MP Board Class 7th Social Science Solutions विविध प्रश्नावली 3

प्रश्न 1.
निम्नलिखित प्रश्नों के सही विकल्प चुनकर लिखिए –
(1) पानीपत का तृतीय युद्ध किस-किस के मध्य हुआ था ?
(अ) मराठों और अहमदशाह अब्दाली
(ब) औरंगजेब और तुर्कों
(स) सिक्खों और अहमदशाह अब्दाली
(द) सिक्खों और मराठों।
उत्तर:
(अ) मराठों और अहमदशाह अब्दाली

(2) अकबर के शासनकाल में साम्राज्य कितने सूबों में विभक्त था ?
(अ) 20
(ब) 22
(स) 18
(द) 11
उत्तर:
(स) 18

(3) आन्ध्र प्रदेश की प्रमुख जनजाति है –
(अ) कहार
(ब) चंचुस
(स) भील
(द) सहरिया।
उत्तर:
(ब) चेंचुस

(4) वियना में मानव अधिकारों पर विश्व सम्मेलन किस वर्ष में हुआ था ?
(अ) 1997
(ब) 1991
(स) 1993
(द) 2001
उत्तर:
(स) 1993

प्रश्न 2.
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए –
(1) क्षेत्रफल की दृष्टि से यूरोप का विश्व में स्थान है।
(2) अफ्रीका में जनसंख्या का घनत्व …………. व्यक्ति प्रति वर्ग किमी है।
(3) सिक्ख धर्म के प्रणेता …………… थे।
(4) छिन्दवाड़ा के तामिया में ………. दर्शनीय स्थल है।
(5) उच्चतम न्यायालय में एक मुख्य न्यायाधीश तथा ……….” अन्य न्यायाधीश होते हैं।
उत्तर:
(1) छटवाँ
(2) 21
(3) गुरुनानक
(4) पातालकोट
(5) 30

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प्रश्न 3.
निम्नलिखित की सही जोड़ियाँ बनाइए –
MP Board Class 7th Social Science Solutions विविध प्रश्नावली 3
उत्तर:
(1) (b) कम आबादी
(2) (a) मरुस्थल
(3) (d) सूरसागर
(4) (e) बुलन्द दरवाजा
(5) (c) टोडा जनजाति

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MP Board Class 7th Social Science विविध प्रश्नावली 3 लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 4.
(1) एशिया महाद्वीप के अक्षांशीय व देशान्तरीय विस्तार को लिखिए।
उत्तर:
एशिया महाद्वीप को पाँच धरातलीय भागों में विभाजित किया जाता है –

1. उत्तरी निम्न मैदान – इसे साइबेरिया का मैदान भी कहते हैं। यह पश्चिम में यूराल पर्वत, पूर्व में लीना नदी तथा दक्षिण में मध्यवर्ती पर्वतों के बीच फैला हुआ है। इस मैदान की ओब, लीना और येनीसी प्रमुख नदियाँ हैं।

2. मध्यवर्ती पर्वतीय क्षेत्र – उत्तरी मैदान के दक्षिण में तथा महाद्वीप के मध्यवर्ती भाग में कई पर्वत श्रृंखलाएँ हैं जो एक पठारी भू-भाग से बँधी हुई दिखाई देती हैं। यह ऊँचा पठारी भाग ‘पामीर के पठार’ के नाम से जाना जाता है, इसे “दुनिया की छत” भी कहते हैं। पामीर के पठार के पूर्व में तिब्बत का पठार है। यहाँ हिमालय पर्वत की सबसे ऊँची चोटी माउण्ट एवरेस्ट है, जिसे सागरमाथा भी कहते हैं। थ्यानश्यान और अल्ताई पर्वतमाला के मध्य ‘गोबी का मरुस्थल’ है।

3. दक्षिणी पठार – मध्यवर्ती पर्वतमालाओं के दक्षिण में दक्षिण दिशा की ओर फैले हुए प्राचीन शैलों से बने कुछ पठार हैं, ये तीन ओर से पानी से घिरे होने के कारण ‘प्रायद्वीप’ कहलाते हैं। इनमें अरब का पठार, दक्षिण-भारत का पठार, ईरान का पठार मुख्य हैं।

4. नदियों के मैदान-नदियों द्वारा लाकर जमा की गई मिट्टियों से बने मैदान प्रायः पूर्वी एवं दक्षिणी एशिया में पाए जाते हैं। पश्चिम एशिया में ये मैदान अरब, ईरान और इराक में दजला-फरात नदियों द्वारा बनाए गए हैं। दक्षिण एवं दक्षिण पूर्व एशिया में सिन्धु, गंगा-ब्रह्मपुत्र के मैदान, इरावदी, साल्विन नदियों के मैदान, याँगटिसीक्यांग और ह्वांगहो, मीनांग-मीकांग, अमूर-सर दरिया नदी मैदान प्रमुख मैदान हैं।

5. द्वीप समूह-एशिया महाद्वीप के पूर्व तथा दक्षिण – पूर्व में तीन प्रमुख द्वीप समूह इण्डोनेशिया, फिलीपींस और जापान द्वीप समूह हैं। इनका मध्यवर्ती भाग पर्वतीय है, जिनके चारों ओर सँकरे तटीय मैदान हैं। इण्डोनेशिया द्वीप समूह, महाद्वीप का सबसे बड़ा द्वीप समूह है।

(2) यूरोप महाद्वीप की प्रमुख विशेषताएँ लिखिए।
उत्तर:
यूरोप महाद्वीप की प्रमुख विशेषताएँ –

  • यूरोप महाद्वीप अफ्रीका, एशिया, उत्तरी अमेरिका और दक्षिणी अमेरिका महाद्वीपों के मध्य स्थित है। अतः यहाँ से इन महाद्वीपों को जाने के लिए समुद्री मार्ग की सुविधा है
  • यहाँ का अधिकांश भाग शीतोष्ण कटिबन्ध में है अतः यहाँ की जलवायु जनजीवन के लिए अनुकूल है।
  • यूरोप महाद्वीप के बहुत कटे-फटे समुद्री तट आन्तरिक जल यातायात की सुविधा प्रदान करते हैं तथा मछलियाँ पकड़ने | के लिए आदर्श स्थान प्रदान करते हैं।

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(3) अफ्रीका महाद्वीप की प्रमुख जलवायु विशेषताओं को लिखिए।
उत्तर:
अफ्रीका महाद्वीप की प्रमुख जलवायु विशेषताएँ निम्न हैं –

  • इस महाद्वीप का अधिकांश विस्तार उष्ण कटिबन्ध है। यहाँ वर्ष भर ऊँचा तापमान रहता है तथा पर्वतीय भागों में । साधारण तापमान रहता है।
  • पठारी भागों में दिन का तापमान अधिक और रात का तापमान कम हो जाता है।
  • भूमध्य रेखा के निकट दोनों ओर फैले क्षेत्रों में उष्ण और आर्द्र जलवायु पाई जाती है।
  • भूमध्यरेखीय जलवायु प्रदेश के उत्तर व दक्षिण में ग्रीष्म ऋतु उष्ण तथा शीत ऋतु सामान्य रहती है। वर्षा ग्रीष्म ऋतु में  होती है। इस जलवायु के कारण इस क्षेत्र में लम्बी-लम्बी ‘हाथी घास’ उग आती है।

(4) पुरन्दर की सन्धि किस-किस के मध्य हुई थी ? लिखिए।
उत्तर:
पुरन्दर की सन्धि शिवाजी और राजा जयसिंह के मध्य हुई थी।

(5) किन्हीं तीन बाल अधिकारों को लिखिए।
उत्तर:
बाल अधिकार –

  • जीवन जीने का अधिकार,
  •  शिक्षा का अधिकार,
  • शोषण से सुरक्षा का अधिकार।

(6) अफ्रीका महाद्वीप में उगाई जाने वाली प्रमुख फसलों का उल्लेख कीजिए।
उत्तर:
महाद्वीप के विभिन्न भागों में जलवायु की भिन्नता के कारण अफ्रीका महाद्वीप में निम्नांकित फसलें मुख्य रूप से उगाई जाती हैं –

  • गेहूँ तथा जौ – मिस्र, अल्जीरिया और मोरक्को में।
  • मकई (मक्का) – बेल्जियम, कांगो, अंगोला, केनिया, मोरक्को में।
  • कपास – मिस्र, युगांडा, केन्या और नाइजीरिया में।
  • मूंगफली – नाइजर, सूडान और नाइजीरिया में।
  • कोको – घाना, नाइजीरिया और अंगोला में।
  • चावल – मलागासी, सेनेगल और नाइजीरिया में।
  • लौंग – जंजीबार तथा पेंबा द्वीपों में।

MP Board Class 7th Social Science विविध प्रश्नावली 3 दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 5.
(1) एशिया महाद्वीप के भौतिक भू-भागों का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
एशिया महाद्वीप को पाँच धरातलीय भागों में विभाजित किया जाता है –
1. उत्तरी निम्न मैदान – इसे साइबेरिया का मैदान भी कहते हैं। यह पश्चिम में यूराल पर्वत, पूर्व में लीना नदी तथा दक्षिण में मध्यवर्ती पर्वतों के बीच फैला हुआ है। इस मैदान की ओब, लीना और येनीसी प्रमुख नदियाँ हैं।

2. मध्यवर्ती पर्वतीय क्षेत्र – उत्तरी मैदान के दक्षिण में तथा महाद्वीप के मध्यवर्ती भाग में कई पर्वत श्रृंखलाएँ हैं जो एक पठारी भू-भाग से बँधी हुई दिखाई देती हैं। यह ऊँचा पठारी भाग ‘पामीर के पठार’ के नाम से जाना जाता है, इसे “दुनिया की छत” भी कहते हैं। पामीर के पठार के पूर्व में तिब्बत का पठार है। यहाँ हिमालय पर्वत की सबसे ऊँची चोटी माउण्ट एवरेस्ट है, जिसे सागरमाथा भी कहते हैं। थ्यानश्यान और अल्ताई पर्वतमाला के मध्य ‘गोबी का मरुस्थल’ है।

3. दक्षिणी पठार – मध्यवर्ती पर्वतमालाओं के दक्षिण में दक्षिण दिशा की ओर फैले हुए प्राचीन शैलों से बने कुछ पठार हैं, ये तीन ओर से पानी से घिरे होने के कारण ‘प्रायद्वीप’ कहलाते हैं। इनमें अरब का पठार, दक्षिण-भारत का पठार, ईरान का पठार मुख्य हैं।

4.  नदियों के मैदान – नदियों द्वारा लाकर जमा की गई मिट्टियों से बने मैदान प्रायः पूर्वी एवं दक्षिणी एशिया में पाए जाते हैं। पश्चिम एशिया में ये मैदान अरब, ईरान और इराक में दजला-फरात नदियों द्वारा बनाए गए हैं। दक्षिण एवं दक्षिण पूर्व एशिया में सिन्धु, गंगा-ब्रह्मपुत्र के मैदान, इरावदी, साल्विन नदियों के मैदान, याँगटिसीक्यांग और ह्वांगहो, मीनांग-मीकांग, अमूर-सर दरिया नदी मैदान प्रमुख मैदान हैं।

5. द्वीप समूह – एशिया महाद्वीप के पूर्व तथा दक्षिण – पूर्व में तीन प्रमुख द्वीप समूह इण्डोनेशिया, फिलीपींस और जापान द्वीप समूह हैं। इनका मध्यवर्ती भाग पर्वतीय है, जिनके चारों ओर सँकरे तटीय मैदान हैं। इण्डोनेशिया द्वीप समूह, महाद्वीप का सबसे बड़ा द्वीप समूह है।

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(2) प्रमुख मानव अधिकारों को लिखिए।
उत्तर:
मनुष्यों को निम्नलिखित मानव अधिकार प्राप्त हैं –

  • जीवन की स्वतन्त्रता का अधिकार।
  • समानता का अधिकार।
  • सम्पत्ति का अधिकार।
  • देश के शासन में भाग लेने तथा सरकारी सेवाओं में चयन हेतु समानता का अधिकार।
  • अपराध प्रमाणित न होने तक निर्दोष समझे जाने का अधिकार।
  • बिना किसी जाँच के बन्दी बनाए जाने, नजरबन्द करने, देश से निकालने से स्वतन्त्रता का अधिकार।
  • स्वतन्त्र एवं निष्पक्ष न्यायपालिका द्वारा सुनवाई का अधिकार।
  • मत व अभिव्यक्ति की स्वतन्त्रता का अधिकार।
  • शान्तिपूर्वक सभा आयोजित करने का अधिकार।
  • दासता, विवेक और धर्म की स्वतन्त्रता का अधिकार।
  • उत्पीड़न अथवा क्रूर अमानुषिक या अपमानजनक व्यवहार या दण्ड से स्वतन्त्रता का अधिकार।।
  • उचित व अनुकूल व्यवस्थाओं के अन्तर्गत काम करने का अधिकार।
  • समान कार्य के लिए समान वेतन का अधिकार।
  • अवकाश व विश्राम का अधिकार।
  • शिक्षा का अधिकार व समाज के सांस्कृतिक जीवन में भाग लेने का अधिकार।

इन अधिकारों की भावनाओं को प्रोत्साहन देने के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ की आर्थिक व सामाजिक परिषद् कार्य करती है।

(3) यूरोप महाद्वीप के प्राकृतिक भागों का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
यूरोप को चार भागों में बाँटा जा सकता है –

1.  उत्तरी – पश्चिमी उच्च भूमि – महाद्वीप के उत्तरीपश्चिमी भाग में पर्वत और पठार हैं। इनका विस्तार नार्वे तथा स्वीडन देशों में अधिक है। अतः इन्हें नार्वे और स्वीडन के पर्वत और पठार भी कहते। इन्हें स्केन्डिनेवियन पर्वत भी कहा जाता है। नार्वे के समुद्री तट बहुत कटे-फटे, सँकरे और अधिक ढालू हैं, जिन्हें फियोर्ड तट कहते हैं।

2. मध्य के विशाल मैदान-ये मैदान पश्चिम में अटलांटिक महासागर के तट पर फ्रांस से लेकर पूर्व में यूराल पर्वत तक यूरोपीय रूस में फैले हुए हैं। मैदानों की चौड़ाई रूस में सबसे अधिक है और ये पश्चिम की ओर क्रमश: सँकरे होते गए हैं। उत्तर में श्वेत सागर से लेकर दक्षिणी पर्वतमाला तक इन मैदानों का विस्तार सामाणिकपशाग है। नदियों के कछार बनने के कारण यहाँ की मिट्टी उपजाऊ है। मैदान के पूर्वी भाग में वोल्गा नदी तथा पश्चिम में डेन्यूब नदी है जो क्रमशः कैस्पियन सागर तथा काला सागर में गिरती हैं।

3. मध्यवर्ती पठार – यूरोप के मैदानी भाग के दक्षिण में पठारों और कम ऊँचे पर्वतों की श्रृंखला फैली हुई है। इनमें फ्रांस का मैसिफ, ब्लैक फॉरेस्ट और बोहेमियाँ के पठार हैं। पुर्तगाल व स्पेन में भी पठारों का विस्तार है। अधिकांश भाग चट्टानी तथा अनुपजाऊ है।

4.  दक्षिणी अल्पाइन पर्वतमाला – दक्षिण में ऊँचे नवीन पर्वतों की श्रृंखला भी है। यह श्रृंखला पश्चिम में अटलांटिक महासागर से पूर्व में कैस्पियन सागर तक फैली है। इनमें सबसे महत्वपूर्ण आल्पस पर्वत की श्रृंखला है, जिसकी सबसे ऊँची चोटी माउण्ट ब्लैक है। अन्य पर्वत श्रेणियों में पेरेनीज, एपीनाइन, डिनारिक, कार्पेशियन और कॉकेशस हैं। कॉकेशस की सबसे ऊँची चोटी एलब्रुस चोटी है।

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(4) शिवाजी के शासन प्रबन्ध की प्रमुख विशेषताओं का उल्लेख कीजिए।
उत्तर:
शिवाजी के शासन प्रबन्ध की प्रमुख विशेषताएँ अग्रलिखित हैं –

  • शिवाजी के शासन प्रबन्ध का मुख्य उद्देश्य प्रजा की सुख-समृद्धि तथा मातृभूमि की रक्षा के लिए श्रेष्ठ सेना का गठन करना था।
  • शिवाजी अत्यन्त कल्याणकारी शासक थे। उन्होंने अपनी शक्तियों का उपयोग जन-कल्याण के कार्यों के लिए किया।
  • शासन का प्रबन्ध उनके द्वारा बनाई गई आठ मन्त्रियों की परिषद् के परामर्श से होता था।
  •  सैनिकों पर कठोर अनुशासन व नियन्त्रण रहता था।
  • रामायण, गीता, कुरान आदि पवित्र ग्रन्थों की रक्षा करना सैनिकों का प्रमुख कर्त्तव्य था।
  • स्त्रियों, बच्चों एवं वृद्धों का अत्यन्त सम्मान किया। जाता था।
  • आक्रमण के समय कृषि को हानि नहीं पहुँचायी जाती थी।

(5) मुगल साम्राज्य के पतन के लिए औरंगजेब को दोषी ठहराना कहाँ तक उचित है ? समझाइए।
उत्तर:
औरंगजेब इस्लाम धर्म का कट्टर अनुयायी तथा अविश्वासी स्वभाव का व्यक्ति था। उसकी अनुदार व असहिष्णुतापूर्ण धार्मिक नीति के कारण सिक्खों, जाटों, सतनामियों, राजपूतों तथा मराठों आदि से अपने धर्म की रक्षा के लिए उसके निरन्तर संघर्ष होते रहे। इन संघर्षों के प्रयास में युद्ध होते रहे, इसके परिणामस्वरूप मुगल साम्राज्य का पतन हुआ।

औरंगजेब के अन्तिम समय में लगभग 25 वर्षों तक दक्षिण भारत में युद्ध होता रहा, जिसके परिणामस्वरूप उत्तर भारत में प्रशासन पर मुगलों की पकड़ ढीली हो गई। अनेक युद्धों के कारण राजकोष भी खाली हो गया। औरंगजेब अन्तिम समय तक अपने विरुद्ध होते विद्रोह का दमन न कर सका। फलस्वरूप मुगल साम्राज्य का पतन हुआ। अत: मुगल साम्राज्य के पतन में औरंगजेब की गलत नीतियाँ प्रमुख कारण हैं।

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(6) मुगलकालीन सामाजिक स्थिति का वर्णन कीजिए।
उत्तर:

  • मुगलकाल में समाज हिन्दू व मुस्लिम दो प्रमुख समाजों में बँटा हुआ था। समाज में सामंत, अमीर वर्ग तथा जागीरदारों का वर्चस्व था।
  • मध्यम वर्ग में शासकीय कर्मचारी, शिल्पकार, छोटे-छोटे दुकानदार, सामान्य व्यापारी तथा निम्न वर्ग में कृषक, श्रमिक व दैनिक मजदूरी के कारीगर व सेवक आदि सम्मिलित थे।
  • हिन्दू समाज जाति-प्रथा पर आधारित था। ब्राह्मण व क्षत्रियों का समाज में ऊँचा स्थान था। मुसलमानों में शिया व सुन्नी मतभेद बढ़ रहे थे।
  • समाज में स्त्रियों की दशा में गिरावट आई। पर्दा प्रथा, सती प्रथा, बहु-विवाह, बाल-विवाह, जौहर प्रथा जैसी बुराइयाँ समाज में व्याप्त थीं। उच्च कुल की लड़कियाँ ही अपने घरों में शिक्षा पाती थीं।
  • समाज में शाकाहारी तथा माँसाहारी दोनों प्रकार का भोजन प्रचलित था।
  • सूती, ऊनी, रेशमी, रंगीन व सफेद कपड़ों का प्रचलन था। नुकीली जूतियाँ तथा खड़ाऊँ का उपयोग किया जाता था।
  • पोलो, शिकार, घुड़सवारी, पशुदौड़, शतरंज, चौपड़, ताश, मेले व त्यौहार आदि मनोरंजन के प्रमुख साधन थे।

(7) लोक रुचिवाद पर टिप्पणी लिखिए।
उत्तर:
सामान्य जन की भलाई के लिए हमारी सरकार । प्रतिबद्ध है। यदि अनजाने में किसी का उत्पीड़न होता है अथवा । किसी व्यक्ति अथवा समूह को किसी कारणवश कोई क्षति होती । है तो ऐसे लोगों को न्याय दिलाने और उनकी रक्षा के लिए हमारी न्यायपालिका प्रतिबद्ध है। ऐसे लोगों की पीड़ा को कोई व्यक्ति अथवा समाजसेवी संगठन पत्र लिखकर न्यायालय तक पहुँचा सकता है। न्यायपालिका ऐसे लोगों की सुनवाई करती है। इसे लोक रुचिवाद कहते हैं।

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