MP Board Class 8th Social Science Solutions Chapter 23 ऑस्ट्रेलिया महाद्वीपका भौगोलिक स्वरूप

MP Board Class 8th Social Science Chapter 23 अभ्यास प्रश्न

प्रश्न 1.
निम्नलिखित प्रश्नों के सही विकल्प चुनकर लिखिए –
(1) ऑस्ट्रेलिया महाद्वीप के बीचों-बीच से गुजरने वाली मुख्य अक्षांश रेखा है –
(क) कर्क रेखा
(ख) भूमध्य रेखा
(ग) मकर रेखा
(घ) उपर्युक्त में से कोई नहीं।
उत्तर:
(ग) मकर रेखा

(2) द्वीपीय महाद्वीप किसे कहते हैं ?
(क) अन्टार्कटिका
(ख) ऑस्ट्रेलिया
(ग) एशिया
(घ) उत्तर अमेरिका।
उत्तर:
(ख) ऑस्ट्रेलिया

(3) ऑस्ट्रेलिया महाद्वीपीय क्षेत्र का एक देश कौन-सा –
(क) फिजी
(ख) क्यूबा
(ग) चिली
(घ) बोर्नियो।
उत्तर:
(क) फिजी

(4) ग्रेट बैरियर रीफ ऑस्ट्रेलिया महाद्वीप के किस क्षेत्र में स्थित है?
(क) दक्षिणी – पूर्वी क्षेत्र
(ख) उत्तर – पूर्वी क्षेत्र
(ग) उत्तरी – पश्चिमी क्षेत्र
(घ) दक्षिण – तटीय क्षेत्र।
उत्तर:
(ख) उत्तर – पूर्वी क्षेत्र।

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MP Board Class 8th Social Science Chapter 23 अति लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 2.
(1) मध्यवर्ती निम्न भूमि मैदान में आयर झील के चारों ओर का क्षेत्र जिसमें कई नदियाँ आकर झीलों में गिरती हैं, क्या कहलाता है ?
उत्तर:
मध्यवर्ती निम्न भूमि मैदान में आयर झील के चारों ओर का क्षेत्र जिसमें कई नदियाँ आकर झीलों में गिरती हैं वह ‘अन्तःस्थलीय अपवाह तन्त्र’ कहलाता है।

(2) ऑस्ट्रेलिया महाद्वीप के पूर्वी तट पर ऊँचे-ऊँचे पठारों की संकरी लम्बी पट्टी क्या कहलाती है ?
उत्तर:
ऑस्ट्रेलिया महाद्वीप के पूर्वी तट पर ऊँचे-ऊँचे पठारों की संकरी लम्बी पट्टी ‘ग्रेट डिवाइडिंग रेंज’ कहलाती है।

(3) ऑस्ट्रेलिया के पूर्वी तट पर प्रवाल जीवों से निर्मित समुद्री स्थलाकृति किस नाम से जानी जाती है ?
उत्तर:
ऑस्ट्रेलिया के पूर्वी तट पर प्रवाल जीवों से निर्मित समुद्री स्थलाकृति ‘ग्रेट बैरियर रीफ’ के नाम से जानी जाती है।

(4) ऑस्ट्रेलिया का प्रतीक जन्तु व प्रसिद्ध वृक्ष कौन-सा
उत्तर:
ऑस्ट्रेलिया का प्रतीक जन्तु ‘कंगारू’ है व ‘यूकेलिप्टस’ प्रसिद्ध वृक्ष है।

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MP Board Class 8th Social Science Chapter 23 लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 3.
(1) ऑस्ट्रेलिया का पश्चिमी भाग मरुस्थली क्यों है ?
उत्तर:
ऑस्ट्रेलिया महाद्वीप की धरातलीय बनावट के कारण पूर्वी पर्वतीय तट पर अधिक वर्षा होती है। पूर्वी श्रेणियों के अलावा पश्चिमी व मध्य भाग में कोई ऊँचा पर्वतीय क्षेत्र भी नहीं है जो भाप भरी हवाओं को रोक सके जिससे वर्षा हो। इसलिए ऑस्ट्रेलिया के पश्चिमी भाग में विशाल मरुस्थल पाया जाता है।

(2) ऑस्ट्रेलिया के अन्तःस्थलीय अपवाह क्षेत्र का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
पश्चिमी पठार और पूर्वी श्रेणियों के मध्य एक बड़ा मैदान है। इस निम्न भूमि क्षेत्र में कई नदियाँ प्रवाहित होती हैं, लेकिन उनमें से अधिकांश नदियाँ समुद्र में न पहुँचकर यहाँ स्थित छोटी-छोटी अन्तःस्थलीय झीलों में गिरती हैं। इस क्षेत्र में इस महाद्वीप की सबसे बड़ी आयर झील भी स्थित है। इस प्रकार मध्यवर्ती निम्न भूमि में आयर झील के चारों ओर का बहुत बड़ा भाग अन्तःस्थलीय अपवाह क्षेत्र के रूप में जाना जाता है।

(3) ऑस्ट्रेलिया की जलवायु का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
ऑस्ट्रेलिया दक्षिणी गोलार्द्ध में स्थित महाद्वीप है। इसलिए यहाँ उत्तरी गोलार्द्ध के विपरीत ऋतुएँ होती हैं। जब भारत में ग्रीष्म ऋतु होती है, उस समय ऑस्ट्रेलिया में शीत ऋतु होती है। ऑस्ट्रेलिया में वर्षा मुख्यतः दक्षिणी-पूर्वी व्यापारिक हवाओं से होती है। पूर्वी श्रेणियों के अलावा पश्चिम और मध्य भाग में कोई ऊँचा पर्वतीय क्षेत्र नहीं है जो भाप भरी हवाओं को रोक सके जिससे यहाँ वर्षा हो सके। उत्तरी तटीय क्षेत्रों में मानसूनी हवाओं द्वारा तथा दक्षिणी तटीय क्षेत्रों में विशेषकर तस्मानियाँ द्वीप में पछुआ हवाओं द्वारा वर्षा होती है।

(4) ऑस्ट्रेलिया महाद्वीप के प्रमुख जीव-जन्तुओं का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
ऑस्ट्रेलिया महाद्वीप के प्रमुख जीव-जन्तु इस प्रकार हैं –

  • कंगारू – कंगारू ऑस्ट्रेलिया का प्रतीक चिह्न है। यहाँ यह बहुतायत में पाया जाता है। यह उछल-उछलकर अपने गन्तव्य तक पहुँचता है।
  • ऐमू-बड़े आकार का पक्षी जो उड़ नहीं सकता, लेकिन तेज दौड़ता है।
  • कोकाबर्रा – विचित्र बोली व हँसी के कारण उसे ‘लाफिंग जैकाल’ भी कहते हैं।
  • लायर बर्ड – संसार के सबसे सुन्दर पक्षियों में से एक है। कीवी तथा पेंग्विन न्यूजीलैण्ड के प्रसिद्ध पक्षी हैं।

(5) ‘डाउन्स’ क्या है ? लिखिए।
उत्तर:
ऑस्ट्रेलिया के उत्तरी क्षेत्र में उष्ण कटिबन्धीय घास भूमि और दक्षिण के मरे-डार्लिंग बेसिन में शीतोष्ण घास भूमि है, जिसे ‘डाउन्स’ के नाम से भी जाना जाता है।

(6) न्यूजीलैण्ड द्वीपसमूह के धरातलीय स्वरूप का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
ऑस्ट्रेलिया के दक्षिणी – पूर्वी क्षेत्र में न्यूजीलैण्ड है। न्यूजीलैण्ड एक पहाड़ी द्वीपसमूह है। उत्तर तथा दक्षिण दोनों द्वीपों में एक पर्वत श्रेणी उत्तर से दक्षिण तक फैली हुई है। दक्षिणी द्वीप में इस पर्वत श्रेणी को ‘दक्षिणी आल्पस’ कहते हैं। न्यूजीलैण्ड के उत्तरी तथा दक्षिणी द्वीपों को संकरी कुक जलसन्धि एक-दूसरे से अलग करती है।

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MP Board Class 8th Social Science Chapter 23 दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 4.
(1) ऑस्ट्रेलिया के भौतिक विभागों का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
ऑस्ट्रेलिया को चार भौतिक विभागों में इस प्रकार बाँटा जा सकता है –

1. पश्चिमी पठार – ऑस्ट्रेलिया का पश्चिमी भाग एक विस्तृत पठारी क्षेत्र है, जो महाद्वीप के लगभग दो तिहाई भाग पर उत्तर से दक्षिण तक फैला हुआ है। उत्तरी भाग में ग्रेट सैंडी मरुस्थल तथा दक्षिणी भाग में ग्रेट विक्टोरिया मरुस्थल फैले हैं। यह क्षेत्र पुरानी चट्टानों का बना है।

2. मध्यवर्ती निम्न भूमि – पश्चिमी पठार और पूर्वी पर्वत श्रेणियों के मध्य एक बड़ा मैदान है। यह मैदान उत्तर में कारपेन्ट्रिया की खाड़ी से लेकर दक्षिण में ऑस्ट्रेलिया के दक्षिण तटीय क्षेत्र तक फैला है। इस निम्न भूमि क्षेत्र में कई नदियाँ प्रवाहित होती हैं, लेकिन उनमें से अधिकांश नदियाँ समुद्र तक न पहुँचकर यहाँ स्थित छोटी-छोटी अन्तःस्थलीय झीलों में गिरती हैं।

3. पूर्वी पर्वत श्रेणियाँ – महाद्वीप के पूर्वी तट पर उत्तर में केपयार्क प्रायद्वीप से दक्षिण में तस्मानियाँ द्वीप तक तट के समानान्तर इन पर्वत श्रेणियों का विस्तार है। यह ऊँचे-ऊँचे पठारों की लम्बी पट्टी है, जिसे ‘ग्रेट डिवाइडिंग रेंज’ कहते हैं। ये पर्वत श्रेणियाँ दक्षिण में ज्यादा संकरी व ऊँची हैं।

4. तटीय मैदान – महाद्वीप के चारों ओर महासागरीय जल है, इसीलिए महाद्वीप के चारों ओर संकरे समुद्र तटीय मैदान पाये जाते हैं।

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(2) ग्रेट बैरियर रीफ क्या है ? वर्णन कीजिए।
उत्तर:
ऑस्ट्रेलिया के उत्तर – पूर्वी तट के साथ – साथ समुद्र में एक विशाल प्रवालभित्ति (मूंगे की चट्टान) पाई जाती है। इसे ‘ग्रेट बैरियर रीफ’ कहा जाता है। इस विश्व प्रसिद्ध प्रवालभित्ति की लम्बाई 1,920 किमी. है, जो तट से 11 किलोमीटर से लगभग 100 किलोमीटर दूर तक फैली है। प्रवाल एक प्रकार के छोटे समुद्री जीव होते हैं, जो समुद्र की तली के चट्टानों से चिपके रहते हैं। प्रवाल उष्ण कटिबन्धीय समुद्रों के स्वच्छ और उथले जल में ही अच्छी तरह पनपते हैं। प्रवाल जीवों के मरने पर उनके अस्थि-पंजर अपने स्थान पर ही जमे रहते हैं और नये प्रवाल उनके ऊपर जन्म ले लेते हैं। प्रवाल के अस्थि-पंजरों के इस विशाल जमाव को प्रवालभित्ति कहते हैं।

(3) ऑस्ट्रेलिया की वनस्पति एवं जीव-जन्तुओं को विस्तार से लिखिए।
उत्तर:
किसी क्षेत्र की जलवायु व धरातलीय स्वरूप का उस क्षेत्र की वनस्पति पर प्रभाव पड़ता है। ऑस्ट्रेलिया में जहाँ अधिक वर्षा होती है वहाँ बड़े-बड़े वृक्ष व वन पाये जाते हैं। पश्चिम एवं मध्यवर्ती शुष्क भागों में कंटीली झाड़ियाँ व घास पाई जाती है। ऑस्ट्रेलिया के उत्तरी व उत्तरी-पूर्वी क्षेत्रों में अधिक वर्षा व ताप के कारण उष्ण कटिबन्धीय वन मिलते हैं। इनमें देवदार, ताड़, बाँस, बाओबाव व बोतल वृक्ष मुख्य हैं। दक्षिण – पश्चिमी तथा दक्षिणी-पूर्वी भागों में तथा तस्मानियाँ में शीतोष्ण वन पाए जाते हैं। ऑस्ट्रेलिया के इन वनों में मुख्य वृक्ष ‘यूकेलिप्टस’ है।

यहाँ कोआला’ नामक जन्तु पेड़ों पर ही रहता है और यूकेलिप्टस के पेड़ों की पत्तियाँ खाता है।ऑस्ट्रेलिया के मध्यवर्ती भाग के कम वर्षा वाले क्षेत्र में दो प्रकार की घास भूमि मिलती है। उत्तरी क्षेत्र में उष्ण कटिबन्धीय घास भूमि और दक्षिण के मरे-डार्लिंग बेसिन में शीतोष्ण घास भूमि है, जिसे ‘डाउन्स’ के नाम से भी जाना जाता है। इस क्षेत्र में कंगारू नामक जन्तु की बहुलता है। ऐमू, कोकाबर्रा तथा लायर बर्ड ऑस्ट्रेलिया के विभिन्न पक्षी हैं।

मानचित्र कौशल:
प्रश्न 5.
ऑस्ट्रेलिया महाद्वीप के रेखा मानचित्र में निम्नांकित को दर्शाइए –

  1.  तस्मानियाँ व न्यूजीलैण्ड द्वीप निया न्यूजाल
  2. पापुआन्यूगिनी देश
  3. ग्रेट विक्टोरिया एवं ग्रेट सैंडी मरुस्थल
  4. मरे व डार्लिंग नदियाँ
  5. ग्रेट डिवाइडिंग रेंज व ग्रेट बैरियर रीफ
  6. डाउन्स घास का मैदान
  7. कुक जल सन्धि।

उत्तर:

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