MP Board Class 7th Hindi Bhasha Bharti Solutions Chapter 20 महान् वैज्ञानिक : डॉक्टर चन्द्रशेखर वेंकटरमण
MP Board Class 7th Hindi Bhasha Bharti Chapter 20 पाठ का अभ्यास
बोध प्रश्न
प्रश्न 1.
निम्नांकित प्रश्नों के उत्तर दीजिए
(क) चन्द्रशेखर वेंकटरमण का जन्म कब और कहाँ हुआ था?
उत्तर
चन्द्रशेखर वेंकटरमण का जन्म 7 नवम्बर सन् 1888 ई. में दक्षिण भारत में तिरुचिरापल्ली नगर में हुआ था।
(ख) डॉक्टर रमण की विज्ञान के क्षेत्र में ख्याति फैलने की सबसे पहली घटना का उल्लेख कीजिए।
उत्तर
उच्च शिक्षा समाप्त करने के उपरान्त रमण ने लेखा विभाग की प्रतियोगी परीक्षा दी। परीक्षा में सफलता हेतु उन्होंने विज्ञान का विद्यार्थी होते हुए भी इतिहास, राजनीतिशास्त्र, संस्कृत आदि नए विषयों का अध्ययन किया। इस परीक्षा में भी उन्होंने प्रथम स्थान प्राप्त किया। उनकी नियुक्ति भारत सरकार के सहायक महालेखापाल के पद पर कलकत्ता में हो गई।
(ग) ‘लेनिन शान्ति पुरस्कार’ प्राप्त करते समय डॉ. रमण ने क्या कहा था ?
उत्तर
‘लेनिन शान्ति पुरस्कार’ प्राप्त करते समय डॉ. रमण ने कहा था-“मैंने अपने ज्ञान का उपयोग सैनिक कार्यों के लिए कभी नहीं किया। मैंने हमेशा यही कोशिश की है कि मेरी खोजों का इस्तेमाल रचनात्मक कार्यों में हो और इससे मानव जाति का कल्याण हो।”
(घ) “राष्ट्रीय विज्ञान दिवस” कब और क्यों मनाया जाता है ?
उत्तर
‘रमण-प्रभाव’ की खोज 28 फरवरी, सन् 1928 ई. में हुई थी। इसलिए इस महान् घटना की याद में 28 फरवरी को ‘राष्ट्रीय विज्ञान-दिवस’ के रूप में मनाया जाता है।
(ङ) डॉ. रमण की क्या अभिलाषा थी?
उत्तर
डॉ. रमण की अभिलाषा थी कि हमारा देश वैज्ञानिक खोजों के मामले में अपने पैरों पर खड़ा हो जाये और हमें विदेशों का मुँह न ताकना पड़े।
प्रश्न 2.
सही विकल्प को चुनकर लिखिए
(क) डॉ. रमण को भौतिक विज्ञान का ‘नोबल पुरस्कार’ दिया गया
(अ) सन् 1914 ई. में
(ब) सन् 1930 ई. में
(स) सन् 1931 ई. में
(द) सन् 1920 ई. में।
उत्तर
(ब) सन् 1930 में
(ख) सन् 1954 ई. में भारत सरकार ने डॉ. रमण को उपाधि देकर सम्मानित किया
(अ) पद्म श्री
(ब) डॉक्टर ऑफ साइन्स
(स) भारत रत्न
(द) पद्म विभूषण।
उत्तर
(स) भारत रल
(ग) डॉ. रमण प्रकाश सम्बन्धी खोज के विषय में गए थे-
(अ) न्यूयार्क
(ब) अमेरिका
(स) मास्को
(द) कनाडा।
उत्तर
(द) कनाडा
(घ) ‘रमण-प्रभाव’ की खोज हुई थी
(अ) 28 फरवरी, 1928 को
(ब) 28 फरवरी, 1931 को
(स) 28 फरवरी, 1911 को
(द) 28 फरवरी, 1930 को।
उत्तर
(अ) 28 फरवरी, 1928 को
(ङ) डॉ. रमण का पार्थिव शरीर पंच तत्व में विलीन हो गया
(अ) 24 नवम्बर, 1970 ई. को
(ब) 21 नवम्बर, 1970 ई. को
(स) 21 अक्टूबर, 1970 ई. को
(द) 21 दिसम्बर, 1970 ई. को।
उत्तर
(ब) 21 नवम्बर, 1970 ई. को।
भाषा अध्ययन
प्रश्न 1. सही शब्दों के सामने (✓) सही का चिन्ह लगाइए
(क) शिक्षा, सिछा, सीक्षा, शीछा।
(ख) आविश्कार, आविस्कार, आविष्कार, आवीष्कार
(ग) अनुशंधान, अनुसंधान, अनुसंधान, अनुसधांन
(घ) आसुतोष, आशुतोश, आशुतोष, आसूतोश।
(ङ) पुरुस्कार, पुरस्कार, पूरस्कार, पुरस्कार।
उत्तर
(क) शिक्षा
(ख) आविष्कार
(ग) अनुसंधान
(घ) आशुतोष
(ङ) पुरस्कार।
प्रश्न 2.
अपने परिवार के सदस्यों से बातचीत करके तालिका में जानकारी अंकित कीजिए
परिवार के सदस्य, जन्मतिथि, जन्म-स्थान, शिक्षा, रुचि, व्यवसाय, उपलब्धि।
(क) दादाजी
(ख) पिता जी
(ग) चाचा/ताऊ
(घ) माँ
(ङ) भाई/बहन।
उत्तर
इस तालिका को छात्र स्वयं तैयार करें, अपने घर के सदस्यों से पूछकर।
प्रश्न 3.
नीचे लिखी तालिका में कुछ शब्द दिए गए हैं। तालिका के अनुसार उनके सामने उपयुक्त खाने में उन्हें लिखिए।
शब्द-असाधारण, लकड़हारा, सफलता, अनुकृति, वैज्ञानिक, अभिमान, मिठाई वाला, भारतीय।
उत्तर
प्रश्न 4.
नीचे के रेखाचित्र में एक उद्देश्य के साथ विभिन्न विधेय जोड़े जा सकते हैं।
उक्त तालिका से विभिन्न वाक्य बनाकर लिखिए।
उत्तर
- रमण पहली बार विदेश गए।
- रमण प्रतिभाशाली थे।
- रमण नोबल पुरस्कार विजेता थे।
- रमण खोज में जुट गए।
- रमण भारत रत्न थे।
महान् वैज्ञानिक : डॉक्टर चन्द्रशेखर वेंकटरमण परीक्षोपयोगी गद्यांशों की व्याख्या
1. डॉ. रमण देश के महान वैज्ञानिक थे। उनका विश्वास था कि इस देश में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। वे चाहते थे कि हमारा देश वैज्ञानिक खोजों के मामले में अपने पैरों पर खड़ा हो और हमें विदेशों का मुँह न ताकना पड़े। देशवासियों का यह पुनीत कर्तव्य है कि सभी उनके इस विश्वास को कायम रखें।
सन्दर्भ-प्रस्तुत गद्यांश “महान वैज्ञानिक : डॉक्टर चन्द्रशेखर वेंकटरमण” नामक पाठ से अवतरित है। यह एक निबन्ध विधा है।
प्रसंग-इन पंक्तियों में स्पष्ट किया गया है कि डॉ. रमण देश के एक महान वैज्ञानिक थे। साथ ही बताया है कि हमारे देश में विज्ञान सम्बन्धी खोज करने के लिए प्रतिभावान लोगों को प्रोत्साहित किया जाये।
व्याख्या-डॉक्टर चन्द्रशेखर वेंकटरमण उच्चकोटि के विज्ञानवेत्ता थे। वे इस बात को मानते थे कि हमारे देश भारतवर्ष में वान लोगों की कमी नहीं है। उनकी इच्छा थी कि हमारा देश ज्ञान के क्षेत्र में खोज करे और इन खोजों के आधार पर आत्र नर्भर हो जाये। विज्ञान के क्षेत्र में विशेष खोजों के लिए दूसरे देशों में की जाने वाली खोजों के लिए इन्तजार न करना पड़े। अब यह बात हमारे देशवासियों के लिए एक पवित्र कर्तव्य एवं दायित्व की बनती है कि हम उनके विश्वास को स्थायी रूप में मान्यता दें।
महान् वैज्ञानिक : डॉक्टर चन्द्रशेखर वेंकटरमण शब्दकोश
प्रतिनिधित्व – प्रतिनिधि का कार्य करना; व्याख्यान = भाषण; पार्थिव = मिट्टी का, पृथ्वी से सम्बन्धित; पंचतत्व = पाँच तत्व (पृथ्वी, जल, वायु, अग्नि, आकाश); विलीन = मिल जाना; पुनीत = पवित्र; कायम = स्थिर; अनुसंधान = खोज।