MP Board Class 12th Chemistry Solutions Chapter 14 जैव-अणु
जैव-अणु NCERT पाठ्यनिहित प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
ग्लूकोज तथा सुक्रोज जल में विलेय है जबकि साइक्लो-हेक्सेन अथवा बेंजीन (सामान्यतः छः सदस्यीय वलय युक्त यौगिक) जल में अविलेय होते हैं, समझाइए।
उत्तर
बेंजीन व साइक्लोहेक्सेन में न तो यह ध्रुवीय और न ही इनमें -OH समूह होता है। अत: यह जल के अणुओं के साथ हाइड्रोजन बंध बनाने के योग्य नहीं होते हैं, अतः जल में अघुलनशील होते हैं।
ग्लूकोज व सुक्रोज ध्रुवीय अणु होते हैं तथा इनमें बड़ी संख्या में -OH समूह उपस्थित होते हैं (ग्लूकोज में पाँच तथा सुक्रोज में आठ) हैं ये व्यापक (विस्तृत) रूप में जल के साथ हाइड्रोजन बंध बनाते हैं, अत: ये जल में घुलनशील होते हैं।
प्रश्न 2.
लैक्टोज के जल-अपघटन से किन उत्पादों के बनने की अपेक्षा करते हैं ?
उत्तर
गैलैक्टोज तथा ग्लूकोज, लैक्टोज के जल-अपघटन पर बनने वाले उत्पाद है।
प्रश्न 3.
D-ग्लूकोज के पेन्टाऐसीटेट में आप ऐल्डिहाइड समूह की अनुपस्थिति को कैसे समझाएँगे?
उत्तर
जब ग्लूकोज ( α या β ) की क्रिया एसीटिक ऐनहाइड्राइड से की जाती है, तो यह एक पेन्टाएसीटिल व्युत्पन्न बनाता है, जिसमें C-1 पर मुक्त -OH समूह नहीं होता है। ये जलीय विलयन में जलअपघटित होकर खुली-श्रृंखला वाला ऐल्डिहाइडिक रूप नहीं बनाता है, अत: ग्लूकोज पेन्टाऐसीटेट NH2OH के साथ क्रिया कर ग्लूकोज ऑक्सिम नहीं बनाता है।
प्रश्न 4.
एमीनो अम्लों के गलनांक व जल में विलेयता सामान्यतः संगत हैलो अम्लों की तुलना में अधिक होती है, समझाइए।
उत्तर
एमीनो अम्ल ज्विटर आयन के रूप में प्रदर्शित होते हैं इस द्विध्रुव के लवण के समान गुण होने के कारण इनमें प्रबल द्विध्रुव-द्विध्रुव आकर्षण या स्थिर विद्युतीय आकर्षण पाया जाता है। अतः इनके गलनांक हैलो अम्लों से उच्च होते हैं जिनमें लवण के समान लक्षण नहीं होते हैं तथा लवण के समान गुण होने के कारण इनका जल के साथ प्रबलतम आकर्षण होता है । अतः एमीनो अम्ल की जल में घुलनशीलता उनके संगत हैलो अम्लों जिनमें लवण के समान लक्षण नहीं होते हैं से ज्यादा होती है।
प्रश्न 5.
अण्डे को उबालने पर उसमें उपस्थित जल कहाँ चला जाता है ?
उत्तर
जब अण्डे को उबाला जाता है तब प्रोटीन के विकृतिकरण तथा स्कंदन संभवत: H- बंध के द्वारा होता है । अण्डे में उपस्थित जल अवशोषित हो जाता है या विकृतिकरण के दौरान अवशोषित या विलुप्त हो जाता है। इस क्रिया में गोलिकाकार प्रोटीन अघुलनशील रेशेदार प्रोटीन में परिवर्तित हो जाते हैं।
प्रश्न 6.
हमारे शरीर में विटामिन C संचित क्यों नहीं होता है ?
उत्तर-
विटामिन-C जल में घुलनशील होता है। यह हमारे शरीर में संचित नहीं होता है क्योंकि ये मूत्र के द्वारा आसानी से निष्कासित हो जाता है।
प्रश्न 7.
यदि DNA के थायमीन युक्त न्यूक्लियोटाइड का जल-अपघटन किया जाये, तो कौनकौन से उत्पाद बनेंगे?
उत्तर
जल-अपघटन उत्पाद-2-डिऑक्सी-D-राइबोज (शर्करा) + थायमीन (क्षार) + फॉस्फोरिक अम्ल।
प्रश्न 8.
यदि RNA का जल-अपघटन किया जाता है, तो प्राप्त क्षारकों की मात्राओं के मध्य कोई संबंध नहीं होता। यह तथ्य RNA की संरचना के विषय में क्या संकेत देता है ?
उत्तर
जब RNA जल-अपघटित होता है, तब चारों क्षारों की मात्राओं में कोई संबंध नहीं होता है अर्थात् साइटोसीन (C), ग्वानीन (G), एडेनीन (A) तथा यूरेसिल (U) प्राप्त होते हैं। अतः क्षारयुग्मन सिद्धान्त अर्थात् (A) का (T) के साथ युग्म तथा (C) का (G) के साथ युग्मन नहीं होता (जैसा कि DNA में होता है)। अतः RNA एक एकल रज्जुक (तन्तु) अणु है।
जैव-अणु NCERT पाठ्य-पुस्तक प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1.
मोनोसैकेराइड क्या होते हैं ?
उत्तर
मोनोसैकेराइड कार्बोहाइड्रेट होते हैं, जो पुनः जल-अपघटित होकर पॉलीहाइड्रॉक्सी ऐल्डिहाइड व कीटोन की सरलतम इकाई नहीं देते हैं।
प्रश्न 2.
अपचायी शर्करा क्या होती है ?
उत्तर
अपचायी शर्करा कार्बोहाइड्रेट है, जो फेहलिंग विलयन को अपचयित करके Cu2O का लाल अवक्षेप बनाते हैं तथा टॉलेन्स अभिकर्मक से चमकदार धात्विक सिल्वर बनाती है। सभी मोनोसैकेराइड (एल्डोज तथा कीटोज दोनों) तथा डाइसैकेराइड सुक्रोज को छोड़कर अपचायी शर्करा होते हैं। अत: D(+) ग्लूकोज, D(+) गैलैक्टोज, D(-) फ्रक्टोज, D(+) माल्टोज तथा D(+) लैक्टोज अपचायी शर्करा है।
प्रश्न 3.
पौधों में कार्बोहाइड्रेटों के दो मुख्य कार्यों को लिखिए।
उत्तर
- सेल्युलोज प्रमुखतः पादप-कोशिकाओं की कोशिका भित्ति (Cell wall) बनाते हैं।
- स्टार्च पौधों में संग्रहित मुख्य पॉलीसैकेराइड है। स्टार्च बीजों में जमा होता है जब तक कि वे अपना भोजन प्रकाश-संश्लेषण द्वारा स्वतः नहीं बना लेते हैं तब तक उन्हें खाद्य पदार्थ प्रदान करते हैं।
प्रश्न 4.
निम्नलिखित को मोनोसैकैराइड तथा डाइसैकेराइड में वर्गीकृत कीजिए-राइबोज, 2-डि-ऑक्सीराइबोज, माल्टोज, गैलैक्टोज, फ्रक्टोज तथा लैक्टोज।
उत्तर
मोनोसैकेराइड- राइबोस, 2-डि-ऑक्सीराइबोज, गैलैक्टोज तथा फ्रक्टोज।
डाइसैकेराइड- माल्टोज तथा लैक्टोज।
प्रश्न 5.
ग्लाइकोसाइडी बंध से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर
ऑक्सीजन लिंकेज जिसके द्वारा दो मोनोसैकेराइड इकाई जल के एक अणु को निष्कासित कर डाइसैकेराइड का एक अणु बनाते हैं । यह ग्लाइकोसिडिक लिंकेज या ग्लाइकोसाइडी बंध कहलाते हैं। उदाहरण के लिये-सुक्रोज (एक डाइसैकेराइड) a-ग्लूकोज के C1 तथा 8-फ्रक्टोज के C2 में ग्लाइकोसाइडी बंध द्वारा बनते हैं।
प्रश्न 6.
ग्लाइकोजेन क्या होता है तथा ये स्टार्च से किस प्रकार भिन्न है ?
उत्तर
1. कार्बोहाइड्रेट जन्तुओं के शरीर में ग्लाइकोजेन के रूप में संगृहित होते हैं । ये यकृत, माँसपेशियों तथा मस्तिष्क में उपस्थित होते हैं । एन्जाइम, ग्लाइकोजेन को ग्लूकोज में तोड़ता है जब शरीर को ग्लूकोज की आवश्यकता होती है।
2. ग्लाइकोजेन एमाइलोपेक्टीन (स्टार्च) की तुलना में ज्यादा शाखित होता है। ग्लाइकोजेन श्रृंखला 10-14 ग्लूकोज इकाइयों से बनी होती है, जबकि एमाइलोपेक्टीन 20-25 ग्लूकोज इकाइयों से बना होता है।
प्रश्न 7.
(अ) सुक्रोज तथा (ब)लैक्टोज के जल-अपघटन से कौन-से उत्पाद प्राप्त होते हैं ?
उत्तर
(अ) ग्लूकोज तथा फ्रक्टोज।
(ब) D-ग्लूकोज तथा D-गैलैक्टोज।
प्रश्न 8.
स्टार्च तथा सेल्युलोज में मुख्य संरचनात्मक अंतर क्या है ?
उत्तर
स्टार्च दो यौगिकों का बना होता है-एमाइलोज तथा एमाइलोपेक्टीन । एमाइलोज 200-1000 α-D(+) ग्लूकोज इकाई का लम्बा रेखीय बहुलक है, जो C1-C4 ग्लाइ-कोसिडिक बंध द्वारा संघटित होता है। ये पानी में घुलनशील होता है। एमाइलोपेक्टीन α-D(+) ग्लूकोज बंध का शाखित शृंखलित बहुलक होता है, जो C1-C6 ग्लाइकोसिडिक बंध द्वारा शाखित होता है। ये पानी में अघुलनशील होता है।
दूसरी तरफ सेल्युलोज सीधी शृंखला वाला पॉलीसैकेराइड है, जो β-D(+) ग्लूकोज इकाई द्वारा संघटित होता है जिसमें एक ग्लूकोज इकाई के C1 तथा दूसरी ग्लूकोज इकाई के C4 के बीच ग्लाइकोसाइड बंध बनता है।
प्रश्न 9.
क्या होता है, जब D-ग्लूकोज की अभिक्रिया निम्नलिखित अभिकर्मकों से करते हैं
- HI
- ब्रोमीन जल
- HNO3
उत्तर
1. जब ग्लूकोज की क्रिया HI से करायी जाती है, तो यह n-हेक्सेन बनाता है, जो पुष्टि करता है, कि सभी छ: कार्बन सीधी श्रृंखला में बँधे होते हैं।
2. ग्लूकोज को ब्रोमीन जल के साथ गरम करने पर यह छ: कार्बन वाले कार्बोक्सिलिक अम्ल ग्लूकोनिक अम्ल में ऑक्सीकृत हो जाता है।
3. ग्लूकोज को नाइट्रिक अम्ल के साथ क्रिया करने पर यह डाइकार्बोक्सिलिक अम्ल सैकेरिक अम्ल देता है
प्रश्न 10.
ग्लूकोज की उन अभिक्रियाओं का वर्णन कीजिए जो इसकी विवृत्त श्रृंखला संरचना के द्वारा नहीं समझायी जा सकती है।
उत्तर
निम्न अभिक्रियाएँ ग्लूकोज की विवृत्त श्रृंखला संरचना के द्वारा नहीं समझायी जा सकती है
- ग्लूकोज का पेण्टा-ऐसीटेट हाइड्रॉक्सिल एमीन से क्रिया नहीं करता है। इसमें मुक्त –CHO समूह की अनुपस्थिति प्रदर्शित करता है।
- ऐल्डिहाइडिक समूह के बावजूद –
- ग्लूकोज NaHSO3 के साथ हाइड्रोजन सल्फाइड योगा-त्मक उत्पाद नहीं बनाता है।
- ग्लूकोज शिफ परीक्षण नहीं देता है।
प्रश्न 11.
आवश्यक तथा अनावश्यक ऐमीनो अम्ल क्या होते हैं ? प्रत्येक प्रकार के दो उदाहरण दीजिए।
उत्तर
1. आवश्यक एमीनो अम्ल-एमीनो अम्ल जिन्हें हमारा शरीर नहीं बनाता है, ये आहार से प्राप्त होते हैं । उदाहरण-वैलीन, आइसोल्यूसीन, आर्जिनीन, ल्यूसीन, थ्रिऑनीन आदि।
2. अनावश्यक एमीनो अम्ल-ये वे एमीनो अम्ल हैं जिन्हें हमारा शरीर बनाता है। उदाहरणग्लूसीन, ऐलानिन, ग्लूटेमिक अम्ल, ऐस्पार्टिक अम्ल, ग्लूटेमिन, सेरीन इत्यादि।
प्रश्न 12.
प्रोटीन के संदर्भ में निम्नलिखित को परिभाषित कीजिए
- पेप्टाइड बंध,
- प्राथमिक संरचना,
- विकृतिकरण।
उत्तर
1. पेप्टाइड बंध-पेप्टाइड बंध एक एमाइड बंध है, जो -COOH समूह एक -एमीनो अम्ल के तथा दूसरे -एमीनो अम्ल के -NH2 समूह के बीच जल के एक अणु के निष्कासन द्वारा बनता है। . ये दो एमीनो अम्ल की इकाइयों को एक पेप्टाइड अणु में जोड़ देती है।
2. प्रोटीन – एमीनो अम्लों का पॉलीमर है-यह पॉलीमर (पॉलीपेप्टाइड के नाम से भी जाने जाते हैं), एमीनो अम्लों से जो एक-दूसरे से विशिष्ट क्रम के साथ बंधा होता है के द्वारा संघटित होता है। एमीनो अम्लों का यह क्रम प्रोटीन की प्राथमिक संरचना कहलाता है। एमीनो अम्लों के इस क्रम में कोई भी परिवर्तन (अर्थात् प्राथमिक संरचना) एक अलग प्रोटीन का निर्माण करता है।
3. विकृतिकरण- वह अभिक्रिया जो प्रोटीन की भौतिक तथा जैविक गुणों को बिना प्रोटीन की रासायनिक संघटन में प्रभाव डाले परिवर्तित कर देते हैं, विकृतिकरण कहलाते हैं। विकृतिकरण निश्चित भौतिक व रासायनिक उपचार है, जैसे-pH में परिवर्तन, ताप, कुछ लवणों की उपस्थिति या निश्चित रासायनिक कारकों के कारण होता है।
प्रश्न 13.
प्रोटीन की द्वितीयक संरचना के सामान्य प्रकार क्या हैं ?
उत्तर
पॉलीपेप्टाइड श्रृंखला का संरूपण जिसकी कल्पना हाइड्रोजन बंध के फलस्वरूप की जाती है। प्रोटीन की द्वितीयक संरचना कहलाती है। इनके दो प्रकार की द्वितीयक संरचना है-
- a-हेलिक्स तथा
- P-प्लेटेडेड शीट संरचना (विस्तार के लिए NCERT पाठ्य-पुस्तक में देखें)।
प्रश्न 14.
प्रोटीन की -हेलिक्स संरचना के स्थायीकरण में कौन-से आबंध सहायक होते हैं?
उत्तर
6,6 पेप्टाइड बंधों से जो -NH तथा -C=0 समूह के बीच हाइड्रोजन बंध से बनता है। -हेलिक्स संरचना में स्थायित्व देता है (विस्तार के लिये NCERT पाठ्य-पुस्तक में देखें)।
प्रश्न 15.
रेशेदार तथा गोलिकाकार (Globular) प्रोटीन को विभेदित कीजिए।
उत्तर
रेशेदार तथा गोलिकाकार प्रोटीन में अन्तर
प्रश्न 16.
ऐमीनो अम्लों की उभयधर्मी प्रकृति को आप कैसे समझायेंगे?
उत्तर
द्विध्रुवीय या ज्विटर आयन संरचना के कारण एमीनो अम्ल उभयधर्मी स्वभाव के होते हैं । एमीनो अम्लों का अम्लीय स्वभाव समूह के कारण तथा क्षारीय गुण – COOH समूह के कारण जैसा कि निम्न में दिखाया गया है, होता है
प्रश्न 17.
एन्जाइम क्या होते हैं ?
उत्तर
एन्जाइम गोलिकाकार प्रोटीन होते हैं जो जैव-उत्प्रेरक की तरह कार्य करते हैं। ये बहुत विशिष्ट तथा अपनी क्रियाओं में दक्ष होते हैं । लगभग सभी क्रियाएँ जो हमारे शरीर में होती है, एन्जाइम द्वारा उत्प्रेरित होती
है।
प्रश्न 18.
प्रोटीन की संरचना पर विकृतिकरण का क्या प्रभाव होता है ?
उत्तर
वकृतिकरण के दौरान प्रोटीन की 2° तथा 3° संरचना नष्ट हो जाती है, प्राथमिक संरचना वैसी ही रहती है। विकृतिकरण के परिणामस्वरूप गोलिकाकार प्रोटीन (H2O में घुलनशील) रेशेदार प्रोटीन में (H2O में अघुलनशील) परिवर्तित हो जाते हैं तथा उनकी जैविक क्रियाशीलता नष्ट हो जाती है। अण्डे की सफेदी को उबालने पर स्कंदन विकृतिकरण का सामान्य उदाहरण है।
प्रश्न 19.
विटामिनों को किस प्रकार वर्गीकृत किया गया है ? रक्त के थक्के जमने के लिए जिम्मेदार विटामिन का नाम दीजिए।
उत्तर
वसा या जल में घुलनशीलता के आधार पर विटामिन सामान्यतः निम्न दो प्रकारों में वर्गीकृत होते है –
1. जल में विलेय विटामिन-इसमें विटामिन B-संकुल (B1,B2, B3,B4, B6, B12 तथा निकोटिनिक अम्ल इत्यादि) तथा विटामिन C शामिल है।
2. वसा में विलेय विटामिन-इसमें विटामिन A,D,E तथा K शामिल हैं। यकृत कोशिका में वसा में विलेय विटामिन बहुतायत में पाये जाते हैं। विटामिन K रक्त के स्कंदन के लिये उत्तरदायी होता है।
प्रश्न 20.
विटामिन A व C हमारे लिए आवश्यक क्यों हैं ? उनके महत्वपूर्ण स्रोत दीजिए।
उत्तर
विटामिन A -ये हमारे लिये आवश्यक होते हैं क्योंकि इनकी कमी से रतौंधी तथा जीरोफ्थैल्मिया (आँख की कॉर्निया का कठोरीपन) का कारण बनती है।
स्रोत- गाजर, दूध, मक्खन, मछली के यकृत का तेल, अण्डे का योक, पीली व हरी सब्जियाँ।
विटामिन C- ये हमारे लिये आवश्यक होते हैं क्योंकि इनकी कमी के कारण स्कर्वी (मसूड़ों में रक्त बहाव), दाँतों का टूटना, पाइरिया इत्यादि होता है।
स्रोत- नींबू, संतरा (रसीले फल), आँवला, टमाटर, आलू तथा हरी पत्तेदार सब्जियाँ।
प्रश्न 21.
न्यूक्लिक अम्ल क्या होते हैं ? इनके दो महत्वपूर्ण कार्य लिखिए।
उत्तर
न्यूक्लिक अम्ल न्यूक्लियोटाइड की लंबी शृंखलित बहुलक होते हैं। इन्हें पॉलीन्यूक्लियोटाइड भी कहते हैं। न्यूक्लिक अम्ल मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं,
- डि-ऑक्सी-राइबोन्यूक्लिक अम्ल (DNA) तथा
- राइबोन्यूक्लिक अम्ल (RNA) के होते हैं।
कार्य-
1. DNA एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक वंशागत प्रभाव को स्थानान्तरित करते हैं। ये कोशिका विभाजन के दौरान प्रतिकरण (Replication) के विशिष्ट गुण तथा दो DNA रज्जुक (Strand) के पुत्री कोशिका में स्थानान्तरित होने के कारण होता है।
2. DNA तथा RNA सभी प्रोटीन के संश्लेषण के लिए उत्तरदायी होते हैं तथा हमारे शरीर के विकास तथा संरक्षण के लिए आवश्यक होते हैं। वास्तविकता में प्रोटीन का संश्लेषण कोशिका में विभिन्न RNA अणु (m-RNA & t-RNA इत्यादि) के द्वारा होता है। वस्तु विशेष प्रोटीन के संश्लेषण की सुचना DNA में रहती है।
प्रश्न 22.
न्यूक्लियोसाइड तथा न्यूक्लियोटाइड में क्या अन्तर होता है ?
उत्तर
एक न्यूक्लियोसाइड श्रृंखला केवल न्यूक्लिक अम्ल का आधार घटक है, जिसका नाम पेन्टोज शर्करा तथा एक नाइट्रोजनीय क्षार की बनी होती है। एक न्यूक्लियोसाइड में न्यूक्लिक अम्ल के सभी तीन घटक जिनका नाम एक फॉस्फोरिक अम्ल समूह, एक पेन्टोज शर्करा तथा एक नाइट्रोजनीय क्षार होता है।
प्रश्न 23.
DNA के दो रज्जुक समान नहीं होते, अपितु एक-दूसरे के पूरक होते हैं। समझाइए।
उत्तर
DNA अणु में दो रज्जुक (तन्तु) एक-दूसरे से एक रज्जुक के प्यूरीन क्षार तथा दूसरे के पिरिमिडीन क्षार के बीच हाइड्रोजन बंध द्वारा बँधे रहते हैं । क्षारों के विभिन्न आकार तथा ज्यामिति के कारण, DNA में संभावित युग्मन है-ग्वानीन (G) तथा साइटोसीन (C) तीन हाइड्रोजन बंध द्वारा अर्थात् (C=G) तथा एडेनीन A तथा थायमीन T दो हाइड्रोजन बंधों द्वारा (अर्थात् A = T) (चित्र के लिये पाठ्य-पुस्तक देखिए)। इस क्षार युग्मन सिद्धान्तानुसार एक रज्जुक में क्षारों का क्रम स्वतः दूसरे रज्जुक में क्षारों के क्रम को स्थिर करता है। अतः दो रज्जुक एक-दूसरे के पूरक तथा असमान होते हैं।
प्रश्न 24.
DNA तथा RNA में महत्वपूर्ण संरचनात्मक एवं क्रियात्मक अंतर लिखिए।
उत्तर
DNA तथा RNA में अंतर
प्रश्न 25.
कोशिका में पाए जाने वाले विभिन्न प्रकार के RNA कौन-से हैं ?
उत्तर
RNA निम्न तीन प्रकार के होते हैं
- राइबोसोमल RNA(r-RNA),
- संदेशवाहक RNA(m-RNA),
- अंतरण (स्थानान्तरण) RNA(t-RNA)
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जैव-अणु वस्तुनिष्ठ प्रश्न
1. सही विकल्प चुनकर लिखिए
प्रश्न 1.
कौन-सा प्रोटीन रक्त प्रवाह द्वारा 02 का अभिगमन करता है
(a) मायोग्लोबिन
(b) इन्सुलिन
(c) ऐल्बुमिन
(d) हीमोग्लोबिन।
उत्तर
(d) हीमोग्लोबिन।
प्रश्न 2.
बेरी-बेरी रोग किस विटामिन की कमी से होता है
(a) विटामिन-A
(b) विटामिन-C
(c) विटामिन-B
(d) विटामिन-D.
उत्तर
(c) विटामिन-B
प्रश्न 3.
एन्जाइम जो ग्लूकोज के एथेनॉल में रूपान्तरण को उत्प्रेरित करता है
(a) जाइमेज
(b) इन्वर्टेस
(c) माल्टेस .
(d) डायस्टेज।
उत्तर
(a) जाइमेज
प्रश्न 4.
मानव शरीर में कार्बोहाइड्रेट का संचयन होता है
(a) ग्लूकोज के रूप में
(b) ग्लाइकोजन के रूप में
(c) स्टार्च के रूप में
(d) फ्रक्टोस के रूप में।
उत्तर
(b) ग्लाइकोजन के रूप में
प्रश्न 5.
शर्करा के ताजे विलयन का प्रकाशीय घूर्णन कुछ समय बाद परिवर्तन होना कहलाता है
(a) घूर्णन गति
(b) इन्वर्सन
(c) विशिष्ट घूर्णन
(d) म्यूटारोटेशन।
उत्तर
(b) इन्वर्सन
प्रश्न 6.
बहुधा प्रायोजित डाइसैकेराइड अणु का सूत्र है
(a) C1oH18O9
(b) C1oH20O1o
(c) C18H22O11
(d) C12H22O11
उत्तर
(d) C12H22O11
प्रश्न 7.
राइबोज के संबंध में निम्न कथन असत्य है
(a) यह पॉलीहाइड्रॉक्सी यौगिक
(b) यह ऐल्डिहाइड शर्करा है
(c) इसमें छ: कार्बन परमाणु हैं
(d) इसमें ध्रुवण घूर्णकता है।
उत्तर
(c) इसमें छ: कार्बन परमाणु हैं
प्रश्न 8.
कार्बोहाइड्रेट को बनाने में आवश्यक होते हैं
(a) 2 कार्बन
(b) 3 कार्बन
(c) 4 कार्बन
(d) 6 कार्बन।
उत्तर
(d) 6 कार्बन।
प्रश्न 9.
हीमोग्लोबिन है
(a) एन्जाइम
(b) ग्लोब्यूलर प्रोटीन
(c) विटामिन
(d) कार्बोहाइड्रेट।
उत्तर
(d) कार्बोहाइड्रेट।
प्रश्न 10.
कौन-सा कार्बोहाइड्रेट पौधों की कोशिकाओं का महत्वपूर्ण अवयव है
(a) सेल्युलोज
(b) स्टार्च
(c) इक्षु शर्करा
(d) विटामिन।
उत्तर
(b) स्टार्च
प्रश्न 11.
हीमोग्लोबिन में कितनी उप-इकाइयाँ उपस्थित होती हैं
(a) 2
(b) 3
(c) 4
(d) 5.
उत्तर
(b) 3
प्रश्न 12.
स्टार्च किसका बहुलक है
(a) ग्लूकोज
(b) सुक्रोज
(c) (a) तथा (b) दोनों का
(d) इसमें से कोई नहीं।
उत्तर
(a) ग्लूकोज
प्रश्न 13.
मानव रक्त में कौन-सी शर्करा अधिकतम विद्यमान है
(a) d-फ्रक्टोज
(b) d-ग्लूकोज
(c) सुक्रोज
(d) लैक्टोज।
उत्तर
(b) d-ग्लूकोज
प्रश्न 14.
विटामिन B12 में धातु होता है
(a) Pb
(b) Zn
(c) Fe
(d) Co.
उत्तर
(d) Co.
प्रश्न 15.
रक्त में ग्लूकोज का मात्रात्मक निर्धारण किया जाता है
(a) टॉलेन अभिकर्मक
(b) बेनेडिक्ट विलयन
(c) क्षारीय आयोडिन विलय
(d) ब्रोमीन जल,
उत्तर
(b) बेनेडिक्ट विलयन
प्रश्न 16.
रिकेट्स किस विटामिन की कमी से होता है
(a) विटामिन-C
(b) विटामिन-B
(c) विटामिन-A
(d) विटामिन-D.
उत्तर
(d) विटामिन-D.
प्रश्न 17.
उपापचयी विधियों में निम्नलिखित में से कौन-सा सर्वाधिक ऊर्जा प्रदान करता है
(a) प्रोटीन
(b) विटामिन
(c) लिपिड .
(d) कार्बोहाइड्रेट।
उत्तर
(d) कार्बोहाइड्रेट।
प्रश्न 18.
विटामिन B, है
(a) राइबोफ्लेविन
(b) कोबालामीन
(c) थायमिन
(d) पिरीमिडीन।
उत्तर
(a) राइबोफ्लेविन
प्रश्न 19.
विटामिन C की कमी से होता है
(a) स्कर्वी
(b) रिकेट्स
(c) पायरिया
(d) रक्ताल्पता।
उत्तर
(a) स्कर्वी
प्रश्न 20.
सभी जीवित कोशिकाओं के अधिकतम प्रभावशाली ऊर्जा वाहक हैं
(a) A.M.P. .
(b) A.T.P.
(c) A.D.P.
(d) U.D.P.
उत्तर
(b) A.T.P.
प्रश्न 21.
दूध में उपस्थित डाइसकेरॉइड है
(a) सुक्रोस
(b) लैक्टोस
(c) माल्टोस
(d) सेलुलोस।
उत्तर
(b) लैक्टोस
प्रश्न 22.
कौन ग्लिसराइड नहीं है
(a) वसा
(b) तेल
(c) फॉस्फोलिपिड
(d) साबुन।
उत्तर
(d) साबुन।
प्रश्न 23.
RNA में नहीं पाया जाता है
(a) थायमीन
(b) यूरेसिल .
(c) ऐडिनीन
(d) ग्वानीन।
उत्तर
(a) थायमीन
प्रश्न 24.
एन्जाइम होते हैं
(a) नाइट्रोजन युक्त जटिल यौगिक
(b) कार्बोहाइड्रेट
(c) उपसहसंयोजी यौगिक
(d) धात्विक यौगिक।
उत्तर
(a) नाइट्रोजन युक्त जटिल यौगिक
प्रश्न 25.
विटामिन C का रासायनिक नाम है
(a) सायनो कोबाल्ट ऐमीन
(b) एस्कार्बिक अम्ल
(c) टोकोफेरॉल
(d) बायोटिन।
उत्तर
(b) एस्कार्बिक अम्ल
26. हीमोग्लोबिन आयरन का ……. यौगिक है।
उत्तर
संकुल।
2. एक शब्द / वाक्य में उत्तर दीजिए
- विटामिन-C का रासायनिक नाम लिखिए।
- विटामिन-K का स्रोत बताइए।
- खून का थक्का न जमने के लिए उत्तरदायी है।
- अमीनो अम्लों को आपस में कौन-सा बंध जोड़ता है ?
- मनुष्य के शरीर के द्वारा कितने अमीनो अम्ल संश्लेषित होते हैं ?
- सेल्यूलोस किस ग्लूकोज का रेखीय बहुलक है ?
- RNA अणु में थायमिन के स्थान पर कौन-सा पिरामिडीन होता है ?
- लैक्टोज जल-अपघटन पर देता है।
- ग्लूकोस में पाइरेनोज वलय होता है, जबकि फ्रक्टोज में।
- पॉलीसैकेराइडों में मोनोसैकेराइड की इकाइयाँ आपस में एक-दूसरे से किस बन्ध के द्वारा जुड़ी रहती हैं ?
- रक्त का थक्का बनाने में सहायक प्रोटीन क्या कहलाता है?
- मोनोसैकेराइड कार्बोहाइड्रेट का एक उदाहरण लिखिए।
- दूध में उपस्थित डाईसैकेराइड शर्करा क्या कहलाती है ?
उत्तर
- ऐस्कार्बिक अम्ल
- हरे पत्तेदार सब्जियाँ
- विटामिन-K (फाइलो क्वीनोन)
- पेप्टाइड बंध
- दस
- B-ग्लूकोज
- यूरेसिल
- ग्लूकोज और लैक्टोज
- फ्यूरेनोज वलय
- ग्लाइकोसाइडिक
- फाइब्रिनोजेन
- ग्लूकोज या फ्रक्टोज
- लैक्टोस।
3. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
- ग्लूकोज के ऑक्सीकरण में ATP के ………. अणु उत्पन्न होते हैं।
- जीवों में जटिल अणुओं का टूटना …………. कहलाता है।
- हाइपरग्लाइसेमिया में रक्त में ……….. की मात्रा बढ़ जाती है।
- ………….. की कमी से आँखों का रोग होता है।
- आयोडीन की कमी से …………… रोग होता है।
- रक्त सम्पूर्ण शरीर के ताप को ………. बनाये रखता है।
- …………. हॉर्मोन रक्त में शर्करा की मात्रा को संतुलित रखता है।
- ………. रक्त थक्का बनने के लिए उत्तरदायी है।
- विकृतिकरण प्रोटीन की ………… संरचना को प्रभावित नहीं करता।
- प्रोटीन ………… का बहुलक है।
- ………… प्रोटीन की मौलिक इकाई है।
- ………… DNA में नहीं पाया जाता है।
- हीमोग्लोबिन आयरन का ………….. यौगिक है।
- जन्तुओं एवं पौधों से प्राप्त तेल व वसा ………….. कहलाते हैं।
उत्तर
- 38,
- कैटाबोलिज्म
- शर्करा
- विटामिन-A
- पेंघा
- एकसमान
- इन्सुलिन
- विटामिन-K
- प्राथमिक
- एमीनो अम्लों
- एमीनो अम्ल
- यूरेसिल
- संकुल
- लिपिड।
4. उचित संबंध जोड़िए
उत्तर
- (1)
- (c)
- (b)
- (e)
- (d)
- (a)
- (h)
- (g).
जैव-अणु लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
प्रोटीन की कमी से कौन-सा रोग होता है व इसका शरीर पर क्या प्रभाव पड़ता है ?
उत्तर
प्रोटीन की कमी से होने वाले रोग –
1. ऐनीमिया-मनुष्य में हीमोग्लोबिन नामक प्रोटीन की कमी से यह रोग होता है। इसमें रोगी के शरीर में रक्त की कमी होने से चक्कर आना, शरीर पर झुर्रियाँ पड़ जाना आदि परिलक्षित होते हैं।
2. क्वाशियोरकर-यह रोग मुख्यतः बच्चों में पाया जाता है, इसमें रोगी का शरीर सूजकर बेडौल हो जाता है।
प्रश्न 2.
कार्बोहाइड्रेट को परिभाषित कीजिए।
उत्तर
वे पदार्थ जो जल, हाइड्रॉक्सी ऐल्डिहाइड या पॉलीहाइड्रॉक्सी कीटोन हैं अथवा वे पदार्थ जो जल-अपघटित होने पर ये यौगिक देते हैं, कार्बोहाइड्रेट कहलाते हैं।
प्रश्न 3.
विटामिन-C का रासायनिक नाम, स्रोत, सूत्र तथा इसकी कमी से उत्पन्न रोगका नाम लिखिए।
उत्तर
विटामिन-C का रासायनिक नाम-ऐस्कार्बिक अम्ल हैं।
विटामिन-C के स्रोत–सन्तरा, नीबू, आँवला, टमाटर।
विटामिन-C की कमी से होने वाले रोग-स्कर्वी, पायरिया, हड्डियों का कमजोर होना।
विटामिन-C का सूत्र- C6H8O6.
प्रश्न 4.
निम्नलिखित विटामिन की कमी से होने वाले रोग लिखिए
(a) विटामिन-A
(b) विटामिन-B
(c) विटामिन-D
(d) विटामिन-E
उत्तर
उपर्युक्त विटामिनों की कमी से होने वाले रोग निम्नलिखित हैं
(a) विटामिन-A की कमी-रतौंधी (Night blindness)।
(b) विटामिन-B की कमी- भूख न लगना, पैरों में दर्द व सूजन (बेरी-बेरी)।
(c) विटामिन-D की कमी-बच्चों में सूखा रोग (रिकेट्स)।
(d) विटामिन-E की कमी-बन्ध्यता रोग (बाँझपन)।
अथवा निम्नलिखित विटामिनों के कार्य लिखिए
(a) विटामिन-A
(b) विटामिन-D
(c) विटामिन-E
(d) विटामिन-K.
उत्तर
उपर्युक्त विटामिनों के कार्य
(a) विटामिन-A के कार्य-दृष्टि, वृद्धि व प्रतिरोधात्मक शक्ति प्रदान करना।
(b) विटामिन-D के कार्य-सुदृढ़ अस्थि, फॉस्फोरस तथा कैल्सियम चयापचय का नियंत्रण करना।
(c) विटामिन-E के कार्य-नर-प्रजनन क्षमता बढ़ाना।
(d) विटामिन-K के कार्य-रक्त का जमना।
प्रश्न 5.
किन्हीं चार प्रोटीनों के नाम देते हुए उनके द्वारा मनुष्य के शरीर में किये जाने वाले कार्य लिखिए।
उत्तर
प्रोटीन और उनके कार्य –
1. हीमोग्लोबिन- यह रक्त में पाया जाता है तथा श्वसन क्रिया में ऑक्सीजन के साथ मिलकर ऑक्सीहीमोग्लोबिन नामक अस्थायी यौगिक बनाता है, जो फेफड़ों से विभिन्न ऊतकों तथा ऑक्सीजन का संवहन करता है।
2. मायोसिन-यह मांसपेशियों में पाया जाता है तथा यह मांसपेशियों के संचालन में सहायक होता है।
3. पेप्सिन-यह शरीर के आहार नाल के आमाशय (Stomach) में पाया जाता है तथा यह भोजन के पाचन में सहायक होता है।
4. फाइब्रिनोजेन-यह रक्त में पाया जाता है तथा यह रक्त का थक्का बनाने में सहायक होता है।
प्रश्न 6.
एन्जाइम क्या है ? उद्योगों में इनके चार अनुप्रयोग लिखिए।।
उत्तर
एन्जाइम (Enzyme)—एन्जाइम उच्च अणुभार के नाइट्रोजनयुक्त जटिल कार्बनिक यौगिक हैं, जो जीवित कोशिकाओं में उत्पन्न होते हैं। ये मुख्य रूप से रासायनिक क्रियाओं को उत्प्रेरित करते हैं, अतः एन्जाइम जीव-उत्प्रेरक कहलाते हैं।
उदाहरण- इनवर्टेस एन्जाइम सुक्रोस के जल-अपघटन को उत्प्रेरित करता है।
ग्लूकोस फ्रक्टोस एन्जाइम की क्रियाशीलता को प्रभावित करने वाले कारक-
- ताप
- pH
- एन्जाइम की सान्द्रता
- पदार्थ की सान्द्रता
- बनने वाले उत्पाद की सान्द्रता।
अनुप्रयोग-
- कार्बोहाइड्रेट के किण्वन से बीयर, विस्की, मादक पेय द्रव्य निर्माण में।
- खाद्य उपयोग में मक्का के स्टार्च से शरबत बनाने में।
- पनीर बनाने में।
- किण्वन क्रिया द्वारा शीरा से ऐल्कोहॉल निर्माण में।
प्रश्न 7.
मोनोसैकेराइड किसे कहते हैं ? उदाहरण सहित समझाइए।
उत्तर
मोनोसैकेराइड- ये सबसे सरल कार्बोहाइड्रेट हैं और इन्हें जल-अपघटन द्वारा अधिक सरल (लघु अणुओं में) कार्बोहाइड्रेटों में परिवर्तित नहीं किया जा सकता। इनका सामान्य सूत्र (CnH2nOn) जिसके कुछ अपवाद भी हैं । जहाँ n का मान 2 से 10 तक हो सकता है । ये ऐल्डोस और कीटोस प्रकार के हो सकते हैं। जैसे
ऐल्डोपेण्टोसेस- एरेबिनोस, जाइलोस, राइबोस आदि (C5H10O5) ।
ऐल्डोहेक्सोसेस- ग्लूकोस, गैलेक्टोस, मैनोस आदि (C6H12O6)।
कीटोहेक्सोसेस- फ्रक्टोस, सारबोस आदि (C6H12O6)।
प्रश्न 8.
प्रोटीन क्या होते हैं ?
उत्तर
प्रोटीन शब्द की उत्पत्ति ग्रीक शब्द प्रोटियोस (Protios = To take the first) से हुई अर्थात् प्रथम या अतिआवश्यक है। प्रोटीन उच्च अणु भार के नाइट्रोजन युक्त जटिल कार्बनिक यौगिक हैं, जो सभी जन्तु तथा पादप के प्रोटोप्लाज्म में पाये जाते हैं । इसमें हाइड्रोजन, ऑक्सीजन, कार्बन, नाइट्रोजन तथा अल्प मात्रा में सल्फर भी पाया जाता है।
रासायनिक रूप से प्रोटीन अल्फा अमीनो अम्ल के संघनन बहुलक हैं।
प्रश्न 9.
कार्बोहाइड्रेट क्या है ? कार्बोहाइड्रेट की कौन-सी इकाई मानव शरीर को ऊर्जा प्रदान करती है ?
उत्तर
कार्बोहाइड्रेट, कार्बन, हाइड्रोजन तथा ऑक्सीजन से बने यौगिक हैं। इनका सामान्य सूत्र Cx(H2O)y होता है, जहाँ x और y गुणांक हैं। इन कार्बनिक यौगिकों में हाइड्रोजन तथा ऑक्सीजन का अनुपात जल (H2O) के समान 2 : 1 होने के कारण इन्हें कार्बन का हाइड्रोजन माना गया है तथा इन यौगिकों का नाम कार्बोहाइड्रेट रखा गया है। कार्बोहाइड्रेट श्रेणी के यौगिकों के अन्तर्गत ग्लूकोस (C6H12O6), फ्रक्टोस(C6H12O6), सुक्रोस (C12H22O11), स्टार्च आदि आते हैं।
ग्लूकोस, कार्बोहाइड्रेट्स की वह इकाई है, जो शरीर में उपस्थित एन्जाइम की सहायता से ऑक्सीकरण द्वारा धीरे-धीरे CO2 तथा जल में अपघटित हो जाती है तथा शरीर को ऊर्जा प्रदान करती है।
प्रश्न 10.
प्रोटीन की संरचना में पेप्टाइड लिंक का बनना स्पष्ट कीजिए। अथवा ऐमाइड एवं पेप्टाइड बन्ध क्या हैं ?
उत्तर
ऐमाइड बन्ध- प्रोटीन एक जटिल कार्बनिक पदार्थ है, जो विभिन्न अमीनो अम्लों के आपस में संयुक्त होने से बनता है। एक अमीनो अम्ल का कार्बोक्सिलिक समूह दूसरे अमीनो अम्ल के अमीनो समूह से संयोग करके ऐमाइड बन्ध बनाता है।
पेप्टाइड बन्ध- अमीनो अम्ल प्रोटीन के निर्माण की इकाई होती हैं। प्रोटीन में अमीनो अम्ल पेप्टाइड बन्धों द्वारा अर्थात् -CONH- समूह द्वारा एक-दूसरे से जुड़े होते हैं । पेप्टाइड बन्ध का निर्माण α -अमीनो समूह और दूसरे – अमीनो समूह के कार्बोक्सिलिक समूह की परस्पर क्रिया के फलस्वरूप होता है। पार्श्व श्रृंखला के R में उपस्थित कोई भी समूह पेप्टाइड बन्ध के निर्माण में भाग नहीं लेता। R R
i
प्रश्न 11.
पॉलिसैकेराइड क्या हैं ? इनके दो उदाहरण दीजिए।
उत्तर
पॉलिसैकेराइड प्राकृतिक बहुलक हैं, जिनका आण्विक द्रव्यमान कुछ हजार से कई लाख तक होता है। इनका सामान्य सूत्र (C6H10O5)n है जिसमें n का मान 12 से कई हजार तक होता है। ये अत्यन्त जटिल पदार्थ हैं। ये मोनोसैकेराइडों के संघनन बहुलीकरण द्वारा बनते हैं। इनमें ग्लाइकोसाइडिक बन्ध पाया जाता है। पॉलिसैकेराइडों के दो प्रमुख उदाहरण – स्टार्च एवं सेल्युलोस हैं।
प्रश्न 12.
इन्वर्ट शर्करा किसे कहते हैं ?
उत्तर
शर्करा दक्षिण ध्रुवण घूर्णक [D या +] होता है परन्तु जल-अपघटन पर दो मोनोसैकेराइडों का एक सम-अणुक मिश्रण प्राप्त होता है; जो वाम ध्रुवण घूर्णक [L या –] हो जाता है। अतः प्राप्त ग्लूकोस और फ्रक्टोस का मिश्रण इन्वर्ट शर्करा कहलाता है।
प्रश्न 13.
डाइसैकेराइड क्या हैं ? किसी सामान्य डाइसैकेराइड का अणुसूत्र लिखिए ।
उत्तर
डाइसैकेराइड वे शर्करा हैं, जो मोनोसैकेराइड के दो अणुओं के संयुक्त होने पर जल के एक अणु के निष्कर्षण द्वारा बनते हैं। दोनों मोनोसैकेराइड प्रायः हेक्सोस होते हैं तथा उनमें से एक ग्लूकोस होता है। इस प्रकार ऐल्डोस-ऐल्डोस तथा ऐल्डोस-कीटोस प्रकार के डाइसैकेराइड पाये जाते हैं। इन डाइसैकेराइडों का अणुसूत्र C12H22O11 होता है। उदाहरणार्थ सुक्रोस, माल्टोस ,लैक्टोस आदि।
प्रश्न 14.
सुक्रोज और माल्टोज के पाइरानोस संरचना दीजिए।
उत्तर
सुक्रोज-सुक्रोज में दो मोनोसैकेराइड्स अणु (ग्लूकोज और फ्रक्टोस) परस्पर ग्लाइकोसाइडिक बन्ध के द्वारा जुड़े होते हैं । जो α – ग्लूकोस के C1 तथा β- फ्रक्टोस के C2 के मध्य जुड़ा होता है।
प्रश्न 15.
प्रोटीन की संरचना स्पष्ट कीजिए।
उत्तर
प्रोटीन के अणु का निर्माण ऐमीनो अम्लों से होता है। वस्तुतः प्रोटीन अणु ऐमीनो अम्लों के रैखिक बहुलक (linear polymers) होते हैं। इनकी सम्पूर्ण संरचना चार पदों में निर्धारित की जाती है।
1. प्राथमिक संरचना- इसमें प्रोटीन की पॉलिपेप्टाइड श्रृंखला में विभिन्न ऐमीनो अम्लों के परस्पर जुड़ने के क्रम का ज्ञान होता है।
2. द्वितीयक संरचना- यह प्रोटीन की पेप्टाइड शृंखलाओं के संरूपण (Conformations) का ज्ञान कराती है।
3. तृतीयक संरचना- इससे यह ज्ञान होता है कि प्रोटीन अणु किस प्रकार मुड़कर एक विशिष्ट आकृति प्राप्त कर लेता है।
4. चतुर्थक संरचना- इससे यह पता चलता है कि दो पॉलिपेप्टाइड शृंखलाएँ एक-दूसरे के सापेक्ष किस प्रकार व्यवस्थित हैं।
प्रश्न 16.
न्यूक्लिओसाइड तथा न्यूक्लिओटाइड से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर
न्यूक्लिओसाइड- जब कोई प्यूरीन या पाइरामिडीन बेस, पेण्टोस शुगर अणु के साथ जुड़ जाता है, तो इसे न्यूक्लिओसाइड कहते हैं।
Base + Sugar → Nucleoside
न्यूक्लिओटाइड- यह न्यूक्लिओसाइड का फॉस्फेट एस्टर है।
प्रश्न 17.
कार्बोहाइड्रेट क्या है ? मोनो, डाइ तथा पॉलीसैकेराइडों को उदाहरण सहित समझाइए।
उत्तर
कार्बोहाइड्रेट- वे पदार्थ जो पॉलीहाइड्रॉक्सी ऐल्डीहाइड या पॉलीहाइड्रॉक्सी कीटोन है। अथवा वे पदार्थ जो जल-अपघटन के पश्चात् ये यौगिक देते हैं कार्बोहाइड्रेट्स कहलाते हैं। कार्बोहाइड्रेट्स को जलअपघटन के आधार पर तीन भागों में वर्गीकृत किया गया है।
1. मोनोसैकेराइड- ये सबसे सरल कार्बोहाइड्रेट्स हैं। इन्हें जल-अपघटन द्वारा अधिक सरल कार्बोहाइड्रेटों में परिवर्तित नहीं किया जा सकता है। इनका सामान्य सूत्र CnH2nOn है, जहाँ n का मान 1 से 10 तक हो सकता है। ये क्रिस्टलीय ठोस हैं। जल में घुलनशील और स्वाद में मीठे होते हैं। ये दो प्रकार के होते हैं
- ऐल्डोस,
- कीटोस।
2. डाइसैकेराइड- ये वे शर्करा हैं, जो मोनोसैकेराइड के दो अणुओं के संयुक्त होने या जल के एक अणु के निष्कर्षण द्वारा बनता है। दोनों मोनोसैकेराइड प्रायः हेक्सोस होते हैं तथा उनमें से एक अणु ग्लूकोस होता है। इन डाइसैकेराइड का अणुसूत्र C12H22O11 है।
उदाहरण- सुक्रोस, माल्टोस।
3. पॉलीसैकेराइड- ये वे सैकेराइड हैं, जो जल-अपघटन के पश्चात् मोनोसैकेराइड के n अणु देते हैं। ये रंगहीन तथा स्वादहीन होते हैं। इनका अणुसूत्र Cn(H1005)n होता है।
उदाहरण- स्टार्च, सेल्यूलोज।
प्रश्न 18.
क्या होता है जब, प्रोटीन का विकृतिकरण होता है ?
उत्तर
प्रोटीन का विकृतिकरण-प्रोटीन, ऊष्मा तथा रसायनों से प्रभावित होते हैं। प्रोटीन को गर्म करने पर अथवा रासायनिक यौगिकों से क्रिया कराने पर इसकी जैविक क्रियाशीलता नष्ट हो जाती है ये विकृत और स्कन्दित होकर अविलेय हो जाते हैं। इस क्रिया को प्रोटीन का विकृतिकरण कहते हैं।
विकृतिकरण से प्रोटीन की प्राथमिक संरचना अपरिवर्तित रहती है, किन्तु द्वितीयक एवं तृतीयक संरचना में परिवर्तन हो जाता है। जैसे-जब अण्डे को उबलते हुए पानी में कुछ समय के लिए रखा जाता है, तो अण्डे की प्रोटीन अविलेय रेशेदार प्रोटीन में परिवर्तित हो जाती है, जिससे प्रोटीन स्कन्दित हो जाता है अर्थात् प्रोटीन का विकृतिकरण हो जाता है।
प्रश्न 19.
विटामिन-B के कार्य तथा विटामिन-B के अभाव में होने वाले दो रोगों के नाम लिखिए।
उत्तर
विटामिन-B1 बहुत से विटामिन के समूह को कहते हैं, जो निम्नलिखित हैं –
विटामिन-B1(थायमीन)
विटामिन-B2 (राइबोफ्लेविन)
विटामिन-B3(पेन्टोथेनिक ऐसिड)
विटामिन-B6 (पायरीडॉक्सीन)
विटामिन-B12 (सायनोबलेमीन)।
विटामिन- B1(थायमीन)-स्रोत-बिना पॉलिश किया चावल, हरी सब्जी, अण्डा।
कार्य- तंत्रिका तन्त्र की क्रियाशीलता बनाये रखना।
अभाव से रोग- (i) बेरी-बेरी (हाथ पैर में सूजन), (ii) गैस्ट्रिक (पाचन क्रिया का अनियमित होना)।
विटामिन- B2 (राइबोफ्लेविन) स्रोत-खमीर, अण्डा का पीला भाग आदि।
कार्य- शारीरिक वृद्धि हेतु।
अभाव से रोग- होठों का फटना, नेत्र दृष्टि कम होना।
प्रश्न 20.
विटामिन्स क्या हैं ? उन विटामिन्स के नाम लिखिये जिनकी कमी से निम्नलिखित बीमीरियाँ उत्पन्न होती हैं –
- खून का थक्का न जमना
- रतौंधी
- रक्त अल्पता
- सूखा रोग
- पायरिया
- बन्ध्यता
- अरक्तता।
उत्तर
विटामिन जटिल कार्बनिक यौगिक हैं, जो शरीर के लिए आवश्यक पोषक तत्व के समान कार्य करते हैं, यद्यपि ये हमारे शरीर में बनते नहीं, परन्तु इनके अभाव से अनेक रोग उत्पन्न हो जाते हैं। विटामिनों की थोड़ी-सी मात्रा भी शरीर के सुचारु रूप से कार्य करने और वृद्धि के लिए आवश्यक हैं। विटामिन कई प्रकार के होते हैं। जैसे-A, B, C, D, E व K. .
- खून का थक्का न जमना-विटामिन-K(फाइलोक्विनोन)
- रतौंधी-विटामिन-A (रेटिनॉल) एक्सेरोफाइटॉल
- रक्त अल्पता-विटामिन-B12 (सायनोबलेमीन)
- सूखा रोग-विटामिन-D (कैल्सिफेरॉल)
- पायरिया-विटामिन-C (ऐस्कार्बिक एसिड)
- बन्ध्यता-विटामिन-E (aटोकॉफेरॉल)
- अरक्तता- विटामिन-B6 (पिरिडॉक्सीन)।
प्रश्न 21.
निम्नलिखित हॉर्मोन्स के बारे में लिखिए
- टेस्टोस्टेरॉन
- थायरॉक्सिन
- इन्सुलिन
- कार्टिसोन।
उत्तर
- टेस्टोस्टेरॉन- टेस्टोस्टेरॉन हॉर्मोन को सावित करने वाली ग्रंथि वृषण है तथा इसका कार्य पुरुषों में जनन अंगों का नियंत्रण है।
- थायरॉक्सिन- इस हॉर्मोन को स्रावित करने वाली ग्रंथि का नाम, थायरॉयड है। इसका कार्य उपापचय क्रियाओं एवं वृद्धि का नियंत्रण है।
- इन्सुलिन- इन्सुलिन हॉर्मोन अग्न्याशय द्वारा स्रावित होता है तथा इसका कार्य रक्त में ग्लूकोज की मात्रा का नियंत्रण करना है।
- कार्टिसोन- कार्टिसोन ऐड्रीनल कॉर्टेक्स द्वारा स्रावित होता है तथा इसका कार्य वसा, प्रोटीन तथा जल के उपापचय का नियंत्रण करना है।
प्रश्न 22.
रेटिनॉल, थायमीन, ऐस्कार्बिक एसिड व राइबोफ्लेवीन की कमी से होने वाले दो-दो रोगों के नाम लिखिए।
उत्तर
रेटिनॉल- रतौंधी, अतिसार । थायमीन- बेरी-बेरी, शरीर की वृद्धि रुक जाती है।
ऐस्कार्बिक एसिड- स्कर्वी, दंतक्षय। राइबोफ्लेवीन-नेत्र दृष्टि कम होना, त्वचा फटना।
प्रश्न 23.
विटामिन-A विटामिन-C के दो-दो स्रोत लिखिए। इनकी कमी से होने वाले एक-एक रोग बताइये।
उत्तर
प्रश्न 24.
विटामिन A, D, E एवं K के कार्य लिखिए।
उत्तर
विटामिन A – यह रोडोप्सिन एवं आयोडोप्सिन नामक दृश्य पिगमेन्ट के निर्माण में भाग लेता
विटामिन D – यह हड्डियों के निर्माण में उपयोगी होता है।
विटामिन E – यह RBC के टूटने की क्रिया को रोकता है।
विटामिन K – यह रक्त को जमने में सहायता करता है।
प्रश्न 25.
निम्नलिखित जैव-अणुओं/तत्वों के कार्य व प्राप्ति के स्रोत लिखिए
- प्रोटीन
- कार्बोहाइड्रेट
- वसा
- कैल्सियम।
उत्तर
1. प्रोटीन – शरीर के अंगों का निर्माण करना।
प्राप्ति – दूध, पनीर, अंडा, मछली आदि।
2. कार्बोहाइड्रेट – ऊर्जा प्रदान करना ।
प्राप्ति – अनाज, चावल, फल, आलू, शक्कर आदि।
3. वसा – ऊर्जा प्रदान करना।
प्राप्ति – घी, तेल, मेवे, दूध, अंडा।
4. कैल्सियम – दाँत व हड्डी की वृद्धि।
प्राप्ति – पत्तेदार सब्जियाँ, साबुत अनाज, दूध।
प्रश्न 26.
α -ऐमीनो अम्ल तथा प्रोटीन में दो-दो अन्तर लिखिए।
उत्तर
α -ऐमीनो अम्ल तथा प्रोटीन में अन्तर
प्रश्न 27.
संक्षेप में समझाइये
(a) दो ऐन्जाइमों के नाम तथा उनके कार्य।
(b) जल में घुलनशील दो विटामिनों के नाम एवं इनके अभाव से होने वाले रोग।
उत्तर
(a) दो ऐन्जाइमों के नाम तथा उनके कार्य
नाम-
1. ऐमाइलेज (टायलिन)
कार्य- यह स्टार्च को ग्लूकोज में बदल देता है।
2. पेप्सिन –
कार्य- यह प्रोटीन को ऐमीनो अम्ल में बदल देता है।
(b) जल में घुलनशील विटामिन –
1. विटामिन B1– थायमीन –
अभाव में रोग – बेरी-बेरी
2. विटामिन C- ऐस्कार्बिक अम्ल
अभाव में रोग – स्कर्वी
जल में घुलनशील विटामिनों के अन्य उदाहरण- विटामिन B2, B6, B12 तथा K.
जैव-अणु दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
न्यूक्लिक अम्ल पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
उत्तर
न्यूक्लिक अम्ल-यह जीव कोशिका के केन्द्रक में पाया जाता है। इसमें फॉस्फोरस की मात्रा अधिक होती है। न्यूक्लिक अम्ल पॉली न्यूक्लिओटाइड होते हैं, जो अनेक न्यूक्लिओटाइड की इकाइयों के , मिलने से बनती है।
प्रत्येक न्यूक्लिओटाइड तीन रासायनिक घटकों का बना होता है –
- फॉस्फेट समूह,
- पेण्टोज राइबोज शर्करा या डी-ऑक्सीराइबोज,
- विषमचक्रीय बेस, जैसे-पायरीमिडीन के व्युत्पन्न (थाइमीन, यूरेसिल, साइटोसीन) एवं प्यूरीन के व्युत्पन्न (ऐडीनीन एवं ग्वानीन)।
न्यूक्लिक अम्ल दो प्रकार के होते हैं
(A) DNA-डी-ऑक्सीराइबो न्यूक्लिक अम्ल
(B) RNA- राइबोन्यूक्लिक अम्ल ।
DNA के घटक
(a) डी-ऑक्सीराइबोस शर्करा अणु,
(b) फॉस्फोरिक अम्ल के अणु,
(c) नाइट्रोजन बेस। ये दो तरह के होते हैं
- पिरीमिडीन बेस-इसके अन्तर्गत साइटोसीन (C) और थायमीन (T) आते हैं।
- प्यूरीन बेस- इसके अन्तर्गत एडीनीन (A) और ग्वानीन (G) आते हैं।
RNA के घटक-RNA में राइबोज तथा नाइट्रोजन बेस, जैसे-ऐडीनीन (A), ग्वानीन (G), यूरेसिल (U), और साइटोसीन (C) होते हैं।
प्रश्न 2.
कार्बोहाइड्रेट क्या होते हैं ? इनका वर्गीकरण करके चार प्रमुख कार्य लिखिए।
उत्तर
परिभाषा-प्रकाश सक्रिय पॉलीहाइड्रॉक्सी ऐल्डिहाइड या कीटोन या वे पदार्थ जो जल-अपघटित होकर इनका निर्माण करते हैं, कार्बोहाइड्रेट कहलाते हैं।
उदाहरण- ग्लूकोस, स्टार्च, सेल्युलोस, सुक्रोस आदि।
कार्बोहाइड्रेट का वर्गीकरण –
कार्बोहाइड्रेट के कार्य –
1.यह कोशिका का प्रमुख संरचनात्मक घटक है।
2. यह जैव-ईंधन की तरह कार्य करता है और जीवधारियों को कार्य करने के लिए ऊर्जा प्रदान करता है।
3. लीवर (Liver) में कार्बोहाइड्रेट ग्लाइकोजन के रूप में आरक्षित रहते हैं, जो जल-अपघटित होकर आवश्यक ऊर्जा प्रदान करते हैं।
4. सेल्युलोस घास और पौधों में पाया जाता है जो घास चरने वाले जानवरों को ऊर्जा प्रदान करता है क्योंकि जानवरों के शरीर में सेल्युलोस को ग्लूकोस में जल-अपघटित करने वाले विशिष्ट एन्जाइम पाये जाते हैं।
प्रश्न 3.
ऐस्कार्बिक अम्ल, थायमिन, रेटिनॉल एवं निकोटिनिक अम्ल की कमी से होने वाले बीमारियों के नाम लिखिए। (प्रत्येक के दो-दो नाम दीजिये)
अथवाविटामिन A,B,C और D की कमी से कौन-कौन से रोग होते हैं ? इनके नाम व एक-एक स्रोत लिखिये।
अथवा विटामिन A, C, D एवं E की कमी से होने वाले रोग एवं प्राप्ति के स्रोत बताइये।
उत्तर
प्रश्न 4.
मोनोसैकेराइड, डाइसैकेराइड और पॉलिसैकेराइड में अन्तर लिखिए।
उत्तर
मोनोसैकेराइड, डाइसैकेराइड और पॉलिसैकेराइड में अन्तर –