उत्तर:
1. वह इस गैस की जाँच निम्न प्रकार करेगी –
वह इस गैस को एक नली के माध्यम से चूने के पानी में प्रवाहित करेगी। इससे चूने के पानी का रंग दूधिया हो जाएगा। चूने के पानी का रंग कैल्सियम कार्बोनेट बनने के कारण दूधिया हो जाता है जो कार्बन डाइऑक्साइड और चूने के पानी की प्रतिक्रिया से बनता है। इससे स्पष्ट होता है कि परखनली में एकत्रित की गई गैस कार्बन डाइऑक्साइड है।

2.
MP Board Class 8th Science Solutions Chapter 4 पदार्थ धातु और अधातु 10

प्रश्न 11.
एक दिन रीता अपनी माँ के साथ आभूषण विक्रेता की दुकान पर गई। उसकी माँ ने सुनार को पॉलिश करने हेतु सोने के पुराने आभूषण दिए। अगले दिन जब वह आभूषण वापस लाई तो उन्होंने पाया कि उनका भार कुछ कम हो गया है। क्या आप भार में कमी का कारण बता सकते हैं?
उत्तर:
सुनार ने आभूषण को पॉलिश करने के लिए सल्फ्यूरिक अम्ल में डाल दिया होगा जिसके कारण आभूषण से सोने का कुछ अंश इस अम्ल से क्रिया करके विलयन में घुल गया होगा। इस कारण आभूषण के भार में कमी आ गयी।
MP Board Class 8th Science Solutions Chapter 4 पदार्थ धातु और अधातु 11

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MP Board Class 8th Science Solutions Chapter 3 संश्लेषित रेशे और प्लास्टिक

MP Board Class 8th Science Solutions Chapter 3 संश्लेषित रेशे और प्लास्टिक

MP Board Class 8th Science Chapter 3 पाठ के अन्तर्गत के प्रश्नोत्तर

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 32

प्रश्न 1.
क्या आप कुछ प्राकृतिक रेशों के नाम बता सकते हैं?
उत्तर”
हाँ, प्राकृतिक रेशे कपास, रेशम और ऊन आदि हैं।

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प्रश्न 2.
निम्नांकित सारणी को भरिए –
उत्तर:
प्राकृतिक और कृत्रिम रेशे –

वस्तु का नाम रेशे का प्रकार
प्राकृतिक/कृत्रिम
सूती कपड़े प्राकृतिक रेशे
ऊनी स्वेटर प्राकृतिक रेशे
नाइलॉन की साड़ी कृत्रिम रेशे
साडी सिल्क की प्राकृतिक रेशे
बरसाती कृत्रिम रेशे

प्रश्न 3.
आपने कुछ वस्तुओं को कृत्रिम चिह्नित क्यों किया है?
उत्तर:
क्योंकि ये प्राकृतिक रेशे नहीं हैं। इन्हें मनुष्यों द्वारा बनाया गया है। ये कृत्रिम रूप से बनाए गए हैं। अतः मानव द्वारा निर्मित होने के कारण इन वस्तुओं को कृत्रिम चिह्नित किया है।

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 33

नाइलॉन

प्रश्न 1.
क्या नाइलॉन के रेशे सचमुच इतने मजबूत होते हैं कि हम उससे पैराशूट और चट्टानों पर चढ़ने की रस्सी का निर्माण कर सकते हैं?
उत्तर:
हाँ, नाइलॉन के रेशे सचमुच बहुत मजबूत होते हैं। हम इनसे पैराशूट और चट्टानों पर चढ़ने की रस्सी का निर्माण कर सकते हैं।

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 34

क्रियाकलाप 3.1

प्रश्न 1.
आँकड़ों को निम्नांकित सारणी की भाँति सारणीबद्ध करिए।
उत्तर:
प्रेक्षण सारणी

धागे/रेशे के प्रकार धागे को तोड़ने हेतु आवश्यक कुल भार
कपास 50 ग्राम
ऊन 100 ग्राम
रेशम 120 ग्राम
नाइलॉन 200 ग्राम

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 35

प्रश्न 1.
मेरी माँ सदैव पेट (PET) बोतलें और चावल तथा चीनी संचयन के लिए पेट जार खरीदती हैं। मैं जानने के लिए उत्सुक हूँ कि आखिर यह पेट क्या है?
उत्तर:
पेट (PET) एक प्रकार का पॉलिएस्टर है। इसका उपयोग बोतलें, बर्तन, फिल्म, तार तथा अन्य उपयोगी वस्तुओं के निर्माण हेतु किया जाता है।

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प्रश्न 2.
चारों ओर दृष्टि घुमाइए और पॉलिएस्टर से निर्मित वस्तुओं की सूची बनाइए।
उत्तर:
पॉलिएस्टर से निर्मित वस्तुएँ-कमीज, पेण्ट, साड़ी, धागे, छाते, चादर, स्वेटर आदि।

प्रश्न 3.
ओह! अब मैं समझी कि मेरी माँ रसोई में काम . करते समय पॉलिएस्टर से बने वस्त्र क्यों नहीं पहनतीं?
उत्तर:
पॉलिएस्टर से बने वस्त्र गर्म करने पर पिघल जाते हैं। ये आग को शीघ्र पकड़ लेते हैं। रसोई घर में इन वस्त्रों में आग लगने का खतरा रहता है। आग लगने पर कपड़ा पिघल जाता है और पहनने वाले व्यक्ति के शरीर से चिपक जाता है। ये स्थिति बहुत कष्टदायक होती है। यही कारण है कि वह पॉलिएस्टर से बने वस्त्र रसोईघर में काम करते समय नहीं पहनी।

प्रश्न 4.
कल्पना करिए कि आज वर्षा का दिन है। आप किस प्रकार का छाता प्रयोग में लाएँगे और क्यों?
उत्तर:
हम संश्लेषित कपड़े से बना छाता प्रयोग में लायेंगे क्योंकि ये शीघ्र सूखते हैं, अधिक समय तक चलते हैं, कम महँगे होते हैं तथा आसानी से उपलब्ध और रख-रखाव में सुविधाजनक हैं।

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 36

प्रश्न 1.
क्या संश्लेषित रेशे प्राकृतिक रेशों की अपेक्षा कम जल सोखते हैं? क्या वे सूखने में कम समय लेते हैं?
उत्तर:
हाँ, संश्लेषित रेशे प्राकृतिक रेशों की अपेक्षा कम जल सोखते हैं। हाँ, वे सूखने में कम समय लेते हैं।

प्रश्न 2.
यह क्रियाकलाप आपको संश्लेषित कपड़ों के गुणधर्मों के बारे में क्या बतलाता है?
उत्तर:
यह बतलाता है कि संश्लेषित रेशों से बने कपड़े सूखने में कम समय लेते हैं जबकि प्राकृतिक रेशों से बने कपड़े सूखने में अधिक समय लेते हैं। इसी प्रकार प्राकृतिक रेशों से बने कपड़े अधिक जल सोखते हैं जबकि संश्लेषित रेशों से बने कपड़े कम कम जल सोखते हैं।

प्रश्न 3.
अपने माता-पिता से इन कपड़ों के प्राकृतिक रेशों की तुलना में चिरस्थायित्व (टिकाऊपन), मूल्य और रख-रखाव के विषय में जानकारी प्राप्त कीजिए।
उत्तर:
संश्लेषित रेशों से बने कपड़े, प्राकृतिक रेशों से बने कपड़ों की तुलना में अधिक टिकाऊ, सस्ते और रख-रखाव में सुविधाजनक हैं।
प्लास्टिक

प्रश्न 4.
क्या आपको आश्चर्य नहीं होता कि यह कैसे सम्भव है?
उत्तर:
नहीं, क्योंकि प्लास्टिक को आसानी से साँचों में ढाला जा सकता है और इसका पुनःचक्रण हो सकता है। इसे पुनः प्रयुक्त किया जा सकता है। इसे रंगा और पिघलाया जा सकता है। इसे किसी भी रूप में ढालकर उपयोग में लाया जा सकता है।

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प्रश्न 5.
क्या सभी प्लास्टिक वस्तुएँ सरलतापूर्वक मोड़ी जा सकती हैं?
उत्तर:
नहीं, सभी प्लास्टिक वस्तुएँ मोड़ी नहीं जा सकती।

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 37

प्लास्टिक, हल्का, प्रबल और चिरस्थायी है –

प्रश्न 1.
किस पदार्थ की बनी बाल्टियाँ और मग आज आप उपयोग में ले रहे हैं?
उत्तर:
आजकल हम प्लास्टिक की बनी बाल्टियाँ और मग उपयोग में ले रहे हैं।

प्रश्न 2.
प्लास्टिक पात्रों को उपयोग में लाने के क्या लाभ हैं?
उत्तर:
प्लास्टिक पात्रों को उपयोग में लाने के निम्नलिखित लाभ हैं –

  1. प्लास्टिक पात्र बहुत हल्के, प्रबल और चिरस्थायी होते
  2. ये विभिन्न आकारों और साइजों में ढाले जा सकते हैं।
  3. ये धातुओं को पात्रों की अपेक्षा सस्ते होते हैं।
  4. ये उद्योगों और घरेलू कार्यों में विभिन्न उद्देश्यों हेतु उपयोग में लाए जा सकते हैं।

प्रश्न 3.
विभिन्न प्रकार के प्लास्टिक पात्रों की सूची बनाइए जिन्हें आप दैनिक जीवन में उपयोग में लाते हैं।
उत्तर:
प्लास्टिक पात्र-बाल्टी, मग, गंगा सागर, पानी की टंकी, सामान ले जाने वाली थैलियाँ (कैरी बैग), पाइप, बर्तन, डस्टबिन, मेज, कुर्सी आदि।

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 38

प्रश्न 1.
प्लास्टिक का निस्तारण एक प्रधान समस्या है। क्यों?
उत्तर:
प्लास्टिक एक जैव अनिम्नीकरणीय पदार्थ है जो प्राकृतिक प्रक्रियाओं (जैसे-जीवाणुओं) द्वारा विघटित नहीं होता। इसलिए प्लास्टिक का निस्तारण एक प्रधान समस्या है।

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 39

प्रश्न 1.
कुछ और तरीके भी सुझाइए जिनके द्वारा आप प्लास्टिक पदार्थों के उपयोग को कम करने में सहयोग दे सकते हैं।
उत्तर:
प्लास्टिक पदार्थों के उपयोग को कम करने के लिए हम 4R सिद्धान्त को अपना कर सहयोग दे सकते हैं। उपयोग करिए, पुनः उपयोग करिए, पुनः चक्रित करिये और पुनः प्राप्त करिए। हमें इस प्रकार की आदतें विकसित करनी चाहिए जो पर्यावरण हितैषी हों।

MP Board Class 8th Science Chapter 3 पाठान्त अभ्यास के प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
कुछ रेशे संश्लेषित क्यों कहलाते हैं?
उत्तर:
कुछ रेशे संश्लेषित इसलिए कहलाते हैं क्योंकि ये मनुष्यों द्वारा बनाए जाते हैं।

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प्रश्न 2.
सही उत्तर को चिह्नित (✓) कीजिए –
रेयॉन एक संश्लेषित रेशा नहीं है, क्योंकि –
(क) इसका रूप रेशम समान होता है।
(ख) इसे काष्ठ लुग्दी से प्राप्त किया जाता है।
(ग) इसके रेशों को प्राकृतिक रेशों के समान बुना जा सकता है।
उत्तर:
(ख) इसे काष्ठ लुग्दी से प्राप्त किया जाता है।

प्रश्न 3.
उचित शब्दों द्वारा रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए –

  1. संश्लेषित रेशे ……. अथवा ……… रेशे भी कहलाते हैं।
  2. संश्लेषित रेशे कच्चे माल से संश्लेषित किए जाते हैं, है जो ……. कहलाता है।
  3. संश्लेषित रेशे की भाँति प्लास्टिक भी एक ………. है।

उत्तर:

  1. कृत्रिम, मानव निर्मित।
  2. संश्लेषण।
  3. बहुलक।

प्रश्न 4.
नाइलॉन रेशों से निर्मित दो वस्तुओं के नाम बताइए जो नाइलॉन रेशे की प्रबलता दर्शाती हों।
उत्तर:

  1. पैराशूट।
  2. चट्टानों पर चढ़ने वाली रस्सी।

प्रश्न 5.
खाद्य पदार्थों का संचयन करने हेतु प्लास्टिक पात्रों के उपयोग के तीन प्रमुख लाभ बताइए।
उत्तर:
प्लास्टिक पात्रों के उपयोग के प्रयुक्त लाभ:

  1. ये हल्के होते हैं।
  2. ये प्रबल होते हैं।
  3. ये चिरस्थायी होते हैं।

प्रश्न 6.
थर्मोप्लास्टिक और थर्मोसेटिंग प्लास्टिक के मध्य अन्तर को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
थर्मोप्लास्टिक और थर्मोसेटिंग प्लास्टिक में अन्तर:

थर्मोप्लास्टिक थर्मोसेटिंग प्लास्टिक
यह ऐसा प्लास्टिक है जो गर्म करने पर आसानी से विकृत हो जाता है और सरलतापूर्वक मुड़ जाता है। ये ऐसे प्लास्टिक हैं जिन्हें एक बार साँचे में ढाल दिया जाता है तो इन्हें ऊष्मा देकर नर्म नहीं किया जा सकता। जैसे – पॉलीथीन, पी.वी.सी. जैसे-बैकेलाइट, मेलामाइन। (PVC)

प्रश्न 7.
समझाइए,थर्मोसेटिंगप्लास्टिक से निम्नलिखित क्यों बनाए जाते हैं?

  1. डेगची के हत्थे।
  2. विद्युत् प्लग/स्विच/प्लग बोर्ड।

उत्तर:

  1. डेगची के हत्थे: थर्मोसेटिंग प्लास्टिक ऊष्मा का कुचालक है, इसलिए डेगची के हत्थे थर्मोसेटिंग प्लास्टिक के बनाए जाते हैं।
  2. विद्युत् प्लग/स्विच/प्लग बोर्ड: क्योंकि थर्मोसेटिंग प्लास्टिक विद्युत् का कुचालक है, इसलिए विद्युत् प्लग/स्विच/ प्लगबोर्ड थर्मोसेटिंग प्लास्टिक के बनाए जाते हैं।

प्रश्न 8.
निम्नलिखित पदार्थों को “पुनः चक्रित किए जा सकते हैं” और “पुनः चक्रित नहीं किए जा सकते हैं” में वर्गीकृत कीजिए –
टेलीफोन यन्त्र, प्लास्टिक के खिलौने, कुकर के हत्थे, सामग्री लाने वाले थैले, बॉल प्वॉइंट पेन, प्लास्टिक के कटोरे, विद्युत् तारों के प्लास्टिक आवरण, प्लास्टिक की कुर्सियाँ, विद्युत् स्विच।
उत्तर:
पदार्थ जो पुनः चक्रित किए जा सकते हैं – प्लास्टिक खिलौने, सामग्री लाने वाले थैले, बॉल प्वॉइंट पेन, प्लास्टिक के कटोरे, विद्युत् तारों के प्लास्टिक आवरण, प्लास्टिक की कुर्सियाँ। पदार्थ जो पुनः चक्रित नहीं किए जा सकते हैं – टेलीफोन यन्त्र, कुकर के हत्थे, विद्युत् स्विच।

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प्रश्न 9.
राणा गर्मियों के लिए कमीजें खरीदना चाहता है। उसे सूती कमीजें खरीदनी चाहिए या संश्लेषित? कारण सहित राणा को सलाह दीजिए।
उत्तर:
राणा को गर्मियों के लिए सूती कमीजें खरीदनी चाहिए क्योंकि संश्लेषित कमीजें जल्दी गर्म हो जाती हैं और शरीर से चिपकने लगती हैं। इनके पहनने से पसीना भी अधिक आता है। ये हवा को अन्दर-बाहर नहीं आने देती हैं। इसके विपरीत सूती कमीजों से हवा अन्दर-बाहर आती-जाती है और पसीना सुखा देती है।

प्रश्न 10.
उदाहरण देकर प्रदर्शित कीजिए कि प्लास्टिक की प्रकृति असंक्षारक होती है।
उत्तर:
प्लास्टिक जल और वायु से अभिक्रिया नहीं करते, अतः इनका संक्षारण आसानी से नहीं होता। अतः इनकी प्रकृति असंक्षारक होती है।

उदाहरण:
घर में उपयोग में आने वाले प्लास्टिक के डिब्बे, बाल्टियाँ आदि को कई महीनों तक उपयोग में लाया जाता है उनमें न तो जंग लगती है और न ही उनके सामान्य रूप में बदलाव आता है।

प्रश्न 11.
क्या दाँत साफ करने के ब्रुश का हैण्डल और शूक (ब्रिस्टल) एक ही पदार्थ के बनाने चाहिए? अपना उत्तर स्पष्ट करिये।
उत्तर:
नहीं, दाँत साफ करने के ब्रुश का हैण्डल और शूक एक ही पदार्थ के नहीं बनाने चाहिए क्योंकि दाँत साफ करने के लिए नर्म वस्तु (नाइलॉन) की आवश्यकता होती है जिससे कि दाँत साफ करते समय दाँत और मसूड़ों को कोई नुकसान न हो। इसके विपरीत ब्रुश का हैण्डल सख्त वस्तु (प्लास्टिक) का होना चाहिए ताकि उसे आसानी से सही ढंग से पकड़ा जा सके।

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प्रश्न 12.
“जहाँ तक सम्भव हो प्लास्टिक के उपयोग से बचिए”, इस कथन पर सलाह दीजिए।
उत्तर:
प्लास्टिक अनभिक्रियाशील, हल्का, प्रबल और चिरस्थायी होता है। यह ऊष्मा और विद्युत् का कुचालक है, इसलिये यह बहुत उपयोगी है, परन्तु प्लास्टिक जैव अनिम्नीकरणीय है यह प्राकृतिक प्रक्रियाओं द्वारा सरलता से विघटित नहीं होता है। इसलिए इसका प्रयोग करते समय 4R सिद्धान्त को ध्यान में रखना चाहिए:

  1. उपयोग कम करिए (Reduce)
  2. पुनः उपयोग करिए (Reuse)
  3. पुनः चक्रित करिए (Recycle)
  4. पुनः प्राप्त करिए (Recover)

प्रश्न 13.
कॉलम A के पदों का कॉलम B में दिए गए वाक्य खण्डों से सही मिलान कीजिए –
MP Board Class 8th Science Solutions Chapter 3 संश्लेषित रेशे और प्लास्टिक 1
उत्तर:

  1. → (d)
  2. → (c)
  3. → (a)
  4. → (b)

प्रश्न 14.
“संश्लेषित रेशों का औद्योगिक निर्माण | वास्तव में वनों के संरक्षण में सहायक हो रहा है।” टिप्पणी कीजिए।
उत्तर:
संश्लेषित रेशों को पौधों और जन्तुओं से प्राप्त नहीं किया जाता है। इन्हें रासायनिक पदार्थों का उपयोग करके बनाया जाता है। ये मानव निर्मित कृत्रिम रेशे हैं। इसलिए इनके निर्माण में पेड़-पौधों को काटने की आवश्यकता नहीं होती जबकि प्राकृतिक रेशों को प्राप्त करने के लिए पेड़-पौधों को काटना पड़ता है वहीं संश्लेषित रेशों के लिए इनकी आवश्यकता नहीं होती। अतः यह कहा जा सकता है कि संश्लेषित रेशों का औद्योगिक निर्माण वास्तव में वनों के संरक्षण में सहायक हो रहा है।

प्रश्न 15.
यह प्रदर्शन करने हेतु एक क्रियाकलाप का वर्णन करिए कि थर्मोप्लास्टिक विद्युत् का कुचालक है।
उत्तर:
थर्मोप्लास्टिक ऐसे प्लास्टिक हैं जो गर्म करने पर आसानी से विकृत हो जाते हैं और मुड़ जाते हैं। जैसे-पॉलिथीन, पीवीसी (PVC)। सर्वप्रथम हम थर्मोप्लास्टिक से बनी वस्तु, एक सेल और एक टॉर्च बल्ब लेकर विद्युत् परिपथ बनाते हैं। जब हम एक सेल के साथ एक बल्ब और एक थर्मोप्लास्टिक की वस्तु को चित्रानुसार जोड़ते हैं, तो हम देखते हैं कि बल्ब नहीं जलता है। यदि हम इस परिपथ में से थर्मोप्लास्टिक की वस्तु को हटा देते हैं तो बल्ब जलने लगता है। अतः इससे निष्कर्ष निकलता है कि थर्मोप्लास्टिक विद्युत् का कुचालक है इसमें होकर विद्युत् प्रवाहित नहीं होती है।
MP Board Class 8th Science Solutions Chapter 3 संश्लेषित रेशे और प्लास्टिक 2

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MP Board Class 8th Science Solutions Chapter 2 सूक्ष्मजीव: मित्र एवं शत्रु

MP Board Class 8th Science Solutions Chapter 2 सूक्ष्मजीव: मित्र एवं शत्रु

MP Board Class 8th Science Chapter 2 पाठ के अन्तर्गत के प्रश्नोत्तर

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 17

प्रश्न 1.
क्या आप जानते हैं ये संरचनाएँ क्या हैं? यह कहाँ से आई हैं?
उत्तर:
हाँ, हम जानते हैं, ये संरचनाएँ सूक्ष्मजीव हैं। ये नम वातावरण से आई हैं।

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 19

प्रश्न 1.
हमने अपनी माँ को गर्म (गुनगुने) दूध में थोड़ा-सा दही मिलाते हुए देखा है जिससे दही जम जाता है। हमें आश्चर्य हुआ ऐसा क्यों?
उत्तर:
जब गुनगुने दूध में थोड़ा-सा दही मिलाकर रखते हैं, तो उसमें लैक्टोबैसिलस जीवाणु उत्पन्न हो जाते हैं, जो दूध को दही में परिवर्तित कर देते हैं।

प्रश्न 2.
रवा (सूजी), इडली एवं भटूरे का एक महत्वपूर्ण संघटक दही है। क्या आप अनुमान लगा सकते हैं कि ऐसा क्यों है?
उत्तर:
दही में लैक्टोबैसिलस नामक जीवाणु पाए जाते हैं जो किण्वन (फर्मेंटेशन) की क्रिया करते हैं।

पाठ्य पुस्तक पृष्ठ संख्या # 21

प्रश्न 1.
शिशु एवं बच्चों को टीका क्यों लगाया जाता है?
उत्तर:
शिशु एवं बच्चों के शरीर में प्रतिरक्षी उत्पन्न करके रोगकारक सूक्ष्मजीवों को नष्ट करने के लिए टीका लगाया जाता है। टीके द्वारा अनेक बीमारियों को रोका जा सकता है।

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 22

प्रश्न 1.
पहेली और बूझो जानना चाहते हैं कि यह किस प्रकार हुआ?
उत्तर:
सूक्ष्मजीवों द्वारा पादप अपशिष्ट एवं फल-सब्जियों के कचरे का अपघटन करके उसे खाद में बदल दिया जाता है।

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 23

प्रश्न 1.
तब आप संचरणीय रोगों का फैलना किस प्रकार रोकते हैं?
उत्तर:
संचरणीय रोगों का फैलना हम निम्न प्रकार रोकते हैं –

  1. छींकते एवं खाँसते समय अपने मुँह एवं नाक पर रूमाल रख लेते हैं।
  2. संक्रमित व्यक्ति से दूर रहते हैं।
  3. भोजन को ढककर रखते हैं।

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प्रश्न 2.
अध्यापक हमसे ऐसा क्यों कहते हैं कि अपने आस-पास पानी एकत्रित न होने दें।
उत्तर:
अध्यापक हमसे अपने आस-पास पानी एकत्रित न होने के लिए इसलिए कहते हैं क्योंकि सभी मच्छर जल में उत्पन्न होते हैं जो मलेरिया आदि बीमारी फैलाते हैं। ऐसा करने से मलेरिया, डेंगू आदि को फैलने से रोका जा सकता है।

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 25

प्रश्न 1.
पहेली को आश्चर्य होता है कि भोजन ‘विष’ कैसे बन सकता है?
उत्तर:
हमारे भोजन में उत्पन्न होने वाले सूक्ष्मजीव कभी-कभी विषैले पदार्थ उत्पन्न करते हैं जिससे भोजन ‘विष’ बन जाता है।

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 26

प्रश्न 1.
थैलियों में आने वाला दूध संदूषित क्यों नहीं होता? मेरी माँ ने बताया कि यह दूध ‘पॉश्चरीकृत’ है। पॉश्चरीकरण क्या है?
उत्तर:
इस प्रक्रिया में दूध को पहले 70°C पर 15 – 30 सेकण्ड तक गर्म किया जाता है फिर एकाएक ठण्डा करके उसे थैलियों में भण्डारण करते हैं। ऐसा करने से सूक्ष्मजीवों की वृद्धि रुक जाती है और दूध सन्दूषित नहीं होता। इस प्रक्रिया की खोज वैज्ञानिक लुई पॉश्चर ने की थी, इसीलिए इसे पॉश्चरीकरण कहते हैं।

MP Board Class 8th Science Chapter 2 पाठान्त अभ्यास के प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.

  1. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए(क) सूक्ष्मजीवों को ……… की सहायता से देखा जा सकता है।
  2. नीले-हरे शैवाल वायु से ……… का स्थिरीकरण करते हैं जिससे मिट्टी की उर्वरता में वृद्धि होती है।
  3. ऐल्कोहॉल का उत्पादन …… नामक सूक्ष्मजीव की सहायता से किया जाता है।
  4. हैजा …….. के द्वारा होता है।

उत्तर:

  1. सूक्ष्मदर्शी।
  2. नाइट्रोजन।
  3. यीस्ट।
  4. जीवाणु।

प्रश्न 2.
सही शब्द के आगे (✓) का निशान लगाइए –
(क) यीस्ट का उपयोग निम्न के उत्पादन में होता है –

  1. चीनी।
  2. ऐल्कोहॉल।
  3. हाइड्रोक्लोरिक अम्ल।
  4. ऑक्सीजन।

(ख) निम्न में से कौन-सा प्रतिजैविक है?

  1. सोडियम बाइकार्बोनेट।
  2. स्ट्रेप्टोमाइसिन।
  3. ऐल्कोहल।
  4. यीस्ट।

(ग) मलेरिया परजीवी का वाहक है?

  1. मादा एनॉफिलीज मच्छर।
  2. कॉकरोच।
  3. घरेलू मक्खी।
  4. तितली।

(घ) संचरणीय रोगों का सबसे मुख्य कारक है?

  1. चींटी।
  2. घरेलू मक्खी।
  3. ड्रेगन मक्खी।
  4. मकड़ी।

(ङ) ब्रेड अथवा इडली फूल जाती है, इसका कारण है?

  1. उष्णता।
  2. पीसना।
  3. यीस्ट कोशिकाओं की वृद्धि।
  4. माड़ने के कारण।

(च) चीनी को ऐल्कोहॉल में परिवर्तित करने के प्रक्रम का नाम है –

  1. नाइट्रोजन स्थिरीकरण।
  2. मोल्डिंग।
  3. किण्वन।
  4. संक्रमण।

उत्तर:
(क) ऐल्कोहॉल।

(ख) स्ट्रेप्टोमाइसिन।

(ग) मादा एनॉफिलीज मच्छ।

(घ) घरेलू मक्खी।

(ङ) यीस्ट कोशिकाओं की वृद्धि।

(च) किण्वन।

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प्रश्न 3.
कॉलम-I के जीवों का मिलान कॉलम-II में दिए गए उनके कार्य से कीजिए –
MP Board Class 8th Science Solutions Chapter 2 सूक्ष्मजीव मित्र एवं शत्रु 1
उत्तर:
(क) → (v)
(ख) → (i)
(ग) → (ii)
(घ)  → (iii)
(ङ) → (iv)
(च) → (vi)

प्रश्न 4.
क्या सूक्ष्मजीव बिना यन्त्र की सहायता से देखे जा सकते हैं? यदि नहीं तो वे कैसे देखे जा सकते हैं?
उत्तर:
नहीं, सूक्ष्मजीव बिना यन्त्र की सहायता से नहीं देखे जा सकते। इन्हें सूक्ष्मदर्शी एवं आवर्धक लेन्स की सहायता से देख सकते हैं।

प्रश्न 5.
सूक्ष्मजीवों के मुख्य वर्ग कौन-कौन से हैं?
उत्तर:
सूक्ष्मजीवों के मुख्य वर्ग निम्नलिखित हैं –

  1. जीवाणु।
  2. कवक।
  3. प्रोटोजोआ।
  4. शैवाल।
  5. विषाणु।

प्रश्न 6.
वायुमण्डलीय नाइट्रोजन का मिट्टी में स्थिरीकरण करने वाले सूक्ष्मजीवों के नाम लिखिए।
उत्तर:
वायुमण्डलीय नाइट्रोजन का मिट्टी में स्थिरीकरण करने वाले सूक्ष्मजीव हैं – राइजोबीय जीवाणु, मिट्टी में उपस्थित जीवाणु तथा नीले-हरे शैवाल।

प्रश्न 7.
हमारे जीवन में उपयोगी सूक्ष्मजीवों के बारे में 10 पंक्तियाँ लिखिए।
उत्तर:

  1. सूक्ष्मजीवों का उपयोग पर्यावरण को स्वच्छ रखने में किया जाता है।
  2. जीवाणुओं का उपयोग औषधि बनाने में किया जाता है।
  3. इनका उपयोग टीका बनाने में किया जाता है।
  4. ये कृषि में मृदा की उर्वरता में वृद्धि करने में सहायक
  5. इनका उपयोग ब्रेड, केक एवं दही आदि बनाने में किया जाता है।
  6. ये पौधों को रोगों से बचाने में भी सहायक हैं।
  7. ये जन्तुओं को बीमारी से बचाने में सहायक हैं।
  8. ये किण्वन प्रक्रिया में सहायक हैं।
  9. ये शराब, ऐल्कोहॉल, ऐसीटिक अम्ल आदि बनाने में सहायक है।
  10. अचार, पनीर तथा अन्य खाद्य पदार्थ भी इनकी सहायता से बनाये जाते हैं।

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प्रश्न 8.
सूक्ष्मजीवों द्वारा होने वाले हानिकारक प्रभावों का संक्षिप्त विवरण दीजिए।
उत्तर:
सूक्ष्मजीवों द्वारा होने वाली हानियाँ निम्नलिखित हैं –

  1. सूक्ष्मजीव संक्रमित व्यक्ति से स्वस्थ व्यक्ति में संचरणीय रोग फैलाते हैं। जैसे-क्षयरोग, हैजा आदि।
  2. कुछ सूक्ष्मजीव जन्तुओं में रोग उत्पन्न करते हैं। जैसे-जीवाणु द्वारा एंथ्रेक्स।
  3. कुछ सूक्ष्मजीव भोजन को विषाक्त कर देते हैं जिसके खाने से मनुष्य की मृत्यु तक हो सकती है।
  4. कुछ जीव पौधों में रोग उत्पन्न करते हैं। जैसे-गेहूँ की रस्ट कवक से, नींबू कैंकर जीवाणु से तथा भिण्डी की पीत विषाणु से आदि।

प्रश्न 9.
प्रतिजैविक क्या हैं? प्रतिजैविक लेते समय कौन-सी सावधानियाँ रखनी चाहिए?
उत्तर:
ऐसी औषधियाँ जो बीमारी पैदा करने वाले सूक्ष्मजीवों को नष्ट कर देती हैं अथवा उनकी वृद्धि को रोक देती हैं, प्रतिजैविक कहलाती हैं। ऐसी औषधियों का स्रोत सूक्ष्मजीव होते हैं।

प्रतिजैविक लेते समय सावधानियाँ:

  1. प्रतिजैविक दवाएँ डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही लेनी चाहिए और उस दवा का पूरा कोर्स करना चाहिए।
  2. आवश्यकता न होने पर प्रतिजैविक का उपयोग नहीं करना चाहिए। अनावश्यक रूप से प्रतिजैविक का उपयोग उतना प्रभावी नहीं होता।
  3. अनावश्यक रूप से ली गई प्रतिजैविक शरीर में उपस्थित उपयोगी जीवाणुओं को नष्ट कर देती है।
  4. सर्दी-जुकाम एवं फ्लू में प्रतिजैविक का उपयोग नहीं करना चाहिए।

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MP Board Class 8th Science Solutions Chapter 1 फसल उत्पादन एवं प्रबंध

MP Board Class 8th Science Solutions Chapter 1 फसल उत्पादन एवं प्रबंध

MP Board Class 8th Science Chapter 1 पाठ के अन्तर्गत के प्रश्नोत्तर

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 01

प्रश्न 1.
मैं जानना चाहता हूँ कि हम इन औजारों का उपयोग कहाँ और कैसे करते हैं?
उत्तर:
हम इन औजारों का उपयोग कृषि से सम्बन्धित विभिन्न कार्यों में करते हैं; जैसे-मिट्टी तैयार करना, जुताई करना, बुआई करना, कटाई करना इत्यादि।

प्रश्न 2.
हरे पौधे अपना भोजन किस प्रकार संश्लेषित करते हैं?
उत्तर:
हरे पौधे अपना भोजन सूर्य के प्रकाश, वायु और मिट्टी से प्राप्त नमी द्वारा संश्लेषित करते हैं।

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प्रश्न 3.
जन्तुओं के भोजन का स्त्रोत क्या है?
उत्तर:
जन्तुओं के भोजन का स्रोत हरे पेड़-पौधे और अन्य जन्तु हैं।

प्रश्न 4.
हम भोजन ग्रहण ही क्यों करते हैं?
उत्तर:
हम शारीरिक क्रियाओं हेतु ऊर्जा प्राप्त करने के लिए भोजन ग्रहण करते हैं। प्राप्त ऊर्जा का उपयोग विभिन्न जैविक प्रक्रमों, जैसे-पाचन, श्वसन एवं उत्सर्जन के सम्पादन में करते हैं।

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 02

प्रश्न 1.
धान को शीत ऋतु में क्यों नहीं उगाया जा सकता?
उत्तर:
धान को उगाने के लिए बहुत अधिक पानी की आवश्यकता होती है, अतः इसे शीत ऋतु में नहीं उगाया जा सकता। इसे केवल वर्षा ऋतु में ही उगाया जा सकता है।

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प्रश्न 2.
पोली मिट्टी किस प्रकार पौधों की जड़ों को सरलता से श्वसन कराने में सहायक है?
उत्तर:
पोली मिट्टी में वायु अधिक गहराई तक जा सकती है इसलिए गहराई में फँसी जड़ें भी सरलता से श्वसन कर सकती हैं।

प्रश्न 3.
मिट्टी को पलटना और पोला करना क्यों आवश्यक है?
उत्तर:
मिट्टी को पलटने और पोला करने से पोषक तत्व ऊपर आ जाते हैं और पौधे इन पोषक तत्वों का उपयोग कर सकते हैं। अतः मिट्टी को उलटना-पलटना एवं पोला करना फसल उगाने के लिए आवश्यक है।

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 04

प्रश्न 1.
एक दिन मैंने अपनी माँ को देखा कि माँ चने के कुछ बीज एक बर्तन में रखकर उसमें कुछ पानी डाल रही हैं। कुछ मिनट पश्चात् कुछ बीज पानी के ऊपर तैरने लगे। मुझे आश्चर्य हुआ कि कुछ बीज पानी के ऊपर क्यों तैरने लगे?
उत्तर:
यह अच्छे तथा स्वस्थ बीजों को क्षतिग्रस्त बीजों से अलग करने की एक विधि है। कुछ बीज पानी में इसलिए तैरने लगे क्योंकि वे हल्के, क्षतिग्रस्त व खोखले थे।

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 05

प्रश्न 1.
मेरे विद्यालय के समीप एक पौधशाला (नर्सरी) है। मैंने देखा कि पौधे छोटे-छोटे थैलों में रखे हैं। वे इस प्रकार क्यों रखे गए हैं?
उत्तर:
धान जैसे कुछ पौधों के बीजों तथा वनीय एवं पुष्पी पौधों को पौधशाला में उगाया जाता है। जब पौध तैयार हो जाती है तो इन्हें नष्ट होने से बचाने के लिए छोटे-छोटे थैलों में रख देते हैं। फिर जहाँ खेतों में इन्हें रोपित करना होता है, तब इन्हें थैलों से निकाल कर हाथों से खेत में रोपित कर देते हैं।

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प्रश्न 2.
मैंने एक खेत में उगने वाली स्वस्थ फसल के पौधों को देखा जबकि पास के खेत में पौधे कमजोर थे। कुछ पौधे अन्य पौधों की तुलना में ज्यादा अच्छी तरह से क्यों उगते हैं?
उत्तर:
जिन पौधों को पोषक तत्व, जल, खाद और उर्वरक पर्याप्त मात्रा में मिलते हैं, वे पौधे उन पौधों की तुलना में ज्यादा अच्छी तरह से उगते हैं जिन्हें खाद्य पदार्थ, जल, खाद और उर्वरक उचित मात्रा में न मिले हों।

प्रश्न 3.
खेत कभी खाली नहीं छोड़े जाते। कल्पना कीजिए कि पोषकों का क्या होता है?
उत्तर:
लगातार फसलों के उगने से मिट्टी में कुछ पोषकों की कमी हो जाती है। इस क्षति को पूरा करने के लिए किसान खेतों में खाद देते हैं।

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 10

प्रश्न 1.
क्या ये अन्य पौधे विशेष उद्देश्य के लिए उगाए गए हैं?
उत्तर:
नहीं, ये पौधे विशेष उद्देश्य के लिए नहीं उगाए गए हैं। ये पौधे अवांछित हैं और प्राकृतिक रूप से फसल के साथ उग आते हैं। इन पौधों को खरपतवार कहते हैं।

प्रश्न 2.
क्या खरपतवारनाशी का प्रभाव इसको छिड़कने वाले व्यक्ति पर भी पड़ता है?
उत्तर:
हाँ,खरपतवारनाशी का प्रभाव इसको छिड़कने वाले व्यक्ति पर भी पड़ता है। अतः छिड़काव करते समय इन्हें अपना मुँह और नाक कपड़े से ढक लेना चाहिए।

पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 11

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प्रश्न 1.
मैंने अपनी माँ को अनाज रखे लोहे के ड्रम में नीम की सूखी पत्तियाँ रखते देखा। मुझे आश्चर्य हुआ क्यों?
उत्तर:
माँ ने अनाज रखे लोहे के ड्रम में नीम की सूखी पत्तियाँ इसलिए रखी हैं, जिससे कि अनाज कीटों से सुरक्षित रहे। इसमें आश्चर्य होने की कोई बात नहीं है।

MP Board Class 8th Science Chapter 1 पाठान्त अभ्यास के प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
उचित शब्द छाँटकर रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए –
तैरने, जल, फसल, पोषक, तैयारी।

  1. एक स्थान पर एक ही प्रकार की बड़ी मात्रा में उगाए गए पौधों को ……….. कहते हैं।
  2. फसल उगाने से पहले प्रथम चरण मिट्टी की ……….. होती है।
  3. क्षतिग्रस्त बीज जल की सतह पर ……….. लगेंगे।
  4. फसल उगाने के लिए पर्याप्त सूर्य का प्रकाश एवं मिट्टी से ………. तथा ……….. आवश्यक है।

उत्तर:

  1. फसल।
  2. तैयारी।
  3. तैरने।
  4. जल, पोषक।

प्रश्न 2.
‘कॉलम A’ में दिए गए शब्दों का मिलान ‘कॉलम B’ से कीजिए।
MP Board Class 8th Science Solutions Chapter 1 फसल उत्पादन एवं प्रबंध 1
उत्तर:

  1. → (e)
  2. → (d)
  3. → (b)
  4. → (c)

प्रश्न 3.
निम्न के दो-दो उदाहरण दीजिए –

  1. खरीफ फसल।
  2. रबी फसल।

उत्तर:

  1. खरीफ फसल-कपास, मक्का।
  2. रबी फसल-गेहूँ, चना।

प्रश्न 4.
निम्न पर अपने शब्दों में एक-एक पैराग्राफ लिखिए

  1. मिट्टी तैयार करना।
  2. बुआई।
  3. निराई।
  4. शिंग।

उत्तर:
1. मिट्टी तैयार करना:
फसल उगाने से पहले यह प्रथम चरण है। इस प्रक्रिया में प्रथम कार्य मिट्टी को पलटना तथा इसे पोला बनाना है। इससे जड़ें भूमि में गहराई तक चली जाती हैं। पोली मिट्टी में जड़ें सरलता से श्वसन कर सकती हैं। पोली मिट्टी में केंचुओं और सूक्ष्मजीवों की वृद्धि होती है जो मिट्टी को ओर पलटकर पोला करते हैं तथा ह्यूमस बनाते हैं। मिट्टी को उलटने-पलटने एवं पोला करने की प्रक्रिया जुताई कहलाती है। खेतों में हल चलाकर जुताई की जाती है। इसके बाद बुआई हेतु खेत को पाटल की सहायता से समतल किया जाता है।

2. बुआई:
यह खेतों में बीज डालने की विधि है। इसके लिए अच्छी गुणवत्ता वाले बीजों का चयन किया जाता है। अच्छी गुणवत्ता वाले बीज अच्छी किस्म के साफ एवं स्वस्थ बीज होते हैं। ये बीज अधिक उपज देते हैं। बीजों की बोआई के लिए परम्परागत औजार को उपयोग में लाते हैं। यह कीप के आकार का होता है। इसमें होकर बीज दो-तीन नुकले सिरे वाले पाइपों से होकर गुजरते हैं। ये सिरे मिट्टी को भेदकर बीज को स्थापित कर देते हैं। आजकल बोआई ट्रैक्टर द्वारा संचालित सीड-ड्रिल से की जाती हैं। इससे बीज समान दूरी और गहराई पर रहते हैं तथा मिट्टी द्वारा ढ़क जाते हैं।

3. निराई:
खेतों में फसल के साथ कई अवांछित पौधे प्राकृतिक रूप से उग आते हैं। ये अवांछित पौधे खरपतवार कहलाते हैं। खरपतवार हटाने को निराई कहते हैं। निराई न करने से फसल की वृद्धि पर प्रभाव पड़ता है। खरपतवार के होने से
फसल को जल, जगह, पोषक तत्व तथा प्रकाश पूर्ण रूप से नहीं मिल पाता। ये कटाई में भी बाधा डालते हैं। कुछ खरपतवार मनुष्य एवं पशुओं के लिए विषैले भी हो सकते हैं। फसल को उगाने से पहले खेत जोतने से खरपतवार आसानी से हट जाते हैं। ये सूखकर मिट्टी में मिल जाते हैं। खरपतवार हटाने का उचित समय पुष्पन एवं बीज बनने से पहले का होता है। खरपतवार पौधों को हाथ से जड़ सहित उखाड़कर अथवा भूमि के निकट से काटकर किया जाता है। इस कार्य को खुरपी या हैरो की सहायता से किया जाता है।

4. श्रेशिंग:
जब फसल पक जाती है तो उसे काटा जाता है। फसल को काटना कटाई कहलाता है। काटी गई फसल से बीजों/दानों को अलग किया जाता है। इसे श्रेशिंग कहते हैं। थ्रेशिंग का कार्य कॉम्बाइन मशीन द्वारा किया जाता है, जो वास्तव में हार्वेस्टर और थ्रेशर का संयुक्त रूप है।

प्रश्न 5.
स्पष्ट कीजिए कि उर्वरक खाद से किस प्रकार भिन्न है?
उत्तर:
उर्वरक और खाद में भिन्नता –
MP Board Class 8th Science Solutions Chapter 1 फसल उत्पादन एवं प्रबंध 2

प्रश्न 6.
सिंचाई किसे कहते हैं? जल संरक्षित करने वाली सिंचाई की दो विधियों का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
उचित समय एवं विभिन्न अन्तराल पर खेत में जल देना सिंचाई कहलाता है। जल संरक्षित करने वाली सिंचाई की दो विधियाँ हैं –
(1) छिड़काव तन्त्र:
इस विधि का उपयोग असमतल भूमि, जहाँ जल कम मात्रा में उपलब्ध हो, किया जाता है। इस विधि में पाइपों के ऊपर घूमने वाले नोजल लगे होते हैं। ये पाइप निश्चित दूरी पर मुख्य पाइप से जुड़े रहते हैं। जब पम्प द्वारा जल को मुख्य पाइप में भेजा जाता है, तो यह घूमते हुए नोजल से बाहर
निकल कर पौधों पर वर्षा की भाँति छिड़काव करता है। बलुई । मिट्टी के लिए यह विधि अत्यन्त उपयोगी है।

(2) ड्रिप तन्त्र:
इस विधि में जल बूंद-बूंद करके पौधों पर गिरता है। इस विधि का उपयोग करने से जल व्यर्थ नहीं जाता। यह विधि फलदार पौधों, बगीचों एवं वृक्षों को पानी देने के लिए सर्वोत्तम विधि है। यह जल की कमी वाले क्षेत्रों के लिए अधिक उपयुक्त है।

प्रश्न 7.
यदि गेहूँ को खरीफ ऋतु में उगाया जाए तो क्या होगा? चर्चा कीजिए।
उत्तर:
गेहूँ रबी की फसल है। इसे शीत ऋतु में उगाया जाता है। खरीफ की फसल जून से सितम्बर तक होती है। इस समय वर्षा काफी अधिक मात्रा में होती है। यदि गेहूँ को इस समय उगाया जाये तो गेहूँ के पौधे अधिक मात्रा में पानी मिलने की वजह से सडकर खराब हो जायेंगे और फसल नष्ट हो जाएगी।

प्रश्न 8.
खेत में लगातार फसल उगाने से मिट्टी पर क्या प्रभाव पड़ता है? व्याख्या कीजिए।
उत्तर:
खेत में लगातार फसल उगाने से मिट्टी में पोषक तत्वों की कमी हो जाती है। इस कमी को पूरा करने के लिए किसान खेतों में खाद तथा उर्वरक डालते हैं। इससे किसान एक फसल के बाद दूसरी किस्म की फसल उगाते हैं। खेत में अपर्याप्त खाद होने से पौधे कमजोर हो जाते हैं।

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प्रश्न 9.
खरपतवार क्या है? हम उनका नियन्त्रण कैसे कर सकते हैं?
उत्तर:
खेत में फसल के साथ कुछ अवांछित पौधे उग आते हैं, इन पौधों को खरपतवार कहते हैं। इनको हटाना आवश्यक होता है अन्यथा ये फसल की वृद्धि में बाधा डालते हैं। पशुओं और मनुष्यों के लिए ये विषैले/हानिकार भी हो सकते हैं। इनका नियन्त्रण निम्न प्रकार किया जा सकता है –

  1. फसल उगाने से पहले खेत जोतकर इन्हें नष्ट किया जा सकता है। खेत जोतने पर ये सूखकर नष्ट हो जाते हैं।
  2. पुष्पन एवं बीज बनने से पहले इन्हें हाथ से, खुरपी से या हैरो की सहायता से हटाया जा सकता है।
  3. खेतों में खरपतवारनाशी रसायनों का उपयोग करके इन पर नियन्त्रण किया जा सकता है।

प्रश्न 10.
निम्न बॉक्स को सही क्रम में इस प्रकार लगाइए कि गन्ने की फसल उगाने का रेखाचित्र तैयार हो जाए –
MP Board Class 8th Science Solutions Chapter 1 फसल उत्पादन एवं प्रबंध 4
उत्तर:
MP Board Class 8th Science Solutions Chapter 1 फसल उत्पादन एवं प्रबंध 3

प्रश्न 11.
नीचे दिए गए संकेतों की सहायता से पहेली को पूरा कीजिए –
ऊपर से नीचे की ओर:
1. सिंचाई का एक पारस्परिक तरीका।
2. बड़े पैमाने पर पालतू पशुओं की उचित देखभाल करना।
3. फसल जिन्हें वर्षा ऋतु में बोया जाता है।
6. फसल पक जाने के बाद काटना।

बाई से दाईं ओर:
1. शीत ऋतु में उगाई जाने वाली फसलें।
4. एक ही किस्म के पौधे जो बड़े पैमाने पर उगाए जाते हैं।
5. रासायनिक पदार्थ जो पौधों को पोषक प्रदान करते हैं।
7. खरपतवार हटाने की प्रक्रिया।
MP Board Class 8th Science Solutions Chapter 1 फसल उत्पादन एवं प्रबंध 5

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MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 16 प्राकृतिक संसाधनों का संपोषित प्रबंधन

MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 16 प्राकृतिक संसाधनों का संपोषित प्रबंधन

MP Board Class 10th Science Chapter 16 पाठान्तर्गत प्रश्नोत्तर

प्रश्न श्रृंखला-1 # पृष्ठ संख्या 302

प्रश्न 1.
पर्यावरण-मित्र बनने के लिए आप अपनी आदतों में कौन-से परिवर्तन ला सकते हैं?
उत्तर:
पर्यावरण-मित्र बनने के लिए हम अपनी आदतों में निम्न प्रकार परिवर्तन ला सकते हैं –

  1. हम प्राकृतिक संसाधनों (प्राकृतिक सम्पदा) का संरक्षण के लिए कम उपयोग’, ‘पुनः चक्रण’ एवं ‘पुनः उपयोग’ की नीति अपनाकर पर्यावरण पर पड़ने वाले दबाव को कम कर सकते हैं।
  2. हम जल, वायु, मृदा आदि को स्वयं भी प्रदूषित नहीं करेंगे और न औरों को करने देंगे।
  3. पर्यावरण के प्रति जनजागरण (जागरूकता) की अलख जगाएँगे।

प्रश्न 2.
संसाधनों के दोहन के लिए कम अवधि के उद्देश्य से परियोजना के क्या लाभ हो सकते हैं?
उत्तर:
अगर संसाधनों के दोहन के लिए कम अवधि के उद्देश्य से परियोजना वर्तमान पीढ़ी के लिए बहुत लाभदायक होगी क्योंकि आर्थिक विकास की दर तीव्र होगी।

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प्रश्न 3.
यह लाभ लम्बी अवधि को ध्यान में रखकर बनाई गई परियोजनाओं के लाभ से किस प्रकार भिन्न है?
उत्तर:
अगर हम संसाधनों के दोहन के लिए कम अवधि के उद्देश्य से परियोजनाएँ तैयार करते तो उसका लाभ वर्तमान पीढ़ी अपनी आवश्यकतानुसार उठा सकती है लेकिन लम्बी अवधि की परियोजनाओं से वर्तमान पीढ़ी भी लाभान्वित होगी साथ ही साथ भावी पीढ़ी भी इसका लाभ उठाएगी।

प्रश्न 4.
क्या आपके विचार में संसाधनों का समान वितरण होना चाहिए? संसाधनों के समान वितरण के विरुद्ध कौन-कौन ताकतें कार्य कर सकती हैं?
उत्तर:
पृथ्वी के सभी प्राकृतिक संसाधनों का सम्पूर्ण मानव समुदाय में समान वितरण होना चाहिए जिससे प्रत्येक व्यक्ति उस साधन का उपयोग कर सके। मनुष्य का लालच, भ्रष्टाचार, समृद्धशाली एवं शक्तिशाली लोगों का दल इस समान वितरण के विरुद्ध कार्य कर सकता है।

प्रश्न श्रृंखला-2 # पृष्ठ संख्या 306

प्रश्न 1.
हमें वन एवं वन्य जीवन का संरक्षण क्यों करना चाहिए?
उत्तर:
हमें वन एवं वन्य जीवन का संरक्षण करना चाहिए क्योंकि वन एवं वन्य जीव हमारे लिए बहुत उपयोगी होते हैं।

  1. वनों से हमें भोजन, ईंधन, इमारती लकड़ी, औषधियाँ आदि अनगिनत उपयोगी सामग्री प्राप्त होती है।
  2. वन हमारे पर्यावरण को शुद्ध करते हैं। हमें प्राण वायु ऑक्सीजन प्रदान करते हैं, भूमि क्षरण रोकते हैं तथा वर्षा को आमंत्रित करते हैं।
  3. वन्य जीवों से हमको बहुकीमती वस्तुएँ एवं औषधियाँ प्राप्त होती हैं; जैसे-हाथी दाँत, कस्तूरी, लाख, चमड़ा आदि।

प्रश्न 2.
संरक्षण के लिए कुछ उपाय सुझाइए।
उत्तर:
वन एवं वन्य जीव संरक्षण के उपाय:

  1. वनों के अतिदोहन पर अंकुश लगाकर तथा वृक्षारोपण के द्वारा वनों का संरक्षण किया जा सकता है।
  2. वन्य जीवों के शिकार (वध) पर रोक लगाकर एवं अभयारण्यों द्वारा उनका संरक्षण किया जा सकता है।

प्रश्न श्रृंखला-3 # पृष्ठ संख्या 310

प्रश्न 1.
अपने निवास क्षेत्र के आस-पास जल संग्रहण की परम्परागत पद्धति का पता लगाइए।
उत्तर:
हमारे क्षेत्र के आस-पास जल संग्रहण की परम्परागत पद्धति तालाब (पोखर) है।

प्रश्न 2.
इस पद्धति की पेय जल व्यवस्था पर्वतीय क्षेत्रों में, मैदानी क्षेत्र अथवा पठार क्षेत्र से तुलना कीजिए।
उत्तर:
मैदानी क्षेत्र अथवा पठार क्षेत्र में निचले स्थानों पर जल का संग्रहण एक तालाब या पोखर या झील के रूप में होता है तथा पर्वतीय क्षेत्र में जल के बहाव को रोकने के लिए छोटे बाँध बनाने पड़ते हैं जिससे जल का संग्रहण किया जा सके।

प्रश्न 3.
अपने क्षेत्र में जल के स्रोत का पता लगाइए। क्या इस स्रोत से प्राप्त जल उस क्षेत्र के सभी निवासियों को उपलब्ध है?
उत्तर:
हमारे क्षेत्र में जल का प्रमुख स्रोत भौम जल है जो कुओं या नलकूपों के माध्यम से उस क्षेत्र के सभी निवासियों को उपलब्ध है।

MP Board Class 10th Science Chapter 16 पाठान्त अभ्यास के प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
अपने घर को पर्यावरण-मित्र बनाने के लिए आप उसमें कौन-कौन से परिवर्तन सुझा सकते हैं?
उत्तर:
अपने घर को पर्यावरण-मित्र बनाने के लिए हम निम्न परिवर्तन सुझाएँगे:

  1. सौर ऊर्जा उपकरणों का अधिकाधिक प्रयोग करना।
  2. किचन गार्डन बनाना तथा पौधारोपण करना।
  3. घरेलू कचरे को दो अलग-अलग पात्रों में रखना एक में जैव निम्नीकरणीय एवं दूसरे में अजैव निम्नीकरणीय।
  4. फल-सब्जियों के छीलन एवं अवशेषों को किचन गार्डन में पौधों में डालना।
  5. वर्षा जल संग्रहण करना।
  6. पॉलीथीन एवं प्लास्टिक की थैलियाँ एवं बर्तनों के स्थान पर कपड़े, कागज एवं पत्तों से बने थैले एवं बर्तनों को उपयोग में लाना।
  7. घर के अन्दर एवं बाहर की सफाई व्यवस्था बनाए रखना।
  8. संसाधनों का न्यूनतम मितव्ययिता के साथ उपयोग करना।

प्रश्न 2.
क्या आप अपने विद्यालय में कुछ परिवर्तन सुझा सकते हैं जिनसे इसे पर्यानुकूलित बनाया जा सके?
उत्तर:
हाँ, हम अपने विद्यालय को पर्यानुकूलित बनाने हेतु निम्न सुझाव दे सकते हैं –

  1. विद्यालय के रिक्त स्थानों एवं प्रवेश मार्ग के दोनों ओर पौधारोपण करना तथा घास के मैदानों (लॉन) का प्रबन्ध करना।
  2. कूड़ा-करकट इत्यादि कूड़ेदान में डालना।
  3. शौचालय एवं पेशाबघरों की उचित व्यवस्था करना।
  4. शान्ति का वातावरण बनाए रखना।
  5. जल का अपव्यय नहीं करना।
  6. जहाँ आवश्यकता हो वहीं पर पंखे एवं बल्बों को चलाना।
  7. व्यर्थ विद्युत का अपव्यय नहीं करना।
  8. विद्यालय परिसर की स्वच्छता एवं सफाई का ध्यान रखना।

प्रश्न 3.
इस अध्याय में हमने देखा कि हम हम वन एवं वन्य जन्तुओं की बात करते हैं तो चार मुख्य दावेदार सामने आते हैं। इनमें से किसे वन उत्पाद प्रबन्धन हेत निर्णय लेने के अधिकार दिए जा सकते हैं? आप ऐसा क्यों सोचते हैं?
उत्तर:
हमारे विचार से वन उत्पाद प्रबन्धन हेतु निर्णय लेने का अधिकार स्थानीय निवासियों को दिया जा सकता है। इससे खाद्य पदार्थ, चारा, औषधि आदि की आवश्यकताओं की पूर्ति तो होती रहेगी, साथ ही ईंधन भी मिलता रहेगा, लेकिन पेड़ों का निर्ममता के साथ कटान नहीं होगा और अन्य वन उत्पादों का दोहन नहीं होगा तथा वन्य जीवों का अपनी स्वार्थ पूर्ति के लिए वध भी नहीं होगा। इससे वन एवं वन सम्पदा दोनों ही संरक्षित रहेंगे।

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प्रश्न 4.
अकेले व्यक्ति के रूप में आप निम्न के प्रबन्धन में क्या योगदान दे सकते हैं?
(a) वन एवं वन्य जन्तु।
(b) जल संसाधन।
(c) कोयला एवं पेट्रोलियम।
उत्तर:
अकेले व्यक्ति के रूप में हम विभिन्न क्षेत्रों में प्रबन्धन के लिए निम्न योगदान दे सकते हैं –
(a) वन एवं वन्य जन्तु:

  1. अतिदोहन को रोकना।
  2. वन एवं वन्य जन्तुओं का संरक्षण करना।
  3. वृक्षारोपण एवं उनकी देखभाल करना।

(b) जल संसाधन:

  1. जल संसाधनों को प्रदूषण से बचाना।
  2. जल संसाधनों में कचरे, वाहित मलमूत्र आदि को प्रवाहित न करना।
  3. जल के दुरुपयोग को रोकना।
  4. वर्षा जल संग्रहण करना।

(c) कोयला एवं पेट्रोलियम:

  1. ईंधन एवं ऊर्जा के वैकल्पिक साधनों का अत्याधिक प्रयोग करना।
  2. साइकिल/बस से अथवा पैदल चलना।
  3. घरों में CFL एवं फ्लोरोसेण्ट ट्यूब तथा एल.ई.डी. लाइट का प्रयोग करना।
  4. सर्दियों में हीटर का प्रयोग न करके गर्म कपड़ों के द्वारा ठण्ड से बचना।
  5. मकान में लिफ्ट के स्थान पर सीढ़ियों का प्रयोग करना।

प्रश्न 5.
अकेले व्यक्ति के रूप में आप विभिन्न प्राकृतिक उत्पादों की खपत कम करने के लिए। क्या कर सकते हैं?
उत्तर:
अकेले व्यक्ति के रूप में हम विभिन्न प्राकृतिक उत्पादों की खपत कम करने के लिए निम्न कदम उठाएँगे –

  1. उत्पादों को मितव्ययिता के साथ उपयोग करेंगे।
  2. उत्पादों को बर्बादी से रोकेंगे।
  3. इनकी बचत के लिए हम वैकल्पिक मार्ग चुनेंगे।
  4. अपनी आवश्यकताओं को सीमित करेंगे।

प्रश्न 6.
निम्न से सम्बन्धित ऐसे पाँच कार्य लिखिए जो आपने पिछले एक सप्ताह में किए हैं –
(a) अपने प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण।
(b) अपने प्राकृतिक संसाधनों पर दबाव को और बढ़ाया है।
उत्तर:
[निर्देश- इस प्रश्न का उत्तर छात्र स्वयं लिखें।

प्रश्न 7.
इस अध्याय में उठाई गई समस्याओं के आधार पर आप अपनी जीवन-शैली में क्या परिवर्तन लाना चाहेंगे जिससे हमारे संसाधनों के सम्पोषण को प्रोत्साहन मिल सके?
उत्तर:
अध्याय में दी गई समस्याओं के आधार पर अपने संसाधनों के सम्पोषण के लिए हम अपनी जीवन-शैली निम्न प्रकार बदलेंगे –

  1. ऐसी वस्तुओं के उपयोग कम कर देंगे जिनसे वन एवं वन्य जीवों तथा वन सम्पदा को क्षति पहुँचती है।
  2. अपनी आवश्यकताओं पर नियन्त्रण रखेंगे।
  3. ऊर्जा के वैकल्पिक स्रोतों का उपयोग अधिकाधिक करेंगे।
  4. जीवाश्म ईंधन (खनिज तेलों) के उपयोग को कम करने के लिए अधिकतर पैदल, साइकिल या बसों का उपयोग करेंगे।
  5. जल की बचत करेंगे तथा प्रयुक्त जल को दूसरे भागों में उपयोग में लाएँगे।
  6. कम खर्च, पुनःचक्रण एवं पुन:उपयोग के सिद्धान्त को अपनाएँगे।

MP Board Class 10th Science Chapter 16 परीक्षोपयोगी अतिरिक्त प्रश्नोत्तर

MP Board Class 10th Science Chapter 16 वस्तुनिष्ठ प्रश्न

बहुविकल्पीय प्रश्न

प्रश्न 1.
निम्न में प्राकृतिक स्रोत कौन-सा नहीं है?
(a) मृदा।
(b) जल।
(c) विद्युत्।
(d) वायु (पवन)।
उत्तर:
(c) विद्युत्।

प्रश्न 2.
विश्व में सबसे तेजी से कम होने वाला प्राकृतिक संसाधन है –
(a) जल।
(b) वन।
(c) पवन।
(d) सौर प्रकाश।
उत्तर:
(b) वन।

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प्रश्न 3.
प्राकृतिक स्रोतों की सर्वश्रेष्ठ परिभाषा है, प्राकृतिक स्रोत वे वस्तुएँ हैं जो –
(a) केवल भूमि पर मौजूद हैं।
(b) प्रकृति का एक उपहार है जो मानव जाति के लिए बहुत लाभदायक होता है।
(c) मानव निर्मित वस्तुएँ हैं जो प्रकृति में रखी गई हैं।
(d) केवल जंगलों में मिलती हैं।
उत्तर:
(b) प्रकृति का एक उपहार है जो मानव जाति के लिए बहुत लाभदायक होता है।

प्रश्न 4.
गंगा नदी में प्रचुर मात्रा में कॉलीफॉर्म बैक्टीरियों के पाये जाने का मुख्य कारण है –
(a) अधजले शवों को जल में प्रवाहित करना।
(b) इलेक्ट्रोप्लेटिंग उद्योग के अपशिष्ट को बहाना।
(c) कपड़े धोना।
(d) भस्म एवं अस्थियाँ का विसर्जन।
उत्तर:
(a) अधजले शवों को जल में प्रवाहित करना।

प्रश्न 5.
एक नदी के जल का नमूना अम्लीय पाया गया जिसकी pH मान का परिसर 3.5 से 4.5 थी। नदी के किनारे बहुत-सी फैक्टरियाँ थीं जो अपने अपशिष्टों को नदी में बहा देती थीं। किन फैक्टरियों में से किसका वाहित अपशिष्ट नदी के जल के pH मान को कम करने का मुख्य कारण है?
(a) साबुन एवं डिटर्जेण्ट बनाने वाली फैक्टरी।
(b) लैड बैटरी बनाने वाली फैक्टरी।
(c) प्लास्टिक के कण बनाने वाली फैक्टरी।
(d) ऐल्कोहॉल बनाने वाली फैक्टरी।
उत्तर:
(b) लैड बैटरी बनाने वाली फैक्टरी।

प्रश्न 6.
फ्रैशवाटर पौधे एवं जन्तुओं के जीवन संचालन के लिए सर्वश्रेष्ठ pH रैंज होगी –
(a) 6.5 – 7.5
(b) 2.0 – 3.5
(c) 3.5 – 5.0
(d) 9.0 – 10.5
उत्तर:
(a) 6.5 – 7.5

प्रश्न 7.
लम्बे समय तक प्राकृतिक संसाधनों के उपयोग के लिए तीन ‘री’ हैं –
(a) री-साइकिल, री-जेनेरेट, री-यूज।
(b) री-डयूस, री-जेनेरेट, री-यूज।
(c) री-डयूस, री-यूज, री-डिस्ट्रीब्यूट।
(d) री-डयूस, री-साइकिल, री-यूज।
उत्तर:
(d) री-डयूस, री-साइकिल, री-यूज।

प्रश्न 8.
जैव-विविधता के सन्दर्भ में निम्न कुछ कथन दिए गए हैं। उन कथनों का चयन कीजिए जो जैव-विविधता की अवधारणा की सही व्याख्या करते हैं –
(i) जैव-विविधता किसी क्षेत्र में उपस्थिति जन्तु एवं वनस्पतियों की विभिन्न समष्टियों से सम्बन्ध रखती है।
(ii) जैव-विविधता केवल किसी क्षेत्र के पौधों से सम्बन्ध रखती है।
(iii) जैव-विविधता जंगलों में अधिक पायी जाती है।
(iv) जैव-विविधता किसी क्षेत्र में रहने वाले किसी समष्टि के कुल जीवों की संख्या से सम्बन्धित है।
(a) (i) एवं (ii)
(b) (ii) एवं (iv)
(c) (i) एवं (iii)
(d) (ii) एवं (iii)
उत्तर:
(c) (i) एवं (iii)

प्रश्न 9
निम्न दिए गए कथनों में से उन कथनों का चयन कीजिए जो संपोषणीय विकास की सही व्याख्या करते हैं –
(i) पर्यावरण को कम से कम हानि पहुँचाने वाला नियोजित विकास।
(ii) विकास पर्यावरण को चाहे कितनी भी हानि क्यों न पहँचाए।
(iii) पर्यावरण के संरक्षण के लिए सभी विकास कार्यों को रोकना।
(iv) सभी दावेदारों द्वारा स्वीकार्य विकास।
(a) (i) एवं (iv)
(b) (ii) एवं (iii)
(c) (ii) एवं (iv)
(d) केवल (iii)
उत्तर:
(a) (i) एवं (iv)

प्रश्न 10.
हमारे देश में विस्तृत वनों का सफाया कर दिया गया है और केवल एक समष्टि के पौधे उगाए गए हैं। यह आदत प्रोत्साहन देती है-
(a) उस क्षेत्र की जैव-विविधता को।
(b) क्षेत्र में एकल फसल को।
(c) प्राकृतिक वनों के विकास को।
(d) क्षेत्र के पारितन्त्र का संरक्षण करती है।
उत्तर:
(b) क्षेत्र में एकल फसल को।

प्रश्न 11.
सफल वन संरक्षण कूटनीति में सम्मिलित होना चाहिए-
(a) उच्चतम पोषी स्तर के जन्तुओं का संरक्षण।
(b) केवल उपभोक्ताओं का संरक्षण।
(c) केवल शाकाहारी उपभोक्ताओं का संरक्षण।
(d) सभी भौतिक एवं जैवीय घटकों के संरक्षण की विशद् योजना।
उत्तर:
(d) सभी भौतिक एवं जैवीय घटकों के संरक्षण की विशद् योजना।

प्रश्न 12.
चिपको आन्दोलन का प्रमख सन्देश है –
(a) वन संरक्षण के प्रयासों में सामूहिक सामुदायिक भागीदारी।
(b) वन संरक्षण के प्रयासों में सामुदायिक भागीदारी को पृथक रखना।
(c) विकास कार्यों के लिए वनों के वृक्षों को काट डालना।
(d) सरकारी एजेन्सियों को बिना जवाबदेही के वनों को नष्ट करने का आदेश देने का अधिकार।
उत्तर:
(a) वन संरक्षण के प्रयासों में सामूहिक सामुदायिक भागीदारी।

प्रश्न 13.
हमारे देश में अनेक स्थापित बाँधों की ऊँचाई बढ़ाने के प्रयास किए गए जैसे टेहरी एवं अल्मेरी बाँध नर्मदा से होकर। निम्न में से सही कथनों का चयन कीजिए जो बाँधों की ऊँचाई बढ़ाने के दुष्परिणाम होंगे –
(i) क्षेत्र के सभी भू-पादप एवं जन्तुओं का समूह नाश हो जाएगा।
(ii) क्षेत्र में रहने वाले सभी निवासी एवं घरेलू पशु विस्थापित हो जाएँगे।
(iii) कीमती कृषि भूमि का स्थायी नाश हो सकता है।
(iv) यह मनुष्यों के लिए स्थायी रोजगार सृजित होंगे।
(a) (i) एवं (ii)
(b) (i), (ii) एवं (iii)
(c) (ii) एवं (iv)
(d) (i), (iii) एवं (iv)
उत्तर:
(b) (i), (ii) एवं (iii)

प्रश्न 14.
संक्षिप्त शब्द GAP का विस्तृत रूप लिखिए –
(a) Government Agency for Pollution Control
(b) Gross Assimilation by Photosynthesis
(c) Ganga Action Plan
(d) Government Agency for Animal Protection
उत्तर:
(c) Ganga Action Plan

प्रश्न 15.
असत्य कथन का चयन कीजिए –
(a) आर्थिक विकास पर्यावरण संरक्षण से जुड़ा है।
(b) संपोषणीय विकास वर्तमान पीढ़ी के विकास को तो प्रोत्साहित करता ही है साथ ही भावी पीढ़ी के लिए संसाधनों का संरक्षण भी करता है।
(c) संपोषणीय विकास दावेदारों की विचारधारा को महत्व नहीं देता।
(d) संपोषणीय विकास दीर्घकालीन योजना और स्थायी विकास है।
उत्तर:
(c) संपोषणीय विकास दावेदारों की विचारधारा को महत्व नहीं देता।

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प्रश्न 16.
निम्न में कौन प्राकृतिक संसाधन नहीं है?
(a) आम का पेड़।
(b) सर्प (साँप)।
(c) पवन।
(d) लकड़ी का घर।
उत्तर:
(d) लकड़ी का घर।

प्रश्न 17.
असत्य कथन का चयन कीजिए –
(a) वनों से हमको विभिन्न प्रकार के उत्पाद मिलते हैं।
(b) वनों में अधिकतर पादप विविधता मिलती है।
(c) वन मृदा का संरक्षण नहीं करते हैं।
(d) वन जल का संरक्षण करते हैं।
उत्तर:
(c) वन मृदा का संरक्षण नहीं करते हैं।

प्रश्न 18.
बंगाल के अराबाढ़ी वन क्षेत्र में अधिकता है –
(a) टीक वृक्षों की।
(b) साल वृक्षों की।
(c) बाँस वृक्षों की।
(d) मेंग्रूव की।
उत्तर:
(b) साल वृक्षों की।

प्रश्न 19.
भूमि जल स्तर क्षीण नहीं होगा-
(a) वनों के विकास एवं वृद्धि से।
(b) ताप विद्युत घरों से।
(c) वनों की क्षति एवं वर्षा की कमी से।
(d) उच्च जल माँग वाली फसलों के उगाने से।
उत्तर:
(a) वनों के विकास एवं वृद्धि से।

प्रश्न 20.
बड़े बाँध बनाने का विरोध इसलिए है –
(a) सामाजिक कारण।
(b) आर्थिक कारण।
(c) पर्यावरणीय कारण।
(d) उपर्युक्त सभी।
उत्तर:
(d) उपर्युक्त सभी।

प्रश्न 21.
खादिन, बंधिस, अहार एवं कट्टा आदि प्राचीन परम्परागत संरचनाएँ हैं जो निम्न का उदाहरण –
(a) अन्न भण्डारण।
(b) काष्ट भण्डारण।
(c) जल संग्रहण।
(d) मृदा संरक्षण।
उत्तर:
(c) जल संग्रहण।

प्रश्न 22.
निम्न में से पदों का सही संयोग (युग्म) चुनिए जिसमें जीवाश्म ईंधन नहीं है –
(a) पवन, समुद्र (सागर) एवं कोयला।
(b) कैरोसीन, पवन एवं ज्वार।
(c) पवन, लकड़ी एवं सूर्य।
(d) पेट्रोलियम, लकड़ी, सूर्य।
उत्तर:
(c) पवन, लकड़ी एवं सूर्य।

प्रश्न 23.
निम्न में से पर्यावरण-मित्र क्रियाकलाप का चयन कीजिए –
(a) आवागमन के लिए कार का उपयोग करना।
(b) खरीददारी के लिए पॉलीथीन की थैलियों का उपयोग।
(c) कपड़ों को रंगने के लिए रासायनिक रंगों (डाई) का इस्तेमाल करना।
(d) सिंचाई के लिए ऊर्जा उत्पन्न करने हेतु पवनचक्की का उपयोग करना।
उत्तर:
(d) सिंचाई के लिए ऊर्जा उत्पन्न करने हेतु पवनचक्की का उपयोग करना।

प्रश्न 24.
बाढ़ प्रभावित खड्डों या नालियों में चैकडेम बनाना आवश्यक है क्योंकि वे –
(i) सिंचाई के लिए जल संग्रह करते हैं।
(ii) जल संचय करते हैं तथा मृदा अपरदन को रोकते हैं।
(iii) भू-जल संग्रह करते हैं।
(iv) जूल को स्थायी रूप से संग्रह कर लेते हैं।
(a) (i) एवं (iv)
(b) (ii) एवं (iii)
(c) (iii) एवं (iv)
(d) (ii) एवं (iv)
उत्तर:
(b) (ii) एवं (iii)

रिक्त स्थानों की पूर्ति

  1. ………. हेतु अमृता देवी विश्नोई राष्ट्रीय पुरस्कार की व्यवस्था भारत सरकार ने की।
  2. सुन्दरलाल बहुगुणा के नेतृत्व में …… आन्दोलन का काफी प्रचार-प्रसार हुआ।
  3. वर्षा के जल को एकत्रित करके भूमि के अन्दर संग्रहण करने की प्रक्रिया …….. कहलाती है।
  4. जल को नष्ट होने या समाप्त होने तथा प्रदूषित होने से बचाने की प्रक्रिया ……. कहलाती है।
  5. कुआँ …….. का स्रोत है।

उत्तर:

  1. जीव संरक्षण।
  2. चिपको।
  3. वर्षा जल संग्रहण (रेनवाटर हार्वेस्टिंग)।
  4. जल संरक्षण।
  5. जल।

जोड़ी बनाइए
MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 16 प्राकृतिक संसाधनों का संपोषित प्रबंधन 1
उत्तर:

  1. → (c)
  2. → (d)
  3. → (e)
  4. → (a)
  5. → (b)

सत्य/असत्य कथन

  1. वनों के कटान से आर्थिक लाभ तो होता ही है, लेकिन पर्यावरण को कोई हानि नहीं पहुँचती।
  2. जल जीवन है।
  3. जंगली जन्तुओं का संरक्षण मानव के लिए खतरनाक हो सकता है।
  4. वन वर्षा को आमन्त्रित करते हैं तथा मृदा अपरदन को रोकते हैं।
  5. बाँधो से पर्यावरण को कोई हानि नहीं होती।

उत्तर:

  1. असत्य।
  2. सत्य।
  3. असत्य।
  4. सत्य।
  5. असत्य।

एक शब्द/वाक्य में उत्तर

  1. जीवाश्म ईंधन का उदाहरण दीजिए।
  2. गंगा प्रदूषण का प्रमुख एक कारण बताइए।
  3. बंगाल के उस वन का नाम क्या है जिसको संरक्षित सर्वश्रेष्ठ वन का उदाहरण माना जाता है?
  4. अमृता देवी विश्नोई राष्ट्रीय पुरस्कार की व्यवस्था किस कार्य के लिए की गई?
  5. वनों को अंधाधुन्ध कटाव से बचाने के लिए चलाए गए आन्दोलन का क्या नाम है?

उत्तर:

  1. कोयला एवं पेट्रोलियम
  2. अधजले शवों का विसर्जन
  3. अराबाड़ी साल वन
  4. जीव संरक्षण हेतु
  5. चिपको आन्दोलन।

MP Board Class 10th Science Chapter 16 अति लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
जल संरक्षण किसे कहते हैं?
उत्तर:
जल संरक्षण: “जल को नष्ट होने या समाप्त होने तथा प्रदूषित होने से बचाने की प्रक्रिया जल संरक्षण कहलाती है।”

प्रश्न 2.
“वर्षा जल संग्रहण” या “रेनवाटर हार्वेस्टिंग” किसे कहते हैं?
उत्तर:
“वर्षा जल संग्रहण” या “रेनवाटर हार्वेस्टिंग”:
“वर्षा के जल को एकत्रित करके भूमि के अन्दर संग्रह करने की प्रक्रिया “वर्षा जल संग्रहण” या “रेनवाटर हार्वेस्टिंग” कहलाती है।”

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प्रश्न 3.
“ग्राउण्ड वाटर रिचार्जिंग” किसे कहते हैं?
उत्तर:
ग्राउण्ड वाटर रिचार्जिंग:
“रेनवाटर हार्वेस्टिग एवं जल संरक्षण” की विधियों द्वारा जल का भूमि में पुनः संग्रहण करना ग्राउण्ड वाटर रिचार्जिंग कहलाता है।

प्रश्न 4.
गंगा नदी के जल प्रदूषण के दो मुख्य कारकों की सूची बनाइए। उल्लेख कीजिए कि किसी नदी के जल का प्रदूषण और संदूषण होना आस-पास के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक क्यों सिद्ध होता है?
उत्तर:
गंगाजल को प्रदूषित करने वाले दो मुख्य कारक –

  1. अधजले शवों को गंगा में प्रवाहित करना।
  2. औद्योगिक अपशिष्टों एवं घरेलू अपशिष्टों को गंगा में प्रवाहित करना।
  3. किसी नदी के जल का प्रदूषित एवं संदूषित होना आस-पास के निवासियों के स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक है। यह विभिन्न बीमारियों को जन्म देता है।

प्रश्न 5.
चिपको आन्दोलन क्या था? इस आन्दोलन से अन्ततः स्थानीय लोगों और पर्यावरण को किस प्रकार लाभ हुआ?
उत्तर:
चिपको आन्दोलन:
“हिमालय की ऊँची पर्वत श्रृंखलाओं वाले गढ़वाल के रेनी नामक ग्राम में पुरुषों की अनुपस्थिति में जब ठेकेदार अपने आदमियों को लेकर वृक्षों को काटने आया तो गाँव की स्त्रियाँ वहाँ पहुँचकर वृक्षों के तनों से चिपककर खड़ी हो गयीं। इस कारण ठेकेदार के आदमी वृक्षों को काट नहीं सके।

इस प्रकार उन स्त्रियों ने वन एवं वन्यजीव एवं पर्यावरण की रक्षा की। यह आन्दोलन चिपको आन्दोलन के नाम से प्रसिद्ध हुआ तथा सुन्दरलाल बहुगुणा के नेतृत्व में खूब फला-फूला।” इस आन्दोलन से वहाँ के निवासियों को अत्यन्त लाभ मिला, वे अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए ईंधन तथा अन्य सामग्री प्राप्त कर सके तथा पर्यावरण संरक्षित हुआ।

प्रश्न 6.
(i) वनों एवं (ii) वन्य जीवन के संरक्षण के दो-दो लाभ लिखिए।
उत्तर:
(i) वनों के संरक्षण के लाभ:

  1. इससे पर्यावरण सन्तुलित एवं प्रदूषण रहित रहता है जो वहाँ के निवासियों के लिए स्वास्थ्यप्रद है।
  2. वनों से विविध खाद्य सामग्री एवं औषधियाँ मिलती हैं।

(ii) वन्य जीवन के संरक्षण के लाभ:

  1. वन्य जीवों से हमें अनेक औषधियाँ तथा अन्य लाभदायक सामग्री मिलती है।
  2. वन्य जीव पर्यावरण सन्तुलन को बनाए रखते हैं।

प्रश्न 7.
कोई पाँच वस्तुओं की एक लिस्ट बनाइए जिनका उपयोग आप प्रतिदिन विद्यालय में करते हैं। उस लिस्ट में से उन वस्तुओं की पहचान कीजिए जिनका पुनर्चक्रण सम्भव है।
उत्तर:
विद्यालय में प्रतिदिन प्रयुक्त पाँच वस्तुएँ –
(1) प्लास्टिक बॉक्स।

  1. रेक्सिन बैग।
  2. प्लास्टिक स्केल।
  3. स्टील चम्मच।
  4. कागज की नोटबुक एवं बुक्स।

निम्न का पुनर्चक्रण सम्भव है –

  1. प्लास्टिक बॉक्स।
  2. प्लास्टिक स्केल।
  3. स्टील चम्मच।
  4. कागज की नोटबुक एवं बुक्स।

प्रश्न 8.
यद्यपि कोयला एवं पेट्रोलियम जैव-मात्रा या जैव अवशेषों के अपघटन (नवीकरण) से उत्पन्न होते हैं, फिर भी हम उनका संरक्षण आवश्यक क्यों समझते हैं?
उत्तर:
दोनों ऊर्जा स्रोत कोयला एवं पेट्रोलियम बनने में लाखों-करोड़ों वर्ष का समय लेते हैं तथा इन स्रोतों के उपयोग (दोहन) की दर उनके उत्पादन की दर से कहीं अधिक है तथा प्रकृति में इनका भण्डारण भी सीमित है तथा इन्हें आसानी से उत्पन्न भी नहीं किया जा सकता। इसलिए जिस तरह इनका उपयोग हो रहा है, ये निकट भविष्य में समाप्त हो जाएँगे। इसलिए इनका संरक्षण आवश्यक है ताकि हमारी भावी पीढ़ी को उपयोग के लिए ये मिल सकें।

प्रश्न 9.
सामुदायिक स्तर पर जल संग्रहण के दो लाभ लिखिए।
उत्तर:
सामुदायिक स्तर पर जल संग्रहण के दो लाभ:

  1. पृथ्वी का भूजल स्तर बढ़ जाता है।
  2. वर्षा ऋतु में संग्रह किया हुआ जल जब आवश्यकता हो तब प्रयोग में लाया जा सकता है।

MP Board Class 10th Science Chapter 16 लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
वन संरक्षण के लिए किये जाने वाले प्रयासों का उल्लेख कीजिए।
उत्तर:
वन संरक्षण के लिए प्रयास-वन संरक्षण के लिए राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रयास किये जा रहे हैं। प्रमुख प्रयास अग्रांकित हैं –

  1. वृक्षारोपण को प्रोत्साहन देना।
  2. आनुवंशिक आधार पर वृक्षों को तैयार करना।
  3. रोग प्रतिरोधी एवं कीट प्रतिरोधी वृक्षों को तैयार करना।
  4. सामाजिक वानिकी को प्रोत्साहित करना।
  5. वन एवं वन्य जीवों के संरक्षण के कार्यों को जन-आन्दोलन का रूप देना।
  6. मध्य प्रदेश सरकार द्वारा जलाई, 1987 में मुख्य वन संरक्षक के आधीन एक अलग प्रकोष्ठ की स्थापना की गई, जो वन संरक्षण तथा इसके विकास कार्यों की देखरेख करता है।

प्रश्न 2.
भूमिगत जल स्तर गिरने के कारण लिखिए। घर में वर्षा के जल के संग्रहण की विधि लिखिए।
उत्तर:
भूमिगत जल स्तर गिरने के प्रमुख कारण:

  1. हैण्डपम्प या सबमर्सीबल पम्पों की सहायता से भूमिगत जल का अत्यधिक दोहन।
  2. वर्षा जल की कमी।
  3. स्थानीय स्तर पर जल के अन्य स्रोतों नदी, तालाबों की उपलब्ध में कमी।

घर में वर्षा जल के संग्रहण की विधि:
घर की छतों को इस प्रकार बनाना चाहिए कि उस पर वर्षा के जल का बहाव एक ही दिशा में हो। पाइप लाइन की सहायता से इस पानी को जमीन के अन्दर पहुँचाना चाहिए जहाँ से यह जल कुओं एवं हैण्डपम्प वाले जल-स्रोतों में संग्रहित हो जाये।

प्रश्न 3.
वर्षा जल संग्रहण के मुख्य उद्देश्य लिखिए।
उत्तर:
वर्षा जल संग्रहण के मुख्य उद्देश्य:

  1. भूमिगत जल के गुणों में सुधार लाना।
  2. अति दोहन के कारण रिक्त हुए जलस्रोतों में जलापूर्ति बनाये रखना।
  3. वाहित मल-जल एवं औद्योगिक अपशिष्ट जल का पुनः चक्रण करना।
  4. जल के अति प्रवाह एवं भूमि क्षरण को रोकना।
  5. आगामी समय (भविष्य) के लिए जल का संग्रहण करना।

प्रश्न 4.
कर्नाटक के एक गाँव में वहाँ के किसानों ने एक झील के चारों ओर फसल उगाना प्रारम्भ कर दिया। वह झील सदैव जल से भरी रहती थी। फसल उत्पादन बढ़ाने के लिए वे अपने खेतों में उर्वरकों का प्रयोग करते थे। शीघ्र ही उन्होंने देखा कि वह झील पूर्णतया हरे तैरते पौधों से भर गयी है तथा मछलियों ने बड़ी तेजी से मरना प्रारम्भ कर दिया है। स्थिति का विश्लेषण कीजिए तथा झील में हरे पौधों की अत्यधिक वृद्धि एवं मछलियों की मृत्यु के कारणों पर प्रकाश डालिए।
उत्तर:
चूँकि किसानों ने अपनी फसल के उत्पादन के लिए अत्यधिक मात्रा में उर्वरकों का प्रयोग किया। वे उर्वरक वर्षा ऋतु में वर्षा के जल के साथ बहकर उस झील में पहुँच गए। चूँकि बहुत से उर्वरकों में फॉस्फेट एवं नाइट्रेटस होते हैं। इसलिए झील इन रसायनों से परिपूर्ण हो गयी। इन रसायनों ने जलीय पौधों की वृद्धि को प्रोत्साहित किया। इसलिए झील की सतह हरे तैरते जलीय पौधों से भर गयी। हरे पौधों से झील के जल की सतह पूर्णतया ढक जाने से जलीय जीवों को सूर्य का प्रकाश नहीं मिल सका तथा जल में घुली ऑक्सीजन की अपर्याप्त मात्रा मछलियों के तेजी से मरने का कारण बनी।

प्रश्न 5.
अपने घरों में विद्युत ऊर्जा के संरक्षण के लिए क्या उपाय करेंगे?
उत्तर:
घरों में विद्युत ऊर्जा के संरक्षण के उपाय –

  1. जब आवश्यकता न हो तो बिजली के पंखे एवं बल्ब आदि को बन्द कर देंगे, उनको तभी प्रयोग में लाएँगे जब आवश्यकता हो।
  2. सौर ऊर्जा का अधिकाधिक उपयोग करेंगे।
  3. प्रकाश के लिए कम शक्ति के फ्लोरोसेण्ट ट्यूब CFL एवं LED बल्बों का उपयोग करेंगे।
  4. जाड़े के दिनों में जल को गर्म करने के लिए सौर तापन युक्तियों को प्रयोग में लाएँगे।

प्रश्न 6.
वायुमण्डल में कार्बन डाइऑक्साइड के स्तर को कम करने के लिए कुछ उपाय सुझाइए।
उत्तर:
वायुमण्डल में कार्बन डाइऑक्साइड का स्तर कम करने के उपाय –

  1. जीवाश्म ईंधन (खनिज ईंधन) की स्वचालित वाहनों में खपत कम करके अर्थात् इनका न्यूनतम उपयोग करना तथा साइकिल, बस आदि वैकल्पिक साधनों का अधिकतम उपयोग करना।
  2. स्वचालित वाहनों में पेट्रोल डीजल के स्थान पर CNG एवं अन्य स्वच्छ ईंधन का उपयोग करके।
  3. घरों में ईंधन के रूप में लकड़ी, कोयला आदि का उपयोग न करके LPG सौर ऊर्जा एवं विद्युत ऊर्जा का उपयोग करके।
  4. कचरे (कूड़ा करकट) को जलाने के बजाय उसका खाद बनाकर।
  5. औद्योगिक धुएँ को वायुमण्डल में छोड़ने से पहले उसका उपचार करके।
  6. अधिकाधिक पौधारोपण द्वारा।

प्रश्न 7.
क्या जल संरक्षण आवश्यक है? कारण दीजिए।
उत्तर:
प्रकृति में उपलब्ध शुद्ध एवं ताजा जल मानव जाति की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए पर्याप्त है। लेकिन इसके असमान वितरण, मौसम में परिवर्तन, वर्षा का कम होना, जल का अपदोहन एवं जल की बर्बादी के कारण विश्व के विभिन्न भागों में जल का अभाव एक गम्भीर समस्या है। इस समस्या के निदान के लिए जल संरक्षण आवश्यक है क्योंकि जल ही जीवन है। जल के बिना जैवजगत (वनस्पति एवं जन्तुओं) का जीवन कठिन हो जायेगा।

प्रश्न 8.
अपशिष्ट जल के उपयोग के कुछ उपाय बताइए।
उत्तर:
अपशिष्ट जल के उपयोग के उपाय:

  1. अपशिष्ट जल का उपयोग भू-गर्म जल का स्तर बढ़ाने में किया जा सकता है।
  2. इसका उपयोग सिंचाई के लिए किया जा सकता है।
  3. प्रदूषित एवं संदूषित जल का उपयोग विभिन्न फसलों के लिए उर्वरक का कार्य कर सकता है।
  4. उपचारित जल का उपयोग वाहनों की सफाई तथा बागवानी में किया जा सकता है।

प्रश्न 9.
बंगाल के अराबाड़ी जंगल (वन) संरक्षित वनों का एक अच्छा उदाहरण है क्यों?
उत्तर:
वन विभाग के एक दूरदर्शी अधिकारी ने बंगाल के अराबाड़ा के क्षतिग्रस्त साल वन के संरक्षण की एक योजना बनायी। वहाँ ग्रामवासियों को अपनी इस योजना में सम्मिलित किया और उनके सामूहिक प्रयासों से वह साल वन समृद्ध हो गया जो पहले बेकार पड़ा था। इसके बदले में उन ग्रामवासियों को, जिनको उस वन की देखभाल की जिम्मेदारी सौंपी थी, अपने पशुओं को चराने तथा कम मूल्य पर ईंधन के लिए लकड़ी एकत्रित करने की अनुमति दे दी गयी। इससे ग्रामवासियों को रोजगार के साथ-साथ फसल का 25 प्रतिशत के उपयोग का अधिकार मिला।

MP Board Class 10th Science Chapter 16 दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
वन्य संसाधनों के अनियन्त्रित दोहन से क्या हो रहा है?
उत्तर:
वन्य संसाधनों के अनियन्त्रित दोहन के प्रभाव-वन्य संसाधनों में वन्य जीव-जन्तु एवं पेड़-पौधे आते हैं।

  1. जलवायु में परिवर्तन हो रहा है।
  2. वायुमण्डल में CO2 की मात्रा बढ़ने से वायु प्रदूषण, ग्लोबल वार्मिंग, अम्ल वर्षा आदि की समस्याओं से जूझना पड़ रहा है क्योंकि CO2 को पेड़-पौधे
  3. प्रकाश-संश्लेषण की क्रिया द्वारा प्राणवायु ऑक्सीजन में बदलते रहते हैं।
  4. वर्षा की कमी, भूमिगत जल स्तर में कमी तथा सतही जल का अभाव हो रहा है।
  5. पशुओं के लिए चारागाहों की कमी हो रही है।
  6. मरुस्थलीय भूमि में वृद्धि हो रही है।
  7. जन्तुओं (पशु एवं पक्षियों) के आवास नष्ट हो रहे हैं।
  8. वन सम्पदा की हानि हो रही है।
  9. भूमि क्षरण बढ़ रहा है।
  10. खाद्य श्रृंखला अव्यवस्थित हो रही है।

प्रश्न 2.
वनों की एक संसाधन के रूप में क्या महत्ता है?
उत्तर:
वन संरक्षण की मानव जीवन में उपयोगिता-वन मानव जीवन के लिए अत्यन्त उपयोगी हैं –

  1. ये पर्यावरण को सन्तुलित एवं प्रदूषण रहित रखते हैं।
  2. पशु-पक्षियों को आवास उपलब्ध कराते हैं।
  3. वर्षा को प्रोत्साहित करते हैं।
  4. वनों से विभिन्न प्रकार की खाद्य सामग्री प्राप्त होती है।
  5. वनों से फल, मेवे इत्यादि प्राप्त होते हैं।
  6. वनों से विभिन्न प्रकार की औषधियाँ मिलती हैं।
  7. वनों से उपयोगी इमारती लकड़ी प्राप्त होती है।
  8. वन पशुओं के लिए चारागाह का कार्य करते हैं। इस प्रकार वनों का संरक्षण करना मानव जीवन के लिए लाभदायक है।

प्रश्न 3.
जल प्रबन्धन एवं जल संरक्षण की विधियाँ लिखिए।
अथवा
जल प्रबन्धन एवं जल संरक्षण के उपायों का उल्लेख कीजिए।
उत्तर:
जल प्रबन्धन एवं जल संरक्षण की विधियाँ एवं उपाय:

  1. जलीय चक्र को पूरा करने के लिए वनों के विनाश को रोककर नया वृक्षारोपण करना।
  2. घास की अनेक जातियाँ उगाकर सतही जल को बनाये रखना।
  3. जल को सभी प्रकार के प्रदूषण से बचाना।
  4. घरेलू, नगरीय एवं औद्योगिक वाहित अपशिष्टों को जलाशयों में मिलने से रोकना या उपचारित करना।
  5. जल को मितव्ययिता से व्यय करना।
  6. पक्के जलाशय बनाना।
  7. रेन वाटर हार्वेस्टिंग एवं अण्डरग्राउण्ड वाटर रिचार्जिंग की विधियों का उपयोग करना।
  8. वृक्षारोपण करना।
  9. बाढ़ प्रबन्धन के उपाय द्वारा अतिरिक्त जल का उपयोग करके सतही जल का संरक्षण करना।
  10. बाढ़ के प्रकोप से बचने के लिए नदियों के दोनों ओर पक्के कुओं का निर्माण करके पक्की नालियों द्वारा उन्हें नदी से जोड़ना।

प्रश्न 4.
(A) संलग्न चित्र (a) एवं (b) जल संग्राहकों (जल संग्रहण युक्तियों) की पहचान कीजिए तथा उनके नाम लिखिए।
(B) निम्न में कौन दूसरे से अधिक लाभदायक है और क्यों?
MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 16 प्राकृतिक संसाधनों का संपोषित प्रबंधन 2
उत्तर:
(A) चित्र (a) में जल संग्राहक (जल संग्रहण युक्ति) एक तालाब (पोखर) है जबकि (b) में जल संग्राहक (जल संग्रहण युक्ति) भू-गर्भ जल संग्राहक या जल संग्रहण युक्ति (Under ground water reservoir) है।
(B) चित्र (a) की अपेक्षा चित्र (b) का जल संग्रहण अधिक लाभप्रद है क्योंकि भूमि के अन्दर जल संग्रहण के अनेक लाभ हैं जोकि मुख्यतः निम्न प्रकार हैं –

  1. यह ऊर्ध्वपातन द्वारा नष्ट नहीं होता।
  2. यह पृथ्वी के अन्दर सभी जगह बहकर कुओं के जल स्तर को बढ़ाता है।
  3. यह पेड़-पौधों के बड़े क्षेत्र को नमी उपलब्ध कराता है।
  4. यह मानवीय अपशिष्टों एवं पशुओं द्वारा जल को प्रदूषित एवं संदूषित होने से रोकता है।
  5. यह कीड़े-मकोड़ों के प्रजनन एवं संपोषण को रोकता है।

प्रश्न 5.
प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के सम्बन्ध में निम्न पदों की व्याख्या कीजिए –
(a) मितव्यय अर्थात् कम उपयोग (Reduced use)।
(b) पुनः चक्रण (Recycle)।
(c) पुनः उपयोग (Reuse)। हमारे दैनिक जीवन में प्रयुक्त पदार्थों में से उपर्युक्त प्रत्येक कोटि के दो पदार्थों के नाम लिखिए।
उत्तर:
मितव्यय अर्थात् कम उपयोग (Reduced use):
मितव्यय अर्थात् कम उपयोग का मतलब है कि हम किसी संसाधन का कम से कम उपयोग करें।

उदाहरण:

  1. जल एवं।
  2. विद्युत ऊर्जा।

(b) पुनः चक्रण-पुन:
चक्रण का अर्थ है जिस पदार्थ का हम उपयोग कर चुके हैं उस प्रयुक्त अपशिष्ट पदार्थ को किसी भी प्रक्रिया द्वारा उपयोगी पदार्थ में बदलना।

उदाहरण:

  1. प्लास्टिक या पॉलीथीन से बनी वस्तुएँ।
  2. कागज से बनी वस्तुएँ।

(c) पुनः उपयोग:
किसी वस्तु को उपयोग के बाद फेंकने के बजाय उसका बार-बार उपयोग करना। इसमें किसी भी रूप में पुन:चक्रण न तो छोटे स्तर पर और न ही बड़े स्तर पर सम्मिलित हैं। अर्थात् उस वस्तु को पुनः उसी रूप में प्रयुक्त करना है।

उदाहरण:

  1. प्रयुक्त खाली बोतलें।
  2. प्रयुक्त प्लास्टिक या पॉलीथीन की थैलियाँ।

प्रश्न 6.
अपने प्रतिदिन के क्रियाकलापों की एक लिस्ट बनाइए जिनसे प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण हो सके अथवा ऊर्जा का उपयोग कम हो सके।
उत्तर:
प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण एवं ऊर्जा की बचत हेतु दैनिक क्रियाकलाप:

  1. पानी की बोतल में बचे पानी का उपयोग बागवानी में करना।
  2. पौधों में जल पाइप से न देकर हजारे आदि से देना।
  3. वाहनों को प्रतिदिन धोने के बजाय उन्हें तभी धोना जब वे गन्दे हो अथवा इसकी आवश्यकता हो।
  4. कपड़ों के धोवन से घर की सफाई करना अथवा टॉयलेट को साफ करना।
  5. बिजली के पंखों एवं बल्बों का आवश्यकतानुसार उपयोग करना।
  6. सौर जल ऊष्मक का उपयोग जल गर्म करने के लिए तथा सौर कुकर का उपयोग भोजन पकाने के लिए करना।
  7. परम्परागत बल्बों के स्थान पर CFL एवं LED बल्बों को उपयोग में लाना।
  8. चलने के लिए पैदल या साइकिल का उपयोग तथा यात्रा के लिए यात्री बसों का उपयोग करना।

प्रश्न 7.
(a) जल एक महत्वपूर्ण प्राकृतिक संसाधन है, जो जीवन के लिए अमृत है। आपके विज्ञान के शिक्षक यह चाहते हैं कि आप रचनात्मक मूल्यांकन क्रियाकलाप के लिए “प्राणाधार प्राकृतिक सम्पदा-जल को कैसे बचाएँ” विषय पर कोई योजना बनाइए। “जल को कैसे बचाएँ” के बारे में अपने पड़ोस में जागरूकता उत्पन्न करने के लिए कोई दो उपाय सुझाइए।
(b) किसी एक उपाय का नाम और उसकी व्याख्या कीजिए जिसके द्वारा भौम जल स्तर को नीचे गिरने से रोका जा सके।
उत्तर:
(a) “प्राणाधार प्राकृतिक सम्पदा-जल को कैसे बचाएँ” विषय पर योजना: निर्देश- इस योजना का छात्र अपने विज्ञान शिक्षक के सहयोग से स्वयं तैयार करें।

“जल को कैसे बचाएँ” के बारे में पड़ौस में जागरूकता पैदा करने के उपाय:

  1. जल के अपव्यय एवं दुरुपयोग को रोकने एवं मितव्ययता बरतने के लिए प्रोत्साहित करेंगे।
  2. वर्षा जल संग्रहण के लिए उन्हें प्रोत्साहित करेंगे।

(b) भौम जल स्तर को नीचे गिरने से रोकने के उपाय – घर में वर्षा जल संग्रहण की विधि – भूमिगत जल स्तर गिरने के प्रमुख कारण:

  1. हैण्डपम्प या सबमर्सीबल पम्पों की सहायता से भूमिगत जल का अत्यधिक दोहन।
  2. वर्षा जल की कमी।
  3. स्थानीय स्तर पर जल के अन्य स्रोतों नदी, तालाबों की उपलब्ध में कमी।

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