MP Board Class 6th Social Science Solutions Chapter 9 हड़प्पा सभ्यता

MP Board Class 6th Social Science Solutions Chapter 9 हड़प्पा सभ्यता

MP Board Class 6th Social Science Chapter 9 पाठान्तर्गत प्रश्नोत्तर

प्रश्न:
पाठ्य पुस्तक पृष्ठ संख्या 50 पर दिये गये मानचित्र को देखकर पता लगाओ कि कौन-सी सभ्यता किन-किन नदियों के किनारे पर विकसित हुई ? जानकारी को नीचे लिखिए
उत्तर:
MP Board Class 6th Social Science Solutions Chapter 9 हड़प्पा सभ्यता

MP Board Class 6th Social Science Chapter 9 अभ्यास प्रश्न

प्रश्न 1.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर संक्षेप में लिखिए –
(अ) हड़प्पा सभ्यता में किस पेड़ की पूजा के प्रमाण मिले हैं ?
उत्तर:
हड़प्पा सभ्यता में पीपल के वृक्ष की पूजा के प्रमाण मिले हैं।

(ब) हड़प्पा सभ्यता के प्रमुख चार स्थलों के नाम लिखिए।
उत्तर:

  • मोहनजोदड़ो
  • हड़प्पा
  • रोपड़
  • लोथल।

(स) नदी घाटी सभ्यता नदियों के किनारे ही क्यों विकसित हुई ?
उत्तर:
आदि मानव हमेशा वहीं बसते थे जहाँ पीने के लिए स्वच्छ जल, खाने के लिए भरपूर भोजन और निवास के लिए सुरक्षित स्थान आसानी से उपलब्ध हो। नदियों के किनारे इन तीनों आवश्यकताओं की पूर्ति आसानी से होने के कारण विश्व की प्राचीनतम सभ्यताएँ नदियों के किनारे ही विकसित हुईं।

(द) हड़प्पा सभ्यता के शिल्प व तकनीकी ज्ञान के बारे में लिखिए।
उत्तर:
हड़प्पा सभ्यता कांस्य युग की सभ्यता थी। हड़प्पा सभ्यता के लोग कांसा बनाना जानते थे। खुदाई से प्राप्त वस्तुओं के आधार पर पता चलता है कि इस सभ्यता के लोगों ने धातुओं के गलाने, ढालने और सम्मिश्रण की कला में विशेष उन्नति की थी। बर्तन बनाने, खिलौने बनाने और मोहरों के निर्माण में ये लोग पारंगत थे। खुदाई में मिली कांसे की नर्तकी उनकी मूर्तिकला का सुन्दर नमूना है। स्पष्ट है कि हड़प्पा सभ्यता के लोग शिल्प व तकनीकी ज्ञान में बहुत आगे थे।

(य) हड़प्पा सभ्यता में कौन-कौन सी फसलें उगाई जाती थीं?
उत्तर:
हड़प्पा सभ्यता में गेहूँ, जौ, सरसों, कपास, मटर, तिल की फसलें उगाई जाती थीं।

(र) सिन्धु घाटी सभ्यता की प्रमुख विशेषताएँ क्या हैं ?
उत्तर:
सिन्धु घाटी सभ्यता की प्रमुख विशेषताएँ निम्नलिखित हैं –

  • सिन्धु घाटी की सभ्यता एक शहरी सभ्यता थी।
  • इस सभ्यता की प्रमुख विशेषता उसकी नगर योजना प्रणाली थी।
  • सिन्धु घाटी की जल निकास प्रणाली अद्वितीय थी।
  • मोहनजोदड़ो में सार्वजनिक विशाल स्नानागार था जो उस सभ्यता का महत्त्वपूर्ण निर्माण माना जाता है।
  • इस सभ्यता के लोग गेहूँ, जौ, सरसों, कपास व तिल आदि की फसलें उगाते थे।
  • इस सभ्यता में धातुओं के गलाने, ढालने और सम्मिश्रण की कला उन्नत थी।

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प्रश्न 2.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर विस्तार से लिखिए
(अ) हड़प्पावासियों की नगर रचना का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
हड़प्पा सभ्यता की सबसे प्रमुख विशेषता उसकी – नगर योजना प्रणाली थी। नगर अधिकतर दो अथवा तीन भागों में बँटे थे। सबसे सुरक्षित स्थान किला या दुर्ग कहलाता था। यहाँ उच्च वर्ग का परिवार रहता होगा। मध्यम व निचले भाग में मध्यम वर्ग व निम्न वर्ग का निवास था। इन नगरों में सड़कें पूरी सीधी थीं जो एक-दूसरे को लम्बवत् काटती थीं। हड़प्पा सभ्यता के नगरों में कोठार (अनाज भरने के गोदाम) का महत्वपूर्ण स्थान था।

मोहनजोदड़ो का सबसे महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्थल विशाल स्नानागार है। यह 11 88 मीटर लम्बा, 7.01 मी चौड़ा और 2.43 मीटर गहरा है। इसके दोनों सिरों पर तल तक सीढ़ियाँ बनी हैं। पास में कपड़े बदलने के कक्ष हैं। स्नानागार का फर्श पक्की ईंटों का बना है। पास के एक कमरे में बड़ा-सा कुआँ बना है। सम्भवतः यह स्नानागार किसी धार्मिक अनुष्ठान सम्बन्धी स्नान के लिए बना होगा। इसके अलावा भी हर छोटे-बड़े मकान में आँगन (प्रांगण) और स्नानागार होता था।

(ब) हड़प्यावासियों के धार्मिक विश्वासों के बारे में आप क्या जानते हैं ? लिखिए।
उत्तर:
हड़प्पावासी देवी उपासना करते थे। कुछ पुराविदों ने पशुपति (शिव) की उपासना करने की बात भी कही है। हड़प्पा में पक्की मिट्टी व पत्थर पर बने लिंग और योनि के अनेक प्रतीक मिले हैं। इसके अलावा कमण्डल, यज्ञवेदी, स्वास्तिक आदि के अवशेष हड़प्पा सभ्यता के लोगों के धार्मिक विचारों व क्रिया – कलापों की जानकारी प्रदान करते हैं। कूबड़ वाले साँड़ की मृणमूर्ति तथा अंकन कई मुहरों पर मिलता है। उत्खनन में ताबीज बड़ी संख्या में मिले हैं। शायद हड़प्पावासी भूत-प्रेतों में विश्वास कर उनसे रक्षा के लिये ताबीज पहनते थे। हड़प्पा सभ्यता में पीपल के वृक्ष की पूजा के प्रमाण मृणमुहरों तथा पात्रों पर मिलते हैं।

(स) हड़प्पा सभ्यता के पतन के कारणों को लिखिए।
उत्तर:
हड़प्पा के पतन के कारण निम्नलिखित हैं –

  • भूकम्प आने के कारण सम्भवतः सिंधु नदी का मार्ग बदल गया होगा और हड़प्पा सभ्यता के नगर भूस्खलन से जमीन में दब गये होंगे।
  • सम्भवतया आर्यों के आक्रमण ने इस सभ्यता को नष्ट कर दिया होगा।
  • बढ़ते हुए रेगिस्तान के कारण इस सभ्यता का पतन हो गया होगा।
  • सिंधु नदी की बाढ़ से इस सभ्यता का अन्त हो गया होगा।

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प्रश्न 3.
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
(अ) मोहनजोदड़ो का सबसे महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्थल विशाल …….है। (गोदाम/स्नानागार)
(ब) हड़प्पा सभ्यता ………….. सभ्यता है। (नगरीय/ग्रामीण)
(स) कांसे की नर्तकी हड़प्पा सभ्यता की …………’ का सर्वश्रेष्ठ नमूना है। (मूर्तिकला/वास्तुकला)
(द) कूबड़ वाले साँड का अंकन कई ………….. पर मिलता है। (भवनों/मुहरों)
(य) हड़प्पावासियों की लिपि …………. लिपि थी। (देवनागरी/चित्र)
(र) हड़प्पा सभ्यता में …………. व पर्यावरण शुद्धि पर अधिक ध्यान दिया गया था। (गंदगी/साफ-सफाई)
उत्तर:
(अ) स्नानागार
(ब) नगरीय
(स) मूर्तिकला
(द) मुहरों
(य) चित्र
(र) साफ-सफाई

प्रश्न 4.
नदी घाटी और उनमें विकसित सभ्यताओं की सही जोड़ी मिलाओ –
MP Board Class 6th Social Science Solutions Chapter 9 हड़प्पा सभ्यता img 2

उत्तर:
(अ) (ii) मिश्र की सभ्यता
(ब) (iv) मेसोपोटामिया की सभ्यता।
(स) (i) मोहनजोदड़ो व हड़प्पा सभ्यता
(द) (iii) चीन की सभ्यता

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प्रश्न 5.
सही विकल्प चुनिए –
1. हड़प्पा सभ्यता में कौन-सी विशेषता नहीं पाई गयी?
(i) सुनियोजित नगरीय व्यवस्था
(ii) धातु गलाने व ढालने की कला
(iii) पेड़ों व गुफाओं में रहना
(iv) पशुपालन व कृषि
उत्तर:
(iii) पेड़ों व गुफाओं में रहना

2. हड़प्पावासी कौन-सी धातु का उपयोग अधिक करते थे?
(i) लोहा
(ii) ताँबा
(iii) सोना
(iv) चाँदी
उत्तर:
(ii) ताँबा

3. हड़प्पा सभ्यता के पतन के सम्भावित कारणों में से नहीं था –
(i) आग लगना
(ii) आर्यों का आक्रमण
(iii) मुगलों का आक्रमण
(iv) तेज वर्षा
उत्तर:
(iii) मुगलों का आक्रमण

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MP Board Class 6th Social Science Solutions Chapter 8 पृथ्वी के परिमण्डल

MP Board Class 6th Social Science Solutions Chapter 8 पृथ्वी के परिमण्डल

MP Board Class 6th Social Science Chapter 8 अभ्यास प्रश्न

प्रश्न 1.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर संक्षेप में लिखिए –
(अ) पृथ्वी पर कितने परिमण्डल हैं ?
उत्तर:
पृथ्वी पर तीन परिमण्डल हैं – स्थलमण्डल, जलमण्डल और वायुमण्डल।

(ब) स्थलमण्डल का अर्थ बताइए।
उत्तर:
पृथ्वी का वह समस्त भू-भाग जो कठोर और नरम शैलों से बना है, स्थलमण्डल कहलाता है।

(स) पर्वत किसे कहते हैं ?
उत्तर:
ऊँची पहाड़ियों के समूह को पर्वत कहते हैं।

(द) जैवमण्डल की परिभाषा लिखिए।
उत्तर:
जीवों का वह मण्डल जो स्थल, जल और वायुमण्डल में पाया जाता है, जैवमण्डल कहलाता है।

(य) मैदान और पठार में अन्तर बताइए।
उत्तर:
हमारी पृथ्वी पर के वे निचले भाग जो समतल और सपाट हैं, मैदान कहलाते हैं। जबकि सामान्य रूप से ऊँचे उठे हुए वे भू-भाग जिनकी ऊपरी सतह लगभग समतल अथवा हल्की ऊँची-नीची होती है, पठार कहलाते हैं।

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प्रश्न 2.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर विस्तार से लिखिए
(अ) स्थलमण्डल क्या है? उसके विभिन्न भू-स्वरूपों का वर्णन करिए।
उत्तर:
पृथ्वी का वह समस्त भू-भाग जो कठोर और नरम शैलों से बना है, स्थलमण्डल कहलाता है।
इसके प्रमुख भू-स्वरूप निम्नलिखित हैं –

  • पर्वत – ऊँची पहाड़ियों के समूह को पर्वत कहते हैं। पर्वत सैकड़ों किमी लम्बाई तक श्रेणियों के रूप में फैले रहते हैं। सबसे ऊँचा पर्वत हिमालय पर्वत है।
  • पठार – सामान्य रूप से ऊँचे उठे हुए वे भू-भाग जिनकी ऊपरी सतह लगभग समतल होती है, पठार कहलाते हैं। हमारे देश में दक्कन का पठार प्रसिद्ध है।
  • मैदान – पृथ्वी के वे निचले भाग जो समतल और सपाट हैं, मैदान कहलाते हैं। गंगा-यमुना का मैदान व उत्तर का विशाल मैदान इनमें प्रमुख हैं।

(ब) जैवमण्डल क्या है ? विभिन्न जीव किस प्रकार से पारिस्थितिक तंत्र में एक-दूसरे पर निर्भर हैं ? बताइए।
उत्तर:
जीवों का वह मण्डल जो स्थल, जल और वायुमण्डल में पाया जाता है, जैवमण्डल कहलाता है। जैवमण्डल के सभी जीव एक-दूसरे पर निर्भर हैं तथा वे अपने आस-पास के प्राकृतिक वातावरण से प्रभावित होते हैं। प्राकृतिक वातावरण तथा जैवमण्डल की यह पारस्परिक निर्भरता की व्यवस्था पारिस्थितिक तंत्र कहलाती है।

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प्रश्न 3.
निम्नलिखित प्रत्येक वाक्य के लिए एक पारिभाषिक शब्द लिखिए –
(अ) गैसों का मिश्रण जो पृथ्वी को चारों ओर से घेरे हुए है।
उत्तर:
वायुमण्डल

(ब) पृथ्वी पर बहुत बड़े जल भण्डार को कहते हैं।
उत्तर:
जलमण्डल

(स) वह भूखण्ड जो आस – पास के क्षेत्र से बहुत ऊँचा हो।
उत्तर:
पर्वत

(द) आसपास की नीची भूमि से एकदम सीधा उठा हुआ। विस्तृत भू-भाग।
उत्तर:
पठार

(य) स्थल के निचले, विस्तृत एवं समतल भू – भाग।
उत्तर:
मैदान

(र) पृथ्वी के तीनों परिमण्डल-स्थलमण्डल, जल – मण्डल और वायुमण्डल से मिलकर बना मण्डल।
उत्तर:
जैवमण्डल

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प्रश्न 4.
सही जोड़ी बनाइए –
MP Board Class 6th Social Science Solutions Chapter 8 पृथ्वी के परिमण्डल img 1
उत्तर:
1. (द) एशिया
2. (स) दक्कन
3. (य) हिमालय
4. (ब) वायुमण्डल
5. (अ) प्रशान्त

प्रश्न 5.
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए –
1. पृथ्वी के भूमि वाले भाग को ……….. कहते हैं।
2. में स्थल मण्डल, जलमण्डल ………….. और …………. वायुमण्डल समाहीत हैं।
3. वायुमण्डल में सबसे कम ………… गैस पाई जाती है।
4. प्रकृति द्वारा दिये गये पदार्थों का …………. में सदपयोग करें।
उत्तर:
1. स्थलमण्डल
2. जैवमण्डल
3. कार्बन डाइऑक्साइड
4. मानव कल्याण।

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MP Board Class 6th Social Science Solutions Chapter 6 ग्लोब और मानचित्र

MP Board Class 6th Social Science Solutions Chapter 6 ग्लोब और मानचित्र

MP Board Class 6th Social Science Chapter 6 पाठान्तर्गत प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
ग्लोब को देखते हुए महाद्वीप और महासागरों के नाम ढूँढकर नीचे बनी तालिका में लिखो
MP Board Class 6th Social Science Solutions Chapter 6 ग्लोब और मानचित्र img 3

प्रश्न 2.
पाठ्य पुस्तक पृष्ठ संख्या 32 पर दिये गये मानचित्र को पढ़कर निम्नांकित प्रश्नों के उत्तर लिखिए
(1) मानचित्र का शीर्षक क्या है ?
उत्तर:
मध्यप्रदेश – संभाग एवं जिले।

(2) उत्तर दिशा किस चिन्ह द्वारा दिखाई गयी है ? चिन्ह बनाइए।
उत्तर:
MP Board Class 6th Social Science Solutions Chapter 6 ग्लोब और मानचित्र img 1

(3) मानचित्र में दिए रूढ़ चिन्हों में से कोई 2 रूढ़ चिन्ह नाम सहित बनाइए।
उत्तर:
MP Board Class 6th Social Science Solutions Chapter 6 ग्लोब और मानचित्र img 2
(4) मानचित्र का मापक क्या है?
उत्तर:
1 सेमी = 20 किमी।

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MP Board Class 6th Social Science Chapter 6 अभ्यास प्रश्न

प्रश्न 1.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर संक्षेप में लिखिए –
(अ) ग्लोब किसे कहते हैं ?
उत्तर:
पृथ्वी का प्रतिरूप या नमूना दिखाने के लिए प्रयोग किए जाने वाले गोले को ग्लोब कहा जाता है।

(ब) ग्लोब से हमें क्या-क्या जानकारियाँ प्राप्त होती हैं ? कोई पाँच लिखिए।
उत्तर:

  • पृथ्वी का आकार तथा महाद्वीपों व महासागरों के आकार व विस्तार का ज्ञान प्राप्त होता है।
  • दिन व रात होने की जानकारी प्राप्त होती है।
  • पृथ्वी की गतियों का ज्ञान होता है।
  • अक्षांश एवं देशांश रेखाओं की स्थिति का ज्ञान होता है।
  • जल और थल के वितरण की जानकारी भी मिलती है।

(स) मापक किसे कहते हैं ?
उत्तर:
मानचित्र के दो स्थानों की दूरी एवं धरातल पर उन्हीं दो स्थानों की वास्तविक दूरी के अनुपात को मापक कहते हैं।

प्रश्न 2.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर विस्तार से लिखिए
(अ) मानचित्र पढ़ने के लिए किन-किन बातों का जानना आवश्यक है, कोई दो बताइए।
उत्तर:
मानचित्र पढ़ने के लिए शीर्षक, दिशा, रूढ़ चिन्ह और मापक के विषय में जानना आवश्यक होता है।

शीर्षक:
प्रत्येक मानचित्र का एक शीर्षक होता है जो यह बताता है कि मानचित्र विश्व या विश्व के किस भू-भाग का है। यह मानचित्र के दायीं ओर लिखा होता है।

दिशा:
प्रत्येक मानचित्र में उत्तर दिशा को तीर के चिन्ह से दिखाया जाता है। दिशा के बिना मानचित्र पढ़ना कठिन होता है।

(ब) मानचित्र क्यों बनाए जाते हैं ? भूगोल में ग्लोब व मानचित्र का क्या महत्त्व है ? लिखिए।
उत्तर:
पृथ्वी के किसी छोटे भाग का अध्ययन करने के लिए मानचित्र बनाए जाते हैं। भूगोल में ग्लोब मानचित्र का महत्त्व-ग्लोब पृथ्वी के आकार का एक नमूना है। इससे पृथ्वी का आकार, महाद्वीपों एवं महासागरों का विस्तार, रात और दिन का होना एवं प्रमुख अक्षांश व देशांश रेखाओं की जानकारी प्राप्त होती है। मानचित्र में पैमाना मान कर निश्चित दूरी प्रकट की जाती है। इसके द्वारा पृथ्वी के सम्पूर्ण धरातल या उसके किसी भाग को दिखाया जाता है। इनके बिना भूगोल का ज्ञान हमारे लिए अधूरा ही रहेगा।

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प्रश्न 3.
रिक्त स्थानों की पूर्ति निम्नलिखित में से सही शब्द चुनकर करें –
( सात, चार, ग्लोब, मानचित्र, नीला)
(अ) किसी भू-भाग का मापक के अनुसार समतल सतह पर चित्रण ………… कहलाता है।
(ब) पृथ्वी के प्रतिरूप या नमूने को …………. कहते हैं।
(स) पृथ्वी पर …………. महाद्वीप व महासागर है।
(द) ग्लोब पर ………….. रंग सबसे अधिक दिखाई देता है।
उत्तर:
(अ) मानचित्र
(ब) ग्लोब
(स) सात, चार
(द) नीला।

प्रश्न 4.
सही जोड़ी मिलाओ –
MP Board Class 6th Social Science Solutions Chapter 6 ग्लोब और मानचित्र img 3
उत्तर:
(अ) (iv) मानचित्र
(ब) (iii) गोलाकार
(स) (i) महासागर
(द) (ii) महाद्वीप

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प्रश्न 5.
निम्नलिखित सांकेतिक चिन्हों के कोष्ठक में दिए सही नाम में से चुनकर रिक्त स्थानों पर लिखो –
(जिला सीमा, राज्य सीमा, रेलवे लाइन, पक्की सड़क, कुआँ)
उत्तर:

  • जिले की सीमा
  • रेलवे की लाइन
  • राज्य सीमा
  • पक्की सड़क
  • कुआँ।

प्रश्न 6.
किसी मानचित्र में मापक 1 सेमी = 20 किमी है। बताओ मानचित्र में 4 सेमी धरातल के कितने किलोमीटर की दूरी को प्रदर्शित किया गया है।
उत्तर:
80 किलोमीटर।

प्रश्न 7.
नीचे ग्लोब का चित्र बनाइए और उस पर भूमध्य रेखा, कर्क रेखा तथा मकर रेखा दर्शाइए
उत्तर:
MP Board Class 6th Social Science Solutions Chapter 6 ग्लोब और मानचित्र img 3

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MP Board Class 6th Social Science Solutions Chapter 7 अक्षांश एवं देशान्तर रेखाएँ

MP Board Class 6th Social Science Solutions Chapter 7 अक्षांश एवं देशान्तर रेखाएँ

MP Board Class 6th Social Science Chapter 7 अभ्यास प्रश्न

प्रश्न 1.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर संक्षेप में लिखिए –
(अ) ग्लोब / मानचित्र पर अक्षांश व देशान्तर रेखाएँ क्यों खींची जाती हैं ?
उत्तर;
पृथ्वी पर किसी स्थान की ठीक-ठीक स्थिति दिखाने के लिए ग्लोब तथा मानचित्र पर अक्षांश व देशान्तर रेखाएँ खींची जाती हैं।

(ब) अक्षांश रेखाएँ क्या हैं ? प्रमुख अक्षांश रेखाओं के नाम लिखिए।
उत्तर:
भूमध्य रेखा के समानान्तर खींचे हुए वृत्तों या आड़ी रेखाओं को अक्षांश रेखाएँ कहते हैं। प्रमुख अक्षांश रेखाएँ हैं-विषुवत् रेखा, कर्क रेखा, मकर रेखा।

(स) देशान्तर रेखाएँ किसे कहते हैं ? प्रमुख देशान्तर या मध्याह्न रेखा का नाम लिखिए।
उत्तर:
ग्लोब पर उत्तर से दक्षिण की ओर खींची गई खड़ी रेखाएँ देशान्तर रेखाएँ कहलाती हैं। मानचित्र में ये रेखाएँ उत्तर से दक्षिण में सीधी खिंची होती हैं। प्रमुख देशान्तर रेखा का नाम प्रधान मध्याह्न रेखा है।

(द) अक्षांश और देशान्तर रेखाओं में क्या अन्तर है ? लिखिए।
उत्तर:
ग्लोब पर खींची आड़ी रेखाएँ अक्षांश रेखाएँ तथा खड़ी रेखाएँ देशान्तर रेखाएँ कहलाती हैं।

(य) कर्क एवं मकर रेखा 23° पर क्यों खींची गयी है?
उत्तर:
पृथ्वी अपने अक्ष पर 23° झुकी हुई है, इस कारण पृथ्वी पर 237° उत्तरी तथा दक्षिणी अक्षांश तक ही सूर्य वर्ष में एक बार सीधा चमकता है। इस अक्षांश से उत्तरी ध्रुव तथा दक्षिणी ध्रुव तक सूर्य कभी भी सीधा नहीं चमकता। यही कारण है कि कर्क रेखा एवं मकर रेखा का निर्धारण 231 पर किया गया है।

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प्रश्न 2.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर विस्तार से लिखिए
(अ) अक्षांश व देशान्तर रेखाएँ किसे कहते हैं ? इन रेखाओं की विशेषताएँ लिखिए।
उत्तर:
अक्षांश रेखाएँ – भूमध्य रेखा के समानान्तर खिंचे हुए वृत्तों या आड़ी रेखाओं को अक्षांश रेखाएँ कहते हैं।
अक्षांश रेखाओं की विशेषताएँ –

  • ये रेखाएँ पूर्व से पश्चिम दिशा में विषुवत् रेखा के समानान्तर खींची जाती हैं।
  • ये पूर्ण वृत्ताकार होती हैं।
  • दो अक्षांशों के बीच की दूरी समान होती है।
  • विषुवत् वृत्त से ध्रुवों की ओर बढ़ने पर वृत्त छोटे होते जाते हैं। ध्रुव एक बिन्दु के रूप में रह जाता है।
  • अक्षांश रेखाओं की लम्बाई समान नहीं होती है।

देशान्तर रेखाएँ – ग्लोब पर उत्तर से दक्षिण की ओर खींची गई खड़ी रेखाएँ देशान्तर रेखाएँ कहलाती हैं।
देशान्तर रेखाओं की विशेषताएँ –

  • देशान्तर रेखाएँ अर्द्धवृत्त होती हैं।
  • इनकी लम्बाई समान होती है।
  • विषुवत् वृत्त पर इनके बीच की दूरी सबसे अधिक होती है, लेकिन जैसे-जैसे हम ध्रुवों की ओर जाते हैं तो देशान्तर रेखाओं के बीच की दूरी कम होती जाती है।
  • ये रेखाएँ प्रधान मध्याह्न रेखा के दोनों ओर 1° के अन्तराल पर खींची गई हैं। इनकी कुल संख्या 360 है।

पृथ्वी पर किसी स्थान की ठीक-ठीक स्थिति दर्शाने के लिए अक्षांश और देशान्तर रेखाएँ, ग्लोब एवं मानचित्र पर खींची गयी हैं। इनकी सहायता से हम पृथ्वी पर किसी भी स्थान की भौगोलिक स्थिति को जान सकते हैं। ये काल्पनिक रेखाएँ हैं।

(ब) विषुवत् रेखा तथा प्रधान मध्याह्न रेखा किसे कहते हैं? इन रेखाओं के माध्यम से पृथ्वी को कितने गोलार्डों में विभक्त किया गया है ?
उत्तर:
विषुवत् रेखा:
ग्लोब पर खिंचे हुए 180 अक्षांश वृत्तों में विषुवत् रेखा सबसे बड़ा वृत्त है। इस वृत्त को 0° अक्षांश रेखा के नाम से जाना जाता है। विषुवत् रेखा के माध्यम से पृथ्वी को उत्तरी एवं दक्षिणी गोलार्डों में बाँटा गया है। प्रधान मध्याह्न रेखा – मुख्य अक्षांश रेखा (0° भूमध्य रेखा) की तरह ही देशान्तर रेखाओं में भी एक रेखा को प्रधान देशान्तर रेखा माना जाता है। यह रेखा इंग्लैण्ड में लन्दन के पास स्थित ग्रीनविच वेधशाला से गुजरती है। इसे ही 0° प्रधान मध्याह्न रेखा कहते हैं। प्रधान मध्याह्न रेखा पृथ्वी को पूर्वी और पश्चिमी गोलार्द्ध में बाँटती है।

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प्रश्न 3.
रिक्त स्थानों की पूर्ति करो –
(अ) सभी अक्षांश रेखाएँ …………… के समानान्तर होती हैं।
(ब) पृथ्वी के ऊपरी छोर के बिन्दु को ………….. ध्रुव और दक्षिणी छोर के अन्तिम बिन्दु को ध्रुव कहते हैं।
(स) प्रधान मध्याह्न ………….. रेखा को रेखा भी कहते हैं।
(द) भूमध्य रेखा पृथ्वी को …………….. और ………….. गोलार्द्ध में बाँटती है।
(य) देशान्तर रेखाओं की कुल संख्या ………….. है।
उत्तर:
(अ) भूमध्य रेखा
(ब) उत्तरी, दक्षिणी
(स) ग्रीनविच
(द) उत्तरी, दक्षिणी
(य) 360

प्रश्न 4.
सही जोड़ी मिलाइए –
MP Board Class 6th Social Science Solutions Chapter 7 अक्षांश एवं देशान्तर रेखाएँ img 1
उत्तर:
(अ) (iii) आड़ी रेखाएँ
(ब) (iv) खड़ी रेखाएँ
(स) (i) उत्तरी गोलार्द्ध
(द) (ii) दक्षिणी गोलार्द्ध

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प्रश्न 5.
सही विकल्प चुनिए-
(अ) सबसे बड़े अक्षांश वृत्त को कहते हैं –
(i) कर्क वृत्त
(ii) विषुवत वृत्त
(iii) मकर वृत्त
(iv) प्रधान मध्याह्न।
उत्तर:
(ii) विषुवत वृत्त

(ब) देशान्तर रेखाओं की दूरी ध्रुवों की ओर कैसी होती जाती है ?
(i) बढ़ जाती है
(ii) कम होती है
(iii) समानान्तर होती है
(iv) इनमें से कोई नहीं।
उत्तर:
(ii) कम होती है

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MP Board Class 6th Social Science Solutions Chapter 5 सौरमण्डल में हमारी पृथ्वी

MP Board Class 6th Social Science Solutions Chapter 5 सौरमण्डल में हमारी पृथ्वी

MP Board Class 6th Social Science Chapter 5 पाठान्तर्गत प्रश्नोत्तर

(अ) पाठ्य पुस्तक पृष्ठ संख्या 21 – 22 पर दी गई तालिका का अध्ययन कर लिखिए:
1. सौर परिवार का मुखिया …………… है।
2. ग्रह जिस पर पूर्ण जीवन है …………….. है।
3. सूर्य के सबसे निकट वाला ग्रह …………. है।
4. पीले रंग का सबसे बड़ा ग्रह ……………….. है।
5. पृथ्वी ग्रह का उपग्रह
उत्तर:
1. सूर्य
2. पृथ्वी
3. बुध
4. बृहस्पति
5. चन्द्रमा।

(ब) नीचे दी गई सारणी में उपयुक्त जानकारी भरें:
उत्तर:
MP Board Class 6th Social Science Solutions Chapter 5 सौरमण्डल में हमारी पृथ्वी

MP Board Class 6th Social Science Chapter 5 अभ्यास प्रश्न

प्रश्न 1.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर संक्षेप में लिखिए –
(अ) सूर्य में ऊर्जा कैसे पैदा होती है ?
उत्तर:
सूर्य कई ज्वलनशील गैसों का जलता हुआ पिण्ड है जिसमें हाइड्रोजन, हीलियम आदि प्रमुख हैं जो निरन्तर जलती रहती है। इनसे ही सूर्य में ऊर्जा उत्पन्न होती है।

(ब) पृथ्वी के तीन परिमण्डल कौन-कौन से हैं ?
उत्तर:
पृथ्वी के तीन परिमण्डल हैं-वायुमण्डल, जलमण्डल और स्थलमण्डल।

(स) सूर्य के महत्त्व को समझाइए।
उत्तर:
सूर्य ऊर्जा का एक प्रमुख स्रोत है। यह सभी ग्रहों और उपग्रहों का प्रमुख है। सभी इसकी परिक्रमा करते हैं और इसके ही प्रकाश से प्रकाशित होते हैं। यदि सूर्य न हो तो हम किसी भी प्रकार के जीवन की कल्पना नहीं कर सकते।

(द) सौरमण्डल के ग्रहों के नाम लिखिए।
उत्तर:
ग्रह संख्या में आठ हैं जिनके नाम निम्नलिखित हैं-बुध, शुक्र, पृथ्वी, मंगल, बृहस्पति, शनि, यूरेनस (अरुण), और नेपच्यून (वरुण)।

(य) ग्रह एवं तारे में क्या अन्तर है ? लिखिए।
उत्तर:
तारा और ग्रह में अन्तर:

  • तारों की अपनी ऊष्मा होती है और वे अपने ही प्रकाश से चमकते हैं, जबकि ग्रह सूर्य के प्रकाश से चमकते हैं।
  • तारों की चमक स्थिर नहीं होती, जबकि ग्रहों की चमक स्थिर रहती है।
  • आकाश में तारे स्थिर रहते हैं, जबकि ग्रह अपना स्थान बदलते रहते हैं।

(र) कौन-सी गैस हमारी जीवन रक्षक है ?
उत्तर:
ओजोन गैस हमारी जीवन रक्षक है। वायुमण्डल में स्थित ओजोन गैस की परत सूर्य की पराबैंगनी जैसी घातक किरणों से हमारी रक्षा करती है। यदि ओजोन परत नहीं होती तो सारे जीव और वनस्पति नष्ट हो जाते।

(ल) पृथ्वी पर पाई जाने वाली तीन महत्त्वपूर्ण गैसों के नाम लिखिए। इनमें जीवनदायिनी गैस कौन-कौन सी है ?
उत्तर:
पृथ्वी पर पाई जाने वाली तीन महत्त्वपूर्ण गैसें हैं-ऑक्सीजन, नाइट्रोजन और कार्बन डाइ-ऑक्साइड। इनमें से ऑक्सीजन गैस जीवनदायिनी है।

(व) ग्रह एवं उपग्रह में अन्तर बताइए।
उत्तर:
ग्रह और उपग्रह में अन्तर –

  • ग्रह सूर्य की परिक्रमा करते हैं, जबकि उपग्रह अपने ग्रहों की परिक्रमा करते हैं।
  • सौरमण्डल में ग्रहों की संख्या आठ है, जबकि उपग्रह संख्या में 44 हैं।
  • उपग्रहों की तुलना में ग्रह आकार में बड़े होते हैं।

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प्रश्न 2.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर विस्तार से लिखिए
(अ) सौरमण्डल किसे कहते हैं ? सौरमण्डल के ग्रहों को चित्र सहित नामांकित कीजिए।
उत्तर:
सूर्य, सभी ग्रहों और उपग्रहों से मिलकर सौरमण्डल बना होता है। इसी ‘सौरमण्डल’ को सौर परिवार भी कहते हैं।

सौरमण्डल के ग्रहों का चित्र सहित वर्णन –
(1) सूर्य-सूर्य का अपना ही प्रकाश और गर्मी होती है। यह एक तारा है। सभी ग्रह सूर्य की ही आकर्षण शक्ति से एक-दूसरे से बँधे रहते हैं और सूर्य की परिक्रमा करते हैं। सभी ग्रहों तथा उपग्रहों को ऊष्मा व प्रकाश सूर्य से ही मिलता है।

(2) ग्रह – ग्रह संख्या में आठ होते हैं, जो निम्नलिखित हैं –

  • बुध – बुध सूर्य के सबसे अधिक पास का ग्रह है। इसका कोई उपग्रह नहीं है। सूर्य की परिक्रमा करने में इसे 88 दिन का समय लगता है।
  • शुक्र – इसका कोई उपग्रह नहीं होता तथा आकार में पृथ्वी के बराबर होता है। यह 225 दिन में सूर्य की परिक्रमा करता है।
  • पृथ्वी – इसका उपग्रह चन्द्रमा होता है। सूर्य की परिक्रमा पूरी करने में इसे 365 7 दिन का समय लगता है। इस ग्रह पर जीवन पाए जाने के कारण इसे जीवित ग्रह भी कहते हैं।
  • मंगल – इसके दो उपग्रह हैं। यह 687 दिन में सूर्य की परिक्रमा पूरी कर लेता है।
  • बृहस्पति – यह सभी ग्रहों में बड़ा है। इसके 12 उपग्रह हैं। सूर्य की परिक्रमा यह 11 वर्ष 9 महीने में पूरी करता है।
  • शनि – इसके 20 उपग्रह हैं। सूर्य की परिक्रमा पूरी करने में इसे 29 वर्ष 5 माह का समय लगता है। यह सौरमण्डल का दूसरा सबसे बड़ा ग्रह है।
  • अरुण (यूरेनस) – यह सूर्य की परिक्रमा 84 वर्ष में पूरी करता है।
  • वरुण (नेपच्यून) – इसके 8 उपग्रह हैं। यह 165 वर्ष में सूर्य की परिक्रमा करता है।

MP Board Class 6th Social Science Solutions Chapter 5 सौरमण्डल में हमारी पृथ्वी img 2

(ब) पृथ्वी एक अनोखा व जीवित ग्रह कैसे है ? समझाइए।
उत्तर:
पृथ्वी सौरमण्डल का एक महत्त्वपूर्ण सदस्य है। सौर मण्डल ही नहीं बल्कि पूरे ब्रह्माण्ड में केवल पृथ्वी ही एकमात्र ऐसा ग्रह है जिस पर जीवन पाया जाता है। इसलिए इसे अनोखा और जीवित ग्रह कहते हैं।

निम्नलिखित कारणों से भी यह अनोखा व जीवित ग्रह है –

  • पृथ्वी पर जल ठोस, तरल और गैसीय अवस्था में मिलता है। यहाँ जल की उपलब्धता से जीवन का विकास हुआ है।
  • पृथ्वी पर जीवनदायिनी गैस ऑक्सीजन पर्याप्त मात्रा में पाई जाती है जो किसी भी प्रकार के जीवन के लिए आवश्यक है।
  • पृथ्वी पर वायुमण्डल, जलमण्डल और स्थलमण्डल का विस्तार है, तीनों का आपस में उचित सन्तुलन बना हुआ है। इसके अलावा पृथ्वी पर 12-12 घण्टे वाले दिन रात की आदर्श अवधि भी यहाँ जीवन के विकास में सहायक है।

(स) प्राकृतिक व कृत्रिम उपग्रह किसे कहते हैं ? पृथ्वी के प्राकृतिक उपग्रह का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
वे आकाशीय पिण्ड जो अपने ग्रहों की परिक्रमा करने के साथ सूर्य की परिक्रमा भी करते हैं प्राकृतिक उपग्रह कहलाते हैं जबकि मानव द्वारा निर्मित छोटे और अस्थायी ग्रह कृत्रिम उपग्रह कहलाते हैं। पृथ्वी का प्राकृतिक उपग्रह चन्द्रमा है। यह आकार में पृथ्वी का 1 / 4 है। पृथ्वी से इसकी औसत दूरी 3 लाख 84 हजार किलोमीटर है। यह पृथ्वी की परिक्रमा 30 दिनों में पूरी करता है। यह सूर्य से प्रकाशित होता है।

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प्रश्न 3.
निम्नलिखित प्रत्येक वाक्य का एक-एक पारिभाषिक शब्द बताइए
(अ) सारे पदार्थों, सारी आकाशगंगाओं, सारी ऊर्जा तथा अन्तरिक्ष का अन्तहीन समूह।
उत्तर:
ब्रह्माण्ड

(ब) वह दूरी जिसे प्रकाश तीन लाख किमी प्रति सेकण्ड के वेग से एक वर्ष में तय करता है।
उत्तर:
प्रकाश वर्ष

(स) तारों भरे आकाश में बादलों जैसी दूधिया पट्टी।
उत्तर:
आकाश गंगा

(द) मंगल और बृहस्पति के बीच सौरमण्डल में छोटे-छोटे असंख्य पिण्डों की पट्टी।
उत्तर:
क्षुद्र ग्रह।

प्रश्न 4.
सही जोड़ी बनाइएअ –
MP Board Class 6th Social Science Solutions Chapter 5 सौरमण्डल में हमारी पृथ्वी img 3
उत्तर:
(अ) (iv) प्रोक्सिमा सेन्चुरी
(ब) (v) बृहस्पति
(स) (ii) चन्द्रमा
(द) (iii) वरुण
(य) (i) बुध

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MP Board Class 6th Social Science Solutions Chapter 4 पारस्परिक निर्भरता

MP Board Class 6th Social Science Solutions Chapter 4 पारस्परिक निर्भरता

MP Board Class 6th Social Science Chapter 4 पाठान्तर्गत प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
गाँव और शहरों द्वारा उत्पादित / तैयार वस्तुओं की सूची बनाइए।
उत्तर
MP Board Class 6th Social Science Solutions Chapter 4 पारस्परिक निर्भरता img 1

MP Board Class 6th Social Science Chapter 4 अभ्यास प्रश्न

प्रश्न 1.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर संक्षेप में लिखिए
(1) प्राचीन काल में मनुष्य की आवश्यकताएँ कैसी थीं?
उत्तर:
प्राचीन काल में मनुष्य की आवश्यकताएँ बहुत सीमित थीं। इनकी पूर्ति वह स्वयं कर लेता था।

(2) मनुष्य की मूलभूत आवश्यकताएँ क्या हैं ?
उत्तर:
भोजन, कपड़ा, आवास मनुष्य की मूलभूत आवश्यकताएँ हैं।

(3) अनाज, सब्जी व फल कहाँ उत्पादित होते हैं ?
उत्तर:
अनाज, सब्जी व फल अधिकतर गाँवों में उत्पादित होते हैं।

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प्रश्न 2.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर विस्तार से लिखिए
(अ) पारस्परिक निर्भरता किसे कहते हैं ? बताइए।
उत्तर:
किसी कार्य अथवा आवश्यकता के लिए एक-दूसरे पर निर्भर होना पारस्परिक निर्भरता कहलाता है। जैसे-शहर के लोग गाँव के लोगों द्वारा उत्पादित वस्तुएँ (अनाज, सब्जियाँ, फल आदि) के लिए गाँवों पर निर्भर रहते हैं, इसी प्रकार गाँव के लोग भी शहर में स्थापित कारखानों में बनी वस्तुओं के लिए उन पर निर्भर रहते हैं।

(ब) पारस्परिक निर्भरता की आवश्यकता क्यों पड़ती है ? दो देशों के मध्य पारस्परिक निर्भरता को उदाहरण देकर समझाइए।
उत्तर:
अपनी आवश्यकताओं एवं रुचियों की पूर्ति के लिए व्यक्ति को पारस्परिक निर्भरता की आवश्यकता होती है। इसी प्रकार किसी एक देश में सभी आवश्यकता की चीजें उपलब्ध नहीं होती या कम मात्रा में होती हैं, इसलिए उन्हें दूसरे देशों से मँगाना पड़ता है। हम भारत का ही उदाहरण लें तो यहाँ पेट्रोलियम पदार्थ (पेट्रोल, डीजल, मिट्टी का तेल), सेना के उपयोग के लिए आधुनिक उपकरण, हथियार आदि दूसरे देशों से मँगाये जाते हैं। भारत से मसाले, चाय, सीमेण्ट, तैयार कपड़े आदि दूसरे देशों को भेजे जाते हैं।

(स) नागरिक जीवन में परस्पर निर्भरता का क्या महत्त्व है?
उत्तर:
सामाजिक जीवन आपसी सहयोग पर निर्भर करता है। सभी नागरिक एक साथ मिलकर रहते हैं और एक-दूसरे की मदद करते हैं। इससे सामाजिक जीवन बेहतर और सुविधाजनक हो जाता है। यही नागरिक जीवन में परस्पर निर्भरता का महत्त्व है।

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प्रश्न 3.
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
(अ) हमारा नागरिक जीवन परस्पर ………….. और …………. पर निर्भर करता है।
(ब) एक क्षेत्र में सभी तरह की ………… नहीं उगायी जातीं।
उत्तर:
(अ) सहयोग, कर्त्तव्य पालन
(ब) फसलें।

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MP Board Class 6th Social Science Solutions Chapter 2 आदिमानव

MP Board Class 6th Social Science Solutions Chapter 2 आदिमानव

MP Board Class 6th Social Science Chapter 2 पाठान्तर्गत प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
पाठ्य पुस्तक पृष्ठ संख्या 6 पर दिये गये देखो और नीचे बनी तालिका को भरो।
उत्तर:
MP Board Class 6th Social Science Solutions Chapter 2 आदिमानव img 1

MP Board Class 6th Social Science Chapter 2 अभ्यास प्रश्न

1. निम्नलिखित प्रश्नों के संक्षेप में उत्तर लिखिए –
(अ) आदिमानव अपने औजार किससे बनाता था ?
उत्तर:
आदिमानव पत्थरों, लकड़ी तथा जानवरों की हड्डियों और सींगों से हथियार बनाता था। पत्थरों के हथियार अधिकतर चकमक पत्थरों से बनाए जाते थे। इन हथियारों में पत्थरों से बने हथौड़े, कुल्हाड़ियाँ तथा वसूले प्रमुख थे। आरम्भ में हथियार को बिना मूठ तथा हत्थे के ही काम में लाया जाता था। बाद में लकड़ी के हत्थों में बाँधकर इनका प्रयोग किया जाने लगा। आगे चलकर जब मनुष्य ने धातु की खोज कर ली तो वह धातु के हथियार बनाना भी सीख गया।

(ब) आदिमानव पत्थर के औजार किस-किस काम में लाते थे ?
उत्तर:
आदिमानव पत्थरों के औजारों का उपयोग जानवरों का शिकार करने, माँस काटने, लकड़ी काटने, कन्दमूल खोदने आदि के लिए करता था।

(स) मध्यप्रदेश के किन-किन जिलों में शैलचित्र मिलते हैं ?
उत्तर:
मध्यप्रदेश के रायसेन, होशंगाबाद, मन्दसौर आदि जिलों में शैलचित्र मिलते हैं।

(द) आदिमानव जानवरों से अपनी रक्षा किस तरह करता था ?
उत्तर:
सर्वप्रथम आदिमानव जानवरों से अपनी रक्षा करने के लिए पेड़ों पर रहता था। जब आदिमानव ने आग जलाना सीख लिया तब वह आग जलाकर जानवरों से रक्षा करने लगा। क्योंकि उसने जान लिया था कि जानवर आग से डरते हैं।

(य) आग की खोज कैसे हुई ? इससे आदिमानव को क्या लाभ हुए ?
उत्तर:
अनुमान है कि दो चकमक पत्थरों के आपस में टकराने से आग की चिंगारियाँ निकलीं जिससे पास ही पड़ी हुई पत्तियाँ जलने लगीं। इससे आदिमानव आग जलाना सीख गया। इस प्रकार आग की खोज संयोग से हुई। आदिमानव ने जब चकमक पत्थर की सहायता से आग जलाना सीख लिया तो वह रात के समय गुफा में आग जलाकर जंगली जानवरों से अपनी रक्षा करने लगा। उसने उजाला करना सीख लिया। आग में वह माँस भूनकर खाने लगा। इस प्रकार आग से उसे अनेक लाभ हुए।

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प्रश्न 2.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर विस्तार से दीजिए –
(अ) मानव का क्रमिक विकास बताइए।
उत्तर:
लाखों साल पहले इस पृथ्वी पर मानव का जन्म हुआ था। पहले मानव दोनों हाथों और दोनों पैरों पर चलता था और जंगलों में रहता था। वह पेड़ों की जड़ और फूल-पत्तियाँ खाता था। कुछ छोटे जानवरों को मारकर भी वह खा जाता था। धीरे-धीरे यह वानर जैसा मानव विकास करता गया और वह अपने शरीर को सन्तुलित कर दो पैरों पर चलने लगा।

अपने दोनों हाथों से उसने खोदने, पकड़ने और उठाने का काम सीख लिया। शारीरिक परिवर्तनों के साथ उसके सोचने-समझने की शक्ति भी विकसित होने लगी। वह अपनी मूलभूत जरूरतों जैसे भोजन, आवास और सुरक्षा के बारे में सोचने लगा। वह भोजन इकट्ठा करने लगा और उसने पत्थर के औजार भी बना लिए। इस प्रकार मानव का विकास होता गया। यहाँ तक का उसके विकास का युग पुरा पाषाण युग कहलाता है।

आगे चलकर उसने आग जलाना सीख लिया। वह माँस को भूनकर खाने लगा और आग से ही प्रकाश प्राप्त करने लगा। आदिमानव के विकास का यह युग मध्य पाषाण युग कहलाता है। धीरे-धीरे आदि मानव ने पशुपालन और कृषि करना सीख लिया। इससे उसका भोजन के लिए भटकना बन्द हो गया। उसने पहिये की खोज की और वह निरन्तर प्रगति करता गया। उसका यह विकास का युग नव पाषाण युग कहलाता है। यही मानव का क्रमिक विकास है।

(ब) मानव खेती करना और पशुपालन करना कैसे सीखा ? विस्तार से लिखिए।
उत्तर:
नव पाषाण युग से पहले आदिमानव भोजन की तलाश में यहाँ-वहाँ घूमता रहता था। नव पाषाण काल में उसने पशुपालन और खेती करने के प्रारम्भिक तरीकों की खोज कर ली थी। इसी कारण आदिमानव का भोजन की तलाश में यहाँ-वहाँ घूमना कम हो गया था। आदिमानव को यह समझ में आ गया था कि मानव और पशु – पक्षियों द्वारा फेंके हुए फलों के बीजों से नए पौधे उग आते हैं, यही खेती करने की कला उसकी एक महत्वपूर्ण खोज थी।

वह यह भी जान गया था कि शिकार के साथ – साथ पशुपालन उसके लिए महत्वपूर्ण है। वह अनेक पशुओं को पालने लगा था और उनसे काम भी लेने लगा था। शिकार करने में कुत्ते, खेती करने में बैल, दूध प्राप्त करने के लिए गाय, भैंस, बकरी, माँस प्राप्त करने के लिए बकरा, सवारी के लिए बैल, भैंसा, ऊँट, घोड़े का वह उपयोग करना सीख गया था।

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टिप्पणी लिखिए
प्रश्न 3.
(अ) आग की खोज।
उत्तर:
आग के बारे में मनुष्य को पहले कोई जानकारी नहीं थी। यद्यपि यह कहना कठिन है कि आग की खोज किस प्रकार हुई किन्तु यह अनुमान लगाया जाता है कि जब उसने पहली बार जंगल में सूखी लकड़ियों को आपस में तेज रगड़ खाकर आग लगते हुए एवं पत्थरों के औजारों के निर्माण के दौरान दो पत्थरों के आपस में टकराने से चिंगारियों को निकलते देखा होगा तो उसे आग का ज्ञान हुआ होगा। तब पहली बार मानव ने पत्थरों को आपस में टकराकर आग उत्पन्न की होगी। आग की खोज मनुष्य की सबसे बड़ी उपलब्धि है।

(ब) पहिए की खोज एवं उपयोग
उत्तर:
मानव की उन्नति में पहिए की खोज का महत्वपूर्ण स्थान है। ऐसा अनुमान है कि पेड़ के तने को लुढ़कते हुए देखकर आदिमानव के मन में पहिए के निर्माण का विचार आया होगा। यह खोज उसके जीवनयापन के लिए वरदान साबित हुई। पहिए का उपयोग उसने निम्नलिखित कार्यों के लिए किया –

  • चाक से मिट्टी के बर्तन बनाने में।
  • भारी चीज को एक जगह से दूसरी जगह लाने ले जाने में।
  • गहराई से पानी खींचने में।
  • पशुओं द्वारा खींची जाने वाली गाड़ी के निर्माण में।

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MP Board Class 6th Social Science Solutions Chapter 3 परिवार एवं समाज

MP Board Class 6th Social Science Solutions Chapter 3 परिवार एवं समाज

MP Board Class 6th Social Science Chapter 3 अभ्यास प्रश्न

प्रश्न 1.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर संक्षेप में लिखिए –
(अ) परिवार की इकाई क्या है?
उत्तर:
व्यक्ति परिवार की इकाई है।

(ब) समाज में व्यक्ति अपनी पहचान कैसे बनाता है?
उत्तर:
समाज में रहकर व्यक्ति राजनेता, धर्म प्रचारक, शिक्षक, डॉक्टर, जज, कृषक, श्रमिक आदि पदों पर रहकर विभिन्न कार्य करता है और समाज में अपनी पहचान बनाता है।

(स) बच्चे का प्रथम गुरु किसे माना गया है?
उत्तर:
बच्चे को प्रथम शिक्षा परिवार में माता से ही प्राप्त होती है इसलिए माता को प्रथम गुरु माना गया है।

(द) आपके परिवार में कितने सदस्य हैं ?
उत्तर:
इस प्रश्न का उत्तर विद्यार्थी स्वयं लिखें।

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प्रश्न 2.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर विस्तार से लिखिए
(अ) एकल परिवार और संयुक्त परिवार से आप क्या समझते हैं? आपका परिवार आपकी कौन-कौन सी आवश्यकताएँ पूरी करता है? सूची बनाइए।
उत्तर:
जिस परिवार में पति-पत्नी उनके पुत्र-पुत्रियाँ होते हैं वे एकल परिवार कहलाते हैं जबकि संयुक्त परिवार में पति-पत्नी, पुत्र-पुत्रियों के अलावा दादा-दादी, चाचा-चाची, ताऊ-ताई आदि भी शामिल होते हैं। परिवार में रहकर व्यक्ति अपनी समस्त मूलभूत आवश्यकताओं को पूरा करता है जिनमें प्रमुख हैं भोजन, वस्त्र, आवास, स्वास्थ्य, शिक्षा और सुरक्षा।

(ब) समाज कैसे बनता है ? आप समाज की किन-किन बुराइयों पर नियन्त्रण लगाना चाहते हैं ? लिखिए।
उत्तर:
समाजशास्त्रियों ने समाज को सामाजिक सम्बन्धों का जाल माना है। कई परिवारों से मिलकर समाज का निर्माण होता है। मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। इसलिए वह परिवार और समाज दोनों से जुड़कर रहता है। हम समाज की कम आयु में विवाह, अधिक बच्चों का जन्म, बच्चों को प्रारम्भिक एवं अनिवार्य  शिक्षा न दिलाना जैसी बुराइयों पर नियन्त्रण लगाना चाहते हैं।

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प्रश्न 3.
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
(अ) अपने शिशुओं की जिम्मेदारी …………… सहज रूप से स्वीकारते हैं।
(ब) छोटे परिवारों को ………… माना गया है।
(स) परिवार की इकाई ………… होती है।
(द) समाज की इकाई ……….. होती है।
उत्तर:
(अ) माता – पिता
(ब) आदर्श परिवार
(स) व्यक्ति
(द) परिवार

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MP Board Class 6th Social Science Solutions Chapter 1 इतिहास जानने के स्रोत

MP Board Class 6th Social Science Solutions Chapter 1 इतिहास जानने के स्रोत

MP Board Class 6th Social Science Chapter 11 अभ्यास प्रश्न

प्रश्न 1.
नीचे लिखे प्रश्नों के उत्तर दीजिए –
(अ) इतिहास जानने के मुख्य स्रोत कौन-कौन से हैं ?
उत्तर:
इतिहास जानने के मुख्य स्रोत हैं – पाषाण उपकरण, जीवाश्म, मिट्टी के बर्तन, शिलालेख, सिक्के, हथियार, मन्दिर, महल, मस्जिद, भोजपत्र, ताम्रपत्र, ताड़पत्र, पुरातत्त्व तथा इतिहास की पुस्तकें आदि।

(ब) शैलचित्र क्या होते हैं व मध्यप्रदेश में वे कहाँ मिलते हैं?
उत्तर:
बहुत पहले लोग जब लिखना-पढ़ना नहीं जानते थे तब वे अपनी बात चित्र बनाकर कहते थे। खोज करने पर पता चला है कि ऐसे चित्र आदिमानव बनाया करते थे। आदि मानव काल में चित्र पहाड़ों की गुफाओं में बनाए जाते थे। इसलिए इस काल के चित्रों को शैलचित्र कहते हैं। मध्यप्रदेश में भोपाल के पास भीमबेटका के शैलचित्र आदिमानव काल के ही हैं। भीमबेटका विश्व का सबसे बड़ा शैलचित्र स्थल है।

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(स) भोजपत्र किसे कहते हैं ?
उत्तर:
भोजपत्र एक विशेष प्रकार के वृक्ष की छाल होती है जिस पर प्राचीन काल में लिखा जाता था।

(द) इतिहास का अध्ययन क्यों आवश्यक है ?
उत्तर:
इतिहास से हमें पुरानी बातों की जानकारी मिलती है। पहले लोगों का जीवन कैसा था तथा वे किस प्रकार रहते थे, उन्होंने आग जलाना कैसे सीखा, पहिए की खोज कब हुई ? ये सब बातें हम इतिहास से ही सीख सकते हैं। इतिहास को पढ़ने से हमें अपनी सभ्यता व संस्कृति की जानकारी मिलती है। इतिहास हमें राजा-महाराजा से लेकर जन-साधारण तक की जानकारी देता है। इतिहास से अनेक बातें सीखकर ही हम लगातार उन्नति कर सकते हैं।

(य) ऐतिहासिक धरोहरों की सुरक्षा हमें क्यों करनी चाहिए?
उत्तर:
ऐतिहासिक धरोहर हमें अपने अतीत, अपनी सभ्यता तथा संस्कृति की जानकारी देती है, इसलिए हमें इसकी सुरक्षा करनी चाहिए।

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प्रश्न 2.
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए –
(अ) ह्वेनसांग और फाह्यान …………….. यात्री थे।
(ब) भीमबेटका की खोज ……………… ने की थी।
(स) पुरानी वस्तुओं / स्थलों की खोज करने व उनके बारे में सही तथ्यों का पता लगाने वाले को ………….. कहते हैं।
उत्तर:
(अ) चीनी,
(ब) पद्मश्री डॉ. वि. श्री. वाकणकर
(स) पुरातत्त्ववेत्ता।

प्रश्न 3.
सही विकल्प चुनकर लिखिए।
(अ) ताम्रपत्र लिखे जाते हैं –
(i) पत्थरों पर,
(ii) ताँबे के पत्तरों पर
(iii) वृक्ष की छाल पर।
उत्तर:
(ii) ताँबे के पत्तरों पर

(ब) शिलालेख कहा जाता है –
(i) पत्थरों पर खोद कर लिखी जानकारी
(ii) किताबों में लिखी जानकारी
(iii) भोजपत्र पर लिखी जानकारी
उत्तर:
(i) पत्थरों पर खोद कर लिखी जानकारी

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(स) स्थापत्य कला से हमें ज्ञान होता है –
(i) भवनों का
(ii) चित्रों का
(iii) औजारों का।
उत्तर:
(i) भवनों का

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