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MP Board Class 8th Hindi Sugam Bharti Solutions Chapter 8 मध्य प्रदेश के गौरव
प्रश्न अभ्यास
अनुभव विस्तार
Mp Board Class 8 Hindi Chapter 8 प्रश्न 1.
वस्तुनिष्ठ प्रश्न
(क) सही जोड़ी बनाइए
(अ) मध्यप्रदेश की दो – 1. भोपाल की गुलियादाई गली विभूतियाँ। में जन्में।
(ब) डॉ. शंकर दयाल शर्मा – 2. डॉ. शंकर दयाल शर्मा, अटल का जन्म बिहारी वाजपेयी।
(स) अटल बिहारी वाजपेयी – 3. कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से विधि में पी-एच. डी. की।
(द) डॉ. शंकर दयाल – 4. ग्वालियर जिले में हुआ। शर्मा ने
उत्तर-
(अ) – 1
(ब) – 2
(स) – 3
(द) – 4
Class 8 Hindi Chapter 8 Mp Board प्रश्न 2.
दिए गए विकल्पों से रिक्त स्थान की पूर्ति कीजिए
(अ) डॉ. शंकर दयाल शर्मा का जन्म …………………………………. ई. को हुआ था। (19 अगस्त 1918, 29 अगस्त 1928)
(ब) डॉ. शर्मा तैराकी में …………………………………. के चैम्पियन रहे थे। (विक्रम विश्वविद्यालय, लखनऊ विश्वविद्यालय)
(स) अटल बिहारी वाजपेयी की माताजी का नाम …………………………………. था। (कृष्णा देवी, राधा देवी)
(द) अटल जी के विशेष कार्यों को देखते हुए भारत सरकार ने उन्हें …………………………………. से अलंकृत किया। (पद्मश्री, पद्मभूषण)
उत्तर-
(अ) 19 अगस्त, 1918,
(ब) लखनऊ विश्वविद्यालय,
(स) कृष्ण देवी,
(द) पद्मभूषण।
Mp Board Class 8th Hindi Solution Chapter 8 प्रश्न 2.
अति लघु उत्तरीय प्रश्न
(अ) डॉ. शर्मा लोगों से किस प्रकार मिलते थे?
(ब) डॉ. शंकर दयाल शर्मा ने भारत के किस गरिमामय सर्वोच्च पद को सुशोभित किया था?
(स) अटल जी ने किन-किन पत्रों का संपादन किया?
(द) अटल बिहारी वाजपेयी प्रथम बार प्रधानमंत्री कब बने?
उत्तर-
(अ) डॉ. शर्मा लोगों से अपने परिवार के सदस्य की तरह मिलते थे?
(ब) डॉ. शंकर दयाल शर्मा ने भारत के राष्ट्रपति गरिमामय सर्वोच्च पद को सुशोभित किया था।
(स) अटल जी ने ‘राष्ट्रधर्म’, ‘स्वदेश’, ‘पाञ्चजन्य’ और ‘वीर अर्जुन’ का संपादन किया।
(द) अटल बिहारी वाजपेयी प्रथम बार 1996 में प्रधान मंत्री बने।
Mp Board Class 8th Hindi Solution प्रश्न 3.
लघु उत्तरीय प्रश्न(अ)डॉ. शंकर दयाल शर्मा की शिक्षा के बारे में लिखिए।
उत्तर-
डॉ. शंकर दयाल शर्मा ने अपने यशस्वी जीवन की शैक्षिक यात्रा में स्वयं को मेधावी छात्र के रूप में निरंतर प्रमाणित किया। आपने हिन्दी, अंग्रेजी और संस्कृत साहित्य में स्नातकोत्तर उपाधियाँ प्रथम श्रेणी में प्राप्त की। लखनऊ विश्वविद्यालय से एल.एल.एम. तथा कैंब्रिज विश्वविद्यालय से कानून में पी-एच. डी. की उपाधि प्राप्त की।
(ब) डॉ. शर्मा ने किन-किन पुस्तकों की रचना की?
उत्तर-
डॉ. शर्मा ने ‘प्रतिष्ठित भारतीय’, ‘हमारे चिंतन की मूलधारा’ और ‘देश-मणि’ पुस्तकों की रचना की।
(स) डॉ. शंकर दयाल शर्मा जन समान्य से कब मिलते थे?
उत्तर-
डॉ. शंकर दयाल शर्मा जन समान्य से प्रातः 9 बजे से अपराह्न 1:30 तक प्रतिदिन मिलते थे।
(द) अटल जी की काव्य-सृजन में रुचि कैसे जागृत हुई?
उत्तर-
अटल जी के पिता श्री कृष्ण बिहारी वाजपेयी अध्यापक एवं कवि थे। अपने पिता की रचनाएँ पढ़ते-पढ़ते अटल जी तुकबन्दी करने लगे। उनकी रचनाओं की प्रशंसा होने लगी तो हिन्दी साहित्य सभा की गोष्ठियों में जाने लगे। उन दिनों घनाक्षरी और सवैया छंद विशेष पसंद किए जाते थे। अटल ने ब्रजभाषा में रचनाएँ कीं।।
(ई) अटल जी की प्रमुख रचनाओं के नाम लिखिए।
उत्तर-
‘मेरी इक्यावन कविताएँ’, ‘कैदी कविराय की कुंडलियाँ’, ‘न दैन्यं न पलायनम्’, ‘मेरी संसद यात्रा’ आदि अटल जी की प्रमुख रचनाएँ हैं।
भाषा की बात
Mp Board Class 8 Hindi Book Solution प्रश्न 1.
बोलिए और लिखिएप्रतिनिधि, विश्वविद्यालय, स्वतंत्रता-संग्राम, सर्वोच्च।
उत्तर-
प्रतिनिधि, विश्वविद्यालय, स्वतंत्रता-संग्राम, सर्वोच्च।
Class 8 Hindi Mp Board प्रश्न 2.
सही वर्तनी वाले शब्दों पर गोला लगाइए
उत्तर-
साहित्य, उत्तीर्ण, राष्ट्रपति, ग्वालियर।
Mp Board Class 8 Hindi प्रश्न 3.
नीचे दिए वाक्यों में क्रिया विशेषण के शब्द छाँटकर लिखिए
1. वे धूप में बाहर बैठे थे। ………………………….
2. वह थोड़ा लुढ़क गया। ………………………….
3. लड़की जोर-जोर से चीख रही थी। ………………………….
4. राम अपनी बहन को बहुत सता रहा था। ………………………….
उत्तर-
1. बाहर,
2. थोड़ा,
3. जोर-जोर से,
4. बहुत।
Class 8 Mp Board Hindi प्रश्न 4.
उदाहरण के अनुसार नीचे लिखे शब्दों में से मूल शब्द और प्रत्यय अलग कीजिए।
उत्तर-
♦प्रमुख गद्यांशों की संदर्भ-प्रसंग सहित व्याख्याएँ
1. डॉ. शर्मा देश के स्वाधीनता संग्राम के अग्रणी योद्धा और साक्षी रहे हैं। आपने अपने राजनीतिक जीवन से भारत के महान व्यक्तियों की गौरवशाली परंपरा को सार्थक बनाया। आप जिन सार्वजनिक पदों पर आसीन हुए, आपने उनमें आध्यात्मिक और लौकिक मूल्यों का साहसिक संतुलन बनाए रखा। डॉ. शर्मा ने जब भी जहाँ भी राजनीति में नैतिक मूल्यों का क्षरण होते देखा, वहाँ अपना विवेकपूर्ण हस्तक्षेप अवश्य किया। आपने अवमूल्यित राजनीति के संदर्भ में सदैव वैचारिक जिज्ञासा, सांस्कृतिक आत्मविश्वास तथा सृजनात्मक विमर्श के प्रतिमानों को अनेक मंचों से अभिव्यक्ति प्रदान की।
शब्दार्थ-सर्वोच्च-सबसे ऊँचा। अग्रणी-आगे चलने वाले। साक्षी-गवाह। गौरवशाली-महत्त्वपूर्ण। आसीन-पद पर नियुक्त। संतुलन-मेल। नैतिक-नीति संबंधी। क्षरण-कमजोर। अवमूलित-मूल्य में कमी हुई। जिज्ञासा-जानने की इच्छा। सृजनात्मक-रचनात्मक। विमर्श-विवेचन, तर्क, ज्ञान। अभिव्यक्ति-प्रकाशन।
संदर्भ-प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी पाठ्य-पुस्तक ‘सुगम भारती’ (हिन्दी सामान्य) भाग-8 के पाठ-8 ‘मध्य-प्रदेश के गौरव’ से ली गई हैं।
प्रसंग-प्रस्तुत पंक्तियों में लेखक ने भूतपूर्व राष्ट्रपति डॉ. शंकर दयाल शर्मा की महान् विशेषताओं के बारे में कहा है कि-
व्याख्या-डॉ. शंकर दयाल शर्मा ने देश की आजादी के लिए किए गए संघर्षों में बहुत बड़ी भूमिका निभायी। इसके वे आगे चलने वाले एक महान योद्धा और गवाह थे। यही नहीं उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन से भी अपनी एक अलग ही पहचान कायम की। इसके द्वारा उन्होंने स्वयं को भारत के महान् राजनेताओं की चली आ रही परंपरा को आगे बढ़ाने में अपना महान् योगदान दिया। इसी प्रकार वे सार्वजनिक रूप में भी लोकप्रिय हुए। इसके लिए वे जिन-जिन सार्वजनिक पदों के अधिकारी बने, उनमें आपने आध्यात्मिक और साहसिक संतुलन बनाने में अपनी कोई कसर नहीं छोड़ी। जहाँ-जहाँ उन्होंने राजनीतिक मूल्यों में नैतिक मूल्यों को कमजोर पड़ते हुए देखा, वहाँ-वहाँ उन्होंने अपने बुद्धि-बल से उसे संमुलित बनाने की पूरी-पूरी कोशिश की। इस प्रकार उन्होंने राजनीतिक मूल्यों के घटते स्तर को बड़ी गंभीरता से देखा और समझा। फिर उसे दूर करने के लिए अपने विचारों, सांस्कृतिक आत्मविश्वासों और रचनात्मक ज्ञान-तर्क के द्वारा बार-बार प्रयास किया।
विशेष-
- डॉ. शंकर दयाल शर्मा को प्रेरक रूप में प्रस्तुत किया गया है।
- शब्द-प्रयोग कठिन हैं।