MP Board Class 10th Special Hindi पत्र-लेखन

इस प्रश्न की परिधि में पारिवारिक, विद्यालयीन एवं कार्यालयीन पत्र लिखने को आते हैं। इसके हेतु 5 अंक नियत हैं।

पत्र लिखना भी कला के अन्तर्गत आता है। इस कला में जो व्यक्ति जितना सिद्धहस्त तथा पटु होगा, जिन्दगी में उतनी ही उन्नति की डगर तय करेगा। पत्र मात्र भावों तथा विचारों को व्यक्त करने का ही साधन नहीं है अपितु इसकी परिधि में लेखक का व्यक्तित्व परोक्ष रूप से झाँकता है।

पत्र चाहे पारिवारिक हो अथवा सामाजिक,सब में लेखक का व्यक्तित्व मुखरित होता है। व्यक्तित्व भिन्न होने के कारण पत्र लेखन की शैली भी अनेकरूपता लिए होती है। शासकीय, कार्यालयीन, व्यावसायिक एवं विद्यालयीन पत्र एक नियत पद्धति के अनुसार लिखे जाते हैं। निरन्तर अभ्यास तथा पढ़ने-लिखने से इसे सफलतापूर्वक लिखा जा सकता है।

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प्रस्तुत पुस्तक में क्रमशः पारिवारिक, विद्यालयीन और कार्यालयीन पत्र दिये गये हैं, जो क्रमशः इस प्रकार हैं-

1. पारिवारिक पत्र

प्रश्न 1.
प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हुए अपने मित्र को बधाई देते हुए एक पत्र लिखिए। [2010]
उत्तर-

49,गाँधी नगर,
ग्वालियर
20.7.20……

प्रिय मित्र नगेन्द्र कुमार,

सप्रेम हार्दिक अभिनन्दन!
आज तुम्हारा पत्र प्राप्त हुआ। सौभाग्य से आज ‘अमर उजाला’ में तुम्हारा परीक्षा परिणाम भी पढ़ा। जैसे ही तुम्हारा अनुक्रमांक प्रथम श्रेणी के कॉलम में देखा,मन प्रसन्नता से गद्गद् हो उठा। हर्षातिरेक में मैंने अपने भाई को गोद में उठा लिया और नाचने लगा।

तो सबसे पहले तुम्हें मेरी बहुत-बहुत बधाई। मैं परम पिता परमात्मा से सदैव यह प्रार्थना करता रहूँगा कि तुम जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में सफलता अर्जित करो और दिन दूनी रात चौगुनी उन्नति करते रहो। माताजी,पिताजी को सादर अभिवादन। छोटे बच्चों को स्नेह। पत्रोत्तर शीघ्र देना।

तुम्हारा शुभेच्छु
रजनीकान्त

प्रश्न 2.
वाद-विवाद प्रतियोगिता में प्रथम आने पर अपने मित्र को एक बधाई-पत्र लिखिए। (2013)
उत्तर-
प्रश्न 1 के उत्तर की सहायता से स्वयं लिखिए।

प्रश्न 3.
अपने मित्र/छोटे भाई को एक पत्र लिखकर उसे नित्य समाचार-पत्र पढ़ने की प्रेरणा दीजिए। (2009)
उत्तर

कमलागंज,
शिवपुरी
10-6-20…

प्रिय मित्र रमेश,
नमस्कार।
तुम्हारा पत्र बहुत समय से प्राप्त नहीं हुआ। मुझे ऐसा प्रतीत होता है कि तुम मुझे पत्र लिखना ही भूल गये हो।

तुम्हें अपनी पढ़ाई निरन्तर करते रहना चाहिए। इसी में तुम्हारा भविष्य सुरक्षित है। पुस्तकीय ज्ञान-प्राप्ति के अतिरिक्त अन्य ज्ञान भी होना आवश्यक है। व्यक्ति को समाचार-पत्रों से भी ज्ञान प्राप्त करना चाहिए। इस हेतु व्यक्ति को समाचार-पत्र पढ़ना बहुत आवश्यक है। समाचार-पत्रों से देश-विदेश का ज्ञान प्राप्त होता है। अतः मेरी यह राय है कि अपने ज्ञान को और उन्नत बनाने को समाचार-पत्र अवश्य पढ़ना चाहिए। आधुनिक युग में समाचार-पत्र पढ़ना आवश्यक है।

तुम्हारा मित्र
देवेन्द्र

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प्रश्न 4.
अपने मित्र को उसके अनुत्तीर्ण हो जाने पर संवेदना प्रकट करते हुए एक प्रेरक पत्र लिखिए जिससे वह इस बार अच्छी तैयारी के साथ उत्साहपूर्वक परीक्षा में बैठे। [2009]
उत्तर-

30, रामनगर,
सागर
26-7-20….

प्रिय मित्र देवेन्द्र,

सप्रेम नमस्कार।
आज के समाचार-पत्र ‘दैनिक भास्कर’ में तुम्हारा परीक्षा परिणाम देखा। लेकिन तुम्हारा अनुक्रमांक वहाँ नहीं था। यह जानकर मुझे दुःख है कि तुम परीक्षा में सफल नहीं हो सके। इस वर्ष बोर्ड का परीक्षाफल अधिक अच्छा न था।

अतः तुम चिन्ता न करो। अगले वर्ष की परीक्षा के लिए उचित प्रकार से तैयारी करके अच्छे अंक प्राप्त करना। मेरी शुभकामनाएँ तुम्हारे साथ हैं। बड़ों को प्रणाम व छोटे भाई-बहनों को प्यार।

तुम्हारा मित्र
प्रदीप

प्रश्न 5.
मित्र को पत्र लिखकर प्रात:काल उठने का महत्त्व समझाइये। (2009)
उत्तर-

शिवपुरी,
दिनांक 20-7-20…

प्रिय रोहित,

नमस्कार।
तुम्हारा पत्र आया तुम्हारी कुशलता का पूर्ण समाचार मिला। यहाँ पर सब ठीक प्रकार से हैं। मैं तुम्हें मित्र होने के कारण एक अच्छी सलाह दे रहा हूँ कि प्रातःकाल उठकर तुम घूमने के लिए जाओ। घूमना प्रत्येक व्यक्ति के लिए लाभदायक है।

घूमने से स्वास्थ्य अच्छा रहता है, किसी भी प्रकार के रोग नहीं होते हैं। व्यक्ति पूर्णरूप से स्वस्थ रहता है। अतः तुम प्रतिदिन प्रातः काल टहलने जाया करो। पूज्यजनों को यथायोग्य नमस्कार कहना,छोटे भाई-बहिनों को प्यार। पत्रोत्तर शीघ्र देना।

तुम्हारा मित्र
प्रेम कुमार

प्रश्न 6.
अपने बड़े भाई के विवाह में अपने मित्र को आमन्त्रित करने के लिए पत्र लिखिए। [2015]
उत्तर

16, माधव कुंज,
ग्वालियर (म.प्र)
दिनांक : 10-01-20…

प्रिय मित्र स्वप्निल,

सप्रेम नमस्कार।
शुभ समाचार यह है कि मेरे बड़े भाई श्री सुरेश कुमार का शुभ विवाह दिनांक 24 जनवरी, 20… को होना निश्चित हुआ है। तुम तो जानते ही हो कि ऐसे शुभ अवसर पर तुम्हारा आगमन मेरे लिए कितना सुखद और आनन्ददायक होगा। तुम्हें इस विवाह में वैवाहिक कार्यक्रमों से पूर्व ही आना होगा। निमन्त्रण पत्र छपते ही तुम्हें भेज दूंगा। तुम इसी निमन्त्रण को स्वीकार कर पधारने का कष्ट करना। पिताजी और माताजी को चरण स्पर्श।

तुम्हारा अभिन्न मित्र
अखिलेश

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प्रश्न 7.
अपने पिताजी को पत्र लिखकर अपनी शैक्षिक प्रगति एवं लक्ष्य से अवगत कराइए। [2011, 18]
अथवा
वार्षिक परीक्षा की तैयारी का उल्लेख करते हुए अपने पिताजी को एक पत्र लिखिए। [2016]
उत्तर-

ग्वालियर
19 जनवरी,20……..

आदरणीय पिताजी/माताजी,

सादर प्रणाम।
आपकी अनुकम्पा से मैं पूरी तरह स्वस्थ एवं प्रसन्नचित्त हूँ। मेरी वार्षिक परीक्षा बहुत निकट है। परीक्षा को दृष्टि-पथ में रखकर मैं पूरी तरह से तैयारी करने में जुटा हूँ। इस समय मुझ पर भूगोल तथा अंग्रेजी की पुस्तकें नहीं हैं। पुस्तकों के अभाव में मेरी विधिवत् पढ़ाई नहीं हो पा रही है। अपनी तरफ से मैं पढ़ाई की तैयारी में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रहा हूँ। विज्ञान एवं गणित में कुछ कठिनाई का अनुभव कर रहा हूँ, अतः इसके निमित्त कोचिंग की आवश्यकता है।

मुझे पूरा भरोसा है कि गत वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष मैं आपकी आशा के अनुरूप उत्तम श्रेणी प्राप्त करने में सक्षम सिद्ध होऊँगा।

माताजी को चरण-वंदना,छोटे भाइयों को ढेर सारा प्यार तथा बहिनजी को शत-शत प्रणाम कहना। पत्र के उत्तर की प्रतीक्षा में।

आपका बेटा
पुलकित

प्रश्न 8.
अपने बड़े भाई को पत्र लिखिए और उन्हें बताइए कि गर्मी की छुट्टियाँ किस प्रकार व्यतीत करना चाहते हैं ? [2014, 17]
उत्तर

20, अशोकनगर
जबलपुर
दिनांक-1 मार्च,20…..

आदरणीय भाईसाहब,

सादर प्रणाम।
मैं यहाँ कुशल हूँ, आशा है कि आप सानन्द होंगे। आजकल मैं परीक्षा की तैयारी में लगा हूँ, इसीलिए पत्र लिखने में देर हो गई है। मेरी परीक्षाएँ 7 मार्च से प्रारम्भ होंगी और 5 अप्रैल तक चलेंगी। परीक्षाएँ समाप्त होते ही विद्यालय की ओर से एक ग्रीष्मावकाश भ्रमण का आयोजन निश्चित किया गया है। भ्रमण के लिए सभी लोग कश्मीर जायेंगे। इसके लिए प्रत्येक विद्यार्थी को दो हजार रुपये जमा करने हैं। यात्रा,आवास और भोजन का प्रबन्ध इसी में से किया जायेगा। कुछ धनराशि विद्यालय लगायेगा। मैं इस भ्रमण में जाना चाहता हूँ। अतः आप तीन हजार रुपये भिजवाने की कृपा करें ताकि मैं रुपये जमा कर सकूँ। घर पर माताजी, पिताजी को चरण स्पर्श, भाभीजी को प्रणाम,प्रिय चिन्मय को प्यार।

आपका अनुज
धीरज

2. विद्यालयीन-पत्र

प्रश्न 9.
बुक बैंक से पुस्तकें प्राप्त करने के लिए अपने विद्यालय के प्राचार्य को प्रार्थनापत्र लिखिए। [2009]
उत्तर
सेवा में,
श्रीमान् प्राचार्य महोदय,
दूरा उ.मा.शाला,
ग्वालियर

विषय-बुक बैंक से पुस्तकें प्राप्त करने हेतु आवेदन।

महोदय,
सविनय निवेदन यह है कि मैं आपके विद्यालय की कक्षा 10 ‘अ’ का एक अत्यन्त निर्धन छात्र हूँ। मेरे पिताजी मजदूरी करके घर का लालन-पालन करते हैं।

पिताजी की आय अल्प होने की वजह से मैं पुस्तकें खरीदने में भी असमर्थ हैं। अत: श्रीमान् जी से अनुरोध है कि मुझे बुक बैंक से पुस्तकें प्रदत्त करने की कृपा करें। इस सन्दर्भ में शाला के जो नियम होंगे उनका मैं पूरी तरह पालन करूँगा। आपकी इस महती कृपा के लिए मैं आजन्म आभारी रहूँगा।

दिनांक : 11-8-20……..

प्रार्थी
विकास जैन
कक्षा 10 ‘अ’

प्रश्न 10.
अपने प्राचार्य महोदय को विद्यालय छोड़ने (स्थानान्तरण) का प्रमाण-पत्र देने के लिए आवेदन-पत्र लिखिए। [2009, 14,16, 18]
अथवा
पिताजी के स्थानान्तरण के कारण अपनी शाला के प्राचार्य को शाला-त्याग प्रमाण-पत्र देने हेतु आवेदन-पत्र लिखिए। [2013]
उत्तर-
श्रीमान् प्राचार्य महोदय,
शासकीय उच्चतर मा.वि.,
ग्वालियर

मान्यवर,
सेवा में विनम्र प्रार्थना है कि प्रार्थी ने आपके विद्यालय से कक्षा 9 की परीक्षा उत्तम अंक लेकर उत्तीर्ण की है। संयोगवश मेरे पिताजी का स्थानान्तरण मुरैना हो गया है। इस हेतु मैं आपके आदर्श विद्यालय में आगे अध्ययन करने में असमर्थ हूँ।

अतः मुझे सधन्यवाद शाला त्याग (स्थानान्तरण) प्रमाण-पत्र प्रदान करने की अनुकम्पा करें।

आपका आज्ञाकारी शिष्य
अक्षय कुलश्रेष्ठ
कक्षा 9-स
अनुक्रमांक -1537

 

दिनांक :10-8-20………

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प्रश्न 11.
प्राचार्य को शुल्क मुक्ति के लिए आवेदन कीजिए। [2010]
अथवा
अपनी निर्धनता का उल्लेख करते हुए शाला शुल्क मुक्ति हेतु अपने प्राचार्य को आवेदन पत्र लिखिए। [2015]
अथवा
शाला शुल्क मुक्ति के आर्थिक कारण बताते हुए प्राचार्य को आवेदन पत्र लिखिए। [2009]
उत्तर-
श्रीमान् प्राचार्य महोदय,
शासकीय उच्चतर मा.वि,
रायपुर

विषय-शाला शुल्क मुक्ति के सम्बन्ध में।

मान्यवर,
विनम्र निवेदन यह है कि मैं आपके विद्यालय का कक्षा X का छात्र हूँ। मेरे अभिभावक (पिताजी) एक स्थान पर प्राइवेट नौकरी करते हैं। उन्हें मासिक वेतन मात्र पाँच सौ रुपये मिलता है। इतने अल्प वेतन से परिवार की रोजी-रोटी की समस्या भी कठिनाई से हल हो पाती है। पिताजी पर पैसे की कमी होने के कारण मैं अपनी पाठ्य-पुस्तकों को क्रय करने में भी असमर्थ हूँ।

अतः श्रीमान् जी से करबद्ध निवेदन है कि मुझे शाला के शुल्क से मुक्ति प्रदान करने की महती कृपा करें। इस कृपा के लिए मैं आपका आजीवन आभारी रहूँगा।

दिनांक :25-7-20……..

प्रार्थी
मनोज कुमार
कक्षा X-C

3. कार्यालयीन-पत्र

प्रश्न 12.
डाक वितरण में अनियमितता के कारण आपको जो हानि हुई है, उसके सम्बन्ध में एक शिकायती पत्र डाक अधीक्षक महोदय को लिखिए।
उत्तर-
गाँधी नगर,
ग्वालियर (म.प्र)।
दिनांक : 07-09-20……..

श्रीमान् अधीक्षक महोदय.
मुख्य डाक-तार घर,
ग्वालियर (म.प्र)

महोदय,
मैं आपका ध्यान इस तथ्य की ओर आकर्षित करना चाहता हूँ कि हमारे इलाके के अन्तर्गत डाक वितरण की उचित व्यवस्था नहीं है। मेरे पत्र ज्यादातर दूसरे के पते पर प्रेषित कर दिये जाते हैं।

मान्यवर भूल से मेरा एक नौकरी का साक्षात्कार पत्र किसी और के यहाँ चला गया, परिणामस्वरूप में साक्षात्कार से वंचित रह गया। इससे मुझे जो कष्ट हुआ उसका उत्तरदायी कौन है ?

अतः आपसे सानुरोध प्रार्थना है कि इस ओर विशेष ध्यान देकर डाक वितरण की उचित व्यवस्था करें, जिससे भविष्य में जन-सामान्य को इस भाँति की असुविधा न हो।

सधन्यवाद

भवदीय
मोहित

प्रश्न 13.
आप सुरेश कुमार हैं। आप ई-5/102 न्यू ईदगाह कॉलोनी, भोपाल में रहते हैं। आप नगर निगम को एक आवेदन-पत्र लिखिए, जिसमें नालियों की सफाई व कीटनाशक दवा के छिड़काव का सुझाव हो।
उत्तर-

ई-5/102, न्यू ईदगाह कॉलोनी,
भोपाल

सेवा में,
आयुक्त महोदय,
नगर निगम, भोपाल।

मान्यवर,
मैं आपका ध्यान न्यू ईदगाह कॉलोनी की स्वच्छता के सन्दर्भ में आकर्षित करना चाहता हूँ। इस कॉलोनी में नियमित रूप से सफाई नहीं होती है। नालियाँ तथा सड़कें घोर गन्दगी से पटी रहती हैं। नालियों पर मच्छरों का अम्बार लगा हुआ है।

आपसे सानुरोध प्रार्थना है कि अपने अधीनस्थ सफाई कर्मियों को कॉलोनी में नालियों की सफाई करने तथा कीटनाशक दवा का छिड़काव करने का आदेश दें। ऐसा होने से कालोनी का वातावरण स्वच्छ एवं स्वास्थ्यप्रद बनेगा।

भवदीय
अक्षय कुमार

दिनांक : 15-1-20………..

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प्रश्न 14.
परीक्षाकाल में ध्वनि विस्तारक यंत्रों पर रोक लगाने हेतु जिलाधीश महोदय को पत्र लिखिए। [2012]
उत्तर-
डी-6/133,शान्ति कॉलोनी,
मुरैना

सेवा में,
जिलाधीश महोदय,

मुरैना। मान्यवर,
मैं आपका ध्यान अपनी कॉलोनी में ध्वनि-विस्तारक यन्त्रों के जोर से बजने की वजह से उपस्थित समस्या की ओर आकर्षित करना चाहता हूँ। कारण यह है कि माध्यमिक शिक्षा मण्डल की हाईस्कूल तथा इण्टरमीडिएट की परीक्षाएँ सम्पन्न होने जा रही हैं। परीक्षाकाल में ध्वनि-विस्तारक यन्त्रों के शोर के कारण छात्रों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। पढ़ाई का क्रम रुक रहा है तथा चित्त की एकाग्रता भंग हो रही है।

अतः आपसे सानुरोध प्रार्थना है कि आप तत्काल ध्वनि-विस्तारक यन्त्रों के बजने पर प्रतिबन्ध लगाने का निर्देश पारित करें, जिससे छात्रगण शान्त वातावरण में परीक्षा की भली प्रकार तैयारी करने में सक्षम हो सकें।

भवदीय
राहुल

दिनांक : 10 मार्च,20…….

प्रश्न 15.
अपने शहर के नगरपालिका अधिकारी को शिकायती पत्र लिखते हुए मोहल्ले में व्याप्त गन्दगी को दूर करने का निवेदन कीजिए। [2011, 17]
उत्तर-
सेवा में,
अधिशासी अधिकारी,
नगरपालिका-शिवपुरी।
विषय-गन्दगी की समस्या।

महोदय,
मैं आपका ध्यान न्यू कॉलोनी में व्याप्त गन्दगी और दुर्दशा की ओर आकर्षित करना चाहता हूँ। इस मोहल्ले में आये हुए छ: वर्ष हो गये लेकिन यहाँ पर कुछ सड़कें ऐसी हैं,जहाँ पर जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हुए हैं और स्थान-स्थान पर नालियाँ भी टूटी हुई हैं। उन नालियों में गन्दगी भरी होने के कारण नालियों का पानी सड़कों पर बहता रहता है।

सफाई कर्मचारियों की लापरवाही के कारण यह मोहल्ला जीता-जागता नरक बना हुआ है। मौसम बदलाव व गन्दगी के कारण मच्छरों का भी प्रकोप हो गया है, जो कि बीमारियों का कारण है।

आपसे निवेदन है कि कृपया इस बस्ती की दुर्दशा को देखते हुए इसकी सड़कों की सफाई और नालियों की मरम्मत करवाने का कष्ट करें। धन्यवाद सहित

भवदीय
अक्षय कुलश्रेष्ठ

दिनांक : 5-4-20…

प्रश्न 16.
मध्य प्रदेश बोर्ड भोपाल से हाईस्कूल परीक्षा प्रमाण-पत्र मँगाने हेतु सचिव मा. शि. म. को आवेदन-पत्र लिखिए। [2009]
उत्तर-
7-7-20..

सेवा में,
श्रीमान सचिव,
मा.शि.म, भोपाल

महोदय,
विनम्र निवेदन यह है कि मैंने हाईस्कूल की परीक्षा सन् 2008 में (अनुक्रमांक 302810) प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की थी। अब मेरे पिताजी का स्थानान्तरण ग्वालियर हो गया है। अत: मुझे अन्यत्र विद्यालय में प्रवेश लेने के लिए हाईस्कूल प्रमाण-पत्र की आवश्यकता है।

कृपा करके मेरे घर के पते पर मेरा प्रमाण-पत्र भेजने का कष्ट करें। मेरी अंक प्रतिलिपि प्रार्थना-पत्र के साथ संलग्न है। कष्ट के लिए क्षमा।

भवदीय
कुमार गौरव
15, माधव नगर,
शिवपुरी

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प्रश्न 17.
सचिव, मा. शि. मण्डल, भोपाल को दसवीं बोर्ड परीक्षा की अंक-सूची की द्वितीय प्रति प्राप्त करने हेतु एक आवेदन-पत्र लिखिए। [2012]
उत्तर-
सेवा में,
8-7-20….

श्रीमान् सचिव,
मा.शि. म, भोपाल

महोदय
विनम्र निवेदन यह है कि मैंने दसवीं की बोर्ड परीक्षा 2009 में (अनुक्रमांक 27711) प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की थी। उपरोक्त परीक्षा की अंक-सूची खो गयी है। अतः मुझे द्वितीय प्रति भेजने का कष्ट करें। इसके लिए मैं 20 रुपये का बैंक ड्राफ्ट नं.37701 आपके नाम भेज रहा हूँ।

कृपा करके मेरे घर के पते पर अंक-सूची की द्वितीय प्रति भेजने का कष्ट करें। कष्ट के लिए क्षमा।

भवदीय
राकेश कुमार
10/51,माधवन मार्ग,
शहडोल

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